दुमका : बीपी मंडल की 107 वीँ जयंती पर सड़क से सदन तक संघर्ष करने का संकल्प, झारखण्ड पिछड़ा मोर्चा व संप पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने लिया संकल्प

 

दुमका : मंडल आयोग के अध्यक्ष बीपी मंडल की 107 वीं जयंती पर झारखण्ड पिछड़ा मोर्चा और संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने पिछड़ी जाति के संवैधानिक हक़ और अधिकार के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने का एलान किया है। 

पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को सिदो कान्हू मुर्मू इंडोर स्टेडियम में मंडल आयोग के अध्यक्ष बीपी मंडल की 107 वी जयंती के अवसर पर पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बीपी मंडल की तस्वीर पर माल्यार्पण एवम् पुष्पगुच्छ अर्पित कर किया गया।

मोर्चा के संरक्षक दिवाकर महतो ने मोर्चा के बीते वर्षों का संगठन के संघर्ष और उपलब्धियों की लेखा जोखा पेश किया और संगठन के अध्यक्ष असीम मंडल के योगदान को देखते हुए मोर्चा की ओर से उन्हें सम्मानित किया। दिवाकर महतो ने कहा कि झारखंड गठन से पहले बिहार के समय पिछड़े वर्ग के लिए 27 % आरक्षण मिलता था, परन्तु झारखंड अलग राज्य बनने के बाद की सरकार ने संविधान प्रदत्त अधिकारों में कटौती कर 14% कर दिया गया।पुनः रघुवर सरकार के द्वारा पिछड़ों को दो वर्गों में बांटकर ओबीसी 1 को आठ तथा ओबीसी 2 को छह प्रतिशत कर संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया गया।

अध्यक्ष असीम मंडल ने कहा अबिलंब झारखंड राज्य में जाति जनगणना कराकर जनसंख्या के आधार पर समुचित आरक्षण दिये जाने, पंचायत को ईकाई मानकर अनुसुचित क्षेत्र का निर्धारण कर पिछड़े जातियों मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद के अध्यक्ष पदों पर चुनाव लड़ने की अधिकार सुनिश्चित करने तक की लड़ाई सड़क से लेकर से संसद तक किया जायगा।

सभास्थल में जिसकी जितनी संख्या भारी, उनकी उतनी भागीदारी का नारा लगता रहा। प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र यादव ने कहा कि कोलेजियम पद्धति को समाप्त कर समाज के सभी वर्गों को न्यायपालिका में समुचित भागीदारी सुनिश्चित करने, पिछड़ा वर्ग आयोग के अनुसंशा के आलोक में तत्काल पिछड़े वर्ग को 36% आरक्षण देने संबंधी लड़ाई जारी रहेगा।

अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने संबंधी मांगों पर ध्वनि मतों से समर्थन कर अविलंब मांगपत्र सभी स्तरों को भेजने की सहमति बनी। शिक्षाविद अनन्त लाल खिरहर ने बीपी मंडल के जीवन और पिछड़ों के लिए किये गये कार्यों को विस्तार से सभा के समक्ष प्रस्तुत किया।

केन्द्रीय महासचिव रंजित जायसवाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि निकाय एवम् पंचायत चुनाव व्यवस्था में त्रिपल टेस्ट कराकर चुनाव आरक्षण को सामंजित कर पिछड़ों को उचित हक देना होगा।

महासचिव सीताराम मंडल एवं दयामय माजि, अजित मांझी और बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष शिवनारायण दर्वे, डा० हनीफ, अर्जुन पंडित, गौतम दर्वे, राम कुमार दर्वे, सुबल चन्द्र महतो, पूर्व मुखिया प्रमोद मंडल, भीम आर्मी के श्रवण कुमार, निरंजन दास, बिहारी यादव, पवित्र मंडल , जयकांत जायसवाल, अतुल्य पंजियारा, प्रेम यादव, अनिता दास, सीमा गोराय, शाहिना परवीन, सचिन कुशवाहा, अनुसुचित एकता मंच के जितेश दास, प्रमुख मरीक, जयदेव गोराय, राजेश रंजन यादव, अजय मंडल, नवनीत शेखर, सुधाकर मंडल, आसियाना खातुन, सवाना परवीन, गौरी देवी, अम्बिका देवी, अशोक मांझी, राजेन्द्र महतो, नारायण बैध, राजेन्द्र प्रसाद,भीम आर्मी के पवन कुमार, दिलीप दास ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकजुट होकर लंबी लड़ाई लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता जतायी। धन्यवाद ज्ञापन संरक्षक दिवाकर महतो ने किया।

