नसरल्लाह के दामाद के बाद अब इजरायल ने उसके भाई को बनाया निशाना, बनने वाला था हिजबुल्ला का नया चीफ
#israel_kills_nasrallah_brother_hashem_saifuddin
इजराइल क के बाद एक अपने दुश्मनों को मौत की नींद सुला रहा है। इजराइल ने अब हिजबुल्ला को एक और बड़ा झटका दिया है। दरअसल इडराइली हमले में हिजबुल्ला के होने वाले नए चीफ हाशेम सैफेद्दीन को निशाना बनाने की खबर सामने आई है। इजराइली मीडिया ने यह दावा किया है।टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना ने गुरुवार को बेरूत में सैफिद्दीन को निशाना बनाकर हमला किया।
अलजजीरा के मुताबिक इजराइली सेना ने जमीन के नीचे बने बंकर पर 11 मिसाइलें दागीं। यहां पर हिजबुल्लाह के टॉप अधिकारी बैठक कर रहे थे। इसमें सैफिद्दीन के भी शामिल होने वाला था।सैफिद्दीन 1982 से ही हिजबुल्लाह से जुड़ा हुआ था। पिछले सप्ताह नसरल्लाह के मारे जाने के बाद उसके हिजबुल्लाह चीफ बनाए जाने की चर्चा थी। वह रिश्ते में नसरल्लाह का ममेरा भाई है।
सैफुद्दीन अमेरिकी नीति का आलोचक रहा है। सैफुद्दीन को अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा साल 2017 में आतंकवादी घोषित किया गया था। हाशेम सैफुद्दीन भी अपने भाई नसरल्लाह की तरह ही एक मौलवी है, जो खुद को पैगंबर मोहम्मद के वंशज होने का दावा करता है और इसके लिए वो काली पगड़ी पहनता था। वो आमतौर पर अपनी सभा में हिजबुल्लाह का उग्रवादी रुख मजबूती से सामने रखता दिखाई देता था। सैफुद्दीन ने हाल ही में एक कार्यक्रम में मौजूद था, जहां उसने फिलिस्तीनी लड़ाकों को कहा कि हमारी बंदूकें और हमारे रॉकेट आपके साथ हैं।
इससे पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क के माजेह वेस्टर्न विला इलाके में इजराइली सेना के हमले में बुधवार को हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के दामाद हसन जाफर कासिर की मौत हो गई थी। इजरायल ने 27 सितंबर को हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को टारगेट करते हुए बेरूत में स्थित हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर बमों को बरसाया था। जिसमें की हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह और उसकी बेटी की मौत हो गई।


 
						
 
 





 बांग्लादेश में राजनीति और सत्ता में परिवर्तन के साथ ही अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं की सुरक्षा का मामला बेहद संवेदनशील हो उठा है।आँकड़ों की मानें तो शेख हसीना सरकार के सत्ता से हटने के बाद देश के 48 जिलों में हमले की 278 घटनाएँ हुई हैं।शेख़ हसीना सरकार के पतन और उनके देश से पलायन के बाद हिंदू समुदाय के लोग डर और आतंक के माहौल में दिन काट रहे हैं। इसको लेकर भारत भी कड़ी आपत्ति जता चुका है।वहीं, अब अमेरिका में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे नरसंहार को लेकर आवाज उठाई है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में आज सुबह लोग आसमान में एक विशाल बैनर को देखा गया। इस बैनर में लिखा था कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बंद होनी चाहिए। यह विशाल बैनर हडसन नदी के ऊपर और विश्व प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के ऊपर हवा में लहराते देखा गया।यह विशाल बैनर एक हवाई जहाज के पीछे बांधा गया था, जैसे ही हवाई जहाज न्यूयॉर्क के ऊपर से उड़ा तो आसमान में हिंदुओं पर अत्याचार का विशाल बैनर हवा में लहराता दिखाई दिया। बांग्लादेश मूल के हिंदू समुदाय के सितांशु गुहा ये बैनर लहराने वाले लोगों में शामिल हैं। सितांशु ने कहा कि लोगों में बांग्लादेशी हिंदुओं की मुश्किलों के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया था। 1971 में बांग्लेदाश बनने के बाद से ही वहां हिंदुओं के साथ नरसंहार शुरु हो गया। एक रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में लाखों हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। बांग्लादेश की हिंदू आबादी 1971 में 20% से घटकर आज केवल 8.9% रह गई है। हिंसा, दरिद्रता, लिंचिंग, नाबालिग लड़कियों के अपहरण और जबरन नौकरी से इस्तीफा देने की घटनाएं सामने आई हैं। बांग्लादेश में 2 लाख से अधिक हिंदू प्रभावित हुए हैं। साथ ही संपत्ति जब्त की गई है, जो देश में रहने वाले 13 से 15 मिलियन हिंदुओं के लिए एक गंभीर अस्तित्वगत खतरा है।
 बांग्लादेश में राजनीति और सत्ता में परिवर्तन के साथ ही अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं की सुरक्षा का मामला बेहद संवेदनशील हो उठा है।आँकड़ों की मानें तो शेख हसीना सरकार के सत्ता से हटने के बाद देश के 48 जिलों में हमले की 278 घटनाएँ हुई हैं।शेख़ हसीना सरकार के पतन और उनके देश से पलायन के बाद हिंदू समुदाय के लोग डर और आतंक के माहौल में दिन काट रहे हैं। इसको लेकर भारत भी कड़ी आपत्ति जता चुका है।वहीं, अब अमेरिका में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे नरसंहार को लेकर आवाज उठाई है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में आज सुबह लोग आसमान में एक विशाल बैनर को देखा गया। इस बैनर में लिखा था कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बंद होनी चाहिए। यह विशाल बैनर हडसन नदी के ऊपर और विश्व प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के ऊपर हवा में लहराते देखा गया।यह विशाल बैनर एक हवाई जहाज के पीछे बांधा गया था, जैसे ही हवाई जहाज न्यूयॉर्क के ऊपर से उड़ा तो आसमान में हिंदुओं पर अत्याचार का विशाल बैनर हवा में लहराता दिखाई दिया। बांग्लादेश मूल के हिंदू समुदाय के सितांशु गुहा ये बैनर लहराने वाले लोगों में शामिल हैं। सितांशु ने कहा कि लोगों में बांग्लादेशी हिंदुओं की मुश्किलों के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया था। 1971 में बांग्लेदाश बनने के बाद से ही वहां हिंदुओं के साथ नरसंहार शुरु हो गया। एक रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में लाखों हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। बांग्लादेश की हिंदू आबादी 1971 में 20% से घटकर आज केवल 8.9% रह गई है। हिंसा, दरिद्रता, लिंचिंग, नाबालिग लड़कियों के अपहरण और जबरन नौकरी से इस्तीफा देने की घटनाएं सामने आई हैं। बांग्लादेश में 2 लाख से अधिक हिंदू प्रभावित हुए हैं। साथ ही संपत्ति जब्त की गई है, जो देश में रहने वाले 13 से 15 मिलियन हिंदुओं के लिए एक गंभीर अस्तित्वगत खतरा है।
 
 संवेदनशील हो उठा है।आँकड़ों की मानें तो शेख हसीना सरकार के सत्ता से हटने के बाद देश के 48 जिलों में हमले की 278 घटनाएँ हुई हैं।शेख़ हसीना सरकार के पतन और उनके देश से पलायन के बाद हिंदू समुदाय के लोग डर और आतंक के माहौल में दिन काट रहे हैं। इसको लेकर भारत भी कड़ी आपत्ति जता चुका है।वहीं, अब अमेरिका में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे नरसंहार को लेकर आवाज उठाई है।
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Oct 04 2024, 11:56
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