सरायकेला : रेलवे की सराहनीय पहल: खोया हुआ बैग यात्री को सुरक्षित लौटाया गया ।...
सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे की घटना आज आद्रा के मार्ग से डायवर्ट होने के कारण उन्हे आद्रा स्टेशन पर उतरना पड़ा । इस दौरान उनका बैग ट्रैन में छूट गया ।

एक यात्री, राजकुमार साल, का बैग दुरंतो एक्सप्रेस के B3 कोच में छूट गया था। रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई की और बैग को बांकुडा स्टेशन पर सुरक्षित रूप से प्राप्त किया। जब यात्री बांकुडा पहुंचे, तो उन्हें उनका बैग सौंप दिया गया।

इस घटना से रेलवे की यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का पता चलता है। रेलवे कर्मचारियों की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से यात्री को बड़ी राहत मिली।
सरायकेला : आद्रा मंडल द्वारा सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उन्नयन,....
सरायकेला : आद्रा मंडल में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उन्नयन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य रेलवे परिसरों में स्वच्छता को बढ़ावा देना और यात्रियों को स्वच्छ वातावरण प्रदान करना है ¹। इस अभियान में रेलवे कर्मचारियों, स्थानीय नागरिकों, और स्वयंसेवी संगठनों ने भाग लिया और कर्मचारियों एवं यात्रियों को स्वच्छता की महत्ता के प्रति जागरूक किया गया ।


*स्वच्छता पखवाड़ा के कार्यक्रम:*

सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उन्नयन,

स्टेशनों पर विशेष सफाई अभियान ।

प्लास्टिक उन्मूलन अभियान

अन्य स्वच्छता गतिविधियाँ ।

यह अभियान 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती तक जारी रहेगा । स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के तहत देशभर में 6 लाख से अधिक दुर्गम और गंदे स्थानों को बदलने का लक्ष्य है ।
सरायकेला : आदित्यपुर नगर कमेटी से जुड़े पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झामुमो से नाता तोड़ पार्टी को झटका दिया है।.....
सरायकेला :झामुमो नेता चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। आदित्यपुर नगर कमेटी से जुड़े 700 से अधिक पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झामुमो से नाता तोड़कर सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन उनके नेता हैं और वे उनके साथ भाजपा में शामिल होकर चुनाव में रिकार्ड मतों से जीत दिलाएंगे।

सरायकेला जिले में कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन के झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद राजनीति उबाल पर है। चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद समर्थक भी चंपाई के हाथों को मजबूत करने उनके साथ चल पड़े हैं।

*आदित्यपुर नगर कमेटी से जुड़े पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झामुमो से नाता तोड़ पार्टी को झटका दिया है।*
आदित्यपुर में तकरीबन 700 की संख्या में महिला- पुरुष कार्यकर्ता एवं पार्टी पदाधिकारी ने एक साथ सामूहिक इस्तीफा पत्र झामुमो जिला अध्यक्ष के नाम सौंपा है। जिसमें पार्टी से इस्तीफा की पेशकश करते हुए सभी ने खुद को अलग किया है। आदित्यपुर नगर कमेटी में मुख्य रूप से शामिल रहे उपाध्यक्ष परमेश्वर प्रधान, डोको चाकी, राजेंद्र गोप ,बिबु बास्के, सचिव संजय दास, संगठन सचिव सुभाष करवा, सह सचिव शिशिर महतो ,घनश्याम मंडल, कोषाध्यक्ष कार्तिक प्रजापति, महिला मोर्चा जिला सदस्य रोहिणी दास, सरस्वती लोहार ,शिवानी नायक, केंद्रीय सदस्य रश्मि मुर्मू, डिंपल लिमाए, ललिता दास, सोनिका गोराई, छवि गोराई समेत 700 महिला एवं पुरुष सदस्यों ने इस्तीफा दिया है।
इंदिरा एकादशी हिंदू धर्म में आश्विन मास की पहली एकादशी के व्रत का बहुत महत्व है। इसे इंदिरा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।....
इंदिरा एकादशी में यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन व्रत करने से अनेक पुण्य प्राप्त होते हैं और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इंदिरा एकादशी व्रत हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पूजा और व्रत किया जाता है। इससे लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

