केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं', जेल में 8.5 किलो वजन गिरा, 5 बार शुगर लेवल हुआ कम, संजय सिंह ने किया दावा

 आप सांसद संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल की सेहत से जुड़ी चौंकाने वाली बात बताई है. संजय सिंह ने एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार का मकसद केजरीवाल को जेल में रखकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करना है. आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि भाजपा और उसकी केंद्र सरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जिंदगी से खेल रही है, जिनका वजन जेल में रहने के दौरान 8.5 किलोग्राम कम हो गया है और शुगर लेवल 50 मिलीग्राम/डीएल से नीचे पांच बार जा चुका है.

जेल से नहीं आए तो हालात खराब

सिंह के दावों पर भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘उनकी स्वास्थ्य स्थिति ऐसी है कि अगर उन्हें जल्द जेल से बाहर नहीं लाया गया और इलाज नहीं किया गया तो उनके साथ कोई भी गंभीर घटना घट सकती है.’’

संजय सिंह ने बताया‌ कि डॉक्टरों के मुताबिक ऐसी हालत में कोई कोमा में भी जा सकता है. रात के समय जेल कोई डॉक्टर भी नहीं रहता. संजय सिंह ने कहा, जरूरत इस बात है कि केजरीवाल को जेल से बाहर निकालकर उनकी अच्छे से जांच और उपचार कराया जाए. लेकिन केंद्र सरकार उन्हें जेल से बाहर आने ही नहीं दे रही. ऐसे में उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है.

संजय सिंह ने जालंधर के उप चुनाव में आप प्रत्याशी की जीत पर बधाई देते हुए कहा कि वहां राज्य सरकार बहुत मजबूत है, जनता भी सरकार के काम से खुश है. जबकि जो आप को छोड़कर गया, उसकी राजनीति ही खत्म हो गई.

सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में से 10 में मिली जीत पर बोले राहुल गांधी, भारत की जनता ने लोकतंत्र और संविधान को बचाया

विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के सदस्यों ने सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में से 10 में जीत हासिल की और कहा कि ये परिणाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ बढ़ते असंतोष को दर्शाते हैं, जिसने 10 जुलाई को हुए मतदान में से केवल दो निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की। ​​जीत के बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा द्वारा बुना गया “भय और भ्रम” का जाल टूट गया है।

राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर हिंदी में लिखा, “भारत की जनता ने संविधान और लोकतंत्र को बचा लिया है। देश की वंचित और गरीब आबादी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए भारत के साथ खड़ी है। गठबंधन के सभी सहयोगियों और कांग्रेस के शेर कार्यकर्ताओं को बधाई।” नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “सात राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा द्वारा बुना गया ‘भय और भ्रम’ का जाल टूट चुका है। किसान, युवा, मजदूर, व्यापारी, नौकरीपेशा समेत हर वर्ग तानाशाही को खत्म कर न्याय का राज स्थापित करना चाहता है।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इंडिया ब्लॉक सदस्यों की जीत की प्रशंसा की और कहा कि यह जीत दर्शाती है कि लोगों ने “भाजपा के अहंकार, कुशासन और नकारात्मक राजनीति” को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। हालांकि, भाजपा ने इस जश्न को लेकर विपक्षी गठबंधन का मजाक उड़ाया और भारतीय जनता पार्टी के उत्साह में सेंध लगाते हुए तर्क दिया कि सत्तारूढ़ पार्टी के पास तो उपचुनाव वाली 13 सीटें भी नहीं हैं।

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जिन तीन सीटों पर चुनाव हुआ, वे पहले निर्दलीयों के पास थीं, जबकि उत्तराखंड में दोनों सीटें कांग्रेस के पास थीं। बुधवार को भारत के सात राज्यों की 13 सीटों पर मतदान हुआ। इनमें पश्चिम बंगाल की चार, उत्तराखंड की दो, हिमाचल प्रदेश की तीन और पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार और तमिलनाडु की एक-एक सीट शामिल हैं।

मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को लेकर लिया बड़ा फैसला, विधानसभा चुनाव से पहले उठाया ये बड़ा कदम

मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को लेकर का बड़ा फैसला लिया है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की ताकत बढ़ा दी है. जम्मू-कश्मीर में कुछ समय बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 में संशोधन किया है. इसके बाद अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल के पास होगा.

