कालीन नगरी में हर ओर गूंजा हर-हर महादेव,चार साल बाद पड़ रहा दुर्लभ संयोग
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। सावन के महीने में भक्तों पर भगवान शिव की कृपा के साथ ही कई शुभ योग और राजयोग का भी संयोग मिलेगा। सोमवार से शुरू होकर सावन का समापन भी सोमवार को हो रहा है। पांच सोमवार, पांच योग और पांच राजयोग का सावन शिवभक्तों की हर मनोकामना पूरी करेगा। 22 जुलाई से 19 अगस्त तक सावन मास के अनुष्ठान होंगे।
आचार्यों के अनुसार कि सावन के पहले सोमवार पर प्रीति योग, आयुष्मान योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, शिववास योग और करण योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही इस महीने में शुक्रादित्य योग, बुधादित्य योग, गजकेसरी योग, शश योग, कुबेर योग और नवपंचम योग भी बन रहे हैं। सावन में पांच सोमवार के साथ ही मंगला गौरी के चार व्रत भी होंगे ।सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में आस्थावानों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर-हर महादेव और बोल-बम का नारा लगाते हुए भक्त बाबा भोलेनाथ का अभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की। ज्ञानपुर स्थित सिद्धपीठ हरिहरनाथ महादेव, गोपीगंज स्थित बाबा बड़े शिव, काशी, विंध्य व प्रयागराज के मध्य स्थित स्वयंभू शिवलिंग बाबा सेमराधनाथ धाम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।श्रावण मास के पहले सोमवार को अन्य मंदिरों पर प्रातः काल से ही कतार लग गई थी।
मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार करते हुए कतारबद्ध होते गए और कतार समय के साथ लम्बी होती चली गई। केसरिया वस्त्र पहने भोले के भक्त बोल-बम के नारों के साथ बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे थे। इसी तरह ज्ञानपुर स्थित सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ धाम में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रही। कतारबद्ध भक्त हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए बाबा को जल अर्पित किए। वहीं सेमराधनाथ धाम में कुएं में स्थित बाबा के स्वयंभू शिवलिंग को जल अर्पित करने केलिए भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। हर-हर-बम-बम के जयकारों के बीच बाबा के भक्तों ने जल अर्पित किया।शिवमय हुए पूरे जिले में आस्था की डुबकी में हर व्यक्ति ने गोता लगाया। बच्चे-बूढ़े, महिलाएं, युवतियां के साथ हर आयु वर्ग के लोग बाबा के दरबार में शीष झुकाने पहुंचे। भक्तों ने शिवलिंग पर वेल पत्र और गंगा जल अर्पित कर सुख-समृद्धि का वरदान मांगा। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से भारी संख्या में पुलिस के जवान मंदिरों के बाहर डटे रहे। वहीं दूसरी तरफ वाराणसी-प्रयागराज हाइवे पर भी भक्तों को रेला देखा गया। बोल-बम के नारों के साथ हाइवे पर चल रहे कावंरियाें का उत्साह देखते ही बन रहा था। सावन के पहले सोमवार को पूरा जिला शिवमय नजर आया।हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी आशीष मिश्रा ने बताया कि इस साल श्रावण मास विशेष है क्योंकि इस साल सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। इस लिहाज से अगर कोई शिव भक्त पांच सोमवार को व्रत रखता है तो विशेष फल की प्राप्ति होगी।
Jul 22 2024, 17:37