खजनी में 1080 अभ्यर्थियों ने 2 पालियों में दी पुलिस भर्ती परीक्षा, कड़ी निगरानी के बीच शांति पूर्ण संपन्न हुई परीक्षा
गोरखपुर- पुलिस भर्ती परीक्षा तीन इंटरकॉलेज में दो पालियों में शांति पूर्ण माहौल में संपन्न कराई गई। कुल 1080 अभ्यर्थियों ने 2 पालियों में परीक्षाएं दी। गणेश पाण्डेय इंटरकॉलेज कटघर में 480 अभ्यर्थियों ने, चंपादेवी राजकीय बालिका इंटरकॉलेज में 360 तथा उमा प्रसाद दामोदर दास इंटरकॉलेज बहुरीपार में 240 अभ्यर्थियों ने सबेरे 10 बजे से 12 बजे तक और अपराह्न 3 बजे से 5 बजे तक दो पालियों में परीक्षाएं दीं।

इस दौरान प्रशासनिक व्यवस्था सख्त और चाक चौबंद रही। पिछली भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने की घटना से चौकन्ने प्रशासन की कड़ी निगरानी में परीक्षा केंद्रों के आसपास परिंदों को भी परवाज की अनुमति नहीं दी गई। सभी केंद्रों पर और परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।

सेक्टर मजिस्ट्रेट उप जिलाधिकारी खजनी कुंवर सचिन सिंह तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी और बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला तथा स्टेटिक मजिस्ट्रेट अनिल कुमार सहित क्षेत्राधिकारी खजनी विजय आनंद शाही थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला थानाध्यक्ष बांसगांव, सिकरीगंज, हरपुर बुदहट के साथ परीक्षा केंद्रों के आसपास सख्त चौकसी रही परीक्षा केंद्रों के आसपास से ठेले, खोमचे, पान, गुटखा और स्टेशनरी की दुकानों को बंद करा दिया गया था।
डिवीएनपीजी कॉलेज में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन

गोरखपुर। शुक्रवार का दिन राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आज ही के दिन 23 अगस्त 2023 को इसरो (भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा चन्द्रयान-3 को लान्च किया गया था। इस मिशन की सफलता के बाद चन्द्रमा पर साफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत विश्व का चौथा देश बना तथा दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग करने वाला विश्व का पहला देश बन गया।

इसरो की यह उपलब्धी अन्तरिक्ष विज्ञान और अनवेषण में भारत के महत्वपूर्ण योगदान का प्रतिक है। चन्द्रयान-3 मिशन के तहत भारत ने ह्यविक्रमह्ण लैंडर को चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर जिस स्थान पर लैंड कराया उसे ह्यशिवशक्ति प्वाइन्टह्ण का नाम दिया गया था। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य छात्रों में अन्तरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रूची विकसित करना और भावि पीढ़ियों को प्रेरित कर अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में स्टार्टअप को बढावा देना है। उक्त बातें कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भौतिक विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. नितीश शुक्ला ने कही।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कम्प्यूटर विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. पवन कुमार पाण्डेय ने कहा कि इस दिवस पर विज्ञान संकाय द्वारा बी.एस.सी. गणित, बी.सी.ए. एवं एम.एस.सी. गणित के छात्र-छात्राओं हेतु निबन्ध व भाषण प्रतियोगिता का आयोजत किया गया। निबन्ध प्रतियोगिता में 85 छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया। भाषण प्रतियोगिता में 11 छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया। भाषण प्रतियोगिता में बी.सी.ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा सुन्दरी ने सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया जबकि निबन्ध प्रतियोगिता का परीणाम मूल्यांकन के पश्चात घोषित किया जायेगा।

कार्यक्रम का संचालन गणित विभाग के प्रभारी डॉ. सूरज शुक्ला ने किया व आभार ज्ञापन बी.सी.ए. विभाग के मुदित दूबे ने किया।

