आशाओं को दिया गया टीकाकरण का प्रशिक्षण

खजनी गोरखपुर।केंद्र एवं प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में रोग प्रतिरोधक और संचारी रोगों से बचाव के लिए टीके लगाए जाते हैं।

आज खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीसीपीएम खुश मोहम्मद अंसारी और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जुमराती अहमद के द्वारा गांवों की आशाओं को सामुहिक प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उन्हें समय- समय पर दिए जाने वाले प्रतिरोध टीकों तपेदिक(टीबी) हेपेटाइटिस-बी, पोलियो, गलाघोटू, काली खांसी, टेटनेस, हीमोफालिस इन्फ्लूएंजा, रोटावायरस जनित डायरिया,न्यूमोकोकल रोग, खसरा, रूबेला, जापानी इंसेफलाइटिस,बीसीजी-बी, ओपीवी, पेंटावेलेंट एफ, आईपीवी,आरवीवी,पीसीवी, एमआर,एफआई पीवी,वीटा एडीपीटी, टीडी आदि टीकों के संदर्भ में विस्तार सहित जानकारी दी गई।

नियमित टीकाकरण अभियान के प्रशिक्षण में आशाओं को समय-समय पर दिए जाने वाले सभी टीकों को लगवाने की जानकारियां दीं गईं।

दो महीने से नहीं मिला पीएम श्री स्कूल के बच्चों को भोजन का अनाज

खजनी गोरखपुर।इलाके के झुड़ियां गांव में स्थित कंपोजिट स्कूल को वर्ष 2023-24 में पीएम श्री स्कूल योजना में चयनित किया गया है। किंतु इस विद्यालय में दो महीने से विद्यार्थियों को मिड-डे-मील योजना के तहत दोपहर के भोजन के लिए खाद्यान्न नहीं मिल रहा है।

स्कूल के प्रधानाध्यापक श्रीप्रकाश तिवारी के द्वारा अपने वेतन से अनाज खरीद कर बच्चों के लिए भोजन का प्रबंध करना पड़ रहा है।

बता दें कि पीएम श्री स्कूल का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों को इस तरह से पोषित करना है कि वे सक्रिय उत्पादक और योगदान देने वाले नागरिक बन सकें। इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति वर्ष 2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप समानता, समावेशिता और समानता की विशेषता वाले सक्षम समाज के निर्माण के उद्देश्य से लागू किया गया है। किंतु पीएम श्री स्कूल में ही बच्चों को सरकारी कोटे का खाद्यान्न नहीं मिल रहा है।

प्रधानाध्यापक ने बताया कि कंपोजिट स्कूल में कुल लगभग 200 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं, बीते जुलाई महीने में सिर्फ एक क्विंटल चावल मिला था। जबकि स्कूल में हर महीने बच्चों के भोजन के लिए लगभग 137 किलो गेहूं और 172 किलो चावल लगता है। प्रधानाध्यापक द्वारा अपने वेतन से बाजार से चावल गेहूं खरीद कर बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है। आज बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे को पत्र दे कर प्रधानाध्यापक ने समस्या से अवगत कराया है।

मिली जानकारी के अनुसार गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत कोटे की दुकान चलाने की जिम्मेदारी गांव के निवासी राजकुमार तिवारी की पत्नी शकुंतला देवी के शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह को दी गई है। बच्चों के मिड-डे-मील के लिए मिलने वाले अनाज के संबंध में जानकारी पाने के लिए दर्जनों बार फोन करने पर भी उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जाता।

इस संदर्भ में बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे से जानकारी के लिए फोन करने पर उनका भी कोई जवाब नहीं मिला।

बाइक सवार मनबढ़ युवकों ने घूंसा मारकर शिक्षक की नाक फोड़ी
खजनी गोरखपुर।कस्बे में थाने के सामने पोस्ट आॅफिस गली के पास स्कूल से लौट रहे बाइक सवार शिक्षक को घूंसा मारकर बाइक सवार युवक ने उनकी नाक फोड़ दी शिक्षक की नाक पर टांके लगे हैं।


मिली जानकारी के अनुसार खजनी थाना क्षेत्र के चरनाद गांव के निवासी रामप्रवेश त्रिपाठी देवरिया जिले के रूद्रपुर में स्थित जनता इंटरकॉलेज में संस्कृत विषय के शिक्षक हैं। मंगलवार को अपरान्ह लगभग 3.30 बजे वह स्कूल से पढ़ा कर अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में खजनी कस्बे में थाना तिराहे से आगे बढ़े ही थे कि अचानक एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने भीड़ में तेज रफ्तार अपनी को नाचते हुए उनकी बाइक को कट मारते हुए तेजी से आगे निकले जिससे शिक्षक का बैलेंस बिगड़ गया और वह सड़क पर अपनी बाइक के साथ लड़खड़ाते हुए नीचे गिरने से बचे शिक्षक ने तेज स्वर में बाइक सवार युवकों को जरा संभलकर देख कर चलने की नसीहत दी।


बाइक सवार मनबढ़ युवकों को यह बात इतनी बुरी लगी कि तुरंत अपनी बाइक रोक कर नीचे उतरे और उनमें से बीच में बैठे युवक ने शिक्षक के पास पहुंच कर उनके चेहरे पर घूंसा जड़ दिया और मौके से फरार हो गए। नाक पर घूंसे की चोट से शिक्षक का चेहरा लहुलुहान हो गया और उनकी बाइक नीचे गिर गई।

घटना के दौरान मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने उन्हें संभाला और उनकी बाइक उठा कर खड़ी की, शिक्षक ने थाने में पहुंच कर घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अस्पताल ले जा कर शिक्षक का उपचार कराया उनकी नाक पर 4 टांके लगे हैं।

इस संदर्भ में थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की तलाश की जाएगी। केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
घरेलू बिजली के चपेट में आने से पति पत्नी की अचेत*
बड़हलगंज/गोरखपुर I बड़हलगंज थाना क्षेत्र के सिधुंआपार गांव में  घरेलू बिजली की छमता चपेट में आने से पति-पत्नी दोनों अचेत.
मिली जानकारी के अनुसार सिधुंआपार गांव  के एक परिवार रात में पति-पत्नी दोनों सोए हुए थे पंखे की हवा को तेज करने के लिए अचानक बिस्तर से उठे तब तक करंट की चपेट में आने से पति घायल हो गए उन्हें बचाने के लिए उनकी पत्नी भी गई।


जिससे दोनों ने बिजली की करंट से दम तोड़ दिए. वह अपने पीछे पांच बेटियां और एक बेटा बहु को छोड़ गए।
गोरखपुर रेलवे चिकित्सालय में गंभीर रोगियों को रेफर करने की समस्याओं को तत्काल दूर करे प्रशासन- विनोद राय

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के केंद्रीय कार्यालय पर कर्मचारी समस्याओं पर एक सभा की गई सभा में चुनाव के समय कर्मचारियों का ट्रांसफर, विभिन्न विभागों में समय से प्रमोशन न होने, रेलवे हॉस्पिटल में गंभीर मरीजों को रेफर करने में आनाकानी मेडिकल रीइंबर्समेंट के लंबित मामले, पूर्वोत्तर रेलवे पर आवास की जर्जर स्थिति एवं अन्य समस्याओं पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर बोलते हुए पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री तथा असिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी एनएफआईआर विनोद राय ने कहा कि कर्मचारी समस्याओं को पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ हमेशा प्रशासन के संज्ञान में लाती रही है एवं लगातार पत्र के माध्यम से सूचित किया जाता है लेकिन प्रशासन कर्मचारी समस्याओं के प्रति उदासीन है। उन्होंने उपस्थित पदाधिकारी तथा कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि सभी समस्याओं पर प्रशासन से वार्ता की जाएगी एवं समस्याओं को दूर कराया जाएगा।

कार्यक्रम में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी एस सी अवस्थी, के एम मिश्रा, संजीव धर, दीपक चौधरी कुलदीप मणि त्रिपाठी ईश्वर चंद्र विद्यासागर विजय पाठक जयप्रकाश सिंह लक्ष्मी श्रीवास्तव, बृजपाल सिंह, सतीश श्रीवास्तव, देवेश सिंह, मोनू पाठक, ए बी पांडे, अजय त्रिपाठी, निशांत यादव, दीपक प्रजापति, धीरज यादव, विनय यादव, हेमंत कुमार, एसके गोस्वामी, वैभव पांडे, मिथिलेश राय, विजय सिंह, हरकेश बहादुर सिंह इत्यादि पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

समर्थ समाज और सशक्त राष्ट्र की बुनियादी आवश्यकता है शिक्षा : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी समर्थ और सशक्त राष्ट्र की सबसे प्रमुख उपलब्धि शिक्षा होती है। शिक्षा सभ्य व समर्थ समाज और सशक्त राष्ट्र की बुनियादी आवश्यकता है। शिक्षा के बिना मानवीय मूल्यों और जीवन सृष्टि की आवश्यकताओं की पूर्ति की कल्पना नहीं की जा सकती है।

सीएम योगी मंगलवार को गोरखपुर के चरगांवा ब्लॉक के लिए निपुण भारत मिशन के तहत प्रदेश में ‘रोड टू स्कूल’ के पहले प्रोजेक्ट का शुभारंभ कर रहे थे। चरगांवा ब्लॉक क्षेत्र के एक रिजॉर्ट में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। व्यक्ति आत्मनिर्भर होगा तो समाज और राष्ट्र भी आत्मनिर्भर होगा। ऐसे में कोई कारण नहीं कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने से वंचित रह जाए। उन्होंने शिक्षा के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि प्राचीन समय से अलग अलग कालखंडों में शिक्षा को सर्वसुलभ बनाने के प्रयास किए गए। इसमें गुरुकुल प्रणाली भी प्रेरक रही। तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला, काशी, कांचीपुरम की ख्याति अध्ययन और अध्यापन के बेहतरीन केंद्र के रूप में रही। प्राचीनकाल के अलावा बदले हालात में देश को आजादी मिलने के बाद भी शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए प्रयास हुए लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।

2017 से दूर हो रही ड्रापआउट की समस्या

सीएम योगी ने पिछले सात सालों से सरकार के प्रयासों से प्रदेश के परिषदीय स्कूलों की दशा में आए बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा कि 2017 के पहले ड्रापआउट एक बड़ी समस्या थी। बड़ी संख्या में नामांकित बच्चे भी स्कूल नहीं आते थे तो कई कक्षा पांच के बाद छह में और कक्षा आठ के बाद नौ में एडमिशन नहीं लेते थे। सरकार ने स्कूल चलो अभियान में शिक्षकों की भूमिका को महत्व दिया तो आज ये समस्या दूर होती जा रही है। स्कूल चलो अभियान का परिणाम है कि 2017 के बाद यूपी के परिषदीय विद्यालयों में 50 से 60 लाख नए बच्चे बढ़े हैं। बीच के दो साल कोरोना से प्रभावित होने के बावजूद इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 1.34 करोड़ से बढ़कर 1.92 करोड़ हो गई है। उन्होंने कहा कि जब हम बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाएंगे तो भारत का भविष्य उज्ज्वल बनाने में सफल होंगे।

संसाधन से लेकर प्रोत्साहन पर है सरकार का ध्यान

स्कूली शिक्षा को मजबूत करने के लिए संसाधन से लेकर प्रोत्साहन तक दिए गए ध्यान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और मानिंद लोगों को साथ लेकर प्रदेश में बड़ी संख्या में ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों को सुदृढ़ बनाया गया है। यहां शानदार फर्नीचर व अन्य सुविधाओं के साथ स्मार्ट क्लास बनाए गए हैं। बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करने को यूनिफॉर्म, कॉपी किताब, बैग, जूता मोजा आदि के लिए सरकार हर बच्चे के अभिभावक को 1200 रुपये की धनराशि देती है। बालिकाओं की शिक्षा के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को संसाधन सम्पन्न बनाया जा रहा है। श्रमिकों के पाल्यों की मुफ्त शिक्षा के लिए सभी मंडल मुख्यालय पर अटल आवासीय विद्यालय खोले गए हैं। जल्द ही 57 जिलों में डे स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने के लिए ही पीएम श्री और मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मिलकर प्रयास होंगे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप निपुण भारत मिशन से निपुण उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए हम सफल होंगे।

स्कूल चलो अभियान का ही नया रूप है रोड टू स्कूल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रोड टू स्कूल प्रोजेक्ट स्कूल चलो अभियान का ही नया रूप है। इसमें रिसोर्स पर्सन और उनके ऊपर की टीम एक पिरामिड के रूप में बच्चों को स्कूल लाने, उनकी उपस्थित बनाए रखने और उनके शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और कला कौशल की मॉनिटरिंग करती है। रोड टू स्कूल में बच्चों को उदाहरण देकर सिखाने ओर जोर है। यह एक अभिनव कार्यक्रम है जो बच्चों के शत प्रतिशत नामांकन, कक्षा में उनकी नियमित उपस्थिति और आगे की कक्षाओं में प्रवेश के लिए संवेदनशील प्रयास करता है। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए जो तमाम प्रयास हो रहे हैं, रोड टू स्कूल उसी का हिस्सा है। बेसिक शिक्षा विभाग के साथ मिलकर ‘रोड टू स्कूल’ प्रोजेक्ट शुरू करने के मुख्यमंत्री ने अशोक लीलैंड लिमिटेड और उसके कार्यान्वयन भागीदार लर्निंग लिंक फाउंडेशन को धन्यवाद दिया। सीएम योगी ने बताया कि रोड टू स्कूल प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में चरगांवा ब्लॉक के सभी 78 परिषदीय विद्यालयों (प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट) को शामिल किया गया है। इससे 17781 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। दूसरे चरण में भटहट ब्लॉक के सभी 90 परिषदीय विद्यालयों के 16434 छात्रों को फायदा होगा। रोड टू स्कूल प्रोजेक्ट में परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने, ड्राप आउट रोकने, बच्चों में पठन-पाठन के प्रति अभिरुचि बढ़ाने, उनके स्वास्थ्य देखभाल और उन्हें खेल एवं कौशल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।

खुद को अपडेट रखें शिक्षक

मुख्यमंत्री ने आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षक नए भारत के निर्माता हैं। ऐसे में उनकी जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को पढ़ाने के लिए खुद को भी ज्ञान के विविध आयामों से अपडेट रखें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने विषय और फील्ड के साथ सामाजिक दायित्वों की भी जानकारी होनी चाहिए ताकि वे बच्चों को योग्य नागरिक बना सकें। खुद को अपडेट रखकर ही वे बच्चों को कुशल बना पाएंगे और आने वाली पीढ़ी उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करेगी।

कार्यक्रम को विधायक महेंद्रपाल सिंह, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. एस. सुंदरम ने भी संबोधित किया। आभार ज्ञापन अशोक लीलैंड फाउंडेशन के उपाध्यक्ष शशि कुमार ने किया। इस अवसर पर विधायक फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, सरवन निषाद, अशोक लीलैंड के निदेशक एनबी बालाचंद्रन आदि समेत बड़ी संख्या में शिक्षक और स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।

राखी बंधा कर लौट रहे बाइक सवार युवक की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत

गोला गोरखपुर।बीती शाम थाना क्षेत्र के कौड़ीराम गोला मार्ग पर स्थित चिलवां गांव के पास तेज रफ्तार बुलेट और बाइक के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई, हादसे में बाइक सवार युवक की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

सोमवार को रक्षाबंधन था रात लगभग 8.30 बजे कौड़ीराम-जानीपुर-गोला मार्ग पर अपनी बहन के घर से राखी बंधा कर लौट रहे बाइक सवार युवक की बुलेट सवार के साथ जबरदस्त टक्कर हो गई,जिसमें बाइक सवार खिरकिटा दिगर गांव के निवासी 22वर्षीय युवक नरसिंह पुत्र लक्ष्मण गौड़ की घटनास्थल पर दर्दनाक मौत हो गई। वहीं बुलेट चालक हादसे के बाद अपनी बुलेट घटनास्थल पर छोड़कर फरार हो गया।

स्थानीय लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर युवक नरसिंह को सीएचसी गोला पहुंचाया जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।सूचना मिलने पर पहुंची गोला पुलिस ने मृतक के परिजनों की सहमति से शव को कब्जे में लेकर पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिले पर भेज दिया। बताया गया कि हादसे में मृत युवक अपनी बहन के घर से राखी बंधवा कर वापस अपने घर लौट रहा था।

हर्षोल्लास के साथ मनाया गया रक्षाबंधन पर्व, बहनों,पुरोहितों ने बाँधी राखियाँ
खजनी गोरखपुर।इलाके में रक्षाबंधन का पर्व श्रद्धा पूर्वक उत्साह के साथ धूम्रपान से मनाया गया। बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखियां बांधी माथे पर तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी तथा लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए भाईयों से अपनी रक्षा का वचन लिया। इस दौरान भाईयों ने अपनी बहनों विभिन्न उपहार दिए।

वहीं कुलपुरोहितों ने अपने यजमानों को रक्षासूत्र बांधे साथ ही देवी देवताओं को भी रक्षासूत्र चढाए गए।खजनी कस्बे और आसपास के चौराहों पर सडकों पर भारी भीड़ रही। सड़कों पर जाम के कारण लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

इस अवसर पर प्रायः सभी घरों में पकवान बनाए गए महिलाओं और बच्चों ने पर्व को पारंपरिक तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाया, बहनों ने भाइयों की तथा पुरोहितों ने अपने यजमानों की कलाईयों पर रक्षासूत्र बांध कर अपनी रक्षा का संकल्प याद दिलाया, बदले में भाइयों और यजमानों ने उन्हें उपहार दिए।

रक्षाबंधन के अवसर पर बाजारों में भीड़ भाड़ और रौनक देखी गई, विशेषकर मिठाईयों व राखियों दुकानों और उपहार के सामान खरीदने में लोग मशगूल नजर आए।
सावन सोमवार के अंतिम दिन शिव मंदिरों पर उमड़ी भक्तों की भीड, सायं तक चला रूद्राभिषेक

खजनी गोरखपुर।सावन महीने के अंतिम पांचवें सोमवार को इलाके के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में आस्थावान श्रद्धालु शिव भक्तों की भारी भीड़ रही सबेरे से ही लोग जलाभिषेक, रूद्राभिषेक और विशिष्ठ पुजा के लिए शिव मंदिरों में पहुंचे, जलाभिषेक के लिए लोग लंबी कतारों में खडे नजर आए।

सर्वाधिक भीड़ भरोहियां गांव के जयश्वरनाथ शिव मंदिर और झारखंडेश्वर महादेव मंदिर टेकवार उनवल में देखी गई, साथ ही नीलकंठ महादेव शिव मंदिर सरयां तिवारी और उनवल  रूद्रपुर कोटही माता मंदिर परिसर में स्थित शिव मंदिर,समाधिनाथ बाबा मंदिर समेत छताईं,पांडेयपुरा,डोंड़ो, सतुआभार, खजुरी, भैंसा बाजार, डोहरियां, बहुरीपार गड़ैना समेत सभी गांवों में स्थित शिव मंदिरों पर पूजा अर्चना की गई।

देव माह सावन के अंतिम दिन आज  रूद्राभिषेक का आयोजन देर शाम तक चलता रहा। झारखंडेश्वर महादेव मंदिर में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा मंदिर से आज एक ट्राली में भरकर चढाएं गए बिल्व पत्रों को ट्रैक्टर ट्राली से विसर्जन के लिए ले जाया गया।इस दौरान सभी शिवभक्त श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया, जिसमें स्थानीय श्रद्धालुओं ने सहयोग किया।
तकनीकी शिक्षा का रोल मॉडल बनेगा एमपीआईटी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से संचालित महाराणा प्रताप इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमपीआईटी) में बन रहे स्टेट ऑफ आर्ट - सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रगति की जानकारी ली और इन्हें विश्व स्तरीय मानक के अनुरूप तैयार करने और इसके पाठ्यक्रमों को भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को तकनीकी शिक्षा का मॉडल बनाना है। इसमें यहां बन रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बड़ी भूमिका निभाएंगे।

एमपीआईटी में इस सत्र से बीटेक की पढ़ाई के लिए छह ब्रांचों, कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, डाटा साइंस, साइबर सिक्युरिटी, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (वीएलएसआई डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी) में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। इन सभी ब्रांचों में 60-60 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। यानी पहले सत्र में एमपीआईटी की छात्र क्षमता 360 की होगी। बीटेक एडमिशन के लिए जारी प्रवेश प्रक्रिया के साथ ही लच्छीपुर स्थित एमपीआईटी के परिसर में अलग-अलग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जा रहे हैं। ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड थ्री डी प्रिंटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्युरिटी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में कुल छह तरह के पाठ्यक्रम (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्युरिटी, ड्रोन टेक्नोलॉजी, स्पेस टेक्नोलॉजी, थ्री डी प्रिंटिंग समेत एकीकृत पाठ्यक्रम) संचालित होंगे। सभी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और इनमें संचालित होने वाले पाठ्यक्रम ग्लोबल स्टैंडर्ड के हिसाब से तैयार हों रहे हैं। विद्यार्थी यहां प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स, माइनर डिग्री कोर्स और एडवांस कोर्स के जरिये खुद को संबंधित उद्योग-सेवा के क्षेत्र के अनुरूप तैयार कर सकेंगे।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एमपीआईटी के सभी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश के तकनीकी शिक्षण संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करेंगे। यहां न केवल एमपीआईटी के छात्रों को बल्कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से अनुमोदित 15 अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों को भी ग्लोबल कोर्सेज में शामिल होने की सुविधा मिलेगी। जो संस्थान एमपीआईटी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से लाभान्वित होंगे उनमें मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, राजकीय पॉलिटेक्निक गोरखपुर, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक गोरखपुर, महामाया राजकीय पॉलिटेक्निक हरिहरपुर खजनी, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी गोरखपुर सेंटर, महाराणा प्रताप पॉलिटेक्निक गोरखपुर, बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी गीडा गोरखपुर, बुद्धा पॉलिटेक्निक कॉलेज गीडा गोरखपुर, आईटीएम गीडा गोरखपुर, आईटीएम पॉलिटेक्निक गीडा गोरखपुर, केआईपीएम कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी गीडा गोरखपुर, लिटिल फ्लावर पॉलिटेक्निक गोरखपुर, महामानव गौतम बुद्ध पॉलिटेक्निक बनकटी खुर्द, सुयश इंस्टीट्यूट ऑफ़ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी हक्काबाद गोरखपुर और विकास इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी गोरखपुर शामिल हैं।