मौके पर केंद्रीय कमेटी के प्रदीप सिंह, प्रमोद पंडित, अशोक कुमार राउत, अशोक यादव, बिनोद यादव, धनंजय यादव, बिनोद यादव, सुबोध यादव भी मौजूद थे। ईधर, कन्वेंशन सेंटर के प्रशाल में रविवार को झारखंड पिछड़ा मोर्चा दुमका के बैनर तले मंडल आयोगके अध्यक्ष बीदेंश्वरी प्रसाद मंडल की जयंती पर पिछड़ा अधिकार महा सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक सुधीर कुमार मंडल ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ बीपी मंडल के तस्वीर पर सभी लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। सुधीर मंडल ने कहा कि झारखंड राज्य गठन हुए 24 वर्ष बीतने जा रहा है और इन 24 वर्षों में झारखंड राज्य में बारी -बारी से एनडीए और यूपीए ने सरकार बनाई परंतु पिछड़ा वर्ग का किसी भी राजनैतिक दल ने सुधि तक नहीं ली। एकीकृत बिहार के समय में हम पिछड़ी जातियों को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलता था परंतु राज्य अलग होते ही झारखंड में पिछड़ी जातियों का आरक्षण 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत कर दिया एवं जिला रोस्टर में दुमका सहित 7 जिला में पिछड़ी जाति का आरक्षण शून्य कर दिया गया जो बहुत ही दुर्भाग्य की बात है।

मोर्चा के नेता राधेश्याम वर्मा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जो सरकार पिछड़ा समाज के हित व आरक्षण नहीं देंगे तो उस सरकार को हमलोग उखाड़ फेकना है। वरुण यादव ने कहा कि हमें सभी राजनैतिक दलों से मोहभंग कर पिछड़ा वर्ग के हित के लिए सड़क से लेकर संसद तक एकजुट होकर लड़ाई लड़नी हैं तभी हमलोगों को अधिकार मिलेगा। मंच संचालन जयप्रकाश यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन भीम प्रसाद मंडल ने किया।

कार्यक्रम को प्रेम केशरी, इंद्रकांत यादव, शोभा देवी, गोकुल बिहारी सेन, जगदीश राय, प्रमोद जयसवाल, नंदकिशोर भंडारी, चंद्रकिशोर सिंह, राजीव गुप्ता, शोभानंद ठाकुर, सदानंद बाबा, ओम मांझी, राजेश मंडल, भरत मंडल, संजय मंडल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के बाद कन्वेंशन सेंटर से मुख्य बाजार तक अधिकार रैली निकाली गई। मौके पर संदीप कुमार जय बमबम, तीर्थनाथ मंडल, प्रशांत मंडल, मोहम्मद कलाम कदारी, राजेश कुमार गुप्ता, घनश्याम साह, राजकिशोर भगत, महादेव मंडल, आनंदी राउत, छोटेलाल मंडल, जितेंद्र साह, संजय जयसवाल, गदाधर दास, धन्नजय मंडल, धर्मराज, लक्ष्मी नारायण साह, लंबोदर यादव, सुभाष मंडल, नरसिंह महतो, लक्ष्मी यादव, प्रफुल्ल मंडल, लक्ष्मीनारायण साह, प्रदीप कुमार दर्वे, निर्मल कुमार रक्षित, रामयश यादव, सुनील यादव,मोहन राउत, मुकेश, संदीप, दिपेश, छोटू, रवि, कलावती देवी, चंपा देवी, रूपा देवी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

