सड़क की पटरियों पर खुले में बिकतीं मिठाईयां, नमकीन और समोसे, प्रशासन की उदासीनता खतरे में गरीबों की जान
खजनी गोरखपुर। कस्बे में सिकरीगंज मार्ग पर और आॅटो स्टैंड के पास सड़क पर उड़ने वाली धूल कचरे के बीच पटरियों के किनारे सजीं दुकानें आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करतीं नजर आती हैं।
सबेरे से देर रात तक सड़क की पटरियों के किनारे खुले आसमान के नीचे इन दुकानों पर बिकने वाले सभी खाद्य पदार्थ दूषित और लोगों को बीमार करने वाले हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन के द्वारा कभी जांच नहीं की जाती, जिससे गंदगी, आसपास बिखरे कचरे, सड़क से उड़ती धूल से दूषित मिलावटी और स्वास्थ्य के लिए घातक खाद्य पदार्थों की खुलेआम बिक्री हो रही है।
शिक्षक राजेश कुमार द्विवेदी, सुभाष यादव अधिवक्ता शैलेष कुमार, अवधेश गुप्ता,के.के.सिंह तथा विनय पाठक, गणेश तिवारी, गिरजेश, महेंद्र निषाद आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि पैसे कमाने के लोभ में खुलेआम मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। लेकिन प्रशासन द्वारा इस पर अंकुश लगाने का कोई प्रयास नहीं किया जाता। लोगों ने बताया कि खाद्य तेलों में सबसे सस्ता बिकने वाला बेस्ट च्वाइस रिफाइंड तेल और वनस्पति घी जलपान की दुकानों और ठेले खोमचे पर चाट, चाउमीन, बर्गर, मंचुरियन, पकौड़े, समोसे, नमकीन, खुरमा आदि बेचने वाले व्यापारियों का लोकप्रिय ब्रांड है। इतना ही नहीं कड़ाही में बचे जले हुए तेल को कई दिनों तक इस्तेमाल किया जाता है।
ईमानदारी से जांच की जाए तो सार्वजनिक रूप में खुले आम बिकने वाले सभी चटपटे सामान दूषित और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही मिलेंगे। इस संदर्भ में पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि खुले में बिकने वाली अथवा ज्यादा दिन की बनी बासी मिठाईयां नमकीन आदि कुछ भी खाने से लोगों की सेहत खराब हो सकती है। बीमार हो कर पहुंचने वाले लोगों को हमेशा तेल मसाले वाली बाहर की खुली और बासी चीजें खाने से मना किया जाता है।
Aug 09 2024, 20:12