सदर विधयक विजय खेमका ने पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड तथा अन्य वार्ड का औचक निरक्षण किया



विगत मध्य रात्रि पहर में सदर विधयक विजय खेमका ने पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड तथा अन्य वार्ड का औचक निरक्षण किया एवं पेसेंट से चिकित्सा सुविधा की जानकारी लिया ।डॉक्टर्स टीम के साथ विधायक ने सर्जिकल वार्ड तथा बच्चा वार्ड का मुआयना किया । एडमिट मरीजों ने अस्पताल में बेड की कठिनाई से विधायक को अवगत कराया तथा डॉक्टर नर्स से ट्रीटमेंट मिलने एवं मुफ्त दवा फल नास्ता खाना समय पर मिलने की बात बतायी।सुपरिटेंडेंट ने नए बिल्डिंग में अस्पताल के शिफ्ट नही होने से मरीजों को हो रही बेड एवं अन्य कठिनाई से विधायक को अवगत कराया |

      विधायक श्री खेमका ने अधिकारी से आउट डोर लेब एक्सरे दवा तथा डे नाईट ड्यूटी पर कार्यरत कर्मी की जानकारी ली तथा सभी चिकित्सीय कर्मी को सक्रियता से अपना अपना कार्य पूर्ण करने को कहा ताकि इलाजरत मरीज निरोग होकर मेडिकल कॉलेज से शीघ्र अपने घर जाय | विधायक ने मरीज अटेंडेंट डॉक्टर्स एवं सभी चिकित्सा कर्मी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामना दी |
हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन इस मौके पर बॉलीवुड की सिंगर सीमा झा के देश भक्ति गानों पर झूम उठे दर्शक
पूर्णिया के कला भवन में भारत सरकार के कला मंत्रालय व पूर्वोत्तर


क्षेत्र कल्चरल सेंटर द्वारा हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर बॉलीवुड की सिंगर सीमा झा, बनारस की नेहा चटर्जी व बांसुरी वादक राजीव नयन झा ने अपने गायकी और सुर ताल से लोगों को भाव विभोर कर दिया। देशभक्ति पर आधारित इस कार्यक्रम में जब सीमा झा ने ए मेरे वतन के लोगों और हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए गीत गाई तो लोग तिरंगा लहराते हुए झूमने लगे । वही राजीव नयन झा ने राष्ट्रभक्ति गीत पर जब बांसुरी वादन किया तो दर्शक भाव विभोर हो गए।
बाघा बॉर्डर के बाद पूर्णिया में मध्य रात्रि में फहराया जाता है तिरंगा, जानिए क्या है इतिहास


पूर्णिया देश का ऐसा दूसरा जगह है जहां हर साल 15 अगस्त की मध्य रात्रि को राष्ट्रध्वज फहराया जाता है। खास बात है कि देश की आजादी के साथ 1947 ई से ही भट्ठा बाजार स्थित झंडा चौक पर मध्य रात्रि 12:01 बजे झंडोतोलन किया गया । वर्षा के बावजूद इस मौके पर सांसद पप्पू यादव, सदर विधायक विजय खेमका, महापौर विभा कुमारी , सामाजिक कार्यकर्ता समेत हजारों लोग मौजूद थे । स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह के पौत्र विपुल कुमार सिंह ने रात 12:01 बजे झंडोतोलन किया। इसके बाद लोगों ने राष्ट्रगान गया और भारत माता की जय जयकार किया।


झंडोतोलन करने वाले विपुल सिंह ने कहा कि 1947 ईस्वी में जैसे ही माउंटबेटन ने भारत के स्वाधीनता की घोषणा की। तभी यहां के कई स्वतंत्रता सेनानी जो रेडियो पर इस घोषणा को सुना । उन्होंने रात में ही इसी जगह भट्ठा बाजार झंडा चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उस दिन से ही यह परंपरा हर साल चली आ रही है। कहते हैं कि पूरे देश में अटारी बाघा सीमा के बाद पूर्णिया ही वह दूसरा जगह है जहां मध्य रात्रि में झंडोतोलन होता है । वही सदर विधायक विजय खेमका ने कहा कि यह काफी ऐतिहासिक स्थल है। इसको राजकीय दर्जा देने की मांग उसने कई बार सदन में उठाया है। फिर से वह इसका प्रयास करेंगे । उन्होंने कहा कि इस स्थल से लोगों का काफी जुड़ाव है। यह बताता है कि स्वतंत्रता संग्राम में पूर्णिया का कितना बड़ा योगदान था ।
सड़क हादसे में तीन की मौत चार घायल