बड़ी खबर: दुमका : तमिलनाडु में फंसे 11 मजदूर! परिजनों ने लगाया बंधक बनाये जाने का आरोप, एसपी ने सकुशल वापसी का दिया भरोसा

दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका के 11 मजदूरों को तमिलनाडु में बंधक बनाये जाने की सूचना है। मामले में पीड़ित मजदूरों के परिजनों ने रविवार की देर शाम पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार से मिलकर बंधक बनाये गए मजदूरों के सकुशल वापसी की गुहार लगायी है।

 परिजनों का आरोप है कि दुमका एवं आसपास जिले के कुल 11 मजदूरों को तमिलनाडु में बंधक बना लिया गया है और मजदूरों को छोड़ने के एवज में पैसे की मांग की जा रही है। पैसे नहीं देने की सूरत में मजदूरों के साथ मारपीट की जा रही है। परिजन अब तक 25 हजार रूपये भेज चुके है।

एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि मामले की हर पहलु पर जाँच की जा रही है और मजदूरों के सकुशल वापसी का प्रयास किया जा रहा है। एसपी ने कहा कि जिले के अमड़ा पहाड़ी और आसपास के 11 युवक काम की तलाश में तमिलनाडु गए है। उन युवकों को वहाँ रोक लिया गया है और कुछ लोगों द्वारा फोन करके पैसा मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिजनों ने मिलकर शिकायत की है। मामले में विधि सम्मत कार्रवाई कर हर पहलु पर जाँच की जा रही है। 

जानकारी के मुताबिक बीते 22 अगस्त को दुमका के रामगढ़ थाना क्षेत्र के सात और आसपास के जिले के चार मजदूरों को किसी साड़ी कंपनी में काम दिलाने के बहाने गांव के ही एक मैठ (बिचौलिया) द्वारा तमिलनाडु ले जाया गया था। वहाँ फंसे दीपक पहाड़िया के भाई विक्रम पहाड़िया ने कहा कि सभी मजदूर आज ही तमिलनाडु पहुँचे थे लेकिन तमिलनाडु के किस शहर या गांव में मजदूरों को ले जाया गया है, इससे परिजन अनभिज्ञ है।

 बाद में मजदूरों के परिजनों को किसी अंजान शख्स द्वारा फोन करके पैसे की मांग की गयी। परिजनों ने किसी अनहोनी की आशंका से करीब 25 हजार रूपये भेज दिया। बाद में फिर से पैसे की मांग होने लगी तब परिजनों ने एक स्थानीय समाजसेवी राजू पुजहर के सहयोग से एसपी के पास पहुँचे और मजदूरों के सकुशल वापसी की गुहार लगायी। राजू पुजहर के मुताबिक बंधक बनाये गए मजदूरों का फोन छिन लिया गया है और उनलोगों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। किसी अंजान शख्स द्वारा फोन करके पैसे की मांग की जा रही है। पैसे नहीं देने पर मारपीट की धमकी दी जा रही है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा ने सीएम का पुतला फूंका, कहा - सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों का किया हनन


दुमका : राजधानी रांची में बीते शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित युवा आक्रोश रैली के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीएम का पुतला फूंका। पार्टी जिलाध्यक्ष गौरव कांत के नेतृत्व में शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने पार्टी कार्यकर्ताओं ने सीएम हेमंत सोरेन का पुतला फूंका। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

जिलाध्यक्ष गौरव कांत ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर झारखंड पुलिस ने सबसे पहले रांची में युवा आक्रोश रैली में शामिल होनेवाले युवाओं को रैली में जाने से रोका। बाद में रैली में पहुंचे युवाओं के साथ अत्याचार किया गया। कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना हर नागरिक का अधिकार है लेकिन हेमंत सरकार ने पुलिस का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया है।उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की नीतियों और तानाशाही रवैये के विरोध में प्रदेशभर में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

