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Jul 31 2024, 20:05

महतारी वंदन का उपहार, हर महीने खुशियों का रिचार्ज

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में अन्य कामों के शुभारंभ के लिए भले ही श्री गणेश जी की आराधना की जाती है लेकिन अब महीने की पहली तारीख माँ की वंदना अर्थात महतारी वंदन के साथ हो रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय महीने की पहली तारीख को क्लिक कर प्रदेश की 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की राशि जो अंतरित करते हैं।

यह राशि पहली तारीख को इसलिए दी जाती है क्योंकि यह दिन नये महीने की बजट की शुरुआत का होता है। यह अतिरिक्त राशि गृहिणी के खाते में जुड़ती है और स्वाभाविक रूप से इसे खर्च करने का पूरा विवेक उसका होता है। पहली अगस्त को दी जाने वाली यह छठवीं किश्त होगी। जुलाई सत्र में बच्चों की पढ़ाई शुरू हुई और अगस्त के महीने में भी पढ़ाई-लिखाई से संबंधित खर्चे होते हैं। माताओं-बहनों ने अपने बजट के हिस्से में इसके लिए भी राशि लगाई होगी।

देश बचत से भी आगे बढ़ता है। भारत की अर्थव्यवस्था पर गौर करें तो लंबे समय से सकल घरेलू बचत का अनुपात अच्छा होने का सकारात्मक असर आर्थिक सेहत पर पड़ा। महिलाओं ने छोटे-छोटे खर्च बचाकर, छोटी-छोटी खुशियों की आहूति देकर जो बचत की, उससे परिवारों का बचत बढ़ा और यह देश की बचत राशि में जुटा।

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जो राशि दे रहे हैं उससे निश्चित ही महिलाएं अपने बचत के स्वभाव के अनुरूप राशि बचाएंगी। यह चक्रवृद्धि ब्याज में बढ़ती जाएगी और आड़े वक्त में जब परिवार के लिए राशि की जरूरत होगी तो वे खर्च कर पाएंगी।

यह राशि डीबीटी के माध्यम से दी जा रही है। बैंक खाते में यह राशि जा रही है और स्वभाविक रूप से बैंकिंग सिस्टम में राशि होने से बचत के काम आयेगी। इसके साथ ही डीबीटी होने की वजह से पारदर्शिता से महिलाओं के खाते में पहुंच रही है। यह विष्णु का सुशासन है जिसमें डिजिटल टेक्नालाजी सर्वाेपरि है। पारदर्शिता है।

जरूरी नहीं कि यह निवेश वे सीधे बैंकिंग तंत्र, जीवन बीमा अथवा म्यूच्युअल फंड आदि माध्यमों से ही कर रही हों, वे अपना निवेश बच्चों की शिक्षा में लगा रही है। इतिहास गवाह रहा है कि जब भी शिक्षा में निवेश किया गया, उसके सबसे अच्छे परिणाम सामने आये हैं। हमारे यहां माता जीजा बाई का उदाहरण हैं जिन्होंने अपने यशस्वी पुत्र शिवाजी को एक महान उद्देश्य के लिए तैयार किया, शिक्षित किया। शिवा जी जैसे योग्य पुत्रों के पोषण के लिए बहुत जरूरी है कि हमारी माताओं-बहनों को हम आर्थिक शक्ति प्रदान करें।

महतारी वंदन का एक रूप धरती माता की सेवा भी है। जलवायु परिवर्तन का संकट दुनिया के सबसे बड़े संकटों में से एक है। हम सब सामान्य नागरिक इस संकट का मुकाबला करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसलिए ही हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ में इसे आंदोलन के रूप में आरंभ किया है। उन्होंने अपने स्कूल में रूद्राक्ष का पौधा अपनी माँ के नाम लगाया। महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों से भी उन्होंने आग्रह किया कि वे एक पेड़ माँ के नाम लगाएं।

मुख्यमंत्री ने जो स्कूल में पौधा लगाया, उसके कई मायने हैं। स्कूल में जब हम पौधा लगाते हैं तो आने वाली पीढ़ी को भी पर्यावरण से जोड़ते हैं। जिस पीढ़ी को इन पेड़ों को सहेजना है उसे इस संबंध में जागरूक करते हैं।

