बिहार में कोशी का कहर जारी : इस जिले में 3 दिनों में 40 घर कटकर नदी मे समाया, सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे लोग
डेस्क : बिहार में कोशी नदी हर साल बरसात में अपना उग्र रुप धारण कहर बरपाती है। कोशी के कारण सीमांचल का इलाका हर साल भारी तबाही का सामन करता है। इस साल एकबार फिर इस नदी ने कहर बरपाना शुरु कर दिया है। मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड में कोसी का कहर जारी है। प्रखंड की गढ़गांव पंचायत के गोबरगढ़ा गांव में बीते तीन दिनों में 40 घर कट गए हैं। दहशत में लोग घरों को उजाड़कर सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने लगे हैं। कोसी की तेज धारा के कारण बासडीह जमीन भी कट रही है। जमीन व घरों के कटाव की जद में आने से लोगों में गहरीनिराशा है।
गोबरगढ़ा के ग्रामीणों ने बताया कि कोसी नदी का जलस्तर तो अभी धारभर ही है लेकिन कटाव का कहर जारी है। तीन दिनों में गोबरगढ़ा गांव के बधार में बसे गोबरगढ़ा, मैनाही व परियाही के मो. मिस्टर, मो. शमीम आलम, राम नारायण मुखिया, मो. अख्तर सहित करीब 40 परिवारों के घर कट गए हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, जुलाई के पहले और दूसरे सप्ताह में गोबरगढ़ा गांव में दर्जनभर परिवारों के घर कटे थे। अबतक करीब 52 परिवारों के घर व बासडीह जमीन कट चुके हैं। कटाव अब भी जारी है। इस वर्ष गोबरगढ़ा गांव में कोसी नदी ने अपनी धारा बदल ली है। नदी की धारा रिहायशी क्षेत्र की तरफ हो गयी है। कटाव के डर से लोग खुद अपना घर उजाड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं।
गढ़गांव पंचायत के मुखिया और स्थानीय निवासियों ने बताया कि जुलाई में गोबरगढ़ा के 38, मैनाही के 10 तथा परियाही गांव के 4 परिवारों के घर व बासडीह भूमि कटे हैं। ग्रामीण दहशत में हैं। मधेपुर के सीओ नीतीश कुमार ने बताया कि उन्होंने राजस्व कर्मचारी के साथ स्थिति का जायजा लिया है। पीड़ित परिवारों को मुखिया एवं राजस्व कर्मचारी की मौजूदगी में पॉलीथिन शीट गुरुवार को दी गई है।
कटाव जारी है। सीओ ने बताया कि वरीय अधिकारियों को कटाव की सूचना दी गई है।
Aug 03 2024, 14:23