सावन के दूसरे सोमवार पर शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। हिंदू धर्म में सावन माह को तपस्या और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। इस माह का प्रत्येक दिन भोलेनाथ की पूजा अर्चना को समर्पित है। मान्यता है सावन में भगवान शिव की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
साथ ही मनचाहे परिणामों के भी योग बनते हैं। इस दौरान चातुर्मास होने के कारण माह की महत्ता अधिक बढ़ जाती है। बता दें, चातुर्मास में पूरी सृष्टि का संचालन शंकर जी के हाथों में होता है। ऐसे में सावन सोमवार के व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती है।सावन के दूसरे सोमवार पर जिले के विभिन्न शिवालयों पर जलाभिषेक करने के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड पड़ी ।
सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस कर्मियों ने कतारबद्ध श्रद्धालुओं को एक-एक कर दर्शन पूजन कराया । सावन का दूसरा सम्मान होने के कारण कांवरिया भी जलाभिषेक करने के लिए शिवालयों पर पहुंच गए थे। सावन के मद्देनजर जिले के आला अधिकारियों ने शिवालयों का भ्रमण कर ड्यूटी पुलिस कर्मियों का आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
सावन के दूसरे सोमवार पर जिले के ज्ञानपुर नगर स्थित सिद्ध पीठ बाबा हरिहरनाथ एवं तिरंगा गांव स्थित पांडव कालीन बाबा तिलेश्वर नाथ एवं गोपीगंज नगर स्थित बाबा बड़े शिव तथा कौलापुर गांव स्थित पांडव कालीन बाबा पांडवानाथ एवं सिद्ध पीठ बाबा सेमराधनाथ धाम में सुबह से जहां व्रति महिलाओं की भीड़ देखी गई तो वहीं जलाभिषेक के लिए कांवरिया व श्रद्धालु उमड़े रहे। सावन का दूसरा सोमवार होने के कारण भीड़ श्रद्धालुओं की बढ़ गई ।
सुरक्षा व्यवस्था में लग रहे पुलिसकर्मी इधर से उधर भाग दौड़ करते हुए एक-एक कर श्रद्धालुओं को भगवान शंकर का दर्शन कराया। भगवान शंकर का दर्शन करने के लिए भोर से ही श्रद्धालु स्नान ध्यान करके जलाभिषेक करने के लिए मंदिर की ओर निकल गए थे। जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया वैसे श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती गई ।
शिवालयों पर मेला भी लगा था जहां पर दर्शन पूजन के बाद श्रद्धालुओं द्वारा खरीदारी भी की गई।
Jul 29 2024, 20:09