बांग्लादेशी हिन्दू नरसंहार के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद बलिया ने किया जोरदार प्रदर्शन
संजीव सिंह  बलिया। बांग्लादेशी हिन्दू नरसंहार के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद ने किया जोरदार प्रदर्शन बांग्लादेश में चल रहे हिन्दू एवं बौद्ध नरसंहार एवं लक्षित हत्या, महिला उत्पीड़न एवं धार्मिक स्थानों पर प्रहार के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद एवं अनुसांगिक संगठनो ने 23 अगस्त को कलेक्ट्रेट में विशाल जन आक्रोश प्रदर्शित किया एवं जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति महोदया को ज्ञापन सौंपा I बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री के देश छोड़ने के बाद हिन्दुओं का वहां के इस्लामिक जेहादियों द्वारा चुन चुनकर मरना प्रारंभ किया गया एवं विरोध के नाम पर हिन्दू हत्या, लूटपाट एवं महिलाओं का शोषण किया गया I प्रांत सह मंत्री मंगलदेव चौबे ने सभी को बांग्लादेश में हो रहे इस्लामिक अत्याचार को बताते हुए सभी को जिहाद के विरुद्ध आव्हान करते हुए कहा कि सनातन संस्कृति संसार की आत्मा है और पूरे विश्व के हिन्दू हमारे अपने हैं I हम "वसुधैव कुटुम्बकम " की बात तो करते हैं पर पूरी दुनिया को मानवता सिखाने वाले हिन्दुओं पर लगातर बर्बरता हो रहीं हैं I बांग्लादेश में चल रहे इस प्रकार की जिहादी गतिविधियों को लेकर विश्व हिन्दू परिषद एवं समस्त हिन्दू समाज आक्रोशित हैं और इसकी कड़ी निंदा करते हुए बांग्लादेश पर भारतीय प्रभाव स्थापित करके वहाँ के हिन्दू अल्पसंख्यकों के प्राण, धन एवं सम्मान की रक्षा की माँग करता हैं I उक्त अवसर पर विभाग मंत्री विवेकानंद पाण्डेय, अम्बादत्त पाण्डेय, बलिया विभाग सहसंयोजक दीपक गुप्ता, जिला कार्याध्यक्ष कृष्णा जी, जिला मंत्री भानु तिवारी, कोषाध्यक्ष मनोज चौबे, अजय श्रीवास्तव, प्यारेलाल पांडे,अमरेश यादव ,राजीव सिंह चंदेल, जितेन्द्र ठाकुर, अर्जुन गुप्ता, संतोष गुप्ता, पीयूष गुप्ता, अवनिंद्र चतुर्वेदी, धर्मेन्द्र यादव, आशीष तिवारी, शुभम यादव, सौमित्र पाण्डेय, अरुण सिंह, सनक पाण्डेय मनोज पाण्डेय, अनिल पाण्डेय, सुनील ठाकुर, नीतीश पाण्डेय, रितेश मौर्य, शिवम दुबे, दीपक सिंह, सागर, अजय आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे I
नो वर्क नो पे के तहत बलिया बीएसए मनीष कुमार सिंह की बड़ी कार्रवाई 13प्रधानाध्यापक, 60 सहायक अध्यापक, 66 शिक्षामित्र और 19 अनुदेशक शामिल
संजीव सिंह बलिया।एक साथ इतनी बड़ी कार्रवाई से विभागीय गलियारे में हड़कम्प मच गया है। बीएसए मनीष कुमार सिंह
ने सम्बंधित शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों से सात कार्य दिवस के भीतर अपना स्पष्टीकरण सुसंगत साक्ष्यों सहित अपने खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। कहा है कि समयांतर्गत व संतोषजनक स्पष्टीकरण न होने की दशा में विचार नहीं किया जायेगा। बीएसए ने बताया कि महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय समग्र शिक्षा विद्याभवन निशातगंज लखनऊ द्वारा विद्यालयों के नियमित निरीक्षण एवं कार्यक्रमों की प्रगत्ति की अनुश्रवण किए जाने को लेकर निर्गत आदेश के अनुपालन में खण्ड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, जनपद एवं ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स के अधिकारियों द्वारा प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान बिना किसी सूचना के 158 अध्यापक, शिक्षामित्र तथा अनुदेशक अनुपस्थित मिले। यह कृत्य घोर लापरवाही का द्योतक है। कर्तव्य के प्रति उदासीनता का परिचायक है, जो अक्षम्य