हमलावर अज्ञात पशु तस्करों के खिलाफ केस दर्ज

खजनी गोरखपुर।बीते मंगलवार की रात थाना क्षेत्र के सतुआभार में अज्ञात पशु तस्करों ने जम कर उपद्रव मचाया था। ईंट पत्थर चला कर हमाला करने वाले पशु तस्करों पर फायरिंग का आरोप भी लगाया गया है। मामले में खजनी पुलिस ने घटना में गंभीर रूप से घायल युवक के पिता की तहरीर पर बीएनएस की धाराओं 309 (6),110, 352, 351(2) में के स दर्ज कर लिया है।

रात में सतुआभार कस्बे में जमकर तांडव मचाने तथा पशुपालक युवक को ईंट, पत्थर चलाकर बुरी तरह घायल करने से युवक के सर और पांव में गंभीर चोट तथा पांव की हड्डी टूटने के मामले में खजनी पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है, तथा टीम बनाकर पशु तस्करों की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही देर शाम घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंचे जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने पीकेट पर तैनात बिना असलहे के गस्त करने वाले 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।

मंगलवार की रात अज्ञात पशु तस्कर पिकप वाहन से सतुआभार कस्बे में स्थित प्रेम प्रकाश दूबे के घर के बाहर पहुंचे थे, जहां गाय खोल कर ले जाने की आहट पाकर पशु तस्करों के मुंह पर प्रेम प्रकाश दूबे के पुत्र धरात्मज दूबे द्वारा टार्च जला देखने पर पशु तस्करों ने जमकर ईंट पत्थर बरसाए घटना में घायल धरात्मज दूबे ने साहस का परिचय देते हुए पशु तस्करों का जमकर मुकाबला किया। शोर सुनकर गांव के लोगों को जुटता देखकर पशु तस्कर ईंट पत्थर चलाते हुए और फायर करते हुए मौके से भाग निकले। इस बीच पिकेट पर तैनात पुलिस तमाशबीन बनी रह गई।

अगले दिन एसएसपी तथा एसपी साउथ ने घटनास्थल पर पहुंच कर घटना की तफ्सील से जानकारी ली और पिकेट पर तैनात घटना के जिम्मेदार सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की गई है।

सहजनवां दोहरीघाट रेल मार्ग के बीच बिजली क्रासिंग का सर्वे, रेलवे से भेजी टीम ने 20 किलोमीटर तक सर्वे किया

खजनी गोरखपुर। इलाके के लोगों की वर्षों पुरानी हसरत अब जल्द ही पूरी होने जा रही है। भारतीय रेल उत्तर पूर्व (एनई) रेलवे का बहुप्रतीक्षित 81 किमी लंबे सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन जिसे आगामी 3 वर्षों पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेलवे के द्वारा भेजी गई टीम के द्वारा आज उनवल नगर पंचायत क्षेत्र के पास निर्धारित रूट में जहां से बिजली का हाईटेंशन तार गया है वहां पर बिजली विभाग के द्वारा अंडरपास बनाने के लिए सर्वे किया गया है।

बिजली के क्रासिंग के लिए सर्वे का काम सहजनवां रेलवे स्टेशन से हो कर 20 किलोमीटर की दूरी तक पिपरौली,छताईं, विश्वनाथपुर, कोठा,मरवटीयां,कठैचाबिंदन, कलवारी माफी आदि गांवों तक किया गया। सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि अगले 3 वर्षों में रेल लाइन बिछा दी जाएगी। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। पहला चरण मार्च 2025 में पूरा होगा। इसमें सहजनवां से बैदौली तक 27 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाई जाएगी। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के साथ ही रेलवे के द्वारा संबंधित किसानों को उनके मुआवजे की रकम सीधे उनके बैंक खातों में भेज दी जाएगी।

