सरायकेला : कांग्रेस के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनभर कार्यकर्ताओं ने थामा आजसू पार्टी का दामन ईचागढ़ का सर्वांगीण विकास ही हमारा लक
सरायकेला : कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मनीष कुमार कपिला के नेतृत्व में दर्जनभर कार्यकर्ताओं ने आजसू पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। शुक्रवार को चिलगु स्थित आजसू पार्टी के प्रधान कार्यालय में मनीष कुमार कपिला व कांग्रेस के हैंसाकोचा पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जितेन सिंह मुंडा समेत कांग्रेस व झामुमो को छोड़कर गुरुपद टुडू, अभिराम टुडू, रामप्रसाद टुडू, राजू मांझी, बुधराम सिंह मुंडा, प्रल्हाद सिंह मुंडा, युधिष्ठिर मांझी, बलराम सिंह मुंडा, मिठू बास्के, सुखदेव सिंह मुंडा, अनिल सिंह मुंडा ने आजसू का दामन थामा। इस अवसर पर आजसू केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो सदस्यता ग्रहण करने वालों का स्वागत किया तथा पार्टी के विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का अपील किया। मौके पर हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा का सर्वांगीण विकास ही हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि अब यहां पैंतरेबाजी की राजनीति नहीं चलेगी, बल्कि यहां की जनता नेताओं के समाजसेवा व चरित्र का आकलन करेगी और चुनाव करेगी। इस अवसर पर दुर्योधन गोप, गौरी लायक, माधव सिंह मुंडा, दिलीप प्रमाणिक, गुरुचरण महतो, सनत महतो आदि मौजूद थे।
सरायकेला : लाकड़ी गांव टोला डुगरीडीह में हाथी की आतंक ।जन जीवन अस्तवस्त रहे।....
सरायकेला : जिला के नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के लाकड़ी पंचायत के डुगरीडीह गांव में रात में दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से विशाल हाथी गजों का झुंड पहुंच गया। गजों ने घरों में आक्रमण करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने मशाल, टॉर्च, लाइट और फटाखे के सहारे उन्हें भगा दिया। इस घटना से ग्रामीण भयभीत हैं और रात में घरों से बाहर निकलने से डरते हैं। गजों की झुंड के हमले के डर से लोग परेशान हैं और ईश्वर की कृपा से जीने पर मकबुर हैं। ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण गजों की झुंड से परेशान हैं और उनकी सुरक्षा के लिए कुछ करने की मांग कर रहे हैं।
सरायकेला : गोली मारकर युवक की हत्या ।सालडीह बस्ती में मातम का माहौल है और पूजा के दौरान इस घटना से डरे सहमे हुए है।....
सरायकेला : आदित्यपुर थाना क्षेत्र के सालडीह बस्ती में बीती रात पंकज माझी नाम के युवक को उसके साथियों ने पीछे से स्टाकर गोली मार दी जिसके बाद से उसके साथी फरार है वही घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुची ओर घायल पंकज को जमशेदपुर का टाटा मुख्य अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई आपको बता दे कि घटना दुर्गा पूजा के पहले दिन देर रात को पंकज माझी आदित्यपुर से बिस्टुपुर घर के काम से गया हुआ था और जब वह घर आया तो घर के समीप पंकज के दोस्त और कुछ ओर साथी अंधरे में छुपे हुए थे पंकज पहले दोस्तो से मिला और दोस्तो ने उसे रुकने को कहा पंकज ने कहा देर रात हो गई चलता हूं तभी अंधरे में बढ़े युवकों ने घर जाने के क्रम में पीछे से गली में गोली चला दी जिसके बाद पंकज घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी वही इस घटना के बाद सालडीह बस्ती में मातम का माहौल है और पूजा के दौरान इस घटना से डरे सहमे हुए है जहा पुलिस भी घटना स्थल पर मौजूद है और मोन धारण कर रखा है वही मृतक के बहन ने बताया कि भाई की हत्या कर दिया गया तीन लोग छुपे हुए थे ।

