पूर्व पीएम वाजपेयी की पुण्यतिथि पर सीएम नीतीश कुमार ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन, किया यह बड़ा एलान

डेस्क : भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री सीएम नीतीश सहित तमाम नेताओं ने उनकी प्रतिमा पर फूल-माला चढ़ाकर उन्हें नमन किया। वहीं इस इस मौके पर सीएम नीतीश ने बड़ा ऐलान किया है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब हर साल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि को राजकीय समारोह के रुप मे मनाने का ऐलान किया। सीएम नीतीश कुमार के इस एलान का बीजेपी के नेताओं ने स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद भी दिया है। 

वहीं इसके बाद बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिपील जायसवाल ने सीएम नीतीश को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश ने आज वाजपेयी जी को एक अहम सम्मान दिया है। जिसके लिए हम उनको धन्यवाद देते हैं। साथ ही पटनासाहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी सीएम नीतीश को धन्यवाद दिया।

बताते चले कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को बिहार में पहले से ही राजकीय समारोह के रुप में मनाया जाता है। वहीं अब उनकी पुण्यतिथि को भी राजकीय समारोह के रुप में मनाई जाएगी।

पूर्व प्रेमिका ने बात करने से किया इनकार, गुस्से में युवक ने उठाया यह खौफनाक कदम

डेस्क : पूर्व प्रेमिका द्वारा बात करने से इनकार करना युवक को इतना नागवार गुजरा किन उसने गुस्से में कुल्हाड़ी से काटकर युवती की हत्या कर दी। घटना पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के गुरमिया गांव की है।मृतका मधुबन के वीरेंद्र ठाकुर की पुत्री निशा कुमारी उर्फ पूजा कुमारी है, जिसकी उम्र करीब 19 साल बताई जा रही है। पूजा अपने मामा ललन ठाकुर के घर पर नानी के साथ बचपन से रह रही थी। ललन ठाकुर अपने परिवार के साथ भूटान में रहकर मजदूरी करता है। जबकि आरोपी युवक पड़ोस में रहता था। 

घटना के संबंध में मृतका की नानी ने बताया कि मेरी नतनी मेरी सेवा करने के लिए मेरे पास रहती थी। मेरा बेटा और बहू भूटान में रहते हैं, इसलिए वह मेरे पास रहती थी। इसी बीच पड़ोस के ही रहने वाले चुन्नू राम से उसको प्रेम हो गया। दोनों एक दूसरे से बातचीत करने लगे। धीरे धीरे इस बात की जानकारी हमलोगों को हुई। उसके बाद दबाव के कारण लड़की ने लड़के से बात करना बंद कर दिया, जिससे नाराज होकर युवक ने कुछ दिन पहले लड़की की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दी थी।

नानी ने आगे बताया कि गांव में ही पंचायती कर मामले को शांत करा दिया गया, लेकिन चुन्नू लगातार धमकी दे रहा था कि अगर हम से शादी नहीं करोगी तो जान से मार देंगे। इसी बीच युवती सभी को खाना खिलाकर दरवाजे पर निकली और लापता हो गई। उसकी खोजबीन करने के लिए निकली। लगभग दो बजे लौटी तो उसका दुपट्टा दरवाजे पर था और खून से लथपथ उसका शव घर पर पड़ा था। युवती के हत्या का आरोप उसके पूर्व प्रेमी पर मृतका की नानी और उसकी बहन ने आरोप लगाया है। मामले में पुलिस ने आरोपी प्रेमी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

अल्पसंख्यक समुदाय को फिर रिझाने की कोशिश में जुटा राजद, पिता लालू प्रसाद की नीति का क्या तेजस्वी यादव को होगा फायदा !

डेस्क : 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बनने वाले लालू प्रसाद जनता दल के बड़े नेताओं की पहली पसंद नही थे। केन्द्र में पीएम बीपी सिंह उस समय बिहार की कमान रामसुंदर दास को देना चाहते थे। वहीं चंद्रशेखर की पसंद रघुनाथ झा थे। लेकिन तब केन्द्र में डिप्टी पीएम देवी लाल ने लालू प्रसाद को बिहार का मुख्यमंत्री बना दिया। सीएम का पद संभालने के बाद बिहार की सियासत में लालू यादव ने 90 के दशक में यादव-मुस्लिम (M-Y) का ऐसा राजनीतिक समीकरण बनाया। बाद में उन्होंने 5 जुलाई 1997 को अपनी अलग पार्टी राष्ट्रीय जनता बनाया और माय समीकरण के दम पर उनकी पार्टी ने 15 साल तक बिहार पर राज किया। हालांकि सत्ता से बाहर जाने के बाद भी यादव और मुस्लिम राजद के साथ मजबूती से साथ खड़ा रहा। 

वही लालू प्रसाद द्वारा पार्टी का कमान तेजस्वी यादव के सौंपे जाने के बाद तेजस्वी यादव ने राजद के उपर लगे इस माय समीकरण के ठप्पे को खत्म करने और राजद को सभी जातियों की पार्टी बताने की पूरी कोशिश की। लेकिन इसका बहुत फायदा उन्हें नहीं मिल पाया। अब वे एकबार फिर अपने पिता के राह पर चलने की कोशिश में जुटते हुए दिख रहे है। 

पिछले दिनों तेजस्वी प्रसाद यादव ने अल्पसंख्यक समुदाय को अपनी ओर खींचने की कोशिश करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय का साथ रहा, तो 2025 में गठबंधन की सरकार बनेगी। वहीं उन्होंने सबसे बड़ी बात जो कही है वह यह है कि अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहे, तो राजद को आगामी चुनाव में चार गुना सीटें मिलेंगी। नीतीश कुमार सामने रहेंगे, तो इससे आरजेडी मजबूत होगी।

राजद प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने अल्पसंख्यकों से आह्वान किया कि आप साथ दें, आपकी भागीदार मैं तय करूंगा। अल्पसंख्यकों का उचित साथ मिलेगा, तो सूबे में सरकार जरूर बनेगी। 

उन्होंने दावा किया कि सबसे पहले लालू प्रसाद ने बिहार में अल्पसंख्यक मंत्रालय बनाया। इसके बाद यह मंत्रालय देश में बना। सीएम बनते ही लालू प्रसाद ने देश में कमंडल के खिलाफ मंडल शुरू किया था। लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करके माहौल को ठीक किया था। वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ आरजेडी सांसदों ने संसद में मजबूती से लड़ाई लड़ी। पहली बार भाजपा ने किसी बिल को जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंटरी कमेटी) में भेजा है। 

तेजस्वी ने आगे कहा, हमारे पूरे परिवार पर केस हुआ और मुकदमा किया गया। हम लोग कभी इस बात से डरे नहीं और झुके नहीं। नीतीश कुमार ने साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ सरकार बनाई, लेकिन नीतीश कुमार ने मौके पर धोखा दिया। नीतीश जब भी बीजेपी के साथ रहे बीजेपी मजबूत हुई। जब लालू नहीं डरे तो तेजस्वी भी कभी डरेगा नहीं। अल्पसंख्यकों का साथ रहा तो 2025 में गठबंधन की सरकार बनेगी।

वहीं लोकसभा चुनाव में सीवान से टिकट नहीं मिलने के बाद से नाराज चल रही दिवंगत पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी को मनाने की कोशिश में भी तेजस्वी और लालू जुट गए है। पिछले दिनों दोनो की मुलाकात हिना शहाब से हुई थी। वहीं उनकी तबियत खराब होने की खबर के बाद ऐसी चर्चा जोरो पर है कि तेजस्वी उन्हें देखने जाने वाले है।  

वैसे देखा जाए तो लालू प्रसाद लंबे समय तक अल्पसंख्यक समुदाय को बीजेपी के सांप्रदायिक होने का डर दिखाते रहे थे वह डर पिछले कुछ वर्षो में अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से खत्म हो गया है। साथ ही जिस यादव वोट पर अबतक राजद अपना एकछत्र राज समझता था उसमे भी सेंध लग गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि तेजस्वी का अपने पिता के पुराने माय समीकरण को एकबार फिर जोड़ने की कोशिश में कितनी सफलता मिल पाती है।

कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर से रेप के बाद हत्या के मामला को लेकर बिहार में आज 24 घंटे स्वास्थ्य सेवा ठप्प रखने का आईएमए ने किया एलान, मरीजों को होगी

डेस्क : पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप के बाद हत्या मामले को लेकर पूरे देश के डॉक्टरों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इधर बिहार में भी इस मामले को लेकर चिकित्सकों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी आज आईएमए ने बिहार में 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाओं को ठप रखने का ऐलान किया है। हड़ताल से ओपीडी सेवाएं और प्लांड सर्जरी सेवाओं पर असर पड़ेगा। इस घटना के विरोध में में बिहार के अस्पतालों में डॉक्टरों ने शुक्रवार के दिन ओपीडी सेवा का बहिष्कार कर दिया है। 

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बिहार इकाई ने प्रदेश के अस्पतालों में अगले 24 घंटे के लिए हड़ताल का ऐलान कर दिया है। आईएमए का कहना है कि बुधवार रात्रि आंदोलनरत चिकित्सकों के ऊपर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हमला हुआ है और यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। 

पहले अस्पताल में एक महिला चिकित्सक की हत्या हो जाती है और फिर दोबारा चिकित्सक के लिए न्याय मांगने वाले चिकित्सकों के ऊपर हमला हो जा रही है। इस घटना के विरोध में शनिवार 16 अगस्त सुबह 6:00 से रविवार 17 अगस्त सुबह 6:00 बजे तक अस्पताल में सभी प्रकार के कार्य ठप रहेंगे। सिर्फ आकस्मिक सेवा बहाल रहेगी। 

डॉक्टरों के इस एलान से अस्पतालों में भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

जेल से बाहर आए पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह, बिना नाम लिए इस आईपीएस पर जमकर साधा निशाना*


डेस्क : पटना हाईकोर्ट द्वारा बीते बुधवार 14 अगस्त को मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को कथित हथियार बरामदगी के दो मामलों में बरी कर दिया गया था। ऑर्डर कोर्ट से 14 अगस्त को ही जेल प्रशासन तक पहुंच गया। उसके बाद 15 अगस्त की छुट्टी के कारण अनंत सिंह की रिहाई आज 16 अगस्त को सुबह हुई। बता दें अनंत सिंह इस मामले में 2019 से जेल में बंद थे। इस मामले में पटना की निचली अदालत ने उन्हें 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।अनंत सिंह द्वारा दायर आपराधिक अपील पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश चंद्र शेखर झा की एकल पीठ ने यह आदेश दिया। बताया जा रहा है कि अनंत सिंह को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है। वहीं जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह सीधा अपने पैतृक आवास पहुचें, जहां उन्होंने माता रानी का आशीर्वाद लिया। उसके बाद वह मोकामा विधानसभा के मोर गांव में माता भगवती का आशीर्वाद लेने मंदिर पहुंचें जहां उन्होंने आईपीस अधिकारी लिपि सिंह को लेकर भी बड़ी बात कही है। मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने कहा कि मेरे साथ क्या सही हुआ था और क्या गलत हुआ था अब कोर्ट ने भी साबित कर दिया। मेरे खिलाफ जिसने काम किया था उसको मालूम चल गया होगा। मुझे कोर्ट और भगवान पर भरोसा था आज दोनों से न्याय मिला है। अब तो हमको पूछना है कि जो मेरे साथ गलत किया उसको सजा मिलना चाहिए ? गौरतलब है कि अनंत सिंह के नदवां स्थित पैतृक आवास पर तत्कालीन एसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी। पुलिस ने छापेमारी के दौरान उनके पैतृक आवास से AK-47, बुलेट प्रूफ जैकेट बरामद होने का दावा किया था। जिसके बाद प्रतिबंधित हथियार रखने के आरोप में अनंत सिंह को जेल जाना पड़ा था।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गांधी मैदान से सीएम नीतीश कुमार ने किया यह बड़ा एलान, झंडोतोलन के बाद 13 झांकियों ने दिखाया अद्भुत प्रदर्शन

