जय श्री कृष्ण जय श्री राधे--------------------------------- ✒️योगी गुरुजी (आध्यात्मिक गुरु) गयाजी धाम( बिहार)

सर्वपितृ श्राद्ध अमावस्या 2024

आश्विन माह की अमावस्या को ही सर्वपितृ अमावस्या भी कहते हैं। सर्वपितृ अमावस्या के दिन तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि करना चाहिए। दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए यह अनुष्ठान किया जाता है। हर साल श्राद्ध पक्ष में पितरों का तर्पण किया जाता है। पंचांग के अनुसार, 2024 में श्राद्ध पक्ष 17 सितंबर को भादो महीने की पूर्णिमा के दिन आरंभ हुआ था जो 2 अक्तूबर यानी आश्विन महीने की अमावस्या तक रहेगा। आश्विन माह की अमावस्या को ही सर्वपितृ अमावस्या भी कहते हैं। सर्वपितृ अमावस्या के दिन तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि करना चाहिए। दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए यह अनुष्ठान किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस महान अनुष्ठान के बिना पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है। इसलिए हर साल पितृ पक्ष के दौरान लोग सच्चे मन से श्राद्ध पूजा करते हैं। 

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सर्वपितृ अमावस्या कब है?

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वैदिक पंचांग के अनुसार आश्विन माह में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की यह अमावस्या तिथि 1 अक्टूबर 2024 को प्रातः 9:34 बजे प्रारंभ होकर 2 अक्टूबर 2024 को 24:18 बजे समाप्त होगी। उदयतिथि के अनुसार 2 अक्टूबर को अमावस्या की पूजा होगी। इस दिन कुतुप मुहूर्त सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:24 बजे तक है। उसके बाद रोहिण मुहूर्त दोपहर 12:34 बजे से दोपहर 1:34 बजे तक होगा। कुतुप और रोहिण मुहूर्त के अलावा दोपहर में तर्पण करना भी शुभ माना जाता है। दरअसल, तर्पण पूजा दोपहर में ही होती है। मान्यता है कि दोपहर के समय किया गया तर्पण पितरों द्वारा स्वीकार किया जाता है। सर्वपितृ अमावस्या में तर्पण का मुहूर्त 2 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट से अपराह्न 3:43 बजे तक है। 

अमावस्या पर किनका श्राद्ध करते हैं?

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सर्वपितृ अमावस्या के दिन सभी पितरों का श्राद्ध करना शुभ होता है। जिन लोगों की मृत्यु तिथि आपको ज्ञात नहीं है, उनका श्राद्ध भी सर्वपितृ अमावस्या के दिन किया जा सकता है।