सरायकेला : विधायक सविता महतो ने बांटा प्रमाण पत्र । राज्य के बिजली उपभोक्ताओं का बिल माफी कर बड़ी राहत दिया है।
सरायकेला : नीमडीह प्रखण्ड के बिजली उपभोक्ताओं के बिच बिजली बिल माफी का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री उर्जा खुशहाली योजना के तहत मिला लाभ मुख्यमंत्री उर्जा खुशहाली योजना के तहत नीमडीह प्रखंड के लुपुंगडीह पीएसएस में गुरुवार को विधायक सविता महतो ने चांडिल व नीमडीह के बिजली उपभोक्ताओं के बिच बिजली बिल माफी का प्रमाण पत्र वितरण किया।

इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा राज्य मे हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं का बिल माफी कर बड़ी राहत दिया है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री उर्जा खुशहाली योजना के तहत 200 युनिट से कम खर्च करने वाले उपभोक्ताओं का घरेलू बिजली बिल सरकार ने माफ कर दिया है। इस कार्यक्रम में विधानसभा के सैकड़ों लोगों को बिल माफी का विधायक ने प्रमाण पत्र दिए। विधायक ने बिजली विभाग के अधिकारीयों को पंचायत में शिविर लगाकर बिजली बिल माफी का प्रमाण पत्र वितरण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा सरकार ने अगस्त 2024 तक के सभी बकाया बिजली बिल माफ कर दिया गया है। बिजली बिल माफी का प्रमाण पत्र प्राप्त कर बिजली उपभोक्ताओं में हर्ष तथा खुशी जाहिर किया। उपभोक्ताओं ने झारखंड सरकार के प्रति आभार प्रकट किया। इस मौके पर चांडिल विधुत सहायक अभियंता लालजी महतो, मुख्यमंत्री के मामा गुरुचरण किस्कू, झामुमो नेता ओमप्रकाश लायेक, झामुमो केंद्रीय सदसय काबलु महतो, चांडिल प्रखण्ड अध्यक्ष कृष्णा किशोर महतो, नीमडीह प्रखण्ड अध्यक्ष हरिदास महतो, जिला सह सचिव धर्मु गोप, राहुल वर्मा, सुदामा हेंब्रम, विशाल गोप सहित झामुमो के सैकड़ों कार्यकर्ता तथा ग्रामीण लोग उपस्थित थे।
सरायकेला : 67 करोड़ कि लागत से कांदरबेड़ा से दोमुहानी फोरलेन सड़क का विधायक सविता महतो ने किया शीलान्यास ।....
कांदरबेड़ा से दोमुहानी 8 किमी फोरलेन सड़क के सुदृढ़ीकरण और चौड़ीकरण का पुन : निर्माण

सरायकेला : जिला पथ निर्माण विभाग, पथ प्रमंडल सरायकेला खरसवां द्वारा आज चांडिल अनुमंडल  क्षेत्र के एन एच 33 कांदरबेड़ा से दोमुहानी 8 किमी फोरलेन सड़क के सुदृढ़ीकरण और चौड़ीकरण पुन : निर्माण कार्य का शीलान्यास गुरुवार को विधायक सविता महतो ने विधिवत शीलापट्ट अनावरण कर किया।