पूर्णिया के कृत्यानंद नगर थाना के कजरा मोर के पास आज सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई । घटना उस वक्त हुई जब दोनों तरफ से तेज रफ्तार से बाइक चालक आपस में टकरा गए। जिसमें मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई । जबकि एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को जीएमसी में भर्ती कराया गया है । घटना के बाबत स्थानीय कृत्यानंद नगर पुलिस ने बताया कि अगर दोनों बाइक सवार हेलमेट पहने होते तो जान बच सकती थी लेकिन सभी लोग बिना हेलमेट के तेज रफ्तार से बाइक चला रहे थे ।
70 प्रतिशत अंक मिलने पर अस्पताल को मिलेगा केंद्र स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र


एनक्यूएएस कार्यक्रम : केंद्र स्तरीय टीम ने लिया शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पूर्णिया कोर्ट का निरक्षण -अस्पताल में उपलब्ध 12 विभागों द्वारा मरीजों को मिल रही सुविधाओं की ली गई जानकारी -सभी विभागों में 70 प्रतिशत अंक मिलने पर अस्पताल को मिलेगा केंद्र स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र -प्रमाणपत्र मिलने पर अस्पताल को मिलेगा 03 लाख रुपया प्रति साल पूर्णिया, 13 अगस्त शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पूर्णिया कोर्ट द्वारा मरीजों को मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी लेते हुए अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणपत्र के अनुकूल पाए जाने की जानकारी लेने के लिए केंद्र स्तरीय दो सदस्यीय टीम द्वारा अस्पताल का दो दिनों तक निरक्षण किया गया। इस दौरान अस्पताल में एनक्यूएएस मानक के अनुसार अस्पताल में विधि व्यवस्था उपलब्ध होने की जानकारी लेने के साथ-साथ वहां से अलग अलग बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं और अस्पताल कर्मियों द्वारा उनका उपचार करने के व्यवस्था की जानकारी ली गई। इसके लिए केंद्र स्तरीय टीम में गैर सरकारी स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में त्रिवेंद्रम, केरला से एएनएम स्कूल प्रधानाध्यापक श्रीदेवी सी एस और सरकारी स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में प्रयागराज, उत्तर प्रदेश से सीएमओ डॉ शुभेन्द्र विक्रम सिंह उपलब्ध रहे। उनके द्वारा अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकों, एएनएम के साथ साथ स्थानीय आशा कर्मियों से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों को विभिन्न प्रकार से स्वास्थ्य सहायता प्रदान करवाने की जानकारी ली गई। इस दौरान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रतिभा कुमारी के साथ साथ पूर्णिया पूर्व प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ शरद कुमार, आरपीएम कैशर इकबाल, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार, पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बीएचएम विभव कुमार, डीओएचसी दिलनवाज के साथ अस्पताल के अस्पताल की सभी एएनएम, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, एकाउन्टेंट और डाटा ऑपरेटर उपलब्ध रहे। अस्पताल में उपलब्ध 12 विभागों द्वारा मरीजों को मिल रही सुविधाओं की ली गई जानकारी : अस्पताल का निरक्षण करते हुए केंद्रीय टीम द्वारा एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए निर्धारित मानक के अनुसार अस्पताल के 12 विभागों द्वारा मरीजों को मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी ली गई। इसमें इमरजेंसी अवस्था और ड्रेसिंग रूम, परिवार नियोजन सुविधा, सामान्य मरीजों के लिए संचालित क्लीनिक, अस्पताल प्रशासन सुविधा, टीकाकरण स्थल, लैब सुविधा, गर्भवती महिलाओं की जांच और इलाज के लिए उपलब्ध सुविधा, नवजात शिशु और सामान्य बच्चों के इलाज के लिए सुविधा, गैर संचारी रोग, संचारी रोग मरीजों के लिए जांच और इलाज सुविधा, मरीजों के रुकने और बैठने की व्यवस्था और विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल में उपलब्ध दवाइयों की जानकारी केंद्रीय टीम द्वारा लिया गया। सभी विभागों द्वारा उपस्थित मरीजों को अस्पताल कर्मी द्वारा किस तरह से उपचार किया जाता है केंद्रीय टीम द्वारा इसकी जानकारी अस्पताल कर्मियों से जानकारी ली गई। केंद्रीय टीम को अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध सभी व्यवस्था संतोषजनक मिला। सभी रिपोर्ट केंद्रीय विभाग को सौंपने के बाद केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा मूल्यांकन करते हुए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को व्यवस्था के अनुसार अंक दिया जाएगा। अंक के आधार पर अस्पताल को केंद्र स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। सभी विभागों में 70 प्रतिशत अंक मिलने पर अस्पताल को मिलेगा केंद्र स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र : प्रमंडलीय कार्यक्रम प्रबंधक कैशर इकबाल ने बताया कि एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो स्तर से अस्पताल का निराक्षण करते हुए उपलब्ध मानक के अनुसार अंक प्रदान किया जाता है। पहले राज्य स्तरीय टीम द्वारा मूल्यांकन करते हुए अस्पताल को प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। उसके बाद केंद्रीय टीम द्वारा इसका मूल्यांकन करते हुए अस्पताल को अंक प्रदान किया जाता है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पूर्णिया कोर्ट को राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिल चुका है। उसके अनुसार केंद्रीय टीम द्वारा इसका निरक्षण किया गया है। निरक्षण के बाद टीम द्वारा केंद्र स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट भेजा जाएगा। केंद्रीय विभाग द्वारा मूल्यांकन के बाद अस्पताल में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं को अलग अलग अंक प्रदान किया जाएगा। उसके अनुसार अस्पताल का कुल अंक 70 प्रतिशत से अधिक होने पर अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। उसके बाद केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को मरीजों के विधि व्यवस्था निरंतर जारी रखने के लिए सहयोग राशि प्रदान किया जाएगा जिससे कि अस्पताल में उपस्थित मरीजों को आसानी से लाभ उपलब्ध हो सके। प्रमाणपत्र मिलने पर अस्पताल को मिलेगा 03 लाख रुपया प्रति साल : यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद ने बताया कि केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी करने के बाद अस्पताल द्वारा स्थानीय मरीजों को मेडिकल सहायता प्रदान करने के लिए सहयोग राशि प्रदान किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को हर साल 03 लाख रुपया दिया जाएगा। यह व्यवस्था अस्पताल को अगले 03 साल तक जारी रहेगा। उसके बाद अस्पताल को पुनः एनक्यूएएस प्रमाणपत्र लेने के लिए राज्य और आवेदन करना होगा जिसके बाद फिर से राज्य और केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य केंद्र स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र अभीतक केवल गया जिले के 02 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को मिला है। निरक्षण के बाद 70 प्रतिशत अंक मिलने पर पूर्णिया जिला दूसरा जिला और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पूर्णिया कोर्ट तीसरा अस्पताल बनेगा। इसके लिए अस्पताल में सभी व्यवस्था उपलब्ध है और उम्मीद है केंद्रीय टीम द्वारा इसे आवश्यक अंक प्राप्त हो जाएगा।
अर्धनग्न अवस्था में झाड़ियों में फेंका मिला महिला का शव, पुलिस कर रही है जांच


पूर्णिया के मरंगा में एक महिला का शव मिलते ही सनसनी फैल गई। शव अर्धनग्न अवस्था में झाड़ियों में फेंका हुआ मिला। स्थानीय महिला के साथ रेप के बाद हत्या की आशंका जता रहे हैं। लोगों का कहना है कि महिला के साथ पहले पहले रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई है। लाश मिलने के बाद से पूरे इलाके में सनसनी का माहौल है। शव की अब तक शिनाख्त नहीं हो सकी है। शव मरंगा थाना क्षेत्र के खिरहरि चौक से रहिका टोला की के जानेवाली सड़क किनारे जंगलों में मिला। वहीं घटना की सूचना मिलते ही मरंगा थाना कि पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया है। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर GMCH पूर्णिया पहुंची है। घटना की जानकारी देते हुए स्थानिय महिला ने बताया कि आज सुबह गांव की कुछ महिला जंगल में शौच के लिए गई थी कि तभी उनकी नजर महिला के लाश पर पड़ी। घटना को लेकर स्थानियों का कहना है कि जिस तरीके से महिला का शव अर्धनग्न अवस्था में है। इससे लगता है कि महिला के साथ पहले रेप किया गया। इसके बाद उसका गला रेतकर हत्या की गई है। घटना की जानकारी देते हुए सदर SDPO पुष्कर कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टिया ये मामला हत्या का प्रतीक होता है। महिला की पहचान नहीं हो सकी है। जिसने भी महिला की हत्या की है गुस्से में बड़े ही निर्मम तरीके से घटना को अंजाम दिया है। महिला के साथ गलत दुर्व्यवहार करने की बात भी सामने आ रही है। इस घटना को जिसने भी अंजाम दिया है वो महिला का अपना ही आदमी प्रतीत होता है। वहीं पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए GMCH पूर्णिया ले आई है।
भाजपा युवा मोर्चा में निकाला घर घर तिरंगा अभियान,हजारो कार्यकर्ता हुए शामिल


भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा द्वारा आज हर घर तिरंगा यात्रा के तहत विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई इस मौके पर मुख्य अतिथि एमएलसी अशोक अग्रवाल के साथ-साथ पूर्णिया सदर विधायक विजय खेमका मौजूद थे । मौके पर हजारों की संख्या में मोटरसाइकिल पर सवार भाजपाई कार्यकर्ताओं ने हाथ में तिरंगा लेकर शहर का भ्रमण किया और लोगों को प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया संदेश हर घर तिरंगा लगाने को बताने का काम किया। यह यात्रा पूर्णिया के गिरजा चौक से आर एन साह चौक होते हुए बाल अमर शहीद ध्रुव कुंडू के स्मारक पर जाकर संपन्न हो गया ।
सशस्त्र सीमा बल के जवानों द्वारा निकली गई तिरंगा रैली


आज पूर्णिया शहर में सशस्त्र सीमा बल के जवानों द्वारा तिरंगा रैली निकाली गई । इस मौके पर शहर के विभिन्न चौक चौराहों से रैली निकालकर लोगों को संदेश दिया गया की हम सब भारतीय तिरंगे के सम्मान में किस तरह एकत्रित हैं । इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बल के डीआईजी राजेश टिक्कू ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत सशस्त्र सीमा बल द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई है । जिसका उद्देश्य हर भारतीयों को तिरंगा के प्रति लगाव और देश की आन बान और शान को बनाए रखना है । उन्होंने कहा कि सशस्त्र सीमा बल की सभी वाहिनियाँ रैली निकालकर यह संदेश देने का कार्य करती है।
जिले के आकांक्षी प्रखंड के टीबी चैंपियन को विशेष अतिथि के रूप में स्वतंत्रता दिवस समारोह, नई दिल्ली में शामिल होने के लिए किया गया आमंत्रित


जिले के दो आकांक्षी प्रखंड में शामिल बायसी और श्रीनगर प्रखंड के टीबी चैंपियन डेजी कुमारी और रूमा देवी को भेजे गए नई दिल्ली -12 से 16 अगस्त तक दिल्ली यात्रा का सभी खर्च नीति आयोग द्वारा किया जाएगा वहन -2019 में टीबी ग्रसित हुई थी डेजी कुमारी, स्वस्थ होने के बाद से अन्य टीबी लोगों को जांच और इलाज करवाने में कर रही है मदद पूर्णिया, 12 अगस्त 78 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिले के दो आकांक्षी प्रखंड में शामिल बायसी और श्रीनगर प्रखंड के दो टीबी चैंपियन को नई दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए नीति आयोग के निर्देश के अनुसार योजना एवं विकास विभाग द्वारा जिले को दो टीबी चैंपियन को चिन्हित करते हुए 12 अगस्त को नई दिल्ली रवाना किया गया है। इसमें बायसी प्रखंड से डेजी कुमारी और श्रीनगर प्रखंड से रूमा देवी नामित किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा दोनों टीबी चैंपियन को उनके पति के साथ सरकारी गाड़ी द्वारा देवघर भेजा गया है। वहाँ से उन्हें हवाई जहाज के द्वारा नई दिल्ली भेजा जाएगा। नई दिल्ली में नीति आयोग द्वारा उन्हें होटल में रखा जाएगा और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष रूप में आमंत्रित किया जाएगा। इसके बाद 16 अगस्त को दोनों टीबी चैंपियन को हवाई जहाज और सामान्य गाड़ी के माध्यम से उनके घर वापस भेज दिया जाएगा।


दोनों टीबी चैंपियन और उनके पति की यात्रा, दिल्ली में स्वागत, परिवहन, भोजन और आवास का व्यय नीति आयोग द्वारा वहन किया जाएगा। लोगों को सरकारी व्यवस्था का लाभ उपलब्ध कराने के लिए दोनों को दिया गया चिन्हित : भारत सरकार रक्षा मंत्रालय द्वारा 15 अगस्त को लाल किला, नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखने के लिए भारत सरकार के विशेष अतिथि के रूप में नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड से नीति आयोग के विभिन्न श्रेणियों का स्थानीय लोगों को लाभ उपलब्ध करवाने वाले लोगों को अपने जीवनसाथी के साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके तहत देश के सभी राज्यों से नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड के 500 मेहमानों को नीति आयोग द्वारा आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। इसमें पूरे बिहार के 11 जिलों के 26 प्रखंडों से चिन्हित लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसके लिए पूर्णिया जिले से टीबी चैंपियन के रूप में बायसी प्रखंड से डेजी कुमारी और श्रीनगर प्रखंड से रूमा देवी को चिन्हित किया गया है। दोनों लाभार्थी द्वारा टीबी चैंपियन के रूप में टीबी से ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें सरकार द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराई गई है। दोनों टीबी चैंपियन को अपने पति के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। दोनों टीबी चैंपियन पूर्व में टीबी बीमारी ग्रसित होने के बाद जिला यक्ष्मा केंद्र पूर्णिया से उपलब्ध मेडिसिन के साथ अपना इलाज करवाया गया। बीमारी से सुरक्षित होने के बाद अपने क्षेत्र में अन्य लोगों को इसके प्रति जागरूक करते हुए टीबी ग्रसित मरीजों को अस्पताल से लिंक करते हुए मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। 2019 में टीबी ग्रसित हुई थी डेजी कुमारी, अब अन्य टीबी ग्रसित लोगों को जांच और इलाज करवाने में कर रही है मदद : बायसी प्रखंड की टीबी चैंपियन डेजी कुमारी ने बताया कि वर्ष 2019 में हरियाणा में बी.एड. की परीक्षा के दौरान मेरे गर्दन में दर्द और गिल्टी होने के साथ साथ बुखार होने लगा था। धीरे धीरे गिल्टी और बुखार बढ़ने लगा जिसके कारण परीक्षा छोड़कर मैं वापस घर आ गई। वापस आने पर पहले मायके भागलपुर में प्राइवेट चिकित्सक से दिखाने पर पता चला कि मुझे टीबी बीमारी हो गया है। प्राइवेट डॉक्टर से 20 दिन की दवाई लेकर वापस अपने ससुराल बायसी आ गई। यहां भी सरकारी अस्पताल में दिखाया जिससे पता चला कि मुझे टीबी ही है जिसके लिए अस्पताल में सभी दवाई उपलब्ध है। टीबी ग्रसित होने पर मुझे खाने पीने और बातचीत करने में दर्द होने के साथ साथ गर्दन में होने वाले गिल्टी में बढ़ने का खतरा बना रहता था। अस्पताल से लगातार दवाई सेवन के बाद नियमित जांच करवाने पर पता चला मेरा टीबी ठीक हो रहा है। 09 महीने लगातार दवाई खाने और कांच करवाने पर मैं टीबी बीमारी से सुरक्षित हो गई। टीबी से स्वस्थ होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुझे अन्य लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने और उन्हें मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित किया गया। उसके लिए मुझे दरभंगा में 06 दिन का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मुझे टीबी मरीजों की पहचान के लिए लक्षण और अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ दिलाने की जानकारी दी गई। इसके बाद मेरे द्वारा फरवरी 2022 से मार्च 2024 तक बायसी प्रखंड के साथ साथ डगरुआ और जलालगढ़ में टीबी ग्रसित मरीजों को जागरूक करते हुए नियमित जांच और मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने में सहयोग किया गया। इस दौरान टीबी ग्रसित मरीजों को घर में सुरक्षित रहते हुए घर के अन्य लोगों को टीबी ग्रसित होने से सुरक्षित रखने की जानकारी दे रही हूं। अस्पताल में टीबी मरीजों की जानकारी लेने के साथ साथ सामान्य बीमारी से ग्रसित लोगों को भी नजदीकी अस्पताल से चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराते हैं। जिससे ज्यादा लोगों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित किया जाता है और लोग स्वस्थ रहते हैं। टीबी चैंपियन की मदद से बहुत से टीबी मरीज हुए टीबी से सुरक्षित : जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास ने बताया कि टीबी बीमारी से ग्रसित मरीजों को जिला टीबी केंद्र से लगातार मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान उन्हें टीबी बीमारी के लक्षण और सुरक्षा के लिए ध्यान रखने योग्य बातों की जानकारी दी जाती है जिससे कि स्वास्थ्य होने पर संबंधित मरीज द्वारा अपने क्षेत्र के अन्य टीबी ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा सके। दोनों टीबी चैंपियन द्वारा अपने क्षेत्र में टीबी मुक्त अभियान के लिए बेहतर कार्य किया गया है जिसके लिए उन्हें चिन्हित कर सम्मान प्राप्त करने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली भेजा जा रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए आकांक्षी प्रखंड के लाभार्थियों को आमंत्रित करना सराहनीय है। अन्य लोगों को भी अपने क्षेत्र में लोगों को सरकारी सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने में सहयोग करना चाहिए ताकि लोग को आसानी से इसका लाभ उठा सके।
फलेरिया दवा के सेवन से बीमार तकरीबन 4 दर्जन से अधिक लोगों से मिले सांसद पप्पू यादव

इलाज में ना बरती जाए कोताही, किया घटना के जाँच की मांग* पूर्णिया, 12 अगस्त : बीते कल जलालगढ़ प्रखंड में फलेरिया की दवाई का सेवन करने से कल लगभग 4 दर्जन से भी अधिक लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी दौरान लोकसभा की कार्यवाही खत्म होने के बाद दिल्ली से क्षेत्र लौटे सांसद पप्पू यादव ने देर रात्रि पूर्णिया स्थित जीएमसीएच अस्पताल का दौरा किया और बीमार लोगों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।

       सांसद पप्पू यादव ने अस्पताल प्रशासन को बीमार लोगों की उचित और तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी विस्तृत जांच की मांग भी की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटना भविष्य में न हो। पप्पू यादव ने इस संबंध में सिविल सर्जन से भी बातचीत की और बीमार लोगों के जल्द स्वस्थ होने के लिए युद्धस्तर पर इलाज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाया जा सके। पप्पू यादव ने बीमार लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि ऐसी घटनाएँ लापरवाही का नतीजा हैं। उन्होंने कहा कि यह साधारण घटना नहीं है। 
      यह गंभीर मामला है। इसको हलके में नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि वे पूर्णिया के लोगों के जीवन से खिलवाड़ कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। पप्पू यादव ने अस्पताल प्रबंधन को भी सभी मरीजों की उचित देखभाल के लिए निर्देश दिए। उक्त अवसर पर उनके साथ राजेश यादव, अफरोज आलम मुखिया, पूर्व प्रमुख मो इरफान, अरुण यादव, पूर्व उप प्रमुख सगीर अहमद, सुडु यादव, कुनाल चौधरी, संजय विश्वास, शंकर सहनी, मंटू यादव आलोक अकेला, सयुब आलम, अरसद आलम मौजूद रहे!