*टीबी की दवा खा रहे मरीज भी खा सकते हैं फाइलेरिया से बचाव की दवा*

गोरखपुर - जिले में इस समय स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा खिला रही हैं। यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार लोगों को नहीं खिलाई जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने अति गंभीर बीमार लोगों की श्रेणी को स्पष्ट करते हुए कहा है कि टीबी की दवा खा रहे सामान्य मरीज फाइलेरिया से बचाव की भी दवा खा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह दवा सिर्फ अति गंभीर और बिस्तर पकड़ चुके टीबी के डीआर रोगियों को ही नहीं खिलाई जानी है। अगर वह चलने फिरने की स्थिति में आ जाते हैं तो दवा खा सकते हैं। ब्लड प्रेशर, शुगर, एचआईवी व थॉयराइड जैसी कई जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के मरीजों के लिए यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले में टीबी के करीब नौ हजार से अधिक रोगी इलाज पर हैं । इन सभी मरीजों के लिए नियमित दवा का सेवन करना अनिवार्य है। अगर बीच में वह दवा छोड़ देते हैं तो टीबी ठीक नहीं होती है। दवा छोड़ने वाले मरीजों के डीआर टीबी का मरीज होने की आशंका बढ़ जाती है। अगर कोई डीआर टीबी का मरीज घर पर रह कर इलाज करवा रहा है तो वह भी चिकित्सक की सलाह से फाइलेरिया से बचाव की दवा खा सकता है। डीआर टीबी के ऐसे मरीज जो अस्पताल में भर्ती हैं, अस्पताल से शीघ्र डिस्चार्ज होकर आए हैं या फिर अत्यधिक कमजोर होकर बिस्तर पकड़ चुके हैं, उन्हें फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन नहीं करना है।

डॉ दूबे बताया कि पांच साल तक लगातार साल में एक बार फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने से इस लाइलाज बीमारी से सुरक्षा मिलती है। कुछ मिथकों के कारण ऐसे लोग दवा खाने से बचते हैं जिन्हें पहले से किसी बीमारी की दवा चल रही है, जबकि यह दवा सिर्फ ऐसे बीमार लोगों को नहीं खानी है जो अति गंभीर हैं और बिस्तर पकड़ चुके हैं। ह्रदय रोगी, कैंसर रोगी और अन्य अति गंभीर बीमारियों के मरीजों को अपने चिकित्सक से सलाह लेकर यह दवा अवश्य खानी चाहिए। फाइलेरिया से बचाव की दवा स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इसे सिर्फ गर्भवती को नहीं खिलाया जाता है। अभियान के दौरान एक से दो वर्ष के बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जा रही है।

टीम के सामने खाएं दवा

डॉ दूबे ने बताया कि जिले में 4133 टीम घर घर जाकर दवा खिला रही हैं। यह दवा प्रत्येक कार्यदिवसों में सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को खिलाई जा रही है। अवकाश के दिन दवा नहीं खिलाई जाती है। लोगों को यह दवा टीम के सामने खानी है। टीम को ही उम्र के अनुसार दवा की निर्धारित डोज की सही जानकारी है, इसलिए उनके सामने दवा खाना सुरक्षित है। इसे खाली पेट नहीं खानी है। सभी दवाएं बारी बारी एक ही साथ खानी है । जिन लोगों के शरीर में माइक्रोफाइलेरी होंगे उन्हें दवा खाने के बाद हल्की मितली, चक्कर आना, सिरदर्द के लक्षण आ सकते हैं जो सामान्यतया स्वतः ठीक हो जाते हैं। ऐसा तब होता है जबकि शरीर में माइक्रोफाइलेरी दवा से मरने लगते हैं और शरीर इनसे मुक्त हो रहा होता है।

लाइलाज है फाइलेरिया

क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाली फाइलेरिया (हाथीपांव) बीमारी का लक्षण दिखने में पांच से पंद्रह साल तक का समय लग जाता है। एक बार लक्षण आ जाने पर यह पूरी तरह से ठीक नहीं होता हैं। प्रमुख लक्षणों में हाथ, पैर, स्तन और अंडकोष में सूजन (हाइड्रोसील) हैं। अगर बचाव की दवा का सेवन लगातार पांच वर्षों तक कर लिया जाए तो संक्रमण के बावजूद यह लक्षण नहीं आएंगे। जिले में यह अभियान सभी 19 ब्लॉक के गांवों में और सात शहरी क्षेत्रों में चलाया जा रहा है।

