Gorakhpur

Sep 04 2024, 19:02

इंटरकॉलेज के प्रबन्धक समाजसेवी सुरेन्द्र पाण्डेय के निधन पर शोक
खजनी गोरखपुर। श्री गणेश पाण्डेय इंटरकॉलेज कटघर खजनी के प्रबंधक एवं समाजसेवी सुरेन्द्र पाण्डेय का आज प्रात: आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन पर लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। कॉलेज परिसर में उनका पार्थिव शरीर पहुंचते ही सभी शिक्षकों और कर्मचारियों ने उन्हें श्रद्धासुमन समर्पित किया।

शोक प्रकट करते हुए प्रधानाचार्य डा. रणजीत सिंह ने कहा कि स्वर्गीय पाण्डेय को शिक्षा के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने अपने राजनीतिक तथा सामाजिक जीवन में भी सदैव उच्च आदर्शों का पालन किया,जिससे आम जनमानस के बीच भी बेहद लोकप्रिय थे। विद्यालय परिवार उनके निधन पर हार्दिक शोक संवेदना प्रकट करता है।

इस अवसर पर उनके भाई सूर्य प्रकाश पांडेय, इंटरकॉलेज के रमेन्द्र प्रताप चन्द, युग्मेश उपाध्याय,विनय कुमार सिंह,ओमबीर सिंह, मीना मिश्रा, हरिशंकर सिंह,सत्य प्रकाश, सिंह,राघवेन्द्र मिश्रा, अभिषेक कुमार सिंह,अरविन्द गौतम, स्नेहलता, संदीप शुक्ला, रामधनम यादव,रागिनी सिंह, आनन्द शुक्ला, अश्विनी कुमार सिंह,महेन्द्र प्रताप सिंह,हरीश त्रिपाठी,नेहा राठी,राजकुमार ने भी श्रद्धांजलि दी।

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Sep 04 2024, 19:01

सड़क हादसे में महिला गंभीर रूप से घायल, कार की चपेट में आई बाइक सवार महिला

खजनी गोरखपुर। कस्बे से अपने गांव की ओर लौट रही बाइक सवार महिला कार की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गई, उसे इलाज के लिए गोरखपुर जिला अस्पताल भेजा गया है।

आज दिन में 12.30 बजे हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के गठुआखोर गांव की निवासी महिला जानकी देवी 35 साल पत्नी हरेंद्र यादव अपनी छोटी बहन मंजिता और उनके पति बेचू यादव निवासी मेंहदावल संतकबीरनगर के साथ एक ही बाइक पर सवार होकर खजनी मार्केट से अपने घर लौट रही थी। रास्ते में कटघर चौराहे से आगे मंझगांवा गांव के समीप अनियंत्रित हो कर कार की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गई।
महिला के सिर में गंभीर चोट लगने से वह बेहोश हो गई, प्राथमिक इलाज के लिए पीएचसी ले जाया गया जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए जिले पर भेज दिया गया।

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Sep 04 2024, 16:09

सीएम की मंशा के अनुरूप "सिटी ऑफ नॉलेज" बन रहा गोरखपुर


गोरखपुर, 4 सितंबर। सीएम सिटी गोरखपुर अब नॉलेज सिटी भी बन रहा है। यह देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो चुका है जहां चार विश्वविद्यालय हैं। इस शहर की शिक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों की फेहरिस्त में अब सैनिक स्कूल भी जुड़ गया है। अगले साल यहां स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की सौगात भी मिल जाएगी। प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, व्यावसायिक, प्रबंधकीय, हॉस्पिटैलिटी समेत किसी भी विशिष्ट प्रकार की शिक्षा के लिए गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही सीमावर्ती बिहार और नेपाल के लिए उम्मीदों का प्रमुख केंद्र बन चुका है।

गोरखपुर में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव महज चंद सालों में देखने को मिला है। इस बदलाव का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। योगी आदित्यनाथ नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर हैं। शैक्षिक उन्नयन के प्रति ऊर्जस्वित विचार उन्हें अपनी पीठ से विरासत में मिला है। गोरखपुर को केंद्र में रखकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक क्रांति में गोरक्षपीठ और इसके दो पीठाधीश्वरों ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की बड़ी भूमिका मानी जाती है। योगी आदित्यनाथ इसी भूमिका का फलक और व्यापक कर रहे हैं।

संसदीय कार्यकाल से ही उनकी मंशा गोरखपुर को नॉलेज सिटी के रूप में विकसित करने की थी और उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद यह तेजी से साकार होती गई है।

अब पूर्वांचल के जवान फौज में सिर्फ जवान ही नहीं अफसर भी बन सकेंगे

सीएम योगी के प्रयासों से गोरखपुर में सैनिक स्कूल भी बन गया है और इसी सत्र से इसमें पढ़ाई भी होने लगी है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा संचालित प्रदेश का दूसरा सैनिक स्कूल है। यह बताने की जरूरत नहीं कि सैनिक स्कूल किसी भी क्षेत्र के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। गोरखपुर में सैनिक स्कूल बन जाने से अब सैन्य सेवाओं में अवसरों के लिए क्षेत्रीय संतुलन बढ़ेगा। सैनिक स्कूल को सीएम योगी ने ड्रीम प्रोजेक्ट मानकर बनाया है। इसका उद्घाटन 7 सितंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे। अब पूर्वांचल के युवा सेना और अर्द्ध सैनिक बलों में सिर्फ जवान ही नहीं, सैनिक स्कूल में बेहतर प्रशिक्षण पाकर अधिकारी भी बनेंगे।

सात साल में योगी ने दिए शहर को दो विश्वविद्यालय

वैसे उच्च शिक्षा के मानकों पर बात करें तो योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले गोरखपुर की ख्याति दो विश्वविद्यालय (दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) वाले शहर की थी। इसमें भी दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना में गोरक्षपीठ नींव की ईंट की तरह है जिसने अपने महाविद्यालय की संपत्ति विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए दे दी थी। बहरहाल, अब गोरखपुर के नाम में इन दो विश्वविद्यालयों के अलावा दो और विश्वविद्यालय जुड़ गए हैं। इनमें से एक आयुष की सभी चिकित्सा पद्धतियों के शिक्षण वाला महायोगी गुरु गोरखनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय है तो दूसरा निजी क्षेत्र का महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय। आयुष विश्वविद्यालय तो पूरे प्रदेश में अपनी तरह का पहला विश्वविद्यालय है। जबकि निजी क्षेत्र के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने कम समय में ही चिकित्सा, नर्सिंग, पैरामेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में खुद को ब्रांड के रूप में स्थापित कर लिया है।

इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट बदले गोरखपुर की मांग थी

बीते कुछ सालों में गोरखपुर उच्च शिक्षा के तकरीबन सभी आयामों से समृद्ध है। बस अभाव था तो सिर्फ हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के पाठ्यक्रमों की पढ़ाई का। सीएम योगी ने यह कमी भी दूर कर दी है। उनके हाथों शिलान्यास के बाद गोरखपुर के गीडा में स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट का निर्माण कार्य जारी है। सितंबर 2025 में यह बनकर तैयार हो जाएगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा का एक और बेहतरीन विकल्प मिल जाएगा।

Gorakhpur

Sep 04 2024, 16:07

महायोगी गोरखनाथ विवि के दो आचार्यों को 21.36 लाख रुपये का शोध अनुदान

गोरखपुर, 4 सितंबर। वर्तमान अकादमिक सत्र में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम को एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। विश्वविद्यालय के दो आचार्यों डॉ. शशिकांत सिंह और डॉ. अमित दूबे को शोध और अनुसंधान कार्य के लिए उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूपीसीएसटी) की ओर से कुल 21.36 लाख रुपये का अनुदान अनुशंसित हुआ है। ग्रांट के लिए चयनित इन दोनों ही आचार्यों के रिसर्च प्रोजेक्ट किताबी न होकर, जन स्वास्थ्य से जुड़े हैं।

डॉ. शशिकांत सिंह महायोगी गोरखननाथ विश्वविद्यालय में संचालित फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य हैं जबकि डॉ. अमित दूबे संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष। यूपीसीएसटी ने डॉ. शशिकांत सिंह को 15.36 लाख रुपये और डॉ. अमित दूबे को 6 लाख रुपये का शोध-अनुसंधान अनुदान देने का ग्रांट दिया है। दोनों आचार्यों को यूपीसीएसटी की ओर से मिले ग्रांट पर बधाई देते हुए विश्विद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) अतुल वाजपेयी ने कहा है कि यह असाधारण उपलब्धि है। इससे शोध परियोजनाओं को प्रोत्साहन मिलेगा और भविष्य में शोध अन्वेषण के लिए नए नवाचारों के मार्ग प्रशस्त होंगे।

कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा की यूपीसीएसटी के शोध अनुदान से विश्वविद्यालय की ख्याति वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित होगी।

डॉ. शशिकांत सिंह का शोध विषय ‘संभावित एंटीएम्नेसिक एजेंट के रूप में मैंगिफेरिन के नए मैनिच एनालॉग्स के डिजाइन, संश्लेषण और एंजाइम गतिकी अध्ययन’ है। शोध विषय वस्तु की व्यावहारिक जानकारी देते हुए डॉ. शशिकांत ने बताया कि 65 वर्ष की आयु के लोगो में यादाश्त की कमजोरी आ जाती है। इसके लिए पूरे विश्व में मात्र 4 दवाएं हैं जो अभी भी शत प्रतिशत कारगर नहीं है। इसलिए अब समय आ गया है कि हम उन लोगों के लिए कुछ करें जो खुद को याद नहीं रख सकते। उनका रिसर्च प्रोजेक्ट इसी पर केंद्रित है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉ. शशिकांत सिंह के 12 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।

डॉ. अमित कुमार दूबे को सितोपलादि चूर्ण में उपयोग किये जाने वाले पौधों में पाए जाने वाले पदार्थों की कंप्यूटर जनित प्रोफाइलिंग विषय पर शोध अनुदान अनुशंसित हुआ है। डॉ. अमित ने बताया कि जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में औषधीय पौधों पर अन्वेषकीय कार्य से जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोध से नवाचार होगा। डॉ.अमित के दो दर्जन से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इजराइल के एग्रीकल्चर रिसर्च ऑर्गनाइजेशन से तीन वर्ष का शोध कार्य किया है।

Gorakhpur

Sep 03 2024, 19:53

उपद्रवियों ने तोड़े स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे,चोरी का प्रयास किया

खजनी गोरखपुर। थाना क्षेत्र के सरयां तिवारी गांव के कंपोजिट स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़फोड़ कर उपद्रवी शरारती तत्वों के द्वारा चोरी करने का प्रयास किया गया। मामले में ग्रामप्रधान प्रतिनिधि धरणीधर राम त्रिपाठी ने बताया कि गांव के स्कूल में आए दिन शरारती तत्वों के द्वारा चोरी की घटनाएं और कीमती सामानों को तोड़फोड़ कर गांव की लाखों की सरकारी संपत्ति का नुकसान किया जा रहा है।

साथ ही स्कूल की दीवारों पर गंदे अश्लील भद्दे शब्द लिखे जा रहे हैं। जिसे रोकने के लिए ही परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिसे ईंट से मार कर तोड़ दिया गया है। घटना सीसीटीवी कैमरे को तोड़ते हुए अराजक तत्वों शनि पुत्र बजरंगी,विशाल पुत्र नेबुलाल, बिट्टू पुत्र रमेश, सोनू पुत्र सक्सेना, की रिकॉर्डिंग हो गई है। जिसके आधार पर ग्रामप्रधान श्रीमती पुष्पा देवी के द्वारा थाने में तहरीर दे दी गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर खजनी पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

Gorakhpur

Sep 03 2024, 19:52

उनवल में सरेशाम मारपीट के आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज,चौकी इंचार्ज न होने से लोगों में रोष

खजनी गोरखपुर। थाने की उनवल चौकी क्षेत्र के उनवल कस्बे में बीती शाम आधा दर्जन से अधिक मनबढ़ युवकों ने कस्बे के निवासी व्यास यादव को सरेशाम बीच बाजार में बुरी तरह से मारपीट कर घायल कर दिया, और सोने की चेन, मोबाइल तथा 2 हजार रुपए नकद ले कर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। पीड़ित ने पिछले दिनों क्षेत्रीय विधायक की उपस्थिति में भाजपा की आधिकारिक सदस्यता ली है। मामले में पीड़ित की तहरीर पर खजनी पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 345/2024 में बीएनएस की धाराओं 191(2),115(2),352,351(3),309(6) के तहत गंभीर धाराओं में चार नामजद और 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

घटना को लेकर नगरवासियों में भारी रोष है। कस्बे के निवासियों में पूर्व सभासद संतोष तिवारी, अवधेश गुप्ता, दिनेश साहनी, धर्मेंद्र तिवारी, धर्मवीर पांडेय, सूर्य प्रकाश पांडेय तथा कूंड़ा भरत गांव के देवानंद पासवान, राहुल तिवारी गोरसैरा गांव के महेश द्विवेदी, मनीष सिंह परसौनी गांव के राजू मौर्या, सुधीर तथा रतसहीं, मखानी सहित आसपास के गांवों के लोगों ने बताया कि बीते दो महीने से उनवल चौकी में कोई इंचार्ज नहीं है जिससे छुटभैया किस्म के बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। साथ ही इलाके में आए दिन मारपीट चोरी और छेड़छाड़ आदि की छोटी बड़ी घटनाएं हो रही हैं। लोगों ने घनी आबादी वाले उनवल नगर पंचायत और आसपास के इलाके में कभी भी किसी बड़ी आपराधिक घटना होने की आंशका जताई।

Gorakhpur

Sep 03 2024, 19:51

*पोषण रैली व पोषण क्विज प्रतियोगिता का हुआ आयोजन*

गोरखपुर । जिलाधिकारी गोरखपुर के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना द्वारा बाल विकास सेवा विभाग की रैली को हरी झंडी दिखाकर पोषण माह 2024 मनाया गया। साथ ही विभाग द्वारा विकास भवन सभागार में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए पोषण प्रश्नोत्तरी (पोषण क्विज) का आयोजन किया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव मिश्रा द्वारा बताया गया कि भारत सरकार के नेतृत्व में कुपोषण के खिलाफ जंग को जन आंदोलन में बनाए के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सितंबर 2024 में 7वां राष्ट्रीय पोषण माह उत्सव मनाया जा रहा है। पोषण माह 2024 की व्यापक थीम, "सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत" (पोषण-समृद्ध भारत, शिक्षित भारत, सशक्त भारत) है। इसका उद्देश्य व्यापक जागरूकता पैदा करना और एक स्वस्थ, सुपोषित और सशक्त राष्ट्र को बढ़ावा देना है”।

इसी क्रम में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जनपद न्यायाधीश विकास सिंह एवं जनपद के प्रशिक्षु तीन न्यायाधीश ने पोषण सप्ताह के बारे में विधिक जानकारियाँ भी दी. अपर न्यायाधीश ने उपस्थित सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को पोषण अभियान के बेहतर संचालन हेतु शुभकामनाएँ भी दिया.

पोषण क्विज प्रतियोगिता में महादेव झारखंडी की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तारा गुप्ता को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, मुफ्तीपुर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूनम चैहान एवं आंगनवाड़ी केन्द्र नौसड और झरना टोला की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सरोज देवी द्वितीय तथा सुमनलता तृतीय स्थान पर रही l इसके साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के बीच रैपिड फायर राउन्ड का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभागार में उपस्थित सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा उत्साह के साथ प्रतिभाग किया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव मिश्रा ने यह भी बताया कि पोषण माह में पोषण के विषय को जन आंदोलन में तब्दील करने व कुपोषण के खिलाफ जंग को और मजबूत बनाने हेतु आगामी दिनों में आंगनबाड़ी केंद्रों, ब्लॉक स्तर एवं जिले स्तर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी ।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी (विकास), यूनिसेफ़ से सुरेश तिवारी, प्रोग्रेसिव फ़ाउंडेशन से प्रवीण दुबे, बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर, उरुवा, जंगल कौडिया, सहजनवा एवं खजनी तथा परियोजना शहर की मुख्य सेविका, वरिष्ठ सहायक तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्रिया एवं सहायिका शामिल रहीं l

Gorakhpur

Sep 03 2024, 19:23

सीएम योगी देंगे गोरखपुर को एक नए फील्ड थाने की सौगात

गोरखपुर, 3 सितंबर। गोरखपुर जिले की पुलिसिंग अब और मजबूत होगी। इसके लिए योगी सरकार गोरखपुर में फील्ड का तीसवां थाना बनाने जा रही है। नए और फील्ड के तीसवें थाने सोनबरसा को लेकर अधिसूचना तो पहले ही जारी हो चुकी है, अब इस थाने के प्रशासनिक और आवासीय भवनों के निर्माण का कार्य भी शुरू होने जा रहा है।

इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 6 सितंबर को भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। सोनबरसा थाना के प्रशासनिक और आवासीय भवनों के निर्माण पर 26 करोड़ 56 लाख रुपये की लागत आएगी।

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस के इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी खासा काम किया गया है। जनता और पुलिस के बीच भौगोलिक दूरी कम करने तथा लोगों के बीच पुलिस की पहुंच तत्परता से बढ़ाने के लिए योगी सरकार में अकेले गोरखपुर में चार नए फील्ड थानों गीडा, रामगढ़ताल, एम्स और सोनबरसा को मंजूरी दी गई है। इनमें से गीडा, रामगढ़ताल और एम्स थाने क्रियाशील हो चुके हैं।

अब सरकार और पुलिस प्रशासन का फोकस सोनबरसा थाने पर है। सोनबरसा फील्ड का तीसवां और कुल मिलाकर बत्तीसवां थाना होगा। जिले में अन्य दो थाने साइबर अपराध और मानव तस्करी से संबंधित अपराध पर काम करते हैं।

बालापार मार्ग पर सोनबरसा थाने के अस्तित्व में आने से गोरखपुर जिले के उत्तरी भाग में कानून व्यवस्था और पुख्ता होगी। इसके लिए अधिसूचना तो पहले ही जारी हो गई थी, अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 6 सितंबर को भूमि पूजन और शिलान्यास कर निर्माण का शुभारंभ करेंगे। सोनबरसा थाने के प्रशासनिक भवन के निर्माण पर 17 करोड़ 21 लाख 70 हजार रुपये तथा इसके आवासीय भवनों के निर्माण पर 9 करोड़ 34 लाख 62 हजार रुपये की लागत आएगी। इस थाना क्षेत्र में करीब तीन दर्जन गांव शामिल होंगे। नए थाने से डेढ़ लाख से अधिक आबादी को फायदा पहुंचेगा।

Gorakhpur

Sep 03 2024, 19:22

कृषि विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी की विदाई

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक के समीप स्थित उप संभाग खजनी के कृषि भवन में कार्यरत रहे रमेश शर्मा कामदार की विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि जिले के संयुक्त कृषि निदेशक अरविंद सिंह तथा विशिष्ट अतिथि जिला कृषि अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने उन्हें फूलमाला पहना कर तथा अंगवस्त्र भेंट देकर सम्मानित किया और विदाई देते हुए अपने उद्बोधनों में कहा कि सरकारी सेवा के क्षेत्र में कार्यरत सभी कर्मचारियों के कार्यकाल की समयावधि पूरी होने पर उन्हें विभागीय स्तर पर सम्मानित करने और विदाई देने की परंपरा रही है।

वर्षों तक साथ रह कर काम करने वाले किसी भी सहकर्मी का जब सेवा काल समाप्त होता है तो उनकी सेवा निवृत्ति होती है। किंतु यह क्षण बेहद भावुक और संवेदनशील हो जाता है।विदाई के समय सभी की आंखें नम हो जाती हैं। हम अपने अच्छे कार्यों के लिए विभाग में हमेशा याद किए जाते हैं।

आयोजन को एडीओ एजी खजनी कमलेश सिंह एडीओ पीपी खजनी,एडीओ एजी बेलघाट,एडीओ एजी उरुवां,

तथा सभी टीएसी, बीटीएम, तथा एटीएम ने भी संबोधित किया, और फूल माला पहनाकर और भेंट उपहार देकर विदाई की। रमेश शर्मा ने सभी के प्रति आभार जताया। इस दौरान उपसंभाग खजनी के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

Gorakhpur

Sep 02 2024, 20:14

उत्तर प्रदेश के पहले सैनिक स्कूल के लोकार्पण से पहले सदर सांसद ने किया भ्रमण, लिया जायजा

गोरखपुर। सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में कभी अपराध की नर्सरी के रूप में पहचाना जाने वाला गोरखपुर अब पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले सैनिक स्कूल के लोकार्पण के उपरांत राष्ट्र रक्षा की नर्सरी बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट्स पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले सैनिक स्कूल का लोकार्पण उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 7 सितंबर को करेंगे। लोकार्पण समारोह में उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे।

रवि किशन सोमवार को सैनिक स्कूल में लोकार्पण के मद्देनजर चल रही तैयारियों का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल में अध्ययनरत विभिन्न जिलों से आए छात्र देश और दुनियां की सेनाओं में फौज में अफसर बनेंगे। देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे। युवाओं के शारीरिक, मानसिक और चारित्रिक विकास करते हुए सैनिक स्कूल समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए गौरव स्तम्भ के रूप में दिखेगा। उन्होंने कहा कि 49 एकड़ में 176 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले इस स्कूल का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जुलाई 2021 को किया था। रिकार्ड अवधि में यहां निर्माण होने के साथ पठन पाठन भी शुरू हो गया है। प्रवेश परीक्षा के जरिये कक्षा 6 और 9 में दाखिला लेने के बाद इस सैनिक स्कूल में पहली जुलाई से पढ़ाई शुरू हो चुकी है। प्रथम चरण में इस स्कूल में कक्षा 6 और 9 में 84-84 विद्यार्थी जिनमें 40 छात्राएं और 128 छात्र हैं, यहां अध्ययनरत हैं।

देश के प्रत्येक युवा को दो साल की मिलेट्री ट्रेनिंग अनिवार्य करें

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रवि किशन ने कहा कि उनकी मांग है कि देश के प्रत्येक युवा को दो वर्ष के लिए मिलेट्री ट्रेनिंग अनिवार्य की जानी चाहिए। इससे उनके बीच न केवल अनुशासन की भावना बलवती होगी। बल्कि राष्ट्र प्रेम भी जागृत होगा। नशे की प्रवृति से वे दूर होंगे। युवाओं में अवसाद की समस्या भी कम होगी। युवाओं में आत्महत्या की प्रवृति भी कम होगी।