सर्वे के लिए पहुंची टीम के सदस्यों के द्वारा बताया गया कि हाईटेंशन बिजली के क्रासिंग वाले सभी स्थानों को चिन्हित किया गया है, जिसकी पूरी रिपोर्ट रेलवे के निर्माण विभाग को सौंप दी जाएगी। जिसके बाद रेलवे लाइन के रूट में पड़ने वाले बिजली के हाईटेंशन तार के अंडरपास बनाने के लिए बिजली विभाग को निर्देशित किया जाएगा।

कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने युवक को मारी गोली, तस्करों के दुस्साहस से सहमे इलाके के लोग

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के सतुआभार चौराहे पर कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने पहचान छिपाने के लिए विरोध कर रहे युवक को गोली मार दी।घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

बीती रात लगभग एक बजे के बाद सतुआभार कस्बे में मैरेज हॉल के पास स्थित प्रेम प्रकाश दुबे के घर के बाहर खूंटे से बंधी कीमती गाय चुराने पिकप वैन लेकर पहुंचे पशु तस्करों की आहट पा कर परिवार के लोग जाग गए। मिली जानकारी के अनुसार वाहन रूकने की आहट सुन कर प्रेम प्रकाश दुबे के पुत्र धरात्मज दुबे ने टार्च जलाकर पशु तस्करों को पहचानने की कोशिश की जिससे तस्करों ने ईंट पत्थर चलाना शुरू कर दिया। लेकिन धरात्मज दुबे मौके पर डंटे रहे और शोर मचाते हुए टार्च की रौशनी चेहरे पर जलाकर उन्हें पहचानने का प्रयास किया।

पिकप से वापस भागने की फिराक में दुस्साहसी तस्करों ने पहले तो ईंट पत्थर चलाए लेकिन टार्च जलाकर देखे जाने पर उन्होंने तमंचे से युवक पर फायर झोंक दिया। घायल धरात्मज दुबे के पिता प्रेम प्रकाश दुबे ने बताया कि दुस्साहसी तस्करों ने तो बरामदे तक चढ़ कर सीने पर निशाना साध कर गोली चलाई थी, लेकिन उन्हें देख कर भागते हुए गोली उनके बेटे के पांव में लगी और मौका मिलते ही पशु तस्कर पिकप ले कर फरार हो गए। वारदात की सूचना 112 पुलिस को दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर भेजते हुए घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

वहीं इस प्रकार का दुस्साहस देख कर इलाके के लोग सहमे हुए हैं। मामले में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि घायल युवक को इलाज के लिए भेजा गया है,गोली लगने की घटना की अभी पुष्टि नहीं हुई है। विधिक कार्रवाई चल रही है।

नये टीबी और कुष्ठ रोगियों को खोज कर शीघ्र करें इलाज

गोरखपुर, 29 अगस्त ।टीबी और कुष्ठ दोनों बीमारियों की समय से पहचान हो जाए तो बिना किसी जटिलता के सम्पूर्ण इलाज संभव है। दोनों बीमारियों के उन्मूलन के लिए इनके नये मरीजों को खोज कर शीघ्र इलाज करने की आवश्यकता है। यह बातें जिला टीबी और कुष्ठ उन्मूलन अधिकारी डॉ गणेश यादव ने कहीं। उन्होंने सभी ब्लॉक और शहरी क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण को सम्बोधित किया । राज्य कुष्ठ अधिकारी डॉ जया देहलवी भी प्रशिक्षण कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़ीं और शहरी क्षेत्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुला गुप्ता से प्रशिक्षण का फीडबैक प्राप्त किया।

जिला टीबी और कुष्ठ उन्मूलन अधिकारी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में बुधवार को विकास भवन में यह प्रशिक्षण शुरू हुआ। गुरुवार को प्रशिक्षण सत्र का सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में समापन हुआ। प्रशिक्षण में बताया गया कि दो सितम्बर से पंद्रह सितम्बर तक कुष्ठ रोग खोजी अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर संभावित मरीज खोजेंगी। वहीं, नौ सितम्बर से बीस सितम्बर तक जनपद में सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान चलाया जाएगा । इस अभियान के तहत टीम क्षय रोग की संभावित मरीज खोजेंगी। दोनों अभियानों में जो संभावित मरीज खोजे जाएंगे उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भेज कर जांच कराई जाएगी और बीमारी के पुष्ट होने पर त्वरित इलाज शुरू होगा।

डॉ यादव ने बताया कि समय से कुष्ठ की पहचान न होने पर वह दिव्यांगता का रूप ले सकता है। अगर शरीर पर कहीं भी चमड़ी के रंग से हल्के रंग का सुन्न दाग धब्बा है तो वह कुष्ठ भी हो सकता है। इसका सम्पूर्ण इलाज सरकारी तंत्र में मौजूद है। शरीर पर दाग धब्बों की संख्या पांच या पांच से कम हो तो मरीज को पीबी कुष्ठ रोगी कहते हैं और इसका इलाज मात्र छह माह में हो जाता है। वहीं अगर दाग धब्बों के साथ शरीर की कोई नस प्रभावित हो या दाग व धब्बों की संख्या छह या छह से अधिक हो तो मरीज एमबी कुष्ठ रोगी कहा जाता है और बारह माह से अठारह माह तक के इलाज से वह ठीक हो जाता है। प्रशिक्षण के दौरान कुष्ठ की पहचान, इलाज, लेप्रा रिएक्शन प्रबंधन और माइक्रोप्लानिंग आदि की विस्तार से जानकारी दी गयी।

उन्होंने बताया कि अगर दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही हो तो व्यक्ति को टीबी भी हो सकती है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर टीबी की जांच अवश्य कराई जानी चाहिए। अभियान के दौरान मलिन बस्तियों और उच्च जोखिम वर्ग में खास तौर से ऐसे संभावित मरीज खोजे जाएंगे। शाम को बुखार आना, पसीने के साथ बुखार, बलगम में खून आना, सांस फूलना और सीने में दर्द आदि टीबी के अन्य प्रमुख लक्षण हैं। इसके लिए इस बार करीब 10.88 लाख की आबादी के बीच 431 टीम टीबी के संभावित मरीज खोजेंगी। स्क्रीनिंग की गयी कुल आबादी में से पांच फीसदी संभावित टीबी मरीज जांच के लिए रेफर किये जाएंगे।

इस अवसर पर डॉ एके वर्मा, डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, डीएलसी डॉ भोला, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा, मिर्जा आफताब बेग, डॉ आसिफ, पवन श्रीवास्तव और महेंद्र चौहान प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

घरों पर लगाएंगे स्टीकर

सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान के दौरान टीम जिन घरों का विजिट करेगी वहां स्टीकर लगाएगी। वहीं, कुष्ठ रोग खोजी अभियान के तहत प्रत्येक घर पर मार्किंग अनिवार्य होगी। टीम मरीजों को ढूंढने के अलावा लोगों को दोनों बीमारियों के बारे में जागरूक भी करेंगी। यह संदेश प्रमुख तौर पर दिया जाएगा कि टीबी, बाल और नाखून छोड़ कर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। इसी प्रकार कुष्ठ रोग सिर्फ चमड़ी को नहीं, बल्कि शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है।

शारीरिक शिक्षा विभाग में मनाया गया राष्ट्रीय खेल दिवस

गोरखपुर। गुरुवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

कार्यक्रमों का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो. विजय चहल, अतिथि शिक्षकों और छात्र छात्राओं द्वारा सुबह 10 बजे मेजर ध्यान चंद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई।

तत्पश्चात "वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारतीय खेल" विषय पर छात्रों की एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्नातक तृतीय सेमेस्टर के कमलेश शर्मा को विजई होने पर विभागाध्यक्ष द्वारा पुरस्कृत किया गया।

भाषण प्रतियोगिता के पश्चात विभाग में सभी छात्रों को मेजर ध्यान चंद जी के जीवन पर आधारित एक व्रतचित्र दिखाई गई।

सायं सत्र में कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक बास्केटबॉल मैच का आयोजन किया गया, मैच के दौरान अनेक छात्र उपस्थित रहे।

कार्यक्रमों को सफल बनाने में विभाग के अतिथि शिक्षकों और छात्र-छात्राओं का भरपूर सहयोग रहा।

राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में डाक सेवाओं के समर्थन में गोष्ठी का हुआ आयोजन

गोरखपुर/बांसगांव। वीर बहादुर सिंह स्मारक महाविद्यालय हरिहरपुर सैरों गोरखपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में डाक सेवाओं का समर्थन पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य डॉ.के .पी. चौरसिया ने स्वयं सेवक /सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय डाक सेवाओं का समर्थन किया जाना चाहिए।

भारतीय डाक सेवा का शुभारंभ सर्वप्रथम 1766 ईस्वी में लार्ड क्लाइव द्वारा ब्रिटिश शासन में कलकत्ता में शुरू किया गया तदपश्चात मद्रास, इलाहाबाद अन्य शहर में डाक सेवाएं शुरू हुई। जिसके माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान वस्तुओं का विस्थापन मनीआर्डर आदि कार्यों का संपादन किए जाने लगा डाक व्यवस्था सरकार की एक सशक्त व्यवस्था है। आज डाकघरो में बैंकिग व्यवस्था आधार कार्ड बनाने का कार्य पत्राचार का कार्य किया जा रहा है भारत के सभी शहर एवं गांव में डाकघर स्थापित हैं जो अपनी सेवाओं प्रदान कर रहे हैं सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं अन्य सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए डाक सेवाएं महत्वपूर्ण हैं।

जिसका सभी लोगों का समर्थन करना चाहिए जो समाज के लिए महत्वपूर्ण है ।इस अवसर पर प्राध्यापक गीता दुवे रजनीश पांडे सत्येंद्र कुमार सुमन्त कुमार मौर्य भी छात्राओं को डाक सेवाओं के महत्व पर प्रकाश डाला और समर्थन के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा ही विचार अभिव्यक्त किए गये। संगोष्ठी के अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक /सेविकाऐ तथा कर्मचारी धर्मपाल सिंह वीरेंद्र बहादुर सिंह राजेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

अब सोलर सिटी के रूप में भी होगी गोरखपुर की पहचान,75000 आवासीय भवनों पर स्थापित होंगे सोलर रूफटॉप संयंत्र
गोरखपुर। यूपी का गोरखपुर सीएम योगी आदित्यनाथ का शहर होने के कारण विकास कार्यो पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। बीते कुछ सालों में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व प्रगति से गोरखपुर की पहचान नॉलेज और मेडिकल सिटी के रूप में होने लगी है। अब आने वाले दिनों में इस पहचान में सोलर सिटी भी जुड़ जाएगी। प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के जिन शहरों को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, उनमें गोरखपुर का भी नाम प्रमुखता से शामिल है।

गोरखपुर को सोलर सिटी बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर खासा जोर दे रही है। इस योजना के लिए नारा दिया गया है "हर घर सोलर अभियान"। यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण) के परियोजना अधिकारी गोविंद तिवारी के मुताबिक हर घर सोलर अभियान में सोलर सिटी गोरखपुर में 75000 आवासीय भवनों पर सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए पोर्टल http://pmsuryaghar.gov.in के माध्यम से आवेदन हो रहा है। हर घर सोलर रूफटॉप के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से भरपूर अनुदान दिया जा रहा है।

कुल 45000 रुपये का अनुदान मिल रहा

इस योजना में सभी श्रेणी के घरेलू विद्युत उपभोक्ता 1 किलोवाट से 10 किलोवाट तक के घरेलू विद्युत कनेक्शनधारी अपने निजी घर की छत पर सोलर रूफटॉप स्थापित कराकर, अनुदान प्राप्त करते हुए 25 वर्षों तक विद्युत खर्च की बचत कर सकते हैं। हर घर सोलर अभियान में 1 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवाने पर केंद्र सरकार की तरफ से 30000 रुपये और राज्य सरकार की तरफ से 15000 रुपये यानी कुल 45000 रुपये का अनुदान मिल रहा है। 2 किलोवाट के सोलर प्लांट पर केंद्र की तरफ से 60000 व राज्य की तरफ से 30000 यानी कुल 90000 रुपये का अनुदान प्राप्त होगा। जबकि 3 किलोवाट या इससे अधिक क्षमता के सोलर प्लांट पर केंद्र सरकार से 78000 और राज्य सरकार से 30000 रुपये अर्थात कुल 108000 रुपये का अनुदान मिलेगा। अनुदान की राशि लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से प्राप्त होगी।

दो हजार रुपये की बचत प्रति माह कर सकेंगे

यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी गोविंद तिवारी ने बताया कि 2 किलोवाट के विद्युत उपभोक्ता सोलर रूफटॉप प्लांट के जरिये औसतन 10 यूनिट विद्युत प्रतिदिन बचत करते हुए लगभग दो हजार रुपये की बचत प्रति माह कर सकते हैं। 2 किलोवाट क्षमता के सोलर रूफटॉप प्लांट के लिए 200 वर्गफीट छत की आवश्यकता होगी। बाजार दरों पर लगभग 120000 रुपये रजिस्टर्ड वेंडर को भुगतान कर सोलर रूफटॉप स्थापित कराया जा सकता है। इसमें से 90000 रुपये की राशि एक माह में वापस अनुदान के रूप में मिल जाएगी। इस तरह 2 किलोवाट के सोलर रूफटॉप प्लांट ओर लाभार्थी का वास्तविक खर्च महज 30000 रुपये होगा। और, यह राशि भी एक तरह से 15 माह में विद्युत खर्च की बचत के रूप में वापस प्राप्त हो जाएगी।

सोलर मॉड्यूल की भी 25 वर्ष की गारंटी होगी

सोलर रूफटॉप प्लांट से 25 सालों में कुल 528000 रुपये का लाभ अर्जित होगा। इस योजना में 5 वर्षों तक मुफ्त मरम्मत व सर्विस की सुविधा तो मिलेगी ही, सोलर मॉड्यूल की भी 25 वर्ष की गारंटी होगी।
सोलर सिटी गोरखपुर में 75000 सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापना की लक्ष्य पूर्ति के लिए विभागवार जिम्मेदारी भी तय की गई है। इसमें विभिन्न अधिकारियों समेत कुल 47 विभागों को टारगेट दिया गया है। सभी विभागाध्यक्ष अपने सेवारत और सेवानिवृत्त कार्मिकों के निजी घरों पर कम से कम 2 किलोवाट का सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापित कराएंगे।
कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने युवक को मारी गोली

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के सतुआभार चौराहे पर कीमती गाय चुराने पहुंचे पशु तस्करों ने पहचान छिपाने के लिए विरोध कर रहे युवक को गोली मार दी।घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

बीती रात लगभग एक बजे के बाद सतुआभार कस्बे में मैरेज हॉल के पास स्थित प्रेम प्रकाश दुबे के घर के बाहर खूंटे से बंधी कीमती गाय चुराने पिकप वैन लेकर पहुंचे पशु तस्करों की आहट पा कर परिवार के लोग जाग गए। मिली जानकारी के अनुसार वाहन रूकने की आहट सुन कर प्रेम प्रकाश दुबे के पुत्र धरात्मज दुबे ने टार्च जलाकर पशु तस्करों को पहचानने की कोशिश की जिससे तस्करों ने ईंट पत्थर चलाना शुरू कर दिया। लेकिन धरात्मज दुबे मौके पर डंटे रहे और शोर मचाते हुए टार्च की रौशनी चेहरे पर जलाकर उन्हें पहचानने का प्रयास किया।

पिकप से वापस भागने की फिराक में दुस्साहसी तस्करों ने पहले तो ईंट पत्थर चलाए लेकिन टार्च जलाकर देखे जाने पर उन्होंने तमंचे से युवक पर फायर झोंक दिया।

घायल धरात्मज दुबे के पिता प्रेम प्रकाश दुबे ने बताया कि दुस्साहसी तस्करों ने तो बरामदे तक चढ़ कर सीने पर निशाना साध कर गोली चलाई थी, लेकिन उन्हें देख कर भागते हुए गोली उनके बेटे के पांव में लगी और मौका मिलते ही पशु तस्कर पिकप ले कर फरार हो गए। वारदात की सूचना 112 पुलिस को दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को इलाज के लिए गोरखपुर भेजते हुए घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

वहीं इस प्रकार का दुस्साहस देख कर इलाके के लोग सहमे हुए हैं।

मामले में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि घायल युवक को इलाज के लिए भेजा गया है,गोली लगने की घटना की अभी पुष्टि नहीं हुई है। विधिक कार्रवाई चल रही है।

तेजी से आ रही अनियंत्रित बाइक रोड पर खड़ी पिकप से भिड़ी,चालक की मौत

खजनी गोरखपुर।बीती शाम गोरखपुर उनवल मार्ग पर खजनी थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के कंदराई में तेज गति से आ रही बाइक अनियंत्रित होकर रोड पर खड़ी पिकप से भिड़ गई। दर्दनाक हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस ने गंभीर रूप से घायल समझ कर बाइक सवार युवक को जिला अस्पताल भेजा जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की शिनाख्त सबलू पुत्र रामपति उम्र 35 वर्ष ग्राम गड़वा महबीरछपरा थाना बेलीपार के रूप में की गई है। प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया कि बाइक सवार युवक तेज गति से गोरखपुर की ओर से आ रहा था, कंदराई में अचानक सामने रोड पर किनारे खड़ी पिकप देख कर अनियंत्रित हो गया और संतुलन बिगड़ने से पीछे से जा भिड़ा। हादसे में युवक का सर फट गया और मुंह तथा नाक से खून बहने लगा।

मौके पर पहुंची महुआडाबर चौकी की पुलिस ने उसे जिला अस्पताल भेजा, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना शाम 6-30 के बाद की बताई जा रही है।

उन्नत शिखर की स्वर्णिम यात्रा पर बढ़ रहा महायोगी गोरखनाथ विवि: प्रो. डीपी सिंह

गोरखपुर, 28 अगस्त। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में उन्नत शिखर की स्वर्णिम यात्रा पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। स्थापना के महज तीन साल में इस विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुरूप रोजगारपरक पाठ्यक्रमों, नवाचार और अन्वेषकीय दृष्टि की मिसाल कायम की है।

जल्द ही यह विश्वविद्यालय अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए रोल मॉडल के रूप में नजर आएगा और उनका मार्गदर्शन करेगा।

प्रो. सिंह बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए यूजीसी के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि स्थापना दिवस विगत वर्ष की स्मृतियों पर गौरवान्वित होने का अवसर देता है। यह आत्म अवलोकन का अवसर होता है कि पिछले वर्ष हमारे लक्ष्य क्या थे, हमने कौन से संकल्प को पूरा किया और आगे हमारे लक्ष्य क्या होंगे।

ऐसे में विद्यार्थियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने जीवन के उद्देश्य और लक्ष्य के प्रति जागरूक रहें। प्रो. सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की मातृ संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद विशाल वटवृक्ष है। इसकी शाखाओं से शिक्षा, चिकित्सा के संस्थान निरंतर नवाचारों से प्रगति के नए प्रतिमान स्थापित कर रहे है।

प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके कुलाधिपति के रूप में उनकी मंशा है कि यह विश्वविद्यालय देश का ही नहीं विश्व का प्रतिनिधित्व करे। कुलाधिपति के स्वप्न को पूरा करने के लिए विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति अपनी जड़ें मजबूत करनी होंगी। संवेदनशीलता, दया, करुणा, प्रेम, शांति का संदेश लेकर विश्व कल्याण और मानव सेवा के भाव का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व उन्नति हुई है। उत्तर प्रदेश उत्तम से आगे सर्वोत्तम प्रदेश की दृष्टि से आगे बढ़ रहा है।

योगी जी भारतीय ज्ञान परंपरा के ध्वज वाहक हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में जिज्ञासा होनी चाहिए, सीखने की प्रवृत्ति होनी चाहिए, नए टेक्नोलॉजी के साथ क्षमता को विकसित करने का संकल्प होना चाहिए।

निरंतर उपलब्धियों से विशिष्ट पहचान स्थापित कर रहा विश्वविद्यालय : डॉ. जीएन सिंह

विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय अपने तीसरे स्थापना वर्ष में निरंतर उपलब्धियों से विशिष्ट पहचान स्थापित कर रहा है। इस विश्वविद्यालय ने शिक्षा के साथ चिकित्सा में भी उत्कृष्ट पहचान स्थापित की है। यह विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में संचालित फार्मेसी संकाय ने 15 लाख रुपये का अनुदान लाने का उल्लेखनीय कार्य किया है।

भारत सरकार और उच्च शिक्षा विभाग के प्रयास से यहां शिक्षा को और उन्नत बनाने पर मंथन किया जा रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ यहां के लिए चिंतित रहते है। आज जरूरी है कि विद्यार्थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से स्किल डेवलपमेंट से प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त नए नवाचार के लिए अपना लक्ष्य साधे।

महायोगी गोरखनाथ विवि में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी सौभाग्यशाली : डॉ. माहेश्वरी

समारोह में बिरला ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी सौभाग्यशाली हैं। यहां शिक्षा और रोजगार का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता। इस विश्वविद्यालय ने ऐसी शिक्षा पर जोर दिया है जिससे रोजगार की समस्या न रहे और यहां के विद्यार्थी समाज और देश की सेवा में अपना भरपूर योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि यहां का मेडिकल कॉलेज पूरे देश में नजीर बनने की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर जेएसएस हॉस्पिटल मैसूर के पूर्व निदेशक कर्नल डॉ. आरके चतुर्वेदी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की नींव में युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज और राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के विचार अनुप्राणित हैं तो इसे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का दूरदर्शी मार्गदर्शन प्राप्त है। पूरी उम्मीद है कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अनुशासन की आंच में तपकर शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। समारोह में बिरला ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट को सीनियर सर्जन डॉ. रेखा माहेश्वरी ने भी विद्यार्थियों को जीवन पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि कई चुनौतियों का सामना करते हुए अल्पकाल में इन विश्वविद्यालय ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। ऊंचे संकल्प से आबद्ध इस विश्वविद्यालय ने अनुशासन और संस्कार, संस्कृति की पवित्रता के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के नर्सिंग कॉलेज ने पूरे उत्तर प्रदेश के शीर्ष 10 कालेज में अपना स्थान बनाकर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। समारोह में कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया। समारोह में विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। स्वागत संबोधन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, आभार ज्ञापन नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा और संचालन डॉ. शशिकांत सिंह ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती, भारत माता, गुरु गोरखनाथ, महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ के चित्रों पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। समारोह में एनसीसी कैडेट्स ने अतिथियों को गार्ड आफ ऑनर दिया। कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ सुनील कुमार सिंह, पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रोहित श्रीवास्तव, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ विमल कुमार दुबे सहित सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

ओवरऑल चैंपियन बना ऑरेंज हाउस

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कला, संस्कृति, साहित्य और खेलकूद प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर ऑरेंज हाउस ने ओवरऑल चैंपियन का खिताब जीता। साथ ही ऑरेंज हाउस के बीएसएसी द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्धांत श्रीवास्तव को उत्कृष्ठ प्रदर्शन पर प्रथम स्थान की ट्राफी से सम्मानित किया गया। अंकों के आधार पर रेड हाउस को दूसरा और ब्लू हाउस को तीसरा स्थान मिला।