*तहसील समाधान दिवस में पहुंचे 53 फरियादी, भूमिहीन को बना दिया संपन्न किसान राशनकार्ड से नाम कटा*

गोरखपुर- अगस्त महीने के तीसरे शनिवार को तहसील समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी खजनी कुंवर सचिन कुमार सिंह के समक्ष कुल 53 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर प्रस्तुत हुए। जिनमें 3 मामलों का मौके पर समाधान करा दिया गया।सहसीं गांव के निवासी रामप्रघट ने प्रार्थनापत्र देकर बताया कि वह भूमिहीन हैं किन्तु उन्हें समृद्ध किसान बता कर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशनकार्ड से उनका नाम हटा दिया गया है। जिससे उन्हें मुफ्त राशन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है,परिवार खाने के लिए मोहताज है। मामले में एसडीएम ने पूर्ति निरीक्षक को कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं गड़ैना गांव के पूर्व ग्रामप्रधान रामबचन ने प्रार्थनापत्र देकर बताया कि पुराने विवाद में प्रतिपक्षियों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट सहित मारपीट की धाराओं में दो केस दर्ज हैं। जिनमें वह वादी हैं मामला कोर्ट में विचाराधीन है किन्तु प्रतिपक्ष के लोग उन्हें और गवाहों को आए दिन रास्ते में घेर कर और घर पहुंच कर सुलह समझौता करने के लिए दबाव बनाते हैं, और ऐसा न करने पर अंजाम भुगतने तथा जान से मारने की धमकी देते हैं।

मामले में क्षेत्राधिकारी खजनी विजय आनंद शाही ने पीड़ित को प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रकरण में बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी इंचार्ज विकासनाथ को जांच और सख्त कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गई।

समाधान दिवस में नायब तहसीलदार रामसूरज प्रसाद एवं राकेश कुमार शुक्ला सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*संदिग्ध हाल में युवक की मौत, अपने कमरे में फंदे से लटका मिला*

गोरखपुर- थाना क्षेत्र के छताईं बाजार कस्बे में अपने निजी मकान में मोबाइल की दुकान चलाने वाले युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सबेरे देर तक उसके सो कर नहीं उठने पर जब कमरे में देखा गया तो युवक का शव फंदे से लटका मिला। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस को युवक का शव नीचे उतार कर चौकी पर लिटाया हुआ मिला।

मिली जानकारी के अनुसार कटघर ग्रामसभा के निवासी प्रेम गुप्ता का बड़ा बेटा चंदन गुप्ता(25)छताईं बाजार कस्बे में अपने निजी मकान में मोबाइल की दुकान चलाता था। पड़ोसियों ने बताया कि युवक बहुत ही सरल सज्जन और मिलनसार था, उसके अच्छे व्यवहार विचार के कारण सभी लोग उसे पसंद करते थे। अपनी दुकान और उससे संबंधित सामानों के लिए गोरखपुर जाने के अलावा युवक अनावश्यक रूप से कहीं भी नहीं जाता था। बीते कुछ दिनों से किसी लड़की से युवक के शादी की चर्चा भी चल रही थी। बताया जा रहा है कि गृहकलह या किसी अन्य बात से आहत हो कर युवक ने आत्महत्या कर ली। 

युवक की मौत से आहत परिजनों का रो कर बुरा हाल है। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे पंचायत नामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण पता चलेगा।

बीआरसी कार्यालय में शिक्षकों का 4 दिवसीय एफ.एल.एन प्रशिक्षण

खजनी गोरखपुर।केंद्र एवं प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति वर्ष 2020 के अनुसार सभी परिषदीय सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को 4 दिवसीय एफ एल एन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसकी शुरुआत आज बीआरसी कार्यालय में की गई।

बीईओ सावन कुमार दूबे ने बताया कि एफएलएन प्रशिक्षण का उद्देश्य सभी बच्चों को शिक्षा का समान अवसर प्रदान करना तथा स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाना है। जिसके लिए सभी शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करना सीखने के माहौल को मजेदार और आकर्षक बनाना।