मौके पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य निवास मंडल, जिला महामंत्री पवन केसरी, जिला उपाध्यक्ष कृष्ण किशोर प्रसाद, पिंटू साह, मार्शल ऋषिराज टुडू, मीडिया प्रभारी पिंटू अग्रवाल, मीडिया सहप्रभारी नवल किस्कू, जिला मंत्री सोनी हेंब्रम, नगर अध्यक्ष अमित रक्षित, पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज साह, टिंकू गण, ओम केसरी, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष मनोज साह, युवा मोर्चा अध्यक्ष रूपेश मंडल, महिला मोर्चा अध्यक्ष ममता साह, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष श्रीधर दास, सुजीत यदुवंशी, प्रवीण सिंह, गांदो मंडल अध्यक्ष गणपति पाल, मणिलाल गिरी, युवा मोर्चा महामंत्री अमन राज, लंबोदर दास, कार्यालय मंत्री दिनेश सिंह, कमल दास, सुधीरपाल, जितेंद्र पांडे, चंदन यादव, दीपांशु कोचगावे, दिवाकर राणा, जमील अख्तर, बैजनाथ यादव, रूप लाल राय, कुश कुमार पाल, रतन मरांडी, जिया लाल राय, ध्यान मुर्मू, संजय राणा, जिया पाल लाल राणा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : पिछड़ा वर्ग महासम्मेलन सह जयंती समारोह की तैयारी पूरी, बीपी मंडल की जयंती पर समारोह का आयोजन

दुमका : मंडल (पिछड़ा वर्ग) आयोग के निर्माता और अध्यक्ष बीपी मंडल के 107वीं जयंती पर सिदो कान्हू मुर्मू इंडोर स्टेडियम में संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को पिछड़ा वर्ग महासम्मेलन सह जयंती समारोह का आयोजन किया जाएगा।

समारोह की तैयारियों को लेकर मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष असीम कुमार मंडल की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित एक बैठक में कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सक्रिय सदस्यों को जिम्मेदारी दी गई। 

अध्यक्ष श्री मंडल ने कहा कि कार्यक्रम की सफलता के लिए व्यापक तैयारियां की गई है। शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र से काफी तादाद में ओबीसी समर्थक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। 

मोर्चा के केंद्रीय कमेटी के पदाधिकारी एवं प्रखंड कमेटी के पदाधिकारी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पिछले कई दिनों से लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। केंद्रीय प्रधान महासचिव डॉ अमरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि मोर्चा द्वारा हर साल 25 अगस्त को पिछड़ों के मसीहा बीपी मंडल की जयंती पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । इस साल भी इंडोर स्टेडियम में रविवार को कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कहा कि पिछड़ा वर्ग मोर्चा सम्मेलन के माध्यम से अपने हक और अधिकार के लिए एकजुटता के साथ प्रस्ताव पारित करेंगे जिसमें जातिगत जनगणना कराकर पिछड़ा वर्ग को आबादी के अनुरूप सभी क्षेत्रों में आरक्षण लागू करना, पिछड़ा वर्ग आयोग की अनुशंसा के आलोक में तत्काल नौकरियों में 36% आरक्षण देने, जिला रोस्टर में दुमका सहित सात जिलों का नौकरियों में 36% आरक्षण देने, हर प्रखण्ड एवं जिला मुख्यालयों में पिछड़े वर्ग के छात्र छात्राओं लिए हॉस्टल का निर्माण कराने सहित अन्य मांगे शामिल है। बैठक में महासचिव रंजीत जयसवाल, दयामय माजी, बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष शिवनारायण दर्वे, कोषाध्यक्ष अजीत कुमार मांझी, जयकांत जायसवाल, प्रदीप सिंह, पवित्र कुमार मंडल, रमेश साह, नारायण बैध मिथलेश मंडल सहित अन्य उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : भाजयुमो की युवा आक्रोश रैली 23 को, कार्यकर्ताओं ने रैली को सफल बनाने का लिया संकल्प

*

दुमका : भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा 23 अगस्त को रांची में होने वाली युवा आक्रोश रैली को कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर सफल बनाने का संकल्प लिया है। भाजपा के जिला कार्यालय में हुई एक बैठक में रैली को सफल बनाने  पर चर्चा की गई। 

बैठक की अध्यक्षता पार्टी के नगर अध्यक्ष अमित रक्षित ने की।

बैठक में दुमका विधानसभा प्रभारी सत्येंद्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष लुईस मरांडी एवम दुमका भाजपा के सभी प्रदेश से लेकर शक्तिकेंद्र स्तर के कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

प्रदेश उपाध्यक्ष लुईस मरांडी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रैली के जरिये युवाओं के हितों की रक्षा और उनकी समस्याओं को सामने लाया जाएगा। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए समर्पित भाव से कार्य करें। 

बैठक में राजीव मिश्रा, कुणाल झा, नवल किस्कू, बिक्की राउत, दीपेन झा, मंटू ठाकुर, मुन्ना पांडे, मलय नाग, गुड्डू चौधरी, बिजय साह, राजकुमार चौरसिया, सुबीर लायक, बिशाल रक्षित, रोहित तिवारी, गौतम केसरी, राजकुमार, अमर सिंह, सोमनाथ तिवारी, ओम केसरी, अमिता रक्षित आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : झामुमो एवं पिछड़ा संघर्ष मोर्चा ने भारत बंद का किया समर्थन, कल बुलायी गयी है बंदी


दुमका : सामाजिक संगठनों द्वारा बुधवार को बुलाये गए भारत बंद के समर्थन में झामुमो कार्यकर्त्ता भी सड़कों पर उतरेंगे। वहीं संताल परगना पिछड़ा संघर्ष मोर्चा ने भी बंद का समर्थन किया है। 

झामुमो के जिला संयोजक मंडली सदस्य शिव कुमार बास्की ने मंगलवार को कहा कि बीते दिनों एससी एसटी के आरक्षण में वर्गीकरण पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये फैसले के विरोध में सामाजिक संगठनों द्वारा बुधवार को बुलाये गए सम्पूर्ण भारत बंद का पार्टी आलाकमान ने समर्थन देने का निर्णय लिया है।

 उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड कमेटी को अपने अपने प्रखंड में भारत बंद कार्यक्रम में शामिल होकर सक्रिय रूप से अपना समर्थन देने का निर्देश दिया गया है। 

इधर संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा संताल परगना की एक बैठक मोर्चा के संरक्षक दिवाकर महतो के राखाबनी स्थित आवास पर हुई। केंद्रीय अध्यक्ष असीम कुमार मंडल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में भारत बंद का समर्थन देने का निर्णय लिया गया। 

केंद्रीय प्रधान महासचिव डॉ अमरेंद्र कुमार यादव ने मोर्चा के तमाम पदाधिकारी एवं सदस्यों से भारत बंद को सफल बनाने का निर्देश दिया। मौके पर रंजीत जयसवाल, दयामय माजी, बिहारी यादव, प्रदीप सिंह, जयकांत जायसवाल, पवित्र कुमार मंडल सहित मोर्चा के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : लाल हेब्रम मेमोरियल फुटबॉल चैम्पियनशिप का फाइनल मुकाबला कल, भुरकुंडा व बंगाल की टीम ने सेमीफाइनल में बनायी जगह


दुमका : संताल परगना महाविद्यालय के पीजी ग्राउंड में लाल हेमब्रम मेमोरियल फुटबॉल चैम्पियनशिप के दूसरे दिन मंगलवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मैच में एकता क्लब भुरकुंडा ने मुर्मू ब्रदर दुमका को 3 -0 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली। वहीं दूसरे क्वार्टर फाइनल मैच में पश्चिम बंगाल की अक्षय 11 ने गोड्डा कॉलेज की टीम को 3 -0 से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। 

बुधवार को लाल हेमब्रम मेमोरियल फुटबॉल चैम्पियनशिप के पहले सेमीफाइनल मैच में तेतुलिया एफसी निरसा धनबाद और सरना एफसी बीरभूम के बीच भिड़ंत होगी तो वहीं दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला अक्षय 11 और एकता क्लब भुरकुंडा के बीच खेला जाएगा। इससे पूर्व चैम्पियनशिप के दूसरे दिन के मैच का उदघाटन विधायक प्रदीप यादव ने किया। 

