रामनयन सिंह समेत चार आईपीएस अधिकारियों का स्थानान्तरण
लखनऊ। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की सुरक्षा में तैनात रहे पीपीएस से आईपीएस बने रामनयन सिंह को लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस में पुलिस उपायुक्त बनाया गया है। रामनयन की तरह ही आईपीएस केशव कुमार को भी कमिश्नरेट पुलिस में पुलिस उपायुक्त पद पर स्थानान्तरण किया गया है।

इनके अलावा लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात रहे आईपीएस महेंद्र पाल सिंह को डीजीपी मुख्यालय में पुलिस अधीक्षक क्राइम एवं आईपीएस शिवाजी को पुलिस अधीक्षक तकनीकी सेवाएं के पद पर स्थानान्तरण कर दिया गया है। चारों आईपीएस को आज ही नवीन तैनाती का चार्ज लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
सपा के मीडिया सेल के एक्स अकाउंट से पीएम और सीएम के लिए आपत्तिजनक पोस्ट, हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज
लखनऊ । भाजपा नेता ने समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के एक्स अकाउंट से पीएम और सीएम के लिए आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप लगाया है। हजरतगंज पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है।सआदतगंज के लकड़मंडी में भाजपा नेता विजय कुमार भुर्जी रहते हैं। उनका आरोप है कि एक्स पर अकाउंट से तीन अगस्त को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के लिए आपत्तिजनक पोस्ट किए गए थे।

पोस्ट करने वाले ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नाम वाराणसी में हुई एक घटना से जोड़ा था। पोस्ट के जरिये सीएम योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के बीच तनातनी होने का फर्जी आरोप लगाया। इंस्पेक्टर के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
महिला की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है: सीएम योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान संगठन हों अथवा अन्य कोई संगठन, यदि लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात कहना चाहते हैं, तो उसे सुना जाए। उनकी आशा, अपेक्षा और आशंका का यथोचित निराकरण करें। लेकिन अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। लोकतांत्रिक संगठनों की आड़ में कुछ राष्ट्रविरोधी संगठन माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। पूर्व में धरना-प्रदर्शन की आड़ में कुछ अराजकता फैलाने वाले संगठनों की उपस्थिति रही। इनकी पड़ताल करके सख्त कार्रवाई करें।

सीएम योगी गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जोन, मंडल, रेंज व जिला स्तरीय फील्ड अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था तथा लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा होनी है। यह शांतिपूर्ण और शुचिता के साथ संपन्न हो। सभी जिलों को अलर्ट रहना होगा। अधिकारी हर परीक्षा केंद्र का सूक्ष्मता से निरीक्षण करें। शासन के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करें।

अभ्यर्थियों के आवागमन का प्रबंधन किया जाए। महिला अभ्यर्थियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। सोशल मीडिया अफवाह फैलाने का माध्यम बन रही है, इस पर नजर रखें। तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर समाज में विद्वेष पैदा करने वाली सूचनाओं, फेक न्यूज का तत्काल तथ्यों के साथ खंडन किया जाए। उन्होंने काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष समारोह, हर घर तिरंगा अभियान, विभाजन विभीषिका दिवस, स्वाधीनता दिवस में जन भागीदारी बढ़ाने, स्कूल, कॉलेज, एनसीसी, एनएसएस को जोड़ने के निर्देश भी दिए।


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। आगामी 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) है। कुछ अराजक तत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं, इसलिए पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाएं। सतर्क और सावधान रहें। रक्षाबंधन पर 18 अगस्त की रात्रि से 19 अगस्त की रात्रि तक परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी। आगामी दिनों में नागपंचमी, श्रावण सोमवार, काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ, रक्षाबंधन, चेहल्लुम और जन्माष्टमी हैं। यह समय कानून-व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन को लगातार अलर्ट रहना होगा।

सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को दी जा रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता खराब नहीं होनी चाहिए। निर्धारित मात्रा से कम, बासी अथवा खराब गुणवत्ता की सामग्री वितरित होने, वेंडर द्वारा आपूर्ति में गड़बड़ी करने पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक 12 जिलों में 120 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है। वहीं 27 जिलों में सामान्य वर्षा रही। जबकि 18 जिलों में 80 प्रतिशत तक और 14 जिलों में 60 प्रतिशत तक वर्षा हुई है। जौनपुर, शामली, फतेहपुर में 40 प्रतिशत से भी कम वर्षा हुई है। बलिया, सीतापुर, बांदा, बाराबंकी, बिजनौर, फर्रुखाबाद, प्रयागराज और वाराणसी में अभी बाढ़ की स्थिति है।
वन मंत्री से ब्रिटिश हाईकमिश्नर सुश्री लिंडी कैमरून की मुलाकात,वन पर्यावरण एवं जलवायु परिर्वतन के बिन्दुओं पर आपसी सहयोग प्रदान करने पर हुई चर्च