बच्चों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या (फाउंडेशन लिटरेसी और न्यूमेरेसी) का ज्ञान प्रदान करना ही इस 4 दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है। जिसमे 2025-26 तक 3 वर्ष से लेकर 8 वर्ष आयु तक वाले सभी बच्चों का समग्र विकास करना, बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करना, बच्चों को पढ़ने लिखने और समझने के साथ ही गणितीय गणना में दक्षता हासिल कराना है। ट्रेनिंग में ब्लॉक क्षेत्र के सरकारी स्कूलों के कुल

616 अध्यापक और शिक्षामित्र प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

जिसमें4 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए पहले दिन 100 लोगों के प्रशिक्षण के लिए 50/50 शिक्षकों की दो टीमें बनाईं गई हैं।

पहली टीम को एआरपी राजेश यादव और नाज़नीन ने प्रशिक्षण दिया, वहीं दूसरी टीम को एआरपी संजय चौरसिया और सूरज गुप्ता के प्रशिक्षण दिया गया। बताया गया कि प्रशिक्षण के लिए कुल 6 टीमें बनाई गई हैं। प्रत्येक टीम को 4 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इस दौरान पहले दिन के प्रशिक्षण में ब्लॉक क्षेत्र के गांवों के सरकारी स्कूलों के कुल 100 शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने प्रशिक्षण में हिस्सा लिया।

गोरखपुर क्षेत्र में पहली बार निजी क्षेत्र में होगी एमबीबीएस की पढ़ाई

गोरखपुर, 16 अगस्त। गोरखपुर क्षेत्र (गोरखपुर-बस्ती मंडल) में इस शैक्षणिक सत्र में पहली बार निजी क्षेत्र में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने जा रही है।

 गोरखपुर स्थित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के श्रीगोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से 50 एमबीबीएस सीटों की मान्यता मिली है और इस मेडिकल कॉलेज ने नीट काउंसलिंग के जरिये प्रवेश की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके साथ ही इसी सत्र ने नए संस्थान के रूप में पीपीपी मॉडल पर संचालित महराजगंज के केएमसी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीटों पर और सरकारी क्षेत्र के राज्य स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज कुशीनगर में 100 सीटों पर भी दाखिला होगा। 

गोरखपुर-बस्ती मंडल में इस सत्र के पूर्व एमबीबीएस की 575 सीटों पर पढ़ाई हो रही थी। 300 नई सीटों के साथ यह संख्या बढ़कर 875 हो जाएगी। इस क्षेत्र में पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 150, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में 125, महर्षि वशिष्ठ राज्य स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज बस्ती में 100, माधव प्रसाद त्रिपाठी राज्य स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज सिद्धार्थनगर में 100, महर्षि देवरहा बाबा राज्य स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों पर एमबीबीएस की मान्यता थी। 

गोरखपुर क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में आया यह बूम बीते सात सालों में योगी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के चलते आया है। एक दौर वह भी था जब यहां चिकित्सा शिक्षा के लिए सिर्फ गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज का ही नाम दिखता था। लंबे समय तक बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी एमबीबीएस की मान्यता पर खतरा मंडराता रहता था। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से गोरखपुर में एम्स की स्थापना हुई तो एमबीबीएस की 125 सीटों पर पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध हुई। गोरखपुर क्षेत्र में मेडिकल एजुकेशन को ऊंचाई देने में योगी सरकार की एक जिला एक मेडिकल कॉलेज योजना की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस योजना से बस्ती, सिद्धार्थनगर, देवरिया और कुशीनगर में नए राज्य स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज और महराजगंज में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ। इनमें बस्ती और देवरिया में करीब तीन सत्र पहले से ही एमबीबीएस की पढ़ाई हो रही है। कुशीनगर के राज्य मेडिकल कॉलेज, महराजगंज के पीपीपी मॉडल वाले मेडिकल कॉलेज और गोरखपुर के निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज में इस बार एमबीबीएस सीटों पर पहली बार दाखिला होगा। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय को आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में बीएएमएस की सौ सीटों के लिए पहले से ही पढ़ाई हो रही है। 

गोरखपुर-बस्ती मंडल में एमबीबीएस की सीट

कॉलेज               एमबीबीएस सीट

बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर   150

एम्स गोरखपुर                 125

राज्य स्वा.मेडिकल कॉलेज बस्ती      100

राज्य स्वा.मेडिकल कॉलेज सिद्धार्थनगर  100

देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया   100

श्रीगोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज गोरखपुर   50

राज्य स्वा. मेडिकल कॉलेज कुशीनगर   100

केएमसी मेडिकल कॉलेज महराजगंज   150

होटल में भोजन का पैसा मांगने पर कर मारपीट तोड़फोड़

खजनी गोरखपुर।बिहार राज्य से आकर कस्बे में भोजन का होटल चलाने वालों के साथ भोजन करने के बाद उसका बकाया पैसा मांगने पर चार मनबढ़ो ने मारपीट की और कुर्सियां और सामान का तोड़ फोड़ करने के बाद गालियां और जान-माल की धमकी देते हुए फरार हो गए। व्यवसाई ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

कस्बे में सब्जी मंडी में सस्ते भोजन का होटल चलाने वाले संजीत कुमार मौर्या 26 वर्ष निवासी ग्राम मीनापुर बलहां थाना पिपराही जिला शिवहर बिहार और उनके साथ काम करने वाले कर्मचारियों

शत्रुध्न कुमार 20 वर्ष ,श्रीकांत 20 वर्ष,उपेंद्र महतो 40 वर्ष के साथ थाना क्षेत्र के बेलडांड़ गांव के निवासी 4 मनबढ़ युवकों ने भोजन का बकाया पैसा मांगने पर मारपीट की कुर्सियां और सामान तोड़ फोड़ करते हुए भद्दी गालियां और जान-माल की धमकी देते हुए फरार हो गए।

व्यवसाई ने बताया कि हम लोग गरीब हैं, रोजी-रोटी के लिए यहां परदेश में रह कर परिश्रम करके चार पैसे कमा रहे हैं। होटल में भोजन करने के बाद बकाया पैसे मांगने पर देर रात लगभग 10 बजे चार पांच की संख्या में पहुंचे लोगों ने हमें मारा-पीटा सामान कुर्सियां तोड़ फोड़ कर गंदी गालियां और जान से मारने की धमकी देते हुए आसपास लोगों को आते देख कर फरार हो गए। घटना थाने से महज लगभग सौ मीटर दूर की है। थाने में शिकायत करने पर कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव को कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है। किन्तु खबर लिखे जाने तक कोई घटना स्थल पर जांच के लिए नहीं पहुंचा।

गुस्से में चंडी बनी पत्नी, ब्लेड से काटा पति का गुप्तांग

गोला गोरखपुर।जिले के गोला थाना क्षेत्र के एक गांव में स्वतंत्रा दिवस के दिन गुरुवार को देर रात एक सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है, अवैध संबंध को लेकर पति- पत्नी के बीच पहले विवाद हुआ।

फिर मामला अचानक ऐसा बिगड़ा कि पति से नाराज पत्नी ने अपने ही पति का गुप्तांग धारदार ब्लेट से काट दिया, घटना के बाद चीखता-चिल्लाता लहुलुहान पति कमरे से बाहर निकला तो पहले परिवारीजन भी हैरत में पड़ गए फिर आनन फानन में उसे लेकर अस्पताल पहुंचे जहां उसकी मरहम पट्टी और इलाज चल रहा है।

फिलहाल इलाज कर रहे डॉक्टर ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है। घटना के बाद पति की तहरीर पर गोला थाने की पुलिस ने उसकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

जिले के गोला थाने के एक गांव के रहने वाले अधेड़ ने गोला थाने में तहरीर देकर बताया कि उसकी पत्नी का किसी अन्य व्यक्ति से अवैध संबंध है। घटना के दिन स्वतंत्रता दिवस गुरुवार को देर रात अवैध संबंध को लेकर पत्नी से कुछ कुछ कहासुनी और विवाद हुआ तो गुस्से में पत्नी ने अपना आपा खो दिया और धारदार ब्लेड से हमला कर के अपने ही पति का गुप्तांग काट दिया।

