Bihar

Jul 21 2024, 19:07

रुपौली उपचुनाव में हार के बाद भी जदयू को हुआ बड़ा फायदा, निर्दलिए के तौर पर जीते शंकर सिंह ने दिय़ा यह बड़ा संकेत

डेस्क : पूर्णिया के रुपौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भले ही जदयू की हार हो गई, लेकिन इसके बावजूद उनका बड़ा फायदा होने जा रहा है। रुपौली विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते शंकर सिंह अब अपनी आगे की सियासी पारी जदयू के साथ मिलकर बढ़ा सकते हैं। शंकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करने का फैसला किया है। 

जदयू के कुछ नेताओं के शंकर सिंह से संपर्क करने की खबर पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में थी। इस बीच आज रविवार को शंकर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने सीएम नीतीश को समर्थन देने का फैसला लिया है। 

शंकर सिंह ने कहा कि उनकी जीत जनता की जीत है और इस जीत पर सबसे पहला हक रुपौली की जनता का है। चुनाव जितने के बाद सबसे पहली प्राथमिकता रुपौली के विकास की है, जिसके लिए मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करूंगा और क्षेत्र के विकास के लिए मदद की मांग करूंगा। ताकि जनता को किया हुआ वादा निभा सकूं। 

वहीं जदयू में जाने के सवाल पर उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार हमारे लिए आदरणीय है और मैं उनका काफी सम्मान करता हूं। नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए काफी काम किया है। मैं उनके विकास कार्यों से काफी प्रभावित हूं। मैं साफ-साफ कहता हूं कि मैं नीतीश कुमार को समर्थन दूंगा।

शंकर सिंह के बातों से यह साफ हो गया है कि जल्द ही आधिकारिक रूप से जदयू के मंच पर दिख सकते हैं। मौजूदा समय में जदयू के कुल 47 विधायक हैं। शंकर सिंह के आने से विधानसभा चुनाव में सीमांचल के इलाके में जदयू को मजबूती मिलेगी।

बताते चले कि रुपौली से बीमा भारती जदयू प्रत्याशी के तौर पर पिछले कुछ चुनावों से लगातार सफल हो रही थी। वर्ष 2020 में भी रुपौली में बीमा ने जदयू के टिकट पर चुनाव जीता था। लेकिन, इसी वर्ष जब सीएम नीतीश ने महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आने का फैसला लिया तो बीमा भारती ने विद्रोही तेवर दिखाए। बाद में वह जदयू छोड़कर राजद में चली गई। साथ ही विधानसभा सदस्यता भी छोड़ दी। अब शंकर सिंह के जदयू के साथ आने से रुपौली में सीएम नीतीश की पार्टी पहली की तरह ही मजबूत होगी। साथ ही रुपौली सहित पूरे पूर्णिया के इलाके में शंकर सिंह के रूप में सीएम नीतीश को एक मजबूत साथी मिल सकता है।

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Jul 21 2024, 18:19

सीएम नीतीश के खिलाफ बयान देने के बाद अब मांझी ने बीजेपी और जदयू की बढ़ाई और टेंशन, विस चुनाव को लेकर अभी से करने लगे यह दावा

डेस्क : बीते शनिवार को बिहार के पूर्व सीएम व वर्तमान केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान खुले मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई सारे आरोप लगाए थे। वहीं उन्होने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खूब गुणगान किया था। लेकिन अब जीतन राम मांझी ने जेडीयू और बीजेपी दोनों की टेंशन बढ़ा दी है। 

हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार विधासभा की 25 सीटों पर दावा ठोक दिया है और कहा है कि इससे कम सीटों पर इस बार हम नहीं मानेंगे। 

2025 में बिहार में विधान सभा चुनाव होने है। जिसे लेकर अभी सियासी खेल शुरु हो गया है। चुनाव में अभी एक साल से अधिक का समय शेष बचा है लेकिन अभी से ही सीटों को लेकर दावेदारी पेश होने लगी है। बिहार एनडीए में एक बार फिर से घमासान के आसार दिख रहे हैं। एनडीए में हम सांसद और केंद्रीय मंत्री शामिल जीतन राम मांझी ने बीजेपी और जेडीयू की टेंशन बढ़ा दी है।

दरअसल, बिहार में जिस तरह से सत्ता की चाबी हमेशा नीतीश कुमार के पास होती है उसी तरह जीतन राम मांझी की हम पार्टी भी दो-चार विधायकों के दम पर सरकार में बनी रहती है। बिहार में सरकार चाहे किसी भी गठबंधन की हो, उसमें मांझी की पार्टी सहयोगी की भूमिका में जरूर होती है। सिसायत की बड़ी समझ रखने वाले मांझी भी समय की नजाकत को देखकर पलटी मारते हैं और आए दिन तरह-तरह के बयान देकर अपने ही सहयोगियों की टेंशन बढ़ाते रहते हैं।

लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने ऐसा ही खेल किया था। केन्द्र में मंत्री पद को लेकर उन्होंने कई तरह की बयानबाजी की थी। हालांकि मंत्री पद मिलने के बाद वे बीजेपी का गुणगान करने लगे। ठीक उसी तरह अब वे अगले विधान सभा चुनाव को लेकर अभी से प्रेसर पॉलिटिक्स करना शुरु कर दिया है।

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Jul 21 2024, 12:19

बिहार पुलिस में अब चालक पद पर बहाली की बदली नियमावली, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार पुलिस में अब चालक पद पर बहाली के लिए नया नियम लागू किया गया है। गृह विभाग ने बिहार पुलिस चालक संवर्ग नियमावली में संशोधन करते हुए नया प्रावधान किया है। इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है।  

गृह विभाग से जारी अधिसूचना के मुताबिक शारीरिक दक्षता परीक्षा में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 40 अंक प्राप्त करना होगा। पिछड़ा वर्ग अभ्यर्थियों को कम- से-कम 36.5फीसदी, अति पिछड़ा वर्ग अभ्यर्थियों को 34 फीसदी, तथा एससी-एसटी एवं महिला वर्ग अभ्यर्थियों को 32 फीसदी अंक प्राप्त करना होगा। इससे नीचे अंक लाने वालों का चयन नहीं किया जाएगा। पहले सामान्य वर्ग के लिए 30 अंक लाने का प्रावधान था। 

लिखित परीक्षा में अब सामान्य ज्ञान व समसामयिक मुद्दों से 60 प्रश्न पूछे जाएंगे। नियमावली में लिखित परीक्षा के पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया गया है। सामान्य ज्ञान एवं समसामायिक मुद्दों से संबंधित 60 प्रश्न पूछे जायेंगे। शेष 40 प्रश्नों में 20 मोटर वाहन अधिनियम तथा यातायात चिह्नों एवं संकेतों से संबंधित प्रश्न होंगे। 

जबकि 20 प्रश्न विभिन्न गाड़ियों के पार्ट-पुर्जे, लुब्रिकेटिंग व रखरखाव आदि के सामान्य ज्ञान तथा वाहनों में आने वाली इंजीनियरिंग एवं तकनीकी त्रुटियों से जुड़ें होंगे। टेस्टिंग ट्रैक में जीप एवं कार चलाने को लेकर भी अंकों को पुनर्निर्धारण किया गया है।

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Jul 21 2024, 11:31

नालन्दा विश्वविद्यालय की तर्ज पर प्राचीन केंद्र विक्रमशिला विश्वविद्यालय का होगा पुनरुद्धार : सम्राट चौधरी

डेस्क : शिक्षा के प्राचीन केंद्र विक्रमशिला विश्वविद्यालय को एनडीए सरकार गौरवशाली बनाएगी। इसका विश्व प्रसिद्ध नालन्दा विश्वविद्यालय की तर्ज पर पुनरुद्धार किया जाएगा। उक्त बाते बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कही है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 400 वर्षों से अधिक समय तक पूरी दुनिया में शिक्षा का अलख जगा रहे इस विश्वविद्यालय का मुस्लिम आक्रांता बख्तियार खिलजी ने 12 वीं सदी में नालन्दा विश्वविद्यालय की तरह ही विध्वंस कर दिया था। राज्य कैबिनेट से आधुनिक परिप्रेक्ष्य में इसके विकास व पुनरुद्धार के लिए जमीन की स्वीकृति मिलने के बाद यहां विकास का काम तेज होगा। 

कहा कि वर्तमान समय में बिहार के भागलपुर जिले का अन्तिचक गांव वहीं है जहां विक्रमशिला विश्वविद्यालय था। प्रसिद्ध पंडित अतीश दीपंकर यहीं शिक्षण करते थे। इसके प्राचीन गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए एनडीए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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Jul 21 2024, 11:29

कार्य में कोताही बरतना डीपीओ को पड़ा महंगा, शिक्षा विभाग ने सस्पेंड करते हुए मांगा स्पीष्टीकरण

डेस्क : जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अरुण कुमार मिश्रा को कार्य में लापरवाही और शिथिलता बरतने के आरोप में शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया है। अपर मुख्य सचिव को मिली शिकायतों के बाद कार्य में अनियमितता को लेकर साक्ष्य मिले थे। वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी से पर्यवेक्षण संबधी दायित्वों की चूक के मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है।