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा0 अरूण कुमार सक्सेना से आज लखनऊ स्थित उनके सरकारी आवास पर भारत में ब्रिटिश हाईकमिश्नर सुश्री लिंडी कैमरून ने शिष्टाचार भेंट की।इस औपचारिक मुलाकात के दौरान ब्रिटेन एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मध्यम वन पर्यावरण एवं जलवायु परिर्वतन के बिन्दुओं पर आपसी सहयोग प्रदान करने पर चर्चा हुई और विकास का कामन एजेंडा तय करने पर भी विचार-विमर्श हुआ।

इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन में हो रहे हाईटेक नर्सरी ट्रांसलाकेट ट्री तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही पेड़ों को काटने से बचाने के लिए ट्री-ट्रांसलोकेशन की उन्नत तकनीकी को प्रदेश में भी प्रयोग में लाये जाने का सुझाव दिया।इस अवसर पर वन मंत्री ने उच्चायुक्त से एक पेड़ मां के नाम अभियान तक एक वृक्ष लगाने का अनुरोध किया गया है, जिसको उन्होंने सहर्ष स्वीकार करते हुए पौधरोपण किया। सुश्री लिंडी कैमरून ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक पेड़ मॉ के नाम चलाये जा रहे अभियान की सरहाना की।

वन मंत्री ने प्रदेश में चल रहे वृक्षारोपण महाअभियान-2024 के तहत एक दिन में 36.50 करोड़ से अधिक पौधरोपण की सफलता बारे में उच्चायुक्त को अवगत कराया, जिसकी उन्होंने वृहद सराहना किया।इस मौके पर अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज सिंह, विशेष कार्याधिकारी सुमति मिश्र उपस्थित रहे।
लोहिया संस्थान ने पूरा किया रीनल ट्रांसप्लांट में दोहरा शतक

लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट प्रोग्राम करीब 7 साल पहले शुरू किया गया था। हर साल करीब 35-40 ट्रांसप्लांट (लाइव डोनेशन) किए जाते हैं। ये ट्रांसप्लांट 1 साल में 95% और 5 साल में 85% की सफलता दर के साथ किए जा रहे हैं।

रायबरेली की रहने वाली मां ने अपनी बेटी को अपनी बाईं किडनी दान की। किडनी को लेप्रोस्कोपिक तरीके से निकाला गया और आॅपरेशन करीब 4 घंटे तक चला। डोनर और प्राप्तकर्ता दोनों फिलहाल स्वस्थ हैं। एसजीपीजीआई के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला आरएमएल सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा संस्थान है। ज्यादातर ट्रांसप्लांट बीपीएल और आयुष्मान योजना का उपयोग करके आर्थिक रूप से वंचित आबादी में किए गए हैं।

इस अवसर पर निदेशक, प्रो. (डॉ.) सी.एम. सिंह ने ट्रांसप्लांट यूनिट की पूरी टीम को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी।प्रत्यारोपण टीम में नेफ्रोलॉजी से विभागाध्यक्ष प्रो. अभिलाष चंद्र, प्रो. नम्रता राव, प्रो. मजीबुल्लाह अंसारी, यूरोलॉजी से विभागाध्यक्ष प्रो. ईश्वर राम दयाल, प्रो. आलोक श्रीवास्तव, प्रो. संजीत कुमार सिंह, डॉ. प्रशांत, डॉ. दिनेश राहर अ?ैर डॉ. अंकुश सदोत्रा शामिल रहे।इसी प्रकार एनेस्थीसिया से प्रो. पी.के. दास, डॉ. शिल्पी मिश्रा ओटी स्टाफ -बलवत लक्ष्मीकांत व आमिर शामिल रहे।
स्कूल में खड़े वाहनों को आग लगाकर पूर्व कर्मचारी ने दी जान, पत्नी ने स्कूल प्रशासन पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
लखनऊ । राजधानी के सुशांत  गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देना वाला मामला सामने आया है, जहां  एक कर्मचारी ने स्कूल के तीन वाहनों को आग लगाकर फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले की सूचना  पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो दमकल टीम ने वाहनों में लगी आग को बुझाया। पुलिस को मृतक के शव  के पास एक सुसाइड नोट मिला है जिसके आधार पर पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार जेल भेज दिया है।

