बहराइच में नहीं थम रहा भेड़िये का आतंक, एक बार फिर 11 साल की बच्ची पर हमला कर किया घायल, ग्रामीणों में दहशत

लखनऊ/बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में भेड़िये का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां पर भेड़िये पकड़े जाने के बाद भी हमला करने से बाज नहीं आ रहे है। मंगलवार की रात एक भेड़िये ने 11 साल की बच्ची पर हमला कर दिया। हमले के बाद वह भाग गया। घायल लड़की को इलाज के लिए स्थानीय सरकारी अस्पताल महसी में भर्ती कराया गया है। हमले के बाद से लोगों में दहशत और बढ़ गई है। जिसकी वजह से लोग घर से बाहर निकलने से डरने लगे है। बच्चे डर के मारे स्कूल और किसान अपने खेत में नहीं जा पा रहे है। भेड़िये से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा तमाम इंतजाम किये गये है। इसके बाद भी भेड़िये के आगे सारे इंतजाम बेकार साबित हो जा रहे है।

बहराइच में मादा भेड़िया पिंजरे में कैद

पुलिस व प्रशासन के लगातार प्रसाय के बाद महसी क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ घेराबंदी कर एक मादा भेड़िया को मंगलवार को पकड़ लिया। भेड़िया को पिंजरे में रखकर वन रेंज कार्यालय लाया गया और उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया। मादा भेड़िया की उम्र लगभग चार साल बताई जा रही है। इसे गोरखपुर चिड़ियाघर भेजने की तैयारी है। वन विभाग की टीमों ने अब इकलौते बचे भेड़िये को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया है।

पूर्व में एक मादा की हो गई थी मौत, तीन बढ़ा रहे चिड़ियाघर की शोभा

वन टीम द्वारा ड्रोन में दिखे भेड़ियों में से चार को पहले की पकड़ा जा चुका है। पकड़े गए भेड़ियों में एक मादा भेड़िया थी, जिसकी रेस्क्यू के बाद मौत हो गई थी। दो भेड़ियों को लखनऊ चिड़ियाघर और एक को गोरखपुर चिड़ियाघर भेजा दिया गया था।

खतरनाक लंगड़ा भेड़िया अब भी पकड़ से बाहर

बताया जा रहा है कि हमलावर भेड़ियों में से एक भेड़िया पैर से जख्मी था और लंगड़ा कर चल रहा था। इस भेड़िये को सबसे ज्यादा खतरनाक बनाता जा रहा है। डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि अब एक भेड़िया बचा है। जिसे पकड़ने के लिए कवायद तेज कर दी गई है। एक लोकेशन मिली है, जहां उसके मौजूद होने की संभावना है। जल्द उसे दबोच लिया जाएगा।

आतंक का पर्याय बने भेड़िये ''वुल्फ डॉग'' नहीं

तराई के बहराइच समेत कई जिलों में आतंक का पर्याय बने भेड़िये ''वुल्फ डॉग'' नहीं हैं। पकड़े गए भेड़ियों के प्रारंभिक अध्ययन के बाद भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के विशेषज्ञों का यह आकलन है। ये विशेषज्ञ पकड़े गए भेड़ियों का शीघ्र ब्लड सैंपल लेकर उनका आनुवंशिक विश्लेषण (जेनेटिक टेस्टिंग) भी करेंगे। ताकि, सही नतीजों पर पहुंचा जा सके।

भेड़िया एक दिन में 15-20 किमी तक की दूरी लेता है नाप

डब्ल्यूआईआई के विशेषज्ञ डॉ. शहीर खान बताते हैं कि पकड़े गए पांचों भेड़ियों को देखने (लुक) से यही पता चला रहा है कि वे क्रॉस ब्रीड नहीं हैं। डॉ. शहीर करीब एक सप्ताह से बहराइच की उस टीम में शामिल हैं, जो आदमखोर भेड़ियों को काबू में लाने का प्रयास कर रही है। वे बताते हैं कि भेड़िया एक दिन में 15-20 किमी तक की दूरी नाप लेता है। इनका अधिकतम दायरा 250 किमी तक रहता है। यानी, वे बड़ी ही आसानी से नेपाल बॉर्डर पर महराजगंज-सिद्धार्थनगर से पीलीभीत, बरेली और आगे तक का सफल तय कर सकते हैं।

जमीन पर मानव से भी पहले भेड़िया आया, अब हो रही विलुप्त

डॉ. शहीर का अनुमान है कि यूपी में 50-60 से ज्यादा भेड़िये नहीं होंगे। वे मानते हैं कि भेड़ियों के आदमखोर हो जाने पर उन्हें हटा देना ही एकमात्र रास्ता होता है। जमीन पर मानव से भी पहले भेड़िया आया है। अब वे विलुप्त हो रही प्रजातियों में शामिल हैं। इसलिए इंसान को उनके वास क्षेत्र से दूरी बनाए रखना जरूरी है। बहराइच में ड्रोन कैमरे में छह भेड़ियों का समूह कैद हुआ था, जिन्हें आदमखोर ठहराया गया है। इनमें से महज एक भेड़िया ही अभी पकड़ से दूर हैं। वन कर्मियों को उम्मीद है कि शीघ्र ही समूह के इस आखिरी भेड़िये को भी पकड़ा जा सकेगा।

ग्रामवासियों की जन जागरूकता के लिए संचालित किया जा रहा है जन संवाद अभियान

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मानव-वन्य जीव संघर्ष की बढ़ती संख्या व अन्य कारणों से वन्य जीवों के आबादी क्षेत्रों में जाने की घटनाओं में हो रही बढ़ोत्तरी के दृष्टिगत् कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के वनक्षेत्र से लगे ग्रामीण इलाकों में जन सामान्य से समन्वय स्थापित कर उन्हें जागरूक किये जाने विषयक जन संवाद अभियान कार्यक्रम के अन्तर्गत आज दिनांक 10.09.2024 को मोतीपुर रेंज के खड़िया व मुर्तिहा रेंज के सेमरीघटही, गोलहना, सलारपुर, घुमनाभारू एवं निशानगाड़ा रेंज के रमपुरवा गांवों में ग्राम प्रधान व ग्रामीणों की उपस्थिति में वन अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा गोष्ठी का आयोजन कर वन्य जीवों के हमले से बचाव हेतु सुझाव दिया गया कि कृषि कार्य हेतु कृषक समूह में खेतों में जाएं तथा छोटे बच्चों को साथ न ले जाएं। सूर्यास्त के बाद कृषि कार्य हेतु खेतों में न जाएं। शौंच आदि के लिए शौचालय का प्रयोग करें, खुले में शौच न जाएं। घर के बाहर खुले में न सोयें। छोटे बच्चों को सूर्यास्त के पश्चात् खुले में खेलने न दें। वन्य जीव देखे जाने पर स्थानीय वन चौकी, रेंज कार्यालय एवं पुलिस को सूचना दें।

विद्युत एवं यांत्रिक दोष से बन्द नलकूपों को शीघ्र ठीक कराकर उन्हें क्रियाशील किया जाय: राघवेन्द्र प्रताप सिंह

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उपाध्यक्ष सिंचाई बन्धु राघवेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कल्पीपारा कालोनी स्थित आफीसर्स फील्ड हॉस्टल में जनपद सिंचाई बन्धु समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में अवैध अतिक्रमण को हटाने, कृषकों को पर्याप्त सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने, बन्द/खराब पड़े नलकूपों को दुरूस्त कराने, विद्युत, नलकूप, भूमि संरक्षण विभाग से सम्बन्धित आख्या का निस्तारण किया गया।

नलकूप विभाग को निर्देश दिया गया कि विद्युत एवं यांत्रिक दोष से बन्द नलकूपों को शीघ्र ठीक कराकर उन्हें क्रियाशील किया जाय। विभागीय भूमि पर अतिक्रमण एवं अवैध कब्जों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि मोतीपुर कालोनी में अवैध कब्जा धारकों को नोटिस भेजने की कार्यवाही की जाय तथा सरयू लिंक चैनल को भी अतिक्रमण से मुक्त किया जाय। बाढ़ खण्ड को निर्देश दिया गया कि समस्त तटबन्धों की सघन निगरानी की जाय।

उपाध्यक्ष श्री सिंह द्वारा सिंचाई विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों को नहरों के टेल तक पानी पहुंचाने एवं कृषकों को प्रयाप्त मात्रा में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देष दिये गये। बैठक में सम्बन्धित अधिकारी व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

सहायता अनुदान हेतु 13 सितंबर तक प्रस्ताव आमंत्रित

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच।जिला समाज कल्याण अधिकारी रमा शंकर गुप्ता ने बताया कि भारत सरकार के अधीन जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये अनुसूचित जनजाति के कल्याण हेतु कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों को अनुदान सहायता योजनान्तर्गत गैर सरकारी संगठनों / स्वयंसेवी संगठनों द्वारा संचालित की जा रही परियोजनाओं के लिये सहायता अनुदान हेतु आवेदन-पत्र अग्रेषित किये जाने हेतु जनपद स्तर से कार्य-योजना के प्रेषण हेतु अन्तिम तिथि 15 सितम्बर,

2024 निर्धारित की गयी है। सहायता अनुदान हेतु जनपद में अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों के कल्याण हेतु कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये अनुदान सहायता योजनान्तर्गत प्रस्ताव उपलब्ध कराये जाने हेतु कार्य योजना / प्रस्ताव 13 सितम्बर, 2024 तक आमंत्रित है।इसके पश्चात् प्राप्त होने वाले प्रस्तावों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।

मगरमच्छ के हमले से बालक की मौत, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जंगल से सटे गोकुलपुर गांव निवासी एक बालक पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कोतवाली मुर्तिहा अंतर्गत गोकुलपुर गांव निवासी शहबान (10) नाले में भैंस नहलाने के लिए गया था। भैंस को नहलाते समय शाहबान पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। इसके बाद उसे नाले में खींच ले गया। काफी देर बाद घर न आने पर परिवार के लोगों ने तलाश शुरू की।

कपड़ा नाले के निकट देख लोगों को शक हुआ। एक घंटे बाद शव बरामद कर लिया गया। बालक की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। प्रभारी निरीक्षक अमितेंद्र कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करते समय विशेष सतर्कता बरती जाय: डीएम

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। निकायों के कार्यों की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिवक्ताओं की सुविधा के लिए पुरूष व महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण कराया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी निकाय समुचित साफ-सफाई, कूड़ा उठान व जल निकासी पर विशेष ध्यान दें। डीएम ने निर्देश दिया कि निकाय अन्तर्गत निराश्रित गोवंशों को गो आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाय। समस्त निकायों को निर्देश दिया गया कि निकट भविष्य में संचालित होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के लिए बेहतर तैयारी करें ताकि जिले की रैंक प्रभावित न होने पाये।

डीएम मोनिका रानी ने सुझाव दिया कि निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं से सहयोग प्राप्त कर निकाय अन्तर्गत निष्प्रयोज्य सामग्री से आर्टिस्टिक मैटेरियल तैयार कर नगर के पार्कों में स्थापित किया जाय। इस कार्य से बच्चों को नवाचार के लिए प्रेरणा मिलेगी और वे घरेलू निष्प्रयोग्य सामग्री से भी सजावटी आईटम तैयार कर अपने-अपने घरों की शोभा बढ़ा सकेंगे। डीएम ने निकायों को निर्देश दिया कि नगर के प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट लाईट स्थापित की जायें। डीएम ने निर्देश दिया कि आसन्न त्यौहारों के मद्देनजर वार्डों तथा धार्मिक स्थलों के आस-पास साफ-सफाई, प्रकाश, पानी इत्यादि की माकूल व्यवस्था के साथ आवश्यकता के अनुसार मार्गों की मरम्मत भी करा दी जाय।

डीएम ने निकायों को निर्देश दिया कि कूड़ा ढोने वाली गाड़ियों को ग्राउण्ड पोजिशनिंग सिस्टम से लैस कर दिया जाय ताकि वाहनों का मानीटरिंग कार्य बेहतर ढंग से हो सके। निकायों को यह भी निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ निकाय अन्तर्गत स्थापित सभी हैण्डपम्पों को भी क्रियाशील रखा जाय। निकायों को निर्देश दिया गया कि जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करते समय विशेष सतर्कता बरती जाय। निकायों में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा में वित्तीय एवं भौतिक प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए निर्देश दिया कि सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर सभी अनारम्भ कार्यों को शीघ्र ही प्रारम्भ करा दिया जाय।

इस अवसर पर प्रभारी निकाय/अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, पयागपुर के दिनेश कुमार, तहसीलदार मोतीपुर जगदम्बा प्रसाद चौधरी, निकायों के अधिशासी अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।

रेस्क्यू किया गया मादा भेड़िया: डीएफओ

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रभागीय वनाधिकारी, बहराइच ने बताया कि 09/10 सितम्बर 2024 की रात्रि में हिंसक भेड़िया द्वारा किसी प्रकार की कोई भी घटना कारित नहीं की गई है। बल्कि सेक्टर-01 अन्तर्गत वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में सिसैया चूड़ामणि के हरबक्शपुरवा के कछारी क्षेत्र में संचालित सर्च आपरेशन के दौरान 01 भेड़िया लोकेट किया गया। सर्च आपरेशन में लोकेट किये गये भेड़िया को रेस्क्यू करने हेतु प्रात:काल में प्रारम्भ की गई कार्यवाही के दौरान क अदद उपद्रवी मादा भेड़िया को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

डीएफओ ने बताया कि महसी तहसील अन्तर्गत घाघरा नदी के कछारी क्षेत्रों में उपद्रवी भेड़िया के सक्रियता प्रभावित क्षेत्र को निगरानी की दृष्टि से 03 सेक्टरों में बॉटकर नामित सेक्टर प्रभारियों की देख-रेख में रेस्क्यू टीमों द्वारा 04 थर्मल ड्रोनों के माध्यम संवेदनशील क्षेत्रों तथा ग्रामीणों द्वारा बताये गये स्थानों पर उपद्रवी भेड़िया को खोजने की कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा सक्रियता/संवेदनशील क्षेत्रों में कैमरा ट्रैप्स लगाकर तथा गश्ती दल द्वारा पैदल चलकर भेड़िया तथा उसके पगमार्क को खोजने का कार्य किया जा रहा है।

डीएफओ ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामवासियों की सुरक्षा हेतु निरन्तर जागरूकता अभियान संचालित कर गाँवों में पोस्टर व बैनर लगाकर संगोष्ठी/बैठकों के माध्यम से ग्रामवासियों को सुरक्षात्मक उपाय के साथ-साथ उन्हें घर में सुरक्षित सोने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। रेस्क्यू आपरेशन के सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान हेतु प्रभाग स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम द्वारा रेस्क्यू टीमों एवं गश्ती दलों से सूचनाएं प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेषित करने तथा वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त दिशा निदेर्शों को सर्च आपरेशन में लगी टीमों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। डीएफओ ने बताया कि गश्ती टीमों द्वारा अति संवेदनशील प्रभावित ग्रामों के बाहरी क्षेत्रों में पटाखों को दगाकर उपद्रवी भेड़िया के गाँवों में प्रवेश को रोकने की कार्यवाहियों की जा रही है।

मंत्री बेबी रानी मौर्य का जनपद आगमन 11 सितम्बर को

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रदेश की मा. मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार श्रीमती बेबी रानी मौर्य का 11 सितम्बर 2024 को जनपद आगमन का कार्यक्रम प्रस्तावित है। मा. मंत्री श्रीमती मौर्य अपरान्ह 12ः30 बजे लो.नि.वि. निरीक्षण भवन, बहराइच पहुंचकर अपरान्ह 01ः00 बजे विकास भवन सभागार में देवीपाटन मण्डल के समस्त जनपदों के विभागीय अधिकारियों के साथ जिले में संचालित योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगी। यह जानकारी प्रभारी अधिकारी वीआईपी/नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने बताया कि मा. मंत्री अपरान्ह 04ः00 बजे लखनऊ के लिए प्रस्थान कर जाएंगी।

लेखपालों के एक वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का डीएम ने किया शुभारम्भ

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर जनपद में नवनियुक्त 105 लेखपालों का महाराज सिंह इण्टर कालेज में आयोजित 01 वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, प्रशिक्षण विद्यालय के प्रधानाचार्य/तहसीलदार सदर अनिरूद्ध कुमार यादव सहित प्रशिक्षु मौजूद रहे। इस अवसर पर महाराज सिंह कालेज के शिक्षक नान बाबू पाण्डेय द्वारा मत्रोच्चार का वाचन किया। जबकि शिक्षिका शिवांगी राज द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करती हुईं डीएम मोनिका रानी ने कहा कि लेखपाल राजस्व विभाग का महत्वपूर्ण अंग हैं। डीएम ने कहा कि लेखपाल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य भूमि की पैमाईश एवं अंश निर्धारण है। गांवों में लोगों के बीच अधिकतर वाद-विवाद भूमि पैमाईश एवं अंश निर्धारण को लेकर सामने आते हैं। डीएम ने प्रशिक्षण के लिए नामित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रशिक्षुओं को भूमि पैमाईश कार्य में पूरी तरह से दक्षता प्रदान करें। डीएम ने सीआरओ को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण सत्र के दौरान पैमाईश कार्य में दक्ष लेखपालों को बुलाकर प्रशिक्षुओं को भूमि पैमाईश का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिलाया जाय।

डीएम ने प्रशिक्षुओं का आहवान किया कि पूर्ण मनोयोग के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि आप अपने पदेन उत्तरदायित्वों का बेहतर ढंग से निर्वहन कर आमजन की समस्याओं का समाधान कर सकें। डीएम ने कहा कि सरकारी सेवा को मात्र सेवा तक ही सीमित न रखें बल्कि इसे लोगों की सेवा के अवसर के रूप में देखें। डीएम ने प्रशिक्षु लेखपालों को सुझाव दिया कि भू-लेख नियमावली, राजस्व संहिता के बारे में भी विधिवत जानकारी प्राप्त करें।

मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बन्ध में डीएम की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदेय स्थलों का सम्भाजन 1500 मतदाताओं के आधार पर किये जाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक के दौरान डीएम मोनिका रानी ने बताया कि मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बन्ध में आयोग द्वारा निर्देश प्राप्त हुए हैं कि सम्भाजन की कार्यवाही के दौरान एक मतदान केन्द्र पर 1500 सौ से अधिक मतदाताओं की संख्या होने, मतदान केन्द्र अस्थायी भवन में होने अथवा भवन की स्थिति जर्जर होने तथा मतदान केन्द्र की दूरी 02 कि.मी. से अधिक होने की स्थिति में मतदेय स्थलों के सम्भाजन प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।

बैठक को सम्बोधित करती हुई जिलाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अनुमोदित मतदेय स्थलों का राजस्व अधिकारियों के माध्यम से भौतिक सत्यापन कराया गया है। आयोग द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार भौतिक सत्यापन के आधार पर मूलभूत सुविधा, मतदेय स्थल से मतदाताओं की दूरी, मतदेय स्थल भवन की स्थिति के आधार पर सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा मतदेय स्थल सम्भाजन के आलेख प्रकाशन की सूची तैयार करायी गयी है। डीएम ने बताया कि मतदेय स्थल सम्भाजन का आलेख्य 30 सितम्बर 2024 तक भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाना है। आयोग के निर्देशानुसार जनपद के समस्त मतदेय स्थलों को भूतल पर बनाया गया है।

डीएम ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपेक्षा की कि संशोधित सूची के आधार पर अपने-अपने स्तर से मतदेय स्थलों का सत्यापन करा लें, यदि किसी प्रकार की दावा/आपत्ति हो ता,े दावा/आपत्ति की लिखित सूचना 01 सप्ताह के अन्दर सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला निर्वाचन कार्यालय में उपलब्ध करा दें। जिससे सम्बन्धित प्रकरण की जांच कराकर प्रकरण को निस्तारित कराया जा सके।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी कैसरगंज आलोक प्रसाद आईएएस, सदर के राकेश कुमार मौर्या, महसी के अखिलेश कुमार सिंह, पयागपुर के दिनेश कुमार, मोतीपुर के संजय कुमार, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राम दयाल, तहसीलदार नानपारा अजय यादव, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती शिखा श्रीवास्तव, भाजपा से सुनील श्रीवास्तव, कांग्रेस से गोपीनाथ, सपा से जफर उल्लाह खां बन्टी, बीएसपी से अशर्फी लाल गौतम, अपनादल सोनलाल से गिरीश पटेल सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।