नवजात शिशु सुरक्षा वार्ड में कार्यरत कर्मियों के द्वारा "क्लोजिंग द गैप: ब्रेस्ट फीडिंग सपोर्ट टू आल" का किया आयोजन
औरंगाबाद, स्तनपान, शिशु के स्वास्थ्य और जीवन रक्षा को सुनिश्चित करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. इस विषय के प्रति जन जागरूकता हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, स्वास्थ्य तथा सामाजिक संगठनों द्वारा हर वर्ष अगस्त के पहले सप्ताह को विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. इस परिप्रेक्ष्य में जिले के सदर अस्पताल स्थित नवजात शिशु सुरक्षा वार्ड में कार्यरत कर्मियों के द्वारा "क्लोजिंग द गैप: ब्रेस्ट फीडिंग सपोर्ट टू आल" विषय के तहत विचार गोष्ठी का आयोजन जिला योजना समन्वयक नागेंद्र कुमार केशरी की उपस्थिति में किया गया.
इस दौरान वार्ड में कार्यरत कर्मियों द्वारा स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए शपथ ली गई तथा प्रासंगिक विषय पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए गए. डेवलपमेंट पार्टनर पीसीआई के जिला समन्वयक मृणाल कुमार द्वारा राष्ट्रीय दुग्ध नीति की चर्चा की गई. प्रसव वार्ड इंचार्ज सुलेखा कुमारी के द्वारा कंगारू मदर केयर एवम स्तनपान कराने की सही विधि की जानकारी दी गई. एसएनसीयू वार्ड इंचार्ज निर्मला कुमारी द्वारा फैमिली पार्टिसिपेटरी केयर विषय पर जानकारी दी गई. बच्चा वार्ड की इचार्ज झारोमती कुमारी द्वारा जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान कराने के फायदों से अवगत कराया गया.
संबोधन के क्रम में डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के महत्व एवं उक्त सप्ताह के दौरान होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी गई. बताया गया कि सभी प्रखंडों में हेल्दी बेबी शो का आयोजन किया जाएगा तथा स्वस्थ बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने बताया कि स्तनपान कराने मात्र से बच्चों को दस्त निमोनिया एवं कुपोषण से बचाया जा सकता है. स्तनपान बच्चों के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ दंपति के लिए सुलभ-सुविधाजनक एवम किफायती विकल्प है. इस आयोजन में एसएनसीयू, प्रसव एवम बच्चा वार्ड के अपना एएनएम एवं अन्य कर्मी उपस्थित रहे.
Aug 01 2024, 21:13