कार्यक्रम में डॉ. अजये तिवारी, डॉ. आनन्द मिश्रा, डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव, अनुराधा सिंह, कौशल सिंह, डॉ. मनिष कुमार श्रीवास्तव सहित महाविद्यालय के शिक्षक व कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्राएॅ उपस्थित रहे।

ग्राम प्रधान ने मृतक के परिवार को दी एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता

गोला गोरखपुरक बड़हलगंज सिधुआपार मे करेंट की चपेट मे आने से माता-पिता की मौत के बाद अनाथ पांच नाबालिग बेटियों की मदद को समाजसेवी व ग्राम प्रधान धौरहरा रामेश्वर दुबे ने हाथ बढ़ाया है। शुक्रवार को प्रधान प्रतिनिधि तारकेश्वर दुबे के हाथो से 100000 रुपए की चेक देकर बेटियों को उत्साहित किया। बुधवार को सोशल मीडिया पर खबर की जानकारी होने के बाद मृतक परिवार को आर्थिक मदद की घोषणा की थी. जिसे 12 घंटे के अंदर पहुंचकर प्रधान प्रतिनिधि ने 1 लाख रुपए का चेक सहायता राशि प्रदान कर उनके इस दुख की इस घड़ी में पहुंचकर मिसाल पेश की है।

वही पीड़ित परिवार ने बताया कि अभी तक उनके द्वारा सबसे अधिक सहयोग प्राप्त हुई है. साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया. प्रधान प्रतिनिधि तारकेश्वर दुबे ने कहा कि मनुष्य के प्राण विधाता के हाथ होते हैं. तथा हम सब ईश्वर की मर्जी के समक्ष विवश है, लेकिन परिजनों को आर्थिक सहायता करके उनकी मदद की जा सकती है। आगे कहा क्षेत्र का प्रत्येक व्यक्ति मेरे परिवार के समान है। इनके दुख में शामिल होना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि लोगों के मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।

बता दे कि बुधवार को बड़हलगंज क्षेत्र के सिधुआपार मे फरार्टा फैन मे उतरे करेंट की चपेट मे आने से ई-रिक्शा चालक राजकुमार निगम व उनकी पत्नी विभा निगम की मौत हो गई थी। इस दम्पत्ति की चार नाबालिग पुत्रिया व एक वर्ष का पुत्र है। माता-पिता की मौत के बाद पांचो बच्चे अनाथ हो गये है। इसकी सूचना के बाद बेटियों की मदद के लिए लोगो ने हाथ बढ़ा दिया है। इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश पाण्डेय, भाजपा नेता चंदन पांडे, रिंकू मिश्रा आदि मौजूद रहे।

गांव में चौपाल लगाकर सुनीं ग्रामवासियों की समस्याएं, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी ने की अध्यक्षता

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के बांसगांव ब्लॉक अंतर्गत आने वाले पुरासपार ग्रामसभा में ग्राम चौपाल लगाकर अधिकारियों के द्वारा ग्रामवासियों की समस्याओं और शिकायतों को सुना गया और उनके समाधान का आश्वासन दिया गया।

नियत कार्यक्रम के अनुसार आज दिन में 11 बजे से पुरासपार गांव के पंचायत भवन में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी विप्लव गुप्ता तथा कृषि सहायक राजकुमार मौर्या ग्रामसभा के सचिव गणेश खरवार के समक्ष ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं पेश की, गांव के निवासी श्रवण यादव,प्रेमचंद, ईश्वरचंद, रमाकांत यादव और साकेत यादव ने राशनकार्ड में परिवार के नए सदस्यों का नाम बढ़ाने की मांग की।

वहीं रमाकांत यादव और शंकर ने पशुओं के टीकाकरण तथा अन्य ग्रामवासियों ने सार्वजनिक संपर्क मार्ग की मरम्मत तथा गांव में सफाई और छिड़काव कराने की मांग की, लोगों की समस्याओं को नोट करते हुए संबंधित विभाग को उनके समाधान का निर्देश दिया गया। इस दौरान गांव के लोगों से फीडबैक और सुझाव भी लिए गए। ग्रामप्रधान तरंग यादव सदस्य रामप्रवेश यादव सहित गांव के दर्जनों लोग मौजूद रहे।

