BCCI छोड़ने से पहले जय शाह ने कर दिया ये बड़ा ऐलान,जाने

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह जल्द ही इस पद को छोड़ सकते हैं. खबरें है कि बीसीसीआई के कर्ता-धर्ता जय शाह अभ विश्व क्रिकेट के बॉस बनने वाले हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल खत्म हो रहा है और जय शाह का उनकी जगह लेना लगभग तय है. अब इसका फैसला कब होगा, ये तो आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा लेकिन जाने से पहले जय शाह ने भारतीय क्रिकेटरों की झोली में और ज्यादा पैसे का इंतजाम कर दिया है. बीसीसीआई सचिव ने घरेलू क्रिकेट में इनाम का ऐलान किया है, जिसका फायदा महिला क्रिकेटरों से लेकर जूनियर और सीनियर मेंस क्रिकेटरों तक को भी मिलेगा.

अब अवॉर्ड के साथ मिलेगा पैसा

बीसीसीआई के सचिव शाह ने सोमवार 26 अगस्त को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए बोर्ड के नए फैसले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बोर्ड की ओर से अब घरेलू क्रिकेट में महिलाओं के सभी टूर्नामेंट और जूनियर क्रिकेट के सभी टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ियों को इनाम में पैसा भी दिया जाएगा. इतना ही नहीं, सीनियर मेंस क्रिकेट के दो सबसे अहम टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में भी ऐसे अवॉर्ड के साथ प्राइज मनी दी जाएगी. रणजी ट्रॉफी में पहले से ही प्राइज मनी दी जाती रही है.

जय शाह के इस फैसले से घरेलू क्रिकेटरों की कमाई में कुछ इजाफा जरूर होगा और ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में और भी सुधार की प्रेरणा मिलेगी. बीसीसीआई सचिव ने इस फैसले की वजह भी बताई. उन्होंने बताया कि इस फैसले से बोर्ड घरेलू क्रिकेटरों के अच्छे प्रदर्शन को पहचान और इनाम देना चाहता है. उन्होंने इस फैसले को पास करने के लिए बीसीसीआई की एपेक्स काउंसिल का भी धन्यवाद दिया और देश के क्रिकेटरों के लिए अच्छा माहौल बनाने के प्रयास को जारी रखने की बात भी कही.

BCCI ने बढ़ाई खिलाड़ियों की कमाई

पिछले 3-4 साल में बीसीसीआई ने पुरुष टीम के साथ ही महिला क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट में भी खिलाड़ियों की कमाई को बढ़ाने का काम किया है. इस साल की शुरुआत में ही बोर्ड ने टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ियों की मैच फीस में इजाफे का ऐलान किया था. वहीं दो साल पहले बोर्ड ने तीनों फॉर्मेट के इंटरनेशनल मुकाबलों में महिला खिलाड़ियों की मैच फीस को भी पुरुष खिलाड़ियों के बराबर करने का ऐलान किया था. इससे पहले बोर्ड ने रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ियों की मैच फीस भी लगभग दोगुनी कर दी थी.

जय शाह की जगह अब इस दिग्गज नेता का बेटा बनेगा BCCI सचिव

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म होने जा रहा है. ऐसे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. माना जा रहा है कि जय शाह आईसीसी चेयरमैन का पद संभाल सकते हैं. शाह इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे या नहीं यह 27 अगस्त तक साफ हो जाएगा. ऐसे में बड़ा सवाल है कि जय शाह अगर आईसीसी चेयरमैन बनते हैं तो बीसीसीआई का सचिव कौन बनेगा. इन सब के बीच इस मुद्दे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने निकलकर आई है.

BCCI में कौन लेगा जय शाह की जगह

 अगर जय शाह ICC चेयरमैन बनते हैं तो DDCA के प्रेसिडेंट रोहन जेटली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए सचिव बन सकते हैं. रोहन जेटली पिछले कई सालों से दिल्ली और डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं. रोहन जेटली पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली के बेटे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, रोहन बीसीसीआई सचिव बनने की रेस में काफी आगे चल रहे हैं.