स दौरान उपस्थित लोगो ने विधायक सविता महतो का भव्य स्वागत किया। शीलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए विधायक सविता महतो ने कहा कि कांदरबेड़ा से दोमुहानी 8 किमी फोरलेन सड़क के सुदृढ़ीकरण और चौड़ीकरण पुन : निर्माण का कार्य 67 करोड़ रुपये कि लागत से किया जाएगा। विधायक ने कहा उक्त सड़क का चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण होने से जमशेदपुर आने जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी। विधायक ने सड़क निर्माण करने वाले संवेदक को सड़क का निर्माण कार्य ससमय व गुणवत्तापूर्ण करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक, झामुमो जिला अध्यक्ष सुवेंदु महतो, झामुमो केंद्रीय सदस्य गुरुचरण किस्कु, काबलु महतो, झामुमो नेता ओम प्रकाश लायेक, समाजसेवी दिलीप महतो, विधायक के बेटी स्नेहा महतो, प्रखंड अध्यक्ष कृष्णा किशोर महतो, अर्जुन सिंह मुंडा, समर भुईया, श्रीकांत महतो, मो अरशद, मो नौसाद, मोहन कर्मकार, हरेन महतो, हीरालाल महतो, राहुल वर्मा, महताव आलम, सुदामा हेम्ब्रम, धरमु गोप, हरिदास महतो, हरेकृष्ण सिंग सरदार, बैद्यनाथ टुडू, संकर सिंह सरदार, समेत सैकड़ो कि संख्या मे झामुमो कार्यकर्ता व ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित थे।
सरायकेला : शारदीय नवरात्रि पर चौका में देवी के नौ रूपों की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. शुक्रवार को देवी के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की..
सरायकेला : जिला के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में शारदीय नवरात्रि पर मनाया जाने वाला दुर्गोत्सव हर्षोल्लास के साथ शुरू हो गया ।नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा के पावन अवसर पर गुरुवार को विभिन्न स्थानों में देवी की प्रतिमा और कलश स्थापित कर शक्ति की आराधना शुरू की गई. कई भक्तों ने अपने घर में कलश स्थापित कर देवी महाशक्ति की आराधना शुरू की है ।

कई स्थानाें में चंडीपाठ भी प्रारंभ किया गया है. वहीं कई स्थानों पर महाषष्ठी के पावन अवसर पर बेलवरण के साथ देवी का आवाहन किया जाएगा. महासप्तमी के दिन कलश यात्रा निकालकर दुर्गोत्सव मनाया जाएगा. दुर्गोत्सव को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है. शारदीय नवरात्रि पर चौका में देवी के नौ रूपों की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. शुक्रवार को देवी के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की कलश यात्रा निकालकर पूजा-अर्चना की जाएगी. चौका में सजा मां का दरबार शारदीय नवरात्रि के पहले दिन चौका में सार्वजनिक श्रीश्री नवदुर्गा पूजा समिति की ओर से शुभ मुहूर्त पर कलश यात्रा निकाली गई. इसके बाद नवदुर्गा मंदिर में घट का विधि विधान से स्थापना कर मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना श्रद्धा व भक्तिभाव से की गई।


इसके साथ ही मंदिर में चंडीपाठ भी शुरू हुआ. देवी के दर्शन-पूजन के लिए पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु नव दुर्गा मंदिर पहुंचे. श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या अधिक थी. चौका में भक्तों ने देवी की पूजा-अर्चना के बाद मां का जयकारा लगाया. पूजा-अर्चना के बाद माता की आरती की गई. दोपहर में मंदिर परिसर में श्रीराम कथा पर प्रवचन शुरू हुआ, जो सात दिनों तक चलेगा. पंडित शक्तिपद चटर्जी व अविनाश चटर्जी श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा सुनाएंगे. नवरात्र के अवसर पर मंदिर और पूरे परिसर में भव्य सजावट की गई है ।
सरायकेला : भाजपा में शामिल होंगे । पप्पू और। राकेश बर्मा दोनो भाई इसका भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि।
सरायकेला : चांडिल के निवासी पप्पू वर्मा और उनके बड़े भाई राकेश वर्मा ने झामुमो में 26 वर्ष तक राजनीतिक सफर तय करने के बाद भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। यह घोषणा चांडिल में आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने की। उन्होंने कहा कि वर्मा भाइयों के भाजपा में आने से संगठन और मजबूत होगा ।

भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि चार अक्तूबर को चांडिल एनएच-32 बाइपास स्थित भालुकोचा में आयोजित सभा में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा एवं झारखंड विस में प्रतिपक्ष के नेता अमर बाउरी की उपस्थिति में पप्पू वर्मा एवं राकेश वर्मा भाजपा में शामिल होंगे।