इंदिरा एकादशी तिथि और मुहूर्त ।

दृक पंचांग के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 27 सितंबर, शुक्रवार को दोपहर 1:20 बजे शुरू होगी और शनिवार, 28 सितंबर को दोपहर 2:49 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार इंदिरा एकादशी व्रत 28 सितंबर, शनिवार को रखा जाएगा और 29 सितंबर, सुबह 6:13 से 8:36 बजे तक रविवार को पारण किया जाएगा। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा का शुभ समय शाम 5:23 से 14:52 तक है.। इस पूजा के शुभ समय में ब्रह्म मुहूर्त और विजय मुहूर्त शामिल हैं।

इंदिरा एकादशी की पूजा विधि ।

इंदिरा एकादशी के दिन प्रात: जल्दी उठें। इस समय भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को ध्यान और प्रणाम कर दिन की शुरुआत करें। इसके बाद घर की साफ-सफाई करें। दैनिक कार्यों से निवृत्त होने के बाद गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। इस समय आचमन कर स्वयं को शुद्ध करें। इसके बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें। अब सबसे पहले सूर्य देव को जल का अर्घ्य दें। इसके बाद पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें। अब चौकी पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। इस समय पंचोपचार कर विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें। पूजा के दौरान भगवान विष्णु को पीले रंग के फल, फूल, हल्दी, केसर, खीर आदि चीजों को अर्पित करें। इस समय विष्णु चालीसा का पाठ और मंत्रों का जप करें। पूजा का समापन 'ॐ जय जगदीश हरे' आरती से करें। दिन भर उपवास रखें। संध्याकाल में आरती कर फलाहार करें। रात्रि के पहले प्रहर में जागरण कर भजन-कीर्तन करें। अगले दिन स्नान-ध्यान कर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें।

इसके बाद अन्न दान कर व्रत खोलें।

इंदिरा एकादशी का मंत्र जाप  मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन। यत्पूजितं मया देव परिपूर्ण तदस्तु मे॥ ॐ श्री विष्णवे नमः। क्षमा याचनाम् समर्पयामि॥


पितरों के लिए विशेष है इंदिरा एकादशी  इंदिरा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मुक्ति मिलती है। श्रीहरि की कृपा से उनको मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। आप इंदिरा एकादशी का व्रत अपने पितरों के लिए रख सकते हैं।


इंदिरा एकादशी का पारण समय यदि आप इंदिरा एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं तो इसका पारण 29 सितंबर रविवार को होगा। पारण का समय सुबह 6 बजकर 13 मिनट से लेकर 8 बजकर 36 मिनट तक है। इस बीच आप कभी भी पारण कर सकते हैं।
सरायकेला : दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के दौरान चलाई जाएंगी 6000 से अधिक स्पेशल ट्रेनें नई दिल्ली।....
सरायकेला : दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के अवसर पर भारतीय रेल द्वारा यात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए इस वर्ष 6000 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।

यह स्पेशल ट्रेनें 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच चलाई जाएंगी ताकि यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में आसानी हो। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हर साल त्योहारों के समय में स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं, लेकिन इस वर्ष इन ट्रेनों की संख्या में विशेष वृद्धि की गई है


