*सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की हुई बैठक, इन 36 एजेंडों पर लगी मुहर*

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुई। मुख्यमंत्री सचिवालय के कैबिनेट हॉल में सुबह 11:30 बजे से चल रही कैबिनेट की इस बैठक विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 36 प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी है। नीतीश कैबिनेट ने उद्योग, ऊर्जा, योजना एंव विकास, कला संस्कृति एवं युवा, खान एवं भूतत्व, खेल, श्रम संसाधन, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, पर्यटन, पंचायती राज, राजस्व एवं भूमि सुधार, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा, वित्त, वाणिज्य कर, स्वास्थ्य और गृह विभाग से जुड़े कुल 36 प्रस्तावों को स्वीकृति दी है। मंत्रिपरिषद ने उद्योग विभाग के अधीन हस्तकरघा एवं रेशम निदेशालय बिहार पटना के पुनर्गठन को स्वीकृति दे दी है। वहीं, बिहार सांख्यिकी संवर्ग नियमावली 2024 को मंजूरी मिल गई है। कैबिनेट में बिहार खरीद अधिनमानता नीति 2024 को भी स्वीकृति मिल गई है। अब 20% राशि का सामान कंपनियों को बिहार से ही खरीदना होगा।
सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की हुई बैठक, इन 36 एजेंडों पर लगी मुहर

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुई। मुख्यमंत्री सचिवालय के कैबिनेट हॉल में सुबह 11:30 बजे से चल रही कैबिनेट की इस बैठक विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 36 प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी है। नीतीश कैबिनेट ने उद्योग, ऊर्जा, योजना एंव विकास, कला संस्कृति एवं युवा, खान एवं भूतत्व, खेल, श्रम संसाधन, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, पर्यटन, पंचायती राज, राजस्व एवं भूमि सुधार, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा, वित्त, वाणिज्य कर, स्वास्थ्य और गृह विभाग से जुड़े कुल 36 प्रस्तावों को स्वीकृति दी है। मंत्रिपरिषद ने उद्योग विभाग के अधीन हस्तकरघा एवं रेशम निदेशालय बिहार पटना के पुनर्गठन को स्वीकृति दे दी है। वहीं, बिहार सांख्यिकी संवर्ग नियमावली 2024 को मंजूरी मिल गई है। कैबिनेट में बिहार खरीद अधिनमानता नीति 2024 को भी स्वीकृति मिल गई है। अब 20% राशि का सामान कंपनियों को बिहार से ही खरीदना होगा।
बांग्लादेश में बदले हालात को लेकर बिहार में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जारी किया आदेश*

डेस्क : पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्ता पलट हो गया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर फिलहाल भारत में शरण ली हुईं है। वहीं अब बांग्लादेश में कानून व्यवस्था सेना के हाथों में है। बांग्लादेश में बदले हालात को देखते हुए बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर अलर्ट जारी किया है। भारत और बांग्लादेश की सीमा 4,096 किलोमीटर लंबी है। बीएसएफ ने बॉर्डर की सभी इकाइयों पर अलर्ट जारी किया गया है। बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ डीजी भी कोलकाता पहुंच गए हैं। इधर बांग्लादेश में बदले हालात को देखते हुए बिहार में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने इसे लेकर आज मंगलवार को आदेश जारी किया है। सीमावर्ती इलाकों में बिहार पुलिस सघन जांच अभियान में जुट गई है। बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता को लेकर खास आदेश जारी किया गया है। इसमें पश्चिम बंगाल से लगती बिहार की सीमा में सीमावर्ती जिलों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ायी गई है। इसमें सीमा क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की जानकारी होने पर तत्काल पुलिस को सूचित करने कहा गया है। आम लोग अपनी सूचना स्थानीय थाना/संबंधित जिला के पुलिस अधीक्षक अथवा टॉल फी नम्बर-14432 या डायल-112 पर दे सकते हैं। पुलिस मुख्यालय ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है। बता दें बिहार के तीन जिले पश्चिम बंगाल से लगते हैं। इसमें कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज के जिलों की सीमा पड़ोसी राज्य से लगती हैं। हालांकि पश्चिम बंगाल के पूर्वी भाग के कई जिले और जल क्षेत्र बांग्लादेश से लगते हैं। वहीं पश्चिम बंगाल और बिहार के सीमा क्षेत्र से बांग्लादेश के नजदीक होने के कारण ऐसी आशंका है कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं। इन स्थितियों में वे पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार में प्रवेश में करने की कोशिश करेंगे। इसी को देखते ही बिहार पुलिस ने सीमांचल के इलाकों को लेकर खास सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। वहीं किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु पर संदेह होने पर पुलिस को सूचना देने कहा गया है।
पूर्व मुखिया व नामी-गिरामी ठेकेदार को अपराधियों ने गोलियों से भूना, शरीर मे दागी 16 गोलियां*