विधायक श्री यादव में संताल परगना कॉलेज के संस्थापक लाल हेमब्रम की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। 

गौरतलब है कि महाविद्यालय के संस्थापक लाल हेमब्रम की पुण्यतिथि पर बीते सोमवार को तीन दिवसीय फुटबॉल चैम्पियनशिप का शुभारंभ पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने किया था। 

मौके पर अध्यक्ष दिनेश टुडू, सचिव अनूप हांसदा, इमानुयल, राजीव, श्यामदेव हेमब्रम, ठाकुर हांसदा, सुलिश, बिमल, राजेंद्र, उपेंद्र सहित सभी छात्रावास के छात्रनायक मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कोलकाता की महिला रेजिडेंट डॉक्टर की हत्या के विरोध में दूसरे दिन भी चिकित्सकों की हड़ताल जारी, निजी क्लिनिक में भी लटका ताला
दुमका : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला रेजिडेंट चिकित्सक के साथ हुई दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में दुमका के पीजेएमसीएच के चिकित्सक शनिवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। आईएमए के आह्वान पर उनका समर्थन निजी चिकित्सकों ने किया और निजी क्लीनिक में भी ताला लटका रहा। केवल आपात सेवा में मरीजों की जांच की गई। घटना के विरोध में चिकित्सको का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा।
सुबह नौ बजते ही अस्पताल में मरीजों का आना शुरू हो गया था। चिकित्सक भी ओपीडी बंद कर धरना की तैयारी में जुटे हुए थे।

इसी दौरान जो भी कराहता हुआ मरीज अस्पताल पहुंचा तो चिकित्सकों ने इमरजेंसी में ले जाकर उनकी जांच की। पहले से हड़ताल की सूचना होने के बाद भी रोज की तरह मरीज जांच के लिए अस्पताल पहुंचे। यहां आकर पता चला कि आज भी ओपीडी बंद रहेगा। बहुत से लोग अपने मरीज को लेकर चले गए। हड़ताल के बाद भी गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों की आपात सेवा में जांच की गई।

वहीं पूरा अस्पताल भर जाने के बाद चिकित्सकों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया। चिकित्सकों का कहना था कि महिला चिकित्सक के हत्यारे को फांसी दी जाए और लोगों की सेवा करने वाले चिकित्सकों को सुरक्षा दी जाए। धनबाद से पहुँचे आइएमए के राष्ट्रीय सदस्य डा. सुशील विजय ने कहा कि हत्यारे को ऐसी सजा दी जाए, जिससे समाज में एक संदेश जाए कि इस तरह की हरकत करने वालों का क्या अंजाम होता है। कोलकाता सरकार ने लापरवाही बरती है। हम तो कोलकाता हाईकोर्ट के शुक्रगुजार हैं, जिसने सीबीआइ जांच का आदेश दिया है। इस घटना में और अपराधियों के शामिल होने की संभावना है। कहा कि अब केस सीबीआइ के हाथ में हैं, इसलिए एक भी आरोपित बच नहीं पाएगा। उन्होंने चिकित्सकों से एकजुटता बनाए रखने की अपील की। हड़ताल में आइएमए के अध्यक्ष डीएन पांडे, सचिव तुषार ज्योति के अलावा सभी सीनियर व जूनियर चिकित्सक शामिल थे।

इधर आइएमए के आह्वान पर निजी क्लीनिक के संचालकों ने क्लीनिक बंद रखा। यहां तक एक भी जांच घर नहीं खुला। मरीज इलाज की बजाय दवा दुकानों पर दवा खरीदकर काम चलाते रहे। हमेशा मरीजों से गुलजार रहने वाला नापितपाड़ा सुनसान नजर आया। इधर, दुमका लैब एसोसिएशन ने भी घटना के विरोध में संस्थान को बंद रखा। सभी संस्थान के संचालक ने दो मिनट का मौन रखा और इस घटना की निंदा की।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : स्वतंत्रता दिवस पर लायंस क्लब ने मरीजों के बीच बांटा फल, कहा - जरूरतमंदो की मदद के लिए क्लब तत्पर