गुरुवार सुबह पुलिस को  थाना सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के सरसवां में स्थित बीआरएस मेमोरियल स्कूल में खड़ी गाड़ियों में आग लगने व एक व्यक्ति के रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेंने की सूचना मिली। जहां सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक लालता प्रसाद यादव (50)पुत्र छेदीलाल ग्राम नटवल ग्रान्ट थाना संदना जनपद सीतापुर के निवासी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और दमकल टीम ने वाहनों में लगी आग को बुझाने में सफलता पाई। आग लगे के कारणों  का पता लगाने के लिए अफसरों के आदेश  पर घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर सैम्पल लिए। मृतक के शव के पास एक सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसपर पत्नी  रश्मि  यादव ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए दुर्गेश,रविन्द्र पिता व पता अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

मामले की जांच में जुटी पुलिस ने दोनों लोगो गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी निरीक्षक अंजनी कुमार मिश्र ने बताया की सुबह पांच बजे के करीब पुलिस को सूचना मिली की बीआरएस मेमोरियल स्कूल में खड़ी गाड़ियों में आग लग गई है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और पुलिस को जानकारी मिली की स्कूल की लॉबी की रेलिंग में एक व्यक्ति ने चादर की सहायता से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मिले सुसाइड नोट के आधार दो  लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पत्नी रश्मि के अनुसार उसकी नशे की आदत के चलते दो तीन दिन पूर्व उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। जिससे आक्रोशित होकर उसने ऐसा कदम उठाया। मौके पर पहुंची फोरेंसिक  टीम ने मृतक के शव के पास मिले मोबाइल व् सुसाइड नोट के आधार पर  दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर  कार्रवाई की गई।
धर्म से ऊपर उठकर हमें मानवता का धर्म उठाना चाहिए : श्यामदास

लखनऊ। सुप्रसिद्ध रामायणकालीन मनकामेश्वर श्रीमहन्त देव्यागिरि  ने पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस बात की सराहना की कि उन्होंने बंगलादेश में हो रहे हिन्दुओं के नरसंहार एवं मन्दिरों को तोड़े जाने की कड़े शब्दों में भर्त्सना की तथा हिन्दुओं की एकता का आह्वान किया। महन्त जी ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया किया कि बंगलादेश में सत्ता का तख्ता पलट होने के बाद वहां के हिन्दुओं को निमर्मतापूर्वक मारा-काटा और लूटा जा रहा है, पर हमारे देश के हिन्दू- विशेष रूप से अपने को सेक्युलर कहने वाले लोग बंगलादेश में हो रही अमानवीयता पर बिल्कुल चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि यही सेक्युलरी जमात किसी हिन्दू द्वारा कोई गलत काम किये जाने पर भयंकर रूप से हाय-तौबा मचाया करती है।

हमारे मुस्लिम भाई भी फिलिस्तीन के पक्ष में तो खुलकर खूब आवाज उठाते हैं, लेकिन बंगलादेश में हिन्दुओं पर जो निर्मम अत्याचार हो रहे हैं तथा मन्दिरों को नष्ट किया जा रहा है, उसके विरोध में कुछ नहीं बोल रहे हैं। महन्त जी ने कहा कि आखिर हिन्दुओं के जो पूर्वज हैं, वे भी मुस्लिम भाइयों के पूर्वज हैं, उन्हें अपने हिन्दू भाइयों पर अत्याचार पर दर्द क्यों नहीं हो रहा है। जबकि आजादी के बाद से देश वोट की लालच में देशद्रोही तत्वों को बहुत अधिक संरक्षण प्रदान किया गया, जिससे वे बड़े ताकतवर हो गये। यह खतरा है कि यह तत्व मोदी को सत्ता से हटाने के लिए देश में भयंकर अशान्ति पैदा कर सकते हैं। एक पूर्व मंत्री ने तो यह भी कह दिया कि भारत में भी बंगलादेश जैसा हो सकता है, इसलिए हमारे यहां खुफियातंत्र को बहुत मजबूत किया जाना चाहिए तथा देशद्रोही तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए। इसके साथ में देशहित में राष्ट्रवादियों को अधिक से अधिक संरक्षण प्रदान किये जाने की आवश्यकता है।