जिलाधिकारी ने सात निश्चय पार्ट वन और पार्ट 2 के विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक की: जिले को रैंकिंग में बढ़ोतरी लाने पर दिए यह निर्देश
गया। समाहरणालय सभाकक्ष में ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में सात निश्चय पार्ट वन एवं सात निश्चय पार्ट 2 के विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक शाम 4 बजे की गई। समीक्षा बैठक करते हुए जिलाधिकारी ने डीआरसीसी मैनेजर को निर्देश दिया की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता एवं कौशल युवा प्रोग्राम में ज्यादा से ज्यादा छात्रों को लाभ पहुंचाने हेतु कार्य करें।  इसके लिए विस्तार से साप्ताहिक कार्य योजना तैयार करें एवं उसी अनुरूप कार्य करें ताकि जिले का रैंकिंग में बढ़ोतरी हो सके और अधिक से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने स्वयं सहायता योजना के तहत लोगों को लाभ दिलाने के लिए सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के पास वेरिफिकेशन कराने हेतु आवेदन भेजे जाते हैं, उसे तेजी से वेरीफाई करते हुए प्रतिवेदन समर्पित करवाये। कौशल युवा प्रोग्राम के तहत जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा विभाग की पूरे जिम्मेदारी है कि छात्रों का निबंध करने में तेजी लाये। इसके लिए व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार की अत्यंत आवश्यकता है। सभी उच्च विद्यालयों के सभी प्रचार प्रसार करवाये। हर खेत तक सिंचाई पानी की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता जल संसाधन एवं सिंचाई प्रमंडल को निर्देश दिया है कि सिंचाई क्षमता का विकास हेतु चयनित योजनाओं को तेजी से क्रियान्वयन करावे। उन्होंने लघु जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी को भी निर्देश दिया की आहर, पइन, चेक डैम का निर्माण करने में तेजी लावे ताकि अधिक से अधिक पानी का संचयन किया जा सके और सिंचाई का साधन बढ़े। हर घर नल का जल ग्रामीण क्षेत्र का अनुश्रवण नियमित तौर पर हो इसकी मॉनेटरी लगातार होता रहे इसे सुनिश्चित करावे। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में वैसे छूटा हुआ टोला में दिसंबर अंतिम तक हर हाल में नल जल योजना चालू करवाना सुनिश्चित करावे। जिलाधिकारी ने बताया कि हर घर नल का जल योजना के संचालन हेतु अनुरक्षक को हर माह ₹2000 का मानदेय दिया जाना है, इसे पंचायती राज पदाधिकारी समीक्षा करते हुए अनुरक्षको को मानदेय उपलब्ध करवाये। ठोस तरल अवशिष्ट प्रबंधन के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने प्रखंडों में जहां कहीं भी पंचायत स्तर पर अपशिष्ट पदार्थ को एकत्रित करने के लिए जमीन चिन्हित नहीं किए हैं उसे अगले चार दिनों तक जमीन चिह्नित करते हुए 10 अक्टूबर तक स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य करना प्रारंभ करें एवं 15 नवंबर तक स्ट्रक्चर निर्माण का कार्य पूर्ण करावे ताकि जिले में सभी पंचायत में ठोस तरल अवशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जा सके। प्रधानमंत्री आवास योजना के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया जिले के लिए 8254 आवास स्वीकृत हुए हैं, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने क्षेत्र के आवास सहायक के साथ बैठक कर निर्देश जारी करें कि बिना किसी परेशानी के बिना योग्य परिवारों को आवास योजना का लाभ दिलवाएं। विदित होकर टनकुप्पा, आमस, अतरी, बाराचट्टी एवं नीचक बथानी काफी अच्छे तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना का काम कर रहे हैं।
  
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी का दायित्व है कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना हेतु अपने क्षेत्र में व्यापक प्रचार प्रसार कारण ताकि पंचायत स्तर एवं प्रखंड स्तर तक इस योजना का लाभ ले सकें सरकार इस योजना के तहत ₹500000 तक का अनुदान मुखिया कर रही है इसके लिए आवेदन करने की तिथि को भी बढ़ाया गया है।।जिलाधिकारी ने कहा कि हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण राज्य सरकार द्वारा किया गया है साथ ही पंचायत सरकार भवन में प्रखंड कार्यालय के तर्ज पर सभी व्यवस्थाएं पंचायत सरकार भवन में रखी गई है। सभी पंचायत सरकार भवन में हर हाल में आरटीपीएस काउंटर में कर्मी एवं राजस्व कर्मचारी बैठे एवं प्रखंड कार्यालय के तर्ज पर सभी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन संबंधित ग्रामीणों के आवेदनों को एकत्रित करने का कार्य करें। बेवजह किसी भी ग्रामीणों को अब प्रखंड कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब वह अपने नजदीकी पंचायत सरकार भवन में जाकर काम करवा सकते हैं। उन्होंने पंचायत राज पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने क्षेत्र के सभी पंचायत सरकार भवन को पूरी तरह फंक्शनल करावे।
   
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि ग्रामीणों के राशन कार्ड नहीं बने कि मामले सामने आते रहते हैं, अपने क्षेत्र के ऑनलाइन या ऑफलाइन के माध्यम से आरटीपीएस में आए आवेदनों को अच्छे से देखें एवं पात्र लाभुकों को तेजी से राशन कार्ड बनवाने में मदद करें। जरूरत पड़ने पर उसे प्रखंड के मार्केटिंग ऑफिसर को भी बैठा कर रिपोर्ट प्राप्त करें कि राशन कार्ड की स्थिति क्या है साथ ही प्रतिदिन इसकी समीक्षा भी करें। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखण्ड के प्रखंड विकास पदाधिकारी जुड़े थे। समाहरणालय में उप विकास आयुक्त, ज़िला पंचयात राज पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, ज़िला परिवहन पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
बांकेबाजार में हम पार्टी की हुई बैठक: 06 अक्टूबर को मगध विद्यापीठ स्कूल मैदान में आयोजित होने वाली गरीब संकल्प सभा को सफल बनाने पर चर्चा

