सरायकेला : पप्पू वर्मा ने झामुमो के केंद्रीय सदस्य पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और आग्रह किया कि इसे स्वीकार किया जाए।.....
सरायकेला : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व केंद्रीय सदस्य पप्पू वर्मा ने स्थानीय नेतृत्व से आहत होकर इस्तीफा दे दिया है। चांडिल बाजार डैम रोड स्थित अपने फार्म हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान वर्मा ने कहा कि उनका झामुमो से 26 वर्षों का जुड़ाव मेरे बड़े भाई समान स्वर्गीय पूर्व उप मुख्यमंत्री सुधीर महतो से भावनात्मक जुड़ाव के कारण हुआ था। सुधीर दा से भावनात्मक संबंधों के चलते उन्होंने पार्टी में 1998 में अपना योगदान दिया, लेकिन सुधीर दा के निधन के बाद झामुमो संगठन में खालीपन आ गया। श्री वर्मा ने कहा, "सुधीर दा के जाने के बाद मुझे ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया। मैंने पूरी मेहनत से टीम वर्क के साथ संगठन को मजबूती प्रदान किया और 2019 के विधानसभा चुनाव में सविता महतो की जीत सुनिश्चित हुई।" हालांकि, उन्होंने स्थानीय नेतृत्व पर नाराजगी जताते हुए कहा, "कुछ ऐसी परिस्थितियां पैदा हुईं जिनसे मैं आहत हुआ हूं। मैं सार्वजनिक रूप से बहुत कुछ नहीं कह सकता, लेकिन हालातों ने मुझे यह फैसला लेने पर मजबूर किया।" वर्मा ने झामुमो के केंद्रीय सदस्य पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और आग्रह किया कि इसे स्वीकार किया जाए। साथ ही ये भी उन्होने कहा हैं झामुमो केंद्रीय नेतृत्व ने जो सम्मान दिया ,उसके प्रति आभार जताया है. आगे की रणनीति के सवाल पर वर्मा ने संकेत दिए कि आने वाले दिनों में राष्ट्रहित और क्षेत्रीय विकास को ध्यान में रखते हुए वे बड़ा कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा, "कैसे क्षेत्र का विकास हो, यह आने वाले एक-दो दिनों में स्पष्ट हो जाएगा।" वर्मा के इस इस्तीफे ने झामुमो के भीतर हलचल मचा दी है और आगे क्या होगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।
सरायकेला : झामुमो के केंद्रीय सदस्य पप्पू वर्मा ने पार्टी से दिया इस्तीफा ....
सरायकेला  : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य पप्पू वर्मा उर्फ रुपेश वर्मा ने अपने चांडिल डैम रोड स्थित बागान आवास में मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर पार्टी के केंद्रीय सदस्य व प्राथमिक सदस्य पद से इस्तीफा दिया।

ईचागढ़ में झामुमो नेतृत्व से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दी। इस अवसर पर पप्पू वर्मा ने कहा कि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा मेरे लिए एक परिवार के तरह था। झामुमो के पूर्व केंद्रीय उपाध्यक्ष सुधीर महतो के नेतृत्व में 26 साल पहले झामुमो में शामिल हुआ था और पार्टी का एक सिपाही बनकर संगठन के लिए दिन रात काम किया।

ईमानदारी से कार्य किया, पार्टी ने मुझे बहुत मान सम्मान दिया। मैंने सपने मे भी नहीं सोचा था मजबूर होकर पार्टी छोड़नी पढ़ी। पप्पू वर्मा ने कहा कि लगभग 26 बर्ष से पार्टी को खून पसीने मेहनत कर सींचा।