15 जुलाई को डीईओ कार्यालय का निरीक्षण किया गया था। इसमें पदस्थापित लिपिकों द्वारा शिक्षक- शिक्षिकाओं से प्राप्त मातृत्व अवकाश और बकाया वेतन आदि के भुगतान से संबंधित संचिकाओं की जांच की गई। जांच में डीईओ कार्यालय से स्थानांतरण होने के बावजूद प्रतिस्थानी लिपिकों को पदभार नहीं सौंपने सहित अन्य आरोप में लिपिक दिलीप कुमार और गोपाल कुमार को निलंबित किया गया है। 

वहीं, ऐसे ही आरोप में लिपिक सुनील कुमार को भी निलंबित किया गया है। साथ ही लापरवाही व समुचित अनुश्रवण नहीं करने पर प्रधान लिपिक करुण सिन्हा व आलोक वर्मा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया गया है।

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Jul 20 2024, 19:23

प्रतिरोध मार्च के जरिए अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का काम कर रहा है राजद : अरविन्द सिंह

डेस्क : बिहार में बीते कुछ दिनों से बढ़े अपराध को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। वहीं वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता की हत्या के बाद अब पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। विपक्ष प्रदेश में कानून-व्यवस्था को पूरी तरह से विफल बता रही है। इसी कडी में आज इंडिया गठबंधन द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया। इस प्रतिरोध में मार्च में विपक्ष के सभी दल शामिल हुए। इस विपक्ष के इस प्रतिरोध मार्च पर बीजेपी ने हमला बोला है।  

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा है कि राजद प्रतिरोध मार्च नहीं, लगातार चुनावों में जनता द्वारा नकारे जाने के कारण खबरों में बने रहने के लिए अपनी राजनीतिक रोटी सेकने का काम कर रहा हैं। 

कहा कि 2005 के पहले की तरह लालू यादव के शासनकाल के जैसा सता का संरक्षण अपराधियों को नहीं दिया जाता हैं। अब एनडीए सरकार में यहां त्वरित कार्रवाई की जाती है, अपराधियों को गिरफ्तार करके सलाखों के अंदर पहुंचाया जाता हैं, और उन पर कठोर कार्रवाई की जाती है। एनडीए सरकार ने लालू राज के बदहाल शासनकाल से मुक्ति दिलाकर अब चहुंओर विकास के नए आयाम गढ़ रही हैं। 

श्री अरविन्द ने कहा कि एनडीए सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही इसी क्रम में राजगीर में अंतरराष्ट्रीय अकादमी बनकर तैयार हो गया हैं खेल दिवस के दिन इसका उद्घा टन होगा। अब प्रत्येक पंचायत में खेल मैदान बनाए जाएंगे। वहीं पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक जिले में पार्क का निर्माण होगा, पटना में मरीन ड्राइव के पास करीब 250 एकड़ में बनेगा पार्क।

और तो और नए आपराधिक कानून के पालन के लिए और डिजिटल एविडेंस कलेक्शन के लिए एनडीए सरकार राज्य पुलिस के इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसरों को लैपटॉप और स्मार्ट फोन देगी और पुलिसकर्मियों को इसके लिए ट्रेनिंग मिल रही हैं। एनडीए सरकार में जनता की सुरक्षा के लिए नए भारत के सबसे दमदार वर्जन में दिखेगी बिहार पुलिस।

 वहीं एनडीए सरकार हर हाल में हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी क्रम में निजी बोरवेल और पंपसेट के लिए अनुदान देकर किसानों को सशक्त करने में लगी हैं। साथ ही अब एनडीए सरकार नौ स्टेट हाईवे का निर्माण 5153 करोड़ रूपये की लागत से करने जा रही हैं।

श्री अरविंद ने कहा कि जहां लालू यादव ने अपने शासनकाल में बिहार को बीमारू और पिछड़ा राज्य बनाकर बदहाल कर दिए थे वहीं मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बिहार में चहुंओर विकास कर के विकास के नए आयाम गढ़ने का काम किया है। और सुशासन से कोई कंप्रोमाइज ना करते हुए अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई कर रही हैं और बिहारवासियों को भय मुक्त वातावरण प्रदान करने का काम कर रही हैं।

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Jul 20 2024, 18:08

केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दिया ऐसा बयान, एनडीए में मच सकता है बवाल

डेस्क : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने आज एक ऐसा बयान दिया है जिससे एनडीए में बवाल मच सकता है। एनडीए की मुख्य घटक जदयू को इसपर घोर आपत्ति हो सकती है।

जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होने कहा है कि नीतीश कुमार मेरा राजनीतिक जीवन खत्म करना चाहते थे। लेकिन पीएम मोदी ने मुझे बचा लिया। 

दरअसल पटना में आज हम पार्टी ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का अभिनंदन समारोह आयोजित किया था। कार्यक्रम में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जीतन राम मांझी का दर्द छलक उठा। मांझी बोले-नीतीश कुमार मेरी राजनीति खत्म करना चाहते थे, लेकिन नरेंद्र मोदी ने बहुत कुछ दे दिया। मांझी बोले-अभी भी लोग जल रहे हैं कि एकमात्र एमपी होने के बावजूद जीतन राम मांझी को केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बना दिया गया। लेकिन उनके जलने से कुछ नहीं होने वाला है।

नीतीश कहते थे पार्टी का विलय करो

हम पार्टी की ओर से पटना में आयोजित अभिनंदन समारोह में जीतन राम मांझी ने कहा कि वे नीतीश कुमार के गठबंधन में शामिल थे। लेकिन नीतीश कुमार ने बुलाकर कहा था कि पार्टी का जेडीयू में विलय कर दीजिये। लेकिन मैंने पार्टी का विलय नहीं किया। जीतन राम मांझी बोले-मैं नीतीश कुमार के गठबंधन से बाहर हो गया और एनडीए में शामिल हो गया। उसका नतीजा देखिये-आज मैं केंद्र में मंत्री बन गया। संतोष सुमन(मांझी के पुत्र) को 6 साल के लिए विधान पार्षद बना दिया गया है। पहले संतोष सिर्फ एक विभाग के मंत्री हुआ करते थे लेकिन अब तीन विभाग को चला रहे हैं।

मेरी पार्टी दौड़ रही है

जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने जब पार्टी बनायी थी तो नीतीश कुमार ने कहा था कि जीतन मांझी पार्टी कैसे चलायेगा। उसके पास पैसा है जो पार्टी चलायेगा। लेकिन आज मेरी पार्टी दौड़ रही है। बीजेपी के लोग भी कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में हम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बहुत इमानदारी से काम किया।

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Jul 20 2024, 17:31

भागलपुर पहुंचे मंत्री नितिन नवीन : श्रावणी मेला को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक, गंगा घाटों का निरीक्षण कर दिए कई जरुरी निर्देश

डेस्क : 22 जुलाई से श्रावण का पावन महीना शुरु होने जा रहा है। इस दौरान भागलपुर सुलतानगंज के अजगैवीनाथ धाम में शनिवार को श्रावणी मेला को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे बिहार सरकार के नगर विकास मंत्री नितिन नवीन का एनडीए कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया गया। 

इस दौरान नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने नगर परिषद के सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए श्रावणी मेला में हो रही समस्या के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने अधिकारियों के साथ नमामि गंगे घाट एंव अजगैबीनाथ गंगा घाट का निरीक्षण किया। 

इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि इसबार श्रावणी मेला में कांवरियों को बेहतर सुविधा के लिए विभाग के सभी अधिकारियों के साथ बैठक की गई। जो गंगा घाट से कांवरिया मार्ग तक पानी, शौचालय, विश्राम स्थल, रेंन सेंटर, स्वास्थ्य शिविर प्रयाप्त मात्रा में सुविधा देने का आवश्यक दिशा निर्देश पदाधिकारियों को दिए गए है। 

साथ ही सीसीटीवी कैमरे, सडक मार्ग को दुरुस्त करने के लिए भी दिशा निर्देश दिए गए और कांवरिया पथ में गंगा बालू बिछाई गई है, साथ ही तेज धूप में बालू के गर्म होने पर पानी का छिड़काव करने के लिए भी पदाधिकारियों को कहा गया है। इसके खर्चे के लिए राशि स्वीकृत किए जाने की बात कही।

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Jul 20 2024, 13:02

बिहार के इस जिले में मानसून की बेरुखी से किसान त्रस्त, नहर व राजकीय नलकूप से भी नहीं मिल रही सिंचाई की सुविधा

डेस्क : बिहार में एकबार फिर मानसून सुस्त पर गया है। बीते सप्ताह भर से प्रदेश के किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई है। वहीं उमश भरी गर्मी ने जीना बेहाल कर रखा है। सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को हो रही है। 