डेस्क : आज देश अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसे लेकर पूरे देश के साथ बिहार में भी जश्न का माहौल है। राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार 18वीं बार झंडा फहराकर रिकॉर्ड बनाया। वहीं इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा एलान किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार रोजगार और नौकरी को लेकर काम कर रही है। पांच लाख लोगों को अब तक नौकरी दी जा चुकी है, जबकि दो लाख पदों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि 10 लाख नौकरी देने का वादा किया गया था, जबकि अब तक 12 लाख लोगों को बहाल करने की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के अवसर मुहैया कराने में भी बिहार सरकार लगातार काम कर रही है। 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले एक साल में हमारी सरकार 10 लाख और रोजगार के अवसर मुहैया कराने जा रही है। 

वहीं झंडोतोलन के बाद गांधी मैदान में 13 झांकियों ने अद्भुत प्रदर्शन दिखाया। जिसे सबने सराहा। वहीं झांकियों के प्रदर्शन के बाद उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। 

पहला पुरस्कार बिहार शिक्षा परियोजना को मिला। वहीं दूसरा पुरस्कार जीविका को दिया गया। तीसरा पुरस्कार दो विभागों को दिया गया। उद्योग विभाग और बिहार अग्निशमन सेवा को तीसरा पुरस्कार मिला। अन्य झांकियों ने भी पटना के गांधी मैदान में रौकन बिखेरी।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान में लगातार 18वीं बार झंडा फहराकर सीएम नीतीश कुमार ने बनाया रिकॉर्ड, किया यह बड़ा एलान

पटना : आज देश अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसे लेकर पूरे देश के साथ बिहार में भी जश्न का माहौल है। राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार 18वीं बार झंडा फहराकर रिकॉर्ड बनाया। 

इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले आजादी के लिए शहीद हुए लोगों को नमन किया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में बिहार का अहम योगदान है। हम बिहार के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी नौकरी को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि बिहार में 10 लाख नौकरी देने का काम उन्होंने शुरू किया है। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले 12 लाख युवाओं का नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले यह आंकड़ा 10 लाख का रखा गया था। विभिन्न क्षेत्रों में बिहार में 24 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है। उन्होंने तेजस्वी यादव की ओर संकेत करते हुए कहा कि कुछ लोग इधर-उधर की बातें करते रहते हैं।

इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में 13 झांकियां भी निकाली गई। इन झांकियों के जरिए सरकार की विकासात्मक और लोक कल्याणकारी योजनाओं, समाज सुधार अभियान और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों को दिखाया गया. सुरक्षा के दृष्टिकोण से झांकी की संरचना की ऊंचाई अधिकतम 15 फीट निर्धारित की गई है। 

वहीं, गांधी मैदान की सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। 98 मजिस्ट्रेट और 1000 से अधिक पुलिसकर्मी इस दौरान सुरक्षा में तैनात रहें। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे गांधी मैदान को चार सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर की जिम्मेदार अलग-अलग अधिकारी को सौंपी गई है। गांधी मैदान में अस्थाई नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है।

सीएम नीतीश कुमार ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की राज्य और देशवासियों को दी हार्दिक बधाई, गांधी मैदान में फहराएंगे तिरंगा

डेस्क : आज देश अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसे लेकर पूरे देश के साथ बिहार में भी जश्न का माहौल है। राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार सुबह 9 बजे झंडा फहराएंगे।

इस पहले बीते बुधवार को मुख्यमंत्री ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राज्यवासियों और देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार स्वतंत्रता संग्राम में आहूति देने वाले वीर सपूतों को नमन किया।

मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम में अपनी आहूति देने वाले तमाम वीर सपूतों एवं स्वतंत्रता संग्राम के सभी सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनकी शहादत और कुर्बानियां अमर हैं। उनके संघर्ष और कुर्बानी के कारण ही हम सबको आजादी का यह महान तोहफा मिल पाया है। मुख्यमंत्री ने राज्य एवं देशवासियों से अपील की है कि वे आपसी भाईचारा, मेल-जोल, सद्भाव, सहिष्णुता का वातावरण बनाए रखें।

देश की आजादी अक्षुण्ण रखने के लिये आज के दिन हम सब यह संकल्प लें कि हम अपनी एकता-अखंडता बनाये रखेंगे और देश को प्रगति, समृद्धि एवं विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएंगे। देश का नाम दुनिया में रौशन करते रहेंगे।

अनंत सिंह के रिहाई के बाद शुरु हुई सियासत, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर किया यह कटाक्ष

डेस्क : बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह के लिए आज बड़ी राहत वाला दिन रहा। पटना हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए 2 मामलों में बरी कर दिया। वह AK-47 मामले में कई वर्षों से जेल में बंद थे। उन्हें इंसास राइफल मामले में भी राहत मिली है। 

न्यायाधीश चंद्र शेखर झा की एकलपीठ ने बाहुबलि पूर्व विधायक अनंत सिंह को दो मामलों में बरी कर दिया। इसके बाद अब इस मामले में जदयू और राजद के नेताओं के तरफ से बयान आने भी शुरू हो गए हैं। जहां नीतीश कैबिनेट के मंत्री इसे कोर्ट का निर्णय बता रहे हैं तो वहीं अब इस मामले में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने जोरदार हमला बोला है। 

तेजस्वी यादव ने कहा कि जब अनंत सिंह जी नीतीश कुमार जी के साथ नहीं थे तो वहअपराधी थे। आज उनके साथ हैं तो रिहा हो गए। इसमें कौन ही बड़ी बात है। तेजस्वी ने तंग कसते हुए कहा कि नीतीश जी कहां किसी को बचाते हैं और फंसाते हैं। यह तो साफ़ दिख रहा है लोगों। आप लोग खुद समझ लें कि वह कितना को बचाते हैं और कितना को फंसाते हैं। यही तो काम है उनका। इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि मुझे तो बस यही कहना है कि लॉ एंड ऑडर की हालत बिहार में खत्म हो गया। मुख्यमंत्री का इकबाल खत्म हो गया। मुख्यमंत्री थक गए हैं। इसने गृह विभाग चल नहीं रहा और बिहार यह चला नहीं पा रहे हैं। यह थका हुआ मुख्यमंत्री के रूप में यह काम कर रहे हैं। इनको बिहार के लोग वापस लाने वाले नहीं हैं।

बिहार के उद्यमियों के लिए खुशखबरी, अब घर बैठे मिलेगी बिजली की यह सुविधा

डेस्क : बिहार के उद्यमियों के लिए एक बड़ी खबर है। उन्हें अब बिजली कनेक्शन लेने के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। आम उपभोक्ताओं की तरह ही उद्यमियों को भी घर बैठे ही बिजली कनेक्शन मिल जाएगा। कंपनी के कार्यालयों का चक्कर नहीं काटना होगा।

दरअसल पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक में पाया गया कि अगर उद्यमियों को बिजली कनेक्शन लेना होता है तो उनको सबसे पहले उन्हें संबंधित क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता से प्राक्कलन बनवाना पड़ता है। इसके बाद तार-पोल भी अपने स्तर से ही गड़वाना पड़ता है। मीटर की खरीदारी भी खुद ही कर लगाना पड़ता है। बिजली कंपनी की ओर से जब तक मीटर की जांच नहीं की जाती, तब तक उद्यमियों का बिजली कनेक्शन चालू नहीं हो पाता है। 

इन परेशानियों को इसे देखते हुए ही बिजली कंपनी ने तय किया है कि 150 किलोवाट तक के औद्योगिक कनेक्शन कंपनी के स्तर पर ही दिया जाए। नए नियम के अनुसार उद्यमियों को केवल आवेदन करना होगा। इसके बाद कंपनी के इंजीनियर खुद ही प्राक्कलन तैयार करेंगे। इसके साथ ही संबंधित फैक्ट्री तक तार-पोल की व्यवस्था करेंगे। इस मद में जो खर्च आएगा, वह उद्यमियों को केवल भुगतान करना होगा। 

उद्यमियों को नए नियम के अनुसार कनेक्शन देने के लिए बिजली कंपनी ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी ने इसके लिए विनियामक आयोग को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया है। इसके बाद आयोग की ओर से इस पर निर्णय लिया जाएगा। आयोग की मंजूरी मिलते ही नया नियम लागू हो जाएगा और उद्यमियों को आसानी से कनेक्शन मिलने लगेगा।