घटना के दौरान जब पत्नी ने गुप्तांग पर ब्लेड से वार किया तो उनकी छोटी बेटी ने उन्हें जबरन जमीन पर पटक दिया था। वही इस संबंध में अधेड़ की पत्नी का कहना है कि पति के लिंग पर नाखून का निशान है। गोला पुलिस ने अधेड़ पति का मेडिकल परीक्षण कराया। रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। गोला पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई है।

हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 78 वें राष्ट्रीय स्वतंत्रता का पर्व

खजनी गोरखपुर।इलाके में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया, तहसील में एसडीएम कुंवर सचिन सिंह ने तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी के साथ ध्वजारोहण किया। ब्लाक मुख्यालय में ब्लाॅक प्रमुख अंशु सिंह ने खण्ड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला के साथ, क्षेत्राधिकारी कार्यालय में क्षेत्राधिकारी विजय आनंद शाही ने तथा थाना परिसर में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने मातहतों के साथ ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी दी और सामुहिक राष्ट्रगान किया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी ने अस्पताल के सभी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ, बीआरसी कार्यालय में खण्ड शिक्षा अधिकारी सावन कुमार दूबे ने नगर पंचायत उनवल में चेयरमैन महेश दूबे एडवोकेट के साथ अधिशासी अधिकारी संजय कुमार सरोज और सभासदों के साथ, रूद्रपुर गांव के कंपोजिट स्कूल में ग्रामप्रधान संगम त्रिपाठी उर्फ राहुल ने सहसीं गांव के परिषदीय कंपोजिट स्कूल में ग्रामप्रधान संयोगिता सिंह ने प्रधानाध्यापक प्रेमनारायण तिवारी के साथ, साखडांड़ पांडेय ग्रामसभा के सेमरडांड़ी गांव के कंपोजिट स्कूल में ग्रामप्रधान ने प्रधानाध्यापक विजय प्रकाश मिश्रा के साथ, खुटहना गांव में ग्रामप्रधान प्रतिनिधि इं. रूद्रप्रताप सिंह ने प्रधानाध्यापक के साथ,रावतडांड़ी गांव के स्कूल में ग्रामप्रधान गणेश यादव ने प्रधानाध्यापक के साथ, बेलूडीहां गांव के स्कूल में ग्रामप्रधान प्रियंका सिंह ने प्रधानाध्यापिका के साथ, रूद्रपुर गांव के मदरसे में सरस्वती शिशुमंदिर खजनी,वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज, द्रौपदी देवी इंटरमीडिएट और पीजी काॅलेज कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय उसवां बाबू में हंसराज लालदेई महाविद्यालय झुड़ियां में नारायण इंटरमीडिएट काॅलेज रामपुर पांडेय में, के.पी.मेमोरियल स्कूल खजनी कस्बे में प्रबंधक प्रदीप तिवारी के साथ प्रधानाचार्य ने रमपुरवां इंटरमीडिएट काॅलेज, गणेश पाण्डेय इंटरमीडिएट काॅलेज, चंपादेवी राजकीय बालिका इंटरकाॅलेज संत शरण उत्कर्ष इंटरकाॅलेज और बालिका महाविद्यालय में प्रबंधकों मुख्यअतिथी और प्रधानाध्यापकों द्वारा ध्वजारोहण किया गया। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी देते हुए सामूहिक राष्ट्रगान में सभी ने हिस्सा लिया। खजनी कस्बे में व्यापार मंडल के द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इस दौरान हर तरफ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों नृत्य, देशभक्ति गीतों, व्याख्यान और नाटक आदि की विद्यार्थियों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति की गई।

राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा के तत्वावधान में 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर हुआ ध्वजारोहण

गोरखपुर। 78 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर केंद्रीय कार्यालय- संध्या बिहार मत्स्येंद्र नगर दवहिया टोला नौसड़ में गोरखपुर राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा के तत्वावधान में ध्वजारोहण चन्द्रिका प्रसाद भारती (एडवोकेट) राष्ट्रीय अध्यक्ष की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि- डॉ. वेद प्रकाश निषाद प्रदेश उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा उत्तर प्रदेश एवं विशिष्ट अतिथि-आ.रामानुज राव (एडवोकेट) राष्ट्रीय विधि सलाहकार, राष्ट्रीय अंबेडकर महासभा एवं वक्ता गण के रूप में आ. डॉ. कमलेश कुमार आ. ओमकार धारिया, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, राष्ट्रीय अम्बेडकर महासभा,आ. पुरुषोत्तम कुमार बौद्ध प्रदेश सचिव, राष्ट्रीय अम्बेडकर महासभा उपस्थित रहें। भतार मुख्य अतिथि द्वारा तथागत बुद्ध और बाबा साहब डॉ.अम्बेडकर के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर ध्वजारोहण किया गया तत्पश्चात राष्ट्रीय गीत गायन किया गया।

आजादी के वीर सपूतों को नमन किया गया तथा बहुजन समाज में जन्में सभी महापुरुषों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया स्वतंत्रता दिवस पर सभी सम्मानित पदाधिकारी ने संबोधित किया और कहा कि आजादी तो हमें मिली है लेकिन आज पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं है क्योंकि आज बाबा साहब का संविधान में प्रदत्त आरक्षण व्यवस्था पूरी तरीके से लागू नहीं हो पाया है जिससे आज अनुसूचित जाति पिछड़ी जाति में शिक्षा और रोजगार का अभाव है गरीबी मिटा नहीं शोषक और दलाल समाज को लूट रहे हैं और यह देश कुछ पूंजीपतियों के हाथ में गिरवी है।

आज तक आजादी के बाद स्वतंत्र एवं निष्पक्ष सरकार दलित पिछड़ो के लिए नहीं बनी यह खेद का विषय है बल्कि आज की जो वर्तमान सरकार है दलित और पिछड़ों के साथ जुर्म, अत्याचार, उत्पीड़न और उनके हक हकूक का दोहन कर रही है तथा उनके मौलिक अधिकारों से वंचित कर रहा है इसके लिए हम सभी लोग एक जुट होकर के बाबा साहब के सपनों का भारत बनाने के लिए पुन: आंदोलित रहे। तभी बाबा साहब के सपनों का भारत का निर्माण होगा।

बसपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में हुआ ध्वजारोहण

गोरखपुर। 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) बसपा गोरखपुर मंडल पर जिला अध्यक्ष ऋषि कपूर के नेतृत्व में झंडा रोहण कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया।

जिला अध्यक्ष ने अपने संबोधन ने कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस की देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आज का दिन देश के लगभग 140 करोड़ गरीब मेहनतकश बहुजनों के लिए तभी विशेष होगा जब वे दरिद्रता से मुक्त अपना व अपने परिवार का जीवन खुश व खुशहाल पाएंगे।

और यह तभी संभव हो पायेगा जब केन्द्र व यूपी सरकार की सोच ’हर हाथ को काम देने वाली’ सही संवैधानिक व सच्ची अम्बेडकरवादी होगी जैसा कि यूपी में चार बार रही बहन मायावती की सरकार द्वारा कल्याणकारी राज्य के मिसाल के रूप में कार्य करके दिखाया गया। सरकार भावनात्मक मुद्दों के जरिए जनता का ध्यान न भटकाए।

बल्कि आज तिरंगे के सामने कसम खाये की देश को बेरोज़गारी ,भुखमरी , महिला उत्पीड़न व अपराध मुक्त बनाएगी | वरना अपनी कुर्सी त्याग देंना चाहिए।

झंडारोहण कार्यक्रम में जिला प्रभारी श्री घनश्याम रही जी बसपा वरिष्ठ नेता ओम नारायण पांडे जी ने भी अपने-अपने विचार रखें।

बैठक में प्रमुख रूप से सर्वश्री जिला सचिव राजेश मलिक, पार्षद विद्यानंद यादव, संजय कनौजिया, राकेश मौर्या, बृजेश मौर्य, संतलाल, बबलू कनौजिया, फिरोज अख्तर, पवन त्यागी, राहुल सत्यार्थ, दिवाकर कनौजिया, नारायण राधेश्याम सुरेश भारती, राधेश्याम निषाद, हरिलाल गौतम, रामसूरत यादव राजेश सिंह सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिला महासचिव परमेश्वर शर्मा ने किया।