गया। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से०) पार्टी की बांके बाजार प्रखंड इकाई की बैठक एक निजी हॉल में प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद अजमत खान की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का उद्देश्य 06 अक्टूबर 2024, दिन रविवार को मुख्य बाजार स्थित मगध विद्यापीठ स्कूल मैदान में आयोजित होने वाली गरीब संकल्प सभा को सफल बनाना था।

इस सभा को पार्टी के संरक्षक, पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री श्री जीतन राम मांझी जी तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री डॉ. संतोष कुमार मांझी संबोधित करेंगे। इस जनसभा में पूरे प्रखंड क्षेत्र से लगभग दस हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।

सभा में जीतन राम मांझी जी के 9 वर्षों के कार्यकाल में क्षेत्र में हुए विकास, शांति, सद्भाव और भाईचारे के माहौल, तथा बिना भेदभाव सभी को मिले सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया जाएगा और जनता भविष्य में इसी संकल्प के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लेगी। बैठक में पार्टी के जिला अध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी,वरीय नेता और सांसद प्रतिनिधि टुटू खान ,विधानसभा प्रभारी मो० एकराम खान ,महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष रूबी देवी, मो० मुनन खान ,राकेश कुमार ,सुदामा कुमार जी अर्जुन मांझी वीरेंद्र शर्मा विनय मंडल मोहम्मद कलीम नूरी मोहम्मद साजिद हुसैन सतीश चौधरी विनोद सिंह भोक्ता, महेंद्र मांझी, सुरेश मांझी ,रेणु देवी ,मुन्ना देवी ,कमल किशोर मांझी ,शांति देवी ,मुन्ना देवी, संजय पासवान, लव कुमार पासवान मोहम्मद तारिक अनवर आदि उपस्थित थे।

स्मार्ट मीटर को उखाड़ कर फेंक दें नहीं तो गरीबों को कंगाल कर देगा: विनय कुशवाहा

गया/ बांके बाजार। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के आह्वान पर बिहार के तमाम प्रखंड मुख्यालय पर स्मार्ट मीटर के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया गया।

इसी क्रम में बांके बाजार प्रखंड मुख्यालय पर धरना का आयोजन किया गया।

धरना को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रांतीय सचिव विनय कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की सरकार स्मार्ट मीटर लगाकर गरीबों का गाढी कमाई को लूट रही है। सामान्य मीटर से जो बिजली बिल आता था उसका दोगुना बिल स्मार्ट मीटर से आ रहा है जब रिचार्ज कराएगा तो बिजली चलेगी रिचार्ज नहीं तो बिजली खत्म।

विनय कुशवाहा ने कहा कि स्मार्ट मीटर से भ्रष्टाचार उस समय शुरू हो गया था जिस समय बिजली विभाग का प्रधान सचिव संजीव हंश आईएएस अधिकारी थे। उन्होंने ने स्मार्ट मीटर बनाने वाली कंपनी से गिफ्ट में मर्सिडीज़ कर जिसकी कीमत 3 करोड़ से ऊपर है चंडीगढ़ में 95 करोड़ का रिजॉर्ट जैसे महंगे उपहार लेकर सौदा किया था। और सभी डीएम को चिट्ठी लिखा था स्मार्ट मीटर को हर घर में लगाने के लिए।

भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार भ्रष्टाचार्यों को आगे लाकर स्मार्ट मीटर लगाकर गरीबों से पैसे की उगाही कर रही है जिसका राष्ट्रीय जनता दल प्रतिकार करती है और आम जनों से अपील करती है की स्मार्ट मीटर के साथ-साथ नीतीश कुमार एवं भाजपा की निकम्मी सरकार को 2025 में उखाड़ फेंके।