दुमका : लायंस क्लब द्वारा 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शहर के विभिन्न अस्पतालों में फल एवं मिठाई का वितरण किया। 

क्लब की अध्यक्ष डॉ अमिता रक्षित ने कहा कि क्लब के सभी सदस्य सामाजिक सेवा की भावना से बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता निभा रहे हैं और जरूरतमंदों के बीच निरंतर सेवा दे रहे हैं। कहा कि गरीबों की सेवा और उनकी मदद समर्पण की भावना से करना ही भगवान की सच्ची सेवा है।

क्लब के जन-संपर्क पदाधिकारी रमण कुमार वर्मा ने स्वतंत्रता दिवस का दिन अनगिनत नायकों द्वारा दिए गए बलिदान और हमें स्वतंत्रता दिलाने वाली एकता की याद दिलाता है। हमें देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने का भरपूर प्रयास करते रहना चाहिए। मुकेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों को सुस्वाद और पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाकर बहुत ही सुखद अनुभूति मिलती है। 

मौके पर क्लब के डॉ. मनोज कुमार घोष, एमजेएफ डॉ अखिलेश कुमार सिन्हा, डॉ शमीम अंसारी, संजीव कुमार गुप्ता, चंदन कुमार साह, नीरज कोठरीवाल, सतीश कुमार, मधुकर दत्ता, अमुल्य पाल, संजीत कुमार सिंह के अलावा अन्य सदस्य मौजूद थे। 

इससे पूर्व स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लायंस क्लब की अध्यक्ष डॉक्टर अमिता रक्षित ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और तिरंगे को सलामी दी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

झारखंड के नाराज परीक्षार्थी आज मुख्यमंत्री का करेंगे पुतला दहन, कल आवास घेराव की तैयारी


डेस्क: झारखंड सीजीएल की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों का धर्य अब जवाब दे चुका है. अब वे आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी में हैं. शुक्रवार को सभी जिलों में छात्रों का संगठन मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेंगे. वहीं, शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे. दरअसल छात्र लंबे समय से सीजीएल परीक्षा की तिथि निर्धारित करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि हाल ही में कर्मचारी चयन आयोग ने 21 और 22 सितंबर को परीक्षा की तिथि निर्धारित कर दी है, लेकिन परीक्षा उसी तारीख में होगी या नहीं यह स्पष्ट नहीं है.

छात्रों का इसके पीछे का तर्क ये है कि उस डेट में पहले से ही उत्पाद सिपाही, झारखंड फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर समेत कई परीक्षाओं की तिथि निर्धारित है. ऐसे में आयोग कैसे उस परीक्षा को आयोजित कर पाएगा. वहीं, कई लोगों का कहना है कि सरकारी नौकरियों की तैयारी करने वाले कई अभ्यर्थी उत्पाद सिपाही, जेपीएससी समेत कई परीक्षाओं के लिए आवेदन किया है. ऐसे में वह छात्र कैसे परीक्षा में बैठ पाएगा.

उल्लेखनीय है कि झारखंड सीजीएल की परीक्षा 28 जनवरी और 4 फरवरी 2024 को ही निर्धारित की गयी थी. परीक्षा संपन्न तो हो गयी लेकिन पेपर लीक हो जाने के कारण उस परीक्षा को रद्द करना पड़ा. इसके बाद छात्र संगठनों ने जेएसएससी कार्यालय के सामने जमकर बवाल काटा था. आक्रोशित छात्रों ने आयोग के कार्यालय का शीशा तोड़ा डाला था. तो वहीं उस वक्त के तत्कालीन अध्यक्ष नीरज सिन्हा की गाड़ी पर तोड़फोड़ की गयी थी. इस मामले में 4000 छात्रों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. जबकि 15 छात्रों को नामजद आरोपी बनाया गया था. बता दें कि यह साल 2015 की वैकेंसी है. लेकिन हर बार परीक्षा की तारीख आगे बढ़ने से अब तक एग्जाम नहीं हो पाया है. इस वजह से छात्र आक्रोशित हैं.