पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के पिता के निधन पर मंत्री लेसी सिंह ने जताया दुख कहा पूर्णिया के लिए है अपूरणीय क्षति


बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह ने पूर्णियाँ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव के पिता चन्द्रनारायण यादव के निधन पर उनके पूर्णियाँ स्थित आवास पहुँचकर पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी | साथ ही सांसद पप्पू यादव की माँ से मिलकर मंत्री लेशी सिंह भावुक हो गयी | उनकी बहन डॉ०अनीता से भी मिलकर ढाँढस बंधाया |
      मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि स्व० चन्द्रनारायण यादव विशाल हृदय के उदारवादी व्यक्तित्व थे । वे समाजसेवी धर्मावलंबी पुरुष थे । धार्मिक कार्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी | उनका निधन कोशी क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है । उनसे मेरा आत्मीय लगाव था । वे मेरे अभिभावक के समान थे | उनका मार्गदर्शन,आशीर्वाद मुझे हमेशा मिलता रहता था | उनका निधन होना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है | उन्होंने कहा कि चन्द्रनारायण यादव ने अपना जीवन समाज को समर्पित कर दिया था | समाजिक कार्य में उनका योगदान सराहनीय था। उनका निधन होना समाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है | मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि चन्द्रनारायण यादव एक सादगी के प्रतीक थे समाज को उनके सादगी और सौम्यता से प्रेरणा लेनी चाहिए | उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शांति और उनके दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने कि शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की हैं |
सांसद पप्पू यादव के पिताजी का निधन, अंतिम संस्कार पैतृक गांव खुर्दा में होगा,अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को लाया गया पूर्णिया आवास

पूर्णिया के माननीय सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जी के पिताजी, श्री चंद्र नारायण प्रसाद, का आज सुबह पटना एम्स में निधन हो गया। उनकी आयु करीब 80 वर्ष से अधिक थी। उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था, और अंततः उन्होंने इलाज के दौरान अपनी अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव खुर्दा, मधेपुरा में किया जाएगा। इस दुखद घटना के बाद से पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है।
      श्री पप्पू यादव के साथ उनकी मां श्रीमती शांति प्रिया, उनकी पत्नी राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, पुत्र सार्थक रंजन, पुत्री प्रकृति रंजन, बहन डॉ. अनीता रंजन (ब्लॉक प्रमुख), उनके पति डॉ जितेंद्र सिंह यादव और अन्य पारिवारिक सदस्य इस मुश्किल घड़ी में पटना एम्स में मौजूद थे। श्री चंद्र नारायण प्रसाद अपने पीछे एक पुत्र, एक पुत्री, एक पोता, एक पोती, दामाद, तीन नातिन और एक नाती छोड़ गए हैं। उनका निधन परिवार और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। परिवार, समर्थक और शुभचिंतक इस दुखद घड़ी में श्री पप्पू यादव और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं।
दो देशी कट्टा के साथ युवक के सामने घंटो बेबस आई पुलिस, पत्नी को बनाया बंधक

पूर्णिया के प्रोफेसर कॉलोनी में एक युवक ने आज सुबह से ही हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया । जिसमें एक युवक दो-दो पिस्टल लेकर न सिर्फ अपनी पत्नी को बंधक बना लिया बल्कि कई राउंड फायरिंग भी किया । युवक के हाथ में दो-दो पिस्टल आप देख सकते हैं । इस दौरान पूर्णिया के कई थानों की पुलिस लोडेड पिस्टल के सामने घंटो बेबस नजर आई । आखिरकार कुछ पुलिस वाले और स्थानीय लोगों के काउंसलिंग के बाद जब युवक थोड़ा नरम हुआ तो पुलिस ने दबोच लिया और दोनों पिस्टल छीन लिया ।
युवक मनोहर ने बताया कि आज सुबह से ही वे अपनी पत्नी से बात करने आए थे लेकिन जब वह बात नहीं माने तो अपनी जान देने के लिए वह पिस्तौल का सहारा लिए । मनोहर ने कहा कि उसने अंतर्जातीय लव मैरिज किया था जिसका परिवार वाले विरोध कर रहे थे । वहीं पत्नी भी उसका साथ नहीं दे रही थी । लिहाजा उसके सामने कोई चारा नहीं था अब युवक बाकी की जिंदगी जेल में ही रहना चाह रहा है । वहीं पूर्णिया के सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि युवक पूरी तरह से परेशान नजर आ रहा है और इसको काउंसलिंग की जरूरत है । युवक ने लगभग 5 घंटे तक पुलिस को परेशान किया पुलिस के सामने बड़ी चुनौती थी कि सुरक्षित युवक और परिवार को बचाना । बहरहाल युवक को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है। और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
300 से ज्यादा लावारिश लाशो को मोक्ष का राह पहुचा चुके है रविन्द्र और हिना, धार्मिक रीति रिवाज से करते है अंतिम संस्कार

ना सरकारी संस्था ना सामाजिक संगठन बस दो लोगों की सोच ने पूर्णिया में कुछ ऐसा कर दिखाया कि चारो तरफ उनकी चर्चा होती है । पूर्णिया के रहने वाले रविद्र साह और हिना सईद लावारिस लाशों को मोक्ष के रास्ते तक पहुंचा रहे हैं। दोनों अब तक 300 से अधिक शवों का धार्मिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कर चुके हैं।
      कोरोना कल में जब लोग अपनों की लाश को छूने से डरते थे । उस वक्त सैकड़ो लाशों को रीति रिवाज के साथ दाह संस्कार करने का काम रविंद्र शाह ने किया । उन्होंने बताया कि यह काम आसान नहीं था घर परिवार से लेकर समाज के लोग विरोध कर रहे थे लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति के बदौलत वे करते चले गए और अब लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करना उनका मकसद रह गया है ।अब तक 300 से ज्यादा लावारिश लाशो का संस्कार करवा चुके है ।

       लावारिश लाशो को मोक्ष धाम तक पहुचाने में रविन्द्र का साथ दे रही हीना सईद की माने तो पुलिस प्रशासन से लेकर अस्पताल तक से उन्हें और रविंद्र को अंतिम संस्कार हेतु फोन आता है । उन्होंने बताया कि लावारिस लाश को उनके धर्म के हिसाब से अंतिम संस्कार कराया जाता है । और इस कार्य में जो भी राशि लगती है उसका वहन दोनों मिल कर करते हैं ।

      कोरोना पेंडेमिक में संक्रमण के प्रसार की वजह से अनगिनत जानें गई। जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती शवों के दाह संस्कार की थी। जो बड़ी सामाजिक चुनौती बनकर उभरी। इस चुनौती का सामना कर हीना और रविन्द्र ने इस अभियान को बदस्तूर जारी रखा है । जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है ।
सांसद पप्पू यादव ने वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण ,कहा बुनियादी सुविधाओं का भी है आभाव, बुजुर्गो को दिया दूध
पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र के पॉलिटेक्निक चौक स्थित वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण किया। वहां मौजूद बुजुर्गों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। साथ ही, खाने-पीने की व्यवस्था और अन्य समस्याओं के बारे में भी उनसे विस्तार से बात की। दुःख की बात यह है कि बुजुर्गों ने बताया कि उन्हें दूध जैसी बुनियादी चीजें भी नहीं मिल रही हैं, जबकि रूटीन में इसका प्रावधान है। उनकी समस्याओं को सुनने के बाद तुरंत अपने तरफ से दूध मंगवाकर वृद्धाश्रम के सभी बुजुर्गों में दूध वितरण किया। यह बेहद शर्मनाक है कि कुछ बेटे-बेटियां अपने वृद्ध माता-पिता को इस तरह बेसहारा छोड़ देते हैं। ऐसे मामलों को देखकर मन व्यथित होता है। हमें अपने बुजुर्गों का सम्मान और देखभाल करनी चाहिए।"
विद्या विहार के बमबम ने वार्षिक सीबीएसई एथलेटिक्स क्लस्टर 2024 में जीते दो स्वर्ण पदक

