दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आज
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में ही रहेंगे या उन्हें राहत मिलेगी, इसका पता आज चल जाएगा. सुप्रीम कोर्ट केजरीवाल की जमानत याचिका पर आज अपना फैसला सुनाएगा. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच फैसला सुनाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों की जिरह के बाद 5 सितंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था.
केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की हैं. पहली जमानत याचिका और दूसरी सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती दी गई है. ED के केस में केजरीवाल को जमानत मिल चुकी है जबकि यह मामला CBI की ओर से की गई गिरफ्तारी और रेगुलर बेल से जुड़ा है. ईडी मामले में केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिली थी.
ईडी केस में अंतरिम जमानत मिलने के बाद सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल 26 जून को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था.
सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षित रखा था फैसला
सुप्रीम कोर्ट पांच सितंबर को केजरीवाल की जमानत याचिका पर फैसला 5 सितंबर को सुरक्षित रखा था. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
सिंघवी ने पेश की थीं ये दलीलें
पिछली सुनवाई के दौरान अरवंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कई दलीलें पेश की थीं.
केजरीवाल को तत्काल रेगुलर जमानत मिलनी चाहिए.
केजरीवाल की गिरफ्तारी जानबूझकर की गई.
जेल में रखने के लिए केजरीवाल को अरेस्ट किया गया
केजरीवाल के खिलाफ कोई नया सबूत नहीं.
CBI की FIR में केजरीवाल का नाम तक नहीं
FIR में केजरीवाल का नाम बाद में जोड़ा गया.
CBI ने 2 साल बाद केजरीवाल को गिरफ्तार किया.
सिर्फ एक गवाही का आधार बनाकर उनकी गिरफ्तारी हुई.
PMLA केस में केजरीवाल की दो बार रिहाई हुई.
नॉन अरेस्ट को गिरफ्तारी के मामले में बदल दिया गया.
दोबारा गिरफ्तारी से पहले नोटिस नहीं दिया गया.
केजरीवाल एक राजनीतिक व्यक्ति हैं, वह कहीं भाग नहीं रहे
केजरीवाल को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने से रोक गया.
CBI द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी उचित नहीं है.
सिंघवी ने कहा कि जमानत नियम है और जेल अपवाद है.
SC का ये फैसला ED और CBI मामले में भी लागू होगा.
केजरीवाल के मामले में भी लागू होगा.
CBI ने दी थीं ये दलीलें
ASG ने कहा कि केजरीवाल शराब घोटाले में मुख्य आरोपी हैं. उनके खिलाफ सबूत हैं.
सिसोदिया, कविता, सभी ट्रायल कोर्ट से गुजरे. केजरीवाल सांप-सीढ़ी का खेल खेल रहे
CBI सीबीआई की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका सही नहीं है.
किसी भी संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन नहीं हुआ है.
जांच के आधार पर मजिस्ट्रेट ने गिरफ्तारी की मंजूरी दी.
CBI की अर्जी को राउज एवेन्यू कोर्ट से अनुमति मिली थी.
कोर्ट की अनुमति के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.
Sep 13 2024, 13:30