पूर्व उपमुख्य मंत्री स्वर्गीय सुधीर महतो के कार्यकाल के दौरान 1998 में उन्होंने मुझे राजनीती की पहली शिक्षा दी जिसके लिए पार्टी को एवं सुधीर दा को मैं आभार व्यक्त करता हूँ। 2019 विधान सभा चुनाव में झामुमो प्रत्याशी सबिता महतो को ईचागढ़ विधान सभा से जीत हुई। हमलोग पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर ईमानदारी पूर्वक अपना अपना कार्यों का दायित्व निभाया और पार्टी को सफलता दिलाया। उन्होंने कहा कि ईचागढ़ विधान सभा के पार्टी नेतृत्व की अनदेखी के कारण आज इस्तीफा देने के लिए विवश हूँ। पत्रकारों के सवाल के जबाव में पप्पू वर्मा ने कहा कि राजनीति क्षेत्र से जुड़ा हूं बहुत जल्द अन्य पार्टी में शामिल होने की घोषणा किया जायेगा।
सरायकेला : नीमडीह मे 3 करोड़ 49 लाख कि लागत से लागत से बनने सड़क का विधायक सविता महतो ने किया शीलान्यास
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के सिंहभूम कॉलेज के आसपास माघोपाट मे भी किया चारदीवारी का शीलान्यास मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से स्वीकृत , नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के पीडब्लूडी रोड सासनटांड होते हुए लाकड़ी तक 3.18 किमी सड़क का शीलान्यास मंगलवार को विधायक सविता महतो ने विधिवत शीलापट्ट अनावरण कर किया।


इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा 349. 948 लाख रुपये कि लागत से सड़क का निर्माण होगा। वही इसी क्रम में विधायक ने विधायक योजना से 12 लाख 5 हाजार 3 सौ 60 रुपए कि लागत से निर्माण होने वाले चांडिल बाजार स्थित मेघोपाट मे चारदीवारी निर्माण का भी शीलान्यास विधिवत शीलापट्ट अनावरण कर किया। इस दौरान विधायक ने कहा पक्के सड़क का निर्माण होने से ग्रामीणों को यातायात मे सुविधा होगी। विधायक ने कहा लोगों के मांगों के अनुसार विकास योजनाओं का निर्माण कार्य हो रहा है। इस अवसर पर झामुमो नेता ओम प्रकाश लायेक, झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, प्रखंड अध्यक्ष कृष्णा किशोर महतो, हरिदास महतो, समर भुईया, विश्वनाथ गोप, राहुल वर्मा, शंकर लायेक, हरिपदों महतो, शंकर सिंह सरदार, सचिन गोप, यदुपति महतो, समेत काफी संख्या मे झामुमो कार्यकर्ता व ग्रामीण लोग उपस्थित थे।
सरायकेला : जिले के विभिन्न क्षेत्र से आए फरियादियों से मिले उपायुक्त, प्राप्त शिकायतों का नियमानुसार निष्पादन हेतु सम्बन्धित पदाधिकारी को दिए नि
सरायकेला : समाहरणालय स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला दंडाधिकारी -सह- उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला के द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया गया। साप्ताहिक जनता दरबार में जिले के विभिन्न क्षेत्र से व्यक्तिगत एवं सामाजिक समस्याओं के निराकरण हेतू आए लोगो से क्रमवार मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हो उपायुक्त नें संबंधित पदाधिकारियों को आवेदन हस्तांतरित करते हुए नियमसँगत यथोचित कार्रवाई के निर्देश दिए, साथ ही सभी योग्य लाभुकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभ प्रदान करने का निर्देश दिया गया। आज आयोजित सप्ताहिक जनता दरबार में कुछ समस्याओं का तत्काल ही समाधान किया गया। जनता दरबार में मुख्य रुप से भूमि सम्बन्धित मामले, चौकीदार नियुक्ति, पीसीसी सड़क निर्माण, अंचल कार्यालय सरायकेला के कर्मचारी (हल्का पांच) द्वारा कार्य में अनियमितता बरतने, गम्हरिया अंचल में सिमांकन वाद, राशन कार्ड में नाम जोड़ने तथा स्पॉन्सरशिप योजना के लघु का बैंक खाता खोलकर सरकार की योजनाओं के लाभ प्रदान करने समेत विभिन्न आवेदन प्राप्त हुए। सभी आवेदनों पर आवश्यक कार्रवाई हेतु संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को अग्रसरित किया गया। मौक़े पर जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी श्री अविनाश कुमार, सोशल मीडिया प्रसार पदाधिकारी श्री नंदन उपाध्याय उपस्थित रहें।
सरायकेला : मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय समिति की बैठक ।....