धरना की अध्यक्षता पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष शिवनंदन प्रसाद यादव ने किया। इस धरना में रघुनाथ प्रसाद यादव, विष्णुपद यादव, बाबूलाल प्रसाद, शंकर सिंह, इंद्रदेव प्रसाद, अशरफ अली, सुनीता चौधरी, मोहम्मद इकराम, संहिता दर्जनों नेता कार्यकर्ता उपस्थित हुए।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर यह है फायदेमंद, बिजली अपने हिसाब से उपयोग करने की देता है आजादी, जानें कैसे मिलेगा लाभ

गया। बिहार के गया में गया के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभाकक्ष में प्रेस वार्ता कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर बेहद ही फायदेमंद है। यह देखने में भले ही पुराने मीटर की तरह लगता हो, लेकिन इसकी तकनीकी विशेषता आपको बिजली अपने हिसाब से उपयोग करने की आजादी को देता है। 

बिहार सरकार ने घर-घर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का निर्णय आपके हितों को ध्यान में रखकर ही लिया है। क्योंकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आयोजित जनता दरबार में अधिकांश शिकायतें ज्यादा और गलत बिजली बिल के ही आते थे। इसी के निवारण हेतु राज्य सराकर द्वारा निर्णय लिया गया कि क्यों न स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगावाया जाए, ताकि मीटर रीडिंग में होने वाली मानवीय भूल से बिजली उपभोक्ताओं को छुटकारा मिल जाए।

स्मार्ट मीटर की खासियत

राज्य सरकार द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर बिल्कुल निःशुल्क लगाया जा रहा है। बैलेंस शून्य अथवा नेगेटिव होने पर उपभोक्ता को एसएमएस के माध्यम से रिचार्ज करने हेतु जानकारी दी जाती है। उपभोक्ताओं द्वारा रिचार्ज नहीं करने पर, वे दो दिनों तक बिजली का उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद भी रिचार्ज नहीं करने पर तीसरे दिन केवल कार्य दिवस को सुबह के 10 बजे से दिन के 1 बजे के बीच ही बिजली स्वतः कट जाती है। रिचार्ज होने के बाद बिजली स्वतः चालू हो जाती है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित छुट्टी एवं रविवार के दिन बिजली नहीं काटी जाती है। रात में भी कंपनी द्वारा बिजली नहीं काटी जाती है। आप अपने बिजली खपत की तुलना कर बिजली और पैसे दोनों की बचत कर सकते हैं।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर एवं नॉर्मल मीटर का टैरिफ एक समान व प्रीपेड उपभोक्ता को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर 3% की अतिरिक छूट मिलती है। यही नहीं एकमुश्त 6 या उससे ज्यादा महीने के लिए रिचार्ज पर ब्याज मिलने की सुविधा भी है। यह ब्याज 2 हजार रुपये या उससे ज्यादा की राशि से रिचार्ज करने पर मिलेगा। प्रत्येक दिन के बिजली खपत के आधार पर प्रीपेड राशि से कटौती राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के समायोजन के साथ की जाती है। 

बिहार ऊर्जा स्मार्ट मीटर ऐप के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक व मासिक बिजली खपत देखने की सुविधा भी है। उपभोक्ता अपने जरूरत के अनुसार किसी भी न्यूनतम राशि से मीटर रिचार्ज कर सकतते हैं। बिल जमा करने हेतु बिजली कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं।

पुराने मीटर से अलग है स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर भले ही देखने में आपको पुराने मीटर की तरह दिखता है, लेकिन यह बिल्कुल अलग है। पुराने मीटर में मीटर रीडिंग सिर्फ बिजली विभाग के पास जाती है। लेकिन स्मार्ट मीटर में बिजली खपत की जानकारी विभाग के साथ उपभोक्ता के पास भी आती है। जिसे ऐप के जरिए देखा जा सकता है। पुराने मीटर में रीडिंग गलत होने की संभावना रहती है, जिसकी वजह से ज्यादा बिजली बिल आने की शिकायतें आती रहती है और उपभोक्ता परेशान होते हैं। लेकिन स्मार्ट मीटर में गलत रीडिंग की संभावना नहीं रहती है। उपभोक्ता जितनी बिजली का उपयोग करता है, उतनी ही राशि का रिचार्ज करवाना होता है। पुराने बिल को जमा करने के लिए आपको बिजली दफ्तर जाना होता है या ऑनलाइन भुगतान करते हैं तो आपको किसी तरह की छूट नहीं मिलती है। लेकिन स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करने पर आपको 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलती है। स्मार्ट मीटर में एक मॉडम लगा होता है, जिसके माध्यम से बिज़ली खपत की रियल टाइम जानकारी सर्वर में जाती रहती है और उपभोक्ता भी इसे रियल टाइम में देख सकते हैं।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे

• स्मार्ट प्रीपेड मीटर एवं नॉर्मल मीटर का टैरिफ एक समान व प्रीपेड उपभोक्ता को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर मिलती है 3% की अतिरिक छूट। 

• एकमुश्त 6 या उससे ज्यादा महीने के लिए रिचार्ज पर ब्याज मिलने की सुविधा। यह ब्याज 2 हजार रुपये या उससे ज्यादा की राशि से रिचार्ज करने पर मिलेगा।

• प्रत्येक दिन के बिजली खपत के आधार पर प्रीपेड राशि से कटौती राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के समायोजन के साथ की जाती है।

• ऐप के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक व मासिक बिजली खपत देखने की सुविधा भी है। जिससे बेवजह बिजली बर्बाद नही हो सकेगा।

• उपभोक्ता अपने जरूरत के अनुसार किसी भी न्यूनतम राशि से कर सकते हैं मीटर रिचार्ज

• बिल जमा करने हेतु बिजली कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं

• ऑटोमैटिक बिलिंग फीचर से लैस स्मार्ट मीटर में एरर फ्री बिलिंग

• स्मार्ट मीटर द्वारा लिए गए नए कनेक्शन में सिक्योरिटी डिपॉजिट की आवश्यकता नहीं। पूर्व में लिया गया सिक्योरिटी डिपॉजिट उपभोक्ता के प्रीपेड बैलेंस से एडजस्ट कर दिया जाता है

• पूर्व के बकाए को आसान दैनिक किस्तों में जमा करने की सुविधा

• स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के उपरांत 6 महीने की अवधि तक स्वीकृत भार से अधिक दर्ज होने पर पेनाल्टी नहीं लिया जाएगा। उपभोक्ता अपनी खपत के अनुसार अपना लोड बढ़ा सकते हैं। 

• उपभोक्ता द्वारा ग्रिड कनेक्टेड सोलर पैनल इंस्टॉल करने की स्थिति में स्मार्ट प्रीपेड मीटर बदल कर अलग मीटर लगाने की जरूरत नहीं है।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर यह है फायदेमंद, बिजली अपने हिसाब से उपयोग करने की देता है आजादी, जानें कैसे मिलेगा लाभ

गया। बिहार के गया में गया के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभाकक्ष में प्रेस वार्ता कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर बेहद ही फायदेमंद है। यह देखने में भले ही पुराने मीटर की तरह लगता हो, लेकिन इसकी तकनीकी विशेषता आपको बिजली अपने हिसाब से उपयोग करने की आजादी को देता है। 

बिहार सरकार ने घर-घर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का निर्णय आपके हितों को ध्यान में रखकर ही लिया है। क्योंकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आयोजित जनता दरबार में अधिकांश शिकायतें ज्यादा और गलत बिजली बिल के ही आते थे। इसी के निवारण हेतु राज्य सराकर द्वारा निर्णय लिया गया कि क्यों न स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगावाया जाए, ताकि मीटर रीडिंग में होने वाली मानवीय भूल से बिजली उपभोक्ताओं को छुटकारा मिल जाए।

स्मार्ट मीटर की खासियत

राज्य सरकार द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर बिल्कुल निःशुल्क लगाया जा रहा है। बैलेंस शून्य अथवा नेगेटिव होने पर उपभोक्ता को एसएमएस के माध्यम से रिचार्ज करने हेतु जानकारी दी जाती है। उपभोक्ताओं द्वारा रिचार्ज नहीं करने पर, वे दो दिनों तक बिजली का उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद भी रिचार्ज नहीं करने पर तीसरे दिन केवल कार्य दिवस को सुबह के 10 बजे से दिन के 1 बजे के बीच ही बिजली स्वतः कट जाती है। रिचार्ज होने के बाद बिजली स्वतः चालू हो जाती है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित छुट्टी एवं रविवार के दिन बिजली नहीं काटी जाती है। रात में भी कंपनी द्वारा बिजली नहीं काटी जाती है। आप अपने बिजली खपत की तुलना कर बिजली और पैसे दोनों की बचत कर सकते हैं।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर एवं नॉर्मल मीटर का टैरिफ एक समान व प्रीपेड उपभोक्ता को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर 3% की अतिरिक छूट मिलती है। यही नहीं एकमुश्त 6 या उससे ज्यादा महीने के लिए रिचार्ज पर ब्याज मिलने की सुविधा भी है। यह ब्याज 2 हजार रुपये या उससे ज्यादा की राशि से रिचार्ज करने पर मिलेगा। प्रत्येक दिन के बिजली खपत के आधार पर प्रीपेड राशि से कटौती राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के समायोजन के साथ की जाती है। 

