खेल में ककहरा सीखेंगे 44 आंगनबाड़ी केंद्रों के नौनिहाल,प्रत्येक विद्यालय के खाते में 25-25 हजार रुपए भेजे गए, कुल 11 लाख भेजे
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही ।परिषदीय विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चे अब मौज मस्ती के साथ ही खेल-खेल में ककहरा सीखेंगे। इन केंद्रों को खेलकूद साधनों से लैस किया जाएगा। जिले में 44 विद्यालयों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को चयनित कर प्रत्येक केंद्र के लिए 25 हजार रुपये की दर से 11 लाख रुपये विद्यालय प्रबंध समितियों के खाते में भेजा गया है। खाते में भेजी गई धनराशि से केंद्रों को बिल्डिंग एज लर्निंग एड (शिक्षण सहायता के रूप में निर्माण) के रूप में विकसित किया गया।
परिषदीय विद्यालयों में भेजने से पूर्व जीरो से पांच साल तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजा जाता है। नगर से लेकर ग्रामीण अंचलों में संचालित केंद्रों पर बच्चों को पोषाहार आदि दिया जाता है। कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं बच्चों को पढ़ाने के साथ उनकी निगरानी करती हैं। नामांकित बच्चों में वहीं से शिक्षा के प्रति रुचि जागृत हो। इसे लेकर तमाम कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। अब बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई कराने की योजना बनाई गई है। इसके लिए जिले में परिषदीय विद्यालयों में संचालित 44 आंगनबाड़ी केंद्रों को चयनित किया गया है। केंद्रों को बिल्डिंग एज लर्निंग एड के रूप विकसित करने को शासन स्तर से बजट अवमुक्त कर दिया गया है तो जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से सभी विद्यालयों के प्रबंध समिति खाते में धनराशि भेज दी गई है।
परिषदीय विद्यालय में संचालित 44 आंगनबाड़ी केंद्रों को बिल्डिंग एज लर्निंग एड के तहत विकसित किया जाएगा। कक्षा-कक्ष-आंगनबाड़ी केंद्र में उपलब्ध स्थान को इस तरह से विकसित करना है कि बच्चे खेल-खेल में सीख सकें। साथ ही उन्हें पढ़ाई किसी तरह का बोझ न महसूस होने पाए। इसके अंतर्गत कक्षा-कक्ष के अंदर किए जाने वाले परिवर्तन एवं कक्षा-कक्ष के बाहर खुले में सीखने का वातावरण विकसित करना शामिल है। विद्यालय के खुले उपलब्ध स्थान पर बरामदे आदि पर लूडो, सांप सीढ़ी, गोलतारा से लेकर विभिन्न प्रकार की आकृतियां तैयार की जाएगी। इसके जरिए बच्चे खेल के साथ पढ़ाई भी कर सकें। विद्यालय के प्रबंध समिति के सचिव प्रधानाध्यापक की ओर से संबंधित विद्यालय विद्यालय के नोडल शिक्षक, विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सदस्य बनाया जाएगा।
परिषदीय विद्यालयों के परिसर में संचालित 44 आंगनबाड़ी केंद्रों को बेहतर सुविधाओं से लैस करने के लिए चयनित किया गया है। प्रत्येक केंद्र के लिए 25 हजार रुपये आवंटित है। जिसे विद्यालय प्रबंध समिति की खाते में भेजा जा चुका है। संबंधित प्रधानाध्यापक व खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश के अनुसार कार्य व संचालन का निर्देश दिया गया है। - भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए।
Aug 05 2024, 16:27