*समिति सदस्यों के सर्व सहमति से 72 आवेदन के स्वीकृति हेतु अनुमोदित करने के लिए गया निर्णय।*


सरायकेला : मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक के दौरान जिला कल्याण पदाधिकारी श्री गोपी उरांव के द्वारा उपायुक्त सहित बैठक में उपस्थित समिति के अन्य सदस्यों को जानकारी दी गयी की वित्तीय वर्ष 2024 -25 में वर्तमान में मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत लाभ प्राप्त करने हेतु विभिन्न प्रखंड से जिला स्तर पर कुल 72 आवेदन प्राप्त हुए हैं। मौके पर उपायुक्त ने 72 आवेदनों का समिति के अन्य सदस्यों के साथ प्राप्त आवेदनों की समीक्षा करते हुए लाभुको को लाभ देने हेतु राज्य स्तर पर लाभुकों से सबंधित सूची भेजने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


वही  उपायुक्त ने योजना के तहत प्रखंड स्तर पर लंबित आवेदनों का यथा शीघ्र निष्पादन करने, विभिन्न माध्यम से योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया।

इस बैठक में उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बरदियार, परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री आशीष अग्रवाल, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री गोपी उरांव, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री शंकराचार्य शामद समेत अन्य उपस्थित रहा ।
सरायकेला :स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत बोकारो रेलवे स्टेशन से रेलवे कॉलोनी तक वॉकथॉन, मानव श्रृंखला और प्रभात फेरी का आयोजन किया गया।..
सरायकेला : दक्षिण पूर्व रेलवे, आद्रा मंडल के विभिन्न स्टेशनों, कार्यालयों, रेलवे विद्यालयों और स्वास्थ्य इकाइयों में स्वच्छता पखवाड़ा "स्वच्छता ही सेवा-2024" के अंतर्गत अनेक गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों में स्वच्छता शपथ, मानव श्रृंखला, वॉकथॉन, प्रभात फेरी, निबंध प्रतियोगिता और सफाई अभियान शामिल थे। रेलवे बोर्ड द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से "स्वच्छता शपथ" भी दिलाई गई। स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत बोकारो रेलवे स्टेशन से रेलवे कॉलोनी तक वॉकथॉन, मानव श्रृंखला और प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इसी प्रकार, भोजुडीह स्वास्थ्य इकाई द्वारा भी मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। आद्रा मंडल के रेल सुरक्षा बल (RPF) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वच्छता शपथ ली, प्रभात फेरी निकाली। इस अवसर पर विभिन्न स्टेशनों एवं रेलवे आवासीय परिसरों पर गहन सफाई एवं जागरूकता अभियान चलाया गया । कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों एवं कर्मचारिओं ने स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने और सभी को अपने आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने का आह्वान किया। इसके अतिरिक्त, दक्षिण पूर्व रेलवे मिश्रित हायर सेकेंडरी स्कूल (कैम्पस-II) द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई । आद्रा मंडल के कार्मिक विभाग द्वारा इसी विद्यालय में "स्वच्छ भारत" विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इस प्रतियोगिता में विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता के परिणामस्वरूप कक्षा 7 की सफिया आफरीन ने प्रथम पुरस्कार, कक्षा 8 के तौफीक खान ने द्वितीय पुरस्कार और कक्षा 7 की सुप्रिया कुमारी ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
सरायकेला : आद्रा मंडल द्वारा कोई ट्रैन 2 oct को पुरुलिया -कोटशीला खंड पुरुलिया -गौरीनाथधमके बीच, ब्लॉक रहेगा।...
सरायकेला : आद्रा मंडल ने  अगामी 2 अक्टूबर बुधवार के दिन पुरुलिया -कोटशीला खंड पुरुलिया -गौरीनाथधाम के बीच स्तिथ LC No. PK-03 पर LHS (लिमिटेड हाईट सबवे) कार्य हेतु RCC बॉक्स स्लैब के लॉन्चिंग के लिए 06 घंटे का ट्रैफिक-कम-पावर ब्लॉक निर्धारित किया है।

यह ब्लॉक सुबह 10:15 बजे से लेकर शाम 16:15 बजे तक जारी रहेगा। इस ब्लॉक के कारण कुछ ट्रेनों की सेवाओं पर असर पड़ेगा।

रद्द की गई गाड़ियां:

1. 18602/18601 (हटिया -टाटा-हटिया ) मेमू 02 अक्टूबर को रद्द रहेगी।

2. 18019/18020 (झारग्राम - धनबाद - झारग्राम ) मेमू 02.10.2024 को रद्द रहेगी।

3. 08641/08642 (आद्रा -बरकाखाना- आद्रा) मेमू दिंनाक:-02.10.2024 को रद्द रहेगी।



4. 03598/03597 (आसनसोल-रांची- आसनसोल) मेमू 02.10.2024 को रद्द रहेगी।

आंशिक रूप से समाप्त/प्रारंभ होने वाली गाड़ियां । 1. 18035/18036 (खड़गपुर - हटिया - खड़गपुर ) एक्सप्रेस दिनांक:-02.10.2024 को आद्रा में शार्ट टर्मिनटेड/ शार्ट ओरिजिनटेड होंगी। इस दौरान इस ट्रेन की परिसेवा आद्रा- हटिया -आद्रा के बीच इसकी सेवा रद्द रहेगी।
सरायकेला : आद्रा मंडल में हिंदी पखवाड़ा का समापन  एक विशेष राजभाषा बैठक के साथ सफलतापूर्वक हुआ। इस कार्यक्रम ....
सरायकेला : आद्रा मंडल में हिंदी पखवाड़ा का समापन  एक विशेष राजभाषा बैठक के साथ सफलतापूर्वक हुआ। इस कार्यक्रम में श्री सुमित नक्ला, मंडल रेल प्रबंधक, उपस्थित थे और उन्होंने मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 141वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक की शुरुआत श्री विकास कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक और राजभाषा अधिकारी, आद्रा द्वारा मंडल रेल प्रबंधक, अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक और सभी प्रतिभागी शाखा अधिकारियों का स्वागत करने के साथ हुई। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण मंडल पत्रिका "जयचंदी" के 2024 संस्करण का विमोचन था। यह पत्रिका मंडल के साहित्यिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करती है। इसके बाद, श्री नक्ला ने हिंदी पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं, जैसे निबंध लेखन, नोट-मेकिंग, ड्राफ्ट लेखन और हिंदी भाषण के विजेताओं को नकद पुरस्कार और प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को मंडल के भीतर हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के अपने प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुसार, मुंशी प्रेमचंद के जीवन और कार्यों पर एक संक्षिप्त पावरपॉइंट प्रस्तुति प्रस्तुत की गई। राजभाषा विभाग के सराहनीय कार्य से प्रभावित होकर, श्री नक्ला ने विभाग को 10,000/- रुपये का नकद पुरस्कार घोषित किया। श्री उमा शंकर सिंह, वरिष्ठ अनुवादक ने पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक और अतिरिक्त मुख्य राजभाषा अधिकारी, श्री के. रण घोष शामिल थे। अंत में, श्री विकास कुमार ने सभी प्रतिभागियों को बैठक में सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।
विश्व शाकाहारी दिवस पर आंदोलन लोगों को शाकाहार अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इनमें से कुछ आंदोलन पर्यावरणीय जागरूकता और पशु अधिकारों से ....
विश्व शाकाहार दिवस आज  प्रत्येक बर्ष की तरह 1 अक्टूबर को विश्व शाकाहारी दिवस मनाया जाता है। यह दिन उन सभी लोगों के लिए समर्पित है, जो शाकाहारी जीवनशैली को अपनाते हैं और इसे बढ़ावा देते हैं। शाकाहार न सिर्फ हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण और पशु कल्याण के लिए भी आवश्यक है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य शाकाहार के लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित करना है। विश्व शाकाहारी दिवस कब है?


विश्व शाकाहारी दिवस 1 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन पूरी दुनिया में शाकाहार के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को शाकाहारी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

विश्व शाकाहारी दिवस का इतिहास ।


विश्व शाकाहारी दिवस की शुरुआत 1977 में नॉर्थ अमेरिकन वेजिटेरियन सोसाइटी द्वारा की गई थी, और अगले ही साल 1978 में इसे इंटरनेशनल वेजिटेरियन यूनियन ने भी मान्यता दी। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य है लोगों को शाकाहारी भोजन के स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूक करना, और साथ ही यह भी बताना कि कैसे शाकाहार पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।

शाकाहारी जीवनशैली के स्वास्थ्य लाभ ।


शाकाहारी भोजन से जुड़ी अनेक स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, जिनमें हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापे जैसी बीमारियों के जोखिम में कमी शामिल है। शाकाहारी भोजन में फल, सब्जियाँ, अनाज, और फलियों का समावेश होता है, जो हमारे शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। हृदय स्वास्थ्य: ---------------------- शाकाहार हृदय रोग के जोखिम को कम करने में सहायक है। पौधे-आधारित आहार से कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना आसान होता है।

वजन घटाना:  शाकाहारी भोजन कैलोरी में कम और फाइबर में उच्च होता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। डायबिटीज नियंत्रण: शाकाहारियों में टाइप 2 डायबिटीज की संभावना कम होती है। यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है।

कैंसर का खतरा घटाएं:शाकाहारी भोजन में एंटीऑक्सीडेंट्स अधिक होते हैं, जो शरीर को कैंसर जैसे रोगों से बचाते हैं।


पर्यावरण पर शाकाहार का प्रभाव ।


शाकाहारी जीवनशैली अपनाने से न केवल हमारी सेहत बेहतर होती है, बल्कि पर्यावरण पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मांस उत्पादन में पानी, ऊर्जा और भूमि की अधिक खपत होती है, जबकि शाकाहार से इन संसाधनों की बचत होती है।

पानी की बचत:  मांस उत्पादन के लिए बहुत अधिक पानी की आवश्यकता होती है, जबकि शाकाहारी खाद्य पदार्थों के उत्पादन में इसकी खपत काफी कम होती है।


कार्बन फुटप्रिंट: शाकाहारी जीवनशैली कार्बन फुटप्रिंट को कम करती है, क्योंकि मांस उत्पादन के लिए अधिक ऊर्जा और संसाधनों की जरूरत होती है।


भूमि संरक्षण:  पशुधन पालन के लिए बहुत अधिक भूमि की जरूरत होती है, जबकि शाकाहार अपनाने से भूमि का संरक्षण किया जा सकता है और जंगलों की कटाई भी रोकी जा सकती है।


शाकाहार अपनाने के सामाजिक और नैतिक पहलू

शाकाहारी जीवनशैली न केवल स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह नैतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। शाकाहार से पशु हिंसा को रोका जा सकता है और पशुओं के प्रति दयालुता का संदेश फैलाया जा सकता है।


पशु कल्याण:शाकाहार पशु कल्याण को बढ़ावा देता है। मांस उत्पादन के लिए हर साल लाखों जानवरों को मारा जाता है। शाकाहार अपनाकर हम इस क्रूरता को कम कर सकते हैं।


मानवता का संदेश:  शाकाहार मानवता का प्रतीक है, जो करुणा, दयालुता और सद्भावना का संदेश देता है। शाकाहारी जीवनशैली से हम अन्य प्राणियों के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा कर सकते हैं।


विश्व शाकाहारी दिवस क्यों मनाया जाता है ? विश्व शाकाहारी दिवस 1 अक्टूबर को मनाया जाता है, और इसका उद्देश्य शाकाहारी जीवनशैली के स्वास्थ्य, पर्यावरणीय, और नैतिक लाभों के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस दिन को 1977 में नॉर्थ अमेरिकन वेजिटेरियन सोसाइटी द्वारा शुरू किया गया था और 1978 में इंटरनेशनल वेजिटेरियन यूनियन द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली। विश्व शाकाहारी दिवस मनाने का मुख्य कारण शाकाहार के लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।


इसके कई उद्देश्य हैं: स्वास्थ्य लाभ: शाकाहारी भोजन स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी माना जाता है। यह हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और मोटापे जैसी बीमारियों को कम करने में मदद करता है।


पर्यावरण संरक्षण: शाकाहारी जीवनशैली पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। मांस उत्पादन में अत्यधिक संसाधनों की खपत होती है, जैसे कि पानी और ऊर्जा, जबकि शाकाहारी भोजन पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।


पशु कल्याण:  शाकाहार अपनाने से पशु हिंसा में कमी आती है और इससे पशुओं के अधिकारों को भी बढ़ावा मिलता है। मानवता और करुणा: यह दिन हमें सभी जीवों के प्रति दया और करुणा की भावना को अपनाने की प्रेरणा देता है, जो एक बेहतर समाज के निर्माण में सहायक हो सकती है। विश्व शाकाहारी दिवस कैसे मनाया जाता है?

विश्व शाकाहारी दिवस पर दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ये कार्यक्रम शाकाहार को बढ़ावा देने और लोगों को इसके महत्व को समझाने के लिए होते हैं।

खानपान के आयोजन:कई शाकाहारी संगठनों द्वारा फूड फेस्टिवल, सेमिनार और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जहां लोग शाकाहारी भोजन का आनंद लेते हैं और शाकाहारी भोजन की विविधताओं को पहचानते हैं।

शाकाहारी व्यंजनों की प्रतियोगिताएं: इस दिन शाकाहारी व्यंजनों की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं, जहां लोग विभिन्न प्रकार के पौष्टिक और स्वादिष्ट शाकाहारी व्यंजनों का आनंद लेते हैं।

जागरूकता अभियान:  कई सामाजिक संगठनों द्वारा इस दिन जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, जिनमें शाकाहार के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय लाभों पर ध्यान केंद्रित किया जाता हे।


विश्व शाकाहारी दिवस का महत्व , विश्व शाकाहारी दिवस का महत्व कई पहलुओं से जुड़ा हुआ है। यह दिन शाकाहार को बढ़ावा देने, इसके स्वास्थ्य और पर्यावरणीय लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने, और पशु कल्याण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। शाकाहारी जीवनशैली अपनाने से न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार होता है,


बल्कि यह हमारे पर्यावरण और समाज पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। स्वास्थ्य लाभ: शाकाहारी आहार में पौष्टिक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जो हमें स्वस्थ जीवन जीने में मदद करती है। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, और मोटापे जैसी बीमारियों का खतरा शाकाहार अपनाने से कम हो जाता है।

पर्यावरणीय संरक्षण:  शाकाहार मांसाहार की तुलना में पर्यावरण पर कम दबाव डालता है। इससे जल, ऊर्जा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की बचत होती है। शाकाहारी जीवनशैली अपनाने से कार्बन फुटप्रिंट भी कम होता है,
जो पर्यावरणीय संरक्षण के लिए अहम है। पशु कल्याण: विश्व शाकाहारी दिवस हमें यह याद दिलाता है कि पशुओं के प्रति दयालुता और करुणा दिखाना आवश्यक है। शाकाहारी जीवनशैली अपनाने से हम पशुओं की हिंसा को कम कर सकते हैं और उन्हें बेहतर जीवन जीने का अवसर दे सकते हैं।

मानवता और नैतिकता:  शाकाहारी जीवनशैली मानवता का प्रतीक है, जो करुणा, दया और समानता का संदेश देती है। यह दिवस हमें याद दिलाता है कि हम सभी जीवित प्राणियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाएं और नैतिक रूप से सही चुनाव करें।


भारत में शाकाहारी जीवनशैली का महत्व । भारत एक ऐसा देश है, जहां शाकाहारी भोजन का महत्व बहुत अधिक है। धार्मिक और सांस्कृतिक कारणों से लाखों भारतीय लोग शाकाहारी भोजन को अपनाते हैं। जैन धर्म, बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म में शाकाहार को एक महत्वपूर्ण जीवनशैली के रूप में देखा जाता है।

धार्मिक दृष्टिकोण:- भारत में विभिन्न धर्मों, जैसे हिंदू, जैन, और बौद्ध धर्म, में शाकाहारी जीवनशैली को अत्यधिक महत्त्व दिया जाता है। ये धर्म अहिंसा के सिद्धांत पर आधारित हैं, जो शाकाहार को प्रोत्साहित करते हैं।

पारंपरिक आहार: भारत में सदियों से पारंपरिक आहार में शाकाहारी भोजन का प्रमुख स्थान रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार के शाकाहारी व्यंजन मिलते हैं, जो न केवल पौष्टिक होते हैं, बल्कि स्वादिष्ट भी होते हैं।

शाकाहारी आंदोलन: शाकाहारी आंदोलन लोगों को शाकाहार अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इनमें से कुछ आंदोलन पर्यावरणीय जागरूकता और पशु अधिकारों से जुड़े हैं।
शाकाहारी जीवनशैली अपनाने के लिए सुझाव । यदि आप शाकाहारी जीवनशैली अपनाने की सोच रहे हैं, तो इसे शुरू करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं:

धीरे-धीरे शुरुआत करें:- शाकाहारी जीवनशैली को धीरे-धीरे अपनाएं। पहले कुछ दिन मांसाहार को कम करें और फिर धीरे-धीरे शाकाहारी भोजन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

नए व्यंजनों का आनंद लें: -शाकाहारी भोजन उबाऊ नहीं है। विभिन्न प्रकार के शाकाहारी व्यंजन बनाकर उनका आनंद लें और अपनी डाइट को पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाएं।




सरायकेला : स्वच्छता अभियान के दौरान 3 किलोमीटर की दौड़ की शुरुआत से पहले स्वच्छता को लेकर सपथ लिया ।....


सरायकेला : जिला के आदित्यपुर नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा यह अभियान 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलेगा जिसके तहत नगर निगम ने आदित्यपुर फुटबॉल मैदान के समीप एक मंच में एक साथ अपने अधिकारी पाधिकारी कमर्चारियों के साथ शहरवासी समाजसेवी ओर अपने पार्टनर श्रीनाथ यूनिवर्सिटी के चेयरमैन संजय महतो अपर नगर आयुक्त रवि प्रकाश पारुल सिंह पुरेन्द्र नारायण सिंह टाटा स्टील खेल विभाग हसन इमाम नगर निगम के सभी वरीय अधिकारियों कर्मचारियों शामिल थे ।


इस दौरान 3 किलोमीटर की दौड़ की शुरुआत से पहले स्वच्छता को लेकर सपथ लिया और लोगो को दिलाई फिर दौड़ की शुरुआत हुई जो आदित्यपुर फुटबॉल मैदान से लेकर आदित्यपुर खरकई बृज के समीप पहुचकर सम्पन हुआ स्वच्छता ही सेवा और स्वभाव स्वच्छता संस्कार रन फ़ॉर रैली निकाली गई जिसमे आदित्यपुर नगर निगम के वासियो को एक वेबसाइट दिया गया जिसकी शुरुआत हुई हैं और जो नगर निगम के वासी है ।

वह ऑनलाइन शिकायत किसी भी प्रकार का नगर निगम से सम्बंधित होंगे उसकी शिकायत कर सकते है जिसपर विभाग करवाई की जाएगी वही विभाग द्वारा सड़को गली मोहल्ले में स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए जोर शोर से सफाई अभियान चलाया जा रहा है कैसे नगर निगम आदित्यपुर पर नबर 1 बन सके ।