पत्रकार वार्ता में अन्य संतों उदासीन आश्रम के श्रीमहन्त धर्मेन्द्र दास ने बंगलादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार की कड़ी निन्दा करते हुए विश्व के सनातनियों से एकजुट होने का आह्वान किया है। लखनऊ इस्कान के अध्यक्ष अपरिमय श्याम दास द्वारा अराजक तत्वों द्वारा बंगलादेश में मन्दिर तोड़े जाने की निन्दा करते हुए कहा कि श्रील प्रभुपाद जी ने धर्म से अलग हट करके सभी मानवों में ईश्वर को देखते हुए यह शिक्षा दी कि धर्म से ऊपर उठकर हमें मानवता का धर्म उठाना चाहिए और उसी बंगलादेश के प्रारम्भ में लगभग 02 लाख लोगों को प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था उसी मन्दिर द्वारा की गयी थी, जिसको अग्नि के हवाले कर दिया गया। यह निन्दनीय कृत्य है, जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निन्दा होनी चाहिए।

वरिष्ठ खिलाड़ी असित सिंह जी ने बंगलादेश के हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार की कड़ी निन्दा करते हुए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की तथा ऐसे अराजक तत्वों से देश में भी सावधान रहने को कहा। पत्रकारवार्ता में चैतन्य मिशन लखनऊ के महन्त स्वामी कौशिक चैतन्य  ने भी बंगलादेश में हो रहे हिन्दुओं पर अत्याचार की निन्दा करते हुए कहा कि यह मानवता के लिए एक कलंक है, इसे रोका जाना चाहिए। पत्रकार वार्ता में लखनऊ के सन्त एवं गणमान्य नागरिकों ने भी बंगलादेश में हो रहे अत्याचार की कड़ी निन्दा की।
सीएम योगी ने नाग पंचमी पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाग पंचमी के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। गुरुवार को यहां जारी एक बधाई सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जीव-जन्तु समेत इस चराचर जगत के साथ आत्मीय सम्बन्ध जोड़ने की समृद्ध एवं प्राचीन परम्परा है। नाग पंचमी का पर्व प्रकृति के साथ हमारे इस जुड़ाव का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाग पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से प्रचलित है। हमारे धर्मशास्त्रों में नाग जागृत कुण्डलिनी शक्ति का प्रतीक है। सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु शेषनाग पर ही शयन करते हैं। शेषनाग छत्र बनकर उन्हें छाया प्रदान करते हैं। ज्ञान और मोक्ष के प्रदाता भगवान शिव के आभूषण ही सर्प एवं नाग हैं। सावन में भगवान शिव के पूजन का विशेष महत्व है।

उन्होंने कहा कि श्रावण मास में नाग पंचमी भगवान शिव संग नागों की पूजा के लिए प्रसिद्ध है। शक्ति के प्रतीक नाग पंचमी के पर्व पर हमारे समाज में पारम्परिक रूप से कुश्ती आदि खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें जनता उत्साह के साथ प्रतिभाग करती है। पर्व एवं त्योहार को शान्ति एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से आयोजित करने की अपील करते हुए सभी प्रदेशवासियों को नाग पंचमी की मंगलमय शुभकामनाएं दीं।
10 वर्ष में 10 लाख नई एमएसएमई इकाइयों की स्थापना का है लक्ष्य : मुख्यमंत्री

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शिक्षित और प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के मूल बजट में सरकार ने 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान' का प्रावधान किया था।अब समय आ गया है कि इस पर क्रियान्वयन
प्रारंभ कर दिया जाए। अभियान के संबंध में एमएसएमई विभाग के प्रस्तुतिकरण का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना स्वरोजगार सृजन के प्रयासों में बड़ी भूमिका निभाने वाली होगी। योजना के बारे में अधिकाधिक युवाओं को अवगत कराया जाए। ताकि युवा प्रोत्साहित हों और आत्मनिर्भर होकर अपनी आजीविका कमा सकें।