चंद्रयान-3 की पहली वर्षगांठ पर मनाया गया राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस

गोरखपुर। 23 अगस्त 2024 को मनाई गई चंद्रयान _ 3 की पहली वर्षगांठ जिसे राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रुप में मनाया गया, इस अवसर पर देश में पहली बार किया गया नेशनल स्पेस डे का आयोजन किया गया।

क्या है राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस _ खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि भारत के लिए यह तारीख एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक तारीख है, क्योंकि इसी तारीख को इसरो का चंद्र यान जिसका नाम था चंद्रयान_ 3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर के इतिहास रच दिया था, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) की यह बड़ी उपलब्धि वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के अन्वेषण में एक नई दिशा देने वाली है, नेशनल स्पेस डे को एक उत्सव के रुप में मनाया जाना भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का ही नहीं बल्कि पूरे देश दुनिया में भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान में बढ़ते हुए कदमों का एक मुख्य योगदान का प्रतीक भी है,

खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि मिशन चंद्रयान_ 3 में शामिल विक्रम लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर जिस जगह पर लैंड किया था उसे शिव शक्ति प्वाइंट नाम दिया गया है और उसके बाद ही रोवर प्रज्ञान ने चंद्र सतह पर भ्रमण कर के महतवपूर्ण जानकारियां हासिल की थीं, इसके साथ ही चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान _3 को सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला पहला देश बना था भारत, इसीलिए 23 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रुप में सम्पूर्ण देश में मनाया गया , इसरो द्वारा चन्द्र अन्वेषण में मिशन चंद्रयान-3 जोकि भारत का तीसरा चंद्र मिशन था, जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (करफड) द्वारा 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया गया।

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कराने के साथ ही चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के कुछ महत्वपूर्ण ब अनछुए रहस्यों से पर्दा उठाना था, जिसमें विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवरर के साथ चांद पर गया था और कामयाबी हासिल की, इसरो के इस चंद्रयान _ 3 मिशन ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा पर सकुशल सफलतापूर्वक उतरकर इतिहास रच दिया था, इसकी सफलता के साथ ही भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश बन गया जिसने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी, लेकिन इसके साथ ही महत्पूर्ण यह है कि चंद्रयान _3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला पहला देश बन गया भारत, खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि 23 अगस्त का दिन हमारे देश भारत की अंतरिक्षिय यात्रा में एक महत्वपूर्ण तारीख के रुप में दर्ज़ हो गया है, जो कि चंद्रयान-3 मिशन की ऐतिहासिक सफलता के बाद पहली बार 23 अगस्त को मनाया गया।

मिशन चंर्द्यान _3 की चंद्रमा पर सफलतापूर्वक की गई सॉफ्ट लैंडिंग की ऐतिहासिक सफलतम दिन की याद में 23 अगस्त को भारत सरकार द्वारा आधिकारिक तौर से राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस ( नेशनल स्पेस डे) के रूप में घोषित किया गया है, खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस अवसर पर वीर बहादुर सिंह नक्षत्र शाला ( तारामण्डल) गोरखपुर में 23 अगस्त 2024 को आने वाले आगंतुकों को अब तक के हुए चंद्र अभियानों से लेकर चंद्रयान _ 3 से सम्बन्धित विशेष जानकारियां दी गईं और आने वाले कई अन्य अभियानों पर भी प्रकाश डाला गया, जैसे चंद्र यान _4, गगनयान, समुद्रयान ब अन्य, इसी के साथ ही आने वाले आगंतुकों के प्रशनों का संतुष्टि पूर्वक जवाब भी दिया गया, जिस से आगंतुकों में अंतरिक्ष अभियानों और उनमें प्रयुक्त विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को लेकर वैज्ञानिक जन जागरूकता के साथ रुचि भी उत्पन्न हुईं और आने वाले आगंतुकों में से उपस्थित विधार्थियों में नवीन वैज्ञानिक सोच का विस्तार होगा।

जिस से निश्चित रूप से अंध विश्वास से पार पाते हुए भावी भविष्य के वैज्ञानिक तैयार करने के लिए बहुत ही जरूरी वैज्ञानिक पौध शाला के रुप में कार्य करने वाला साबित होगा, वैज्ञानिक व्याखानों के माध्यम से दर्शकों को वैज्ञानिक पहलुओं से रुबरू कराते हुए अमर पाल सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक सोच ही है जिस कारण से आज मानव गगन बिहारी बन चुका है, और आगे आने वाले दूर भविष्य में ही सही, लेकिन मानव एक दिन समय के साथ में चाहें मंगल ग्रह हो या अन्य किसी दूर के ग्रहों पर मानव बस्तियां बसाने की योजनाओं में शामिल अन्वेषण हों, उनमें एक दिन जरूर सफल होकर के परग्रही भी बन सकता है।

बुखार के रोगियों को खिला सकते हैं फाइलेरिया से बचाव की दवा

गोरखपुर। दो वर्ष से अधिक आयु के किसी लाभार्थी को बुखार है तब भी उसे फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा सकती है। इससे उसके स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। यह दवा सिर्फ गर्भवती और अति गंभीर बिस्तर पकड़ चुके लोगों को नहीं खिलाई जानी है। यह बातें जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने पिपरौली ब्लॉक के वसुधा गांव में सर्वजन दवा सेवन अभियान (एमडीए) में लगी स्वास्थ्य विभाग की टीम को समझाईं। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ राजेश कुमार और जिला मलेरिया अधिकारी ने ब्लॉक क्षेत्र में अभियान का जायजा लिया। उन्होंने अभियान से जुड़े रिकॉर्ड की जांच की और क्षेत्र में जाकर विभागीय टीम के काम को भी देखा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के निर्देश पर दोनों अधिकारी सबसे पहले पिपरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। वहां अभियान से जुड़े रिकॉर्ड को देखा और कहा कि प्रतिदिन अभियान से जुड़ी सांध्यकालीन बैठक हो और उसमें पर्यवेक्षकों की शत फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित की जाए । पर्यवेक्षक प्रतिदिन जितनी टीम का काम देखते हैं उसी के अनुसार उन्हें भुगतान दिया जाएगा। पर्यवेक्षक यह सुनिश्चित करें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने सामने ही लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराए। किसी भी हाल में दवा का वितरण नहीं होना चाहिए। अगर कोई लाभार्थी घर पर मौजूद नहीं है तो उसके यहां पुन: भ्रमण कर या मॉप अप राउंड के दौरान दवा खिलाई जाए लेकिन दवा किसी को देनी नहीं है। दवा खिलाने से पहले सुनिश्चित किया जाए लाभार्थी ने कुछ खा लिया हो और वह खाली पेट न हो।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि दो सितम्बर तक अभियान चलना है और अभी तक जिले में पचास फीसदी से अधिक लोग दवा का सेवन कर चुके हैं। कुछ लोगों के मन में भ्रम होता है कि वह बुखार, टीबी, मधुमेह और उच्च रक्तचाप आदि की दवा खा रहे हैं तो यह दवा नहीं खा सकते हैं। सच्चाई यह है कि यह दवा सिर्फ ह्रदय, कैंसर आदि के अंति गंभीर ऐसे रोगी जो बिस्तर पकड़ चुके हैं उन्हें नहीं खानी है। बाकी लोगों को लिए दवा सुरक्षित है। एक से दो वर्ष तक के बच्चों को सिर्फ पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जानी है, जबकि दो वर्ष से अधिक उम्र के लोग निर्धारित आयु वर्ग के अनुसार दो प्रकार की दवाएं एक साथ खाएंगे। पेट से कीड़े निकालने की दवा अल्बेंडाजॉल चबा चबा कर खाना है और इसे फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने के बाद खाना है।