बिहार ऊर्जा स्मार्ट मीटर ऐप के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक व मासिक बिजली खपत देखने की सुविधा भी है। उपभोक्ता अपने जरूरत के अनुसार किसी भी न्यूनतम राशि से मीटर रिचार्ज कर सकतते हैं। बिल जमा करने हेतु बिजली कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं।

पुराने मीटर से अलग है स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर भले ही देखने में आपको पुराने मीटर की तरह दिखता है, लेकिन यह बिल्कुल अलग है। पुराने मीटर में मीटर रीडिंग सिर्फ बिजली विभाग के पास जाती है। लेकिन स्मार्ट मीटर में बिजली खपत की जानकारी विभाग के साथ उपभोक्ता के पास भी आती है। जिसे ऐप के जरिए देखा जा सकता है। पुराने मीटर में रीडिंग गलत होने की संभावना रहती है, जिसकी वजह से ज्यादा बिजली बिल आने की शिकायतें आती रहती है और उपभोक्ता परेशान होते हैं। लेकिन स्मार्ट मीटर में गलत रीडिंग की संभावना नहीं रहती है। उपभोक्ता जितनी बिजली का उपयोग करता है, उतनी ही राशि का रिचार्ज करवाना होता है। पुराने बिल को जमा करने के लिए आपको बिजली दफ्तर जाना होता है या ऑनलाइन भुगतान करते हैं तो आपको किसी तरह की छूट नहीं मिलती है। लेकिन स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करने पर आपको 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलती है। स्मार्ट मीटर में एक मॉडम लगा होता है, जिसके माध्यम से बिज़ली खपत की रियल टाइम जानकारी सर्वर में जाती रहती है और उपभोक्ता भी इसे रियल टाइम में देख सकते हैं।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे

• स्मार्ट प्रीपेड मीटर एवं नॉर्मल मीटर का टैरिफ एक समान व प्रीपेड उपभोक्ता को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर मिलती है 3% की अतिरिक छूट। 

• एकमुश्त 6 या उससे ज्यादा महीने के लिए रिचार्ज पर ब्याज मिलने की सुविधा। यह ब्याज 2 हजार रुपये या उससे ज्यादा की राशि से रिचार्ज करने पर मिलेगा।

• प्रत्येक दिन के बिजली खपत के आधार पर प्रीपेड राशि से कटौती राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के समायोजन के साथ की जाती है।

• ऐप के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक व मासिक बिजली खपत देखने की सुविधा भी है। जिससे बेवजह बिजली बर्बाद नही हो सकेगा।

• उपभोक्ता अपने जरूरत के अनुसार किसी भी न्यूनतम राशि से कर सकते हैं मीटर रिचार्ज

• बिल जमा करने हेतु बिजली कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं

• ऑटोमैटिक बिलिंग फीचर से लैस स्मार्ट मीटर में एरर फ्री बिलिंग

• स्मार्ट मीटर द्वारा लिए गए नए कनेक्शन में सिक्योरिटी डिपॉजिट की आवश्यकता नहीं। पूर्व में लिया गया सिक्योरिटी डिपॉजिट उपभोक्ता के प्रीपेड बैलेंस से एडजस्ट कर दिया जाता है

• पूर्व के बकाए को आसान दैनिक किस्तों में जमा करने की सुविधा

• स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के उपरांत 6 महीने की अवधि तक स्वीकृत भार से अधिक दर्ज होने पर पेनाल्टी नहीं लिया जाएगा। उपभोक्ता अपनी खपत के अनुसार अपना लोड बढ़ा सकते हैं। 

