दुमका : जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में सामने आये 374 मामले, अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़ा, कुछ मामलों का तुरंत किया गया निदान
दुमका : राज्य सरकार की पहल और पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर झारखण्ड के दुमका में पुलिस विभाग द्वारा मंगलवार को आयोजित जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में 374 मामले सामने आये।
कार्यक्रम के दौरान दुमका नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रहनेवाले लोगों की शिकायतें सबसे ज्यादा मिली। जिले के चार स्थानों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें सदर अनुमंडल में 133, जरमुंडी अनुमंडल में 149, मसलिया एवं टोंगरा थाना क्षेत्र से 57 और शिकारीपाड़ा एवं रानेश्वर से 35 लोगों की शिकायत से संबंधित आवेदन विभाग को मिले।
लोगों की अधिकांश शिकायतें जमीन विवाद से जुड़ी हुई थी। इसके अलावा छेड़खानी, पुराने मामलों में आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं होना, अनुसन्धान सहित अन्य मामलों से जुड़ी शिकायतें शामिल थी। कार्यक्रम में शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों के आवेदन का पंजीकरण कर उन्हें उसकी रिसिविंग रसीद भी दी गयी। कार्यक्रम को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा और लोगों में पुलिस के प्रति एक विश्वास जगा।
लोगों ने उचित न्याय की उम्मीद भी जतायी।
इससे पूर्व कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन झारखण्ड जगुआर एसटीएफ के डीआईजी इंद्रजीत महथा ने की। मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार, एसडीपीओ विजय महतो, डालसा ए सदस्य सहित अन्य अधिकारी एवं पुलिसकर्मी मौजूद थे।
डीआईजी इंद्रजीत महथा को दुमका में आयोजित कार्यक्रम का प्रभारी अधिकारी बनाया गया था। डीआईजी इंद्रजीत महथा में कहा कि इस कार्यक्रम से लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है और पुलिस लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेकर तेजी से समाधान करने की पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि सिविल से जुड़े मामलों को संबंधित विभागों को हस्तातंरित कर दिया जाएगा। कुछ मामलों का दो से तीन दिनों के भीतर समाधान कर दिया जाएगा और इसकी सूचना भी शिकायतकर्ता को दे दी जाएगी। जनता की शिकायतों की मॉनिटरिंग एसपी लगातार करेंगे। कहा कि पुलिस मुख्यालय की कोशिश है कि हर महीने इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाए।
वहीं दुमका के एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़े हुए है। सभी शिकायतों को अलग अलग कैटेगरी में बांटकर उन शिकायतों की जाँच एवं त्वरित निदान किया जाएगा। शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों को ट्रैक भी कर सकते है जिसकी सूचना पुलिस विभाग देगी। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा, साइबर फ़्रॉड से जुड़ी शिकायतों के लिए 1930 डायल और बच्चियों या किसी महिला के साथ छेड़खानी स्वागत जुड़ी शिकायतों के लिए डायल 112 के महत्व की जानकारी भी दी गयी।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Sep 10 2024, 22:02