दुमका : गाँधी मैदान के गेट पर झूल रहा था मासूम, अचानक गेट टूटने से हुई मौत, विरोध में सड़क जाम
दुमका : नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार को गांधी मैदान के मुख्य द्वार में लगा लोहे का बड़ा गेट गिर जाने से एक बच्चे की मौत हो गयी, तो वहीं दो बच्चे बाल-बाल बच गए। घटना से नाराज लोगों ने बिना पोस्टमार्टम के शव को गांधी मैदान के पास बीच सड़क में रखकर तीन घंटे के लिए मार्ग को जाम कर आवागमन बाधित कर दिया। बाद में मौके पर पहुँचे दुमका के अंचलाधिकारी ने सहायता राशि देकर जाम समाप्त कराया। इसके बाद नगर थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। मासूम बच्चे की मौत के बाद मां चिंकी देवी और नानी शकुंतला देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मां कई बार अस्पताल में बेहोश भी हो गई।
जानकारी के मुताबिक डंगालपाड़ा की महिला चिंकी देवी पति से अलग होकर आशीष के साथ रहती थी। वह दूसरे के घरों में बर्तन मांजकर किसी तरह दोनों का पालन पोषण कर रही थी। दोपहर को उसका बेटा आशीष अपने दो साथियों के साथ गांधी मेदान चला गया।
वह साथियों के साथ मुख्य द्वार में लगे लोहे के ग्रिल में झूला झूल रहा था। कब्जा गल जाने के कारण अचानक ग्रिल का एक हिस्सा टूट गया और उसके नीचे दब जाने के कारण आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि उसके दोनों साथी बाल बाल बच गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने किसी तरह से आशीष को ग्रिल के नीचे निकालकर इलाज के लिए आटो से मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा। मरहम पटटी के बाद आशीष ने दम तोड़ दिया। अस्पताल में मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी नगर थाना को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले मुहल्ले के लोग शव को लेकर चले गए और मुआवजा की मांग को लेकर गांधी मैदान के सामने बीच मार्ग को जाम कर दिया।
जाम की सूचना मिलने के बाद सीओ अमर कुमार और नगर थाना प्रभारी अमित लकड़ा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जाम करने वालों से बात की। सीओ ने तत्काल बीस हजार रुपया देकर आश्वासन दिया कि मां चिंकी देवी को तत्काल वृद्धापेंशन दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन से मिलने वाली हर सहायता प्रदान की जाएगी। उनके इस आश्वासन के बाद पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जाम समाप्त कराया।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Sep 11 2024, 17:04