है। इन सभी के खिलाफ नो वर्क नो पे के तहत कार्रवाई की गई है। बीएसए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि सम्बन्धित प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक भी यह स्पष्ट करेंगे कि विद्यालय में बार-बार अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित कार्मिकों के सम्बन्ध में उनके द्वारा पूर्व में क्या कार्यवाही की गयी ? सम्बन्धित कार्मिक यदि उक्त दिवस पर मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन स्वीकृत अवकाश पर थे तो इस सूचना का अंकन विद्यालय रजिस्टर में अवकाश रिफरेन्स नम्बर के साथ क्यों नहीं किया गया ? अन्यथा की स्थिति में अधीनस्थ पर प्रभावी पर्यवेक्षणीय नियंत्रण न रख पाने के दृष्टिगत उनका उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। बीएसए ने सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि प्राविधानानुसार अनुपस्थिति तिथि का वेतन/मानदेय काटौती के सम्बन्ध में मानव सम्पदा के सर्विस बुक पर अनिवार्य रूप से अंकित करें। साथ ही ऐसे कार्मिक जो 03 या 03 से अधिक बार अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये गये है, उनके विरुद्ध कार्यवाही हेतु आख्या एक सप्ताह के भीतर अधोहरताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बलिया के उभांव थाना क्षेत्र के एक कस्बे की 13 वर्षीय लड़की के साथ उसके पड़ोस में रहने वाले युवक ने किया बलात्कार
संजीव सिंह बलिया।उभांव क्षेत्र में एक किशोरी के साथ बलात्कार के आरोप में उसके पड़ोसी युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।पुलिस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि उभांव थाना क्षेत्र के एक कस्बे की 13 वर्षीय लड़की के साथ उसके पड़ोस में रहने वाले आलोक नामक युवक ने बुधवार दोपहर बलात्कार किया। घटना के समय किशोरी की मां अपनी छोटी बेटी का इलाज कराने गई थी। इस मामले में किशोरी की मां की तहरीर पर बुधवार को आलोक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बी एन एस) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वह जिले के भीमपुरा थाना क्षेत्र के मुहम्मदपुर मठिया गांव का रहने वाला है। किशोरी के घर से सटा उसका ननिहाल है जहां वह रह रहा था।
डीबीटी की पेंडेंसी अत्यधिक होने से नाराज बीएसए मनीष कुमार सिंह ने सभी एक खंड शिक्षा अधिकारी को छोड़कर सभी से कारण सहित स्पष्टीकरण तलब किया
संजीव सिंह बलिया।परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को यूनीफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे एवं स्कूल बैग खरीदने के लिए डीबीटी के माध्यम से धनराशि के हस्तान्तरण हेतु बच्चों एवं उनके माता, पिता तथा अभिभावकों के आधार का सत्यापन प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से नहीं किये जाने के कारण डीबीटी की पेंडेंसी अत्यधिक होने से नाराज बीएसए मनीष कुमार सिंह ने सभी एक खंड शिक्षा अधिकारी को छोड़कर सभी से कारण सहित स्पष्टीकरण तलब किया है। बीएसए ने कहा है कि उक्त के सम्बन्ध में आप भली-भांति अवगत है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को उपयोगार्थ यूनीफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे एवं स्कूल बैग एवं स्टेशनरी खरीदने हेतु धनराशि को उनके माता, पिता या अभिभावकों के बैंक खातों में डीबीटी) के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना शासन की शीर्ष प्राथमिकता है। बीएसए ने कहा है कि उक्त के सम्बन्ध में आप भली-भांति अवगत है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को उपयोगार्थ यूनीफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे एवं स्कूल बैग एवं स्टेशनरी खरीदने हेतु धनराशि को उनके माता, पिता या अभिभावकों के बैंक खातों में डीबीटी) के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना शासन की शीर्ष प्राथमिकता है। यह स्थिति अत्यन्त खेदजनक है। इससे स्पष्ट है कि आप द्वारा शासन की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है। आपके स्तर से उक्त कार्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करने हेतु गम्भीरता से प्रयास नहीं किया जा रहा है। बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारी मुरलीछपरा को छोडकर समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों से अपना स्पष्टीकरण तीन दिवस के अन्दर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। साथ ही पूछा है कि सौंपे गये कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में आप द्वारा की जा रही घोर लापरवाही एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के कारण क्यो न आपकी जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर अनुशासनिक कार्यवाही पारित कर दी जाय।
समाजवादी पार्टी बलिया द्वारा आगामी 13 सितंबर दिन शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जनता के बीच अपनी बात रखने हेतु एकत्र होकर जिला मुख्यालय प्रर्दशन
संजीव सिंह बलिया। समाजवादी पार्टी आगामी 13 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार को जनपद में जर्जर स्वास्थ्य एवं विद्युत व्यवस्था,बाढ़ और कटान के पीड़ितों की दुर्दशा,अवैध शराब तस्करी,कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न,बढ़ते अपराध,सड़को की दुर्दशा, भ्रष्ट्राचार,महंगाई,दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाएं आदि जनहित के सवालों पर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी। जिला अध्यक्ष संग्राम सिंह यादव ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि बलिया जनपद स्वास्थ्य की स्थिति बाद से बदतर हैं मुख्यमंत्री जी जितने बार बलिया आए हैं उतने बार मेडिकल कालेज की बात करते हैं लेकिन वह घोषणा हवा में ही रह जाती हैं। जिले में विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी हैं रोस्टर मजाक बन गया हैं महीनो लग जा रहे है एक ट्रांसफार्मर बदलने में,भाजपा सरकार में अपराधी सड़क पे नंगा नाच कर रहे हैं और पुलिस थाने में रुपया गिन रही है नरही छापेमारी से यह स्पष्ट हो गया है। सपा जिला अध्यक्ष संग्राम सिंह यादव ने कहा कि जीरो टॉलरेंस की बहकी बहकी बाते सरकार के लोग कर रहे है लेकिन सच्चाई यह है कि बलिया में भाजपा के जनप्रतिनिधि और नेता ही पुलिस की देखरेख में अवैध शराब का धंधा कर और करा रहे हैं। प्रशासन बीजेपी कार्यकर्ता की तरह कार्य कर रहा हैं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को नाहक में परेशान किया जा रहा हैं, जनपद का किसान बाढ़ और कटान से परेशान हैं सरकार के लोग वही पर लूट में लगे हैं। बीजेपी आरक्षण को खत्म करने का कुचक्र कर रही है नौजवान,व्यापारी , छात्र सभी वर्ग परेशान हैं। समाजवादी पार्टी इन सभी समस्याओं को लेकर शासन से लेकर जिले तक और सदन में भी मुखर रही हैं लेकिन हमारी बातो को अनसुना किया जा रहा हैं इसलिए अब गांधीवादी रास्ते पर चलते हुए आगामी 13 सितम्बर 2024 को जिला मुख्यालय पर जनता के बीच अपनी बात रखने हेतु एकत्र होंगे। जिसमे बलिया पार्टी के समस्त जनप्रतिनिधि, पूर्व जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी नेता कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे और पत्रक दिया जायेगा।
