*मां ने की नाबालिग बेटी के अपहरण की शिकायत, केस दर्ज*

गोरखपुर- थाने से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक गांव की निवासी महिला ने अपनी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी को बहका कर घर से भगा ले जाने की शिकायत की है। अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। थाने में दिए गए प्रार्थनापत्र में महिला ने बताया है कि बीते 6 अगस्त 2024 को दिन में 11 बजे एक लड़का उनके घर आया और दिन में लगभग 12 बजे 16 वर्षीय किशोरी को अपने साथ लेकर चला गया। उक्त लड़के के दो मोबाइल नंबर देकर महिला ने बताया कि इसी नंबर पर मेरी लड़की बात किया करती थी। महिला ने बताया कि उस नंबर पर फोन करने पर उक्त लड़के ने महिला की पूरी बात सुनी लेकिन कोई जवाब नहीं दिया।

महिला की तहरीर पर खजनी पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 322/2024 में बीएनएस की धाराओं 137(2) और 87 में बहला-फुसलाकर अपहरण और इच्छा के विरुद्ध शादी और शारीरिक संबंध बनाने की संभावना के आरोप में केस दर्ज कर लिया और वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।

*सामाधान दिवस में पहुंचे 4 फरियादी, एक मामला मौके पर निस्तारित*

गोरखपुर- थाने में आयोजित अगस्त महीने के पहले समाधान दिवस में कुल 4 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों के समक्ष पहुंचे जिनमें एक मामले का मौके पर समाधान करा दिया गया।

समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे नायब तहसीलदार रामसूरज प्रसाद दिवस प्रभारी थानाध्यक्ष शैलेन्द्र शुक्ला ने सभी फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना।

इस दौरान मऊंधरमंगल गांव के निवासी ओमप्रकाश यादव उनवल नगर पंचायत के टेकवार के निवासी अयोध्या प्रसाद कटघर गांव की निवासी बासमती देवी ने तथा ढढ़ौना गांव के अश्वनी सिंह ने अपने पुराने भूमि विवाद से जुड़ी समस्याएं पेश की।

मौके पर राजस्व निरीक्षक देवनरायण मिश्रा लेखपाल और थाने के पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

*सोमवार से घर घर जाएंगी टीम, फाइलेरिया से बचने के लिए दी जाएगी दवा*

गोरखपुर- शहर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने जिला अस्पताल परिसर में बने बूथ पर फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कर शनिवार को सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान का शुभारंभ किया । यह अभियान दो सितम्बर तक चलेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने महापौर को दवा का सेवन कराया । उन्होंने बताया कि सोमवार से सप्ताह में चार दिन बचाव की दवा खिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाएंगी। विभाग की टीम के सामने ही दवा का सेवन करना है। इस मौके पर सभी लोगों ने फाइलेरिया उन्मूलन की शपथ ली और जनजागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया।

दवा सेवन के उपरांत महापौर ने जनपदवासियों से अपील की कि वह फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन अवश्य करें। वह खुद विगत कई वर्षों से दवा का सेवन कर रहे हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। यह दवा खाली पेट नहीं खानी है । उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि महानगर के लोगों की जागरूकता के कारण सोलह शहरी क्षेत्र फाइलेरिया से मुक्ति की ओर अग्रसर हैं। इस बार शहर के सिर्फ सात क्षेत्रों में यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर निगम इस अभियान में हरसंभव सहयोग करेगा ताकि पूरे शहर को फाइलेरिया मुक्त किया जा सके।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिले में 4133 टीम द्वारा करीब 46 लाख लोगों को घर घर जाकर दवा खिलाई जाएगी। प्रत्येक सोमवार, मंगलवार, गुरूवार और शुक्रवार को टीम घर घर जाएंगी। टीम में आशा कार्यकर्ता के साथ एक पुरुष सदस्य होंगे। टीम के लोग दवा खिलाने के साथ साथ नये फाइलेरिया रोगियों को भी ढूंढेंगे। इस अभियान में स्वयंसेवी संस्था डब्ल्यूएचओ, पाथ, पीसीआई, सीफार और फाइलेरिया रोगी नेटवर्क भी सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

इस मौके पर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार, महिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके चौधरी, डॉ एनएल कुशवाहा, जिला सर्विलांस अधिकारी व नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश चौबे, जेई एईएस कंसल्टेंट सिद्धेश्वरी सिंह, समस्त मलेरिया और फाइलेरिया निरीक्षक समेत सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधिगण भी मौजूद रहे।

लगातार पांच साल तक खानी है दवा

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया जिसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहते हैं, एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी से खुद को, परिवार को और समाज को बचाने के लिए दवा का सेवन बेहद जरूरी है। लगातार पांच साल तक साल में एक बार अगर फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया जाए तो इस बीमारी से पूरे समाज को मुक्ति मिल सकती है। वर्ष में एक बार दवा खा लेने के बाद वर्ष भर के अव्यस्क कृमि मर जाते हैं और लगातार पांच साल तक दवा खाई जाती है तो हर साल इन अव्यस्क कृमि का सफाया तो होता ही है, साथ में वयस्क कृमि भी समाप्त हो जाता है। इस तरह से दवा का सेवन करने वाला व्यक्ति फाइलेरिया से बच जाता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षणों में हाथ, पैर, स्तन व अंडकोष में सूजन हैं। यह लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के पांच से पंद्रह साल बाद प्रकट होते हैं।

मिथक बनती है बाधा

श्री सिंह ने बताया कि कुछ लोग इस मिथक के कारण दवा का सेवन नहीं करते हैं कि दवा खुली हुई है और इसकी सुरक्षा में संशय है। ऐसे लोगों को यह संदेश दिया जा रहा है कि दवा विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार प्रमाणित है। इसे तभी खोला जाता है जब लाभार्थी को सेवन करवाना होता है। दवा का कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता है। जिन लोगों के भीतर पहले से माइक्रोफाइलेरी मौजूद होते हैं उन्हें दवा के सेवन के बाद मतली, चक्कर आना, सिरदर्द जैसे लक्षण आते हैं जो कुछ समय बाद स्वतः समाप्त हो जाते हैं। ये पूरी तरह से सामान्य लक्षण हैं और इनसे घबराने की आवश्यकता नहीं है। शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान सभी ने दवा का सेवन किया है और किसी को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई।

*भाजपा नेता को दवा खिलाकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत*

गोरखपुर- स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवा खिलाकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत की गई। पीएचसी में आज ग्रामप्रधान प्रतिनिधि एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी को दवा खिलाकर एवं उनके द्वारा फीता काट कर इस अभियान का शुभारंभ किया गया।

पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रदीप तिवारी ने बताया कि अभियान 10 अगस्त 2024 से 2 सितंबर 2024 तक कुल 10 दिनों तक चलेगा जिसमें सभी को दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान में गांवों की सभी आशाओं को हर घर तक पहुंच कर सभी को दवा की खुराक अपने सामने खिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें दवा की डोज उम्र के अनुसार निर्धारित मात्रा में देनी है जो कि 2 से 5 साल के बच्चों को 1 गोली डीईसी, 1 गोली अलबेन्डाज़ाल, 4 साल से 15 साल के बच्चों को 2 गोली डीईसी और 1 गोली अलबेन्डाज़ाल तथा 15 साल से अधिक आयु के सभी को 3 गोली डीईसी और 1 गोली अलबेन्डाज़ाल की खुराक देनी है l दवा भोजन करने के बाद ही खानी है।

इस दौरान पीएचसी के बीसीपीएम खुशमुहम्मद अंसारी आईओ अशोक कुमार सिंह फार्मासिस्ट के.एम. सिंह, एनडी उपाध्याय, भाजपा नेता गजेंद्र राम त्रिपाठी तथा पीएचसी के पैरामेडिकल स्टॉफ के सभी कर्मचारी मौजूद रहे।

“बिना विलंब किए हो पीड़ितों की मदद”, जनता दर्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ का अधिकारियों को निर्देश

गोरखपुर- गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह जनता दर्शन में लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ितों की मदद और पात्रों को शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने में विलंब नहीं होना चाहिए। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी स्तर पर कोई दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा गया है तो वहां जिम्मेदारी सुनिश्चित कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित जनता दर्शन के दौरान समस्या लेकर सीएम योगी से मिलने पहुंचे लोगों को भरोसे का आत्मीय संबल मिला। इत्मीनान से सबकी बात सुनते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का वह प्रभावी निस्तारण कराएंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 400 लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।

कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जा करने की शिकायत किए जाने पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जमीन कब्जाने वाले भू माफिया व दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाएं जाएं। कहा कि प्रशासन का यह मंत्र होना चाहिए कि मनमानी किसी की नहीं चलेगी और न्याय सबको मिलेगा। कुछ प्रकरणों पर मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देशित किया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए।

हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी।

*मंदिर की गोशाला में सीएम ने की गोसेवा*
शनिवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला भी पहुंचे। यहां उन्होंने गोवंश को दुलारा और उनकी सेवा की। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से गोवंश को गुड़ खिलाया और गोवंश की देखभाल के लिए गोशाला के स्वयंसेवकों को जरूरी निर्देश दिए।
दो मृतक आश्रित महिलाओं को सीएम योगी ने दिया आर्थिक संबल


गोरखपुर, 10 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में दो मृतक आश्रित महिलाओं को क्रमशः पांच और दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि सौंपी और भरोसा दिलाया कि दुख और संकट की हर परिस्थिति में सरकार उनके साथ खड़ी है।

खजनी क्षेत्र के बेलवाडाढ़ी निवासी धर्मात्मा सिंह के निधन के बाद परिवार को आर्थिक संबल की आवश्यकता को देखते हुए सीएम योगी ने उनकी पत्नी श्रीमती कमलेश सिंह को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। गोरखनाथ मंदिर में चेक देने के साथ मुख्यमंत्री ने परिवार का हाल जाना और आश्वस्त किया कि संकट में मदद करने में उनकी सरकार हमेशा तत्पर है। इस अवसर पर सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल भी मौजूद रहे।

शनिवार सुबह सीएम योगी ने महानगर के सूरजकुंड कॉलोनी निवासी श्रीकृष्ण अरुंधती मिश्रा को भी मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की आर्थिक मदद का चेक प्रदान किया। श्रीमती अरुंधती के पति सिद्धार्थ शंकर मिश्र का निधन हो गया है और उन्हें मुख्यमंत्री की तरफ से यह धनराशि मृतक आश्रित सहायता के रूप में दी गई। सीएम योगी ने उन्हें भी आश्वस्त किया कि दुख की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। इस दौरान गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह भी उपस्थित रहे।

*इलाज के लिए सीएम ने दी डेढ़ लाख रुपये की सहायता*
शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर बीमारी में इलाज के लिए वार्ड नम्बर ग्यारह, पिपराइच निवासी चंदन जायसवाल पुत्र दयानंद जायसवाल को डेढ़ लाख रुपये की आर्थिक सहायता की धनराशि का चेक प्रदान किया। यह धनराशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से उपलब्ध कराई गई है।

प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में विश्व आदिवासी दिवस पर धुरिया, गोंड समाज ने पैदल मार्च कर किया प्रदर्शन

गोरखपुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर धुरिया, गोंड समाज के हक व अधिकार के लिए पैदल मार्च करतें हुए, जिला अधिकारी कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया गया।

जिसमें धरना प्रदर्शन मूलवासी गोंडवाना गणतंत्र संस्था के प्रदेश अध्यक्ष व वरिष्ठ छात्रनेता शिव शंकर गोंड ने नेतृत्व करतें हुए प्रदर्शन को सम्बोधित करतें हुए कहा कि जिला प्रशासन के साथ लगतार बैठक के बावजूद धुरिया, गोंड समाज का जाति प्रमाण पत्र निर्गत नही हो रहा हैं, जबकि मुख्यमंत्री द्वारा विशेष ध्यान देने का वक्तव्य आता हैं, वही उनके ही जिला के जिला प्रशासन द्वारा आदिवासी गोंड समाज के साथ अन्याय को स्वीकार नही किया जाएगा, अगर जल्द ही जाति प्रमाण पत्र निर्गत नही हुआ तो बड़ा आंदोलन होगा।

धरना प्रदर्शन का संचालन जिला अध्यक्ष सीताराम गोंड ने किया समाज की समस्यायों को विस्तार रूप से प्रदर्शन करियो को समझाया,

जिसमें प्रदर्शन करियो ने एक बार उपजिला अधिकारी को बिना ज्ञापन दिए तीखी नोखझोक कर वापस लौटा दिए प्रशासन समझने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा गया, सिटी मजिस्ट्रेट ने आश्वस्त किया कि जल्द ही प्रमाण पत्र के मामले का निस्तारण कर दिया जाएगा।

धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से ई0 राम अवध गोंड, नरसिंह गोंड, आदित्य गोंड, विक्रांत गोंड, शुभम गोंड, दुर्गेश गोंड, अभिषेक, प्रीतम, अनूप, राज गोंड, पवन कुमार गोंड, रामजश्न, इंद्र गोंड, राकेश गोंड, संदीप, सचिन, आर्यन, गोलू, राहुल, पंडित आयुष पूरी, विकास गोंड, नीतीश गोंड, राममिलन गोंड आकाश, विकास, अरविंदर, सुमित, सूरज, लालबहादुर, खुशीहाल, प्रियांशु राज, बुधिराम, राज, दीपक, अजित, अवनीश, सत्य, राधेश्याम, रामरतन, मोतीलाल, जीत बहाल, हेमन्त, महेंद्र, हरेंद्र, जैनेंद्र, रामायन, राकेश, हरिद्वार, बेचू, रामकरण, ममता देवी, गीता देवी, कुसुम देवी, शिवंशी, प्रतिभा रुकमणी, अंजली, विट्टू, भीम, अजय, अभिषेक गोंड आदि सैकडों लोग उपस्थिति रहें।

सड़क की पटरियों पर खुले में बिकतीं मिठाईयां, नमकीन और समोसे, प्रशासन की उदासीनता खतरे में गरीबों की जान

खजनी गोरखपुर। कस्बे में सिकरीगंज मार्ग पर और आॅटो स्टैंड के पास सड़क पर उड़ने वाली धूल कचरे के बीच पटरियों के किनारे सजीं दुकानें आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करतीं नजर आती हैं।

सबेरे से देर रात तक सड़क की पटरियों के किनारे खुले आसमान के नीचे इन दुकानों पर बिकने वाले सभी खाद्य पदार्थ दूषित और लोगों को बीमार करने वाले हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन के द्वारा कभी जांच नहीं की जाती, जिससे गंदगी, आसपास बिखरे कचरे, सड़क से उड़ती धूल से दूषित मिलावटी और स्वास्थ्य के लिए घातक खाद्य पदार्थों की खुलेआम बिक्री हो रही है।

शिक्षक राजेश कुमार द्विवेदी, सुभाष यादव अधिवक्ता शैलेष कुमार, अवधेश गुप्ता,के.के.सिंह तथा विनय पाठक, गणेश तिवारी, गिरजेश, महेंद्र निषाद आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि पैसे कमाने के लोभ में खुलेआम मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। लेकिन प्रशासन द्वारा इस पर अंकुश लगाने का कोई प्रयास नहीं किया जाता। लोगों ने बताया कि खाद्य तेलों में सबसे सस्ता बिकने वाला बेस्ट च्वाइस रिफाइंड तेल और वनस्पति घी जलपान की दुकानों और ठेले खोमचे पर चाट, चाउमीन, बर्गर, मंचुरियन, पकौड़े, समोसे, नमकीन, खुरमा आदि बेचने वाले व्यापारियों का लोकप्रिय ब्रांड है। इतना ही नहीं कड़ाही में बचे जले हुए तेल को कई दिनों तक इस्तेमाल किया जाता है।

ईमानदारी से जांच की जाए तो सार्वजनिक रूप में खुले आम बिकने वाले सभी चटपटे सामान दूषित और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही मिलेंगे। इस संदर्भ में पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि खुले में बिकने वाली अथवा ज्यादा दिन की बनी बासी मिठाईयां नमकीन आदि कुछ भी खाने से लोगों की सेहत खराब हो सकती है। बीमार हो कर पहुंचने वाले लोगों को हमेशा तेल मसाले वाली बाहर की खुली और बासी चीजें खाने से मना किया जाता है।

कृषि विभाग ने लगाई चौपाल, फसलों की सुरक्षा और उपज बढ़ाने के तरीके बताए

खजनी गोरखपुर। कृषि विभाग द्वारा खजनी ब्लॉक के साखडांड़ बाबू गांव में चौपाल लगाकर किसानों को फसलों की सुरक्षा उन्हें रोगों और कीटों से बचाने तथा पैदावार बढ़ाने के दर्जनों उपाय बताए गए। साथ ही पशुपालन दुग्ध उत्पादन बढ़ाने तथा खेती और पशुपालन से अपनी आय बढ़ाने के तरीके बताए गए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहायक विकास अधिकारी कृषि कमलेश सिंह ने उपस्थित किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, सोलर पंप लगाने, सिंचाई के लिए पानी की बबार्दी रोकने, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने,मोटे अनाजों (मिलेट्स) का उत्पादन बढ़ाने और पशुपालन से होने वाले लाभ की जानकारियां दीं।

एटीएम रणधीर राय ने भरोहियां गांव में स्थित कृषि बीज गोदाम पर मिलने वाले विभिन्न रसायनों, बीज, जिप्सम और किसानों को तत्काल मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी दी साथ ही फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले और संचारी रोग फैलाने वाले चूहे, छछुंदर आदि जीवों से बचाव के दर्जनों उपाय बताए। पीपीएस सुधीर कुमार ने राजकीय कृषि रक्षा इकाई पर उपलब्ध खरपतवार नाशी, कीट नाशक, फफूंद नाशी, घरेलू उपायों और सल्फर आदि के छिड़काव की जानकारी दी। इस दौरान ग्राम सचिव रमेश यादव ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अभिषेक यादव गांव के किसान और अन्य लोग मौजूद रहे।

स्कूल में बिखेरा मानव मल 3 दिनों से नहीं खुला गेट का ताला,प्रधानाध्यापक ने की बीईओ और पुलिस से शिकायत

खजनी गोरखपुर। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल के गेट, कार्यालय के दरवाजे, दीवारों और फर्श पर मानव मल बिखेरे जाने के कारण स्कूल में शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। खजनी थाना क्षेत्र के केवटली गांव के सरकारी परीषदीय प्राथमिक स्कूल परिसर में किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा शौच के बाद मल बिखेर दिया गया है।

स्कूल पर पहुंचते ही शिक्षकों और प्रधानाध्यापक ने किसी अज्ञात व्यक्ति की ऐसी घिनौनी करतूत देखी तो हैरत में पड़ गए। बताया गया कि बीते जुलाई माह में भी इसी तरह की घटना हो चुकी है।मानव मल की गंदगी को स्कूल के गेट पर लगे ताले पर लगा दिया गया है साथ ही फर्श और दीवारों पर भी चिपका नजर आ रहा है। प्रधानाध्यापक विरेन्द्र यादव के द्वारा घटना की जानकारी 112 नंबर पर पुलिस को तथा बीईओ खजनी को दे दी गई।

बीते दो दिनों से बच्चों को स्कूल से बाहर एक पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाई लिखाई कराई जा रही है।मजे की बात यह कि बिखरे मल की गंदगी को साफ करने की जहमत किसी ने भी नहीं उठाई ग्रामप्रधान प्रतिनिधि ने सफाई कर्मचारियों से भी उसे साफ नहीं कराया कुल 5 शिक्षक जिनमें एक पुरुष प्रधानाध्यापक और 4 महिला शिक्षिकाएं बीते 3 दिनों से भीतर कार्यालय में मौजूद उपस्थिती रजिस्टर में अपनी हाजिरी भी नहीं लगा पा रहे हैं। बच्चों का मिड-डे-मील भी नहीं बना आज अपराह्न बारिश शुरू हुई तो पेड़ के नीचे बैठना मुश्किल हो गया। लिहाजा बच्चों को जल्दी छुट्टी दे दी गई और कुछ देर बाद शिक्षक भी वापस चले गए।

मिली जानकारी के अनुसार पहले स्कूल की बाउंड्री वॉल नहीं बनी थी तब गांव के निवासी आसपास के किसान स्कूल के करीब तक खेती करते थे। अब स्कूल बाउंड्री का निर्माण कराया गया है लेकिन लगभग 30 मीटर लंबी बाउंड्री का निर्माण नहीं हुआ है जिससे बाहरी व्यक्तियों का परिसर में आसानी से प्रवेश हो जाता है।

प्रधानाध्यापक ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 23 जुलाई को भी ऐसी ही घटना हुई थी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी किन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई। 7 अगस्त को फिर एक बार गंदगी बिखेर दी गई है। शिकायत की गई है एस.ओ और सीओ खजनी को भी फोन करके घटना की जानकारी दे दी गई है लेकिन कोई मौके पर जांच के लिए नहीं पहुंचा हम लोग इंतजार कर रहे हैं। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो असामाजिक तत्वों द्वारा इसी तरह से परेशान किया जाता रहेगा।

इस संदर्भ में बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। पुलिस को भी इसकी जानकारी दे दी गई है।

थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि घटना की जांच और विधिक कार्रवाई का निर्देश दे दिया गया है। आज जिले पर सीएम के आगमन में ड्यूटी लगी है।