• उपभोक्ता द्वारा ग्रिड कनेक्टेड सोलर पैनल इंस्टॉल करने की स्थिति में स्मार्ट प्रीपेड मीटर बदल कर अलग मीटर लगाने की जरूरत नहीं है।

जीबीएम कॉलेज में पोषण मेले में छात्राओं ने बढ़-चढ़कर कर लिया भाग, छात्राओं में आत्मविश्वास एवं पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना

गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में गृहविज्ञान विभाग एवं सेहत केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी के संरक्षण एवं गृहविज्ञान विभागाध्यक्ष एवं सेहत केन्द्र की नोडल ऑफिसर डॉ. प्रियंका कुमारी के संयोजन में 01 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह के समापन पर पोषण मेले का आयोजन हुआ। 

पोषण मेले का शुभारंभ प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी, डॉ प्रियंका कुमारी, प्रो. अफ्शाँ सुरैया, नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी, कॉलेज की पीआरओ डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, डॉ अमृता कुमारी घोष, डॉ प्यारे माँझी, डॉ पूजा राय एवं उपस्थित प्रोफेसरों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन करके किया। कॉलेज की पीआरओ डॉ रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि छात्रा शिल्पी, मधु, कोमल, नीति, सृष्टि, माया, सीमा, जूही, मुस्कान, रिभा, वीणा, सपना, हर्षिता मिश्रा, अन्या, गीतांजलि, अनीषा व अन्य ने पोषक तत्वों का ध्यान रखते हुए डॉ. प्रियंका के निर्देशन में स्वादिष्ट पापड़ी चाट, टिक्की चाट, आलू-कचालू, गुजिया, सेव का हलवा, धनिया की चटनी, लिट्टी-चोखा, स्टीम्ड मोमोज, फ्राइड मोमोज, उत्पम, गुलाब जामुन व अन्य आइटम्स बनाये थे। पोषण मेले में छात्राओं ने उन्हें उचित विक्रय मूल्य पर बेचकर आर्थिक लाभ भी अर्जित किया।

पापड़ी चाट, टिक्की चाट, मोमोज, लिट्टी चोखा और सेव का हलवा खरीदने वालों की संख्या अधिक थी।छात्राओं में आत्मविश्वास, आर्थिक आत्मनिर्भरता, स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कॉलेज में गृहविज्ञान विभाग द्वारा प्रतिवर्ष नियमित रूप से आयोजित होने वाले इस पोषण मेले में सभी छात्राओं ने बढ़चढ़कर और काफी उत्साह के साथ भाग लिया। 

पोषण मेले में कॉलेज की पूर्व छात्रा अमीषा भारती, ईशा शेखर एवं रिया कुमारी ने बिलिंग काउन्टर संभाला हुआ था। छात्रा तान्या रैना ने निःशुल्क पोषण स्तर जाँच शिविर भी लगाया हुआ था, जिसमें वे आगंतुकों के हाइट, वेट, उम्र आदि के आधार पर बीएमआई रिपोर्ट (बॉडी मास इन्डेक्स रिपोर्ट) बनाकर दे रहीं थीं। सभी काउंटरों पर फूड आइटम्स खरीदने वाली छात्राओं और शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मियों की भीड़ देखी गयी। पोषण मेले दस खाद्य सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी थी। पूरे कॉलेज परिवार ने पोषण मेले का जमकर लुत्फ़ उठाया। प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. बाउरी ने गृहविज्ञान विभागाध्यक्ष सहित सभी प्रतिभागी छात्राओं को पोषण मेले के रुचिप्रद आयोजन हेतु हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

डॉ बनिता कुमारी, डॉ जया चौधरी, डॉ सुरबाला कृष्णा, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ शुचि सिन्हा, डॉ नगमा शादाब, डॉ कृति सिंह आनंद, डॉ. आशुतोष कुमार पांडेय, प्रीति शेखर, डॉ रुखसाना परवीन, डॉ फरहीन वजीरी, नीरज कुमार, रौशन कुमार, अभिषेक कुमार एवं सभी शिक्षकेतर कर्मियों ने भी पोषण मेले का आनंद उठाया।