इस अवसर पर जिला प्रभारी केके गुप्ता, राकेश वर्मा, पप्पू वर्मा एवं दिवाकर सिंह उपस्थित थे। पप्पू वर्मा ने कहा कि उन्होंने भाजपा के राष्ट्रवाद से प्रेरित होकर यह फैसला लिया है। उनके इस फैसले से भाजपा को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
शारदीय नवरात्र आज से होंगे शुरू ।
हिंदू धर्म में चार नवरात्रि मनाई जाती है, जिसमें से दो गुप्त नवरात्रि होती है। बाकी की दो चैत्र और आश्विन माह में मनाई जाती है। आश्विन माह में आने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। इसकी शुरूआत हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा (पहले दिन) से होती है, जो नवमी तिथि पर समाप्त होती है। पंचांग के अनुसार इस वर्ष 3 अक्तूबर 2024, गुरुवार से शारदीय नवरात्रि आरंभ हो रही है, जो 11 अक्तूबर 2024 को समाप्त होगी। वहीं 12 अक्तूबर को दुर्गा विसर्जन होगा। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, और उन्हें कई प्रकार के भोग लगाए जाते हैं। नवरात्रि में दिन के अनुसार देवी की अर्चना की जाती है, जिसमें पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की होती है। इस दौरान भक्तजन विधि विधान से आराधना करते हैं, और उपवास रखते हैं।

शारदीय नवरात्र की तिथि और शुभ मुहूर्त ।

हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि का त्योहार हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। इस पर्व की तारीखें हर साल बदलती हैं, क्योंकि हिन्दू पंचांग के अनुसार तारीखें निर्धारित होती हैं। यह त्योहार आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर के महीने में ही मनाया जाता है। इस साल शारदीय नवरात्रि 03 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा।

नवरात्र पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त ।

।शारदीय नवरात्रि कलश स्थापना मुहूर्तः 3 अक्टूबर सुबह 6.19 से 7.23 बजे तक (कुल 1 घंटा 4 मिनट) घटस्थापना अभिजित मुहूर्त 3 अक्टूबर सुबह 11.52 बजे से 12.39 बजे तक शारदीय नवरात्र की तिथियां  पंचांग के अनुसार इस साल आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 3 अक्तूबर 2024 को सुबह 12 बजकर 19 मिनट से हो रहा है। इसका समापन 4 अक्टूबर को सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर होगा। उदया तिथि के मुताबिक शारदीय नवरात्रि का पहला दिन 3 अक्टूबर 2024 को होगा, और इस दिन से ही नवरात्रि की शुरूआत होगी। दूसरा दिन- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा – 4 अक्तूबर तीसरा दिन- मां चंद्रघंटा की पूजा – 5 अक्तूबर चौथा दिन- मां कूष्मांडा की पूजा – 6 अक्तूबर पांचवां दिन- मां स्कंदमाता की पूजा – 7 अक्तूबर छठा दिन- मां कात्यायनी की पूजा – 8 अक्तूबर सातवां दिन- मां कालरात्रि की पूजा – 9 अक्तूबर आठवां दिन- मां सिद्धिदात्री की पूजा – 10 अक्तूबर नौवां दिन- मां महागौरी की पूजा – 11 अक्तूबर विजयदशमी – 12 अक्टूबर 2024, दुर्गा विसर्जन शारदीय नवरात्र का महत्व

शारदीय नवरात्रि को महानवरात्रि या अश्विन नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, जब भगवान राम, माता सीता और अपने भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल के लिए वनवास गए थे, तो वहां रावण ने धोखे से माता सीता का हरण कर लिया था। इसके बाद भगवान राम ने माता सीता की रक्षा के लिए रावण से युद्ध किया और उस पर विजय प्राप्त की। तभी से इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाने लगा। इसके पीछे एक और पौराणिक कथा भी मौजूद है। जिसके अनुसार, मां दुर्गा ने नौ दिनों तक दुष्ट राक्षस महिसासुर से युद्ध किया था और दसवें दिन उसे पराजित किया था। इसलिए लगातार नौ दिनों तक भक्त माता की उपासना करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस समय पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा करने से आपके सभी कष्ट दूर हो सकते हैं और आप एक समृद्ध जीवन की शुरुआत कर सकते हैं। इस बार मां दुर्गा की क्या है सवारी? ======================== इस वर्ष मां हाथी पर सवार होकर आ रही हैं ऐसे में इस बात के प्रबल संकेत मिल रहे हैं कि, इससे सर्वत्र सुख संपन्नता बढ़ेगी। इसके साथ ही देश भर में शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों में सफलता मिलेगी। यानी कि पूरे देश के लिए यह नवरात्रि शुभ साबित होने वाली है।