रोहन जेटली अनुभवी स्पोर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर में से एक हैं. वह दो बार दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएश के प्रेसिडेंट रह चुके हैं. उनके कार्यकाल के दौरान दिल्ली में वर्ल्ड कप के 5 मैच खेले गए हैं और दिल्ली प्रीमियर लीग की भी शुरुआत हुई है. जिसमें भारतीय क्रिकेट के कई स्टार खिलाड़ी खेल रहे हैं. ऐसे में खबरें है कि बीसीसीआई में रोहन के नाम पर सभी सहमत हैं. वहीं, रोहन जेटली बीसीसीआई सचिव बनते हैं तो बाकी पदाधिकारी अपने-अपने पद पर बरकरार रहेंगे.

जय शाह को 16 में 15 मेंबर्स का सपोर्ट

गमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर ऐसे भारतीय हैं, जिन्होंने आईसीसी का नेतृत्व किया है. इस बार जय शाह बड़े दावेदार हैं. ICC के नियमों के अनुसार चेयरमैन के चुनाव में 16 डायरेक्टर वोट देते हैं. ऐसे में चेयरमैन बनने के लिए 9 वोट मिलना आवश्यक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ICC बोर्ड के 16 में से 15 मेंबर का सपोर्ट जय शाह के पास है. ऐसे में उनके पास 35 साल की उम्र में आईसीसी के इतिहास में सबसे कम उम्र के चेयरमैन बनने का भी मौका है.

यूपी T20 लीग में खेल रहे रिंकू सिंह,जाने कितनी स्ट्राइक रेट से मारे रन

बात मैच को खत्म करने की हो, सिक्स हिटिंग की हो, तो फिक्र क्यों? रिंकू सिंह हैं ना. बाएं हाथ के विस्फोटक मिजाज वाले रिंकू, भले ही अभी टीम इंडिया के लिए कोई मुकाबला नहीं खेल रहे, लेकिन 25 अगस्त की शाम उनका जलवा यूपी T20 लीग की पिच पर जरूर दिखा. यहां उन्होंने आखिर तक नाबाद रहते हुए अपनी टीम मेरठ मेवरिक्स को जीत दिलाई. सबसे बड़ी बात ये कि उन्होंने छक्के के साथ मैच खत्म किया. उनकी पारी कोई ज्यादा बड़ी नहीं रही लेकिन जितनी भी दिखी, उससे भी उन्होंने अपने फैंस का दिल जीत लिया.

रिंकू सिंह की टीम UP T20 League में छाई

रिंकू सिंह की कप्तानी वाली मेरठ मेवरिक्स का मुकाबला यूपी T20 लीग के पहले मैच में काशी रुद्रास से था. रिंकू सिंह की अगुवाई में इस मैच में मेरठ मेवरिक्स की टीम ने पहले गेंद से आग लगाई. फिर बल्ले का जौहर दिखाते हुए मैच जीत लिया. काशी रुद्रास ने मैच में पहले बल्लेबाजी की और 19.2 ओवर में 100 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. मेरठ की ओर से यश गर्ग सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट लिए. अब रिंकू की टीम मेरठ मेवरिक्स के सामने 101 रन का आसान लक्ष्य था और पिछले सीजन के फाइनल में काशी रुद्रास से मिली हार का हिसाब बराबर करने का मौका भी.

चिकारा ने खेल शुरू किया और रिंकू सिंह ने खत्म!

रिंकू सिंह की टीम इन दोनों ही मौकों को भुनाने में कामयाब रही. रन चेज का जो खेल मेरठ मेवरिक्स के बल्लेबाज स्वास्तिक चिकारा ने शुरू किया था, उसे रिंकू सिंह ने अपने बल्ले से अंजाम तक पहुंचाया. नतीजा ये हुआ कि 20 ओवर में बनाने के लिए मिला 101 रन का लक्ष्य मेरठ मेवरिक्स ने 9 ओवर में ही हासिल कर लिया.

मैच में मेरठ मेवरिक्स की ओर से रन चेज में 7 छक्के लगे, जिसमें 6 स्वास्तिक चिकारा के बल्ले से निकले और एक जिसने जीत की स्क्रिप्ट लिखी वो रिंकू सिंह के बल्ले से देखने को मिला. ओपनिंग पर उतरे स्वास्तिक चिकारा ने काशी रुद्रास के गेंदबाजों की अच्छे से धुनाई की और 6 छक्के जड़ते हुए सिर्फ 26 गेंदों में ही 66 रन ठोक दिए.

रिंकू सिंह ने 350 की स्ट्राइक रेट से की बैटिंग

स्वास्तिक ने तो 253.85 के स्ट्राइक रेट से ही बल्लेबाजी की. लेकिन, रिंकू सिंह का स्ट्राइक रेट इनसे कहीं ज्यादा तगड़ा रहा. उन्होंने 350 की स्ट्राइक रेट से 2 गेंदों में ही नाबाद 7 रन ठोके, जिसमें एक विनिंग छक्का शामिल रहा. गेंद से यश गर्ग के अलावा बल्ले से स्वास्तिक और रिंकू सिंह के धमाकेदार योगदान का नतीजा ये रहा कि मेरठ मेवरिक्स ने 7 विकेट से मैच जीत लिया. इसी के साथ उसने काशी रुद्रास से पिछले सीजन के फाइनल में मिली हार का बदला भी ले लिया.

हर फॉर्मेट में पाकिस्तानी टीम की शर्मनाक हार, ऐसा हुआ हाल

पाकिस्तान क्रिकेट हर दम कुछ नया मसाला दुनियाभर के फैंस को देता रहता है. फिर चाहे वो क्रिकेट बोर्ड का ड्रामा हो, क्रिकेट टीम में कप्तानी और सेलेक्शन से जुड़े लड़ाई-झगड़े हों या फिर मैदान पर टीम का शर्मनाक प्रदर्शन, सुर्खियां बटोरने में पाकिस्तान क्रिकेट हमेशा से आगे रहा है. पिछले कई महीनों से ये तीनों ही चीजें एक-साथ चल रही हैं लेकिन फिलहाल बात सिर्फ मैदान पर टीम के प्रदर्शन की करते हैं, जो दिन ब दिन गिरता जा रहा है. इसका सबसे ताजा नजारा रावलपिंडी में देखने को मिला, जहां पाकिस्तान को बांग्लादेश के हाथों 10 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही तीन साल के अंदर तीनों फॉर्मेट में पाकिस्तानी टीम को दुनिया के सामने शर्मसार होना पड़ा.

टी20 वर्ल्ड कप 2022

इसकी शुरुआत टी20 वर्ल्ड कप 2022 से हुई थी. उस वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम ने फाइनल जरूर खेला था लेकिन फाइनल से पहले उसे एक सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा था. तब ग्रुप स्टेज के मुकाबले में पाकिस्तान को 1 रन से शिकस्त मिली थी. बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान, शान मसूद जैसे बल्लेबाजों के होते हुए भी पाकिस्तानी टीम सिर्फ 131 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर सकी थी और हार गई थी.

वनडे वर्ल्ड कप 2023

टी20 वर्ल्ड कप के बाद बारी वनडे फॉर्मेट की थी और इस बार भी वर्ल्ड कप में ही पाकिस्तान को बेइज्जती का सामना करना पड़ा. वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान को अफगानिस्तान के हाथों करारी हार मिली थी. तब चेन्नई में खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तानी टीम ने 282 रन बनाए थे और अफगानिस्तान ने सिर्फ 2 विकेट खोकर पाकिस्तान को 8 विकेट से रौंद दिया था. ये अफगानिस्तान की पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी फॉर्मेट में पहली जीत थी. वैसे उस वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान ने और टीम को भी झटका दिया था और शानदार प्रदर्शन किया था.

टी20 वर्ल्ड कप 2024

अब बारी 2024 की थी और ये साल अब तक पाकिस्तान के लिए सबसे शर्मनाक साबित हो रहा है, जिसमें 2 अलग-अलग मुकाबले उसके क्रिकेट इतिहास में काले दिन के तौर पर दर्ज होंगे. वो 6 जून का दिन था जब टी20 वर्ल्ड कप में उसे एकदम नई-नवेली अमेरिका की टीम ने चौंका दिया था. पाकिस्तान ने उस मैच को किसी तरह टाई करवाया था लेकिन फिर सुपर ओवर में अमेरिका ने शानदार जीत दर्ज कर ली. इस हार का ही असर था कि पाकिस्तान ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था.

टेस्ट क्रिकेट

पाकिस्तानी फैंस तो 6 जून को अपनी क्रिकेट टीम के लिए सबसे खराब दिन मान रहे थे लेकिन 25 अगस्त उनका इंतजार कर रहा था. वनडे और टी20 में फजीहत झेलने के बाद बारी टेस्ट क्रिकेट की थी और आखिरकार यहां भी उसको सबसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. रावलपिंडी में लगातार 4 दिन बेहतरीन क्रिकेट खेलने के बाद बांग्लादेश ने 5वें दिन 25 अगस्त को पाकिस्तान को दूसरी पारी में सिर्फ 146 रन पर ढेर किया और इस तरह उसे सिर्फ 30 रन का लक्ष्य मिला. इस तरह बांग्लादेश ने 10 विकेट से रौंदते हुए पाकिस्तान को पहली बार इस फॉर्मेट में हराने में सफलता हासिल की.

बांग्लादेश ने पाकिस्तान को टेस्ट मैच में हराकर रच दिया इतिहास

पूरे 25 साल बाद एक बार फिर बांग्लादेश ने पाकिस्तान पर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली है. 1999 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को पहली बार वनडे मैच में हराने वाली बांग्लादेश ने 25 साल के बाद पहली बार इस टीम के खिलाफ टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रच दिया, वो भी उसकी ही जमीन पर. रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश ने अपनी दमदार बैटिंग और तेज गेंदबाजी के बाद घातक स्पिन बॉलिंग के दम पर पाकिस्तान की धज्जियां उड़ाते हुए 10 विकेट से जीत हासिल कर ली. इस तरह बांग्लादेश ने 13 टेस्ट मैचों में मिली निराशा के बाद 14वें टेस्ट में पहली बार पाकिस्तान को हरा दिया. साथ ही टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त लेकर मेजबान पाकिस्तान को मुश्किल में डाल दिया है.

स्पिनरों ने किया पाकिस्तान को बेइज्जत

इस टेस्ट मैच के पांचवें दिन बांग्लादेश की 117 रनों की लीड को खत्म कर बड़ा स्कोर खड़ा करने के इरादे से उतरी पाकिस्तानी टीम सिर्फ 2 सेशन के अंदर 146 रन पर ही ढेर हो गई. जिस स्पिन बॉलिंग की अनदेखी कर पाकिस्तानी टीम सिर्फ तेज गेंदबाजों को लेकर मैच में उतरी थी, वही उसके लिए काल साबित हुई. बांग्लादेश के लिए शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज की स्पिन जोड़ी ने अपना कहर बरपाया और आखिरी दिन गिरे 9 में से 7 विकेट खुद झटके. बांग्लादेश को सिर्फ 30 रन का लक्ष्य मिला, जो उसके ओपनर्स ने आसानी से हासिल कर लिया.

इसके साथ ही पिछले ढाई साल में पाकिस्तान को अपनी जमीन पर पांचवीं बार टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है. मार्च-अप्रैल 2022 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के पाकिस्तान दौरे से ये सिलसिला शुरू हुआ था और तब से रावलपिंडी टेस्ट तक पाकिस्तान ने घर में कुल 9 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उसे एक भी जीत नसीब नहीं हुई है. इसमें 5 मैच पाकिस्तान ने गंवाए जबकि 4 मैच ड्रॉ रहे. अब इस सीरीज का अगला टेस्ट भी रावलपिंडी में ही खेला जाना है, जो 30 अगस्त से शुरू होगा

तेज गेंदबाजों का दांव पड़ गया उल्टा

इससे पहले पाकिस्तान ने इस मैच में स्पिनर अबरार अहमद को खिलाने के बजाए 4 प्रमुख तेज गेंदबाजों को उतारने का फैसला किया था, जो हर किसी के लिए चौंकाने वाला था. पाकिस्तानी टीम इस उम्मीद में थी कि रावलपिंडी की पिच तेज गेंदबाजों को मदद पहुंचाएगी लेकिन एक दिन पहले हुई बारिश के कारण मैच वक्त पर शुरू नहीं हो पाया था और जब हुआ भी तो सिर्फ एक-डेढ़ घंटा तेज गेंदबाजों को मदद मिली. बदकिस्मती से पाकिस्तानी टीम पहले बैटिंग कर रही थी और बांग्लादेश ने जल्द ही उसके 4 विकेट उड़ा दिए थे. हालांकि मोहम्मद रिजवान और सऊद शकील के बेहतरीन शतकों के दम पर पाकिस्तान ने 448 रन के स्कोर पर पारी घोषित की

बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने दिखाया दम

वैसे ये फैसला भी सवालों के घेरे में था क्योंकि पिच बैटिंग के लिए आसान हो गई थी और पाकिस्तान के पास मेन स्पिनर नहीं था. इसका असर फिर देखने को भी मिला जब बांग्लादेश की बैटिंग शुरू हुई. पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों ने उनके विकेट हासिल जरूर किए लेकिन हर विकेट के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी. फिर मुशफिकुर रहीम जब जमे, तो उन्होंने पाकिस्तान की पूरी बॉलिंग को पस्त कर दिया. रहीम ने एक शानदार शतक जमाया और सिर्फ 9 रन से डबल सेंचुरी से चूके. उनके अलावा शादमान इस्लाम ने 93 और मेहदी हसन मिराज ने 77 रन बनाकर टीम को 565 रन तक पहुंचाया और 117 रन की बढ़त हासिल की थी.

दिग्गज क्रिकेटर के बेटे ने धोनी को लेकर किया एक बड़ा खुलासा,जाने क्या कहा

महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया के लिए 2004 में डेब्यू किया था. इसके तीन साल बाद 2007 में उन्हें टीम की कप्तानी भी मिल गई. भारतीय टीम का कप्तान बनने के बाद 2007 का टी20 वर्ल्ड कप की जीत उनकी सबसे बड़ी सफलता थी. इसके बाद से धोनी कभी नहीं रुके. वो एक के बाद एक भारत के लिए आईसीसी ट्रॉफी जीतते चले गए. 2011 में उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप जीता और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के विजेता बने. उन्होंने टेस्ट में भी भारत को पहली बार नंबर 1 टीम बनाया और टेस्ट का गदा हासिल किया. कप्तान रहते हुए उन्होंने आईसीसी की हर ट्रॉफी को अपने नाम किया. इसलिए उन्हें भारत का सबसे महान कप्तान कहा जाता है. अब उन्हें लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी के बेटे और एक्टर अंगद बेदी ने एक बड़ा खुलासा किया है.

शुरू से कप्तान बनना चाहते थे धोनी

धोनी को इंटरनेशनल क्रिकेट में आखिरी मुकाबला 2019 में खेला था. इससे दो साल पहले उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी. 2017 में उन्होंने आखिरी बार कप्तानी की थी. इसके बाद ये जिम्मेदारी पूरी तरह से विराट कोहली को सौंप दी थी. अब बिशन सिंह बेदी के बेटे और एक्टर अंगद बेदी ने धोनी और उनकी कप्तानी से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया है. उन्होंने हाल ही में एक पॉडकास्ट में एक घटना का जिक्र किया जब धोनी ने टीम इंडिया के लिया डेब्यू नहीं किया था और संघर्ष कर रहे थे. अंगद ने बताया कि रांची से आने के बाद धोनी नेशनल स्टेडियम (मेजर ध्यानचंद स्टेडियम) में आए थे.

स्टेडियम में एक नेट सेशन लगाया गया था, जिसका धोनी और अंगद दोनों ही हिस्सा था. इस दौरान धोनी को हेड कोच एमपी सिंह से मुलाकात हुई. तब एमपी सिंह ने उनसे पूछा कि “क्या आप इंडिया के लिए खेलना चाहते हैं? इसके जवाब में धोनी ने कहा- “नहीं सर, मैं इंडिया कप्तान बनना चाहता हूं.” इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि धोनी के अंदर शुरू से ही टीम इंडिया को लेकर काफी जुनून था.

धोनी की कप्तानी का रिकॉर्ड

एमएस धोनी दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उन्होंने भारतीय टीम के लिए 200 वनडे मुकाबलों में कप्तानी की, जिसमें 110 मैच में जीत और 74 में हार मिली, जबकि 16 मैच बिना किसी नतीजे के खत्म हुए. टेस्ट में वो विराट के बाद दूसरे सबसे सफल कप्तान हैं. धोनी ने 60 टेस्ट मैच में कप्तानी की, जिसमें 27 जीते और 18 में हार का सामना करना पड़ा. वहीं 15 मैच ड्रॉ रहे. वहीं धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम 72 मैच खेली, जिनमें से 41 में जीत और 28 में हार हुई. इसमें एक टाई रहा और दो बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गए.

विराट कोहली ने शिखर धवन के लिए लिखा इमोशनल पोस्ट

विराट कोहली और शिखर धवन ने काफी समय तक टीम इंडिया के लिए साथ में खेला. दोनों ही खिलाड़ी अच्छे दोस्त भी हैं. इन दोनों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारतीय टीम को कई मैच जिताए. धवन ने शुक्रवार 24 अगस्त को ही इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था. इसके बाद सचिन तेंदुलकर समेत कई क्रिकेटर्स ने उनके रिटायरमेंट पर रिएक्ट किया था. अब टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज और धवन के दोस्त कोहली ने भी उनके लिए एक भावुक पोस्ट लिखा है. इस पोस्ट में उन्होंने धवन की तारीफ करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं.

विराट ने धवन के लिए क्या कहा?

विराट कोहली ने अपनी पोस्ट में उनकी जमकर तारीफ की है. उन्होंने धवन के डेब्यू को फीयरलेस मतलब निडर बताया और उन्हें भारत का सबसे भरोसेमंद ओपनर भी कहा. विराट ने उनके साथ टीम इंडिया में बिताए अच्छे पलों को याद करते हुए कहा कि “आपने बहुत सारी यादें दी हैं, जिन्हें संजो कर रखा जाएगा. आपका पैशन, आपकी खेल भावना और आपकी ट्रेडमार्क मुस्कान को मिस करेंगे, लेकिन आपकी लिगेसी हमेशा रहेगी.”

धवन ने भी कोहली को किया याद

धवन ने भी संन्यास की घोषणा के बाद अपने इंटरव्यू में पुराने दिनों को याद किया. इस दौरान उन्होंने विराट कोहली को सबसे फनी बताया. धवन ने कहा कि वो विराट के साथ बचपन से ही क्रिकेट खेलते रहे हैं और दोनों की बहुत ही अच्छी दोस्ती है. आईपीएल के दौरान कई बार विराट उन्हें जान-बूझकर मजाक में परेशान करते थे.

2013 से 2019 तक धवन ने रोहित और विराट के साथ मिलकर टीम इंडिया के 100 शतक जड़ दिए थे. टीम इंडिया में ये उनके सुनहरे दिन थे. विराट कोहली और शिखर धवन लंबे समय तक भारतीय टीम का मजबूत स्तंभ बने रहे. 2010 में धवन की डेब्यू के बाद दोनों ने साथ में 221 इंटरनेशनल मुकाबले खेले. इस दौरान दोनों ने टीम के लिए 20 हजार से ज्यादा रन बनाए.

IPL के मालिकों पर केएल राहुल का बड़ा बयान

आईपीएल के ऑक्शन में टीम मालिक ही बोली लगाते हुए नजर आते हैं. वह अपनी टीम में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी को शामिल करने के लिए पूरी कौशिश करते हैं. केएल राहुल ने अब टीम के मालिकों पर बड़ा बयान दिया है. बता दें, वह हाल ही में निखिल कामथ के पॉडकास्ट में पहुंचे थे. यहां केएल राहुल ने आईपीएल के मालिकों पर बात करते हुए कहा, ‘आईपीएल में बिजनेस बैकग्राउंड से आने वाले मालिक रिसर्च करते हैं और टीम चुनते हैं. लेकिन यह गारंटी नहीं होती है कि आप हर गेम जीतेंगे. डेटा के आधार पर आपको बेस्ट खिलाड़ी मिल सकता है, लेकिन उनके लिए साल बहुत खराब भी हो सकता है. खेल में हर खिलाड़ी का दिन खराब हो सकता है.’ फैंस अब इनके इस बयान को संजीव गोयनका से जोड़कर देख रहे हैं.

बीच मैच रोहित को लताड़ते दिखे थे संजीव गोयनका

दरअसल, आईपीएल के पिछले सीजन के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ एक मैच में केएल राहुल की टीम को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद लखनऊ फ्रेंचाइजी के मालिक संजीव गोयनका काफी देर तक टीम डगआउट के पास कप्तान केएल राहुल से बात करते दिखे थे. तब कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे और दावा किया गया था कि संजीव गोयनका ने केएल राहुल की क्लास लगाई है. संजीव गोयनका के इस व्यवहार से फैंस काफी नाराज हुए थे.

संजीव गोयनका ने मैदान पर कप्तान के साथ जिस तरह सब के सामने निराशा जाहिर की उसकी काफी आलोचना की गई थी. लोगों का कहना था कि ये बातचीत ड्रेसिंग रूम में या फिर किसी अन्य जगह पर होनी चाहिए थी. दोनों के बीच असल में क्या बात हुई, यह तो स्पष्ट नहीं था. लेकिन यह जरूर अंदाजा लगाया जा सकता है था कि दोनों के बीच बहस हुई थी. इस घटना के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक संजीव गोयनका ने केएल राहुल के लिए डिनर का आयोजन किया था. इस डिनर में संजीव गोयनका बेहद गर्मजोशी से केएल राहुल से मिलते हुए नजर आए थे. जिसकी फोटोज की सोशल मीडिया पर वायरल हुईं थीं.

अभिषेक प्रभाकर ने 9 विकेट लेकर महाराजा T20 ट्रॉफी में मचा दी खलबली,टीम को जिताया

90 के दशक में मनोज प्रभाकर टीम इंडिया के स्ट्राइक गेंदबाज थे. और, अब एक और प्रभाकर ने भारतीय क्रिकेट में दस्तक दे दी है. 25 साल के अभिषेक प्रभाकर ने 9 विकेट लेकर महाराजा T20 ट्रॉफी में खलबली मचा दी है. वो अपनी टीम के लिए हीरो साबित हो रहे हैं. और, ये सब उनकी गेंदबाजी के कमाल की बदौलत मुमकिन हो रहा है. अभिषेक प्रभाकर ने महाराजा T20 ट्रॉफी में 9 विकेट लेने के 75 रन खर्च किए हैं.

4 दिन के अंदर 3 मैच और 9 विकेट

अब आप सोच रहे होंगे कि 20 ओवर का T20 मैच, जिसमें हरेक गेंदबाज के कोटे में सिर्फ 4 ओवर होता है. ऐसे में अभिषेक प्रभाकर के लिए 9 विकेट ले पाना मुमकिन हुआ कैसे? तो अभिषेक प्रभाकर ने 9 विकेट एक मैच में नहीं बल्कि 4 दिन के अंदर खेले 3 मैचों को मिलाकर हासिल किए हैं. और, जिसमें उनका बेस्ट प्रदर्शन 4 ओवर में 21 रन पर 5 विकेट झटकने का है. अभिषेक प्रभाकर ने ये मैच 24 अगस्त की शाम मैसुरू वॉरियर्स के खिलाफ खेला था.