रिपोर्ट : मनीष कुमार।

स्मार्ट मीटर के विरोध में शेरघाटी में राजद कार्यकर्ताओं ने की प्रदर्शन: तत्काल स्मार्ट मीटर हटाने की मांग

गया/शेरघाटी। जिले के शेरघाटी में स्मार्ट मीटर के विरोध में शेरघाटी में राजद कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन की। प्रदर्शन का आयोजन प्रखंड कार्यालय में आयोजित की गई।

जिसको लेकर ढेर सारे कार्यकर्ता प्रदर्शन स्थल पर तय समय पर इकट्ठा हुए थे। कार्यक्रम में शरीक वक्ताओं ने स्मार्ट बिजली मीटर की खामियों प्रकाश डालते हुए बिजली उपभोक्ताओं को आर्थिक शोषण करने और तत्काल स्मार्ट मीटर हटाने की मांग बिजली विभाग से की गई है।

अन्यथा विरोध जारी रखने की चेतावनी दी गई है। प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष जितेन्द्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें क्रमश प्रमोद कुमार वर्मा, लाल बहादुर शास्त्री, शकील हैदर खान, डॉ कृष्ण नन्दन दास, कृष्णा यादव, अनुज यादव, शम्भु प्रसाद, मो वसीम, मो गुलाम हैदर इत्यादि शरीक हुए।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

पितृपक्ष मेला में गया पुलिस हाथ पकड़ कर बुजुर्ग पिंडदानियों को चढ़ा रहे हैं सीढ़ी, सेवा में मुस्तैदी के साथ तैनात पुलिस

गया। बिहार के गया में पितृ पक्ष मेला 2024 में देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों की सेवा में गया पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है। गया पुलिस हाथ पकड़ कर बुजुर्ग पिंडदानियों को सीढ़ी चढ़ाया जा रहे है। गया पुलिस अपने कर्तव्यों का पूरी अच्छी तरीके से निर्वहन करते हुए दिख रहे हैं। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने मंगलवार को सुबह 8 बजे दी है। 

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि पितृपक्ष मेला 2024 में देश विदेश से आने वाले पिंडदानियों की सेवा गया पुलिस 24 घंटा कर रही हैं। अतिथि देवो भव के उद्देश्य से गया पुलिस अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए दिख रहे हैं। हाथ पकड़ कर बुजुर्ग पिंडदानियों को सीढ़ी चढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। एसएसपी आशीष भारती ने तैनात पुलिस कर्मियों से अपील किया है की आए सभी पिंडदानियों की सेवा पूरी ईमानदारी से करें और किसी तरह की कोई समस्या रहने पर उन्हें पूरी तरह से सहयोग करें। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

विष्णुपद मंदिर और फल्गु नदी के देवघाट पर पितृ दीपावली मनाया गया: आकर्षक रंगोली बनाकर घी का दीया जलाया गया

गया। बिहार के गया में विष्णुपद मंदिर और फल्गु नदी के देवघाट पर सोमवार को पितृ दीपावली मनाई गई. पितृपक्ष के 14 वें दिन त्रयोदशी के दिन पितृ दीपावली मनाए जाने की परंपरा है. पितरों के लिए घी का दीया जलाकर खुशी मनाई जाती है। 

ऐसी मान्यता है कि आज के दिन दीपदान और पितृ दीपावली मनाने से पितरों के स्वर्ग जाने का मार्ग प्रकाशमय हो जाता है. इस दौरान देश विदेश के कोने कोने से आए तीर्थयात्रीयो के द्वारा आकर्षक रंगोली और आकर्षक रूप से घी का दीया को जलाया, जिससे पूरा देवघाट रौशनी से जगमग हो गया. पितृ दीपावली को लेकर तीर्थयात्रियों में काफी खुशी दिखी. तीर्थयात्रियों के जरिए स्वास्तिक और ओम लिखकर घी का दीया जलाया. लोग पितरों को मोक्ष मिलने के बाद अपनी खुशी का इजहार करते हैं.

पितृपक्ष मेला की अवधि में देश-विदेश के कोने कोने से लाखों की संख्या में हिंदू सनातन धर्मावलंबी यहां आकर अपने पितरों को मोक्ष और उद्धार की कामना करते हैं. साथ ही पिंडदान,तर्पण, कर्मकांड और श्राद्ध कार्य को पूरा करते हैं.