डेस्क : बिहार में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हो गए है। उन्हें पुलिस और कानून का कोई भय नहीं रह गया है। प्रदेश के किसी न किसी जिले से हत्या और लूट जैसी बड़ी वारदात की खबर सामने आना आम बात हो गया है। बीते सोमवार को जहां पटना में अपराधियों ने बैंक लूट की बड़ी घटना को अंजाम दिया। वहीं पश्चिम चंपारण से हत्या की बड़ी घटना सामने आई है। जिले के बानूछापर पूर्वी रेल गुमटी पर बीते सोमवार रात करीब 9.30 बजे अपराधियों ने मझौलिया के पूर्व मुखिया सह जिले के बड़े ठेकेदार जितेंद्र सिंह (55) को गोलियों से भून दिया। अपराधियों ने पीछे से ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्हें 16 गोलियां मारीं। जितेंद्र ने मौके पर दम तोड़ दिया। वारदात के बाद अपराधी भाग निकले। मिली जानकारी के अनुसार बेतिया के बानूछापर पूर्वी रेल गुमटी के पार ठेकेदार का घर है। वे मूल रूप से मझौलिया की महना पंचायत के रहने वाले थे। बेतिया शहर से वे बाइक से भगवतीनगर होते हुए पूर्वी रेल गुमटी पहुंचे। वहां ढाला बंद होने पर रुक गये। उस समय वहां कोई दूसरा व्यक्ति नहीं था। इसी दौरान, बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आशंका जताई जा रही है दो-तीन बाइक पर चार-पांच अपराधी वहां पहुंचे थे। पिस्तौल से कई राउंड फायरिंग की गई। पुलिस के अनुसार ठेकेदार जितेंद्र सिंह सोमवार रात घर लौटने के लिए रेल गुमटी पर अकेले बाइक से खड़े थे। इसी दौरान अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जितेंद्र सिंह की पीठ पीठ और शरीर के अन्य हिस्सों में 16 गोलियां लगी हैं। गोली लगते ही वे खून से लथपथ होकर सड़क पर गिर गये। राहगीरों ने उन्हें देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर 112 मोबाइल टीम के पुलिसकर्मी व बानूछापर ओपी के दारोगा दुर्गेश कुमार पहुंचे। इसके बाद ठेकेदार को जीएमसीएच पहुंचाया गया। पुलिस की सूचना पर परिजन भी जीएमसीएच पहुंच गए। पुलिस रात में ही शव का पोस्टमार्टम कराने में जुटी थी। नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। सूचना मिलते ही एसडीपीओ विवेकदीप ने भी जीएमसीएच पहुंचकर मामले की जानकारी ली।
बिहार कैबिनेट की बैठक आज, कई अहम प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर*