मैसुरू वॉरियर्स के खिलाफ झटके 21 रन पर 5 विकेट

अभिषेक प्रभाकर की कहर बरपाती गेंदबाजी की बदौलत उनकी टीम गुलबर्ग मिस्टिक्स ने 7 गेंद पहले ही मुकाबला 5 विकेट से जीत लिया. मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए मैसुरू वॉरियर्स ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 154 रन बनाए. मैसुरू वॉरियर्स के 9 में से 5 विकेट अकेले अभिषेक प्रभाकर ने लिए, जिसके बाद उनकी टीम गुलबर्ग मिस्टिक्स ने 155 रन के लक्ष्य को 18.5 ओवर में ही 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया.

9 विकेट… 2 मैचों में रहे जीत के हीरो

24 अगस्त को मैसुरू वॉरियर्स के खिलाफ झटके 5 विकेट से पहले अभिषेक प्रभाकर ने 23 अगस्त को मैंगलोर ड्रैगन्स के खिलाफ 1 विकेट और 21 अगस्त को शिवामोगा लायंस के खिलाफ 3 विकेट झटके थे. इसमें शिवामोगा और मैसुरू के खिलाफ मैच में अभिषेक प्रभाकर प्लेयर ऑफ द मैच बने. इस तरह महाराजा T20 ट्रॉफी में उन्होंने अब तक 9 विकेट भी लिए हैं.

जहां तक अभिषेक प्रभाकर की टीम गुलबर्ग मिस्टिक्स की बात है तो उसने अब तक खेले 7 में से 4 मैच जीते हैं जबकि एक मैच बेनतीजा रहा है. ये टीम महाराजा T20 ट्रॉफी के पॉइंट्स टेबल में दूसरे नंबर पर मौजूद है.

पाकिस्तान-बांग्लादेश के मैच में 15 रुपये का टिकट होने के बावजूद भी स्टेडियम रही खाली,पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला

पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच टेस्ट क्रिकेट सीरीज खेली जा रही है। दोनों टीमों के बीच मैच का आज चौथा दिन है। मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान से 122 रन पीछे थी। रावलपिंडी में खेले जा रहे इस मैच को देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक पहुंचें, इसलिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मैच के टिकट का दाम केवल 50 रुपये रखा है, जोकि भारत के 15 रुपये के बराबर है। हालांकि, इतने कम दाम का टिकट होने के बावजूद दर्शक उम्मीद के मुताबिक स्टेडियम में नहीं पहुंचे, जिसके चलते अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है।

पीसीबी ने फ्री किया टिकट 

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मैच के दौरान स्टेडियम खाली रहने के चलते अब बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच मैच के चौथे व पांचवें दिन का टिकट फ्री कर दिया है। पीसीबी की ओर से ये फैसला स्टेडियम में दर्शकों की कमी को देखते हुए लिया गया है। हालांकि, बोर्ड ने जो प्रेस रिलीज जारी की है, उसमें टिकट को फ्री करने की वजह वीकेंड को बताया गया है।

क्या बोला पीसीबी 

पीसीबी ने टिकट फ्री करने की प्रेस रिलीज जारी की है। इस प्रेस रिलीज में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि वीकेंड के मौके पर छात्रों और उनके परिवार के लोगों के लिए फ्री टिकट की घोषणा की जा रही है। ताकि वो क्रिकेट स्टार को सपोर्ट करने के लिए स्टेडियम में आ सकें। जो लोग पहले ही आखिरी के 2 दिन के लिए टिकट खरीद चुके हैं उनको खुद से ही रिफंड मिल जाएगा।

चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करेगा पाकिस्तान 

आईसीसी की चैंपियंस ट्रॉफी-2025 अगले साल पाकिस्तान में ही खेली जाएगी। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए जोर शोर से तैयारी कर रहा है। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमें हिस्सा लेंगी, जिसमें भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश की टीम शामिल है। भारत इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाएगा या फिर हाइब्रिड मोड पर भारत के मैच खेले जाएंगे, इस पर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है।