परजीवी मौजूद होंगे तो दिखेगा प्रभाव

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि जिन लाभार्थियों के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद होते हैं, दवा खाने के बाद उन पर मामूली प्रभाव नजर आता है। मसलन कुछ लोगों को हल्की मितली, सिरदर्द और उल्टी आना जैसे लक्षण दिखते हैं जो स्वत: ठीक हो जाते हैं। ज्यादा दिक्कत होने पर आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क कर स्वास्थ्य केंद्र में दिखा सकते हैं। ऐसे लक्षण आना एक सुखद संकेत है और इसका मतलब है कि शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं और दवा खाने के बाद माइक्रोफाइलेरिया नष्ट हो रहे हैं।

मिनी पिकू का भी किया मुआयना

अधिकारियों ने पिपरौली सीएचसी की मिनी पिकू का भी मुआयना किया और संबंधित स्टॉफ को निर्देश दिया कि बुखार के रोगियों को भर्ती कर प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज करें। आवश्यकता पड़ने पर ही मरीजों को उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर करें।

मिशन खिलखिलाहट का कमाल, कुपोषण मुक्त हो रहे नौनिहाल

गोरखपुर। बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए योगी सरकार के संवेदनशील प्रयासों की कड़ी में एक महत्वपूर्ण मिशन गोरखपुर में चल रहा है। खिलखिलाहट नाम के इस मिशन से नौनिहालों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने का कमाल किया जा रहा है। मिशन खिलखिलाहट प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी संभव अभियान का हिस्सा है और इसमें कई विभागों के अधिकारी आवधिक रूप से अति कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उन्हें सुपोषण की राह पर लाने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी की पहल पर जुलाई से सितंबर माह तक की तिमाही में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिये 47 अति कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने का बीड़ा उठाया है।

अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए अति कुपोषित बच्चों को पोषण पोटली उपलब्ध कराई गई है जबकि उनके अभिभावकों को खानपान से लेकर स्वच्छता तक के विषयों पर परामर्श दिया जा रहा है। पोषण पोटली में बच्चों के लिए दूध, सोयाबीन, खजूर, गुड़, चना, अंडा, मूंगफली, मूंग दाल, केला, संतरा, अंगूर, अनार, सेब, बिस्किट आदि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। इसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी अति कुपोषित बच्चों को गोद लेने वाले अधिकारी की होती है। पोषण सामग्री आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकत्रियों द्वारा वितरित की जाती और इसकी मॉनिटरिंग बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की क्षेत्रीय मुख्य सेविका द्वारा की जाती है। एक निर्धारित समय के बाद पोषण पोटली का इस्तेमाल करने वाले अति कुपोषित बच्चे के वजन और स्वास्थ्य के अन्य मानकों की माप की जाती है। इससे बच्चे के पोषण स्तर में आए बदलाव का पता लगाया जाता है। गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना बताते हैं कि अति कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए मिशन खिलखिलाहट के बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं, इसलिए इसे अब और तेजी से आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

आंकड़े दे रहा कुपोषण से मुक्ति की गवाही

गोरखपुर के जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिनव कुमार बताते हैं कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कुपोषण से मुक्ति की जंग में आशातीत सफलता मिल रही है। मिशन खिलखिलाहट में चिन्हित अति कुपोषित बच्चे तीन-तीन माह के लिए अधिकारियों द्वारा गोद लिए जाते हैं। अब तक कुल मिलाकर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा 120 तथा जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा 53 बच्चों को गोद लिया गया है। इनमें से कुल 58 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो चुके हैं। संभव जबकि अभियान में एक साल में अति कुपोषित 6500 बच्चों को चिन्हित किया गया जिनमें से करीब एक हजार बच्चे कुपोषण के दायरे से बाहर आ गए हैं।