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मंगलवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में दो सप्ताह बाद 6 अगस्त को कैबिनेट की बैठक होने जा रही है। मुख्यमंत्री सचिवालय के कैबिनेट हॉल में सुबह 11:30 बजे से कैबिनेट की बैठक शुरू होगी। बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर सरकार की मुहर लगने की संभावना है। गौरतलब है कि इससे पहले बीते 19 जुलाई को अंतिम बार कैबिनेट की बैठक हुई थी। उसके बाद 22 जुलाई से मानसून सत्र शुरू हो गया, जिस वजह से कैबिनेट की बैठक नहीं हो पाई। मानसून सत्र के खत्म होने के बाद सीएम नीतीश के बीमार होने की खबरें आई थीं, इसलिए बैठक नहीं हो सकी थी लेकिन अब दो हफ्ते बाद आज कैबिनेट की बैठक होने जा रही है, जिसमें कई महत्वपूर्ण एजेंडों पर मुहर लग सकती है। इससे पहले 19 जुलाई को हुई कैबिनेट की बैठक में डबल इंजन सरकार ने भवन निर्माण, पंचायती राज, वित्त विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, वाणिज्य कर विभाग, परिवहन विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, जल संसाधन विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, कृषि विभाग, खेल विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, भवन निर्माण विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, सूचना एवं जन संपर्क, अल्पसंख्यक कल्याण और शिक्षा विभाग से जुड़े कुल 27 अहम प्रस्तावों पर अपनी स्वीकृति दे दी थी।
मौसम में उतार-चढ़ाव से बीमारियों का बढ़ा प्रकोप, अस्पतालों में इन बीमारियों के मरीजों की बढ़ी संख्या*

डेस्क : बिहार में मौसम में अचानक से हो रहे बदलाव का स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। पिछले एक सप्ताह से कभी भीषण गर्मी और फिर तेज बारिश के कारण अचानक से तापमान में भारी गिरवाट आ जा रही है। मौसम के इस बदलाव से अस्पतालों के ओपीडी में सर्दी-खांसी, बुखार और डायरिया के 30 मरीज बढ़ गए हैं। राजधानी पटना के बड़े अस्पतालों के ओपीडी में इन बीमारियों से ग्रसित मरीजों की बड़ी संख्या देखने को मिल रही है। आईजीआईएमस, पीएमसीएच, एनएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालो में सर्दी-खांसी, बुखार और डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या ओपीडी में बढ़ गई है। आईजीआईएमस के चिकित्सकों के अनुसार इन दिनों घर-घर में वायरल बीमारियों का प्रकोप हो गया है। पिछले सप्ताह तक ओपीडी में आनेवाले 250 से 300 मरीजों में 35-40 मरीज इन बीमारियों से पीड़ित होते थे। अब लगभग 60 से 70 मरीज सर्दी, खांसी, बुखार, पेट में संक्रमण लेकर ओपीडी में पहुंच रहे हैं। वहीं पीएमसीएच के डॉक्टर ने बताया कि मेडिसिन ओपीडी में प्रतिदिन औसत 200 मरीज आते हैं। इनमें से 50-55 मरीज मौसमी बीमारियों से ग्रसित रहते हैं। खासकर बच्चों में सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ की समस्या भी पहले की तुलना में कुछ ज्यादा बढ़ गई है। पीएमसीएच, आईजीआईएमएस के मेडिसिन के विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि इन बीमारियों का सबसे बड़ा कारण मौसम में अचानक बदलाव होना है। कभी तेज गर्मी रह रही है तो अचानक बारिश। उतनी तेजी में शरीर मौसम के अनुकूल सामंजस्य नहीं बैठा पाता है। ऐसे में लोग जल्दी बीमार हो जाते हैं। बच्चों व बुजुर्गों को ऐसे मौसम में अधिक परेशानी हो सकती है। ओपीडी में प्रत्येक 100 मरीजों में 30 से 35 मरीज मौसमी वायरल बीमारियों से पीड़ित पाए जा रहे हैं।
बिहार में सोन नद में अचानक भारी उफान, धोबा नदी में उफान से दो जगहों पर तटबंध टूटने से धान के फसल का भारी नुकसान*

डेस्क : बिहार में सोन नद में भारी उफान है। जलस्तर महज 36 घंटे में 22 गुना बढ़ गया है। ऐसी वृद्धि पहले कभी नहीं हुई थी। नदी में अप्रत्याशित जलस्राव के बाद इन्द्रपुरी बराज पर भारी दबाव की स्थिति है। बराज के सारे गेट ऊपर तक खोल दिये गये हैं। बराज समेत नदी से जुड़े तटबंध की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। सोन में आठ वर्षों के बाद इतना पानी आया है। सोमवार को जलस्राव 5.21 लाख क्यूसेक पहुंच गया। यही नहीं 13 वर्षों में ऐसा दूसरी बार है जब सोन का जलस्राव 5 लाख क्यूसेक के पार हुआ है। इसके पहले 2016 में 11.67 लाख क्यूसेक पहुंचा था। जल संसाधन विभाग के अनुसार 2012 से 2024 के दौरान इन दो वर्षों को छोड़कर वर्ष 2014 में ही जलस्राव अधिकतम 4.12 लाख क्यूसेक गया था। जल संसाधन विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में सोन के जलग्रहण क्षेत्रों में भरी बारिश के कारण बिहार में यह उफान आया है। इधर, पटना के फतुहा में धोबा नदी में सोमवार को उफान से दो जगहों पर तटबंध टूट गए। इससे सैकड़ों एकड़ में धान की फसल डूब गई। दनियावां के प्राथमिक विद्यालय मकसूदपुर में भी पानी भर गया। दनियावां की बांकीपुर मछरियावां पंचायत के प्राथमिक विद्यालय मकसूदपुर में भी पानी भर गया, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई है। हालांकि, तटबंध टूटते ही जल संसाधन विभाग की ओर से युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया गया। सोन के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी को देखते हुए संबंधित अभियंताओं के साथ-साथ तटबंध सुरक्षाकर्मियों को लगातार गश्ती करने को कहा गया है। सभी संवेदनशील स्थलों के साथ-साथ दबाव वाले क्षेत्रों में कटाव निरोधक सामग्री पहुंचा दी गयी है। जल संसाधन विभाग के जेई अशोक कुमार ने बताया कि सोमवार अहले सुबह साढ़े तीन बजे धोबा नदी का नगीना और सिरपतपुर में पूर्वी तटबंध के दो जगह बांध टूटने की सूचना मिली। जल संसाधन विभाग के एसी अजय कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता अभिनव अन्नाद, सहायक अभियंता हेमंत कुमार व जेई अशोक कुमार पहुंचे और बांध बांधने का काम शुरू कर दिया गया। युद्ध स्तर पर काम कर दोनों जगह कटे नदी के तटबंध को बांध दिया गया है। बता दें कि कि पटना जिले की कई छोटी नदियां उफान पर हैं। फतुहा और दनियावां इलाके में फल्गु नदी की शाखा धोबा नदी, महात्माइन, लोकाइन नदी जैसी कई छोटी नदियां उफान पर है। इससे आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
बिहार के शिक्षकों के लिए खुशखबरी : केके पाठक के समय छुट्टियों में की गई कटौती का आदेश रद्द, अब साल मे इतने दिन मिलेगा अवकाश

डेस्क : बिहार के स्कूली शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। शिक्षा विभाग ने उनकी मांग को मंजूर कर लिया है। अब राज्य के टीचरों को पहले से अधिक छुट्टी दी जाएगी। दरअसल, पूर्व प्रधान सचिव केके पाठक के समय हुई छुट्टियों को कटौती को नए प्रधान सचिव ने रद्द कर दिया है। इसके साथ ही अवकाश की नई लिस्ट जारी कर दी है।

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ के आदेश में गठित कमेटी ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंप दी है। इसके तहत पिछले साल के मुकाबले अब बिहार में छह दिन अधिक स्कूल में अवकाश होगा। इस नई लिस्ट में अब राज्य के अंदर टीचरों को तीज के मौके पर दो दिन अवकाश का प्रवधान किया गया है।

वहीं गुरुनानक जयंती समेत पांच अलग -अलग पर्व की छुट्टी की घोषणा की गयी है। इनमें रक्षाबंधन के दिन एक दिन की छुट्टी भी शामिल रहेगी। इसके अलावा अनंत चतुरदर्शी को भी अब स्कूल में अवकाश रहेगा। इसी तरह जीतिया के दिन में स्कूल में एक दिन का अवकाश रहेगा। इसके अलावा गुरुनानक जयंती के दिन भी बिहार में अब स्कूल बंद रहेंगे।

बताते चले कि शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों की 23 दिनों की छुट्टियों में कटौती कर उसे 11 दिन कर दिया था और इससे संबंधित नई अवकाश तालिका घोषित की थी, तब विभाग ने दुर्गापूजा सहित अन्य पर्व-त्योहारों की छुट्टियों में कटौती कर दी थी। इस साल बिहार शिक्षा विभाग ने पिछले वर्षों में 20 दिनों के बजाय 30 दिनों की ग्रीष्मकालीन छुट्टी की घोषणा की है।
बड़ी खबर : पटना में दिन-दहाड़े बैंक लूट, पीएनबी की शाखा से 21 लाख लूटकर चलते बने बदमाश

डेस्क : बिहार में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हो गए है। उन्हें पुलिस और कानून का कोई भय नहीं रह गया है। आए दिन प्रदेश के किसी ने किसी जिले से हत्या और लूट जैसी बड़ी वारदात की खबर मिलना आम बात हो गई है। ताजा मामला पटना से सामने आया है। जहां बेखौफ अपराधियों ने बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया है।

बदमाशों ने दिन-दहाड़े पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में घुसकर 21 लाख रुपए लूट लिए और वहां से आराम से चलते बने। लूट की इस बड़ी वारदात के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

जानकारी के मुताबिक, बदमाशों ने पालीगंज के दुल्हिनबाजार स्थित कोरैया में स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा को अपना निशाना बनाया है। बैंक में हर दिन की तरह ग्राहकों की भीड़ लगी थी। इसी दौरान अपराधी कस्टमर बनकर बैंक में घुसे और पिस्टल निकाल कर बैंककर्मियों और ग्राहकों को गन प्वाइंट पर ले लिया।

बदमाशो ने लोगों को बंधक बनाकर बदमाशों ने बैंक में लूटपाट की है। इस दौरान बदमाशों ने बैंक में रखे 21 लाख रुपए लूट लिए और आराम से वहां से निकल गए। बदमाशों के फरार होने के बाद बैंककर्मियों ने घटना की जानकारी स्थानीय थाने को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है।

अपराधियों की पहचान के लिए पुलिस बैंक के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। दिनदहाड़े लूट की इस बड़ी वारदात से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और घटना की जानकारी ले रहे हैं।
सावन की तीसरी सोमवारी आज : मंदिर और शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, हर ओर गूंज रहा हर-हर महादेव और बोल बम के नारे*

डेस्क : आज सावन की तीसरी सोमवारी है। सोमवारी को लेकर देर रात तक शिवालयों को आकर्षक रूप से सजाया गया है। श्रद्धालुओं के लिए अहले सुबह चार बजे ही मंदिर का पट खोल दिया गया। वहीं हर-हर महादेव और बोल-बम के नारे से पूरा वातावरण गुंजायमान है। इस दिन व्यतिपात योग और अश्लेषा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। राजधानी पटना में सुबह चार बजे मंदिर का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। सुबह से ही मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में गंगाजल, दूध व बेलपत्र की निशुल्क व्यवस्था की गई है। पटना के धनरुआ स्थित बुढ़वा महादेव स्थान में छह फीट का शिवलिंग श्रद्धालुओं के बीच विशेष स्थान रखता है। आज सावन की तीसरी मौके पर पटना के धनरूआ स्थित गौरी शंकर मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही है। धनरूआ के इस वीर ओरियारा गौरी शंकर मंदिर को बुढ़वा महादेव स्थान भी कहा जाता है। *हजारों साल पुराना है बुढ़वा महादेव स्थान* इस मंदिर का इतिहास 2000 साल पुराना है। 6 फीट का शिवलिंग श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है. पुजारी बताते हैं कि 6 फीट के शिवलिंग में माता पार्वती और भगवान शिव की आकृति बनी हुई है। खुदाई के दौरान खेत में यह शिवलिंग प्राप्त हुआ था, जिसे बाद में इस मंदिर में स्थापित कर दिया गया। हर साल सावन में इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसी मान्यता है कि यहां के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से हर मनोकामना पूरी होती है।