केवल जलवायु परिवर्तन के संकट को रोकने के लिए नहीं, हमने इस धरती से जो लिया, अपने पुरखों से जो लिया, उसे धरती को लौटाने भी हमें है। धरती माता का ऋण हमारे ऊपर है। हमें धरती का श्रृंगार पेड़ों से करना होगा तभी हम इस ऋण से उऋण हो सकेंगे।

जब हमारी माताएं महतारी वंदन योजना के अंतर्गत निवेश करती हैं तो वे बचत का एक पौधा बोती हैं जो कालांतर में विशाल वृक्ष के रूप में तैयार होगा। जब हमारी माताएं बहनें इस अभियान के साथ एक पौधा लगाएंगी तो यह पौधा भी विशाल वृक्ष के रूप में तैयार होगा।

अपनी मेहनत जब विशाल और फलदायी रूप में सामने आयेगी तो कितना संतोष इन महिलाओं को होगा। महतारी वंदन योजना और एक पेड़ मां के नाम दो अलग-अलग बातें नहीं हैं वे एक ही हैं और इसमें हमारी आगे की पीढ़ी का उज्ज्वल भविष्य छिपा है।

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Jul 31 2024, 19:51

’एक पेड़ मां के नाम’ यानि हरे-भरे स्वच्छ भविष्य का निर्माण

रायपुर-     छत्तीसगढ़, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और घने जंगलों के लिए प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में ’एक पेड़ मां के नाम’ एक अनूठा वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ मातृत्व का सम्मान, हरे-भरे परिदृश्य को और अधिक हराभरा बनाना है। इस अभियान के तहत हर व्यक्ति को अपनी मां के सम्मान में एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस विचार के पीछे एक गहरा भावनात्मक तत्व है, जो मां के अनमोल योगदान का प्रतीक है।

यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक पेड़ मां के नाम वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत देश में सितम्बर 2024 तक 80 करोड़ एवं मार्च 2025 तक 140 करोड़ वृक्षों के रोपण का लक्ष्य है। ‘एक पेड़ मां के नाम‘ महावृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में 2 करोड़ 75 लाख पौधों का रोपण एवं वन विभाग द्वारा वन एवं वनेत्तर क्षेत्रों में 03 करोड़ 95 लाख 85 हजार पौधों का रोपण किया किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य में 4 जुलाई को ’एक पेड़ माँ के नाम’ वृक्षारोपण महाअभियान की शुरुआत की थी। उन्होंने रायपुर स्थित अपने निवास पर दहीमन का पौधा लगाया और नागरिकों से अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाने का आग्रह किया। सरगुजा क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला दहीमन का पौधा अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है और इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में क्रियान्वित इस अभियान के तहत लोग अपनी माता कि सम्मान में पेड़ लगाने के अलावा अपनी आस्था के अनुसार देवी-देवताओं के नाम पर भी पौधे लगा रहे है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अभियान के तहत वृक्षारोपण स्थलों का नामकरण स्थानीय देवी-देवताओं के नाम से करने का आह्वान किया है। सभी जिलों में ग्राम एवं पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत आम, जामुन, बेल, कटहल, सीताफल, अनार, शहतूत, बेर, तेन्दू, गंगाईमली जैसे फलदार पौधे तथा लघु वनोपज एवं औषधीय प्रजाति के पौधों जैसे-हर्रा, बहेड़ा, आंवला, नीम, पुत्रजीवा, काला सिरस, रीठा, चित्रक आदि प्रजातियों के पौधों का रोपण हो रहा है। शहरी क्षेत्रों में छायादार प्रजातियां बरगद, पीपल, मौलश्री, कदम, पेल्ट्राफार्म, गुलमोहर, करंज, अशोक, अर्जुन के साथ अन्य प्रजातियों का रोपण किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत सभी स्कूलों, छात्रावासों, आंगनवाड़ी केन्द्र, पुलिस चौकी, अस्पताल, शासकीय परिसर, शासकीय एवं अशासकीय भूमि, विभिन्न औद्योगिक संस्थानों की रिक्त भूमि पर इस महावृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है।

वर्तमान समय में वनों की कटाई और प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखना है। हर व्यक्ति के जीवन में मां का स्थान विशेष होता है। इस अभियान के माध्यम से, लोग अपनी मां के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को व्यक्त कर सकते हैं।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रचार-प्रसार विभिन्न माध्यमों, सोशल मीडिया, रेडियो, और टीवी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वन विभाग द्वारा विभिन्न प्रजातियों के पौधों की व्यवस्था की गई, जो स्थानीय वातावरण के अनुकूल हों। प्रत्येक जिले में वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, जहां जनसमुदाय अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए अपनी मां के नाम पर पौधा लगा रहे है। अभियान की शुरुआत के कुछ ही दिनों में अपार सफलता मिली।

छत्तीसगढ़ में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जून माह में 13 लाख और जुलाई माह में 01 करोड़ 38 लाख पौधों का रोपण किया जा चुका है। अगस्त माह के अंत तक राज्य में कुल 2 करोड़ 75 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। वन विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत 3 करोड़ 95 लाख 85 हजार से अधिक पौधे लगाकर वनीकरण एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य में पेड़ लगाने का यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह मातृत्व का सम्मान करने का एक अनूठा तरीका भी है। यह अभियान न केवल छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक बना रहा है, बल्कि उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ने का काम भी कर रहा है।

पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे लगाना जरूरी हैं। ये हमें जीवन के लिए आक्सीजन, खाने के लिए फल और गर्मी में छांव देते हैं। धरा को हरा-भरा करने एवं जीवन को बचाने के लिए पेड़ लगाना चाहिए। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान आक्सीजन की मात्रा बढ़ाने, धरती का तापमान कम करने, भूजल स्तर को ऊपर लाने और प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस प्रकार के अभियानों से हम एक हरित और स्वच्छ भविष्य की कल्पना कर सकते हैं।

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Jul 31 2024, 18:14

नक्सलवाद छोड़ मुख्यधारा में लौटे नक्सली, एक लाख के इनामी माओवादी समेत 5 ने किया सरेंडर

बीजापुर- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. भैरमगढ़ एरिया कमेटी के अंतर्गत आज एक लाख रुपये के इनामी डीकेएएमएस अध्यक्ष समेत 5 माओवादियों ने सरेंडर किया है. इन माओवादियों ने नक्सल संगठन में पारिवारिक सुख से वंचित रहने और माओवादियों के जीवन शैली व विचारधारा से क्षुब्ध होकर समर्पण किया है.

इन माओवादियों ने बीजापुर के पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ डीआईजी के सामने आत्मसमर्पण किया है. समर्पण करने वाले माओवादी कई आपराधिक गतिविधियों, जैसे हत्या, फायरिंग, और आगजनी जैसी घटनाओं में शामिल थे. बता दें कि वर्ष 2024 में अब तक 142 माओवादियों ने किया पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. वहीं विभिन्न माओवादी घटनाओं में शामिल 310 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया.

