पूरी दुनिया में आला हज़रत की ज़िंदगी व फतवों पर रिसर्च जारी : सेराज


गोरखपुर। 106वें उर्स-ए-आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ां अलैहिर्रहमा का आगाज़ गुरुवार से हो गया। पहले दिन मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में महफिल हुई। क़ुरआन -ए-पाक की तिलावत हाफिज शहीद रज़ा ने की। संचालन हाफिज मो. शारिक ने किया।

मुख्य वक्ता मो. सेराज अहमद निजामी ने कहा कि पूरी दुनिया में आला हज़रत की ज़िंदगी व फतवों पर रिसर्च किया जा रहा है। आज पूरी दुनिया में उर्स-ए-आला हज़रत मनाया जा रहा है, जो इस बात का सबूत है कि आज दुनिया के हर कोने में आला हज़रत के चाहने वाले मौजूद हैं। आला हज़रत का “फतावा रज़विया” इस्लामी कानून (फिक्ह हनफ़ी) का इंसाइक्लोपीडिया है। आला हज़रत न केवल दीनी और दुनियावी मसाइल में महारत रखते थे बल्कि विज्ञान और गणित से जुड़े सभी विषयों में माहिर थे। आज दुनिया भर के विश्वविद्यालयों में उनके जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर रिसर्च चल रहा है तथा पीएचडी प्रदान की जा रही है। महफ़िल में मो. नूर आलम, गुल मोहम्मद, अबरार, आसिफ, कैसर रज़ा, आसिम, वहीदुल्लाह, अयान, अजीजुल्लाह, आसिफ़ रज़ा, हाफिज रहमत अली निजामी, अफ़ज़ल हुसैन आदि मौजूद रहे।

काजी जी की मस्जिद इस्माइलपुर में दावते इस्लामी इंडिया की ओर से उर्स-ए-आला हज़रत मनाया गया। लंगर बांटा गया। मुख्य वक्ता फरहान अत्तारी ने कहा कि आला हज़रत एक सच्चे आशिके रसूल थे। कभी भी आपने पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम, सहाबा किराम, अहले बैत व औलिया किराम की शान में मामूली सी तौहीन को भी पसंद नहीं किया। आला हज़रत ने सदा इत्तेहाद, इत्तेफाक, मेल मुहब्बत का संदेश दिया। आला हज़रत मिल्लत में नाइत्तेफाकी पसन्द नहीं करते थे। आला हज़रत न सिर्फ एक धर्मगुरू थे बल्कि एक महान समाज सुधारक भी थे। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। महफ़िल में मुबस्सिर अत्तारी, शहजाद अत्तारी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

पुस्तक विमोचन आज
मजलिस असहाबे क़लम की ओर से शुक्रवार 30 अगस्त को दोपहर 2:45 बजे चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में कारी मुहम्मद अनस क़ादरी रजवी द्वारा हिंदी में लिखित पुस्तक 'इल्म, ईमान और आला हजरत' का विमोचन उलमा किराम द्वारा किया जाएगा।

वैज्ञानिक सलाह पर तिलहन की खेती करें बढ़ाएं उत्पादन: वीरभद्र
गोला गोरखपुर।मनुष्य के भोजन में खाद्य तेल तिलहन का विशेष महत्व है। खाद्य तेल पर हमेशा सवाल उठता है कि उच्च गुणवत्ता का तेल बाजार में नहीं मिलता है। उसका विकल्प है कि किसान स्वयं तिलहन की खेती कर उत्पादन करें। उत्पादन का स्वयं प्रयोग करें स्वस्थ रहें और देश के हर नागरिक को स्वस्थ्य बनाने में सहयोग करें। सरकार की योजना है देश में तिलहन का अधिकतम उत्पादन हो इस दिशा में सरकार अनेक योजनाएं चल रही है ।तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए बीज व्यवस्था वैज्ञानिक तकनीक कृषि यंत्रों का उपयोग कारगर फसल सुरक्षा की जानकारी मिले।

उक्त जानकारी राजकीय कृषि बीज भंडार गोला परिसर में तिलहन विकास कृषक गोष्ठी में पी जी कॉलेज बड़हलगंज के शस्य वैज्ञानिक डॉ वीरभद्र तिवारी ने दिया। गोष्ठी में पूर्व अपर जिला कृषि अधिकारी राम अधार यादव ने तिलहन के खेती में बीज का चयन बीज शोधन आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग संतुलित उर्वरक प्रयोग पोषक तत्व प्रबंधन फसल अवशेष प्रबंधन आई पी एम विधि से फसल सुरक्षा आदि की जानकारी दी।गोष्ठी में अरुणाकर सिंह  अनिल कुमार सिंह  राम भरोस भगवान दास बृजेंद्र कुमार शेषनाथ पाल ने खेती की तकनीक की जानकारी एवं सरकार द्वारा तिलहन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।अध्यक्षता अरुणाकर सिंह एवं संचालक राजकीय कृषि बीज भंडार प्रभारी राजनरायन यादव ने किया।गोष्ठी में घनश्याम मौर्य गिरजेश नायक उदय भान मौर्य हरि प्रसाद यादव मोलई  राजेंद्र प्रतिमा निशा देवी आशा देवी दीपचंद इसरावती सुनैना आदि अधिक संख्या में मौजूद रहे।
हमलावर अज्ञात पशु तस्करों के खिलाफ केस दर्ज

खजनी गोरखपुर।बीते मंगलवार की रात थाना क्षेत्र के सतुआभार में अज्ञात पशु तस्करों ने जम कर उपद्रव मचाया था। ईंट पत्थर चला कर हमाला करने वाले पशु तस्करों पर फायरिंग का आरोप भी लगाया गया है। मामले में खजनी पुलिस ने घटना में गंभीर रूप से घायल युवक के पिता की तहरीर पर बीएनएस की धाराओं 309 (6),110, 352, 351(2) में के स दर्ज कर लिया है।

रात में सतुआभार कस्बे में जमकर तांडव मचाने तथा पशुपालक युवक को ईंट, पत्थर चलाकर बुरी तरह घायल करने से युवक के सर और पांव में गंभीर चोट तथा पांव की हड्डी टूटने के मामले में खजनी पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है, तथा टीम बनाकर पशु तस्करों की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही देर शाम घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंचे जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने पीकेट पर तैनात बिना असलहे के गस्त करने वाले 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।

मंगलवार की रात अज्ञात पशु तस्कर पिकप वाहन से सतुआभार कस्बे में स्थित प्रेम प्रकाश दूबे के घर के बाहर पहुंचे थे, जहां गाय खोल कर ले जाने की आहट पाकर पशु तस्करों के मुंह पर प्रेम प्रकाश दूबे के पुत्र धरात्मज दूबे द्वारा टार्च जला देखने पर पशु तस्करों ने जमकर ईंट पत्थर बरसाए घटना में घायल धरात्मज दूबे ने साहस का परिचय देते हुए पशु तस्करों का जमकर मुकाबला किया। शोर सुनकर गांव के लोगों को जुटता देखकर पशु तस्कर ईंट पत्थर चलाते हुए और फायर करते हुए मौके से भाग निकले। इस बीच पिकेट पर तैनात पुलिस तमाशबीन बनी रह गई।

अगले दिन एसएसपी तथा एसपी साउथ ने घटनास्थल पर पहुंच कर घटना की तफ्सील से जानकारी ली और पिकेट पर तैनात घटना के जिम्मेदार सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की गई है।

सहजनवां दोहरीघाट रेल मार्ग के बीच बिजली क्रासिंग का सर्वे, रेलवे से भेजी टीम ने 20 किलोमीटर तक सर्वे किया

खजनी गोरखपुर। इलाके के लोगों की वर्षों पुरानी हसरत अब जल्द ही पूरी होने जा रही है। भारतीय रेल उत्तर पूर्व (एनई) रेलवे का बहुप्रतीक्षित 81 किमी लंबे सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन जिसे आगामी 3 वर्षों पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेलवे के द्वारा भेजी गई टीम के द्वारा आज उनवल नगर पंचायत क्षेत्र के पास निर्धारित रूट में जहां से बिजली का हाईटेंशन तार गया है वहां पर बिजली विभाग के द्वारा अंडरपास बनाने के लिए सर्वे किया गया है।

बिजली के क्रासिंग के लिए सर्वे का काम सहजनवां रेलवे स्टेशन से हो कर 20 किलोमीटर की दूरी तक पिपरौली,छताईं, विश्वनाथपुर, कोठा,मरवटीयां,कठैचाबिंदन, कलवारी माफी आदि गांवों तक किया गया। सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि अगले 3 वर्षों में रेल लाइन बिछा दी जाएगी। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। पहला चरण मार्च 2025 में पूरा होगा। इसमें सहजनवां से बैदौली तक 27 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाई जाएगी। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के साथ ही रेलवे के द्वारा संबंधित किसानों को उनके मुआवजे की रकम सीधे उनके बैंक खातों में भेज दी जाएगी।

सर्वे के लिए पहुंची टीम के सदस्यों के द्वारा बताया गया कि हाईटेंशन बिजली के क्रासिंग वाले सभी स्थानों को चिन्हित किया गया है, जिसकी पूरी रिपोर्ट रेलवे के निर्माण विभाग को सौंप दी जाएगी। जिसके बाद रेलवे लाइन के रूट में पड़ने वाले बिजली के हाईटेंशन तार के अंडरपास बनाने के लिए बिजली विभाग को निर्देशित किया जाएगा।

कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने युवक को मारी गोली, तस्करों के दुस्साहस से सहमे इलाके के लोग

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के सतुआभार चौराहे पर कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने पहचान छिपाने के लिए विरोध कर रहे युवक को गोली मार दी।घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

बीती रात लगभग एक बजे के बाद सतुआभार कस्बे में मैरेज हॉल के पास स्थित प्रेम प्रकाश दुबे के घर के बाहर खूंटे से बंधी कीमती गाय चुराने पिकप वैन लेकर पहुंचे पशु तस्करों की आहट पा कर परिवार के लोग जाग गए। मिली जानकारी के अनुसार वाहन रूकने की आहट सुन कर प्रेम प्रकाश दुबे के पुत्र धरात्मज दुबे ने टार्च जलाकर पशु तस्करों को पहचानने की कोशिश की जिससे तस्करों ने ईंट पत्थर चलाना शुरू कर दिया। लेकिन धरात्मज दुबे मौके पर डंटे रहे और शोर मचाते हुए टार्च की रौशनी चेहरे पर जलाकर उन्हें पहचानने का प्रयास किया।

पिकप से वापस भागने की फिराक में दुस्साहसी तस्करों ने पहले तो ईंट पत्थर चलाए लेकिन टार्च जलाकर देखे जाने पर उन्होंने तमंचे से युवक पर फायर झोंक दिया। घायल धरात्मज दुबे के पिता प्रेम प्रकाश दुबे ने बताया कि दुस्साहसी तस्करों ने तो बरामदे तक चढ़ कर सीने पर निशाना साध कर गोली चलाई थी, लेकिन उन्हें देख कर भागते हुए गोली उनके बेटे के पांव में लगी और मौका मिलते ही पशु तस्कर पिकप ले कर फरार हो गए। वारदात की सूचना 112 पुलिस को दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर भेजते हुए घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

वहीं इस प्रकार का दुस्साहस देख कर इलाके के लोग सहमे हुए हैं। मामले में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि घायल युवक को इलाज के लिए भेजा गया है,गोली लगने की घटना की अभी पुष्टि नहीं हुई है। विधिक कार्रवाई चल रही है।

नये टीबी और कुष्ठ रोगियों को खोज कर शीघ्र करें इलाज

गोरखपुर, 29 अगस्त ।टीबी और कुष्ठ दोनों बीमारियों की समय से पहचान हो जाए तो बिना किसी जटिलता के सम्पूर्ण इलाज संभव है। दोनों बीमारियों के उन्मूलन के लिए इनके नये मरीजों को खोज कर शीघ्र इलाज करने की आवश्यकता है। यह बातें जिला टीबी और कुष्ठ उन्मूलन अधिकारी डॉ गणेश यादव ने कहीं। उन्होंने सभी ब्लॉक और शहरी क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण को सम्बोधित किया । राज्य कुष्ठ अधिकारी डॉ जया देहलवी भी प्रशिक्षण कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़ीं और शहरी क्षेत्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुला गुप्ता से प्रशिक्षण का फीडबैक प्राप्त किया।

जिला टीबी और कुष्ठ उन्मूलन अधिकारी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में बुधवार को विकास भवन में यह प्रशिक्षण शुरू हुआ। गुरुवार को प्रशिक्षण सत्र का सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में समापन हुआ। प्रशिक्षण में बताया गया कि दो सितम्बर से पंद्रह सितम्बर तक कुष्ठ रोग खोजी अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर संभावित मरीज खोजेंगी। वहीं, नौ सितम्बर से बीस सितम्बर तक जनपद में सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान चलाया जाएगा । इस अभियान के तहत टीम क्षय रोग की संभावित मरीज खोजेंगी। दोनों अभियानों में जो संभावित मरीज खोजे जाएंगे उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भेज कर जांच कराई जाएगी और बीमारी के पुष्ट होने पर त्वरित इलाज शुरू होगा।

डॉ यादव ने बताया कि समय से कुष्ठ की पहचान न होने पर वह दिव्यांगता का रूप ले सकता है। अगर शरीर पर कहीं भी चमड़ी के रंग से हल्के रंग का सुन्न दाग धब्बा है तो वह कुष्ठ भी हो सकता है। इसका सम्पूर्ण इलाज सरकारी तंत्र में मौजूद है। शरीर पर दाग धब्बों की संख्या पांच या पांच से कम हो तो मरीज को पीबी कुष्ठ रोगी कहते हैं और इसका इलाज मात्र छह माह में हो जाता है। वहीं अगर दाग धब्बों के साथ शरीर की कोई नस प्रभावित हो या दाग व धब्बों की संख्या छह या छह से अधिक हो तो मरीज एमबी कुष्ठ रोगी कहा जाता है और बारह माह से अठारह माह तक के इलाज से वह ठीक हो जाता है। प्रशिक्षण के दौरान कुष्ठ की पहचान, इलाज, लेप्रा रिएक्शन प्रबंधन और माइक्रोप्लानिंग आदि की विस्तार से जानकारी दी गयी।

उन्होंने बताया कि अगर दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही हो तो व्यक्ति को टीबी भी हो सकती है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर टीबी की जांच अवश्य कराई जानी चाहिए। अभियान के दौरान मलिन बस्तियों और उच्च जोखिम वर्ग में खास तौर से ऐसे संभावित मरीज खोजे जाएंगे। शाम को बुखार आना, पसीने के साथ बुखार, बलगम में खून आना, सांस फूलना और सीने में दर्द आदि टीबी के अन्य प्रमुख लक्षण हैं। इसके लिए इस बार करीब 10.88 लाख की आबादी के बीच 431 टीम टीबी के संभावित मरीज खोजेंगी। स्क्रीनिंग की गयी कुल आबादी में से पांच फीसदी संभावित टीबी मरीज जांच के लिए रेफर किये जाएंगे।

इस अवसर पर डॉ एके वर्मा, डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, डीएलसी डॉ भोला, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा, मिर्जा आफताब बेग, डॉ आसिफ, पवन श्रीवास्तव और महेंद्र चौहान प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

घरों पर लगाएंगे स्टीकर

सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान के दौरान टीम जिन घरों का विजिट करेगी वहां स्टीकर लगाएगी। वहीं, कुष्ठ रोग खोजी अभियान के तहत प्रत्येक घर पर मार्किंग अनिवार्य होगी। टीम मरीजों को ढूंढने के अलावा लोगों को दोनों बीमारियों के बारे में जागरूक भी करेंगी। यह संदेश प्रमुख तौर पर दिया जाएगा कि टीबी, बाल और नाखून छोड़ कर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। इसी प्रकार कुष्ठ रोग सिर्फ चमड़ी को नहीं, बल्कि शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है।

शारीरिक शिक्षा विभाग में मनाया गया राष्ट्रीय खेल दिवस

गोरखपुर। गुरुवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

कार्यक्रमों का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो. विजय चहल, अतिथि शिक्षकों और छात्र छात्राओं द्वारा सुबह 10 बजे मेजर ध्यान चंद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई।

तत्पश्चात "वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारतीय खेल" विषय पर छात्रों की एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्नातक तृतीय सेमेस्टर के कमलेश शर्मा को विजई होने पर विभागाध्यक्ष द्वारा पुरस्कृत किया गया।

भाषण प्रतियोगिता के पश्चात विभाग में सभी छात्रों को मेजर ध्यान चंद जी के जीवन पर आधारित एक व्रतचित्र दिखाई गई।

सायं सत्र में कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक बास्केटबॉल मैच का आयोजन किया गया, मैच के दौरान अनेक छात्र उपस्थित रहे।

कार्यक्रमों को सफल बनाने में विभाग के अतिथि शिक्षकों और छात्र-छात्राओं का भरपूर सहयोग रहा।

राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में डाक सेवाओं के समर्थन में गोष्ठी का हुआ आयोजन

गोरखपुर/बांसगांव। वीर बहादुर सिंह स्मारक महाविद्यालय हरिहरपुर सैरों गोरखपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में डाक सेवाओं का समर्थन पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य डॉ.के .पी. चौरसिया ने स्वयं सेवक /सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय डाक सेवाओं का समर्थन किया जाना चाहिए।

भारतीय डाक सेवा का शुभारंभ सर्वप्रथम 1766 ईस्वी में लार्ड क्लाइव द्वारा ब्रिटिश शासन में कलकत्ता में शुरू किया गया तदपश्चात मद्रास, इलाहाबाद अन्य शहर में डाक सेवाएं शुरू हुई। जिसके माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान वस्तुओं का विस्थापन मनीआर्डर आदि कार्यों का संपादन किए जाने लगा डाक व्यवस्था सरकार की एक सशक्त व्यवस्था है। आज डाकघरो में बैंकिग व्यवस्था आधार कार्ड बनाने का कार्य पत्राचार का कार्य किया जा रहा है भारत के सभी शहर एवं गांव में डाकघर स्थापित हैं जो अपनी सेवाओं प्रदान कर रहे हैं सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं अन्य सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए डाक सेवाएं महत्वपूर्ण हैं।

जिसका सभी लोगों का समर्थन करना चाहिए जो समाज के लिए महत्वपूर्ण है ।इस अवसर पर प्राध्यापक गीता दुवे रजनीश पांडे सत्येंद्र कुमार सुमन्त कुमार मौर्य भी छात्राओं को डाक सेवाओं के महत्व पर प्रकाश डाला और समर्थन के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा ही विचार अभिव्यक्त किए गये। संगोष्ठी के अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक /सेविकाऐ तथा कर्मचारी धर्मपाल सिंह वीरेंद्र बहादुर सिंह राजेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

अब सोलर सिटी के रूप में भी होगी गोरखपुर की पहचान,75000 आवासीय भवनों पर स्थापित होंगे सोलर रूफटॉप संयंत्र
गोरखपुर। यूपी का गोरखपुर सीएम योगी आदित्यनाथ का शहर होने के कारण विकास कार्यो पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। बीते कुछ सालों में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व प्रगति से गोरखपुर की पहचान नॉलेज और मेडिकल सिटी के रूप में होने लगी है। अब आने वाले दिनों में इस पहचान में सोलर सिटी भी जुड़ जाएगी। प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के जिन शहरों को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, उनमें गोरखपुर का भी नाम प्रमुखता से शामिल है।

गोरखपुर को सोलर सिटी बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर खासा जोर दे रही है। इस योजना के लिए नारा दिया गया है "हर घर सोलर अभियान"। यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण) के परियोजना अधिकारी गोविंद तिवारी के मुताबिक हर घर सोलर अभियान में सोलर सिटी गोरखपुर में 75000 आवासीय भवनों पर सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए पोर्टल http://pmsuryaghar.gov.in के माध्यम से आवेदन हो रहा है। हर घर सोलर रूफटॉप के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से भरपूर अनुदान दिया जा रहा है।

कुल 45000 रुपये का अनुदान मिल रहा

इस योजना में सभी श्रेणी के घरेलू विद्युत उपभोक्ता 1 किलोवाट से 10 किलोवाट तक के घरेलू विद्युत कनेक्शनधारी अपने निजी घर की छत पर सोलर रूफटॉप स्थापित कराकर, अनुदान प्राप्त करते हुए 25 वर्षों तक विद्युत खर्च की बचत कर सकते हैं। हर घर सोलर अभियान में 1 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवाने पर केंद्र सरकार की तरफ से 30000 रुपये और राज्य सरकार की तरफ से 15000 रुपये यानी कुल 45000 रुपये का अनुदान मिल रहा है। 2 किलोवाट के सोलर प्लांट पर केंद्र की तरफ से 60000 व राज्य की तरफ से 30000 यानी कुल 90000 रुपये का अनुदान प्राप्त होगा। जबकि 3 किलोवाट या इससे अधिक क्षमता के सोलर प्लांट पर केंद्र सरकार से 78000 और राज्य सरकार से 30000 रुपये अर्थात कुल 108000 रुपये का अनुदान मिलेगा। अनुदान की राशि लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से प्राप्त होगी।