नगरा के शिक्षक संकुल कोदई मासिक बैठक अगस्त सम्पन्न
संजीव सिंह  बलिया।20अगस्त दिन मंगलवार  को महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक लखनऊ के द्वारा निर्गत पत्र गुण○वि○ /शिक्षक  संकुल 4587/2024/25/दिनांक तथा कार्यालय  खंड शिक्षा अधिकारी के निर्देशानुसार  दिनांक 20अगस्त   मंगलवार को शिक्षा क्षेत्र नगरा के न्याय पंचायत कोदई  की मासिक  बैठक शिक्षक  संकुल उच्च प्राथमिक विद्यालय खरुआंव अनु○बस्ती शिक्षा क्षेत्र नगरा बलिया पर आयोजित  की गयी।जिसमें न्याय  पंचायत  कोदई के अंतर्गत सभी प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय के  सभी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशकों ने प्रतिभाग  किया। जिसमें प्रत्येक  प्रतिभागियों द्वारा निर्धारित एजेंडा पर प्रस्तुति दी गयी।
शासन को बाढ़ और कटान की गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही हो.* . रामगोविन्द चौधरी
संजीव सिंह बलिया।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने घाघरा नदी के किनारे बसे गांवों के कटान और उससे बेघर हुए लोगो के कठिनाइयों को लेकर मा.मुखमंत्री जी जलशक्ति मंत्री एवं मुख्यसचिव उत्तर प्रदेश शासन विभागीय प्रमुख सचिव सहित जिलाधिकारी बलिया को पत्र लिख कर स्थाई के स्थाई समाधन की मांग किया है। मंगलवार को प्रेस को जारी पत्र में रामगोविन्द चौधरी ने बाढ़ और कटान से प्रभावित एक एक गावों का उल्लेख करते हुए जमीनी स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य के लिए अपनी ओर से पत्र लिखने के बावजूद भी नगण्य होने पर दुःख व्यक्त किया हैं। रामगोविन्द चौधरी विभागीय अधिकारियों के कार्यशैली आरोप लगाते हुए कहा कि मै उस क्षेत्र का प्रतिनिधि रहा हूं एक एक गांव के जमीनी हकीकत से वाकिफ हू अधिकारी गण उक्त समस्याओं की आख्या शासन गलत भेजा है यहां तक कि जब मै इसके पूर्व इस सम्बंध में विभाग के जिम्मेदारों को पत्र लिखा तो जवाब में मुझे जो पत्र लिखा गया उसमें भी जमीनी हकीकत से इतर ही जवाब दिया गया तथा वह पत्र झूठ है पुलिंदा नजर आया ऐसे अधिकारियों के खिलाफ भी जांच कर करवाई होनी चाहिए। रामगोविन्द चौधरी ने को प्रेस के विज्ञप्ति में कहा कि उस उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुका हूं इस लिए मेरा कर्तव्य था की क्षेत्र के लोगो के जान मॉल के सुरक्षा हेतु सरकार और शासन तक आवाज उठाऊं। इसी कर्तव्य का पालन करते हुए मैने सरकार और शासन को अनेक बार पत्र लिखा लेकीन सरकार और शासन में बैठे लोग कोई ध्यान नहीं दिए उल्टे सीधे गोल गोल घुमाते रहे जिससे प्रतीत स्पष्ट हो रहा कि इस सरकार में आम जनता की भलाई की बात कहना व्यर्थ है या सरकार एन केंद्र प्रकरण सिर्फ वोट लेकर सरकार बनाने में व्यस्त है जनता की भलाई कैसे होगी उसके बारे में नहीं सोच रहे समाज में नफरत का बीज बोकर वोट लेने में सफल या सरकार जनहित के सवाल पर बिल्कुल फेल है लेकिन मैं जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति का एक सिपाही हूं मैं अपने क्षेत्र की जनता को अपनी समस्याओं से जूझते हुए अकेले नहीं छोड़ सकता और अब अगर इस संबंध में इस पत्र पर कोई सार्थक कार्रवाई नहीं होती तो सड़क पर उतरकर जनता के बीच में इस सरकार एवं विभागीय भ्रष्ट्राचार का कलाई खोलूंगा और बाढ़ एवं कटन के स्थाई समाधान तथा कटान पीड़ितों के पुनर्वास की व्यवस्था करने पर जनदबाव के बल पर सरकार को मजबूर किया जाएगा।
बलिया बलिदान दिवस: आज के ही दिन19 अगस्त 1942 में आजाद हुआ था बागी बलिया
संजीव सिंह बलिया।बागी धरती को ऐसे ही बागी बलिया नहीं कहा जाता है। चाहे अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद करने की बात हो या फिर उनसे लोहा लेने की, महर्षि भृगु की धरा के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और देश की आजादी से पांच साल पहले ही आजाद भारत माता का दर्शन कर लिया। जी हां, बात हो रही है 19 अगस्त 1942 की, जब बागी बलिया के सपूतों ने न सिर्फ ब्रिटिश सरकार को उखाड़ने का काम किया, बल्कि बलिया को राष्ट्र घोषित कर यहां एक समानांतर सरकार भी बनाई, जिसका नाम रखा गया स्वतंत्र बलिया प्रजातंत्र। हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकी और ब्रिटिश सरकार ने अगले ही माह सितंबर में दोबारा यहां कब्जा कर लिया। बागी बलिया चित्तू पांडे की अगुवाई में 19 अगस्त 1942 को आजाद घोषित हो गया था। क्रांतिवीरों की याद में बलिया बलिदान दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। बलिया बलिदान दिवस सोमवार को मनाया गया। इसके गवाह सैकड़ों लोगों के साथ जनप्रतिनिधि व सेनानी आश्रित बने। सुबह करीब सवा आठ बजे देशभक्ति नारों के बीच जेल का फाटक खुला और प्रतीकात्मक रूप से बाहर आए। 19 अगस्त 1942 को 14 दिनों के लिए आजाद हुए बलिया के लोगों के लिए यह गौरव का क्षण होता है। इस कार्यक्रम की तैयारी तड़के पूरी कर ली गयी थी। इसके बाद सेनानी रामविचार पांडे, मंत्री दयाशंकर सिंह व दानिश आजाद अंसारी, डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी विक्रांत वीर तथा विभिन्न दलों के नेता-कार्यकर्ता, सेनानी आश्रित अंदर दाखिल हुए। कुछ देर जेल का फाटक खुला और सभी लोग हाथ में तिरंगा लिए देशभक्ति नारा लगाते हुए बाहर निकले। सभी ने कारागार परिसर में स्थित सेनानी राजकुमार बाघ की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यहां से काफिला कुंवर सिंह चौराहा पर पहुंचा जहां पर वीर कुंवर सिंह कि प्रतिमा पर माला पहनाकर लोगों ने नमन किया। शहीद रामदहिन ओझा, मुरली बाबू, भीमराव अम्बेडकर, शेरे बलिया चित्तू पाण्डेय, पं. तारकेश्वर पाण्डेय, मंगल पाण्डेय, लालबहादुर शास्त्री, चंद्रशेखर आजाद, उमाशंकर सोनार के बाद शहीद पार्क चौक स्थित महात्मा गांधी व शहीद सेनानियों के शिलापट्ट पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की। क्रांति मैदान (बापू भवन ) टाउन हाल में 19अगस्त, 1942 को आजादी की घोषणा की गईं थी, उस चबूतरे पर भी माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित किया गया। इस मौके पर बलिया सांसद सनातन पांडेय, नपा चेयरमैन संत कुमार उर्फ मिठाई लाल, पूर्व चेयरमैन संजय उपाध्याय, उमाशंकर पाठक, विनय पांडे, लक्ष्मण गुप्ता, डा. अखिलेश राय, अखिलेश सिनहा, आदर्श मिश्र झब्बू, राहुल सिंह, जैनेन्द्र पांडे मिंटू, गंगासागर सिंह, जाकिर हुसैन, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, सीओ सिटी गौरव कुमार, जेलर राजेंद्र सिंह आदि थे।
बलिया के नगरा मैं ओसामा इश्तियाक के नेतृत्व कैंडल-मार्च निकालकर लोगों ने कोलकाता की डॉक्टर के लिए मांगा-इंसाफ:
संजीव सिंह  बलिया। नगरा: ओसामा इश्तियाक  के नेतृत्व  में नगरा में कैंडल-मार्च निकालकर लोगों ने कोलकाता की डॉक्टर के लिए मांगा-इंसाफ: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी गई थी। जिसको लेकर पूरे देश के लोगों में रोष व्याप्त है।पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुई जघन्य घटना के विरोध में लोगों ने पैदल मार्च निकाला और कैंडल जलाकर डॉक्टर के लिए इंसाफ मांगा। नारेबाजी करते हुए पश्चिम बंगाल की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने और घटना की सीबीआई जांच करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि दोषियों की जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। कोलकाता डॉक्टर रेप केस में
अंधेरे में प्रकाश बनें। शांति के लिए नगरा कैंडल मार्च में शामिल हुऐ आवाज़ उठाइये!! हर हालत में आवाज़ उठाइये ! अगर आप एक डाक्टर नहीं है तो क्या आप इस अपराध के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे कोलकाता की डॉक्टर बच्ची के साथ जो घिनौना, रूह को हिला देने वाला और मानवता को सदा के लिए शर्मिंदा करने वाला अपराध हुआ है उसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाइये डॉक्टर ही नहीं हर एक महिला को अपने कार्य स्थल पर अपने आप को सुरक्षित महसूस करें यह उसका अधिकार है।अंधेरे में प्रकाश बनें। शांति के लिए हमारे नगरा कैंडल मार्च में शामिल हुऐ । ओसामा इश्तियाक के नेतृत्व में नदीम राजा, रशीद अहमद, इमरान जफर'दानिश, उमर इश्तियाक , अयान इश्तियाक,आदि लोग उपस्थित हुए।
छात्रा काजल की दोनों चोंटी बाल पकड़कर लात (पैर)मारने वाले रेवती के सहायक अध्यापक को बीएसए मनीष कुमार सिंह ने तत्काल प्रभाव से किये सस्पेंड
संजीव सिंह  बलिया ।रेवतीं: छात्रा को लात (पैर) से मारने वाले शिक्षा क्षेत्र रेवती के प्राथमिक विद्यालय विसौली के सहायक अध्यापक अजीत कुमार यादव को बीएसए मनीष कुमार सिंह ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। बीएसए ने यह कार्रवाई जांच के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी रेवती की आख्या के आधार पर की है। निलम्बन अवधि में अजीत कुमार यादव, प्रावि अघैला, रेवती से सम्बद्ध रहेंगे।
बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारी मुरलीछपरा से जांच कराई। खण्ड शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच आख्या 14 अगस्त को सौंपते हुए अवगत कराया है कि उन्होंने प्रावि विसौली का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कक्षा-05 के बच्चों से पूछने पर कि क्या प्रधानाध्यापक या किसी सहायक अध्यापक द्वारा उन्हें मारा-पीटा या शारीरिक दण्ड दिया जाता है ? बच्चों द्वारा बताया गया कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक या सहायक अध्यापक द्वारा मारा-पीटा नहीं जाता है, केवल अजीत सर द्वारा एक दिन काजल को लात से मारा गया था। उसकी दोनों चोटी पकड़ कर खींचा गया था। काजल से पूछने पर उसने भी स्वीकार किया कि सर द्वारा उसके बाल पकड़े गये थे। लात (पैर) पर मारा गया था। काजल द्वारा उसके पिता लक्ष्मण शर्मा को बुलवाया गया तो उनके द्वारा भी इस बात की पुष्टि की गयी कि काजल ने उन्हें बताया था कि अजीत सर उसे मारे है। 
बीएसए ने बताया कि सहायक अध्यापक पर पीटने के आरोप में सम्बन्धित छात्रा एवं उसके अभिभावक द्वारा इसकी पुष्टि गंभीर है। सहायक अध्यापक का यह कृत्य बच्चों के निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के प्राविधानों एवं बाल अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है। अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही उदासीनता का द्योतक है, जो उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1999 के संगत नियमों के सर्वथा विपरीत है। इस कृत्य से विभाग की छवि भी धूमिल हुई है।
बीएसए ने प्रकरण की जांच खण्ड शिक्षा अधिकारी बैरिया को सौंपते हुए निर्देशित किया है कि सम्बन्धित अध्यापक के विरूद्ध अलग से आरोप पत्र अधोहस्ताक्षरी से अनुमोदित कराकर अपचारी कर्मचारी का लिखित अभिकथन प्राप्त कर तथ्यपरक सुसंगत जांच आख्या 15 दिवस के अन्दर अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निलम्बन अवधि में अजीत कुमार यादव को जीवन निर्वाह भत्ता देय नहीं होगा।