+2 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डोभी का उद्घाटन, डीपीओ ने फीता काटकर किया

गया/डोभी। डोभी नगर पंचायत क्षेत्र स्थित +2 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डोभी का उद्घाटन डीपीओ गोपाल कृष्ण ने फीता काटकर किया।इस दौरान डीपीओ ने भवन का निरीक्षण किया।

उद्घाटन के बाद बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखें फिर बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। डीपीओ ने बताया प्लस टू कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौवीं से 12वीं कक्षा के 100 बच्चियों को निशुल्क शिक्षा के लिए नामांकित किया जाना है।पठन- पाठन के साथ छात्राओं को तमाम व्यवस्थाएं बिहार सरकार एवम भारत सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। समाज के वंचित वर्ग के लोगों को बच्चियों को मुख्य धारा में आने के लिए भारत सरकार एवं बिहार सरकार का प्रयास काफी अच्छा है।

उपस्थित लोगों से डीपीओ ने अपील किया कि अपने बच्चियों को यहां पढ़ाएं। +2 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डोभी में वार्डेन के रूप में श्रद्धा श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया है। इसमें अभी 25 बच्चियों का नामांकन किया गया है। इस कार्यक्रम के दौरान वार्डेन अर्चना कुमारी, विभिन्न विद्यालय के शिक्षक, छात्राएं सहित अन्य लोग मौजूद थे।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

डोभी में एक तालाब से मिला एक महिला का शव, पुलिस ने किया बरामद, पोस्टमार्टम के लिए भेजा

गया/डोभी। जिले के डोभी थाना क्षेत्र के डोभी गया सड़क मार्ग स्थित अठ्ठासी बीघा तालाब के समीप एक महिला का शव डोभी पुलिस ने बुधवार के सुबह बरामद किया है।

महिला की पहचान बजौरा पंचायत अंतर्गत जोल बीघा गांव के समीप मिस्त्री टोला के किशोर यादव की 23 वर्षीय पत्नी रेणु देवी के रूप में हुई है। इस घटना के बाद शव की पहचान को लेकर काफी संख्या में लोगों की भीड़ काफी देर तक जुटी रही। पहचान के बाद डोभी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गया मगध मेडिकल कॉलेज भेजा है।

आसपास के लोगों का कहना है। मृतक महिला घास गढ़ने के लिए उक्त स्थल पर आई थी। घटना स्थल से उक्त महिला का चप्पल,हसुआ एवं टोकरी भी मिला है।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार

गया में 16 दिवसीय चल रहे पितृपक्ष मेला आज हो गया समापन: इस वर्ष गयाजी में आये 22 लाख तीर्थ यात्री, 1 लाख से ऊपर पैकेजिंग कराकर दिया गया गंगाजल

गया। बिहार के गया में 17 सितंबर से चल रहे 16 दिवसीय पितृपक्ष मेला का आज समापन हो गया। इस वर्ष का पितृपक्ष मेला काफी ऐतिहासिक मेला साबित हुआ है। जिला प्रशासन की ओर से लगभग 3 महीना पहले से ही पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के लिए हर स्तर पर तैयारी की गई थी, जिसका परिणाम रहा कि पितृपक्ष मेला में 22 लाख से अधिक संख्या में आए तीर्थ यात्री ने सरकार एवं प्रशासन को प्रशंसा की और धन्यवाद दिया है। जिला प्रशासन द्वारा हर जगह पर तीर्थ यात्रियों को पूरी मदद, सेवा भाव एवं समर्पण के साथ उनका सहयोग देने का कार्य किया है।

पितृपक्ष मेला को सफल बनाने में तमाम पदाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, सफाई कर्मियों, स्वयं सेवी संस्थानों, समाजसेवियों, NCC, NSS के बच्चे, स्काउट गाइड के बच्चे, नेहरू युवा केन्द्र के वोलेंटियर, विभिन्न मीडिया हाउस के प्रतिनिधियों सहित अन्य सभी लोगो के साथ साथ गया जिला वासियों को इस वर्ष पितृपक्ष मेला को ऐतिहासिक बनाने, स्मरणीय बनाने तथा यादगार बनाने के साथ साथ सफल बनाने में जो भी योगदान किया है, जिन्हें मैं धन्यवाद देता हूं। इस वर्ष का मेला सालो साल इतिहास के रूप में याद किया जाएगा। देश विदेश से आए पिंडदानी गया जिला के साथ-साथ बिहार का अच्छा छवि लेकर घर वापस लौटे। सभी यात्रियों ने इस वर्ष के मेले की व्यवस्थाओं से काफी खुश दिखे और इस आयोजन के माध्यम से बिहार एवं गयाजी के छवी और बेहतर होगी ऐसा मेरा भरोसा है. पितृपक्ष मेला के अवसर पर 22 लाख से अधिक तीर्थयात्री गया जी आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान किया है साथ ही लगभग 25 से अधिक विदेशी पिंडदानी जो रसिया, फ्रांस, जर्मनी, साउथ अफ्रीका सहित अन्य देशों से आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान किए हैं। विदेशी पिंडदानी ने भी कहा कि जिस फल्गु नदी में पानी नहीं होती थी, वहां अब लबालब पानी देखने को मिल रहा है। गया जी डैम बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र बना है। पहले पिंडदानी गड्डा खोदकर पानी निकालकर तर्पण करते थे। अभी लबालब पानी मे यात्री तर्पण कर काफी संतुष्ट हो रहे हैं।

पितृपक्ष मेला 2024 समापन संबंधित सारांश

◆ इस वर्ष गयाजी आये कुल तीर्थ यात्रियों की संख्या- 22 लाख 

◆ वर्ष 2023 में गयाजी आए तीर्थ यात्रियों की संख्या- 15 लाख

◆ वर्ष 2022 में गयाजी आए तीर्थ यात्रियों की संख्या- 13 लाख

◆ इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर निशुल्क अवसान प्रदान किए गए इसमें लगभग डेढ़ लाख (1.5 लाख) तीर्थयात्री अवसान किए हैं।

◆ विभिन्न स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से 82 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है।

◆ निशुल्क ई रिक्शा का लाभ 3 लाख 20 हजार तीर्थयात्रियों ने लिया है।

◆ गयाजी आये तीर्थ यात्रियों को गंगाजल का पाउच पैकेजिंग कराकर 1 लाख से ऊपर यात्रियों के बीच वितरित करवाया गया है।

◆ बुजुर्ग एवं दिव्यांग तीर्थ यात्रियों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा रखी गई थी, व्हीलचेयर लगभग 2000 तीर्थयात्रियों ने प्रयोग किया है।

◆ घाटों पर तीर्थयात्री अपने परिजन से बिछड़ जाते हैं इसे लेकर खोया पाया सेल बनाया गया था, इस सेल के माध्यम से 470 तीर्थ यात्रियों को उनके परिजन से मिलने का कार्य किया गया है।

◆ आईवीआरएस सिस्टम /शिकायत नियंत्रण कक्ष के माध्यम से 940 से ऊपर समस्याओं को निदान करवाया गया है।

◆ पिंडदान मोबाइल एप लगभग 2700 से अधिक तीर्थ यात्रियों ने इसका भरपूर मदद उठाया है।

◆ विभिन्न सहायता केंद्र द्वारा सहयोग लेने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या 3400 है।

    

इसके अलावा इस वर्ष लोकार्पित विष्णुपथ भी यात्रियों के लिये काफी मददगार साबित हुई है। अब विष्णुपद एरिया पूरी तरह कॉरिडोर के रूप में विकसित हुआ है। सरकार एवं माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुरूप पितृपक्ष मेला को हर वर्ष नए नए ऊँचे आयाम तक पहुंचाया जा रहा है। इस वर्ष मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में गयाजी आये तीर्थयात्रियों के लिये गंगाजल को पाउच में पैकिंग करवाकर उपहार स्वरूप उन सभी के बीच वितरित करवाने का कार्य किया गया है। गंगाजल आस्था का प्रतीक है इसके लिए सभी तीर्थ यात्रियों ने राज्य सरकार को कोटि-कोटि धन्यवाद भी दिया है।

    

इसके अलावा इस वर्ष टेंट सिटी में रहने वाले तीर्थ यात्रियों को पीने के लिए गंगा जल भी उपलब्ध कराया गया है साथ ही विष्णु पद मंदिर के समीप प्याऊ तथा देवघाट एवं सीता कुंड में प्याऊ के माध्यम से आए हुए सभी तीर्थ यात्रियों को गंगाजल पिलाने का कार्य' बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किया गया था, साथ ही गया बोधगया एव सभी पिंड वेदियों तक गंगाजल पहुँचाया गया है। इस व्यवस्था को लेकर देश-विदेश से आए सभी तीर्थ यात्रियों ने काफी सराहा है। जिला प्रशासन एव पंडा समाज द्वारा पितृपक्ष मेला के अवसर पर 01 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के बीच गंगाजल का वितरण किया गया है। पितृपक्ष मेला के अवसर पर गांधी मैदान में बनाए गए टेंट सिटी में तीर्थ यात्रियों को निशुल्क सभी व्यवस्था उपलब्ध करवाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। यहां जो भी पिंडदानी रहने आए उन सभी ने सरकार एवं प्रशासन का सराहना किया है। टेंट सिटी में जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल, सुधा के काउंटर भी लगाए गए थे। 'टेंट सिटी में लगभग 15000 से ऊपर तीर्थ यात्रियों ने आवासन किया है।

विगत 3-4 वर्षों से मेला का स्वरूप में बड़ी बदलाव हुई है। तीर्थ यात्रियों को जगह-जगह पर निशुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था रखकर उन्हें यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई। विशेष रूप से विष्णुपद मंदिर से चांद चौराहा एवं विष्णुपद मंदिर से बंगाली आश्रम तक नो व्हीकल जोन बनाकर यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में ई रिक्शा की व्यवस्था रखी गई। इस व्यवस्था को लेकर सभी तीर्थ यात्रियों ने काफी सराहा है एवं भरपूर ई रिक्शा का प्रयोग किया है। लगभग 3 लाख 20 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने निःशुल्क ई रिक्शा का लाभ लिया है। मंदिर परिसर में यात्री अच्छे तरीके से भगवान का दर्शन करें इसके लिए क्यू सिस्टम बनाकर यात्रियों को कतारबद्ध रूप से गर्वगृह में प्रवेश करवाया गया, जिससे भगदड़ जैसी कोई भी स्थिति उत्पन्न नही हुई। अब शतप्रतिशत तीर्थयात्री भगवान का दर्शन कर पा रहे हैं। क्यू सिस्टम बनने से कोई भी श्रद्धालु भगवान के दर्शन से वंचित नहीं रह पाये।

मेला क्षेत्र के विभिन्न संकीर्ण गलियों एवं मंदिर परिसर के चिन्हित बिंदुओं पर वॉकी-टॉकी के साथ पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया था ताकि अत्यधिक भीड़ बढ़ने पर अलग-अलग स्पॉट पर भीड़ की कैसी स्थिति है इसका पूरा निगरानी हो सके। और भीड़ नियंत्रण कर सके। दूर दराज से आए सभी पिंड दानियों को स्वास्थ्य सुविधा की पूरी मुकम्मल व्यवस्था इस बार रखी गई। सिविल सर्जन एवं उनके स्तर पर निरंतर इसकी जांच एवं समीक्षा की गई। कहीं भी कोई भी छोटी से छोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा क्विक रिस्पांस दिया गया। पूरे 17 दिनों में 67 स्वास्थ्य शिविर में 82540 से अधिक तीर्थयात्री चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा 255 तीर्थ यात्रियों को कैंप में रखकर जरूरी उपचार यथा स्लाइन पानी चढ़ाना, बैंडेज इत्यादि का इलाज किया गया। इसके अलावा 198 तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य शिविर से बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल, जयप्रकाश नारायण अस्पताल सहित अन्य डेडीकेटेड बनाए गए अस्पतालों में रेफर किया गया। इसके अलावा बीटीएमसी बोधगया द्वारा भी महाबोधि मंदिर के समीप निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाए गए थे जिसमें 15 प्रकार की दवाइयां रखी गयी थी और 3 हजार से ऊपर की संख्या में उपचार किये गए थे।

फूड इंस्पेक्टर की टीम बनाकर निरंतर मेला क्षेत्र के विभिन्न दुकानों प्रतिष्ठानों में दूषित खाना का जांच करवाया गया, जिसमें 344 दुकानों में छापेमारी की गई उसमें 362 फूड सैंपल संग्रह किये गए तथा जांच हेतु सैंपल को लैब में भेजा गया, जांच रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। तीर्थयात्री के छोटी-छोटी सुविधाओं पर विशेष ध्यान इस वर्ष रखा गया है। तीर्थयात्री जब भगवान के दर्शन करने जाने पर अपने जूते चप्पल को एक जगह सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 3 अलग-अलग स्थान पर चप्पल जूता स्टैंड बनवाया गया, जहां विभिन्न स्वयंसेवी संस्था द्वारा इसका संचालन किया गया। अनेकों तीर्थ यात्री इसका भरपूर लाभ उठाएं। विष्णुपद मंदिर दर्शन करने आने वाले अति बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को विशेष रूप से व्हीलचेयर की सुविधा इस वर्ष उपलब्ध कराई गई। पूरे मेला अवधि में लगभग 2 हजार तीर्थ यात्रियों को व्हीलचेयर की सुविधा मुहैया कराई गई।

देवघाट पर बनाए गए नियंत्रण कक्ष में लगभग 470 तीर्थ यात्रियों को खोया पाया काउंटर के माध्यम से उनके परिजन से मिलाने का कार्य किया गया है। इसके अलावा संवास सदन नियंत्रण कक्ष में बनाए गए आईवीआरएस सिस्टम के तहत 940 से अधिक कॉल्स तीर्थ यात्रियों का सीधे पदाधिकारी से संपर्क स्थापित कराकर उनके आवश्यक सुविधा के बारे में जानकारी ली। विभिन्न तालाबों एवं सरोवर में एसडीआरएफ एवं गोताखोर के टीम द्वारा लगभग 20 से ऊपर रेस्क्यू ऑपरेशन कर तीर्थ यात्रियों को सहायता प्रदान किया है। इस पितृपक्ष मेला के दौरान नदी तालाबो में बढ़े हुए जलस्तर को लेकर एसडीआरएफ एव गोताखोरों की संख्या को बढ़ाया गया था, साथ ही हर नदी तालाब में नाव सहित टीम को रखा गया था, जिसके कारण से डूबने जैसी कोई समस्या नहीं हुई।

इस वर्ष पितृपक्ष मेला में पहली बार निर्बाध बिजली आपूर्ति के साथ-साथ मेला क्षेत्र में कहीं भी लो वोल्टेज की समस्या नहीं आने के उद्देश्य से मेला क्षेत्र के अलग-अलग स्थान पर जरूरत के अनुसार अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगवाए गए थे। साफ सफाई के क्षेत्र में भी काफी उत्कृष्ट कार्य नगर निगम द्वारा किए गए हैं। नदी के पानी को स्वच्छ रखने के लिए पर्याप्त सफाई कर्मी द्वारा जाल के साथ पानी से यत्र तत्र पूजन सामग्री को लगातार साफ करने का कार्य किए हैं। इसके अलावा मेला क्षेत्र, टेंट सिटी एवं सभी आवासन स्थल में डेंगू से बचाव हेतु विशेष रूप से फोगिंग की व्यवस्था रखी गई थी। नगर निगम द्वारा पूरे मेला क्षेत्र को 5 जोन अन्यर्गत 61 सेक्टर में बाटते हुए सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई है। सफाई व्यवस्था में 1200 सफाई कर्मी तीन पालियों में लगाए गए थे, इसके अलावा सफाई की निगरानी हेतु 30 पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी, 80 की संख्या में सीएनजी वाहन के माध्यम से पिंड सामग्रियों को डिस्पोज में लगाई गई थी।

विष्णुपद मंदिर गर्वगृह में यात्रियों को कोई फिसलन ना हो इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रांगण एवं मंदिर परिसर में लगातार साफ सफाई की व्यवस्था करवाई गई है। इस वर्ष किसी भी तीर्थ यात्रियों को फिसलन जैसी कोई समस्या नहीं हुई। पितृपक्ष मेला प्रारंभ होने के पहले से प्रशासन का एक प्रमुख चौलेंज था, यातायात को सुगम रखना। पितृपक्ष मेला के पहले विभिन्न मुख्य सड़कों को युद्ध स्तर पर मरम्मत करवाए गए थे एव नए सिरे से कुछ सड़कों का निर्माण भी करवाए थे, जिसमें मुख्य रूप से चांद चौरा से विष्णुपद मंदिर तक, पिता महेश्वर की मुख्य सड़क, रामशिला प्रेतशिला की मुख्य सड़क तथा घुगड़ी ताड़ बाईपास सड़क को नए सिरे से पितृपक्ष मेला के पहले बनवाने का कार्य पूर्ण किया गया था, ताकि देश विदेश से आने वाले लाखों लाख तीर्थ यात्रियों को आवागमन में कोई समस्या नहीं हो।

उन्होंने कहां की पितृपक्ष मेला में हर एक तिथि के अनुसार सभी अपने-अपने पिंड वेदी स्थल का धार्मिक आस्था की दृष्टिकोण से एक अलग महत्व है। इन सभी चीजों को देखकर उक्त तिथियों पर अतिरिक्त पदाधिकारी का डेप्लॉयमेंट, पुलिस की डेप्लॉयमेंट एवं सफाई व्यवस्था रखी जाती थी ताकि तीर्थ यात्रियों को कहीं कोई समस्या नहीं हो। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 43 जोन में विभक्त कर कुल 324 सेक्टर में बाँटते हुए प्रशासनिक दृष्टिकोण से सभी व्यवस्थाएं मुकम्मल कराई गई थी।

भविष्य के लिए गयाजी के विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गयाजी धर्मशाला का निर्माण तुरन्त ही शुरू होनेवाला है। इसमें निशुल्क आवासन की क्षमता बढ़ेगी। विष्णुपद मंदिर एवं विष्णुपथ एवं सीतापथ में जानेवाले यात्रियों के लिए पार्किंग स्थल का निर्माण घुघरीटाँड़ के दोनो तरफ निर्माण कार्य शुरू होगा। मनसरवा नाला के उपर सड़क का निर्माण, वैकल्पिक मार्ग का मजबूतीकरण एवं चौड़ीकरण इसी साल प्रारम्भ हो जायेगा। ऐसा उम्मीद है इन कार्यों से 2025 का पितृपक्ष मेला और बेहतर रूप प्रदान करेगा।

राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने लेधी गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जयंती मनाया गया

गया। राष्ट्रीय लोक मोर्चा जिला गया द्वारा आज बाराचट्टी विधानसभा के मोहनपुर प्रखंड के लेधी गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जयंती मनाया गया। इस अवसर पर पार्टी द्वारा चल रहे सदस्यता महापर्व में पार्टी के विचारों से सहमत होकर सैकड़ों लोगों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया।

इस अवसर पर पार्टी के अनुसूचित जाति के जिला अध्यक्ष जितेंद्र पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रोफेसर गोपाल शरण, जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता टिंकू कुशवाहा उपस्थित हुए। मौके पर उपस्थित इमामगंज विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी प्रोफेसर जितेंद्र पासवान ने लोगो को भरोसा दिलाते हुए बोले कि पूरे गया जिला में दस विधानसभा क्षेत्र है जिसमें बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र सबसे पिछड़ा हर क्षेत्र में है। श्री पासवान ने स्थानीय प्रतिनिधि पर तंज कसते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री और माननीय प्रधानमंत्री का हर घर सड़क और हर घर बिजली का योजना चल रही है उसके बावजूद भी बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में एक भी सड़क ठीक नहीं है।

युवाओं को उचित भागीदारी चाहिए तो करनी होगी राजनीति : टिंकू कुशवाहा

मौके पर उपस्थित जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता टिंकू कुशवाहा ने युवाओं को आह्वान करते हुए बताया कि आप सभी की हर क्षेत्र में उचित भागीदारी तभी मिलेगी जब आप पार्टी और संगठन से जुड़कर काम करेंगे। और अगर युवा अपने अपने हक अधिकार के लिए चिंतित है तो उन्हें राजनीति करनी होगी बिना राजनीति के कुछ भी संभव नहीं है।

साथ ही पार्टी में सदस्यता ग्रहण करने वालों में धर्मेंद्र कुशवाहा, शंभू कुशवाहा, राकेश कुशवाहा, मुकेश कुशवाहा, रविरंजन कुशवाहा, पप्पू कुशवाहा, अभय कुशवाहा, विजय कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, उपेंद्र कुशवाहा, योगेंद्र कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, सुनील कुशवाहा, उज्ज्वल कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा, सहदेव कुशवाहा, गौतम कुमार, वाल्मीकि कुमार, विनोद कुमार, दिनेश कुशवाहा सहित सैकड़ों लोगों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया एवं पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लिया।

राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने लेधी गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जयंती मनाया

कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट के द्वारा गांधी एवं शास्त्री जयंती पर 200 गरीब बस्ती में नये वस्त्र, फल और अन्य सामग्री का किया गया वितरण

गया। स्वयंसेवी संस्था कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट कुजापी के द्वारा गांधी एवं शास्त्री जयंती के मौके पर आजाद बिगहा (परैया) में लगभग 200गरीबों और मलिन बस्ती में जाकर नये वस्त्र, फल , साबुन एवं पेस्ट वितरण किया गया।

"स्वच्छ भारत अभियान" का मुख्य उद्देश्य भारत में स्वच्छता की अद्भुतता को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत लोगों को जागरूक किया गया कि अपने घरों, सड़कों और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखना है। गांधी जयंती के दिन यह अभियान चलाया जाता है। बच्चों को स्कूल जाने और पढने के लिए प्रेरित भी किया गया जिससे सभी बच्चे हर दिन स्कूल जाये और अच्छी शिक्षा प्राप्त करें।

इस मौके पर संस्था के संरक्षक प्रवीण रंजन गांधी , अध्यक्ष नवीन रंजन, सदस्य बिरेंद्र कुमार, अविनाश केसरी, कृष्णा मांझी, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय से शोधार्थी मनोज कुमार, रवि कुमार, कृष्णा कुमार, आर्यन , मो० शहादत , अंकित एवं हर्ष आदि का सराहनीय योगदान रहा।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में निजी माइक्रो फाइनेंस बैंक में घुसे लुटेरे: हथियार के बल पर लाखों कैश लेकर फरार, तीन को मारी गोली, दो अन्य भी घायल

गया। बिहार के गया में निजी माइक्रो फाइनेंस बैंक में हथियार से लैस रहे अपराधियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है. माइक्रोफाइनेंस कंपनी आरबीएम फ्यूचर निधि के दफ्तर में घुसे अपराधियों ने लाखों की कैश की लूट कर ली. अपराधी आधा दर्जन से अधिक की संख्या में आए थे. सबसे पहले उन्होंने आईबीएम फ्यूचर निधि नाम की माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को हथियार के बल पर कब्जे में ले लिया. इसके बाद सभी के मुंह पर टेप चिपका दिया.

अपराधियों ने हथियार के बल पर माइक्रोफाइनेंस कंपनी के ऑफिस में रहे सारे कैश लूट लिए. अपराधी जब भागने लगे, तो लोगों ने शोर मचाया. चोर-चोर का शोर हुआ तो अपराधियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. इस क्रम में तीन को गोली लगी है. तीनों को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, दो अफरातफरी में दो और लोग भी घायल बताए जाते हैं. अपराधी मौके से भाग निकलने में सफल रहे हैं. वहीं, घटना की जानकारी के बाद गया एसएसपी आशीष भारती ने खुद मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन की है और एसआईटी का गठन कर दिया है.

गया में माइक्रोफाइनेंस कंपनी के दफ्तर में डकैती 

गया जिले के बुनियादगंज थाना अंतर्गत खनजहांपुर में स्थित आईबीएम फ्यूचर निधि नाम की माइक्रो फाइनेंस कंपनी के दफ्तर में डकैती की घटना हुई है. अपराधी सुबह के करीब 10:00 बजे आधा दर्जन से अधिक की संख्या में पहुंचे थे. सभी हथियार से लैस थे. अपराधियों ने आईबीएम फ्यूचर निधि के दफ्तर में घुसते ही सभी कर्मियों को हथियार के बल पर कब्जे में ले लिया. कब्जे में लेकर उनके मुंह पर टेप चिपका दिया. इसके बाद आराम से लूट की घटना करने लगे. काफी देर तक हथियार के बल पर कब्जे में रख लूट की वारदात को अंजाम दिया गया.

भागने लगे तो शोर मचाया, ताबङतोड़ गोलीबारी में तीन घायल

वही, जब अपराधी भागने लगे तो कुछ लोगों ने शोर मचा दिया. चोर- चोर का शोर होते ही अपराधी घबराए और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. कई राउंड फायरिंग की, जिसमें तीन को गोली लग गई है. वहीं दो अन्य के भी गोलीबारी होने की अफरातफरी में चोट लगने से घायल हो जाने की खबर है.

माइक्रोफाइनेंस कंपनी का डायरेक्टर भी घायल 

जानकारी के अनुसार इस घटना में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के डायरेक्टर रणविजय शर्मा भी घायल हो गए हैं. गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की छानबीन में जुट गई है. हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. वैसे, यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गया है.

लूट का लाइव वीडियो आया सामने

वही, लूट का लाइव वीडियो सामने आ गया है, जिसमें अपराधी दिख रहे हैं. सीसीटीवी में साफ दिख रहा है, कि कुछ अपराधी अपने चेहरे को ढक कर रखे हैं तो कुछ अपराधी ऐसे ही है. सभी अपराधी लूटपाट करने में जुटे हुए हैं. माइक्रो फाइनेंस कंपनी के दफ्तर में रहे सभी दराज को अपराधी खंगाल रहे हैं. बताया जा रहा है कि तकरीबन 5 लाख के आसपास कैश की लूट हुई है. हालांकि कितने कैश की लूट हुई है, यह अभी आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं किया जा सका है.

लूट की वारदात सीसीटीवी में कैद 

वहीं, लूट की वारदात का सीसीटीवी सामने आया है. आधा दर्जन की संख्या में अपराधी आए थे. अपराधियों ने आते ही फाइनेंस कंपनी के कर्मियों को कब्जे में ले लिया. हथियार के बल पर काफी देर तक कब्जे में रखा और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया. एक-एक दराज को खंगाल डाला. इस संबंध में माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मी परमानंद कुमार ने बताया कि लूटपाट की घटना करने के बाद अपराधी भाग रहे थे, कि इसी क्रम में चोर- चोर का शोर हुआ और अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें माइक्रोफाइनेंस कंपनी के डायरेक्टर रण विजय शर्मा समेत तीन को गोली लगी है. वहीं, लाखों का कैश अपराधी लूटकर फरार हो गए.

तीन घायल अस्पताल में हुए हैं भर्ती

वह, इस संबंध में मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर के के सिन्हा ने बताया कि तीन लोगों को गोली लगी है, जो अस्पताल में भर्ती हैं. किसी बैंक में लूट के क्रम में इस तरह की बात सामने आई है. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गोली लगने से घायल हुए लोगों का इलाज किया जा रहा है.

घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी

वहीं, घटना की जानकारी के बाद गया एसएसपी आशीष भारती मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन की है. बताया गया है कि घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी मौके पर पहुंचे. एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एसआईटी गठित कर दी है. एसएसपी के द्वारा खुद इस घटना के बाद माइक्रो फाइनेंस बैंक एवं नजदीकी दुकानों में लगे सीसीटीवी का भी अवलोकन किया गया. फिलहाल एसएसपी ने एसआईटी गठित की है, जो मामले के खुलासे में जुट गई है और अपराधियों की तलाश कर रही है.

माइक्रो फाइनेंस बैंक में हुई है लूट की घटना, जल्द होगा होगी अपराधियों की गिरफ्तारी: एसएसपी

निजी माइक्रो फाइनेंस बैंक में लूट की घटना हुई है. इस मामले की छानबीन की जा रही है. घायलों को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की छानबीन की जा रही है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करते हुए संलिप्त सभी अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

फल्गु नदी में स्काउट एंड गाइड के 6 कैडेट्स डूबे: दो की मौत, एक लापता, डीएम ने कहा- ये बच्चे स्काउट गाइड के हैं, परंतु ड्यूटी में नही थे

गया। बिहार के गया में पितृपक्ष मेले में ड्यूटी कर रहे स्काउट एंड गाइड के कैडेट्स की डूबने की खबर है. घटना की जानकारी के बाद एसडीआरएफ की टीम रेसक्यू में जुट गई है. 6 कैडेट्स डूब गए हैं जिसमें दो की मौके पर मौत हो गयी है. एक लापता है जिसकी तलाश की जा रही है. तीन कैडेट्स को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.

मृतकों में रिया कुमारी 17 वर्ष बेलागंज स्टेशन निवासी, आलोक कुमार 16 वर्ष बेलागंज वजनपुरा निवासी शामिल है. तीन गंभीर हालत में मेडिकल भर्ती कराए गए हैं जिसमें नैसी कुमारी 17 साल मुफस्सिल थाना अंतर्गत मुफस्सिल ब्लॉक, 16 वर्षीय मुफस्सिल थाना के खंजहापुर की मनीषा कुमारी, विकास कुमार 22 शामिल है.

घटना संगम घाट के समीप की बताई जाती है. विष्णुपद सीता कुंड से कुछ दूरी पर है यह हादसा हुआ है. मृतका रिया के जीजा दीपक कुमार ने बताया कि स्काउट गाइड की एक महिला हेड पिंडदान कर रही थी. इसी दौरान रिया फूल माला दे रही थी. उसका पैर फिसल गया और डूबने लगी. उसे बचाने के क्रम में गए अन्य कैडेट्स भी डूबने लगे.

यह घटना कैसे हुई इसके बारे में भी पता नहीं चल रहा है. संगम घाट के समीप स्काउट एंड गाइड के छात्र कैसे पहुंचे यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है. इसको लेकर छानबीन की जा रही है. एक लापता कैडेट की तलाश जारी है. घटना के बाद से संगम घाट पर अफरा-तफरी का माहौल है.

पुलिस ने की घटना की पुष्टिः घटना को लेकर गया पुलिस ने सोशल मीडिया X पर घटना की पुष्टि की है. गया पुलिस का कहना है कि रबड़ डैम के उत्तरी तरफ नहाने के लिए गए कुछ बच्चे पानी में डूब गए. प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को तत्क्षण घटनास्थल पर भेजा गया. टीम की सहायता से पांच बच्चों को फल्गु नदी से बाहर निकाला गया, दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया तथा तीन बच्चों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है. एक और के डूबने की खबर है, जिसकी तलाश जारी है.

17 सितंबर से गया में पितृपक्ष मेला चल रहा है. बुधवार 2 अक्टूबर को अंतिम दिन है. मेला में बिहार के साथ साथ अन्य राज्य और देश-विदेश से तीर्थयात्री अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए पहुंच रहे हैं. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए पुलिस बल और स्काउट एंड गाइड के कैडेट्स को भी ड्यूटी पर लगायी गयी है.

गया के जिलाधिकारी ने कही यह बातें

■ ये बच्चे स्काउट गाइड के हैं, परंतु ड्यूटी में नही थे।

■ ये बच्चे नदी में निजी तौर पर नहाने आये थे।

■ पितृपक्ष मेला क्षेत्र के बाहर की घटना है, इसीलिये पितृपक्ष मेला के साथ जोड़कर नही दिया जाए।

■ मृतक के परिजनों को आज ही 4-4 लाख रुपया मुआवजा भी दिया जा रहा है।

रिपोर्ट; मनीष कुमार।

जय श्री कृष्ण जय श्री राधे--------------------------------- ✒️योगी गुरुजी (आध्यात्मिक गुरु) गयाजी धाम( बिहार)

सर्वपितृ श्राद्ध अमावस्या 2024

आश्विन माह की अमावस्या को ही सर्वपितृ अमावस्या भी कहते हैं। सर्वपितृ अमावस्या के दिन तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि करना चाहिए। दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए यह अनुष्ठान किया जाता है। हर साल श्राद्ध पक्ष में पितरों का तर्पण किया जाता है। पंचांग के अनुसार, 2024 में श्राद्ध पक्ष 17 सितंबर को भादो महीने की पूर्णिमा के दिन आरंभ हुआ था जो 2 अक्तूबर यानी आश्विन महीने की अमावस्या तक रहेगा। आश्विन माह की अमावस्या को ही सर्वपितृ अमावस्या भी कहते हैं। सर्वपितृ अमावस्या के दिन तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि करना चाहिए। दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए यह अनुष्ठान किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस महान अनुष्ठान के बिना पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है। इसलिए हर साल पितृ पक्ष के दौरान लोग सच्चे मन से श्राद्ध पूजा करते हैं। 

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सर्वपितृ अमावस्या कब है?

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वैदिक पंचांग के अनुसार आश्विन माह में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की यह अमावस्या तिथि 1 अक्टूबर 2024 को प्रातः 9:34 बजे प्रारंभ होकर 2 अक्टूबर 2024 को 24:18 बजे समाप्त होगी। उदयतिथि के अनुसार 2 अक्टूबर को अमावस्या की पूजा होगी। इस दिन कुतुप मुहूर्त सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:24 बजे तक है। उसके बाद रोहिण मुहूर्त दोपहर 12:34 बजे से दोपहर 1:34 बजे तक होगा। कुतुप और रोहिण मुहूर्त के अलावा दोपहर में तर्पण करना भी शुभ माना जाता है। दरअसल, तर्पण पूजा दोपहर में ही होती है। मान्यता है कि दोपहर के समय किया गया तर्पण पितरों द्वारा स्वीकार किया जाता है। सर्वपितृ अमावस्या में तर्पण का मुहूर्त 2 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट से अपराह्न 3:43 बजे तक है। 

अमावस्या पर किनका श्राद्ध करते हैं?

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सर्वपितृ अमावस्या के दिन सभी पितरों का श्राद्ध करना शुभ होता है। जिन लोगों की मृत्यु तिथि आपको ज्ञात नहीं है, उनका श्राद्ध भी सर्वपितृ अमावस्या के दिन किया जा सकता है।

जिलाधिकारी ने सात निश्चय पार्ट वन और पार्ट 2 के विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक की: जिले को रैंकिंग में बढ़ोतरी लाने पर दिए यह निर्देश
गया। समाहरणालय सभाकक्ष में ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में सात निश्चय पार्ट वन एवं सात निश्चय पार्ट 2 के विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक शाम 4 बजे की गई। समीक्षा बैठक करते हुए जिलाधिकारी ने डीआरसीसी मैनेजर को निर्देश दिया की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता एवं कौशल युवा प्रोग्राम में ज्यादा से ज्यादा छात्रों को लाभ पहुंचाने हेतु कार्य करें।  इसके लिए विस्तार से साप्ताहिक कार्य योजना तैयार करें एवं उसी अनुरूप कार्य करें ताकि जिले का रैंकिंग में बढ़ोतरी हो सके और अधिक से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने स्वयं सहायता योजना के तहत लोगों को लाभ दिलाने के लिए सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के पास वेरिफिकेशन कराने हेतु आवेदन भेजे जाते हैं, उसे तेजी से वेरीफाई करते हुए प्रतिवेदन समर्पित करवाये। कौशल युवा प्रोग्राम के तहत जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा विभाग की पूरे जिम्मेदारी है कि छात्रों का निबंध करने में तेजी लाये। इसके लिए व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार की अत्यंत आवश्यकता है। सभी उच्च विद्यालयों के सभी प्रचार प्रसार करवाये। हर खेत तक सिंचाई पानी की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता जल संसाधन एवं सिंचाई प्रमंडल को निर्देश दिया है कि सिंचाई क्षमता का विकास हेतु चयनित योजनाओं को तेजी से क्रियान्वयन करावे। उन्होंने लघु जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी को भी निर्देश दिया की आहर, पइन, चेक डैम का निर्माण करने में तेजी लावे ताकि अधिक से अधिक पानी का संचयन किया जा सके और सिंचाई का साधन बढ़े। हर घर नल का जल ग्रामीण क्षेत्र का अनुश्रवण नियमित तौर पर हो इसकी मॉनेटरी लगातार होता रहे इसे सुनिश्चित करावे। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में वैसे छूटा हुआ टोला में दिसंबर अंतिम तक हर हाल में नल जल योजना चालू करवाना सुनिश्चित करावे। जिलाधिकारी ने बताया कि हर घर नल का जल योजना के संचालन हेतु अनुरक्षक को हर माह ₹2000 का मानदेय दिया जाना है, इसे पंचायती राज पदाधिकारी समीक्षा करते हुए अनुरक्षको को मानदेय उपलब्ध करवाये। ठोस तरल अवशिष्ट प्रबंधन के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने प्रखंडों में जहां कहीं भी पंचायत स्तर पर अपशिष्ट पदार्थ को एकत्रित करने के लिए जमीन चिन्हित नहीं किए हैं उसे अगले चार दिनों तक जमीन चिह्नित करते हुए 10 अक्टूबर तक स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य करना प्रारंभ करें एवं 15 नवंबर तक स्ट्रक्चर निर्माण का कार्य पूर्ण करावे ताकि जिले में सभी पंचायत में ठोस तरल अवशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जा सके। प्रधानमंत्री आवास योजना के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया जिले के लिए 8254 आवास स्वीकृत हुए हैं, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने क्षेत्र के आवास सहायक के साथ बैठक कर निर्देश जारी करें कि बिना किसी परेशानी के बिना योग्य परिवारों को आवास योजना का लाभ दिलवाएं। विदित होकर टनकुप्पा, आमस, अतरी, बाराचट्टी एवं नीचक बथानी काफी अच्छे तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना का काम कर रहे हैं।
  
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी का दायित्व है कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना हेतु अपने क्षेत्र में व्यापक प्रचार प्रसार कारण ताकि पंचायत स्तर एवं प्रखंड स्तर तक इस योजना का लाभ ले सकें सरकार इस योजना के तहत ₹500000 तक का अनुदान मुखिया कर रही है इसके लिए आवेदन करने की तिथि को भी बढ़ाया गया है।।जिलाधिकारी ने कहा कि हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण राज्य सरकार द्वारा किया गया है साथ ही पंचायत सरकार भवन में प्रखंड कार्यालय के तर्ज पर सभी व्यवस्थाएं पंचायत सरकार भवन में रखी गई है। सभी पंचायत सरकार भवन में हर हाल में आरटीपीएस काउंटर में कर्मी एवं राजस्व कर्मचारी बैठे एवं प्रखंड कार्यालय के तर्ज पर सभी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन संबंधित ग्रामीणों के आवेदनों को एकत्रित करने का कार्य करें। बेवजह किसी भी ग्रामीणों को अब प्रखंड कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब वह अपने नजदीकी पंचायत सरकार भवन में जाकर काम करवा सकते हैं। उन्होंने पंचायत राज पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने क्षेत्र के सभी पंचायत सरकार भवन को पूरी तरह फंक्शनल करावे।
   
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि ग्रामीणों के राशन कार्ड नहीं बने कि मामले सामने आते रहते हैं, अपने क्षेत्र के ऑनलाइन या ऑफलाइन के माध्यम से आरटीपीएस में आए आवेदनों को अच्छे से देखें एवं पात्र लाभुकों को तेजी से राशन कार्ड बनवाने में मदद करें। जरूरत पड़ने पर उसे प्रखंड के मार्केटिंग ऑफिसर को भी बैठा कर रिपोर्ट प्राप्त करें कि राशन कार्ड की स्थिति क्या है साथ ही प्रतिदिन इसकी समीक्षा भी करें। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखण्ड के प्रखंड विकास पदाधिकारी जुड़े थे। समाहरणालय में उप विकास आयुक्त, ज़िला पंचयात राज पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, ज़िला परिवहन पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।