सरायकेला : विश्व हृदय दिवस आज ,हर साल 29 सितंबर को मनाया जाने वाला।. प्रकृति के प्रति हृदय ।...
सरायकेला : विश्व हृदय दिवस एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसका मुख्य उद्देश्य हृदय रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह एक वैश्विक खतरा है। भारत के संदर्भ में यह इसलिए और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे यहां हृदय रोगियों की संख्या सबसे ज़्यादा है। विश्व हृदय दिवस दुनिया भर के सभी लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुस्मारक है कि वे अपने स्वास्थ्य के लिए अपने हृदय का खयाल रखें। इस वर्ष का कार्यक्रम व्यक्ति की अपनी जटिलता को समझने के महत्व पर केंद्रित है। ऐसी दुनिया में जहाँ हृदय स्वास्थ्य के बारे में समझ सीमित है और नीति विकास की कमी है, हमारा लक्ष्य इन बाधाओं को दूर करना और लोगों को नियंत्रण करने के लिए सशक्त बनाना है।

मानवता के लिए हृदय ।

सभी हृदय रोगों में से 75% कम और मध्यम आय वाले देशों को प्रभावित करते हैं और हम भी इससे अछूते नहीं हैं। यह दर्शाता है कि हमें मानवता के लिए हृदय रोग से पीड़ित लोगों तक पहुँचने की आवश्यकता है। हम जागरूकता बढ़ाकर और उनके उपचार और ठीक होने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके एक बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। हम मिलकर इन गरीब लोगों का बोझ कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ दुनिया बना सकते हैं।

प्रकृति के प्रति हृदय ।

हमारे लापरवाह व्यवहार ने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है, प्रदूषण ने हमारे दिलों को बीमार कर दिया है। वायु प्रदूषण के कारण हृदय संबंधी मौतों का 25 प्रतिशत हिस्सा हो सकता है, जिससे दुनिया भर में लगभग 7 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है। हमें स्थिति को रोकने और प्रदूषकों के प्रवेश को रोकने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। पृथ्वी का स्वास्थ्य सीधे तौर पर उसके निवासियों के दिलों के विकास से जुड़ा हुआ है, जो इसे प्रतिस्पर्धा के लिए उपयुक्त बनाता है।

अपने लिए हृदय ,

"दान घर से शुरू होता है" कहावत तब सच साबित होती है जब बात दिल की आती है। दूसरों की मदद करने से पहले अपने स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। आत्म-देखभाल का अभ्यास करके "आत्म-जागरूकता" की अवधारणा का उपयोग करें। इसके लिए स्वस्थ भोजन करना, प्रतिदिन व्यायाम करना और अपने जीवन से बोझ को खत्म करना आवश्यक है। अपने स्वयं के कल्याण को प्राथमिकता देकर, हम एक मजबूत दिमाग की नींव रख सकते हैं जो दूसरों की सेवा करना जारी रख सकता है।

हम हृदय रोग के जोखिम को कैसे कम कर सकते हैं?

यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि हम और वे लोग जो हमारे दिल में विशेष स्थान रखते हैं, उनका भविष्य अच्छा रहे। इस महान लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, आइए कुछ रणनीतियों को समझें जिनका उपयोग आप अपने सबसे महत्वपूर्ण अंग: अपने मन की देखभाल और सुरक्षा के लिए कर सकते हैं।

बुनियादी स्वास्थ्य मीट्रिक्स को समझना ।


हृदय रोग अक्सर अंगुलियों के बाद होने वाली रुकावट पर आधारित होता है। अपने जोखिम को जानना और इस सलाह का पालन करना कि "ज्ञान ही शक्ति है" रोकथाम का पहला कदम है। विश्व हृदय संघ ने मधुमेह, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर, वजन और बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) सहित महत्वपूर्ण2 क्योंकि वे हृदय रोग के आपके जोखिम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। आप इन मापदंडों को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम करके हृदय को ठीक करने के लिए कदम उठा सकते हैं। इस महत्वपूर्ण जानकारी तक पहुँचना उतना ही आसान है जितना कि अपने डॉक्टर से परामर्श करना जो एक व्यापक मूल्यांकन कर सकता है।