घटस्थापना या कलशस्थापना के लिए आवश्यक सामग्री सप्त धान्य (7 तरह के अनाज), मिट्टी का एक बर्तन, मिट्टी, कलश, गंगाजल (उपलब्ध न हो तो सादा जल), पत्ते (आम या अशोक के), सुपारी, जटा वाला नारियल, अक्षत, लाल वस्त्र, पुष्प।


नवरात्र के नौ दिन किस रंग के कपड़े पहनें ?
नवरात्रि के त्योहार में रंगों का भी विशेष महत्व होता है। इन नौ दिनों के लिए नौ अलग-अलग रंगों को चुना जाता है। अगर आप नौ दिनों तक इन रंगों को पहनते हैं और देवी मां की पूजा करते हैं तो यह आपको बेहद शुभ परिणाम देता है। आइए जानते हैं किस दिन कौन-सा रंग आपके लिए शुभ होगा? पहले दिन- साल 2024 में नवरात्रि के पहले दिन आपको नारंगी रंग के कपड़े पहनने चाहिए। नारंगी रंग को पहन कर पूजा करने से आपको बहुत सकारात्मक महसूस होगा। दूसरे दिन- इस दिन सफ़ेद रंग के वस्त्र धारण करें। यह रंग आपको आत्मशांति और बेहतर महसूस करवाने में सहयोग करेगा। तीसरे दिन- नवरात्रि के तीसरे दिन लाल रंग को दिनचर्या में जरूर शामिल करें। आप इस रंग का प्रयोग माता की पूजा के लिए भी कर सकते हैं क्योंकि लाल रंग माता को अतिप्रिय होता है। चौथे दिन- गहरा नीला रंग नवरात्रि के चौथे दिन सबसे शुभ रहेगा। नीला रंग समृद्धि और शान्ति लाता है। इस रंग के वस्त्र पहनें और माता का ध्यान करें। पांचवे दिन- पीले रंग के कपड़े पहनने से आप खुश और सकारात्मक महसूस कर सकते हैं। पीला एक नर्म और मन को खुशी देने वाला रंग है। यह आपका दिन अच्छा बनाएगा। छठवें दिन- नवरात्रि के छठवें दिन हरा रंग पहनें। हरा रंग प्रकृति से जुड़ा होता है, यह सभी चीज़ों के फलदायी, शांतिपूर्ण और स्थिर होने का संकेत देता है। देवी की प्रार्थना करते समय हरा रंग पहनना, आपको शांति महसूस करवा सकता है। सातवें दिन- इस दिन स्लेटी रंग पहनें। यह आपकी सोच को संतुलित करने में मदद करेगा। इसकी ऊर्जा से आप अधिक व्यावहारिक हो सकते हैं। आठवें दिन- नवदुर्गा पूजा के दौरान आठवें दिन बैंगनी रंग का उपयोग करें। इससे आपको समृद्धि और सफलता प्राप्त हो सकती है। इसलिए, अगर आप देवी मां का आशीर्वाद चाहते हैं, तो यह रंग अवश्य चुनें। नौवें दिन- नवरात्रि के नौवें दिन आपको मोर वाला हरा रंग पहनना चाहिए। यह हरे और नीले रंग से मिलकर बनता है। यह रंग समृद्धि से जुड़ा होता है।