बैठक में प्रमुख सचिव, एमएसएमई ने मुख्यमंत्री को बताया कि अभियान के तहत प्रतिवर्ष 1,00,000 युवाओं को बैंकों से ऋण दिलाकर वित्तीय अनुदान दिया जाएगा, जिससे प्रतिवर्ष 01 लाख सूक्ष्म उद्यम प्रतिवर्ष स्थापित हो सकेंगे। इस प्रकार आगामी 10 वर्षों में 10 लाख (एक मिलियन) युवा स्वरोजगार से जुड़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के तहत सामान्य वर्ग के अलावा, ओबीसी, महिला, दिव्यांगजन तथा एससी, एसटी के पुरुष के अलावा महिलाओं को उद्यम स्थापित करने पर अनुदान देने का प्रावधान हो, साथ ही, मार्जिन मनी पर भी सब्सिडी दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा उद्यमियों को यथासंभव ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध हो, इसके लिए एक तय अवधि तक ऋण के ब्याज उपादान और सीजीटीएमएसई कवरेज की सुविधा भी दी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि योजना के सही क्रियान्वयन और सतत मॉनीटरिंग के लिए आकांक्षात्मक विकास खंडों में तैनात सीएम फेलो की तर्ज पर यहां भी हर जिले में योग्य युवाओं की तैनाती की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उद्यम स्थापित करने के लिए वित्तपोषण से पहले युवाओं को विधिवत प्रशिक्षण भी दिलाया जाना चाहिए। नए उद्यमियों को उनके उत्पाद की पैकेजिंग, ब्रांडिंग 9व मार्केटिंग में भी मदद करें।
इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचा अनोखा केस: "भूत'’ ने कराई एफआईआर, दिया बयान , पुलिस ने चार्जशीट तक दाखिल की, जानिये पूरा मामला

लखनऊ/ प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की कुशीनगर जिले की पुलिस ने गजब का कारनामा कर दिखाया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट में पुलिस जांच में आंखें खोल देने वाला एक अनोखा मामला सामने आया। इसमें मरने के तीन साल बाद शब्द प्रकाश नाम के व्यक्ति की तरफ से एफआईआर दर्ज करा देने के बाद कुशीनगर के पुलिस विवेचना अधिकारी द्वारा उस शख्स का बयान भी दर्ज कर चार्जशीट दाखिल कर दी गई।

बात यहीं नहीं रुकी, वादी शब्द प्रकाश के ‘भूत’ ने हाई कोर्ट में दाखिल याचिका में 19 दिसंबर 2023 को वकालतनामा पर हस्ताक्षर भी मिले। इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति सौरभ श्याम की बेंच में जब यह मामला सामने आया, तब यह बात खुली। जस्टिस सौरभ श्याम भी मामले को देखकर हैरत में पड़ गए और उन्होंने पूछा कि पुलिस ने तीन साल पहले मर चुके आदमी का बयान कैसे लिया ?

हाई कोर्ट ने कुशीनगर एसपी से तलब की रिपोर्ट

हाई कोर्ट ने कुशीनगर पुलिस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैं इस केस के तथ्यों से हैरान हूं। किस तरह से पुलिस अपराध की विवेचना करती है। पुलिस ने तीन साल पहले मर चुके आदमी का बयान दर्ज कर लिया। ये कैसे किया होगा ? कोर्ट ने एसपी कुशीनगर को निर्देश दिया कि यहां एक ‘भूत’ निर्दोष को परेशान कर रहा है। विवेचना अधिकारी को अपना बयान दर्ज करा रहा है। ऐसे विवेचना अधिकारी की जांच करके रिपोर्ट पेश करें।साथ ही, हाई कोर्ट ने आपराधिक केस की कार्रवाई को रद्द कर दिया। कोर्ट ने हाई कोर्ट बार एसोसिएशन से कहा कि इस मामले में वादी के वकील को भविष्य में सावधानी बरतने की सीख दें।

जानें क्या था पूरा मामला...

ये अजीबो-गरीब मामला शिकायतकर्ता शब्द प्रकाश से जुड़ा है, जिसकी 19 दिसंबर 2011 मौत हो गई थी। कुशीनगर की कोतवाली हाता में एक FIR 2014 में दर्ज होती है। इसमें वादी शब्द प्रकाश थे, आरोपी पुरुषोत्तम समेत 4 लोगों को बनाया गया। धारा धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज लगाना और धमकी देने की लगाई गई। जांच के बाद विवेचक ने 23 नवंबर 2014 में चार्जशीट लगा दी।

इसके बाद पुरुषोत्तम समेत चारों ने हाईकोर्ट में चार्जशीट को रद्द करने की अपील दाखिल की। उन्होंने केस को चैलेंज किया कि पूरा केस ही फर्जी है, जिसका समर्थन CJM कुशीनगर की रिपोर्ट में भी किया गया। उन्होंने मृतक की पत्नी के बयान और मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर रिपोर्ट दी थी। वकील ने कोर्ट में कहा कि मृतक व्यक्ति कैसे केस कर सकता है। मृत्यु प्रमाण पत्र साक्ष्यों को प्रस्तुत किया। चारों ने चार्जशीट रद्द करने को हाई कोर्ट में अपील की थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया।