कल 31 अगस्त को रिटायर हो रहे बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, ये वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बन सकते है अगले चीफ सेक्रेटरी



डेस्क : बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है। उनके सेवा विस्तार के लिए केंद्र सरकार को कोई प्रस्ताव बिहार सरकार ने नहीं भेजा है। ऐसे में अगले मुख्य सचिव को लेकर कई नाम चर्चा में हैं।

अगले मुख्य सचिव 1989 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अमृत लाल मीणा के बनाये जाने के आसार हैं। आज शुक्रवार को राज्य सरकार अधिसूचना जारी कर सकती है। श्री मीणा अभी कोयला मंत्रालय में सचिव हैं। वह अगस्त 2025 में सेवानिवृत्त होंगे।

मिली जानकारी के अनुसार इनमें अमृत लाल मीणा का नाम सबसे आगे है। वे बिहार सरकार के कई विभागों में महती जिम्मेवारी संभाल चुके हैं। इनके अतिरिक्त संभावित कई नाम हैं, जिनमें 1990 बैच के दो आईएएस तथा वर्तमान विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद और केंद्रीय स्कूली शिक्षा के सचिव संजय कुमार भी हैं।

शुक्रवार को सरकार मुख्य सचिव के अतिरिक्त अन्य बड़े विभागों के प्रधान पदों पर स्थानांतरण का आदेश जारी कर सकती है। वहीं नए डीजीपी की भी घोषणा होगी।

*राजधानी पटना में डेंगू का कहर : 1 किशोर की मौत, 18 नए मरीज मिले*

डेस्क : राजधानी पटना में डेंगू का कहर बढ़ रहा है। डेंगू से जहां बीते गुरुवार को एक किशोर की मौत हो गई। वहीं पटना में कुल 18 नए संक्रमित मिलने के बाद अब प्रदेश में कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 230 हो गई है। जिस किशोर की डेंगू से मौत हुई है उसकी पहचान नौबतपुर निवासी 16 वर्षीय किशोर आर्यन कुमार के रुप में हुई है। आर्यन को को बीते 24 अगस्त को भर्ती कराया गया था। वह किशोर पीलिया रोग से भी पीड़ित था। इस वर्ष जिले में डेंगू से यह तीसरी मौत है। इससे पहले एक बुजुर्ग और एक महिला की भी मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार पटना में डेंगू का प्रकोप उन्हीं जलजमाव वाले इलाके में ज्यादा है, जो पिछले वर्ष भी हॉट स्पॉट रहे थे। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीसीओ) डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि गुरुवार को मिले पीड़ितों में सबसे अधिक अजीमाबाद में पांच, कंकड़बाग में तीन, बांकीपुर में दो पीड़ित मिले हैं। इसके अलावा पाटलिपुत्रा, एनसीसी, अथमलगोला, धनरुआ, दानापुर, पटना सदर में एक-एक मरीज मिला। एक पीड़ित का पता सही नहीं होने से उससे संपर्क नहीं हो पाया। सभी पीड़ितों की जांच एनएमसीएच में हुई थी। वहीं, एनएमसीएच के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर संजय कुमार ने बताया कि आर्यन का प्लेटलेट्स लगातार कम होने से उसकी मौत हो गई। गौरतलब है कि इस साल एक जनवरी से 28 अगस्त तक राज्य में 646 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं।
चीफ इनकम टैक्स कमिश्नर संतोष कुमार संस्पेंड, 10 लाख रुपए के घूसखोरी मामले में हुई कार्रवाई*

डेस्क : पिछले दिनों 10 लाख रुपए घूस लेते पकड़े गए प्रधान आयकर आयुक्त बिहार-झारखंड संतोष कुमार को दस लाख रुपये के घूसखोरी मामले में गुरुवार को निलंबित कर दिया गया। संतोष कुमार पटना के साथ-साथ धनबाद डिवीजन के प्रभार में भी थे। उनकी जगह पर प्रधान आयकर आयुक्त रांची डॉ प्रभाकांत को धनबाद डिवीजन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। गिरफ्तार प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार समेत 5 आरोपियों को गुरुवार को सीबीआई ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सीबीआई सभी आरोपियों को बेऊर जेल से निकालकर सुबह करीब साढ़े 11 बजे पटना स्थित अपने कार्यालय पहुंची। यहां सभी से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हुई। दिल्ली से आई सीबीआई की विशेष टीम ने गिरफ्तारी के पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया था। पूछताछ की प्रक्रिया भी विशेष टीम स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ की शुरुआत संतोष कुमार से की गई। इसके बाद एक-एक करके चार अन्य से पूछताछ हुई। अभी सभी से शुरुआती स्तर की पूछताछ हुई है। वहीं संतोष कुमार के बाद घूसकांड में फंसे आईटीओ प्रभाकर प्रसाद और आईटीओ देवघर विकास कुमार पर भी विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
राजधानी पटना में झपटामार गिरोह का शिकार हुई राजद विधायक की पत्नी, बाइक सवार बदमाश ने गले से उड़ाया सोने का चेन

डेस्क : राजधानी पटना में झपटमारों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन झपटामार गिरोह के सदस्य लोगों को खासकर महिलाओं को अपना शिकार बना रहे है। ये बदमाश महिलाओं के गले से सोने की चेन झपट फरार हो जा रहे है। आज इन बदमाशों ने राजद विधायक की पत्नी को ही अपना शिकार बना डाला।

दरअसल रोज की तरह आज गुरुवार के मॉर्निंग वॉक कर रहीं राजद विधायक सुदय यादव की पत्नी को आर ब्लॉक के पास झपटमारों ने अपना निशाना बनाया और उनके गले से सोने की चेन छीनकर भाग गए। इस दौरान झपटमार के हमले में राजद विधायक की पत्नी को गर्दन के करीब खरोचें भी आयी हैं। उन्होंने सचिवालय थाना पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करायी।

मीडिया से बातचीत के दौरान पीड़िता ने बताया कि वो मॉर्निंग वॉक करने निकली थीं। आर ब्लॉक के पास वो सड़क पार करने के लिए खड़ी थीं। अचानक बाइक पर सवार झपटमार आए और पीछे से आकर उनके गले से सोने की चेन छीनकर भाग गए। उन्होंने अपने शरीर पर आए जख्म को भी दिखाया।

वहीं विधायक की पत्नी से जब मीडिया ने सवाल किया कि क्या अब जनप्रतिनिधि की पत्नी भी सुरक्षित नहीं हैं। इसपर उन्होंने असहमति जतायी और कहा कि वो सुरक्षित हैं। लेकिन बाहर में कुछ अवारा लोग ऐसी घटना को अंजाम दे देते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस पेट्रोलिंग भी वहां पर थी लेकिन पुलिस कुछ दूरी पर थी।
पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने तेजस्वी यादव पर बोला जोरदार हमला, सीएम नीतीश कुमार को लेकर किया यह बड़ा दावा

डेस्क : मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला है। उन्होने कहा है कि जिसका बाप खुद भ्रष्टाचार के मामले में कई बार जेल जा चुका है उसे भ्रष्टाचार पर बोलने का अधिकार नहीं है। वहीं उन्होने कहा कि नीतीश कुमार जबतक जिंदा रहेंगे बिहार के सीएम रहेंगे।

दरअसल अनंत सिंह की आज गुरुवार को पटना सिविल कोर्ट के एमपी एमएलए कोर्ट में रामजन्म यादव के हत्या के मामले में पेशी हुई। कोर्ट पहुंचे पूर्व विधायक ने बताया कि इस मामले में उनका नाम देकर फंसाया गया था, केस कंप्रोमाइज हो चुका है कल रिहाई होगी। अंनत सिंह ने कहा मुझे न्यायालय से इंसाफ मिला है, आगे मजबूती के साथ चुनाव लड़ूंगा, नीतीश कुमार के साथ आगे की राजनीति करेंगे।

वहीं इस दौरान उन्होंने लालू-तेजस्वी पर जोरदार हमला बोला और कहा कि जिसका बाप खुद भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुका है उसे भ्रष्टाचार पर बोलने का अधिकार नहीं है। पूर्व विधायक ने तेजस्वी के द्वारा बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर सरकार को घेरने के सवाल पर कहा कि उन लोगों पर मुझे कुछ नहीं कहना है। बेवजह के बकर बकर वह लोग करते रहते हैं।

अनंत सिंह ने कहा कि तेजस्वी कोई लायक नहीं है, जो मुझ पर बयान देगा। जो लोग मेरे बारे में कह रहे हैं मैं उनकी बातों को सुनने लायक भी नहीं समझता हूं। नीतीश कुमार घोटालेबाज नहीं तेजस्वी के पिता घोटाले में जेल गए हैं, घोटालेबाज तेजस्वी है यह जनता जान रही है। किसका बाप कितनी बार घोटालेबाजी में जेल गया है। आरजेडी विधानसभा चुनाव में 7 से 8 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकेगी।  उन्होंने फिर से कहा कि 2025 में वह मोकामा विधानसभी सीट से चुनाव लड़ेंगे।

वहीं उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब तक जिंदा रहेंगे तब तक बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे और अन्य किसी का कुछ नहीं चलेगा।
अब बिहार में पुल-पुलिया का होगा नियमित रखरखाव, जल संसाधन विभाग ने इसके बनाई यह नई मानक संचालन प्रक्रिया

डेस्क : बिहार में पिछले कई दिनों से लगातार गिर रहे पुल-पुलिया को लेकर सरकार सजग हो गई है। जल संसाधन विभाग में अब पुल-पुलियों का नियमित रखरखाव होगा। यही नहीं विभागीय कार्यालयों, आवासीय एवं निरीक्षण भवनों में सुविधाओं का उन्नयन एवं बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित होगा। विभाग ने इसके लिए छह नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है। 

ये होगी नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी)

1. नहरों की मानक संचालन प्रक्रिया

2. पुल-पुलिया के रखरखाव, संपोषण, संधारण की नीति 2024

3. नदियों, धारों, नहरों को पुनर्जीवित करने, उनकी जलवहन क्षमता बढ़ाने के लिए ली जाने वाली योजनाओं से संबंधित प्रक्रिया

4. विभाग के निरीक्षण भवनों के सुचारू संचालन, संधारण, सामान्य रखरखाव के लिए प्रक्रिया

5. विभाग के अंतर्गत कार्यालय, अन्य संबद्ध भवनों के संधारण, संचालन के लिए मानक प्रक्रिया

6. विभाग के अंतर्गत आवासीय भवनों एवं आवासीय परिसरों के संधारण, संचालन के लिए मानक प्रक्रिया

जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सिंचाई भवन सभागार में बीते बुधवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में इसका विमोचन किया।

मंत्री ने कहा कि एसओपी के अनुरूप काम होने से बाढ़ से सुरक्षा के साथ नहर सिंचाई से संबंधित कार्यों का क्रियान्वयन और तेज गति से होगा। एसओपी से विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्णय लेने में अधिक सक्षम बनाया गया है। इससे विभिन्न स्तर पर स्वीकृति प्राप्त करने की विभागीय प्रक्रिया में लगने वाला समय कम होगा। उन्होंने विभागीय कार्यों में एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए वरीय अधिकारियों से इसकी नियमित निगरानी करने को कहा। 

उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में जब वे इस विभाग के मंत्री थे, तब विभाग ने बाढ़ प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की थी। इसमें त्वरित गति से निपटने के पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया था। इससे बाढ़ एवं कटाव से सुरक्षा तथा खतरों से तत्परता से निपटने में काफी मदद मिल रही है। इस एसओपी की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली थी।

बिहार के इस जिले में सबसे बड़े औद्योगिक पार्क बनने का रास्ता हुआ साफ, केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने निर्माण के लिए राशि की दी मंजूरी

डेस्क : बिहार के लिए एक बड़ी खबर है। प्रदेश के गया जिले के डोभी में राज्य के सबसे बड़े औद्योगिक पार्क बनने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इसके निर्माण को हरी झंडी दिखाते हुए राशि की मंजूरी दी है। 

केन्द्र सरकार के इस फैसले को लेकर केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतनराम मांझी और राज्य के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है।

यह औद्योगिक पार्क अमृतसर-कोलकाता कोरिडोर का हिस्सा होगा। इसके बनने के बाद गया पूर्वी भारत के औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित होगा। यह इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर(आईएमसी) के रूप में विकसित होगा। औद्यागिक पार्क बनने से उद्योग के नक्शे पर बिहार का नाम चमकेगा। विरासत भी, विकास भी की तर्ज पर इसे विकसित किया जाएगा। 

अमृतसर-कोलकाता कोरिडोर का हिस्सा होने के चलते डोभी में औद्योगिक केंद्र बनने से राज्य में उद्योग के विकास को गति मिलेगी। कई बड़ी कंपनियों की ओर से निवेश की संभावना है। करीब 6000 करोड़ रुपये निवेश की उम्मीद है। डोभी औद्योगिक पार्क 1670 एकड़ में फैला होगा। आईएमसी को विकसित करने में 1344 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। करीब एक लाख नौकरियां सृजित होंगी।

बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ऑफ नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एंड इम्प्लीमेंटेशन ट्रस्ट ( एनाईसीडीआईटी) ने आठ जुलाई को गया में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर को मंजूरी दी थी। इसके बाद केंद्रीय बजट में इसकी घोषणा की गई। अब देश के बारह औद्योगिक पार्क के साथ इसके निर्माण की मंजूरी दी गई है।

स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइयों और सहायकों के लिए खुशखबरी, मानदेय में होगी बढ़ोत्तरी*

डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइयों और सहायकों के लिए खुशखबरी है। मध्याह्न भोजन योजना के रसोइयों और सहायकों का मानदेय बढ़ेगा। मध्याह्न भोजन निदेशालय की ओर से मानदेय में दो हजार रुपये महीने तक वृद्धि करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। निदेशालय के प्रस्ताव पर अब शिक्षा विभाग का अनुमोदन लेने की तैयारी है। इसके बाद मानदेय वृद्धि पर स्वीकृति के लिए वित्त विभाग और फिर कैबिनेट के पास भेजा जाएगा। कैबिनेट की स्वीकृति के बाद यह लागू होगा। बता दें वर्तमान में रसोइयों और सहायकों को 1600 रुपये महीना मानदेय मिलता है। प्रस्ताव पर मंजूरी के बाद रसोइयों और सहायकों का मानदेय 3600 रुपये हो जाएगा। मानदेय वृद्धि की मांग लंबे समय से चल रही है। केंद्र प्रायोजित इस योजना में 60 प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत राज्य की हिस्सेदारी होती है। अभी रसोइयों के मानदेय पर केंद्र सरकार की ओर से मात्र 600 रुपये दिये जाते हैं। शेष एक हजार रुपये की राशि राज्य सरकार अपने कोष से देती है। बता दें कि राज्य में रसोइयों की संख्या अभी दो लाख से अधिक है।
आज प्रदेश के खेल प्रेमियों को सीएम नीतीश कुमार देंगे बड़ा तोहफा, राज्य खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का करेंगे उद्घाटन*

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज प्रदेश के खेल प्रेमियों को बड़ा तोहफा देंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को राजगीर में राज्य खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन करेंगे। साथ ही 9 खिलाड़ियों को सम्मानित भी करेंगे। राजगीर में भवन निर्माण विभाग और खेल विभाग की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर में खेल अकादमी, खेल विश्वविद्यालय और स्टेडियम तीनों एक ही जगह बना है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गुरुवार को करेंगे। स्टेडियम बनने से जिलेवासियों में काफी खुशी है. अब यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैच खेला जाएगा जिससे एक अलग ही नालंदा की पहचान पूरी दुनिया में जाएगी। सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस खेल अकादमी में इनडोर और आउटडोर दोनों खेल होगा। इसी महीने इसका सीएम ने निरीक्षण किया था। मुख्यमंत्री आज सुबह पटना से राजगीर के लिए रवाना होंगे। वहां 3 बजे आयोजित समारोह में शामिल होंगे। अगले साल से राजगीर में राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता होने की उम्मीद है। बिहार सहित पूरे भारत के राष्ट्रीय खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को यहां पर प्रशिक्षण भी मिलेगा। यहां विभिन्न खेल जैसे एथलेटिक्स ट्रैक, फुटबॉल स्टेडियम, हॉकी टर्फ स्टेडियम, स्वीमिंग पुल, बास्केट बॉल, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, लॉन टेनिस, कुश्ती, भारोत्तोलन, कबड्डी, बैडमिंटन कोर्ट, तीरंदाजी, शूटिंग, टेबुल टेनिस, तलवारबाजी आदि खेलों के स्टेडियम का निर्माण किया गया है। राजगीर में बने क्रिकेट स्टेडियम और विभिन्न खेलों के इंडोर और आउटडोर स्टेडियम अन्तरराष्ट्रीय स्तर के बनाए गये हैं।
बड़ी खबर : CISF के डीजी नियुक्त हुए राजविंदर सिंह भट्टी, बिहार के नए डीजीपी की दौड़ में इन 3 अधिकारियों के नाम की चर्चा तेज*

डेस्क : बिहार के डीजीपी बदलने वाले है। वर्तमान बिहार के पुलिस महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का महानिदेशक (डीजी) नियुक्त किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रस्ताव पर केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति संबंधी कमेटी ने अपनी मंजूरी दे दी है। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय ने बुधवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी। वहीं, बिहार में नये डीजीपी की तलाश शुरू कर दी गयी है, जल्द ही नये डीपीपी की नियुक्ति की जाएगी। भट्टी भारतीय पुलिस सेवा के 1990 बैच के अधिकारी हैं। किसी राज्य के पुलिस महानिदेशक रहते हुए केंद्रीय सशस्त्रत्त् पुलिस बल (सीएपीएफ) में डायरेक्टर जनरल बनने वाले वे राजविंदर सिंह भट्टी पहले अधिकारी हैं। वे इस पद पर 30 सितंबर 2025 तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, तैनात रहेंगे। गौरतलब है कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी आरएस भट्टी को दिसंबर, 2022 में बिहार के पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी मिली थी। पिछले एक माह से डीजीपी आरएस भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चा थी। *बिहार के नए डीजीपी की दौड़ में 3 अधिकारी* वहीं मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के पास पुलिस महानिदेशक पद पर नियुक्ति के लिए तीन विकल्प मौजूद हैं। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी विनय कुमार, शोभा अहोतकर एवं आलोक राज बिहार के डीजीपी पद के प्रबल दावेदार हैं। केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पुराने पैनल के दो नाम पहले से मौजूद हैं। इनमें बिहार कैडर के सबसे वरिष्ठ अधिकारी आलोक राज (1989 बैच) हैं। उनके बाद विनय कुमार (1991 बैच) हैं, जिनके नाम पैनल में हैं। वहीं, राज्य सरकार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शोभा अहोतकर (1990 बैच) के नाम पर भी विचार कर सकती है।