अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा वृद्धाश्रम में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर का हुआ आयोजन
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा वृद्धाश्रम में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर का हुआ आयोजन -उपस्थित 90 वृद्ध लोगों की हुई जांच, उपलब्ध कराई गई आवश्यक दवाई -लगाया गया अलग अलग स्टाल, जरूरत के अनुसार लोगों की हुई जांच -कैंसर और मानसिक स्वास्थ्य की भी हुई जांच पूर्णिया, 01 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस (01 अक्टूबर) के अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग के गैर संचारी रोग नियंत्रण विभाग द्वारा मरंगा, पूर्णिया में संचालित सहारा वृद्धाश्रम में एक दिवसीय विशेष स्वास्थ्य जांच का आयोजन किया गया। इस दौरान वृद्धाश्रम में उपस्थित 90 वृद्ध लोगों के विभिन्न बीमारियों की विशेष चिकित्सकों द्वारा जांच करते हुए सभी बुजुर्गों को आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई गई। इस दौरान वृद्धाश्रम में उपस्थित बुजुर्गों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा नाश्ता भी उपलब्ध कराया गया। इस दौरान जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुभाष कुमार सिंह के साथ साथ स्थानीय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र माता चौक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार झा, जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण से वित्तीय सलाहकार केशव कुमार, फिजीयोथेरेपिस्ट डॉ सोनी कुमारी, कैंसर स्क्रीनिंग विशेषज्ञ डॉ ऐश्वर्या राय, डॉ गौरव कुमार, साइक्लोजिस्ट जोयनल एबी, डब्लूएचओ गैर संचारी रोग काउंसेलर मो सरवर आलम, गैर संचारी रोग काउंसेलर अनु कुमारी, नर्स अनुभा कुमारी, नेत्र सहायक विभूति भूषण तिवारी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी और वृद्धाश्रम अधिकारी उपस्थित रहे।
लगाया गया अलग अलग स्टाल, जरूरत के अनुसार लोगों की हुई जांच : वृद्धाश्रम में आयोजित विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर में उपस्थित बुजुर्गों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग अलग स्टाल लगाया गया जिसमें अलग अलग बीमारियों से ग्रसित लोगों को उपस्थित चिकित्सकों द्वारा जांच करते हुए आवश्यक मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई गई। आयोजित शिविर में लोगों के सामान्य बीमारी के साथ साथ मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, दांत, नेत्र, नाक-कान-गला, हड्डी और कैंसर से संभावित मरीजों की जांच करते हुए सभी को आवश्यक मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई गई। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र माता चौक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार झा ने कहा कि वृद्धावस्था में लोग विभिन्न सामान्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं जिसके लिए उन्हें मेडिकल सहायता की जरूरत होती है। चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद मरीजों को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई गई। इसके साथ साथ स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित बुजुर्गों को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक सुविधाओं का ध्यान रखते हुए जरूरत होने पर मेडिकल सहायता लेने की जानकारी दी गई। गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को विशेष जांच के लिए अस्पताल पहुँचकर आवश्यक सुविधा का लाभ लेने की जानकारी दी गई। वृद्धाश्रम में आयोजित स्वास्थ्य शिविर का उपस्थित लोगों द्वारा लाभ उठाया गया और संबंधित बीमारियों से सुरक्षा के लिए आवश्यक दवाई लिया गया। कैंसर, हड्डी और मानसिक स्वास्थ की हुई स्क्रीनिंग : जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर में विशेषज्ञों द्वारा मरीजों की जांच करते हुए आवश्यक चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई गई। इसमें गैर संचारी रोग से ग्रसित लोगों की एनसीडी काउंसेलर द्वारा कॉउंसलिंग करते हुए नियमित दवाइयों के उपयोग करने के लिए जागरूक किया गया। हड्डी से संबंधित समस्या के लिए ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अंगद चौधरी द्वारा उपस्थित लोगों की जांच की गई। सभी लोगों की जांच में 17 वृद्ध लोगों को हड्डी समस्या से ग्रसित पाया गया। हड्डी से ग्रसित मरीजों को कमर, घुटने और कंधे में दर्द से ग्रसित पाया गया। सभी को विशेषज्ञ द्वारा एक्सरसाइज के माध्यम से हड्डी की समस्या को नियंत्रित करने की जानकारी दी गई। वृद्धाश्रम में एक बुजुर्ग व्यक्ति को परलाइसिक से ग्रसित पाया गया जिन्हें फिजियोथेरेपिस्ट डॉ सोनी द्वारा मसल्स स्थ्रेनथिंग एक्सरसाइज की जानकारी देते हुए पैरालाइसिस को नियंत्रित रखने की जानकारी दी गई। कैंसर और मानसिक स्वास्थ्य की भी हुई जांच : सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा वृद्धाश्रम में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में चिकित्सकों द्वारा उपस्थित बुजुर्गों के फिजियोथेरेपी, कैंसर एवं मानसिक स्वास्थ्य से ग्रसित होने की भी जानकारी ली गई। इसके लिए वृद्धाश्रम में उपस्थित 63 लोगों उपस्थिति लोगों की स्क्रीनिंग करते हुए उनके कैंसर और मानसिक स्वास्थ्य से ग्रसित होने की जानकारी ली गई। उपस्थित बुजुर्गों में कोई किसी तरह के विशेष कैंसर से ग्रसित नहीं पाया गया। वृद्धाश्रम में 11 बुजुर्ग लोगों को मानसिक रोग से पीड़ित पाया गया जिन्हें स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा मनोवैज्ञानिक इलाज सुविधा उपलब्ध कराते हुए आवश्यक मेडिसिन प्रदान किया गया। गंभीर मानसिक स्वास्थ्य पीड़ित बुजुर्गों को विशेष जांच के लिए राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) बुलाते हुए नियमित चिकित्सकीय सहायता उठाने की जानकारी दी गई।
Oct 01 2024, 18:58