स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने फार्मेसी काउंसिल के आनलाइन पंजीयन सुविधा का किया लोकार्पण

रायपुर-    स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पंजीयन की आनलाइन सुविधा का शुभारंभ किया है। अब फार्मेसी काउंसिल का पंजीयन सिस्टम आनलाइन हो गया है। इससे फार्मेसी छात्र तथा फार्मासिस्टों को पंजीयन अथवा नवीनीकरण के लिए रायपुर स्थित फार्मेसी काउंसिल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब पंजीयन कराने के लिए आनलाइन आवेदन के बाद आवेदक को केवल एक बार दस्तावेजों के वेरीफिकेशन के लिए काउंसिल कार्यालय आना होगा।

कार्यक्रम का लोकार्पण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पंजीयन कार्य के आनलाइन हो जाने से आवेदकों को अब काउंसिल के चक्कर नहीं लगाने होंगे, जिससे उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट डाक्टर और मरीज के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है जिस पर सही दवा एवं खुराक के निर्धारण की जिम्मेदारी होती है।

अभी तक फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के लिए राज्य के सभी जिलों के विभिन्न स्थानों के फार्मेसी उत्तीर्ण छात्र फार्मासिस्ट पंजीयन के लिए रायपुर स्थित काउंसिल कार्यालय आते थे। इसी प्रकार पंजीकृत फार्मासिस्टों को नवीनीकरण के लिए रायपुर आना पड़ता था। अब पंजीयन तथा नवीनीकरण की व्यवस्था आनलाइन हो जाने से राज्य के सभी फार्मेसी छात्र एवं पंजीकृत फार्मासिस्टों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में राज्य में लगभग 33 हजार 300 फार्मासिस्ट पंजीकृत हैं। ये फार्मासिस्ट रिटेल दवा दुकान, थोक दवा दुकान, दवा निर्माण इकाइयों जैसे कार्यों को संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही ये विभिन्न फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

नक्सलियों ने लगाया बैनर-पोस्टर, कोलकाता रेप और मर्डर का जताया विरोध, दोषियों को फांसी देने की मांग

नारायणपुर-    छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने बैनर और पोस्टर लगाकर कोलकात के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में विरोध दर्ज कराया है. नक्सलियों ने ये बैनर-पोस्टर ओरछा मार्ग पर पिंगुण्डा नाले के पास लगाए गए हैं, जिसमें उन्होंने कोलकाता रेप और मर्डर केस के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है. इसके अलावा नक्सलियों ने बैनर पोस्टर के माध्यम से बस्तर में चल रहे नक्सल ऑपरेशन और अन्य बातों का उल्लेख किया है.

छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने के लिए सरकार की तरफ से जारी अभियान को लेकर नक्सलियों ने सुरक्षा बलों से अपील करते हुए लिखा है कि नेता मंत्रियों और पूंजिपतियों के दबाव में आकर माओवादीयों को मारना बंद करो. इसके अलावा नक्सलियों ने सरकार पर प्राकृतिक संपत्तियों को पूंजिपतियों को सौंपने का आरोप लगाते हुए प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा करने की अपील की है.

यह पूरा मामला छोटेडोंगर थाना क्षेत्र का है. बैनर-पोस्टर्स मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने तेजी से सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है. मौके पर सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई है और बैनर-पोस्टर को जब्त कर लिया गया है. इसके साथ ही इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है.

राजधानी में गणेश उत्सव को लेकर गाइडलाइन जारी… विसर्जन स्थलों और पंडालों के लिए सख्त निर्देश, उल्लंघन पर होगी कार्रवाई

रायपुर- रायपुर जिला प्रशासन ने कलेक्टोरट स्थित रेडक्रास सभागार में गणेश उत्सव समितियों की बैठक आयोजित की. इस बैठक में सभी समितियों के पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान स्थानीय प्रशासन और गणेश उत्सव समितियों के प्रतिनिधियों को समय पर आवश्यक रिपोर्ट प्रस्तुत करने और एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रतिमाओं की विसर्जन प्रक्रिया और पॉलिथीन के उपयोग को लेकर विशेष निर्देश दिए गए.

गणेश उत्सव को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश

जिला प्रशासन ने गणेश विसर्जन और पंडाल निर्माण को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है. जारी निर्देशों के तहत गणेश पंडाल निर्माण और विसर्जन के आदेश दिए गए हैं.

- निर्धारित स्थानों पर गणेश विसर्जन किया जाए.

- सभी पंडालों पर सीसीटीवी कैमरे के साथ वांलटियर रखे.

- बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग किया जाए.

- पॉलिथीन थैलियों का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा.

समितियों के बैठक में एडीएम देवेंद्र पटेल ने गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारियों से शांतिभंग नहीं करने और यातायात बाधित न हो इसके लिए सड़क किनारे पंडाल नहीं लगाने की बात कही गई है. उत्सव के दौरान स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा और किसी भी उल्लंघन के मामले में संबंधित समितियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. साथ ही प्रदूषण और गंदगी फैलाने पर सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है. बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा सहित जिला प्रशासन के अधिकारी और पदाधिकारी मौजूद रहे.

महज घंटे भर की बारिश में दुकानों में घुसा पानी, नाराज व्यापारियों ने किया चक्काजाम…

कांकेर-   दुकानों में पानी घुसने से नाराज व्यापारियों ने चक्काजाम किया. बार-बार अवगत करवाने के बाद भी शासन-प्रशासन पर ध्यान नहीं देने का आरोप है. दुकानों में पानी घुसने से व्यापारियों को नुकसान हो रहा. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

दरअसल, एक घंटे की मूसलाधार बारिश से नए बस स्टैंड के पास दुकानों में पानी घुस गया. नई सड़क से ऊंची नाली छोटे व्यापारियों के लिए मुसीबत बन गई. पानी भरे होने की वजह से दुकान खोलने की स्थिति में नहीं है. बीते माह भी नाराज व्यापारियों ने चक्काजाम किया था. विधायक के आश्वासन के बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरी है.

तीजा-पोरा तिहार के अवसर पर महिलाओं को मिला उपहार, महिलाओं ने अपने विष्णु भैय्या का जताया आभार
रायपुर-  छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्यौहार तीजा-पोरा के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख माताओं एवं बहनों के बैंक खातें में 01-01 हजार रूपये की राशि का अंतरण किया है। बालोद जिले की 02 लाख 52 हजार 996 महिलाएं भी इस योजना के तहत 07 माह से लाभान्वित हो रही हैं। तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर बालोद जिले की महिलाओं ने अपने बैंक खातें में 01-01 हजार राशि अंतरित होने पर खुशी जाहिर करते हुए अपने विष्णु भैय्या के प्रति आभार व्यक्त किया है। जिले के ग्राम झलमला की माधुरी मानिकपुरी ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें प्रतिमाह महतारी वंदन योजना के तहज 01 हजार रूपए उनके खाते में मिल रहा है जिसका वे बेहतर उपयोग कर रही है। उसने बताया कि इस माह तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर हमारे विष्णु भैय्या ने बैंक खाते में महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त का अंतरण किया है। इस राशि से वह खुशी-खुशी तीजा का त्यौहार मनाएगी। सविता ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर हमें महतारी वंदन योजना का राशि उपलब्ध कराया है इससे मैं साड़ी खरीदुंगी और तीजा के लिए अपने मायके जाउंगी। इसी प्रकार कामिन बाई और गणेशिया साहू ने महतारी वंदन योजना के तहत सातवीं किश्त की राशि आने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हमारे बडे़ भैय्या की तरह हमारा ख्याल रख रहे हैं, हमें प्रतिमाह 01 हजार की राशि सीधे हमारे बैंक खाते में प्रदान कर रहे है। हमारे लिए अब हर माह की शुरूआत किसी त्यौहार से कम नहीं होता और मोबाइल में महतारी वंदन योजना की राशि आने का मैसेज देखते ही खुशियों से हमारा आत्मविश्वास जाग जाता है। बालोद जिले की महिलाओं ने महतारी वंदन योजना को सराहते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
मनरेगा की एक छोटी सी मदद से मिली उन्नति की नई राह : कृषक बीरसाय

रायपुर-    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत् पंजीकृत श्रमिकों को न केवल रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं, बल्कि आजीविका के नए-नए साधन एवं सुविधाएं भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मनरेगा से किसान बीरसाय की कृषि भूमि उपजाऊ बनी, जिससे वह सब्जी की खेती कर अपनी आय बढ़ा रहा है।

मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले के ग्राम पंचायत लाई में रहने वाले पंजीकृत श्रमिक श्री बीरसाय के पास जो भूमि थी, वह काफी उबड़-खाबड़ या कहें किसानी के लिए पूरी तरह से अनुपयुक्त थी, उन्होंने ग्राम पंचायत से अपनी भूमि के समतलीकरण का कार्य कराए जाने हेतु आवेदन किया। उनके आवेदन को ग्राम पंचायत में आहूत ग्राम सभा के प्रस्ताव पारित होने के बाद जिला पंचायत कोरिया से स्वीकृत किया गया। कुल 95 हजार रूपए से होने वाले इस भूमि सुधार कार्य के लिए ग्राम पंचायत लाई को एजेंसी का दायित्व दिया गया। यहां श्री बीरसाय ने स्वयं अपने गांव के अन्य श्रमिकों के साथ अपनी असमतल भूमि को कृषि के योग्य बनाया और इसकी मेढ़बंदी कराई। इस कार्य से उन्हें सौ दिवस का रोजगार भी प्राप्त हुआ जिसकी मजदूरी सीधे उनके खातों में पहुंची।

कृषि योग्य भूमि बन जाने के पश्चात् शासन से उन्होंने सब्जी उत्पादन के लिए मिलने वाली टपक सिंचाई योजना के साथ मल्चिंग खेती का लाभ लिया। अपने खेतों में बेहद कम पानी से होने वाली व्यवस्था बनाकर सब्जी की खेती प्रारंभ की। उसके पश्चात् श्री बीरसाय अपनी मेहनत से लगातार हर मौसम में अलग-अलग सब्जी उगाकर लगभग हर माह 10 से 15 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त कर रहा है, इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगी है। अपनी सफलता से खुश होकर बीरसाय कहते हैं कि मनरेगा से भूमि सुधार और कृषि विभाग से टपक सिंचाई का लाभ मिलने से अब उनकी रोजगार की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गई है। अब हर सप्ताह सब्जी से अच्छी आय हो जाती है और पैसों की चिंता भी खत्म हो गई है। कुछ खेतों में वह सब्जी का उत्पादन करते हैं और बाकी खेतों में वह परंपरागत धान और गेहूं की फसल लेकर अतिरिक्त कमाई भी करने लगे हैं। भूमि समतलीकरण जैसे छोटे से काम से एक मेहनतकश श्रमिक परिवार की दशा और दिशा बदल गई।

मुख्यमंत्री की मंशानुरूप शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति के लिए विद्युत विभाग कर रहा सतत कार्य

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप जिले में विकास कार्यों की रूपरेखा बना कर योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्यवन किया जा रहा है। आम लोगों के जीवन से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री के गृह ग्राम बगिया में मुख्यमंत्री कार्यालय कैंप की स्थापना इसी दिशा में उठाया गया कदम हैं। जहां लोगों की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाता है। विभाग के द्वारा पिछले 9 महीने में जशपुर जिलें में 578 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं और 124 नया ट्रांसफार्मर नया लगाया गया है। इसके साथ ही विभाग द्वारा नई लाईन बिछाने, केबल, ग्रिप चेंज आदि कार्य भी सतत रूप से किया जा रहा है।

जिले के दूरस्थ अंचलों में भी बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से हो इसके लिए विद्युत विभाग दिन हो या रात लगातार कार्य कर रहा है। आम लोगों के आवेदन पर विभाग का अमला तत्काल संज्ञान लेकर काम में जुट जाता है। विद्युत विभाग बारिश हो या अंधड़, पेड़ का बिजली के तारों या खंभों में गिरने जैसी चुनौतियों का लगातार सामना करते हुए बिजली की सुविधा (24 घंटे, सातों दिन नियमित) उपलब्ध करा रही है।

विद्युत विभाग के द्वारा जिलें के विकासखंडों सहित आने वाले गांवों में विद्युतीकरण कार्य एवं इसके संचालन में आने वाले बाधाओं को तत्काल निराकरण किया जा रहा है। विभाग के द्वारा बिजली की लोड केपिसिटी के हिसाब से 578 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। जिनमें बगीचा विकासखंड में 42 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। इसी तरह दुलदुला विकासखंड में 45, जशपुर विकासखंड में 50, कुनकुरी विकासखंड में 106, मनोरा में 29, सन्ना में 42, पत्थलगांव में 144, कांसांबेल में 55 एवं फरसाबहार में 65 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। इसी तरह जिले के आठों विकासखंड में 124 नए ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। जिसमें 100 केव्हीए का 16 ट्रांसफार्मर, 63 केव्हीए का 77 ट्रांसफार्मर और 25 केव्हीए का 31 ट्रांसफार्मर लगाया गया है।

जशपुर जिला हाथी विचरण क्षेत्र होने के बावजूद, दूरस्थ अंचलों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विभाग सतत् कार्यरत है। विद्युत आपूर्ति की इस पहल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोग संतुष्ट हैं। लोगों ने इस सेवा के लिए मुख्यमंत्री और शासन-प्रशासन को आभार व्यक्त किया है।

पीएम जनमन योजना पीवीटीजी के संर्वागीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा: मंत्री रामविचार नेताम

रायपुर-    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पीएम जनमन योजना के दूसरे चरण अंतर्गत छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर में मेगा इवेंट का आयोजन प्रस्तावित है। आदिम जाति मंत्री श्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में इस मेगा इंवेंट की व्यापक तैयारियां की जा रही है। जल्द ही इस आयोजन की तिथि भी घोषित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस मेगा इवेंट से जुड़ेंगे और पीवीजीटी परिवारों से भी चर्चा करेंगे।

मेगा इवेंट एवं पीएम जनमन योजना के संबंध में आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने कहा है कि पीएम जनमन योजना अर्थात ‘‘प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान’’ विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के संर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अधिकतर पीवीटीजी की बसाहट अत्यंत रिमोट क्षेत्र में होने के कारण शासन की ज्यादातर योजनाओं का लाभ इस वर्ग तक पूर्ण रूप से नहीं पहुंच पाया है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप पीवीटीजी के संर्वागीण विकास हेतु इस महत्वाकांक्षी योजना को लाया गया है।

मंत्री श्री नेताम ने कहा कि राज्य शासन के अधिकारी-कर्मचारी स्वयं पीवीटीजी बसाहटों का चिन्हांकन कर एवं उनके पास जाकर, उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिला रहे हैं, ताकि उन्हें भी विकास के माध्यम से राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। योजना के तहत आधार कार्ड, राशन कार्ड, पीएम जनधन खाता, आयुष्मान भारत कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम मातृ वंदन योजना, जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण पत्र, वन अधिकार पत्र, बिजली, पानी, पक्की सड़क एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही सभी नोडल विभागों से प्राप्त लक्ष्य के विरूद्ध की गई प्रगति की ऑनलाइन एंट्री भी की जा रही है।

आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री नेताम के निर्देश अनुरूप विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा एवं सचिव सह आयुक्त नरेन्द्र कुमार दुग्गा के कुशल नेतृत्व में मिशन मोड में पीवीटीजी बसाहट वाले राज्य के 18 जिलों में कार्य किया जा रहा है। जिला कलेक्टरों को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए पीवीटीजी बसाहटों में विशेष कैंप लगाकर पीवीटीजी हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है, इसकी मॉनीटरिंग हेतु मुख्यालय से अधिकारियों द्वारा दौरा भी किया जा रहा है।

प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा 27 अगस्त को बिलासपुर के कोटा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम करका एवं कुरदर में आयोजित शिविर में शामिल हुए एवं पूरे कार्यक्रम में सहभागिता की एवं स्थानीय बैगा जनजाति के सदस्यों तथा अधिकारियों से चर्चा कर विभिन्न गतिविधियों की प्रगति की जानकारी ली। इस अवसर पर जिला कलेक्टर बिलासपुर भी उपस्थित थे। इसी प्रकार दुग्गा नारायणपुर जिले में अबुझमाड़ अंतर्गत कोहकामेटा में आयोजित पीएम जनमन शिविर में शामिल हुए एवं कार्यकम में हितग्राहियों से संवाद किया तथा स्थानीय प्रशासन को विभिन्न गतिविधियों में बसाहटों तथा हितग्राहियों को संतृप्त करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला कलेक्टर नारायणपुर एवं वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

अब तक 66540 पीवीटीजी हितग्राहियों ने करवाया पंजीयन

दूसरे चरण के अंतर्गत अब तक प्रदेश स्तर पर 18 पीवीटीजी बसाहटों वाले जिलों में कुल 662 कैम्प लगाए गए हैं, इनमें अभी तक 66540 पीवीटीजी हितग्राहियों ने अपना पंजीयन करवाया है। प्राप्त जानकारी अनुसार इसमें 3569 हितग्राहियों का आधार कार्ड, 4824 हितग्राहियों का आयुष्मान भारत कार्ड, 1320 हितग्राहियों को पीएम किसान सम्मान निधि, 934 हितग्राहियों का किसान क्रेडिट कार्ड, 1764 हितग्राहियों का पीएम जनधन योजना, 234 हितग्राहियों को पीएम मातृ वंदन योजना, 2320 हितग्राहियों का राशन कार्ड, 1350 हितग्राहियों का जाति प्रमाण-पत्र, 731 हितग्राहियों का वन अधिकार पटटा बनाकर लाभान्वित किया जा चुका है। इसके अलावा 2997 पीवीटीजी बसाहटों में सुंदर वॉल पेंटिग भी गई है। दूसरा चरण 23 अगस्त से प्रारंभ होकर 10 सितंबर तक चलेगी।

दूसरे चरण में पीवीटीजी हितग्राहियों को आकर्षित करने हेतु 290 कैम्प वेन्यू पर सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं, योजना के प्रचार-प्रसार हेतु 1776 होर्डिंग्स, पोस्टर, बैकड्रॉप कैम्प वैन्यू पर लगाए गए हैं, इनमें योजना अंतर्गत दिए जाने वाले लाभ की संक्षिप्त जानकारी बहुत ही सारगर्भित ढंग से प्रदर्शित की गई है।

उल्लेखनीय है कि योजना अंतर्गत 9 केन्द्रीय मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाना है, इनमें पक्के घर का प्रावधान, पक्की सड़क, नल से जल/समुदाय आधारित पेयजल, छात्रावासों का निर्माण, मोबाइल मेडिकल यूनिट, आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पोषण प्रदाय शामिल हैं। इसी प्रकार बहुउददेशीय केन्द्रों का निर्माण, घरों का विद्युतीकरण (ग्रिड तथा सोलर पावर के माध्यम से), वनधन केन्द्रों की स्थापना, इंटरनेट तथा मोबाइल सर्विस की उपलब्धता और आजीविका संवर्द्धन हेतु कौशल विकास शामिल हैं। कुल मिलाकर विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों एवं उनकी बसाहटों का संपूर्ण विकास करना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। इन सभी गतिविधियों का क्रियान्वयन मिशन मोड में तीन वर्ष की अवधि में पूर्ण कर सभी बसाहटों को आवश्यकतानुसार अधोसरंचनात्मक रूप से सुदृढ़ बनाना है।

छत्तीसगढ़ में भी FSNL के निजीकरण का विरोध: देश भर में संचालित युनिटों के 13 यूनियन लीडर्स ने की बैठक

दुर्ग-  भारत सरकार के उपक्रम फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड (FSNL) के निजीकरण को लेकर एक बार फिर लामबंद होते हुए अब देश भर के सभी सयंत्रों में यूनियन के नेताओ ने हड़ताल करने का एलान कर दिया है। यह सूचना भी केंद्रीय श्रम आयुक्त को यूनियन नेताओ ने दे दी है, लेकिन इससे पहले ही उन्हें रोकने की कोशिश शुरू हो चुकी है। केंद्रीय श्रम आयुक्त को हड़ताल करने की सूचना देने के बाद आज रायपुर से सेंट्रल डिप्टी लेबर कमिश्नर भिलाई स्थित फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड के ऑफिस पहुँचे और सभी 13 यूनियन के लीडरों से चर्चा कर उनकी मांगों को सुना, लेकिन इस दौरान FSNL के प्रबंधक इस चर्चा में शामिल नहीं हुए।

बता दें कि इस बैठक में पूरे देश भर में संचालित FSNL के 9 युनिटों के 13 यूनियन लीडर्स ने भाग लिया। बैठक में भाग लेने के बाद यहां फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड भिलाई यूनियन के अध्यक्ष अरुण सिसोदिया ने बताया कि फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड भारत सरकार का एक उपक्रम है। यह कंपनी 1979 से प्रॉफिट विनिंग कंपनी के रूप में काम करती आ रही है। देश में जहां जहां भी सेल के स्टील प्लांट हैं, वहां FSNL स्क्रैप मैनेजमेंट और रिसाईकलिंग का काम कर रहा है। भारत सरकार पिछले कुछ समय से इसका निजीकरण कर स्क्रैप चोरी को बढ़वा देना चाहती है। जिसका सभी लंबे समय से विरोध कर रहें हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि इसे बेच दिया जाए या ऐसे लोगों को दे दिया जाए जो कहीं ना कहीं स्क्रैप माफिया के रूप में काम कर रहे हैं। उनका यूनियन FSNL के कर्मचारियों के साथ यह अन्याय होने नहीं देगा। इसको लेकर देश भर में सक्रिय FSNL के यूनियन नेताओं ने हड़ताल पर जाने का नोटिस दिया है। अभी प्रबंधन से चर्चा चल रही है। यदि मांगे नहीं मानी गईं तो हड़ताल आगे जारी रहेगी।

FSNL में 500 परमानेंट और 4000 कांट्रैक्ट लेबर

पश्चिम बंगाल से आए यूनियन नेताओं ने बताया कि FSNL में 500 परमानेंट और 4000 कांट्रैक्ट लेबर देशभर में काम कर रहे हैं। निजीकरण के कारण इन सभी कर्मचारियों को बेरोजगार होना पड़ेगा। यूनियन नेताओं ने कहा कि देशभर में FSNL के सभी कार्यालयों के यूनियन नेताओं ने भिलाई पहुंचकर इस मुद्दे पर चर्चा की है।

भिलाई में आयोजित बैठक में प्रभात चटर्जी (अध्यक्ष, डीएफएसएनएलपीईयू दुर्गापुर), रंजीत शर्मा (एफएसएनएल दुर्गापुर), एसके मंडल (दुर्गापुर), हरधन साईं (दुर्गापुर), जगबंधु रुइदास (एफएसएनएल दुर्गापुर), एसएस नायक (जनरल सेक्रेटरी, आरएमएस राउरकेला), निरुपानंद नायक (एफएसएनएल राउरकेला), हरजीत सिंह (अध्यक्ष, एफएसएनपीईयू बर्नपुर), एसएन मरांडी (एफएसएनएल बर्नपुर), राजशेखर (अध्यक्ष, एफएसईयू विजाग), एम अम्मी रेड्डी (एफएसएनएल विजाग), अशोक कु. सिन्हा (महासचिव, बीआईटीयू बोकारो), आरपी शर्मा (एफएसएनएल बोकारो), सुनीत सिंह (एफएसएनएल भिलाई), मोहम्मद तनवीर (एफएसएनएल भिलाई) और अरुण सिसोदिया (अध्यक्ष, एफएसडब्ल्यूयू भिलाई) शामिल थे।

मॉस्को ट्रिप को लेकर घिरे महापौर ढेबर: नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने जनता को गुमराह करने का लगाया आरोप, मांगा इस्तीफा…
रायपुर-    रायपुर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने महापौर ऐजाज ढेबर पर मॉस्को ट्रिप से लौटने के बाद अपने प्रेस वार्ता में दिखाए गए दस्तावेजों पर सवाल उठाते हुए मीडिया और रायपुर की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा महापौर के पास आये पत्र में प्रेषित करने वाले का नाम डिप्टी महापौर लिखा है और पत्र में कहीं लोगो या सील साइन नहीं है. मॉस्को में आयोजित समिट महज एक परिवहन एवं सड़क संरचना के विषय पर चर्चा थी, जिसमें भाग लेने विभिन्न देशों से शहरों के परिवहन विशेषज्ञ, विभिन्न शहरों के विकास मंत्री, परिवहन ऑपरेटर, इन्नोवेटर भाग लेने पहुंचे थे, जिसे महापौर ढेबर अपनी आधिकारिक यात्रा बता रहे है.

बीते दिन सोमवार को रायपुर महापौर ऐजाज ढेबर ने रायपुर नगर निगम में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर अपनी हालिया मॉस्को यात्रा के प्रमुख पहलुओं की जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि चीन ब्राजील मध्य एशिया पूर्व एशिया अफ्रीका के देशों के प्रतिनिधियों के साथ राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में सम्मिलित हुआ. मैंने अपनी उद्बोधन में ट्रैफिक सुधार पर विचार व्यक्त किया. बीजिंग बाली मास्को जैसे बड़े शहरों के साथ अब हम भी ट्रांसपोर्ट सबमिट के सदस्य बनाकर एक दूसरे के साथ ट्रांसपोर्ट ट्रैफिक प्रदूषण सुधारने के लिए रिसर्च और डाटा का आदान-प्रदान एवं प्रोत्साहन देंगे.

महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि रायपुर में लाइट मेट्रो चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय टेक्नोलॉजी पर प्रस्तुतीकरण देखा. मॉस्को,रूस और रायपुर, भारत के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. जिसमे संयुक्त रूप से दोनो देशों के बीच परिवहन- सड़क, बुनियादी ढांचे को विकसित करने व परिवहन प्रणालियों को सुधारने के लिए सहयोग करने की इरादे से आगे बढ़ेंगे और प्राथमिकता के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए प्रयास करेंगे.

वहीं नेताप्रतिपक्ष ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि इस सम्मलेन में MOU जैसा कोई एग्रीमेंट नहीं हुई है, यह केवल एक संयुक्त वक्तव्य था जिसमें लाइट मेट्रो के लिए MOU का कही जिक्र नहीं है. उन्होंने महापौर ढेबर से जनता और मीडिया को धोखा देने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है.

मॉस्को ट्रिप के लिए निगम आयुक्त को महापौर ढेबर ने भेजा 10 लाख का प्रस्ताव, नहीं मिली स्वीकृति

नेताप्रतिपक्ष मीनल चौबे ने अपने प्रेस वार्ता में आज महापौर ढेबर पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने मॉस्को ट्रिप के लिए भेजे दस लाख के प्रस्ताव के दस्तावेज जारी किये और सरकार से निजी यात्रा के लिए भेजे प्रस्ताव को छुपाने की कोशिश की. उन्होंने कहा यदि महापौर ढेबर कि ये आधिकारिक यात्रा थी, तो उन्हें स्वीकृति क्यों नहीं मिली. जारी किये दस्तावेजों में द ट्रेवल गैलरी के एजेंट द्वारा बनाये गए खाने रहने और आने-जाने के खर्च का ब्यौरा और निगम आयुक्त को 10 लाख की स्वीकृति का प्रस्ताव शामिल था. नेताप्रतिपक्ष का ये कहना है कि इससे ये साबित होता है कि जिस यात्रा को महापौर आधिकारिक बता रहे है वो असल में निजी यात्रा थी.

जानिए पत्र को लेकर महापौर ढेबर ने क्या कहा:

वहीं इस पर महापौर ढेबर का कहना है की आमंत्रण के कुछ दिन बाद मॉस्को भ्रमण के लिए उनके द्वारा निगम आयुक्त को 10 लाख की राशि स्वीकृत करने को पत्र लिखा गया था, हालांकि कुछ दिनों बाद मॉस्को सरकार द्वारा इस ट्रिप का खर्च उठाने की जानकारी उन्हें मिली.

महापौर ने प्रेस वार्ता कर साझा की जानकारी: