*भदोही में सावन के अंतिम सोमवार पर शिवालयों में लगा श्रद्धालुओ भीड़ सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रही पुलिस*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सावन के महीने में देवों के देव महादेव और मां पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। साथ ही सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त यानी आज सावन महीने का अंतिम सोमवार है। साथ ही सावन पूर्णिमा भी है। इस उपलक्ष्य पर देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है।
धार्मिक मत है कि सावन सोमवार पर भगवान शिव की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। साधक सावन सोमवार पर गंगाजल और दूध से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। जलाभिषेक करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से साधक के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। अगर आप भी धन संबंधी परेशानी से निजात पाना चाहते हैं, तो भगवान शिव का अभिषेक करते समय श्री लिङ्गाष्टकम् का पाठ अवश्य करें।
सावन के अंतिम सोमवार पर आज शिवालयों पर सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया श्रद्धालुओं का भीड़ बढ़ता गया। सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रही पुलिस लोगों को दर्शन करने में जुटी रही। आला अधिकारी चक्रमण कर सुरक्षा कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। शिवालयो पर जहां दर्शन पूजन श्रद्धालुओं द्वारा किया गया तो वहीं मेले का भी आयोजन किया गया। जहां पर जमकर खरीदारी की गई।बता दें कि श्रावण मास का अंतिम सोमवार होने के कारण भोर से ही भगवान शंकर का दर्शन पूजन के लिए शिवालयों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। कतारबद्ध श्रद्धालु एक-एक कर भगवान शंकर का दर्शन पूजन किया। व्रती महिलाएं भी पूजन अर्चन करने में जुटी रही। अंतिम सोमवार होने के कारण भीड़ अधिक हो गई सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सुरक्षा कर्मियों की पसीने छूट गए। सुरक्षा कर्मियों को पुलिस आला अधिकारी आवश्यक दिशा निर्देश भ्रमण कर देते रहें । जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया वैसे भीड़ भी बढ़ती गई।
संदीप पांडेय ने बताया कि सावन का अंतिम सोमवार है। पांच साल बाद ऐसा संयोग बना था कि सावन सोमवार को पड़ा है। इस बार सर्वाद्ध योग भी है। इसमें किए गए सारे कार्यों की सिद्ध मिलती है। शिव जी का पवित्र मास सावन है। सच्चे मन से शिव की आराधना करने पर सिद्धी मिलती है। बेलपत्र के साथ एक लोटा जल अर्पित करने मात्र से शिवजी अतिसय प्रसन्न होते हैं। बताया पूजा का मुहुर्त पूरे दिन है।
Aug 19 2024, 18:54