बिहार के गोपालगंज जिले के किसान मानसून की बेरुखी से त्रस्त हैं। पिछले नौ दिनों से बारिश नहीं होने से बिचड़े तैयार रहने के बाद किसान धान की रोपनी नहीं कर रहे हैं। जिले में 1 लाख 10 हजार 400 हेक्टेयर में खरीफ की खेती का लक्ष्य है। इसमें 90 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी होनी है। लेकिन,अब भी 40 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी नहीं हो सकी है। पहले रोपी गई करीब 50 हजार हेक्टेयर धान की फसल झुलस कर बर्बाद हो रही है। ऐसे में आधे से अधिक गांवों में नहर व राजकीय नलकूपों से भी सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पा रही है।

विभाग मुख्य नहर में पानी छोड़ दिया है। लेकिन नहरों की बदतर स्थिति के कारण अब तक अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंचा है। सभी वितरणियों व उपवितरणियों में पानी नहीं आने से किसानों को सिंचाई के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नहरों से पानी नदारद

मिली जानकारी के अनुसार अब तक जिले में सौ से अधिक गांवों से गुजरने वाली नहरों में पानी नहीं है। वितरणी व शाखा नहर में सिंचाई के लायक पर्याप्त नहीं है। विशुनपुर , सिधवलिया , कटेया, गोपालगंज, थावे , देवापुर, बतरदेह, सलोना आदि वितरणियों में कम पानी रहने से खेतों की सिंचाई करना मुश्किल बना हुआ है।

स्थानीय किसानों का कहना है कि नहर में आधा फीट से भी कम पानी बह रहा है। पानी से किसी भी हाल में सिंचाई नहीं होगी।

125 नलकूप हैं बंद 

सरकारी स्तर पर भोरे और गोपालगंज सारण नहर प्रमंडल तथा नलकूप से सिंचाई की व्यवस्था की गई है। दोनों व्यवस्था से 42 प्रतिशत सिंचाई का लक्ष्य है। हकीकत यह है कि जिले के 96 सरकारी नलकूप और उद्वह सिंचाई के 29 नलकूप सहित कुल 125 नलकूप बंद हैं। नहरों के पानी का लाभ नहर क्षेत्र के 27 प्रतिशत किसानों को मिल पाता है।

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Jul 20 2024, 10:12

बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सीएम नीतीश का अधिकारियों को सीधा अल्टीमेटम : किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं, जल्द करें 1.22 लाख पुलिसकर्मियों की नियुक्ति


डेस्क : पिछले कुछ दिनों से बिहार में बढ़ते अपराध और इस मामले को लेकर विपक्ष के सरकार पर हमलावार होने के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसके लिए सख्त कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अपराध काबू करने में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। लिहाजा, कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुलिस और प्रशासन मुश्तैदी से कार्य करें और अपराध नियंत्रण के लिए पूरी सख्ती से कार्रवाई करें।

बीते शुक्रबार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक, अणे मार्ग स्थित संकल्प में विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने लापरवाह पुलिसकर्मियों को चेतावनी भी दी और कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

1.22 लाख पुलिस की शीघ्र करें नियुक्ति

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 1.22 लाख पुलिसकर्मियों की नियुक्ति शीघ्र करने का निर्देश दिया। कहा कि बिहार पुलिस की संख्या बढ़ाने के लिये विभिन्न श्रेणियों में 229139 पद स्वीकृत किये जा चुके हैं। 106436 पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। शेष रिक्त पदों पर बहाली शीघ्र करें।

हर थाने में महिला अफसर व कर्मियों का पदस्थापन हो

सीएम ने कहा है कि हर थाने में महिला पदाधिकारी एवं महिला पुलिसकर्मियों का पदस्थापन करें। थाने आने वालों के साथ अच्छा व्यवहार हो, उनकी बातें सुनी जाय। हमने वर्ष 2013 से ही पुलिस में महिलाओं के लिये 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। अभी बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या लगभग 30 हजार हो गयी है। पुलिस बल में महिलाओं की संख्या बढ़ने से थानों में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं को समस्याओं के समाधान में सहूलियत हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गश्ती में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। रात्रि गश्ती और तेज करें। रात्रि एवं पैदल गश्ती को और प्रभावी बनाने के लिये वरीय पदाधिकारी क्षेत्र में जाकर रात्रि में स्वयं औचक निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें, गड़बड़ी करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई करें। इसमें जो पदाधिकारी संलिप्त हैं, उनको भी चिह्नित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसी तरह अवैध खनन को रोकने के लिये सख्ती से कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। बिहार में साम्प्रदायिक सद्भाव का माहौल कायम है। इसके लिये पुलिसकर्मियों ने अच्छा काम किया है। प्रशासन और पुलिस पूरी मुश्तैदी के साथ असामाजिक तत्वों पर नजर बनाये रखें।