दो हजार रुपये की बचत प्रति माह कर सकेंगे

यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी गोविंद तिवारी ने बताया कि 2 किलोवाट के विद्युत उपभोक्ता सोलर रूफटॉप प्लांट के जरिये औसतन 10 यूनिट विद्युत प्रतिदिन बचत करते हुए लगभग दो हजार रुपये की बचत प्रति माह कर सकते हैं। 2 किलोवाट क्षमता के सोलर रूफटॉप प्लांट के लिए 200 वर्गफीट छत की आवश्यकता होगी। बाजार दरों पर लगभग 120000 रुपये रजिस्टर्ड वेंडर को भुगतान कर सोलर रूफटॉप स्थापित कराया जा सकता है। इसमें से 90000 रुपये की राशि एक माह में वापस अनुदान के रूप में मिल जाएगी। इस तरह 2 किलोवाट के सोलर रूफटॉप प्लांट ओर लाभार्थी का वास्तविक खर्च महज 30000 रुपये होगा। और, यह राशि भी एक तरह से 15 माह में विद्युत खर्च की बचत के रूप में वापस प्राप्त हो जाएगी।

सोलर मॉड्यूल की भी 25 वर्ष की गारंटी होगी

सोलर रूफटॉप प्लांट से 25 सालों में कुल 528000 रुपये का लाभ अर्जित होगा। इस योजना में 5 वर्षों तक मुफ्त मरम्मत व सर्विस की सुविधा तो मिलेगी ही, सोलर मॉड्यूल की भी 25 वर्ष की गारंटी होगी।
सोलर सिटी गोरखपुर में 75000 सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापना की लक्ष्य पूर्ति के लिए विभागवार जिम्मेदारी भी तय की गई है। इसमें विभिन्न अधिकारियों समेत कुल 47 विभागों को टारगेट दिया गया है। सभी विभागाध्यक्ष अपने सेवारत और सेवानिवृत्त कार्मिकों के निजी घरों पर कम से कम 2 किलोवाट का सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापित कराएंगे।
कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने युवक को मारी गोली

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के सतुआभार चौराहे पर कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने पहचान छिपाने के लिए विरोध कर रहे युवक को गोली मार दी।घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

बीती रात लगभग एक बजे के बाद सतुआभार कस्बे में मैरेज हॉल के पास स्थित प्रेम प्रकाश दुबे के घर के बाहर खूंटे से बंधी कीमती गाय चुराने पिकप वैन लेकर पहुंचे पशु तस्करों की आहट पा कर परिवार के लोग जाग गए। मिली जानकारी के अनुसार वाहन रूकने की आहट सुन कर प्रेम प्रकाश दुबे के पुत्र धरात्मज दुबे ने टार्च जलाकर पशु तस्करों को पहचानने की कोशिश की जिससे तस्करों ने ईंट पत्थर चलाना शुरू कर दिया। लेकिन धरात्मज दुबे मौके पर डंटे रहे और शोर मचाते हुए टार्च की रौशनी चेहरे पर जलाकर उन्हें पहचानने का प्रयास किया।

पिकप से वापस भागने की फिराक में दुस्साहसी तस्करों ने पहले तो ईंट पत्थर चलाए लेकिन टार्च जलाकर देखे जाने पर उन्होंने तमंचे से युवक पर फायर झोंक दिया।

घायल धरात्मज दुबे के पिता प्रेम प्रकाश दुबे ने बताया कि दुस्साहसी तस्करों ने तो बरामदे तक चढ़ कर सीने पर निशाना साध कर गोली चलाई थी, लेकिन उन्हें देख कर भागते हुए गोली उनके बेटे के पांव में लगी और मौका मिलते ही पशु तस्कर पिकप ले कर फरार हो गए। वारदात की सूचना 112 पुलिस को दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर भेजते हुए घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

वहीं इस प्रकार का दुस्साहस देख कर इलाके के लोग सहमे हुए हैं।

मामले में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि घायल युवक को इलाज के लिए भेजा गया है,गोली लगने की घटना की अभी पुष्टि नहीं हुई है। विधिक कार्रवाई चल रही है।