हृदय के लिए स्वस्थ आहार अपनाएँ

इष्टतम हृदय स्वास्थ्य के लिए एक सरल नुस्खा आहार है। यह विवेकपूर्ण पोषण विकल्पों की विशेषता है जो दीर्घकालिक हृदय स्वास्थ्य के एक और महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में खड़ा है। विश्व हृदय संघ प्रभावी रूप से "अपने दिल को ईंधन" देने के लिए निम्नलिखित मार्गदर्शन प्रदान करता है। प्रसंस्कृत और पूर्व-पैकेज्ड खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें: प्रसंस्कृत और पूर्व-पैकेज्ड खाद्य पदार्थों से सावधानी से बचें, क्योंकि इनमें अक्सर अत्यधिक चीनी और वसा होती है। मीठे खाद्य पदार्थों के स्थान पर ताजे फल चुनें: मीठे खाद्य पदार्थों के स्थान पर ताजे फलों की प्राकृतिक मिठास का सेवन करें, जो पोषक तत्वों से भरपूर एक स्वस्थ विकल्प है। मीठे पेय पदार्थों और फलों के रस का सेवन कम करें: मीठे पेय पदार्थों के स्थान पर पानी या बिना चीनी वाले जूस के माध्यम से हाइड्रेशन का विकल्प चुनें। मीठे खाद्य पदार्थों के स्थान पर ताजे फल चुनें: मीठे खाद्य पदार्थों के स्थान पर ताजे फलों की प्राकृतिक मिठास का सेवन करें, जो पोषक तत्वों से भरपूर एक स्वस्थ विकल्प है। ज़्यादा से ज़्यादा फल और सब्ज़ियाँ खाएँ: अपने आहार में रोज़ाना पाँच भाग फल और सब्ज़ियाँ शामिल करने का प्रयास करें। इन्हें ताज़े, जमे हुए, डिब्बाबंद या सूखे फलों से प्राप्त किया जा सकता है। मध्यम मात्रा में शराब का सेवन: अपने हृदय की भलाई के लिए अनुशंसित दिशानिर्देशों के अनुरूप शराब का सेवन करते रहें। घर का बना भोजन तैयार करें: ऑनलाइन भोजन वितरण के इस युग में, अपने घर के आराम से स्कूल या काम के लिए अपने स्वयं के पौष्टिक दोपहर के भोजन को तैयार करके अपने आहार विकल्पों का प्रभार लें। हालांकि ये सुझाव सहज ज्ञान युक्त कदम लग सकते हैं, लेकिन हृदय स्वास्थ्य पर इनका प्रभाव बहुत गहरा है। आपके आहार विकल्प एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ आप हृदय रोग की रोकथाम में काफी हद तक नियंत्रण रखते हैं। स्वस्थ विकल्पों का चयन करने से मधुमेह, हृदय संबंधी रोग और मोटापे और उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर से जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं जैसी स्थितियों के प्रति आपकी संवेदनशीलता भी कम हो सकती है।

सक्रिय होना , दिल को मज़बूत बनाने वाले व्यायाम करके जश्न मनाएँ। स्वस्थ दिल को बनाए रखने के लिए स्वस्थ आहार बनाए रखना ज़रूरी है, लेकिन शारीरिक गतिविधि के महत्व को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। एक गतिहीन जीवनशैली हृदय रोग में योगदान देती है और हृदय को सहारा देने में व्यायाम की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है। विश्व हृदय एसोसिएशन की निम्नलिखित सिफारिशें हैं ।

पहला व्यायाम: सप्ताह में कम से कम पाँच बार कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करें। खेलना, टहलना, काम करना या नृत्य करना जैसी गतिविधियाँ सभी आवश्यक हैं। अपनी दैनिक दिनचर्या में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल करें: अपनी दैनिक दिनचर्या में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां शामिल करें, जैसे लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का उपयोग करना, गाड़ी चलाने के बजाय पैदल चलना या साइकिल चलाना, तथा गतिशीलता को महत्व देने वाली जीवनशैली अपनाना।

समूह वर्कआउट:  जब आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ अपने वर्कआउट को साझा करते हैं तो यह अधिक प्रेरक और मज़ेदार बन जाता है। अपने स्वास्थ्य लक्ष्यों की ओर लगातार आगे बढ़ने के लिए प्रियजनों के साथ सहयोग करें।

डॉक्टर से बात करें:व्यायाम कार्यक्रम शुरू करने से पहले, यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर से परामर्श करें कि यह आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करता है।

प्रौद्योगिकी का लाभ उठाएं : ऐप्स का उपयोग करें या अपनी प्रगति को ट्रैक करें और बेहतर हृदय गति पाएं। अपने प्रयासों को प्रबंधित करने के लिए।

पैडोमीटर का उपयोग करें। योग : व्यायाम का एक और रूप प्रदान करता है जो न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है बल्कि तनाव और हृदय रोग के जोखिम को भी कम करता है। यह शारीरिक गतिविधि और श्वास नियंत्रण के संयोजन के माध्यम से ऐसा करता है और हृदय रोगों को रोकता है। धूम्रपान कई बीमारियों का कारक  धूम्रपान न केवल शारीरिक गतिविधि को प्रभावित करता है, बल्कि उच्च रक्तचाप का कारण भी बन सकता है और धूम्रपान करने वालों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। विश्व हृदय दिवस पर इन मुख्य बिंदुओं पर विचार करें धूम्रपान छोड़ने के दो साल के भीतर हृदय रोग का खतरा काफी कम हो जाता है। 15 वर्षों के भीतर हृदय रोग का जोखिम धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति के बराबर हो जाता है।



सरायकेला : तिरुलडीह में शांति समिति बैठक , प्रभारी ने कहा युवक बाईक स्टंड के तहत पकड़ा जाता है, तो उनके ऊपर व्हीकल एक्ट की धारा के तहत।...

सरायकेला : जिला के  तिरूलडीह थाना अंतर्गत   होने वाली शारदीय नवरात्रि “दुर्गापूजा” को लेकर दुर्गा पूजा कमिटी के साथ शांति समिति की बैठक तिरुलडीह थाना परिसर में प्रभारी आलम चांद महतो की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उक्त बैठक में स्वच्छता और बिजली, स्वास्थ्य, पानी, साफ-सफाई, यातायात नियंत्रण आदि की जानकारी दी गई।

 
सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन से अवगत कराते हुए कहा कि दुर्गा पूजा समिति को शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा पंडाल में सीसीटीवी की व्यवस्था को लेकर विशेष निर्देश दिया गया । एवं अग्निशमन की भी व्यवस्था हर पंडाल पर हो सीसीटीवी लगाए जाने से किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने  से पहले आदमी के मन में संकोच पैदा हो जाए और घटना होने से बचा जा सके।उन्होंने कहा कि पूजा समिति को इस बात का ख्याल रखना होगा कि पूजा स्थल पर पंडाल व भीड़भाड़ वाले स्थान पर श्रद्धालुओं के आने और जाने के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए।

वहीं सभी से अपील करते हुए कहा की विशेष कर बाइक स्टंट करने वाले वैसे युवक पर विशेष ध्यान रहेगा तथा उनके माता पिता भी इस तरह की कृत्य के लिए बच्चे पर विशेष ध्यान रखें यदि कोई भी युवक इस तरह की बाईक स्टंड के तहत पकड़ा जाता है, तो उनके ऊपर व्हीकल एक्ट की धारा के तहत जुर्माना किया जाएगा साथ में उन्होंने यह भी कहा की सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह फेलाना की प्रयास न करें यदि किसी भी प्रकार की घटना सोशल मीडिया पर आती है तो इसकी सूचना थाना प्रभारी या प्रखंड विकास पदाधिकारी को दे,घटना की पुष्टि के बाद ही उसको आगे फॉरवर्ड करें।

वहीं सदस्यों द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर थाना प्रभारी ने सभी समस्याओं को सूचीबद्ध करते हुए निदान हेतु आश्वस्त किए।

बैठक में जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो, सी आई कुकडू प्रखण्ड, कुकडू प्रखण्ड के उप प्रमुख इकराम अंसार,तिरुलडीह पंचायत के मुखिया सुधीर सिंह, चौड़ा मुखिया रामबालक सिंह मुंडा, ईचाडीह पंचायत के मुखिया चित्तरंजन सिंह मुंडा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष व सचिव सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।

सरायकेला : नीमडीह थाना क्षेत्र में गजों का आतंक, दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से पलायन किया ।...
सरायकेला : जिला के नीमडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत तिल्ला पंचायत की दर्जनों गांव आज दलमा सेंचुरी से पहुंचे गजराज की झुंड से भयवित है गांव कुशपुतुल ,पहाड़ धार,जामडीह आदि गांव के किसान परेशान हे। विभिन्न जंगल में डेरा डाला हुआ गजराज की झुंड दिन और रात जब भी उसे मौका मिलता जंगल से उतर कर गजराज गरीब किसान की कमर तोड़ मेहनत किए गए, विभिन्न फसल धान की खड़ी फसलों खाते और पैर तले रौंद डालता। पीड़ित ग्रामीणों का कहना है ।


राज्य सरकार और स्थानीय विधायक एब संसद आज तक हाथी की उपद्रव के बारे कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। न आम नागरिक के सुरक्षा के बारे सोचे । आज विभिन्न ईचागढ़ के समाज सेवी द्वारा ग्रामीणों को टाईगर टॉर्च लाईट और फटाके की वेवस्था करते हे। कोई स्थानीय नेता द्वारा वन एब पर्यावरण विभाग के पदाधिकरी को गजों से सुरक्षित के लिए ज्ञापन भी दिया ,परंतु वन विभाग द्वारा गजों की झुंड को एलिफेंट ड्राइव टीम द्वारा ड्राइव करके दलमा सेंचुरी की ओर ले जाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।


आज आम नागरिक आपने परिवार की गजराज  झुंड से सुरक्षा के लिए खुद ग्रामीणों झुंड को भगाने जाते हे। जिसका सुरक्षा खुद उठाते हे। वन विभाग से गुहार लगाते हुए कार्यालय चक्कर काटते देखा रहा परंतु विभाग द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता ।

सवाल यह  है की वन एब पर्यावरण विभाग को प्रति बर्ष केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपया मुहैया कराई जाते हे ,जंगल और वन जीवजंतु के लिए परंतु सेंचुरी से गजों की पलायन के पीछे किया राज है।  ग्रामीण सरकार से जवाब मांगते है ।

चुनाव आते ही बड़े बड़े मुद्दे लेकर पहुंच जाते हे।विधान सभा चुनाव हो या लोक सभा चुनाव में नेता मंत्री गांव घरों में पहुंच जाते हे । ओर ग्रामीणों की  बहुमत वोट मतदान से  चुनाव जीत जाने के बाद कोई नेता मंत्री ग्रामीणों का शुद्धि लेने पहुंचते । ?
सरायकेला : श्री जय बर्द्धन कुमार ने अपर उपायुक्त, सरायकेला खरसावां के रुप में पदभार ग्रहण किया।..
सरायकेला।: श्री जय बर्द्धन कुमार नें अपर उपायुक्त सरायकेला-खरसावां के रूप में निदेशक DRDA, श्री अजय कुमार तिर्की से पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण के पाश्चात्य श्री कुमार नें कार्यालय प्रकोष्ठ मे एक परिचयात्मक बैठक में अपने अधीनस्थ कार्यालय के कर्मचारियों के साथ बातचीत की। तथा पदाधिकारियों/कर्मचारियों से सार्वजनिक महत्व के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करने का आग्रह किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार जनहित मे कई कल्याणकारी योजनाए संचालित कर रही है, हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि सभी योग्य लाभुकों को योजनाओं का लाभ मिले तथा योजनाओं को निश्चित समयावधी मे क्रियान्वयन किया जा सके ताकि किसी भी लाभुक को अनावश्यक कार्यालय का चक्कर ना लगाना पड़े।
सरायकेला :7 करोड़ कि लागत से बनने वाले सात सड़को का विधायक सविता महतो ने किया भूमिपूजन ।
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के चारो  सड़को  का सुदृढ़ीकरण मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सुदृढ़ीकरण योजना अंतर्गत स्वीकृत करीब 7 करोड़ रुपये कि लागत से चांडिल, कुकड़ू, ईचागढ़ व नीमडीह प्रखंड क्षेत्र में 7 सड़को का भूमिपूजन शनिवार को विधायक सविता महतो ने विधीवत शीलापट्ट अनावरण कर किया।

इस दौरान विधायक ने कहा कि चांडिल प्रखंड क्षेत्र के एनएच 33 हारुडीह से आमड़ा कटिंग भाया भुईयाडीह तक 4.10 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 218.650 लाख, सामुदायिक भवन गांगुडीह से सुकसारी पीडब्लूडी पथ भाया धातकीडीह तक 4.60 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 139.195 लाख, ईचागढ़ प्रखंड के कैनाल कालीकरण पथ से बाकलतोड़ीया तक 4.30 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 222.407 लाख, शहीद अजीत धनंजय चौक से बंगाल बॉर्डर तक 2.72 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 150.708 लाख रुपये, बुरुडीह पीडब्लूडी पथ से सोभानदी भाया बड़ा लापांग तक 3.10 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 114.418 लाख रुपये व दारुदा मोड़ से छोटालापांग तक 2.44 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 71.04 लाख रुपये व नीमडीह प्रखंड में नीमडीह चालीयामा आरईओ रोड से टेंगाडीह तक 2.50 किमी सड़क का सुदृढ़ीकरण 74.310 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा।


उन्होंने कहा उक्त सड़क का निर्माण होने से ग्रामीणों को यातायात में काफी सोहलीयत होगी। विधायक ने कहा लोगो के मांग को देखते हुए सड़क का सुदृढ़ीकरण कराया जा रहा है। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक, झामुमो नेता ओम प्रकाश लायेक, झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, मुखिया बुद्धेश्वर बेसरा, ग्राम प्रधान बोनू सिंह सरदार, प्रखंड अध्यक्ष कृष्णा किशोर महतो, अर्जुन सिंग मुंडा, राहुल वर्मा, निताई उरांव, अभय यादव, सपन सिंगदेव, राखोहरि सिंग मुंडा, किसुन किस्कु, इंद्रजित महतो, नवकिशोर हांसदा, युधिष्ठिर मांझी, परेश महतो, कित्तीवास महतो, रशिद अंसारी, सपन महतो समेत काफी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता व ग्रामीण जनता उपस्थित थे।
सरायकेला : रेलवे की सराहनीय पहल: खोया हुआ बैग यात्री को सुरक्षित लौटाया गया ।...
सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे की घटना आज आद्रा के मार्ग से डायवर्ट होने के कारण उन्हे आद्रा स्टेशन पर उतरना पड़ा । इस दौरान उनका बैग ट्रैन में छूट गया ।

एक यात्री, राजकुमार साल, का बैग दुरंतो एक्सप्रेस के B3 कोच में छूट गया था। रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई की और बैग को बांकुडा स्टेशन पर सुरक्षित रूप से प्राप्त किया। जब यात्री बांकुडा पहुंचे, तो उन्हें उनका बैग सौंप दिया गया।

इस घटना से रेलवे की यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का पता चलता है। रेलवे कर्मचारियों की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से यात्री को बड़ी राहत मिली।
सरायकेला : आद्रा मंडल द्वारा सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उन्नयन,....
सरायकेला : आद्रा मंडल में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उन्नयन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य रेलवे परिसरों में स्वच्छता को बढ़ावा देना और यात्रियों को स्वच्छ वातावरण प्रदान करना है ¹। इस अभियान में रेलवे कर्मचारियों, स्थानीय नागरिकों, और स्वयंसेवी संगठनों ने भाग लिया और कर्मचारियों एवं यात्रियों को स्वच्छता की महत्ता के प्रति जागरूक किया गया ।


*स्वच्छता पखवाड़ा के कार्यक्रम:*

सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उन्नयन,

स्टेशनों पर विशेष सफाई अभियान ।

प्लास्टिक उन्मूलन अभियान

अन्य स्वच्छता गतिविधियाँ ।

यह अभियान 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती तक जारी रहेगा । स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के तहत देशभर में 6 लाख से अधिक दुर्गम और गंदे स्थानों को बदलने का लक्ष्य है ।
सरायकेला : आदित्यपुर नगर कमेटी से जुड़े पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झामुमो से नाता तोड़ पार्टी को झटका दिया है।.....
सरायकेला :झामुमो नेता चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। आदित्यपुर नगर कमेटी से जुड़े 700 से अधिक पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झामुमो से नाता तोड़कर सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन उनके नेता हैं और वे उनके साथ भाजपा में शामिल होकर चुनाव में रिकार्ड मतों से जीत दिलाएंगे।

सरायकेला जिले में कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन के झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद राजनीति उबाल पर है। चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद समर्थक भी चंपाई के हाथों को मजबूत करने उनके साथ चल पड़े हैं।

*आदित्यपुर नगर कमेटी से जुड़े पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झामुमो से नाता तोड़ पार्टी को झटका दिया है।*
आदित्यपुर में तकरीबन 700 की संख्या में महिला- पुरुष कार्यकर्ता एवं पार्टी पदाधिकारी ने एक साथ सामूहिक इस्तीफा पत्र झामुमो जिला अध्यक्ष के नाम सौंपा है। जिसमें पार्टी से इस्तीफा की पेशकश करते हुए सभी ने खुद को अलग किया है। आदित्यपुर नगर कमेटी में मुख्य रूप से शामिल रहे उपाध्यक्ष परमेश्वर प्रधान, डोको चाकी, राजेंद्र गोप ,बिबु बास्के, सचिव संजय दास, संगठन सचिव सुभाष करवा, सह सचिव शिशिर महतो ,घनश्याम मंडल, कोषाध्यक्ष कार्तिक प्रजापति, महिला मोर्चा जिला सदस्य रोहिणी दास, सरस्वती लोहार ,शिवानी नायक, केंद्रीय सदस्य रश्मि मुर्मू, डिंपल लिमाए, ललिता दास, सोनिका गोराई, छवि गोराई समेत 700 महिला एवं पुरुष सदस्यों ने इस्तीफा दिया है।
इंदिरा एकादशी हिंदू धर्म में आश्विन मास की पहली एकादशी के व्रत का बहुत महत्व है। इसे इंदिरा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।....
इंदिरा एकादशी में यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन व्रत करने से अनेक पुण्य प्राप्त होते हैं और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इंदिरा एकादशी व्रत हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पूजा और व्रत किया जाता है। इससे लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

इंदिरा एकादशी तिथि और मुहूर्त ।

दृक पंचांग के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 27 सितंबर, शुक्रवार को दोपहर 1:20 बजे शुरू होगी और शनिवार, 28 सितंबर को दोपहर 2:49 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार इंदिरा एकादशी व्रत 28 सितंबर, शनिवार को रखा जाएगा और 29 सितंबर, सुबह 6:13 से 8:36 बजे तक रविवार को पारण किया जाएगा। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा का शुभ समय शाम 5:23 से 14:52 तक है.। इस पूजा के शुभ समय में ब्रह्म मुहूर्त और विजय मुहूर्त शामिल हैं।

इंदिरा एकादशी की पूजा विधि ।

इंदिरा एकादशी के दिन प्रात: जल्दी उठें। इस समय भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को ध्यान और प्रणाम कर दिन की शुरुआत करें। इसके बाद घर की साफ-सफाई करें। दैनिक कार्यों से निवृत्त होने के बाद गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। इस समय आचमन कर स्वयं को शुद्ध करें। इसके बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें। अब सबसे पहले सूर्य देव को जल का अर्घ्य दें। इसके बाद पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें। अब चौकी पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। इस समय पंचोपचार कर विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें। पूजा के दौरान भगवान विष्णु को पीले रंग के फल, फूल, हल्दी, केसर, खीर आदि चीजों को अर्पित करें। इस समय विष्णु चालीसा का पाठ और मंत्रों का जप करें। पूजा का समापन 'ॐ जय जगदीश हरे' आरती से करें। दिन भर उपवास रखें। संध्याकाल में आरती कर फलाहार करें। रात्रि के पहले प्रहर में जागरण कर भजन-कीर्तन करें। अगले दिन स्नान-ध्यान कर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें।

इसके बाद अन्न दान कर व्रत खोलें।

इंदिरा एकादशी का मंत्र जाप  मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन। यत्पूजितं मया देव परिपूर्ण तदस्तु मे॥ ॐ श्री विष्णवे नमः। क्षमा याचनाम् समर्पयामि॥


पितरों के लिए विशेष है इंदिरा एकादशी  इंदिरा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मुक्ति मिलती है। श्रीहरि की कृपा से उनको मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। आप इंदिरा एकादशी का व्रत अपने पितरों के लिए रख सकते हैं।


इंदिरा एकादशी का पारण समय यदि आप इंदिरा एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं तो इसका पारण 29 सितंबर रविवार को होगा। पारण का समय सुबह 6 बजकर 13 मिनट से लेकर 8 बजकर 36 मिनट तक है। इस बीच आप कभी भी पारण कर सकते हैं।
सरायकेला : दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के दौरान चलाई जाएंगी 6000 से अधिक स्पेशल ट्रेनें नई दिल्ली।....
सरायकेला : दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के अवसर पर भारतीय रेल द्वारा यात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए इस वर्ष 6000 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।

यह स्पेशल ट्रेनें 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच चलाई जाएंगी ताकि यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में आसानी हो। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हर साल त्योहारों के समय में स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं, लेकिन इस वर्ष इन ट्रेनों की संख्या में विशेष वृद्धि की गई है


इससे यात्रियों की भारी भीड़ को सुगम और आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलेगी। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए ये त्योहार धार्मिक महत्व के साथ-साथ परिवारों से मिलने का भी अवसर होते हैं। इसलिए, रेलवे ने इन त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन करने की तैयारी की है ।