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Jul 31 2024, 17:49

महापौर को अपने इस राजनीतिक आचरण पर शर्म आनी चाहिये, संजय श्रीवास्तव बोले-

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने राजधानी में कांग्रेस द्वारा आहूत प्रदर्शन के दौरान रायपुर के महापौर एजाज ढेबर द्वारा अपने खिलाफ हो रही कानूनी कार्रवाई को लेकर पुलिस अधिकारी का नाम लेकर आत्महत्या की धमकी देने को ढेबर के बचकानेपन और कांग्रेस के नये-नये अराजकतावादी चरित्र का परिचायक बताया है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि ढेबर को यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रशासनिक अधिकारियों को आत्महत्या की धमकी देकर कानूनसम्मत कार्य से रोकने के लिए इस तरह दबाव बनाना भी एक तरह का अपराध होता है, जो वह अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए सरेआम इन दिनों लगातार कर रहे हैं।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि रायपुर के महापौर जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे ढेबर को अपने इस राजनीतिक आचरण पर शर्म महसूस करनी चाहिए क्योंकि वह अच्छी से जानते हैं कि राजनीतिक आंदोलनों में इस प्रकार के मामले दर्ज होते रहते हैं। कांग्रेस के शासनकाल में तो अनेक भाजपा नेताओं पर दर्जनों मामलों में एफआईआर होती रही जबकि ढेबर को तो प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारी और जवानों से धक्का-मुक्की, झूमाझटकी करते उस दिन के वायरल वीडियो में साफ देखा जा रहा है और इसीलिए ढेबर पर कानूनी शिकंजा कसा है।श्री श्रीवास्तव ने कहा कि अपने खिलाफ कानूनी कार्रवाई को रोकने के लिए ढेबर अब दबाव बनाने की बचकानी राजनीति कर रहे हैं। ढेबर को यह बात समय रहते अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि इस मामले में अब वह पूरी तरह अकेले पड़ गए हैं और कांग्रेस का एक भी नेता ने झूठे मुँह भी यह कहने की जरूरत नहीं समझी कि इस लड़ाई में वह ढेबर के साथ खड़े हैं और हमारे खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि ढेबर द्वारा पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ की गई बदसलूकी निंदनीय है। दरअसल कांग्रेस का यह प्रदर्शन और विधानसभा घेराव पूर्णत: विफल रहा, इसलिए कांग्रेस के नेता पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ झूमाझटकी करके खुद को चर्चा के केंद्र में रखने की ओछी और हास्यास्पद नौटंकी कर रहे थे। विधानसभा और लोकसभा चुनावों में करारी शिकस्त झेलने के बाद से सन्निपात के दौर से गुजर रही कांग्रेस अपने अस्तित्व का अहसास कराने की नाकाम कोशिशें कर रही है। बड़े दु:ख की बात है कि राजधानी के महापौर ढेबर पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी और धक्का-मुक्की कर रहे थे और उसके बाद भी फोटो दिखाने और अपना नंबर बढ़ाने के लिए हाथ में चोट, पेट दर्द की बातें करके नौटंकी करते नजर आए। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद अब कांग्रेस देशभर में अराजकता फैलाने के अपने टूलकिटिया एजेंडे पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ में आंदोलन की आड़ में महापौर ढेबर जिस तरह का आचरण पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ करते नजर आए हैं, वह इसी एजेंडे की झलक थी। अगर बड़े पदों पर निर्वाचित जनप्रतिनिधि ही नौटंकी करने और दिखावे के लिए कानून को हाथ में लेंगे, तो इसका क्या संदेश जाएगा?

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Jul 31 2024, 17:29

कांग्रेस विधायक के पति और समर्थकों पर आदिवासी पत्रकार के अपहरण और मारपीट का आरोप, एफआईआर दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला

बालोद- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुरुर नगर में कांग्रेस विधायक के पति पूर्व विधायक और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक आदिवासी पत्रकार के अपहरण और मारपीट का मामला सामने आया है. पीड़ित ने अपहरण कर विधायक कार्यालय ले जाने और जातिगत गालियां देकर बुरी तरह से पिटाई का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. यह मामला गुरुर थाना क्षेत्र का है.

बता दें कि संजारी बालोद कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा के पति की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. पहले भाजपा महिला पार्षद की शिकायत पर गुरुर नगर की आठ लोगों के साथ पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के खिलाफ दर्ज धारा 333, 296, 115 (2), 351(2), 191(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत दर्ज मामला शांत भी नहीं हुआ था. अब एक पत्रकार की रिपोर्ट पर गुरुर पुलिस ने भैय्याराम सिन्हा सहित पांच लोगों पर धारा 191(2), 296, 115(2), 351(2)(3), 140(3) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है.

जानिए क्या है पूरा मामला

घटना की शुरुआत 12 जुलाई को होती है, जब गुरुर नगर में प्रशासन ने 43 निर्माणाधीन व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स को अवैध करार देते हुए बुलडोजर से तोड़ने की कार्रवाई शुरू की. इस दौरान कांग्रेस की विधायिका संगीता सिन्हा, उनके पति पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा और स्थानीय व्यापारी इस कार्रवाई का विरोध करने पहुंचे. यह मामला तनावपूर्ण हो गया, जब कुछ महिलाएं भाजपा महिला पार्षद कुंती सिन्हा के घर पहुंचकर उनके साथ मारपीट करने लगीं. इस घटना के बाद कुंती सिन्हा ने गुरुर थाने में चार नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज कराई.

मामले की शिकायत के बाद भी जब लगभग 1 सप्ताह बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई तो जिले के दौरे पर उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा आए. उनसे महिला पार्षद ने मामले की शिकायत की. जिसके बाद लॉ एंड ऑर्डर में लापरवाही बरतने को लेकर डिप्टी सीएम के निर्देश पर गुरुर थाना टीआई को निलंबित कर दिया गया.

मामले की जांच शुरू होती ही भाजपा महिला पार्षद की शिकायत पर चार नामजद लोगों के खिलाफ धारा 333, 296, 115 (2), 351(2), 191(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया है और विवेचना के बाद पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के अलावा चार लोगों का नाम जोड़ मामले में आरोपी बनाया गया. जिसके बाद 26 जुलाई को थाना से नोटिस जारी कर 27 जुलाई को थाना में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया. जहां भैय्याराम सिन्हा को नए कानून के अनुसार थाना में शपथ पत्र भरवा कर उन्हें छोड़ दिया गया.

मामले में अपने पति को आरोपी बनाए जाने के बाद विधायक संगीता सिन्हा 28 जुलाई को गुरूर थाने पहुंची और अपने पति के खिलाफ दर्ज शिकायत के विरोध में करीब 4 घंटे तक थाने में धरना दिया. और जब भाजपा महिला पार्षद को घर से घसीटकर सड़क पर पटका जा रहा था, तो बीच-बचाव करने आए पार्षद के दामाद को घसीटने वाली महिला ने पार्षद के दामाद के खिलाफ धक्का-मुक्की और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया. सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार शिकायत दर्ज कराने वाली महिला ने दो दिन बाद शिकायत वापस लेने कोर्ट में अपना आवेदन भी पेश कर दिया है.

पत्रकार का अपहरण और मारपीट

वहीं इस मामले की खबर शेयर करने पर स्थानीय पत्रकार विनोद नेताम का अपहरण किया गया और उनकी पिटाई की गई. पीड़ित विनोद नेताम ने बताया कि पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के लोग गुरुर नगर के होटल में जबरदस्ती कार में डालकर विधायक कार्यालय लेकर गए, जहां पहले से मौजूद पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा सहित उनके लोगों द्वारा मारपीट जातिगत गाली और जान से मारने की धमकी दी. जिसके बाद पीड़ित पत्रकार ने गुरुर थाना पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दी है.

मामले में गुरुर पुलिस ने विनोद नेताम की शिकायत पर पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा के अलावा 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में पत्रकार की पत्नी ने भी थाने में एक लिखित आवेदन दिया कि पूर्व विधायक के दो लोग उनके घर पहुंचे और गाली गलौच, जातिगत गालियां भी दी है उसके समर्थन में रात 10 बजे तक छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के लोग भी थाने में डटे रहे हैं. इस मामले में भी पुलिस जांच कर रही है. इधर इस पूरे मामले के बाद विधयाक संगीता सिन्हा देर रात एसपी से मिलने कंट्रोल रूम पहुंची थीं.

मामले में एडिशनल एसपी अशोक जोशी ने बताया कि विनोद नेताम के शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. विनोद नेताम की पत्नी ने भी शिकायत की है उसकी भी जांच जारी है. सभी एंगल से जांच जारी है जो भी तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई की जाएगी.

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Jul 31 2024, 17:19

घर के नजदीक मिल रही सोनोग्राफी सुविधा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से 753 महिलाएं लाभान्वित

रायपुर-    छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर है। दूरस्थ अंचल के अस्पतालों में भी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व पौष्टिक आहार, नियमित दवाईयां आराम करने की सलाह दी जाती है। इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा शुरू प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने प्रसव पूर्व जांच और दवा की सुविधा दी जाती है। सूरजपुर जिलें में 4 सामुदायिक स्वास्थ केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। योजना के तहत फरवरी 2024 से अब तक कुल 753 महिलाओं का सोनोग्राफी की सुविधा दी गई है।

कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में महिलाओं की सुविधा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों भैयाथान, ओडगी, प्रतापपुर एवं रामानुजनगर में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा का सफलतापूर्वक संचालन की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा होने से दूरस्थ अंचल में रहने वाले गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधा में बड़ी राहत मिली है। इस सुविधा के चालू होने से महिलाओं को लंबी दूरी तय करनी नहीं पड़ती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को शारीरिक रूप से आराम मिलने के साथ, समय की बचत एवं आर्थिक बोझ से राहत मिली है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने के बाद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैयाथान में 218, ओड़गी में 101, प्रतापपुर में 220 एवं रामानुजनगर में 214 (कुल 753 ) गर्भवती माताओं का सोनोग्राफी किया जा चुका है। सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने से जिले के दूरस्थ अंचलों के लोगों में हर्ष व्याप्त है।

गौरतलब है कि प्रसव पूर्व जांच से बच्चे को लेकर माता में उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे अथवा बच्चे में संभावित किसी बीमारी का पता लगाया जा सकता है। इसी क्रम में जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में भी निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ की गयी है। सोनोग्राफ़ी सुविधा को लेकर भैयाथान की रहने वाली कोमल साहू ने बताया कि वे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैया थान में नियमित रूप से चेकअप के लिए आती हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा मिलने से उन्हें बहुत आराम मिला है। ऐसी अवस्था में यात्रा कर दूर जाने में काफी परेशानी होती थी परंतु अब घर के समीप यह सुविधा मिलने से वे खुश हैं। साथ ही भैयाथान की ही श्रीमती केसरी बताती हैं की सोनोग्राफी की सुविधा निःशुल्क होने से उन पर आर्थिक बोझ कम हुआ है। उन्होंने बताया कि सोनोग्राफी कराने के लिए पहले दूर जाना पड़ता था और पैसे भी ज्यादा खर्च करने पड़ते थे ऐसे में यह सुविधा जिले के सभी महिलाओं के लिए वरदान के समान है। वे इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देती हैं। 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा प्रत्येक माह के 09 एवं 24 तारीख को उपलब्ध कराई जाती है।

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Jul 31 2024, 17:09

आबकारी टीम ने सरायपाली इलाके में 235 लीटर कच्ची शराब और दो स्कूटी जब्त की

रायपुर-   महासमुंद जिले में मदिरा के अवैध परिवहन एवं विक्रय पर रोक लगाने के उद्देश्य से संचालित सघन जांच-पड़ताल के अभियान के दौरान आबकारी विभाग की टीम ने सरायपाली इलाके में दो अलग-अलग मामलों में 235 लीटर कच्ची महुआ शराब और परिवहन में प्रयुक्त दो स्कूटी को जब्त किया है। जब्त दोनों स्कूटी की कीमत लगभग एक लाख 67 हजार रूपए है।

सरायपाली वृत्त की आबकारी टीम ने ग्राम बेलमुंडी में गश्त दौरान बेलमुंडी गौठान के पास रोड में स्कूटी सवार गूंज राम खूंटे एवं शिबो बरिहा को रोककर तलाशी ली। स्कूटी में रखी बोरी में एवं डिक्की से 150 लीटर हाथ भट्टी कच्ची महुआ शराब बरामद हुई। जिसे जब्त कर आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(2),46(2)(1) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी शिबो राम बरिहा को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया, जब कि तलाशी के दौरान गूंज राम खूंटे मौका देखकर फरार हो गया। इसकी तलाश की जा रही है।

आबकारी विभाग की टीम ने स्कूटी एक्टिवा क्रमांक सीजी 06 एक्स 2384 में सवार करण जोल्हे एवं धर्मेंद्र खूंटे को रोककर तलाशी शुरू की। इसी दौरान दोनों गाड़ी को छोड़कर फरार हो गए। स्कूटी में रखे जूट बोरी एवं डिक्की की जाँच करने कुल 85 लीटर हाथ भट्टी कच्ची महुआ शराब मिली, जिसे स्कूटी सहित जब्त किया गया। फरार आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(2),46(2)(1) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। इस कार्रवाई में आबकारी उप निरीक्षक सरायपाली दरसराम सोनी, आरक्षक राज किशोर पाण्डेय, खिनीराम खुटे एवं कमल पटेल आदि शामिल थे।

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Jul 31 2024, 17:03

श्री रामलला दर्शन के लिए 38 श्रद्धालुओं का दल हुआ रवाना

रायपुर-  रामलला दर्शन के तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से 38 श्रद्धालुओं का चयन किया गया, जो आज सुबह जनपद पंचायत परिसर महासमुंद से 38 तीर्थ यात्रियों का दल श्री रामलला दर्शन अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। रायपुर रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन द्वारा श्री रामलला दर्शन की यात्रा के लिए ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राम भक्तों को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा राज्य के राम भक्तों के लिए निःशुल्क अयोध्या धाम में श्रीराम के दर्शन हेतु श्री रामलला दर्शन योजना की शुरुआत की गई है और सभी श्रद्धालुओं को ट्रेन के माध्यम से प्रत्येक जिलों से चयन कर उन्हें रामलला के दर्शन हेतु ले जाया जा रहा है।

रामलला दर्शन योजना न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाती हैं, बल्कि उन्हें उन स्थलों की जानकारी और अनुभव करने का मौका भी देती हैं, जिन्हें वे सामान्यतः आर्थिक कारणों से नहीं देख पाते।

श्रद्धालुओं ने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया और बताया कि इस योजना से हम लोगों का श्री रामलला के दर्शन करने का सपना पूरा हो रहा है। ज्ञातव्य है कि श्री रामलला दर्शन योजना के तहत् श्रद्धालुओं को पूरा पैकेज मिलेगा, जिसमें छत्तीसगढ़ से अयोध्या जाने, वहां रहने की व्यवस्था, मंदिर दर्शन, नाश्ते और खाने की भी व्यवस्था रहेगी। इस ट्रेन में टूर एक्सपर्ट, सुरक्षा कर्मी और चिकित्सकों का दल भी मौजूद रहेगा।

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Jul 31 2024, 16:50

राज्यपाल श्री डेका कृषि मंत्री श्री नेताम के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए
रायपुर-  राज्यपाल रमेन डेका आज आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम के सेक्टर-24 नया रायपुर स्थित निवास के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने निवास परिसर में रूद्राक्ष का पौधा भी लगाया। उनके साथ प्रथम महिला रानी डेका काकोटी भी उपस्थित थीं।

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Jul 31 2024, 16:46

बदहाल सड़क को लेकर कांग्रेसियों का अनोखा प्रदर्शन, रास्ते में रोपा लगाकर जताया विरोध
खैरागढ़-    छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिला मुख्यालय का प्रसिद्ध इतवारी बाजार की सड़कें सालों से बदहाल हैं. बारिश के मौसम में स्थानीय लोगों को सड़क सुविधा के बिना काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे हालातों को देखते हुए आज जिला कांग्रेस कमेटी ने बरसते पानी में सड़क पर धरना प्रदर्शन किया और इतवारी बाजार चौक में ही धान का रोपा लगा कर विरोध दर्ज किया है.


बता दें, जिले के मुख्य बाजार यानी इतवारी बाजार में बेहतर सड़क सुविधा के लिए स्थानीय लोगों ने इससे पहले भी कई बार प्रदर्शन किया है. लेकिन अब तक सड़कों की स्थिती जस की तस है. वहीं आज इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया और भारी बारिश के बीच ही कांग्रेसी सड़क पर बैठ गए. कांग्रेसियों ने इतवारी बाजार चौक की सड़क पर धान का रोपा लगाया और ज्ञापन लेने पहुँचे अधिकारी को बेशर्म का फूल देकर अपना विरोध जताया है.

इस मामले में विधायक मनराखन देवांगन ने बताया कि शहर के सभी मुख्य मार्गों में बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिसके चलते राहगीर दुर्घटना का शिकार हो रहे है. वहीं स्कूल जाने वाले बच्चे इस बदहाल सड़क से परेशान हैं, जिसे लेकर आज हमने धरना प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासन ने यहाँ जीरा गिट्टी डालकर खानापूर्ति की है, लेकिन हमें इसका स्थाई समाधान चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि इसका स्थाई समाधान नहीं होने पर हम उग्र आंदोलन करेंगे और विधायक खैरागढ़ के माध्यम से सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे.