मंईयां सम्मान योजना पर मचा बवाल, एक ओर हाईकोर्ट में PIL दाखिल हुआ तो दूसरी ओर सत्ता और विपक्ष हुए आमने-सामने


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में हेमंत सरकार की ओर से मंईयां सम्मान योजना के तहत 21 से 49 साल की बहन बेटियों को एक हजार रुपया हर माह देने की योजना का शुरूआत की गई है। लेकिन अब इस बीच मंईयां योजना पर रोक लगाने के लिए झारखंड हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में बताया गया है कि किसी के खाते में चुनाव से पहले पैसा भेजना सही नहीं है। दरअसल शनिवार को सिमडेगा निवासी विष्णु साहू ने अधिवक्ता राजीव कुमार के माध्यम से यह याचिका दाखिल किया है। 

वहीं इस मामले पर अब झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जवाब देते हुए कहा कि यह पीआईएल करने वाला कोई शातिर या फिर धूर्त भाजपा ही होगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चलने वाला लाडली बहना और लाडला भाउ को भूल गए क्या? वहीं मध्य प्रदेश में भी लाडली बहना योजना हैं। भाजपा वालो के पास इसका कोई काट नही है। सुप्रियो ने सवाल भी खड़ा किया कि प्रधानमंत्री जी किसानों को सम्मान निधि किस खाते में दे रहे हैं।

 भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा इस सरकार की नियत में खोट है। जब चुनाव की तिथि घोसना होने को है ऐसे में सरकार योजनाओं को धरातल पर उतरने की अपरा तफरी में लगी हुई है।

मां चतुर्भुजी मंदिर विकास समिति की ओर से असहाय बहनों की शादी और यज्ञ कराने का लिया गया निर्णय

 

गढ़वा :केतार थाना क्षेत्र स्थित मां चतुर्भुजी मंदिर विकास समिति के सदस्यों द्वारा एक अहम बैठक किया गया जिसमे समिति के अध्यक्ष सह मुखिया प्रमोद महाजन की अध्यक्षता में मंदिर परिसर के प्रांगण में बैठक हुई। इसमें मंदिर विकास समिति की ओर से असहाय बहनों की शादी और यज्ञ कराने का निर्णय लिया गया और एक कमेटी गठित की गई।

 नवगठित कमेटी में यज्ञ और विवाह समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन तिवारी को बनाया गया। उसके अलावा सचिव पंकज सिंह, उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह उर्फ सोनू, कोषाध्यक्ष बिनोद भगत, उप कोषाध्यक्ष राज कुमार पाठक को बनाया गया। साथ ही संरक्षक की जिम्मेवारी मां चतुर्भुजी मंदिर विकास समिति को दी गई। मंदिर विकास समिति के सचिव हेमंत पाठक ने बताया कि यज्ञ और असहाय बेटियों की शादी के आयोजन की तिथि जल्द घोषित की जाएगी।

 शारदीय नवरात्र में वाराणसी के विद्वान पंडितों के द्वारा दुर्गासप्तशती का पाठ कराया जाएगा उसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। मंदिर परिसर की साफ सफाई, लाइटिंग की व्यवस्था सहित मंदिर का रंगरोगन, बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के पीने का स्वच्छ जल, पार्किंग की समुचित व्यवस्था सहित अन्य कार्यों को जल्द ही शुरू कराया जाएगा ताकि दर्शन पूजन करने मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

 मौके पर मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष सह मुखिया प्रमोद महाजन, राम विचार साहू, कुंडल सिंह, त्रिपुरारी सिंह, पंकज कुमार, लल्लू पाल, सुरेश कुमार, दिलीप कुमार, बिंदू राम, आदित्य मेहता, जितेंद्र प्रसाद सहित अन्य मौजूद थे।

उत्पाद सिपाही की शारीरिक परीक्षा दौड़ के दौरान अभ्यर्थियों की मौत का मामला पकड़ा राजनीतिक तूल, सत्ता पक्ष और विपक्ष ने लगाए एक दूसरे पर आरोप


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : उत्पाद सिपाही की शारीरिक दौड़ के दौरान अब तक 11 अभ्यर्थियों की मृत्यु की बात सामने आई है। जिसमें झारखंड जगुआर कैंपस में जो बहाली प्रक्रिया चल रही है उसमें गिरिडीह पुलिस लाइन में दो , हजारीबाग स्थित पदमा में 2 , पलामू में चार , साहेबगंज में एक ,मुसाबनी में एक अभ्यर्थी की मौत हुई है।

इन अभ्यर्थियों की मौत का कारण का पता लगाने के लिए यूडी केस दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।

झारखंड में चल रही उत्पाद विभाग सिपाही बहाली के दौरान युवकों की हुई मौत के बाद जहां राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है तो वही सत्ता दल के jmm महासचिव ने भी पलट वार करते हुए कहा है कि जितने भी युवकों की मौत हुई है पार्टी गंभीर है और काफी गंभीरता से इस विषय में जांच कर रही है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि जिन युवाओं में कोरोना का वैक्सीन लगवाया गया है वह वैक्सीन युवाओं को इफेक्ट पहुंचा रहा है वही सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस बाबत कई और आरोप केंद्र सरकार पर लगाते हुए कहा है कि जब से कोरोना का वैक्सीन लोगों को बिना सोचे समझे लगवाया गया है कई तरह की परेशानियां भी देखने को मिल रही है।

जवाब में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुलशाह देव ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार ने नौकरी बांटने का वादा किया था लेकिन वह सिर्फ मौत बांट रही है। परीक्षा केंद्रों पर बद इंतजामी है। ना पर्याप्त संख्या में चिकित्सक और ना ही एंबुलेंस मौजूद हैं। वादा था नौकरी का, लेकिन चारों तरफ सिर्फ मौत नजर आ रही है।

झारखंड उत्पाद सिपाही की बहाली दौड़ में 11 अभ्यर्थियों की मौत, कई की हालत गंभीर


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : उत्पाद सिपाही की शारीरिक परीक्षा दौड़ के दौरान अभ्यर्थियों की मौत मामले को लेकर झारखंड पुलिस के आईजी अभियान एवी होमकर ने बतलाया कि झारखंड राज्य में अलग-अलग सेंटरों पर शारीरिक परीक्षा ली जा रही है। 

दुर्भाग्यवश शारीरिक परीक्षा के क्रम में कुछ अभ्यर्थियों की मृत्यु हो चुकी है इस संबंध में, यूडी केस दर्ज कर , मृत्यु के कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है।

इसके साथ ही सभी केंद्रों पर अभ्यर्थियों का पारदर्शी चयन प्रक्रिया हो, इसके लिए अभ्यर्थियों की सुविधा हेतु सभी केंद्रों पर मेडिकल टीम, जरूरी दवाइयां और एंबुलेंस के साथ मौजूद रहेगी। अभ्यर्थियों के लिए पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी और ओआरएस भी उपलब्ध कराए गए हैं।

इसके साथ यह भी निर्देश दिया गया है की दौड़ प्रातः जल्द से जल्द कर दिया जाए ताकि कड़ी धूप और गर्मी से अभ्यर्थी बच सके ।

एवी होमकर ने कहा की जानकारी के अनुसार कुल 11 अभ्यर्थियों की अब तक शारीरिक परीक्षा दौड़ के दौरान मृत्यु की बात सामने आई है, जिसमें झारखंड जगुआर कैंपस में जो बहाली प्रक्रिया चल रही है उसमें एक अभ्यर्थी की मौत , गिरिडीह पुलिस लाइन में दो , हजारीबाग स्थित पदमा में 2 , पलामू में चार , साहेबगंज में एक, मुसाबनी में एक अभ्यर्थी की मौत हुई है।

इन अभ्यर्थियों की मौत का कारण का पता लगाने के लिए यूडी केस दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.

मंईयां योजना पर लग सकती है रोक! हाई कोर्ट मे दायर हुआ याचिका

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना पर लग सकता है ग्रहण। इस योजना पर रोक लगाने के लिए झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है। सिमडेगा निवासी विष्णु साहू ने अपने अधिवक्ता राजीव कुमार के माध्यम से कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि अगले दो-तीन माह में झारखंड विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में चुनाव से पहले किसी के खाते में पैसे भेजना उचित नहीं है। 

बता दें कि झारखंड में हेमंत सरकार ने मंईयां योजना क जरिए 21 से 50 साल की बेटी बहन को एक हजार रुपया हर माह देने की योजना शुरू की है। इस योजना में एक माह में ही 40 लाख से अधिक आवेदन किए गए है। मंईयां सम्मान योजना के तहत अगर घर में तीन महिलाएं और बुजुर्ग हैं तो सरकार सालाना 60 हजार रुपये देगी। अगली बार सरकार आने पर एक-एक परिवार को एक लाख रुपये दिए जाएंगे।

प्रार्थी के द्वारा याचिका में सुप्रीम कोर्ट का हवाला भी दिया है। प्रार्थी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा की मुफ्त में किसी को कुछ नहीं दिया जा सकता। यह चुनावी योजना है, इसलिए इस पर रोक लगानी चाहिए।

आर्थिक तंगी से गुजर रही HEC पर गिरा एक और गाज, अदालत ने बैंक खाता किया फ्रीज

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : अपने गंभीर आर्थिक तंगी हालत से गुजर रहे एचइसी को उस वक्त बड़ा झटका लगा। जब रांची सिविल कोर्ट के सब जज चंद्रभानु कुमार की अदालत के आदेश पर एचइसी का धुर्वा स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खाता फ्रीज कर दिया गया। इससे कंपनी की परेशानी और बढ़ गयी है कारण है एचइसी अब इस खाते से कोई लेन-देन नहीं कर पायेगा।

22 लाख रुपए के कारण HEC का खाता फ्रीज कर दिया गया। जहां HEC अपने पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रही है। मजदूर और कामगारों को उनका वेतन नहीं मिल पा रहा है ऐसे में अब खाता फ्रिज होने के बाद परेशानी और बढ़ गई है।

वादी के अधिवक्ता विवेक कुमार सिंह ने बताया कि मामला 2017-18 का है, दयानंद इंजीनियरिंग प्राइवेट लि.मि, जो मुजफ्फरनगर यूपी की कंपनी है। उसने एचईसी को कुछ सामानों की आपूर्ति की थी। जिसका राशि बकाया रह गया था और अब उसका बाजार मूल्य लगभग 22 लाख रुपये हो गया है। विवेक ने बताया कि कंपनी ने अदालत में याचिका दायर की। अदालत से नोटिस मिलने के बाद भी एचइसी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद अदालत ने एचइसी का बैंक खाता फ्रीज करने का आदेश जारी किया। 

बता दे कि आर्थिक संकट के कारण एचइसी के प्लांटों में उत्पादन ठप है। अधिकारियों का 27 माह और कर्मियों का 25 माह का वेतन बकाया है। तीनों प्लांटों के सप्लाई कर्मि पिछले कई दिनों से आंदोलनरत है। ये लोग मुख्यालय और एडमिन बिल्डिंग में किसी को प्रवेश करने नहीं दे रहे है।

अपडेट : चंपाई सोरेन के बाद अब लोबिन हेम्ब्रम भी हुए भाजपाई, बोले- JMM नहीं, नेता से थी नाराजगी


रिपोर्टर जयंत कुमार 

कोल्हान के टाइगर व झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता चंपाई सोरेन के बाद झामुमो के ही पूर्व विधायक ने पहना भगवा चोला। रांची के भाजपा प्रदेश कार्यालय में संताल परगना के बोरियो से निर्वाचित लोबिन हेम्ब्रम भी अब भारतीय जनता पार्टी में हुए शामिल। प्रदेश कार्यालय में बाबूलाल मरांडी और हेमंता बिस्वा सरमा ने लोबिन हेम्ब्रम को पार्टी की सदस्यता दिलाई। झारखंड भाजपा कार्यालय में आयोजित समारोह में पार्टी के नेता अमर बावरी चंपई सोरेन और सीता सोरेन ने लोबिन हेम्ब्रम का स्वागत किया। सभी नेताओ लोबिन हेम्ब्रम को पार्टी का पट्टा और फूल माला पहना कर स्वागत किया।

भाजपा की सदस्यता लेने के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि मै शुरू से झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए समर्पित रहा। मुझे दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने हाथ पकड़कर राजनीति सिखायी। उन्होंने ही सिखाया कि जहां भी गलत हो रहा हो, उसका विरोध करो। मैं हमेशा से यही करता रहा इसलिए पार्टी में मैं बागी कहा गया। आज का झामुमो शिबू सोरेन वाली पार्टी नहीं है। उनके बेटे हेमंत सोरेन ने पार्टी के मूल आदर्शों को विलुप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन की शराबबंदी के फैसले के बावजूद उनके बेटे ने झारखंड में छत्तीसगढ़ वाला मॉडल को लागू कर दिया। लोबिन हेम्ब्रम पार्टी की नई पीढ़ी के नेता से नाराज हैं। कहा पुराने नेताओं की कोई इज्जत नहीं रही पार्टी में। उन्होंने संकेत दिया कि धीरे-धीरे पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता झामुमो से किनारा कर लेंगे अभी और कई लोग पार्टी छोड़ेंगे।

लोबेन हेम्ब्रम ने कहा कि संताल परगना क्षेत्र में डेमोग्राफी बदल रही है। महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं। आदिवासी महिलाओं से दूसरे समुदाय के लोग शादी कर रहे हैं। बांग्लादेशी घुसपैठ हो रही है। इतना सब होने के बाद भी हेमंत सोरेन वोट की राजनीति कर रहे हैं। कोई कार्रवाई नहीं कर रहे।

इरफान ने कहा भाजपा ने चंपाई को टाइगर से जोकर बना दिया


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, डैमेज कंट्रोल प्लान के लिए हेमंत सोरेन ने रामदास सोरेन को प्रदेश सरकार में शुक्रवार को मंत्री बनाया है। लेकिन सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या चंपई सोरेन कोल्हान में भाजपा को वह जीत दिला पाएंगे जो झामुमो के पास है। इसका कितना असर पड़ेगा जनता के बीच। 

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में जारी इस सियासी उठापटक के खेल में चंपाई सोरेन बीजेपी के लिए एक मोहरे की तरह हैं। चंपाई को बीजेपी में शामिल होना पार्टी के लिए या तो एक मास्टरस्ट्रोक हो सकता है या पूरी तरह से मायूस करने वाला साबित हो सकता है।

चंपाई सोरेन शिबू सोरेन के साथ झारखंड आंदोलन के मजबूत नेता रहे हैं। कोल्हान के विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव अच्छा रहा है। झारखंड में 81 विधानसभा सीटों में से 28 सीटें आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित हैं।2019 के चुनाव में देखा जाए तो बीजेपी 28 सीटों में से केवल दो सीटों पर ही जीत दर्ज की थी। वहीं लोकसभा चुनाव में भी झारखंड में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित सभी पांच सीटों पर भी बीजेपी को नुकसान का सामना करना पड़ा था। 

यही वजह है कि आदिवासियों के बीच चर्चित नेता जो कभी हेमंत सोरेन के करीबी रहे चंपाई सोरेन जैसे नेता अपनी और खींचने का प्रयास करने लगी और वह सफल भी हुई। अब माना जा रहा है कि बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव जीतने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं। इस पर पूर्व सांसद व भाजपा नेत्री गीता कोड़ा ने कहा चंपाई सोरेन झामुमो से दुखी होकर भाजपा में आए हैं, भाजपा में उनको वही सम्मान मिलेगा जो मिलना चाहिए। झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों की उत्थान के लिए कोई कार्य नहीं किया है इसी का नतीजा है की एक-एक कर लोग भाजपा की ओर कदम बढ़ा रहे। 

वहीं सरकार के मंत्री इरफान अंसारी ने कहा चंपाई सोरेन का भाजपा में कोई मान सम्मान नहीं होगा उन्हें टाइगर से जोकर बना दिया गया है।

JMM विधायक रामदास सोरेन को राज्यपाल संतोष गंगवार ने दिलाई मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता और घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन को राज्यपाल संतोष गंगवार ने पद और गपोनीयता की शपथ दिलायी। रामदास सोरेन को चंपाई सोरेन की जगह झारखंड सरकार का मंत्री नियुक्त किया गया है।

झारखंड की हेमंत सरकार में नए मंत्री रामदास सोरेन को शामिल किया गया। उन्हें चंपाई सोरेन की जगह मंत्रिमंडल में जगह मिली है। बता दे हेमंत सोरेन कैबिनेट में जल संसाधन विभाग तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री चंपाई सोरेन ने 29 अगस्त को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले के गंभीरता को देखते हुए रामदास सोरेन को उनकी जगह मंत्री पद के लिए चुना। 

रामदास सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ 1980 में राजनीति की शुरुआत की। चंपाई सोरेन और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के साथ मिलकर झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलन किया। 2009 में पहली बार घाटशिला से झामुमो के विधायक चुने गए। 2014 में हारे और 2019 में फिर से घाटशिला के विधायक बने। अब हेमंत सोरेन की कैबिनेट में मंत्री बने हैं।

झारखंड में आज होगा दो बड़ा बदलाव, चंपई सोरेन शामिल होंगे भाजपा में, रामदास सोरेन मंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में सियासी सरगर्मी तेज है। आज दो बड़े बदलाव होने वाले हैं, एक तरफ जहां पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने झामुमो से अब रिश्ते तोड़ लिए हैं। उन्होंने मंत्रिमंडल से भी इस्तीफा दे दिया है। बता दे कि चंपई सोरेन आज शुक्रवार को भाजपा में शामिल होंगे।जेएमएम के खिलाफ ही दहाड़ेंगे मंच से।

इस बीच, दूसरी ओर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस पूरे मामले को भांपते हुए मास्टर कार्ड खेला है। जहां संसय की स्थिति थी कि हेमंत सोरेन की मंत्रिमंडल में चंपई के जगह अब कौन लेगा? इसका भी जवाब हेमंत सोरेन ने निकाला। और कोल्हान क्षेत्र से ही विधायक रामदास सोरेन को चुना मंत्री पद के लिए। 

दरअसल, घाटशिला विधायक रामदास सोरेन हेमंत मंत्रिमंडल के 12वें मंत्री होंगे। उन्हें आज शुक्रवार को ही शपथ दिलाई जाएगी। मंत्रिमंडल निगरानी एवं समन्वय विभाग ने इस खबर की पुष्टि की है। सूत्रों के अनुसार, चंपई सोरेन को जो विभाग मिले हुए थे, वह सभी रामदास सोरेन को मिलेंगे।