*चरी के खेत में मिला किशोर का शव:गले में पड़ी हुई थी रस्सी, जीभ बाहर निकली हुई थी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। खमरिया चौकी क्षेत्र के खेतलपुर गांव के चरी के खेत में एक किशोर का शव मिला। किशोर की पहचान नगर के वार्ड नंबर 7 अकबरपुर निवासी शिव प्रकाश 16 वर्ष के रूप में हुई । घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया । मौके पर पहुंची थाना पुलिस व फोरेंसिक टीम ने मामले की जांच पड़ताल की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यान, एसपी तेजवीर सिंह क्षेत्राधिकार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। परिजनों के तहरीर पर पुलिस विधि कार्यवाही में जुट गई।खमरिया चौकी के खेतलपुर गांव के चरी के खेत में एक किशोर का शव आज सुबह मिला। जिसका पहचान नगर के वार्ड नंबर 7 अकबर निवासी शिव प्रकाश के रूप में हुई। घटना की जानकारी मिलते ही नगर में सनसनी फैल गई और परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी होते ही थाना पुलिस व फॉरेंसिक टीम पहुंचकर घटनास्थल का जांच पड़ताल कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूचना मिलते ही एसपी डा. मीनाक्षी कात्यान, एडिशनल एसपी तेजवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर परिजनों से पूछताछ किया। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दी। पिता के तहरीर प्राप्त कर पुलिस आगे की विधि कार्रवाई में जुट गई। मृतक दो भाई में छोटा था बड़े भाई की शादी ब्याह हो गई है मुंबई में काम करता है । घर पर पिता राजेंद्र व माता रहते हैं जिनका रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ।


बृहस्पतिवार को 11 बजे घर से निकला था मृतक मृतक के पिता राजेंद्र प्रजापति ने बताया कि गुरुवार को 11 बजे शिव प्रकाश घर से निकला था। देर शाम तक घर नहीं आया तो हम लोगों ने खोजबीन की किन्तु कुछ पता नहीं चल पाया। आज सुबह जब बेटे के मौत की सूचना मिली तो पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। मृतक के पिता ने बताया कि हमारे बेटे से आज तक किसी से झगड़ा नहीं हुआ काफी सरल था किंतु पता नहीं कौन मेरे बेटे को मार डाला।
*जिले की 2420 गर्भवती महिलाओं में मिली आयरन की कमी*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।नियमित मॉनीटरिंग न होने के कारण जिले में 2420 गर्भवती महिलाएं खून (आयरन) की कमी से जूझ रहीं हैं। इनमें करीब 100 महिलाएं हाई रिस्क में हैं। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के पोषण ट्रैकर एप पर जुलाई में 11 हजार 565 में से 2420 महिलाएं एनीमिया से ग्रस्त मिली हैं। इस बार पिछली बार की अपेक्षा एनीमिया से पीड़ित 830 गर्भवती महिलाएं ज्यादा मिली हैं। 2021 में करीब 10 हजार में से 1650, 2022 में नौ हजार में 1721 और 2023 में 12 हजार 720 में से करीब दो हजार गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित मिली थीं। मां में खून की कमी के कारण कुपोषित शिशु पैदा होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खान-पान में लापरवाही और पौष्टिक आहार में कमी के कारण गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होती है। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नेशनल आयरन प्लस इनीशिएटिव योजना सहित अनेक कार्यक्रम संचालित हैं। इस योजना के तहत गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन और प्रसव के बाद गोलियां दी जाती हैं। जिले में स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रम सही तरीके से नहीं चलाए जा रहे हैं। महिलाओं में जागरुकता का अभाव है। इसलिए एनीमिया केस बढ़े हैं। भदोही सीएचसी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी पाठक ने कहा कि एनीमिया को जड़ से खत्म करने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है। शरीर में खून की कमी को ठीक होने में छह माह का समय लगता है। कहा कि एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को आहार में मीट, मछली, अंडा, किशमिश, हरी बींस, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही शरीर में विटामिन सी की पूर्ति के लिए अमरूद, आंवला और संतरे का जूस लेना चाहिए। आयरन और कैल्शियम की गोली लेने के साथ ही समय-सयम पर जांच कराना चाहिए। जानिए क्या है एनीमिया शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ आयरन की भी आवश्यकता होती है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं और हीमोग्लोबिन फेफड़ों से आक्सीजन लेकर रक्त में आक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से जहां शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, वहीं हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में आक्सीजन की कमी होने लगती है। इससे शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होती है। इसे एनीमिया कहते हैं।

गर्भवती महिलाओं को जरूरी पोषण देने का प्रयास किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सहयोग मिलता है। पोषण ट्रैकर 10 प्रतिशत के करीब रहने वाली महिलाओं को भी एनीमिक मान लेता है।- मंजू वर्मा, डीपीओ
*जिले की 2420 गर्भवती महिलाओं में मिली आयरन की कमी*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।नियमित मॉनीटरिंग न होने के कारण जिले में 2420 गर्भवती महिलाएं खून (आयरन) की कमी से जूझ रहीं हैं। इनमें करीब 100 महिलाएं हाई रिस्क में हैं। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के पोषण ट्रैकर एप पर जुलाई में 11 हजार 565 में से 2420 महिलाएं एनीमिया से ग्रस्त मिली हैं। इस बार पिछली बार की अपेक्षा एनीमिया से पीड़ित 830 गर्भवती महिलाएं ज्यादा मिली हैं। 2021 में करीब 10 हजार में से 1650, 2022 में नौ हजार में 1721 और 2023 में 12 हजार 720 में से करीब दो हजार गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित मिली थीं। मां में खून की कमी के कारण कुपोषित शिशु पैदा होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खान-पान में लापरवाही और पौष्टिक आहार में कमी के कारण गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होती है। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नेशनल आयरन प्लस इनीशिएटिव योजना सहित अनेक कार्यक्रम संचालित हैं। इस योजना के तहत गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन और प्रसव के बाद गोलियां दी जाती हैं। जिले में स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रम सही तरीके से नहीं चलाए जा रहे हैं। महिलाओं में जागरुकता का अभाव है। इसलिए एनीमिया केस बढ़े हैं। भदोही सीएचसी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी पाठक ने कहा कि एनीमिया को जड़ से खत्म करने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है। शरीर में खून की कमी को ठीक होने में छह माह का समय लगता है। कहा कि एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को आहार में मीट, मछली, अंडा, किशमिश, हरी बींस, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही शरीर में विटामिन सी की पूर्ति के लिए अमरूद, आंवला और संतरे का जूस लेना चाहिए। आयरन और कैल्शियम की गोली लेने के साथ ही समय-सयम पर जांच कराना चाहिए। जानिए क्या है एनीमिया शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ आयरन की भी आवश्यकता होती है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं और हीमोग्लोबिन फेफड़ों से आक्सीजन लेकर रक्त में आक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से जहां शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, वहीं हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में आक्सीजन की कमी होने लगती है। इससे शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होती है। इसे एनीमिया कहते हैं।

गर्भवती महिलाओं को जरूरी पोषण देने का प्रयास किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सहयोग मिलता है। पोषण ट्रैकर 10 प्रतिशत के करीब रहने वाली महिलाओं को भी एनीमिक मान लेता है।- मंजू वर्मा, डीपीओ
*जिले में 46 में से 43 अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर ही लगे है सीसी कैमरे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।डीएम के निर्देश के बावजूद अधिकतर संचालकों ने अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर सीसी कैमरे नहीं लगवाए। जिले में 46 में से 43 अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर ही सीसी कैमरे लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सीसी कैमरे न लगवाने वाले सेंटर संचालकों पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। करीब आठ माह पहले तत्कालीन डीएम गौरांग राठी ने सभी संचालकों को अल्ट्रासाउंड सेंटर पर सीसी कैमरे लगवाने के लिए निर्देशित किया था। आठ महीने में 3 अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों ने ही डीएम के आदेश का पालन किया। आठ माह पहले जिले में 51 अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत थे। पांच सेंटर सील होने के बाद अब जिले में 46 पंजीकृत सेंटर संचालित हैं। अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर प्रतीक्षा कक्ष, अल्ट्रासाउंड कक्ष में सेवायोजित चिकित्सक की कुर्सी तक की निगरानी के लिए सीसी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए थे।


इस संबंध में सीएमओ डॉ. एसके चक ने कहा कि डीएम के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। अल्ट्रासाउंड सेंटर पर सीसी कैमरा लगाने का काम चल रहा है। कुछ सेंटर पर कैमरे लगाए गए है। जल्द ही सभी सेंटर सीसी कैमरे से लैस हो जाएंगे।
*14 सितंबर को होगा सामूहिक विवाह समारोह*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के छह ब्लाॅकों में 14 सितंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित समारोह को सफल बनाने के लिए समाज कल्याण विभाग के अधिकारी जुट गए हैं। अनुमान है कि समारोह में करीब 300 जोड़े सात फेरे लेंगे। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का सत्यापन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 831 बेटियों के हाथ पीले कराने का लक्ष्य तय किया गया है। जुलाई के बाद अब 14 सितंबर में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है।
*धूप में से आने के 10 मिनट बाद ही पियें पानी: डॉ प्रदीप यादव* *जिले के नौ स्वास्थ्य केंद्रों पर दो हजार से अधिक मरीज पहुंचे*
भदोही । मौसम में उतार - चढ़ाव से लोगों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। जिले के सरकारी अस्पतालों में बृहस्पतिवार को मौसमी बीमारियों से ग्रस्त दो हजार से अधिक लोग पहुंचे से ग्रसित लोगों की संख्या ज्यादा रही। बारिश का सीजन समाप्ति की ओर है‌। दिन में तेज धूप और रात में हल्की ठंड के कारण लोग वायरल फीवर,सर्दी और जुकाम से ग्रसित हो जा रहे हैं। इससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई। बृहस्पतिवार को जिले के नौ स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी में दो हजार से अधिक लोग पहुंचे। जिला चिकित्सालय में सबसे अधिक 975 मरीज पहुंचे। एमबीएस भदोही में 630, सौ शैय्या अस्पताल मुख्यालय 125 मरीजों की ओपीडी रही। इसके अलावा इमरजेंसी वार्ड में 50 से अधिक मरीज पहुंचे। गोपीगंज, सुरियावां,डीघ, औराई, भदोही सीएचसी में 500 मरीजों का उपचार किया गया। यहां सर्दी-जुकाम, बुखार,गले में खरास,बदन दर्द से ग्रसित मरीज पहुंचे थे।


जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ प्रदीप यादव ने कहा कि मौसम में उतार - चढ़ाव के बीच सजग रहने की जरूरत है। धूप से आने पर तुरंत पानी ग्रहण न करें। 10 मिनट बाद ही पानी ग्रहण करें। बाजार के खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
*भदोही में बच्चों को यूनिफार्म के लिए डीबीटी:1200-1200 रुपये का वितरण, 9 हजार बच्चे अभी भी इंतजार में*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही के प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालयों में पढ़ने वाले 30 हजार बच्चों को यूनिफॉर्म,बैग और अन्य आवश्यक सामान खरीदने के लिए 1200-1200 रुपए की डीबीटी की गई है। यह राशि अभिभावकों के खातों में 10 से 16 अगस्त के बीच भेजी गई थी। हालांकि, अभी भी करीब नौ हजार बच्चों को डीबीटी का इंतजार है। पहले चरण में जून में एक लाख चार हजार बच्चों के अभिभावकों के खाते में यह रकम भेजी गई थी। जिले में कुल 885 परिषदीय विद्यालय संचालित है। जिसमें पहली से आठवीं कक्षा तक कुल 1,44,894 बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षा महानिदेशक के निर्देश पर, जिन बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने थे या जिसमें तकनीकी खामियां थीं, उन्हें सुधारा गया और आधार नंबर पोर्टल पर अपलोड किया गया।जिला बेसिक शिक्षाअधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि 2023 में अप्रैल में डीबीटी की प्रकिया शुरू की गई थी, लेकिन 2024 में लोकसभा चुनाव के कारण शिक्षा सत्र के ढाई महीने बाद इस प्रकिया की शुरुआत की गई। पहले चरण में एक लाख चार हजार बच्चों के खातों में पैसा भेजा गया था। डीबीटी के लिए चिन्हित किए गए बच्चों के आधार नंबर को अपडेट किया गया और अब 30 हजार बच्चों के अभिभावकों के खातों में यह राशि भेजी गई है। भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि 10 से 16 अगस्त के बीच डीबीटी की प्रकिया पूरी की गई थी। उन्होंने आश्वस्त किया कि लगभग आठ हजार बच्चों की डीबीटी जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इस कदम से बच्चों को यूनिफॉर्म स्कूली बैंग और ठंड के लिए स्वेटर जैसी आवश्यकताएं खरीदने में सुविधा मिलेगी।
*भदोही में आज से बदलेगा मौसम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मौसम में आज से बदलाव की उम्मीद है। मौसम विभाग ने आज से लेकर 14 सितंबर तक बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है।

अपर जिलाधिकारी कुंवर वीरेंद्र सिंह मौर्य ने बताया कि जिले में दो दिन तक हवा संग तेज बारिश होने का अनुमान जताया है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बिजली गिरने की भी आशंका जताई है। इस बीच लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।क्ष
*भदोही डीएम ने ई-ऑफिस का किया उद्घाटन:डिजिटलीकरण के माध्यम से पेपर लेस होगा कामकाज*
भदोही। भदोही के सरपतहां स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में आज ई ऑफिस का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि रहे जिला अधिकारी विशाल सिंह ने ई ऑफिस का उद्घाटन किया । उद्घाटन के पश्चात डीएम ने समस्त विभागों को ई ऑफिस के माध्यम से कार्य करने का आवाहन किया।जिलाधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि शासन के प्राथमिकता पर जिले में ए ऑफिस की औपचारिकता पूर्ण करते हुए शुरुआत की गई है । उन्होंने कहा कि कलेक्टर की मैपिंग व डिजिटल सिग्नेचर के कार्य पूर्ण कर आज पहली पत्रावली का सृजन करके जिले के बाबू वह अलग-अलग पटेल के विभागीय लोगों को जानकारी दी गई और उन्हें डिजिटल सिग्नेचर हैंडओवर किया गया। उन्होंने कहा कि जिले के समस्त अधिकारी कोशिश करेंगे की भौतिक पत्रावली का संचलन बंद हो और सारा कार्य ई ऑफिस के माध्यम से हो। इसमें विभिन्न सुविधा उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने कहा कि पत्रावली गायब होने की जो समस्या हो रही थी वह भी समाप्त होगी और फोर्जरी भी इसके माध्यम से बंद होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि ई ऑफिस के माध्यम से पेपर लेस काम होगा। जिससे पर्यावरण संतुलन बनाने में सहयोग करेगा। आज के समय में हम लोगों के सामने पर्यावरण बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि ई आफिस के माध्यम से जिले में एक नई क्रांति की संचार होगी।
*भदोही में कलेक्ट्रेट पहुंचे कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता:मंगेश यादव एनकाउंटर का उठाया मुद्दा, न्यायिक जांच की मांग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के पदाधिकारी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचकर कम को संबोधित विज्ञापन जिला अधिकारी को दिया दिए गए ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने मंगेश यादव को मुठभेड़ में मारे जाने को संदिग्ध बताया। मुठभेड़ कांड का न्यायिक जांच करने की मांग किया। कलेक्ट्रेट पहुंचे भारत की कम्युनिटी मर्कवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिए ज्ञापन में कहा कि पंडित मुठभेड़ कांड की न्यायिक जांच कराई जाए संबंधित दोषी पाए जाने लोगों के खिलाफ विधि संवत सजा दिलाई जाए। कहा कि मंगेश यादव के परिजनों का आरोप है कि पुलिस घर से ले जाकर उसे मुठभेड़ में मारा है। कहां की एनकाउंटर न्यायिक अधिकार का उल्लंघन है। सरकार को इस पर रोक लगाना चाहिए और न्यायालय के अधिकार का अपहरण नहीं किया जाना चाहिए। उक्त मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को कार्यकर्ताओं ने सौपा। इस अवसर पर राजेंद्र प्रसाद कनौजिया, राजेश यादव ,इंद्रदेव पाल, भान सिंह ,रमेश पाल, भानू प्रकाश प्रजापति, बेचुलाल सहित अन्य कार्यक्रम पदाधिकारी गण मौजूद रहे।