विद्या विहार आवासीय विद्यालय (वीवीआरएस) ने रांची के विकास विद्यालय में 10 से 14 सितंबर 2024 तक आयोजित वार्षिक सीबीएसई एथलेटिक्स क्लस्टर 2024 में अपने एथलीटों के शानदार प्रदर्शन के साथ खेलों में अपनी बढ़त बनाए रखी है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में बिहार और झारखंड के लगभग 200 स्कूलों ने भाग लिया, जिससे प्रतियोगिता का स्तर और भी ऊँचा हो गया। विद्यालय के स्टार एथलीट बमबम ने इस प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीतकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। उन्होंने 800 मीटर दौड़ में, जिसमें 100 से 150 एथलीटों ने हिस्सा लिया, लगातार दूसरे वर्ष स्वर्ण पदक प्राप्त कर अपनी श्रेष्ठता साबित की। इसके अलावा, 200 मीटर दौड़, जिसमें भी 100 से अधिक एथलीटों ने प्रतिस्पर्धा की, में भी स्वर्ण पदक हासिल कर वे इस वर्ष के क्लस्टर में दोहरे चैंपियन बने। उनकी यह उपलब्धि उनके कठोर परिश्रम, समर्पण और उत्कृष्टता का प्रमाण है, जिससे उन्हें विद्या विहार का "गोल्डन मैन" कहा जा रहा है।

     इसके साथ ही, गुलशन कुमार ने ट्रिपल जंप में कांस्य पदक जीतकर विद्यालय का गौरव बढ़ाया और अपनी क्षमता और संकल्प का परिचय दिया। विद्या विहार परिवार इन अद्वितीय उपलब्धियों पर गर्वित है। विद्यालय सचिव इंजी. राजेश चंद्र मिश्रा, निदेशक इंजी. आर. के. पॉल, प्राचार्य श्री निखिल रंजन, और पीआरओ इंजी. राहुल शांडिल्य ने एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों को हार्दिक बधाई दी है। इस जीत ने खेलों में उत्कृष्टता और प्रतिभा के पोषण के प्रति विद्यालय की प्रतिबद्धता को फिर से स्थापित किया है। विशेष सराहना विद्यालय के समर्पित शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षकों - श्री अमित लाकड़ा, श्री वेद प्रकाश भगत, और सुश्री विजय लक्ष्मी को दी जाती है, जिनके मार्गदर्शन ने इन एथलीटों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन प्रशिक्षकों का समर्थन और प्रोत्साहन इन युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहा है। विद्या विहार की एथलेटिक्स टीम अपने गुरुओं के कुशल नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन करते हुए विजयी होकर लौटी है। यह उपलब्धि न केवल विद्या विहार आवासीय विद्यालय के लिए बल्कि पूरे पूर्णिया क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि हमारे एथलीट राष्ट्रीय मंच पर अपनी चमक बिखेर रहे हैं। विद्या विहार को खेलों में उत्कृष्टता का प्रतीक बनाने के लिए बमबम, गुलशन कुमार और उनके प्रशिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएँ!
पूर्णिया में हुआ 73वां जिला फुटबॉल लीग का उद्घाटन


73वां जिला फुटबॉल लीग का उद्घाटन जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष डॉ मुकेश और Dsa के अध्यक्ष गौतम वर्मा द्वारा किया गया इस अवसर पर क्रिकेट के सचिव गौतम चौधरी एथलेटिक संघ के सचिव एम रहमान बेसबॉल के सचिव आदेश सिंह तीरंदाजी के सचिव अजय कुमार Dfa के उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह संयुक्त सचिव फरहाद आलम गुड्डू जी रॉबिन सोरेन नौशाद आलम रीना लक्ष्मी नारायण यादव अशोक कुमार उपस्थित थे इस मैच के रेफरी अभिजीत हेंब्रम प्रेमजीत तिग्गा नीरज लकड़ा राम सेवक रमन थे आदिवासी यूनाइटेड प्रथम हाफ में ही एक गोल से बढ़त बना ली थी लेकिन हाफ टाइम के तुरंत बाद पूर्णिया एथलेटिक क्लब एक गोलकर बराबरी कर दिया मैच के अंतिम समय में आदिवासी यूनाइटेड एक गोलकर 2 -1 से विजय हो गई आदिवासी यूनाइटेड के तरफ से पहला गोल दीपक ने किया जबकि अंतिम गोल विजय कुमार द्वारा किया गया पूर्णिया एथलेटिक्स की ओर से एक गोल अभिषेक के द्वारा किया इस तरह आदिवासी यूनाइटेड दो एक से विजय रही
पहली बार बिहार के पूर्णिया में शुरू हुई चाय की खेती ,जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
पूर्णिया जिले में पहली बार 10 एकड़ भूमि पर चाय की खेती की गई है । यह खेती पूर्णिया के वैसा प्रखंड अंतर्गत चांदबाड़ी पंचायत में की गई है ।