इससे यात्रियों की भारी भीड़ को सुगम और आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलेगी। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए ये त्योहार धार्मिक महत्व के साथ-साथ परिवारों से मिलने का भी अवसर होते हैं। इसलिए, रेलवे ने इन त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन करने की तैयारी की है ।
सरायकेला:;दक्षिण पूर्व रेलवे में राजभाषा पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन ।...
सरायकेला : दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्यालय, गार्डनरीच में 27 सितंबर को राजभाषा पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन किया गया । राजभाषा पखवाड़ा समापन समारोह का शुभारंभ स्वागत गान से किया गया । श्री अनिल कुमार मिश्रा, महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व रेलवे इस समारोह के मुख्य अतिथि थे । समारोह में श्री सौमित्र मजूमदार, अपर महाप्रबंधक, श्री नरेन्द्र, मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान वित्त सलाहकार, सभी प्रधान विभागाध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे । हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताएं (कर्मचारियों के लिए हिंदी निबंध, टिप्पण एवं प्रारुप लेखन, एवं हिंदी वाक् प्रतियोगिता) आयोजित की गई । प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को महाप्रबंधक महोदय द्वारा पुरस्कृत किया गया । हिंदी में सराहनीय कार्य करने वाले 13 अधिकारियों एवं 28 कर्मचारियों को भी महाप्रबंधक महोदया द्वारा पुरस्कृत किया गया। हिंदी पखवाड़ा के दौरान खड़गपुर, चक्रधरपुर एवं आद्रा मंडल के रेलवे स्कूल में आयोजित निबंध एवं वाक् प्रतियोगिता में सफल 6 बच्चों को भी महाप्रबंधक महोदय द्वारा पुरस्कृत किया गया। मुख्यालय की सांस्कृतिक टीम द्वारा “पवित्र पहल '' नाटक का मंचन किया गया, जिसका महाप्रबंधक महोदय द्वारा सराहा गया । महाप्रबंधक महोदय ने अपने सम्बोधन में कहा कि राजभाषा के प्रचार-प्रसार में भारतीय रेलवे की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों द्वारा प्रतियोगिता में भाग लेना खुशी की बात है । उन्होंने कहा की नाटक के माध्यम से राजभाषा का प्रचार-प्रसार हो रहा है। मुझे आशा है की आनेवाले दिनो में ये कर्मचारी राजभाषा के प्रयोग-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे समारोह का सफल संचालन श्री प्रेमचंद डांग, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) ने किया ।
सरायकेला : जुगीलोग गांव में गजों की आतंक। किसान की धान की फसलों को रौदा,इससे किसानों में नाराजगी है और वे वन विभाग और सरकार से समाधान की मांग कर
सरायकेला : ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में हाथियों के आतंक की एक गंभीर समस्या है, जिससे स्थानीय लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। हाथी जंगल से उतरकर गांवों में प्रवेश कर रहे हैं और फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे किसानों में नाराजगी है और वे वन विभाग और सरकार से समाधान की मांग कर रहे हैं।


ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में गजों की आतंक से जनजीवन रहे अस्तवस्त साम ढलते ही गजों का झुंड विभिन्न जंगल से उतर कर गांव प्रवेश कर जाते हे ।साथ ही किसान की घर में रखे घरेलू सामग्री को दीवार को क्षत्रि ग्रस्त करके चावल धान को अपना निवाला बनाते हे। जिससे इस क्षेत्र के मानव समुदाय के लिए आज के दौर में एक बड़ा समस्या उत्पन्न हो गया । गजों का झुंड विभिन्न टुकरे में रहकर इस क्षेत्र में किसान के लगे विभिन्न फसलों को जपना भोजन बना रहा हे। अब धान की फसलों में दूध भरने लगा उस कड़ी फसल को अपना भोजन बना रहा हे । एब पैर तले रौंद कर नष्ट कर देते हे ।जिसे गरीब  किसान वन क्षेत्र पदाधिकारी और वर्तमान सरकार के प्रति नाराजगी जताई । चांडिल में दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी रहने के बाबजूद आज गजों का झुंड सेंचुरी से पलायन करके ईचागढ़ क्षेत्र डेरा डाला और पोष्टिक भोजन के लिए पहुंच जाते हे।

सरायकेला: इस अवसर पर कल्पना सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को सम्मान देने के लिए...
सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल में आयोजित मइया सम्मान यात्रा में मंत्री बेबी देवी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने भाग लिया। इस अवसर पर कल्पना सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को सम्मान देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जो झारखंड में पहली बार हुआ है। उन्होंने बताया कि यह योजना पहले से ही राज्य की महिलाओं को सरकार द्वारा दी जा रही थी, लेकिन विपक्ष के षड्यंत्र के कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजने के कारण यह योजना देर से शुरू हुई। मंत्री बेबी देवी ने खोरठा में अपने भाषण में कहा कि यह योजना गरीबों के लिए हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई है, जिसके तहत राज्य की महिलाओं के खाते में हर महीने हजारों रुपये आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब दुर्गा पूजा में महिलाएं साड़ी और चूड़ी खरीद सकेंगी।
सरायकेला : पोषण माह में शिशुओं के लिए आवश्यक पोषण संबंधी जानकारी दी गई टाटा स्टील फाउंडेशन की...
सरायकेला : पोषण माह में शिशुओं के लिए आवश्यक पोषण संबंधी जानकारी दी गई टाटा स्टील फाउंडेशन की मानसी प्लस प्रोजेक्ट और महिला बाल विकास परियोजना की समन्वय से चांडिल प्रखंड सभागार में पोषण माह वअन्नप्राशन कार्यक्रम आयोजित की गई इस अवसर पर मुख्य अतिथि चांडिल के प्रखंड विकास पदाधिकारी व विशिष्ट अतिथि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी श्रीमती विभा सिन्हा व पयवेक्षका श्रीमती सुमित्रा मुंडा , श्रीमती दानगी सोरेन , श्रीमती अलका इंदवार प्रखंड विकास पदाधिकारी वी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के द्वारा 6 माह के शिशु को अन्नप्राशन कराया गया इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा जन्म से 5 साल तक शिशुओं की देखरेख करने की आवश्यकता है पोषण एवं स्वस्थ जीवन शैली का आधार है इस समय आवश्यक पोषण तत्वों का सेवन शामिल है जो हमारे शरीर को ईंधन देते हैं और विभिन्न शारीरिक कार्यों का विकास करते हैं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी विभा सिन्हा ने कहा कि पोषण माह के दौरान आंगनबाड़ी सेविकाऐ अपने पोषण क्षेत्र में दो साल उम्र तक बच्चों के पोषण में विशेष ध्यान देने के लिए प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है इस दौरान प्रोजेक्टर के माध्यम से वीडियो द्वारा से पोषण संबंधी जानकारी दी गई और सुपोषण पुस्तिका का वितरण किया गया इस अवसर पर मानसी प्लस प्रोजेक्ट के ब्लॉक ऑर्डिनेटर श्रीमती दानगी सोरेन एवं मानसी मित्र सुंदरलाल भूमिज, अमित कुमार बेहरा, श्रीमती पार्वती महतो, श्रीमती बिना पानी महतो, सुश्री रश्मि तंतुबाई एवं आंगनबाड़ी सेविका धात्री माताएं एवं ग्रामीण उपस्थित थे ।
सरायकेला : गुंडा गांव के निवासी जगन्नाथ सिंह सालुक फूल तोड़ने के दौरान गहरे तालाब के पानी में डूब गया...
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के  गुंडा गांव में घटना घटी, जहां सालुक फूल तोड़ने के दौरान गहरे पानी तालाब में डूबने से जगन्नाथ सिंह सरदार 50 वर्ष की मौत हो गई। वह गालुडीह बराज में सिंचाई विभाग में अनुसेवी पद पर कार्यरत थे।

सूत्र के अनुसार 25 सितंबर की दिन बुधवार की शाम छह बजे की आसपास की घटना देर शाम होने की वजह से जगन्नाथ सिंह सरदार की बॉडी को तालाब से नहीं खोज पाया था। आज  सुबह चांडिल डैम के स्थानीय गोताखोरों ने तालाब से शव को बाहर निकाला, और नीमडीह पुलिस ने मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला सदर अस्पताल भेज दिया।

इस घटना के बाद गुंडा गांव में मातम पसर गया। मृतक के परिवार में पत्नी, दो बेटा, और दो बेटियां हैं। मृतक जगन्नाथ सिंह सरदार बुधवार को ही ड्यूटी से जितिया पूजा मानने अपने घर  गुंडा गांव पहुंचे थे। वह सरायकेला एडीसी कार्यालय में कार्यरत बड़ाबाबू हीराला सिंह सरदार के बड़े भाई थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद झारखंड आंदोलनकारी सुखराम हेम्ब्रम, श्यामल मार्डी, सरदीप नायक ने गुंडा गांव पहुंचकर शोक संवेदन व्यक्त किया और शोकाकुल  परिवारवालों को ढांढस बंधाया।