विनेश फोगाट को रेलवे ने दिया कारण बताओ नोटिस, इस्तीफा नहीं किया मंजूर, क्या सियासी पारी में लगा 'ब्रेक'!

डेस्क: महिला कुश्ती पहलवान एवं कांग्रेस नेता विनेश फोगाट का राजनीतिक करियर क्या शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगा? हरियाणा में विनेश फोगाट के चुनाव लड़ने पर ट्विस्ट आ गया है। रेलवे ने अब तक विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। रेलवे ने दोनों पहलवानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, जब तक विनेश फोगाट का इस्तीफा रेलवे मंजूर नहीं कर लेता और उन्हें एनओसी नहीं दे देता है। तब तक वो चुनाव नहीं लड़ सकती हैं। उत्तर रेलवे का कहना है कि कारण बताओ नोटिस सेवा नियमावली का हिस्सा है, क्योंकि रेलवे के रिकॉर्ड में वो अभी भी सरकारी कर्मचारी हैं।

रेलवे उनसे इस्तीफा देने का कारण जानना चाहता है। रेलवे के नियमों के अनुसार, रेलवे कर्मचारी द्वारा इस्तीफा देने के बाद तीन महीने के नोटिस पीरियड को पूरा करना जरूरी है। इसलिए बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के द्वारा इस्तीफा भेजने के बाद एक कारण बताओं नोटिस दिया गया है।

विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का जवाब मिलने के बाद रेलवे दोनों को कार्यमुक्त कर सकती है। इस्तीफा मानदंडों में ढील देने का फैसला भी कर सकती है। दोनों की सियासी पारी में एक पेंच और फंसा हुआ है। कोई व्यक्ति सरकारी कर्मचारी रहते हुए किसी राजनीति पार्टी को ज्वाइन नहीं कर सकता है।

टिकट मिलने के बाद विनेश फोगाट ने चुनावी प्रचार भी शुरू कर दिया है। विनेश फोगाट का दावा है कि चुनौतियां चाहे जो आएं वो उन्हें पारकर जीतना जानती हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि इनेलो और जेजेपी के गढ़ में लोग इस बार उन्हें बदलाव के लिए वोट देंगे और आखिर जुलाना के लोग इस बार बदलाव के लिए वोट करेंगे। उन्होंने रोड शो में बृजभूषण शरण सिंह पर भी करारा हमला बोला है। विनेश ने कहा कि उनका कोई अस्तित्व नहीं है।

बीजेपी ने अपने नेता बृजभूषण को दी सलाह, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया पर कुछ ना बोलें


डेस्क: विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज है और तीखी बयानबाजी भी जारी ही। वहीं, सूत्रों ने रविवार को कहा कि भाजपा ने पार्टी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को ओलंपिक पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के खिलाफ बयान देने से परहेज करने की सलाह दी है। भाजपा के शीर्ष नेताओं की यह सलाह भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख द्वारा हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल होने के लिए दो पहलवानों पर हमला करने के कुछ दिनों बाद आई है। 

6 सितंबर को, फोगट और पुनिया, जिन्होंने पिछले साल सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध का नेतृत्व किया था, "डरेंगे नहीं या पीछे नहीं हटेंगे" के वादे के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। पार्टी में शामिल होने के बाद फोगाट ने कहा था कि भाजपा सिंह का समर्थन कर रही थी जबकि कांग्रेस ने विरोध करने वाले पहलवानों का समर्थन किया था जब उन्हें दिल्ली में "सड़कों पर घसीटा जा रहा था"। पुनिया ने भी फोगाट की बात दोहराते हुए कहा कि कठिन समय में कांग्रेस उनके साथ खड़ी रही। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि पहलवानों का विरोध बीजेपी को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस की 'साजिश' थी। 

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि विनेश और बजरंग ने कुश्ती में नाम कमाया और खेल की ताकत के लिए मशहूर हुए लेकिन कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनका नामोनिशान मिट जाएगा. विनेश फोगट और बजरंग पुनिया उन पहलवानों में से थे, जिन्होंने पिछले साल बृज भूषण सिंह के खिलाफ धरने का नेतृत्व किया था, और उन पर कई युवा जूनियर पहलवानों को परेशान करने का आरोप लगाया था।

बृजभूषण सिंह ने आगे कहा कि विनेश और बजरंग अगर सोच रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव जीत जाएंगे तो वे गलत हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, "वे हरियाणा में किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, भाजपा का एक छोटा उम्मीदवार उन्हें हरा देगा।" विशेष रूप से, एक दिन बाद, विनेश को कांग्रेस द्वारा हरियाणा के जुलाना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया। इस बीच, बजरंग पुनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त किया गया और वह चुनाव अभियान में भाग लेंगे।

जम्मू-कश्मीर के रामबन में राजनाथ सिंह का बड़ा बयान, कहा- पीओके के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए


डेस्क : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के रामबन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए, हम उन्हें अपना मानते हैं। राजनाथ ने ये बयान रामबन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिया।

राजनाथ ने कहा कि कांग्रेस-नेकां गठबंधन का कहना है कि वह अनुच्छेद 370 बहाल करेगा लेकिन जब तक बीजेपी है, कोई भी यह नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात बदल गए हैं, युवाओं के पास अब पिस्तौल और रिवॉल्वर के बजाय लैपटॉप और कंप्यूटर हैं।

राजनाथ ने कहा कि दस साल के बाद जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। यहां होने वाले चुनाव पर पूरे भारत की और पूरी दुनिया की निगाह लगी हुई है। जम्मू कश्मीर में लोगों को उनके अधिकारों लंबे समय तक वंचित कर रखा गया था। इस बार के विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी, हमारे वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों के परिवार को पहली बार लोकल बॉडीज इलेक्शन में वोट डालने का अधिकार मिल गया है।

राजनाथ ने कहा कि वाल्मिकी समुदाय को SC कैटेगरी का लाभ मिलने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। पहली बार ST समुदाय के लिए असेंबली में सीटें रिज़र्व की गई हैं। कश्मीर घाटी में जो बदलाव हम देख रहे हैं, आज पूरी दुनिया उसे देख रही है। पिछले साल जब भारत में जी-20 का आयोजन हुआ तो श्रीनगर में भी उसकी एक बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई।

राजनाथ ने कहा कि जो जम्मू-कश्मीर पहले टेररिज्म स्पॉट के तौर पर पूरे देश में जाना जाता था आज वह टूरिज्म का हॉटस्पॉट बन चुका है। साढ़े तीन दशक के बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया निकला है। पहले जम्मू से श्रीनगर जाने में लंबा वक्त लगता था। लेकिन अब जम्मू से श्रीनगर तक साढ़े चार घंटे में पहुंचा जा सकता है। पाकिस्तान की सरकार पीओके को फॉरन लैंड मानती है। यह बात ख़ुद पाकिस्तान के ASG ने हलफ़नामा देकर कही है। जबकि हम लोग पीओके के लोगों को अपना मानते हैं।

राजनाथ ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर में हर उज्ज्वला योजना लाभार्थी को साल में दो सिलेंडर मुफ़्त दिया जाएगा। दूरदराज के इलाक़ों में हायर सेकेंडरी क्लासेज़ में पढ़ने वाले बच्चों को टेबलेट या लैपटॉप दिया जाएगा। हमने संकल्प किया है कि जम्मू और श्रीनगर दोनों ही शहरों को मेट्रो रेल की कनेक्टिविटी दी जाएगी। तवी नदी पर एक बढ़िया रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। रामबन और बनिहाल के कुछ इलाक़ों को टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तरह विकसित किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर के रामबन में राजनाथ सिंह का बड़ा बयान, कहा- पीओके के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए

डेस्क : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के रामबन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए, हम उन्हें अपना मानते हैं। राजनाथ ने ये बयान रामबन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिया। राजनाथ ने कहा कि कांग्रेस-नेकां गठबंधन का कहना है कि वह अनुच्छेद 370 बहाल करेगा लेकिन जब तक बीजेपी है, कोई भी यह नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात बदल गए हैं, युवाओं के पास अब पिस्तौल और रिवॉल्वर के बजाय लैपटॉप और कंप्यूटर हैं। राजनाथ ने कहा कि दस साल के बाद जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। यहां होने वाले चुनाव पर पूरे भारत की और पूरी दुनिया की निगाह लगी हुई है। जम्मू कश्मीर में लोगों को उनके अधिकारों लंबे समय तक वंचित कर रखा गया था। इस बार के विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी, हमारे वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों के परिवार को पहली बार लोकल बॉडीज इलेक्शन में वोट डालने का अधिकार मिल गया है। राजनाथ ने कहा कि वाल्मिकी समुदाय को SC कैटेगरी का लाभ मिलने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। पहली बार ST समुदाय के लिए असेंबली में सीटें रिज़र्व की गई हैं। कश्मीर घाटी में जो बदलाव हम देख रहे हैं, आज पूरी दुनिया उसे देख रही है। पिछले साल जब भारत में जी-20 का आयोजन हुआ तो श्रीनगर में भी उसकी एक बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई। राजनाथ ने कहा कि जो जम्मू-कश्मीर पहले टेररिज्म स्पॉट के तौर पर पूरे देश में जाना जाता था आज वह टूरिज्म का हॉटस्पॉट बन चुका है। साढ़े तीन दशक के बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया निकला है। पहले जम्मू से श्रीनगर जाने में लंबा वक्त लगता था। लेकिन अब जम्मू से श्रीनगर तक साढ़े चार घंटे में पहुंचा जा सकता है। पाकिस्तान की सरकार पीओके को फॉरन लैंड मानती है। यह बात ख़ुद पाकिस्तान के ASG ने हलफ़नामा देकर कही है। जबकि हम लोग पीओके के लोगों को अपना मानते हैं। राजनाथ ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर में हर उज्ज्वला योजना लाभार्थी को साल में दो सिलेंडर मुफ़्त दिया जाएगा। दूरदराज के इलाक़ों में हायर सेकेंडरी क्लासेज़ में पढ़ने वाले बच्चों को टेबलेट या लैपटॉप दिया जाएगा। हमने संकल्प किया है कि जम्मू और श्रीनगर दोनों ही शहरों को मेट्रो रेल की कनेक्टिविटी दी जाएगी। तवी नदी पर एक बढ़िया रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। रामबन और बनिहाल के कुछ इलाक़ों को टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तरह विकसित किया जाएगा।
कोलकाता रेप मर्डर केस: विरोध में TMC के राज्यसभा सांसद जौहर सरकार ने दिया इस्तीफा

डेस्क: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर केस में टीएमसी के राज्यसभा सांसद जौहर सरकार का गुस्सा फूटा है। उन्होंने राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखकर बताया है कि उन्होंने आरजी कर मामले के विरोध में इस्तीफा दिया है।

हाल ही में खबर सामने आई थी कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज से जुड़े मामले में राज्य चिकित्सा परिषद ने डॉ बिरुपाक्ष विश्वास और डॉ अभिक डे को निलंबित कर दिया है। इन दोनों डॉक्टरों पर आरोप है कि वे विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में दादागिरी चला रहे थे। यह भी आरोप है कि अभिक डे को 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में देखा गया था।

दूसरी ओर, डॉक्टरों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की मांग की थी। डॉ संदीप घोष को 72 घंटे के अंदर जवाब देना है। उचित जवाब नहीं मिलने पर संदीप घोष का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।

हालही में ये खबर सामने आई थी कि आरजी कर अस्पताल में करप्शन के मामले में ED ने भी शिकंजा कसना शरू कर दिया है। कोलकाता में ED की टीम ने शुक्रवार सुबह-सुबह कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और उनके करीबियों पर छापेमारी की गई थी। कोलकाता में ED की टीम ने 6 जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। इसमें मुख्य रूप से संदीप घोष और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी। अस्पताल के डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रसून चटर्जी पर भी ED ने कार्रवाई की थी।

ईडी की टीम ने संदीप घोष के करीबी कौशिक कोले, प्रसून चटर्जी, बिल्पब सिंह के घर छापेमारी की थी। बता दें कि संदीप घोष और बिप्लब सिंह सहित कुल चार लोगों को सीबीआई पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कौशिक कोले, संदीप घोष का करीबी बताया जा रहा है। फिलहाल हावड़ा, सोनारपुर (दक्षिण 24 पेज) समेत अन्य जगहों पर ईडी की छापेमारी की गई। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर करप्शन और कई अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। सीबीआई पहले से इस मामले की जांच कर रही है।

बंगाल की खाड़ी में तूफान की आहट, तेलंगाना में बाढ़ से 29 की मौत, MP में 11 सितंबर से एक्टिव होगा स्ट्रॉन्ग सिस्टम, जानें ताजा अपडेट

देशभर के कई राज्यों में झमाझम बारिश देखने को मिल रही है। तेलंगाना में भारी बारिश के चलते 29 जिलों में बाढ़ आ गई है। 31 अगस्त से हो रही बारिश के कारण अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, राज्य में बाढ़ के कारण 5,438 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। राजस्थान में इस मानसून सीजन में 1 जून से 7 सितंबर तक कुल 626.7mm बरसात हुई, जो सामान्य बारिश (398.5mm) से 57 फीसदी ज्यादा है।

शनिवार को हुई तेज बारिश के कारण अजमेर और जयपुर की कई सड़कों पर पानी भर गया। जयपुर में लोगों को 30 किमी का सफर तय करने में 6 घंटे से ज्यादा समय लगा। अजमेर का पुष्कर लेक का जलस्तर भी बढ़ गया है। लेक के 52 घाट पानी में डूब गए। मौसम विभाग ने रविवार (8 सितंबर) को मध्य प्रदेश, समेत 18 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। येलो अलर्ट की दो कैटेगरी हैं। एक में भारी बारिश की संभावना है और दूसरे में हल्की बारिश के साथ वज्रपात की चेतावनी है। रायसेन, राजगढ़, इंदौर, उज्जैन जैसे 23 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। बता दें कि प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश से खेत-खलिहान पूरी तरह भर गए हैं।

पश्चिम बंगाल में मौसम विभाग ने 8 से 10 सितंबर तक मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी जारी की है। यहां 40-50 kmph की हवा चल सकती है। 9-10 सितंबर को पश्चिमी मिदनापुर, उत्तर-दक्षिण 24 परगना और झारग्राम में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने 9 सितंबर को मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मानसून ट्रफ और लो प्रेशर एरिया की वजह से एक बार फिर पूरा मध्यप्रदेश भीगेगा। रविवार को शिवपुरी, श्योपुर समेत 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। 11 सितंबर से प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसका असर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जिलों में भी देखने को मिलेगा। यहां भारी बारिश का अलर्ट है।

भारत को अब PM मोदी के कारण पहचानती है पूरी दुनिया….उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कही मन की बात

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत देश आज वह नहीं है, जो दस साल पहले था, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक ऐसे मार्ग पर अग्रसर है जिसे पूरा विश्व पहचानता है। उपराष्ट्रपति ने यह बातें गोरखपुर में सैनिक स्कूल के उद्घाटन के अवसर पर अपने मन की बात कही। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370, जिसे संविधान निर्माताओं ने अस्थायी कहा था, उसे कुछ लोग स्थायी मान बैठे थे। इस दशक में उसको विलुप्त कर दिया गया है। यह आज का भारत है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के साथ समझौता राष्ट्र के साथ चरम धोखा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति कर्तव्य को स्वार्थ और राजनीतिक हितों से ऊपर रखना चाहिए और ऐसा न करने पर यह भारत की हजारों वर्षों पुरानी सभ्यता पर हमला होगा।

धनखड़ ने शिक्षा को समाज में बदलाव का सबसे प्रभावशाली माध्यम बताया। शिक्षा से व्यक्तियों के जीवन को आकार देने के साथ समाज में व्याप्त असमानता और कुरीतियों को समाप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में अपने छात्र जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मेरा असली जन्म सैनिक स्कूल में हुआ था। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद रवि किशन शुक्ला और अन्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

धनखड़ ने चित्रकूट के जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में निहित दो प्रमुख सिद्धांतों को विश्व मंच पर पेश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की।

अमेरिका पर छाए मंदी के काले बादल, ताजा इकोनॉमिक डेटा से बढ़ी चिंता

डेस्क: अमेरिका में आए लेटेस्ट आर्थिक आंकड़े सुस्ती की तरफ इशारा कर रहे हैं। अमेरिका में मंदी धीरे-धीरे आने वाले समय में हकीकत बन सकती है। यह अमेरिकी शेयरों में गिरावट की तरफ भी इशारा है। अगस्त की शुरुआत से ही अमेरिकी मंदी की आशंकाएं लागातार बढ़ने लगी हैं। हालांकि, अमेरिकी शेयर बाजार रोजगार के आंकड़ों से जुड़ी पिछली गिरावटों से उबरने में सक्षम रहा है, लेकिन बाजार में अभी भी कई प्रमुख समस्याएं मौजूद हैं, जो अर्थव्यवस्था के खिलाफ काम कर रही हैं और अमेरिका में मंदी आने की संभावना है।

आर्थिक आंकड़े प्रमुख शेयर बाजार में गिरावट की ओर इशारा कर रहा है। एस&पी 500 जैसे प्रीमियम एसेट्स में भी गिरावट का ट्रेंड दिख रहा है। आईटी शेयरों में तो लंबे समय से कोई तेजी देखने को नहीं मिली है। अर्थिक डेटा के आधार पर मंदी का जोखिम लगातार बढ़ रहा है और अमेरिकी ट्रेडर्स ब्याज दर में कटौती पर बहुत अधिक उम्मीद लगाए बैठे हैं। बीते शुक्रवार अमेरिका में रोजगार के आंकड़े जारी हुए थे। इन आंकड़ों ने शेयर बाजार को फिर से प्रभावित किया। अमेरिकी शेयर बाजार पहले रिकवरी फेज में था, लेकिन इस समय चीजें अनिश्चित दिख रही हैं। अगर अगले कुछ हफ्तों में शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो मंदी के शुरुआती प्रभाव आसानी से देखे जा सकते हैं। कई कंपनियों की वैल्यूएशन में बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी।

पिछले 18 महीनों में सबसे खराब रहा पिछला सप्ताह

शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट में एक बार फिर भारी गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी रोजगार बाजार के बारे में बहुप्रतीक्षित अपडेट काफी कमजोर आया। ऐसे में पहले ऊंची छलांग लगाने वाले टेक शेयरों को फिर से नुकसान उठाना पड़ा। इससे अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। एसएंडपी 500 में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई और यह मार्च, 2023 के बाद से इसका सबसे खराब सप्ताह रहा। ब्रॉडकॉम, एनवीडिया और अन्य टेक कंपनियों ने बाजार को नीचे गिरा दिया, क्योंकि इस बात की चिंता बनी हुई थी कि एआई के इर्द-गिर्द उछाल में उनकी कीमतें बहुत अधिक बढ़ गई थीं और उन्होंने नैस्डैक कंपोजिट को बाजार में 2.6 प्रतिशत तक नीचे खींच लिया। सुबह की 250 अंकों की बढ़त को खत्म करने के बाद डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 410 अंक या एक प्रतिशत की गिरावट आई।

रोजगार रिपोर्ट आने के बाद बॉन्ड मार्केट में भी तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जहां ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आई, फिर सुधार हुआ और फिर गिरावट आई। रिपोर्ट में दिखाया गया कि अगस्त में अमेरिकी नियोक्ताओं ने अर्थशास्त्रियों की अपेक्षा से कम कर्मचारियों को काम पर रखा। इसे साल की सबसे महत्वपूर्ण रोजगार रिपोर्ट के रूप में पेश किया गया था और इसने लगातार दूसरे महीने दिखाया कि भर्ती पूर्वानुमानों से कम रही। इसके बाद हाल ही में विनिर्माण और अर्थव्यवस्था के कुछ अन्य क्षेत्रों में कमजोरी दिखाने वाली रिपोर्ट भी आई।

कांग्रेस में शामिल होंगे ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाने वाले कन्हैया मित्तल, जानिए क्या बोले सिंगर

‘जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे’ गाना गाने वाले कन्हैया मित्तल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस के लिए हमेशा मेरे दिल में सॉफ्ट कॉर्नर रहा है. मेरे मन में कांग्रेस है. साथ ही उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा, बीजेपी ने फैलाया के मैं उनके के लिए गाना गाता हूं. बीजेपी ने मेरे गाने को इस्तेमाल किया जिससे मुझे बहुत दिक्कतें सहनी पड़ी. उन्होंने आगे कहा, आने वाले समय में क्लियर हो जाएगा सब कुछ, फिलहाल मेरे मन में कांग्रेस है.

बीजेपी को हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा झटका लगने की उम्मीद नजर आ रही है. “जो राम को लाए हैं” चर्चित गाने के सिंगर ने बीजेपी को झटका दे दिया है. गायक कन्हैया मित्तल ने कहा, मेरा मन कांग्रेस के साथ जुड़ रहा है. साथ ही उन्होंने कहा, मेरी हरियाणा में काम करने की इच्छा है अगर बात बनती है हरियाणा में तो मैं कांग्रेस के साथ काम करना चाहूंगा.

कांग्रेस की तरफ पूरी तरह से कन्हैया मित्तल का रुझान साफ दिखा, उन्होंने कहा, सारे राम विरोधी कांग्रेस में नहीं है, ऐसे में कांग्रेस के साथ काम करना मेरी इच्छा है. उत्तर प्रदेश चुनाव में कन्हैया मित्तल का गाना “जो राम को लाए हैं” खूब चर्चित हुआ था और बीजेपी के कई अभियान में सुनाई दे रहा था, लेकिन अब कन्हैया मित्तल बीजेपी से नाराज चल रहे हैं और उन्होंने अपने सुर बदल लिए हैं. कन्हैया मित्तल पार्टी में टिकट न मिलने पर नाराज चल रहे थे, जिसके बाद अब उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामने के संकेत दे दिए हैं.

कन्हैया मित्तल के बदले हुए सुर काफी दिनों से दिखाई दे रहे थे, उन्होंने 4 सितंबर को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया की मुलाकात की एक तस्वीर शेयर की और लिखा, बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद. अपने इस पोस्ट में उन्होंने राहुल गांधी को भी टैग किया था.

कन्हैया मित्तल भजन और गायकी की दुनिया का बहुत बड़ा नाम है, उनके गीत, भजन लोगों के बीच काफी चर्चित हैं. कन्हैया मित्तल चंडीगढ़ के रहने वाले हैं और यही से उन्होंने भजन और गायकी की दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है. कन्हैया मित्तल न सिर्फ जो राम को लाए हैं गाने के लिए जाने जाते हैं, बल्कि उन्होंने भगवान की भक्ति में कई भजन और गीत गाए हैं. कन्हैया मित्तल के गाने “जो राम को लाए हैं हम उनको लायेंगे” यह गाना इतना हिट हुआ था कि सोशल मीडिया पर इस गाने पर महज एक हफ्ते में 30 मिलियन से ज्यादा लोगों ने सुना था.

चीन की जिस लैब से लीक हुआ था कोरोना, उसी से निकला एक और जानलेवा वायरस! रिसर्च में बड़ा खुलासा


एक समय में अपने कहर से पूरी दुनिया की रफ्तार रोक देने वाला कोरोना वायरस चीन की जिस लैब से लीक हुआ था उसे लेकर एक चौंकाने वाला दावा सामने आया है। एक रिसर्च में आशंका जताई गई है कि इसी लैब से पोलिया का एक बेहद इवॉल्व्ड स्ट्रेन लीक हुआ था। इस वायरस से साल 2014 में चीन के अन्हुई प्रांत में 4 साल का एक बच्चा संक्रमित हुआ था। इस लैब का नाम वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी है और अमेरिकी एजेंसी एफबीआई का मानना है कि कोरोना वायरस भी इसी लैब से निकला था।

फ्रांस के पैश्चर इंस्टीट्यूट की ओर से कराई गई इस रिसर्च में पता चला कि WIV14 नाम का यह स्ट्रेन पोलियो वायरस के उस वैरिएंट से जेनिटकली 99 प्रतिशत मैच करता है जिसे वुहान की लैब में स्टोर किया गया था। इस रिसर्च ने चीन की लैब्स में सेफ्टी प्रोटोकॉल्स को लेकर सवाल और चिंताओं का दौर एक बार फिर शुरू कर दिया है। कोविड-19 वैश्विक महामारी में अपनी संदिग्ध भूमिका को लेकर चीन की लैब्स को पहले ही शक की नजरों से देखा जा रहा है। अब ये नई रिसर्च चीनी लैब्स को लेकर रुख को और गंभीर कर सकती है।

यह रिसर्च पोलियो के WIV14 स्ट्रेन से जुड़ी हुई है जिसकी सबसे पहले पहचान साल 2014 में एक बच्चे के सैंपल में हुई थी। इस बच्चे को अन्हुई इलाके में उस समय फैली हाथ, पैर और मुंह की बीमारी के आउटब्रेक के बीच डायग्नोस किया गया था। बच्चे में WIV14 डिटेक्ट होने के बाद वैज्ञानिक शॉक में आ गए थे। जेनेटिक एनालिसिस में पता चला कि WIV14 स्ट्रेन Saukett A स्ट्रेन से काफी मिलता-जुलता है जो कि एक पोलियो पैरिएंट है जिसे 1050 के दशक में डेवलप किया गया था। इसका इस्तेमाल वैक्सीन के निर्माण में होता रहा है।

इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद चीन की लैबोरेटरीज को लेकर सवाल उठने फिर से शुरू हो गए हैं। पिछले साल फरवरी में यह दावा किया गया था कि कोरोना वायरस चीन की सरकार के नियंत्रण वाली एक लैब से लीक हुआ था। हालांकि, चीन ने इससे इनकार किया है। लेकिन, अमेरिका समेत कई देश इसके पीछे चीन को ही जिम्मेदार बताते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार कोरोना वायरस चमगादड़ से निकला था और वुहान की लैब में चमगादड़ों पर ही रिसर्च हो रही थी। जहां पर कोरोना का पहला मामला मिला था वह इसी लैब के पास है।