शारदीय नवरात्र में घटस्थापना की विधि । नवरात्रि के पहले दिन व्रती द्वारा व्रत का संकल्प लिया जाता है। इस दिन लोग अपने सामर्थ्य अनुसार 2, 3 या पूरे 9 दिन का उपवास रखने का संकल्प लेते हैं। संकल्प लेने के बाद मिट्टी की वेदी में जौ बोया जाता है और इस वेदी को कलश पर स्थापित किया जाता है। हिन्दू धर्म में किसी भी मांगलिक काम से पहले भगवान गणेश की पूजा का विधान बताया गया है और कलश को भगवान गणेश का रूप माना जाता है इसलिए इस परंपरा का निर्वाह किया जाता है। कलश को गंगाजल से साफ की गई जगह पर रख दें। इसके बाद देवी-देवताओं का आवाहन करें। कलश में सात तरह के अनाज, कुछ सिक्के और मिट्टी भी रखकर कलश को पांच तरह के पत्तों से सजा लें। इस कलश पर कुल देवी की तस्वीर स्थापित करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें इस दौरान अखंड ज्योति अवश्य प्रज्वलित करें। अंत में देवी मां की आरती करें और प्रसाद को सभी लोगों में बाट दें।
जिला के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाई गई एवं उनके तस्व
सरायकेला : जिला के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाई गई एवं उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया और स्वच्छ पखवाड़ा का समापन किया गया। इस अवसर नारायण आईटीआई लुपुंगडीह चांडिल में चित्रकला का आयोजन किया गया ।जिसमे बहुत सारे विद्यार्थियों ने भाग लिया संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडेजी ने कहा मोहनदास करमचन्द गांधी जन्म: 2 अक्टूबर 1869 - निधन: 30 जनवरी 1948 जिन्हें महात्मा गांधी के नाम से भी जाना जाता है भारत एवं भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार करने के समर्थक अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत सहित पूरे विश्व में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। संसार में साधारण जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा 'महान आत्मा' एक सम्मान सूचक शब्द है। गांधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था। एक अन्य मत के अनुसार स्वामी श्रद्धानन्द ने 1915 मे महात्मा की उपाधि दी थी। तीसरा मत ये है कि रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने 12 अप्रैल 1919 को अपने एक लेख मे उन्हें महात्मा कहकर सम्बोधित किया था।उन्हें बापू (गुजराती भाषा में બાપુ बापू अर्थात् पिता) के नाम से भी स्मरण किया जाता है। एक मत के अनुसार गांधीजी को बापू सम्बोधित करने वाले प्रथम व्यक्ति उनके साबरमती आश्रम के शिष्य थे सुभाष चन्द्र बोस ने 6 जुलाई 1944 को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगीं थीं। प्रति वर्ष 2 अक्टूबर को उनका जन्म दिन भारत में गांधी जयन्ती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है।लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की। भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया। परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने के लिये बहुत परिश्रम किया। जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमन्त्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई, 1964 को देहावसान हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधानमंत्री का पद भार ग्रहण किया। उनके कार्यकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध शुरू हो गया। इससे तीन वर्ष पूर्व चीन का युद्ध भारत हार चुका था। शास्त्रीजी ने अप्रत्याशित रूप से हुए इस युद्ध में राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं की थी। ताशकंद में पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री अयूब खान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त भारत रत्‍न से सम्मानित किया गया लाल बहादुर शास्त्री एक महान व्यक्ति थे । मुख्य रूप से मौजूद रहे ऐडवोकेट निखिल कुमार, सुधिस्त कुमार,शांति राम महतो , जॉयदीप पाण्डेय,पवन कुमार महतो, गौरव महतो,अजय मंडल , कृष्ण पद महतो, शशि भूषण महतो, आदि उपस्थित रहे
सरायकेला : इस बार बदलेगा ईचागढ़ ,देखने लगी ग्रामीणों चाहत, परिवर्तन का दौड़ने लगा लहर। स्थानीय विधायक की हो रहे मांगे। सुखराम हेंब्रम....
सरायकेला : जिला के  ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में सुखराम हेम्ब्रम ने महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर जनसंपर्क अभियान चलाया। उन्होंने नीमडीह, कुकड़ू प्रखंड, झिमड़ी, माहलीडीह, रुपड़ु और अन्य गांवों में लोगों से विचार-विमर्श किया और विधानसभा चुनाव के लिए समर्थन मांगा। लोगों ने उनका फूल वर्षा कर स्वागत किया और अपनी समस्याओं के बारे में बताया। सुखराम हेम्ब्रम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार ईचागढ़ विधानसभा चुनाव में बदलाव लाने की जरूरत है। उनके अभियान को लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है।