कुपोषण से मुक्ति के लिए 2021 से संभव अभियान चला रही सरकार

बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सरकार वर्ष 2021 से संभव अभियान चला रही है। इस समय इसका चौथा चरण चल रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इस अभियान के काफी सकारात्मक परिणाम आए हैं। इस अभियान में चिन्हित बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर आयरन, फोलिक एसिड, मल्टीविटामिन और कैल्शियम की खुराक देने के साथ टीकाकरण भी कराया जाता है। इस अभियान के साथ ही मिशन खिलखिलाहट में जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा अति कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उनके लिए पोषण पोटली भी उपलब्ध कराई जा रही है।

इलेक्ट्रीशियन की मौत की घटना में दर्ज हुआ मुकदमा, मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ केस

खजनी गोरखपुर। गुरुवार को खजनी पीएचसी के पास स्थित एक मेडिकल स्टोर की खराब बिजली को ठीक करने पहुंचे बिजली मिस्त्री की करंट लगने से हुए हादसे में मौत हो गई थी परिजनों के साथ पहुंचे दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने खजनी थाने पर घेराव करते हुए शव के साथ रोड जाम करने का प्रयास किया था।

मामले में परिजनों के द्वारा आरोपित से भारी भरकम मुआवजे की मांग की जा रही थी। मृतक तीन नाबालिग बेटियों और एक बेटे का पिता था। देर शाम तक खजनी थाने की पुलिस टीम के साथ क्षेत्राधिकारी विजय आनंद शाही और थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित करने और समझाने बुझाने का प्रयास किया और भीड़ को सड़क पर जाम नहीं लगाने दिया।

आखिरकार खजनी पुलिस ने थानाध्यक्ष के निर्देश पर मृतक की पत्नी मीनू देवी की तहरीर पर मेडिकल स्टोर संचालक विनय सिंह के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 2024/331 के तहत बीएनएस की धारा 106(1) में लापरवाही से मौत के आरोप में देर शाम केस दर्ज कर लिया है।

बता दें कि मृतक की पत्नी ने दी गई तहरीर में बताया है कि उसका पति घरेलू बिजली मिस्त्री था सबेरे विनय सिंह ने उसे बिजली ठीक करने के लिए बुलाया था और बिजली कटी होने की झूठी सूचना देकर लाइन ठीक करने के लिए कहा गया, जिससे उसके पति की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

गोरखपुर में 55 केन्द्रों पर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा प्रथम पाली सकुशल संपन्न

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा गोरखपुर के 55 परीक्षा केंद्रों पर प्रथम पाली के 24500 परीक्षार्थियों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षा दिया।

जहां जिले के आला अधिकारियों डीआईजी आनंद कुलकर्णी मंडलायुक्त अनिल ढींगरा जिला अधिकारी कृष्ण करुणेश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव अग्रवाल पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक संजय कुमार पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जायसवाल परीक्षा नोडल अधिकारी एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्तएडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह जॉइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी तहसीदार सदर ध्रुवेश कुमार सिंह सहित जिले के अधिकारी प्रथम पाली का सकुशल परीक्षा संपन्न कराने में अपना योगदान दिया।

केशरवानी ट्रैवल एजेंसी की बस नेपाल जाते समय खाई में गिरी

गोरखपुर।केसरवानी ट्रेवल एजेंसी की बस महाराष्ट्र निवासी के 42 यात्री नेपाल भ्रमण पर निकले थे काठमांडू मुगलिस में गहरे खाई में गिर गई।

15 की लाश बरामद कर लिए गये है बस गोरखपुर की थी इलाहाबाद रेलवे स्टेशन से यात्रा शुरू हुआ था चित्रकूट धाम होते अयोध्या गया वहा से नेपाल काठमांडू जाते समय घटना घटित हुआ बस को चारु नामक व्यक्ति ने बुक कराया था।

मुस्तफा पिपराइच थाना क्षेत्र के तुरवा निवासी था बस में 42 यात्री सवार थे 15 की लाश को घटना स्थल से निकाल लिया गया है शेष का तलाश जारी है बताया जा रहा है की दो बस एक ट्रेवलर को एक ट्रेवल एजेंट चारु द्वारा बुक किया गया था तीनो में 110 यात्री सवार थे जिसमे एक बस खाई में गिर गया उसमे 42 यात्री सवार थे।