दुमका : बांग्लादेशी घुसपैठ से आदिवासियों की अस्मिता व संस्कृति पर खतरा


मांझी परगना महासम्मेलन में तय होगा आंदोलन की रणनीति - चम्पाई सोरेन

दुमका : झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता चम्पाई सोरेन ने कहा कि संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा बहुत जटिल हो चुका है और आज पहली बार पाकुड़ में होनेवाले मांझी परगना महासम्मेलन में इस मुद्दा को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। 

संथाल परगना में घुसपैठ की बढ़ती समस्या को देखते हुए यह सम्मेलन बुलाना बहुत जरुरी हो गया था। 

पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन सोमवार को संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर पाकुड़ जिले के डांगापाड़ा में मांझी परगना लाहंती वैसी द्वारा आयोजित मांझी परगना महासम्मेलन में शामिल होने से पूर्व दुमका परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। 

चम्पाई सोरेन ने कहा कि 

संथाल परगना से आदिवासियों की एक एक बस्ती मिटते जाएगा, यह कोई छोटा सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि आदिवासी अपने जमीन से बेदखल हो रहे है, आदिवासियों के भाषा और संस्कृति पर प्रहार हो रहा है और आदिवासियों के बहू बेटियों पर अन्याय हो रहा है तो अब ऐसे में जरुरी हो गया कि संथाल परगना को बचाना है, उनकी जन्मभूमि को बचाना है और आदिवासी समाज को एकजुट कर उन्हें जागृत करना है। कहा कि सम्मेलन में जो भी निर्णय होगा वो उस निर्णय के साथ होंगे। 

वहीं जे एम एम द्वारा सरना धर्म कोड को लेकर केंद्र की भूमिका पर उठाये जा रहे सवाल पर चम्पाई सोरेन ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कल 140 किलोमीटर की दूरी तय कर सड़क मार्ग से कोल्हान की धरती पर पहुँचे और वहाँ की जनता से संवाद किया। पीएम वहाँ की सारी चीजों को जानने का प्रयास किया, जानने के बाद कुछ काम होगा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सुखद पलों पर आखिर क्यों होती रही सियासत! वंदे भारत की सौगात और सियासत.. पढ़िए पूरी रिपोर्ट


दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका को भी वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को छह वंदे भारत एक्सप्रेस को वर्चुअली हरि झंडी दिखाकर रवाना किया जिसमें भागलपुर-दुमका-हावड़ा मार्ग पर चलनेवाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल है। पीएम मोदी द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उदघाटन के बाद ट्रेन भागलपुर से दुमका पहुंची।

दुमका रेलवे स्टेशन में वंदे भारत एक्सप्रेस के स्वागत में रेलवे द्वारा एक समारोह का आयोजन किया गया। ट्रेन के स्वागत में गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे, दुमका से झामुमो सांसद नलिन सोरेन, पूर्व विधायक एवं मंत्री डॉ लुईस मरांडी एवं पूर्व विधायक सीता सोरेन सहित रेलवे के अधिकारी, बीजेपी और झामुमो एवं अन्य दलों के कई कार्यकर्ता सहित आमलोग भी मौजूद थे। 

बारिश के बावजूद इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए रेलवे स्टेशन पहुँचे आमलोगों में वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर काफी उत्साह दिखा। 

वहीं ट्रेन के स्वागत में आयोजित समारोह कुछ पलों में राजनीतिक मंच के रूप में तब्दील हो गया और फिर सम्बोधन के दौरान भाजपा और झामुमो एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप की बारिश में जुटे रहे। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं की नारेबाजी की शोर में हंगामे का दृश्य बना रहा।

दरअसल पूर्व विधायक और भाजपा नेत्री सीता सोरेन ने अपने सम्बोधन के दौरान पीएम मोदी की तारीफ की लेकिन जैसे ही उन्होंने राज्य की हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार की आलोचना शुरू की तो मंच के पास मौजूद झामुमो के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। 

सीता सोरेन ने दुमका वासियों को केंद्र सरकार द्वारा वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने पर इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प को दिया, जिसके तहत सबका साथ, सबका विकास की बात की जाती है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि संथाल परगना प्रमंडल जैसे पिछड़े क्षेत्र को भी वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। 

उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साढ़े चार वर्षों तक राज्य सरकार ने झारखंड के लिए क्या किया? अपनी जेब गर्म करते रहे, अपनी झोली भरते रहे। सरकार के मंत्री जेल की यात्रा कर रहे हैं। इसके बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। 

साढ़े चार वर्षों तक जनता को भूल गए और अब नए-नए वादे किये जा रहे हैं। कहा कि यहां के सीएम से झारखंड संभल नहीं रहा है। इसलिए चाहे असम के सीएम हो या केंद्रीय मंत्री झारखंड में कैंप कर रहे हैं, क्योंकि हमें झारखंड की चिंता है। यहां के लोगों की चिंता हमें है।  झारखंड को लूट कर खोखला करने वालों से झारखंड का विकास संभव नहीं है।

वहीं झामुमो सांसद नलिन सोरेन ने वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री को बधाई दी और कहा कि हालांकि यहां के लोगों के लिए यह ट्रेन उतना उपयोगी नहीं होगा। इसकी वजह इस क्षेत्र का पिछड़ापन है। यहां के लोग गरीब हैं और वंदे भारत ट्रेन का किराया बहुत ज्यादा है। 

उन्होंने कहा कि दुमका वासी लंबे समय से दुमका से देश की राजधानी दिल्ली तक के लिए सीधी रेल सेवा की मांग करते आ रहे हैं। उन्होंने जनता की इस आवाज को सदन में उठाने का काम किया है। अगर दुमका-दिल्ली ट्रेन मिल जाए तो वह यहां के लोगों के लिए सबसे बड़ी सौगात होगी।

इस दौरान मंच जैसे ही राजनीतिक हुआ वैसे ही सभी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता अपने- अपने नेता के समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाने लगे और फिर तमाम वक्ताओं की बातें जिंदाबाद के शोर के बीच दब गई। हालांकि, नलिन सोरेन और निशिकांत दुबे ने माहौल को संभालने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ता किसी की भी सुनने के लिए तैयार नहीं हुए।

शोर के बीच सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सभी की सहभागिता आवश्यक है। विकास के नाम पर बिहार से अलग झारखंड राज्य बना था। इसके बावजूद वर्ष 2014 तक संथाल परगना प्रमंडल का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया था। जबकि इसी दुमका की धरती ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को पहचान दिया। कहा कि इसलिए इस क्षेत्र के विकास के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी को सोचना होगा ताकि भविष्य में हमें यह न कहना पड़े की झारखंड के जमशेदपुर का अधिक विकास हुआ, जबकि दुमका पिछड़ा रह गया। उन्होंने वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के प्रति आभार जताया और कहा इससे लोगों को काफी फायदा मिलेगा।

बहरहाल, दुमका को रेल सेवा से जुड़ने में लंबा वक्त लगा। साल 1999 में तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने बैद्यनाथ धाम रेल स्टेशन परिसर में देवघर-दुमका नयी रेल लाइन की आधारशिला रखी थी लेकिन उसके साल भर बाद राज्य का बंटवारा हो गया। दुमका को झारखण्ड की उपराजधानी घोषित किये जाने के बाद रेल सेवा का महत्व बढ़ गया। फिर राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 8 अप्रैल 2002 को दुमका में इस रेल परियोजना का शिलान्यास किया। 

दुमका-देवघर रेल परियोजना को साल 2007 में ही पूरा हो जाना था लेकिन जुलाई 2011 में यहाँ रेलवे सेवा शुरू हुई। उस ऐतिहासिक पल के हजारों लोगों गवाह बने क्योंकि दुमका में रेल सेवा शुरू होने का सपना यहाँ के लोगों ने लंबे समय से संजोया था। सपना पूरा हुआ, एक्सप्रेस ट्रेन तक चलनी शुरू हो गयी, कोयले की कमाई से राजस्व भी बढ़ने लगा लेकिन जब भी सुखद पल आया, मंच सजा तो वो राजनीतिक अखाड़ा जरूर बना, चाहे सरकार किसी की भी रही हो।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मिड डे मिल में गिरी छिपकली, 47 बच्चे बीमार, जाँच के दिए गए आदेश

दुमका :- झारखण्ड के दुमका के मसलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय में शुक्रवार को मिड डे मिल में छिपकली गिरने के बाद खाना खाने से 47 बच्चे बीमार हो गए। मामले की जाँच का आदेश दे दिया गया है। 

बच्चों को भोजन में जैसे ही छिपकली होने की जानकारी मिली, बच्चों ने उल्टियां करनी शुरू कर दी। किसी बच्चे को सिर दर्द होना शुरू हो गया। आनन फानन में सभी बच्चों को मसलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।

फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है और प्राथमिक इलाज के बाद सभी बच्चों को देर शाम में स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गयी।

पीड़ित छात्र बाबू सोना मरांडी और राजकिशोर टुडू ने कहा कि कुछ छोटे बच्चों के बीच खाना परोस दिया गया था। 

बच्चों ने खाना शुरू कर दिया था। अचानक भोजन परोसने वाले ने बताया कि भोजन में छिपकली गिर गयी थी। उसके बाद जिन बच्चों ने खाना खाया था, उनकी तबियत बिगड़ने लगी। बाकी बच्चों ने खाना फेंक दिया। कहा कि उनलोगों को स्वास्थ्य केंद्र में इलाज शुरू किया गया और इलाज के बाद सभी अच्छा महसूस कर रहे है। 

देर शाम को दुमका के सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह और जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष हेमब्रम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर बच्चों की स्थिति का जायजा लिया।सिविल सर्जन ने कहा कि सभी बच्चे बहुत घबराये हुए थे। 

डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ की मदद से सभी बच्चों का इलाज शुरू किया गया और फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर है और सभी को स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गयी है।

वहीं मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष हेमब्रम ने कहा कि मामले की जाँच का आदेश दिया गया है। जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि मामले में जो भी दोषी शिक्षक और कर्मी होंगे उनलोगों के खिलाफ विभाग के स्तर से सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मसानजोर में मकई लदा ट्रक पलटा, एक पर्यटक की मौत, आधा दर्जन से अधिक घायल


दुमका : जिले के मसानजोर डैम के समीप बुधवार को हुए एक सड़क हादसे में एक महिला पर्यटक की मौत हो गयी जबकि आधा दर्जन से अधिक पर्यटक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को बेहतर इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के सिउड़ी रेफर कर दिया गया है। 

घटना इस वक्त हुई जब दुमका से पश्चिम बंगाल जा रहा मकई लदा ट्रक मसानजोर डैम के पास अचानक पलट गया। ट्रक ने सड़क किनारे पैदल चल रहे आधा दर्जन से अधिक पर्यटकों को अपनी चपेट में ले लिया और सभी मकई के बोरे में दब गए। ये सभी पर्यटक एक टूरिस्ट बस से पश्चिम बंगाल से मसानजोर डैम घूमने आये थे।

हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा तफरी मच गयी। सूचना मिलने पर पास में ही स्थित मसानजोर ओपी के पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मकई के बोरे के नीचे दबे सभी पर्यटकों को निकाला और इलाज के लिए रानेश्वर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। घायलों में ट्रक चालक भी शामिल है।

( दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

ब्रेकिंग: गिरफ्त में आया घूसखोर सरकारी अमीन, गोड्डा में 5 हजार घूस लेते हुए अमीन को एसीबी ने किया गिरफ्तार

दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार को गोड्डा से एक सरकारी अमीन को पांच हजार रूपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम घूसखोर सरकारी अमीन नारायण मंडल को गोड्डा अंचल कार्यालय से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद घूसखोर अमीन को दुमका लाया गया और देर शाम न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। 

जानकारी के मुताबिक गोड्डा जिले के बड़ी कल्याणी पंचायत के रतनपुर के रहनेवाले सचीन पूर्व ने सरकारी अमीन नारायण मंडल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के पास शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनका जमीन विवाद चल रहा था, जिसके निपटारे के लिए सरकारी अमीन नारायण मण्डल ने 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। आवेदक ने रिश्वत देने से इनकार किया और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को इसकी जानकारी दी।

शिकायत के बाद एसीबी द्वारा इस मामले की जांच की गई। जांच में यह पाया गया कि नारायण मण्डल ने वाकई 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक ट्रैप ऑपरेशन तैयार किया और बुधवार को सरकारी अमीन नारायण मण्डल को आवेदक से रिश्वत लेते हुए अंचल कार्यालय गोड्डा में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार किए गए अमीन की पहचान नारायण मण्डल उर्फ नारायण कुमार मण्डल के रूप में हुई है, जो वर्तमान में अंचल कार्यालय गोड्डा में तैनात थे। गिरफ्तारी के समय टीम के साथ दो स्वतंत्र साक्षी और एक नियमित दंडाधिकारी भी मौजूद थे।

आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक (संशोधित) अधिनियम 2018 की धारा-7 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की आगे की जांच जारी है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : आयुक्त ने मतदान केंद्रों का किया निरीक्षण,अधिकारियों को दिया विशेष टास्क

दुमका : झारखण्ड में आनेवाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गयी है। अधिकारियों द्वारा मतदान केंद्रों का जायजा लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का विशेष दिशा निर्देश दिया जा रहा है।

प्रमण्डलीय आयुक्त लालचंद डाडेल ने दुमका, शिकारीपाड़ा एवं लिट्टीपाड़ा विधानसभा अंतर्गत विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया गया। 

निरीक्षण के दौरान मतदान केंद्रों में भवन की स्थिति, रैम्प, पेयजल, विद्युत आदि की व्यवस्था का अवलोकन किया गया। इस दौरान आयुक्त द्वारा पदाधिकारियों को मतदान केंद्रों में कमियों को ससमय दूर करने के लिए जरुरी दिशा-निर्देश दिए गये। 

आयुक्त श्री डांडेल ने कहा कि चुनाव आयोग के निदेश के आलोक में मतदान केंद्रों में दिव्यांग मतदाताओं एवं 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध मतदाताओं के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय।

मौके पर काठीकुंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी ममता मरांडी, गोपीकांदर के बीडीओ गौतम मोदी, आयुक्त के निजी सहायक-सह-सहायक प्रशाखा पदाधिकारी सौरभ कुमार तिवारी, आयुक्त कार्यालय के विधान चक्रवर्ती, गोपीकांदर के प्रभारी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी विशाल कुमार संबंधित मतदान केंद्रों के बीएलओ आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : गाँधी मैदान के गेट पर झूल रहा था मासूम, अचानक गेट टूटने से हुई मौत, विरोध में सड़क जाम

दुमका : नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार को गांधी मैदान के मुख्य द्वार में लगा लोहे का बड़ा गेट गिर जाने से एक बच्चे की मौत हो गयी, तो वहीं दो बच्चे बाल-बाल बच गए। घटना से नाराज लोगों ने बिना पोस्टमार्टम के शव को गांधी मैदान के पास बीच सड़क में रखकर तीन घंटे के लिए मार्ग को जाम कर आवागमन बाधित कर दिया। बाद में मौके पर पहुँचे दुमका के अंचलाधिकारी ने सहायता राशि देकर जाम समाप्त कराया। इसके बाद नगर थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। मासूम बच्चे की मौत के बाद मां चिंकी देवी और नानी शकुंतला देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मां कई बार अस्पताल में बेहोश भी हो गई।

जानकारी के मुताबिक डंगालपाड़ा की महिला चिंकी देवी पति से अलग होकर आशीष के साथ रहती थी। वह दूसरे के घरों में बर्तन मांजकर किसी तरह दोनों का पालन पोषण कर रही थी। दोपहर को उसका बेटा आशीष अपने दो साथियों के साथ गांधी मेदान चला गया।

 वह साथियों के साथ मुख्य द्वार में लगे लोहे के ग्रिल में झूला झूल रहा था। कब्जा गल जाने के कारण अचानक ग्रिल का एक हिस्सा टूट गया और उसके नीचे दब जाने के कारण आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि उसके दोनों साथी बाल बाल बच गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने किसी तरह से आशीष को ग्रिल के नीचे निकालकर इलाज के लिए आटो से मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा। मरहम पटटी के बाद आशीष ने दम तोड़ दिया। अस्पताल में मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी नगर थाना को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले मुहल्ले के लोग शव को लेकर चले गए और मुआवजा की मांग को लेकर गांधी मैदान के सामने बीच मार्ग को जाम कर दिया।

 जाम की सूचना मिलने के बाद सीओ अमर कुमार और नगर थाना प्रभारी अमित लकड़ा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जाम करने वालों से बात की। सीओ ने तत्काल बीस हजार रुपया देकर आश्वासन दिया कि मां चिंकी देवी को तत्काल वृद्धापेंशन दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन से मिलने वाली हर सहायता प्रदान की जाएगी। उनके इस आश्वासन के बाद पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जाम समाप्त कराया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में सामने आये 374 मामले, अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़ा, कुछ मामलों का तुरंत किया गया निदान


दुमका : राज्य सरकार की पहल और पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर झारखण्ड के दुमका में पुलिस विभाग द्वारा मंगलवार को आयोजित जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में 374 मामले सामने आये।

 कार्यक्रम के दौरान दुमका नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रहनेवाले लोगों की शिकायतें सबसे ज्यादा मिली। जिले के चार स्थानों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें सदर अनुमंडल में 133, जरमुंडी अनुमंडल में 149, मसलिया एवं टोंगरा थाना क्षेत्र से 57 और शिकारीपाड़ा एवं रानेश्वर से 35 लोगों की शिकायत से संबंधित आवेदन विभाग को मिले।


 लोगों की अधिकांश शिकायतें जमीन विवाद से जुड़ी हुई थी। इसके अलावा छेड़खानी, पुराने मामलों में आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं होना, अनुसन्धान सहित अन्य मामलों से जुड़ी शिकायतें शामिल थी। कार्यक्रम में शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों के आवेदन का पंजीकरण कर उन्हें उसकी रिसिविंग रसीद भी दी गयी। कार्यक्रम को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा और लोगों में पुलिस के प्रति एक विश्वास जगा। 

लोगों ने उचित न्याय की उम्मीद भी जतायी। 

इससे पूर्व कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन झारखण्ड जगुआर एसटीएफ के डीआईजी इंद्रजीत महथा ने की। मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार, एसडीपीओ विजय महतो, डालसा ए सदस्य सहित अन्य अधिकारी एवं पुलिसकर्मी मौजूद थे।

डीआईजी इंद्रजीत महथा को दुमका में आयोजित कार्यक्रम का प्रभारी अधिकारी बनाया गया था। डीआईजी इंद्रजीत महथा में कहा कि इस कार्यक्रम से लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है और पुलिस लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेकर तेजी से समाधान करने की पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि सिविल से जुड़े मामलों को संबंधित विभागों को हस्तातंरित कर दिया जाएगा। कुछ मामलों का दो से तीन दिनों के भीतर समाधान कर दिया जाएगा और इसकी सूचना भी शिकायतकर्ता को दे दी जाएगी। जनता की शिकायतों की मॉनिटरिंग एसपी लगातार करेंगे। कहा कि पुलिस मुख्यालय की कोशिश है कि हर महीने इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। 

वहीं दुमका के एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़े हुए है। सभी शिकायतों को अलग अलग कैटेगरी में बांटकर उन शिकायतों की जाँच एवं त्वरित निदान किया जाएगा। शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों को ट्रैक भी कर सकते है जिसकी सूचना पुलिस विभाग देगी। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा, साइबर फ़्रॉड से जुड़ी शिकायतों के लिए 1930 डायल और बच्चियों या किसी महिला के साथ छेड़खानी स्वागत जुड़ी शिकायतों के लिए डायल 112 के महत्व की जानकारी भी दी गयी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जन शिकायत समाधान कार्यक्रम की तैयारी पूरी, पुलिस के अधिकारी आज सुनेंगे जनता की शिकायतें, ऑन द स्पॉट होगा समाधान


दुमका : सामुदायिक पुलिसिंग के तहत पुलिस और आमलोगों के बीच अविश्वास और दूरी को मिटाने के मकसद से मांगलबार को जिले के चार स्थानों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 


कार्यक्रम के तहत पुलिस के अधिकारी जनता की शिकायतों और समस्याओं को सुनेंगे और उनके आवेदन पर उचित कार्रवाई करेंगे। कार्यक्रम को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।

दुमका के सिदो कान्हू मुर्मू इंडोर स्टेडियम में नगर थाना, मुफ्फसिल थाना, गोपीकांदर थाना, काठीकुंड थाना, दिग्घी ओपी एवं मसानजोर ओपी, मसलिया के दलाही पंचायत भवन में मसलिया थाना एवं टोंगरा थाना, जरमुंडी डाक बंगला में जरमुंडी थाना, जामा थाना, तालझारी थाना, हँसडीहा थाना, रामगढ़ थाना एवं सरैयाहाट थाना और शिकारीपाड़ा के राजबाँध मध्य विद्यालय में शिकारीपाड़ा थाना एवं रानेश्वर थाना के अंतर्गत आनेवाले जनता की शिकायत एवं समस्याओं को सुना जाएगा।

पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने रविवार को को इंडोर स्टेडियम दुमका में होने वाले जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के तैयारियों का जाएजा लिया।

पुलिस अधीक्षक श्री खेरवार ने निरीक्षण के क्रम में पुलिस पदाधिकारी को विशेष दिशा निर्देश दिया और सभी पुलिस पदाधिकारी को आमलोगों के साथ विनम्रता से पेश आने को कहा।

एसपी ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान आयोजन स्थल पर जनता की पुलिस से संबंधित शिकायतों को प्राप्त करना एवं उक्त शिकायतों का पंजीकरण किया जाना है।कहा कि कार्रवाई योग्य शिकायतों पर त्वरित एवं प्रभावी ढंग निवारण किया जाएगा। शिकायतों पर पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई की सूचना भी शिकायतकर्ता को भेजी जाएगी। कहा कि निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में संबंधित विषय को प्रेषित किया जाएगा और साथ ही जिस जन शिकायतों पर कार्रवाई संभव नहीं है, उनकी भी जानकारी शिकायतकर्ता को उपलब्ध कराया जाएगा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : विश्वकर्मा समाज का प्रतिभा सम्मान सह विशिष्ट सम्मान समारोह, 80 प्रतिभाशाली बच्चों को किया गया सम्मानित


दुमका : झारखंड प्रदेश विश्वकर्मा समाज के तत्वावधान में रविवार को जोहार संस्थान के सभागार में प्रतिभा सम्मान समारोह सह विशिष्ट सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी एवं विशिष्ट अतिथि संगठन के प्रदेश प्रधान महासचिव संतन शर्मा, जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप शर्मा मौजूद थे। 

कार्यक्रम के दौरान पायल कुमारी जरमुंडी, संगीता शर्मा, शिवम शर्मा, अमित शर्मा, हीरालाल शर्मा, आराध्या शर्मासहित 80 बच्चों को सम्मानित किया गया।मुख्य अतिथि डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि सभी लोग पढ़ लिखकर इंजीनियर बनते हैं लेकिन विश्वकर्मा समाज जन्म से ही इंजीनियर है। समाज के इतने बच्चे पढ़ाई के क्षेत्र में अच्छा रिजल्ट कर रहा है, इन बच्चों को किसी भी तरह की समस्या हो उनका निदान करने के लिए मेरा घर का दरवाजा हमेशा के लिए खुला है मैं विश्वकर्मा समाज के साथ कंधे से कंधे मिलाकर हमेशा खड़ी रहूंगी।

प्रदेश प्रधान महासचिव संतान शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के बच्चों को इंजीनियरिंग प्रशासनिक क्षेत्र एवं चिकित्सा के क्षेत्र में जाना चाहिए। जिससे समाज और देश का भला हो सके। जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल ने कहा कि सभी पिछड़ी जाति को एकजुट होकर आरक्षण के लिए संघर्ष के करना होगा। जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के गरीब बच्चों के लिए जो नौवी और दसवी के विद्यार्थी हैं उनके लिए फ्री कोचिंग की व्यवस्था किया जाएगा। जिससे गरीब बच्चों को पढ़ने में किसी तरह की असुविधा न हो और समाज में अपना नाम रोशन कर सके।

प्रदेश महासचिव डॉ विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि यह बच्चे हमारे समाज एवं देश का गौरव है। इन बच्चों को सांचे में ढाल कर समाज का नवनिर्माण का नींव रखना पड़ेगा। जिससे आर्थिक महाशक्ति बन सके। कार्यक्रम को चिकित्सक डॉ मनीष भारती, डॉ शमीम अंसारी, कांग्रेस के श्यामल किशोर सिंह, जिलाध्यक्ष महेश चंद्रवंशी, शुशांत शेखर भूई, दिलीप शर्मा आदि ने संबोधित किया। 

कार्यक्रम में मंच संचालन महिला महासचिव सोनम शर्मा एवं रूबी शर्मा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन जिला महासचिव रवींद्र शर्मा ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश जिला उपाध्यक्ष जयराम शर्मा, प्रदेश महासचिव जयप्रकाश शर्मा, प्रदेश सचिव पवन शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष अरुण शर्मा, महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष लता शर्मा, महिला महासचिव सोनम शर्मा रूबी शर्मा रेनू शर्मा, बेबी देवी, जरमुंडी प्रखंड अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, मसलिया प्रखंड अध्यक्ष बैजनाथ शर्मा, त्रिभुवनमिस्त्री, प्रकाश शर्मा, हरिहर राणा, कपिल देव शर्मा, संजय शर्मा सहित समाज से जुड़े कई लोग उपस्थित थे।  

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)