परिवार नियोजन सुविधा के लिए लोगों को जागरूक हेतु सारथी रथ का जिलाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना

परिवार नियोजन सुविधा के लिए लोगों को जागरूक हेतु सारथी रथ का जिलाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना -17 से 30 सितंबर तक जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चलाया जाएगा मिशन परिवार विकास अभियान -लोगों को विशेष रूप से मिलेगा परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ -परिवार नियोजन के विभिन्न विकल्पों के लिए जागरूकता रथ द्वारा लोगों को मिलेगी जानकारी : जिलाधिकारी


परिवार नियोजन के सभी स्थायी और अस्थायी सुविधाओं की जानकारी लेते हुए विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए लोगों को जागरूक करने हेतु जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा समाहरणालय से मिशन परिवार विकास अभियान के तहत सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सारथी रथ द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में माइकिंग करते हुए लोगों को परिवार नियोजन के सभी सुविधाओं की जानकारी देते हुए नजदीकी अस्पताल में इसका लाभ उठाने के लिए जागरूक किया जाएगा। इस दौरान प्रभारी सिविल सर्जन डॉ आर पी मंडल, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, पिरामल स्वास्थ्य जिला समन्यवक चंदन कुमार, पीएसआई जिला प्रोग्राम मैनेजर मयंक राणा, सीनियर फील्ड प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ब्यूटी कुमारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 17 से 30 सितंबर तक जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चलाया जाएगा मिशन परिवार विकास अभियान : जिले में 02 सितंबर से 30 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी देते हुए इच्छुक दंपत्तियों को 17 सितंबर से 30 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा अभियान के तहत आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए लोगों को जागरूक करने हेतु जिले में सारथी रथ चलाया गया है। सारथी रथ द्वारा लोगों को माइकिंग के जरिए सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी।


     सारथी रथ द्वारा लोगों को अस्पताल में उपलब्ध इन सुविधाओं का लाभ उठाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये जाने वाले प्रोत्साहन राशि की भी जानकारी दी जाएगी। रथ द्वारा इच्छुक दंपत्तियों को इन सुविधाओं का लाभ लेकर अपने परिवार को स्वस्थ और संतुलित रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। लोगों को विशेष रूप से मिलेगा परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ : मिशन परिवार विकास अभियान के तहत इच्छुक दंपतियों को सभी अस्पताल में विशेष रूप से परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ मिलेगा। परिवार नियोजन के स्थायी सुविधा के रूप में लोग महिला बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। परिवार नियोजन के अस्थायी सुविधा के रूप में लोगों द्वारा अंतरा, छाया की सुई, माला-एन, कॉपर-टी और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (ईजी पिल्स) का लाभ उठाते हुए अपने पहले बच्चे के जन्म और दो बच्चों में पर्याप्त अंतराल रखते हुए सुखी परिवार का लाभ उठा सकते हैं। परिवार नियोजन के विभिन्न विकल्पों के लिए जागरूकता रथ द्वारा लोगों को मिलेगी जानकारी : जिलाधिकारी जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने सारथी रथ को रवाना करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न विकल्पों के प्रति जागरूक करने के लिए सारथी रथ को रवाना किया जा रहा है। इच्छुक लोगों को 17 सितंबर से सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन के विभिन्न विकल्पों के लाभ उपलब्ध कराई जाएगी। जागरूकता रथ द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी के साथ साथ विभिन्न अस्थायी सुविधा की जानकारी दी जाएगी। सारथी रथ द्वारा लोगों को दो बच्चों के जन्म के बीच कुछ साल का अंतराल रखने के लिए विभिन्न सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। बच्चों के जन्म में आवश्यक अंतराल रखने से माँ और बच्चे को स्वस्थ बेहतर रह सकेगा और बच्चों की परवरिश बेहतर हो सकेगी। इसके साथ साथ माँ और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोगों को चिकित्सकों की निगरानी में प्रसव सुविधा का लाभ उठाने के लिए जागरूकता रथ द्वारा लोगों को जागरूक किया जाएगा। पूर्णिया जिला में माँ और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए संस्थागत प्रसव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसका परिणाम है कि पूर्णिया जिला संस्थागत प्रसव कराने में राज्य में तीसरे स्थान पर है। इसके साथ साथ पूर्णिया जिले में माँ और बच्चों के बेहतर स्वास्थ के लिए नियमित टीकाकरण और प्रसव पूर्व जांच कराने के लिए लोगों को विशेष रूप से जागरूक किया जा रहा है। नियमित टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ध्यान रखा जा रहा है कि ड्यू लिस्ट और सर्वे रजिस्टर नियमित रूप से अपडेट रहे ताकि कोई भी बच्चा नियमित टीकाकरण से वंचित नहीं रह सके। जिले में सभी सुविधा समग्र रूप से किया जा रहा है जिसका जिला में बेहतर परिणाम भी मिल रहा है।
विद्या विहार आवासीय विद्यालय को सीफोर स्कूल उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 में बिहार के सर्वश्रेष्ठ सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय का सम्मान

विद्या विहार आवासीय विद्यालय, पूर्णिया ने एक बार फिर से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसे वर्ष 2024 के लिए बिहार के सर्वश्रेष्ठ सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय (भारतीय पाठ्यक्रम) के रूप में मान्यता दी गई है। यह सम्मान 11 सितंबर 2024 को ग्रैंड होटल, वसंत कुंज, नई दिल्ली में आयोजित सीफोर स्कूल उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया। यह आयोजन ब्रेनफीड पत्रिका द्वारा संचालित था, जिसमें शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति स्कूलों की प्रतिबद्धता का जश्न मनाया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विद्या विहार के प्रधानाचार्य श्री निखिल रंजन और विद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी इं. राहुल शांडिल्य को सीफोर के संस्थापक श्री प्रेमचंद पालेटी द्वारा भेंट किया गया। इस अवसर पर देश भर के शिक्षा जगत के दिग्गज भी उपस्थित थे।

      यह मान्यता विद्या विहार की निरंतर अकादमिक उत्कृष्टता, समग्र विकास, और भविष्य के नेताओं को पोषित करने के प्रति उसके समर्पण को उजागर करती है। उत्कृष्टता की परंपरा विद्या विहार आवासीय विद्यालय का भारतीय शिक्षा जगत में शीर्ष स्थान नया नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया, एजुकेशन टुडे, एजुकेशन वर्ल्ड और करियर 360 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा इसे बिहार और देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए निरंतर सराहा गया है। लेकिन 2024 का यह पुरस्कार विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों - शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और अभिभावकों की कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
      विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री निखिल रंजन ने इस उपलब्धि पर आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह पुरस्कार विद्या विहार से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है। यह हमारे कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, अभिभावकों के समर्थन और छात्रों की उत्कृष्टता की निरंतर खोज को दर्शाता है। यह सम्मान हमारे प्रतिष्ठित संस्थापक स्वर्गीय श्री रमेश चंद्र मिश्रा को समर्पित है, जिनकी शिक्षा के प्रति दूरदृष्टि आज भी हमें प्रेरित करती है।" नेतृत्व और दूरदृष्टि विद्यालय के सचिव इं. राजेश चंद्र मिश्रा और निदेशक इं. रंजीत कुमार पॉल ने इस सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "यह पुरस्कार पूरे विद्या विहार परिवार के समर्पण, मेहनत और ईमानदारी को मान्यता देता है। यह हमारे छात्रों में मूल्य, अनुशासन और चरित्र का विकास करते हुए, उन्हें विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। हम अपने समस्त स्टाफ को बधाई देते हैं और माता-पिता व छात्रों का हमारे दृष्टिकोण में अटूट विश्वास बनाए रखने के लिए धन्यवाद करते हैं।" उत्सव की लहर पुरस्कार की खबर से विद्या विहार परिसर में हर्ष और उत्सव का माहौल है। शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और पूर्व छात्र, सभी विद्यालय की इस उपलब्धि पर गर्व कर रहे हैं। यह सम्मान न केवल विद्यालय की शिक्षा प्रणाली की उत्कृष्टता को प्रमाणित करता है, बल्कि इसके चरित्र निर्माण, नेतृत्व कौशल और छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व को भी रेखांकित करता है। इस सम्मान के साथ, विद्या विहार आवासीय विद्यालय की उत्कृष्टता की यात्रा और भी ऊंचाइयों तक पहुँचने की दिशा में निरंतर जारी है। विद्यालय के प्रति यह मान्यता दर्शाती है कि आने वाले वर्षों में भी यह शिक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए, हर छात्र को जीवन में सफल होने के लिए सशक्त बनाने के अपने मिशन पर दृढ़ बना रहेगा।