इस संशोधन से पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित मामलों में उपराज्यपाल की शक्ति और अधिक बढ़ जएगी. उनके काम करने का दायरा भी बढ़ जाएगा. लगभग सभी क्षेत्रों में उन्हे वो सारे अधिकार मिल जाएंगे, जिसमें जिसमें वित्त विभाग की पूर्व सहमति की आवश्यकता होती है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी है. इसमें LG को अधिक शक्ति प्रदान करने वाले नियम जोड़े गए हैं.

जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम में संशोधन के बाद पुलिस, पब्लिक ऑर्डर, ऑल इंडिया सर्विस और एंटी करप्शन ब्यूरो से रिलेटेड प्रस्तावों पर वित्त विभाग की सहमति के बिना फैसला लेने का अधिकार उपराज्यपाल के पास रहेगा. 42A- डिपार्टमेंट ऑफ लॉ, जस्टिस एंड पार्लियामेंट्री अफेयर्स विभागों में वकील-एडवोकेट जनरल और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मुख्य सचिव और सीएम के जरिए उपराज्यपाल के समक्ष पेश किया जाएगा. 42B-अभियोजन स्वीकृति देने या अस्वीकार करने या अपील दायर करने के संबंध में कोई भी प्रस्ताव विधि विभाग द्वारा मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष रखा जाएगा.

मोदी सरकार के इस फैसले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाया है. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल को अधिक शक्तियां देने पर उन्होंने कहा है कि अब छोटी से छोटी नियुक्ति के लिए भीख मांगनी पड़ेगी. जम्मू-कश्मीर को रबर स्टांप मुख्यमंत्री नहीं चाहिए. जम्मू-कश्मीर के लोग बेहतर सीएम के हकदार हैं.

बड़ा हादसा: 200 फीट गहरी खाई में ग‍िरी यात्र‍ियों से भरी बस, मची चीख-पुकार, दो की मौत और 26 घायल, नौ की हालत गंभीर

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक दर्दनाक बस हादसा हुआ है। बता दें कि, यात्रियों से भरी एक बस 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 26 लोग घायल हुए हैं।

घायलों में से 9 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए डोडा के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस में तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ। ड्राइवर ने बस को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की, लेकिन असफल रहा।

डोडा के डीसी हरविंदर सिंह ने घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि हादसे की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मुंबई में शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और NCP (शरद चंद्र पवार) के चीफ शरद पवार से मिली ममता बनर्जी, कहा, खेला शुरू हो गया

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीजेपी पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं और शुक्रवार को मुंबई पहुंचने के बाद भी उन्होंने ऐसा ही किया. मुंबई पहुंचकर ममता बनर्जी ने शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और NCP (शरद चंद्र पवार) के चीफ शरद पवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा, 'खेला शुरू हो गया है और मोदी सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी.' लोकसभा चुनाव 2024 के बाद ममता बनर्जी की उद्धव ठाकरे और शरद पवार से ये पहली मुलाकात थी. 

दरअसल, अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी में शिरकत करने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुंबई पहुंची थीं. मुंबई दौरे के दौरान ही ममता बनर्जी ने उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में उनसे मुलाकात की. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर राजनीतिक चर्चा हुई. 

सीएम ममता बनर्जी ने मुलाकात के बाद बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. ममता ने कहा, 'मौजूदा केंद्र सरकार स्थिर नहीं है और ये ज्यादा दिन नहीं टिकेगी. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे दिखा रहे हैं कि विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया है. खेला शुरू हो गया है और अब ये जारी रहेगा.'

25 जून को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मनाने के केंद्र के फैसले की भी CM ममता ने आलोचना की. उन्होंने कहा, 'आपातकाल की स्थिति तो सबसे ज्यादा पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान देखी जा रही है क्योंकि उनके पीएम रहते हुए सबसे ज्यादा इमरजेंसी जैसे हालात बने. जब तीन नए कानूनों - भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) से जुड़ा बिल संसद में पेश किया था तो उस समय किसी से भी सलाह नहीं ली गई. ये तीन आपराधिक कानून संशोधन विधेयक तब पारित किए गए जब बड़ी संख्या में सांसदों को सदन से निलंबित किया हुआ था.'

ममता बनर्जी ने मुलाकात के बाद कहा कि वो इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के लिए प्रचार करेंगी. मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम दोनों के बीच भाई-बहन का रिश्ता है. शिवसेना (यूबीटी) ने ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे की इस मुलाकात की फोटो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर की है.

देश को ऑक्सीजन देने का काम करता है मध्यप्रदेश...इंदौर में बोले अमित शाह, कहा- इंदौरवासियों को हृदय से धन्यवाद

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के लिए इंदौर की तारीफ करते हुए दिल से धन्यवाद किया हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैंपेन का नारा एक आंदोलन बन गया है। देशभर में हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक वृक्ष लगा रहा है। भारत को ऑक्सीजन देने का काम मध्य प्रदेश करता है, 31 प्रतिशत फॉरेस्ट वन विभाग है। पूरे देश में कुल वन विभाग का 12% एमपी में है, राज्य के अंदर पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन का भी बढ़ावा हुआ है। इसके लिए मध्य प्रदेश को बधाई देता हूं।

इंदौर में एक पेड़ मां के नाम अभियान कार्यक्रम आयोजित किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम डॉ मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गी सहित तमाम मंत्री और विधायकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इंदौरवासियों को हृदय से धन्यवाद, एक पेड़ मां के नाम अभियान को चलाया है। इंदौर अपनी मां को और धरती माता को दोनों को एक प्रकार से प्रणाम करने का काम कर रहा है। इंदौर पूरे देश में स्वच्छता और स्वाद के लिए जाना जाता है, सुशासन, सहयोग, सहभागिता के लिए भी जाना जाता है। आज से इंदौर ‘एक पेड़ मां के नाम’ के नाम से भी जाना जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज जो आप विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं, मां अहिल्याबाई की नगरी को नया कीर्तिमान विश्व में प्रसिद्ध करेगा। इंदौर स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मार्डियन एजुकेशन का हब बना हैं, अब ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा या हम सबके लिए आनंद की बात है। यह कार्यक्रम शासन का नहीं है, शासन कार्यक्रम को सफल नहीं कर सकता, आंदोलन को सफल नहीं कर सकता। पूरी इंदौर की जनता को जोड़ा है। महापौर अलग-अलग वन बनाने की शुरुआत की। अमरुद, बरमुंडा, बेलपत्र, सीताफल वाला जैसे ऐसे वृक्षों को भी स्थान दिया है। 11 लाख पौधे लगाने के स्थान पर तीन तालाब बनाकर उनके सिंचाई की भी व्यवस्था की गई है। बीएसएफ के जवानों को भी मन से सलूट करना चाहता हूं। कन्याकुमारी से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक बंगाल से लेकर गुजरात तक 5 करोड़ पेड़ CISF ने लगाए हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि इस साल 5 करोड़ और पौधे लगाएंगे। आने वाले समय में एक करोड़ पौधे लगाएंगे। 6 करोड़ पौधे लगाने का हमारा काम पूरा हो जाएगा। वृक्ष का हमारे ग्रथों में जिक्र है, मत्स्य पुराण में लिखा गया है कि 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब होता है। 10 तालाब के बराबर एक पुत्र होता है। 10 पुत्र के बराबर एक वृक्ष होता है. तब जाकर एक वृक्ष का पूर्ण हमको मिलता है। जिस तरह से विकास हो रहा है हमारी सुविधा हम बढ़ा रहे हैं। एक समय है पीएम मोदी ने पीछे मुड़कर आने वाली पीढ़ी के लिए देखिए पर्यावरण की चिंता देश नहीं पूरी दुनिया को करने की आवश्यकता है।

46 सालों के बाद खोला गया जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार, की गईं विशेष तैयारियां

डेस्क: ओडिशा के पुरी में मौजूद जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को आज खोल दिया गया है। राज्य सरकार के द्वारा किए गए तमाम प्रयासों के बाद आज रत्न भंडार को खोला गया। वहीं बता दें कि रत्न भंडार के दोबारा खुलने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में विशेष बक्से लाए गए। रत्न भंडार खुलने से पहले मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके साथ ही तमाम तरह की तैयारियां की गई हैं।

निरीक्षण समित के अध्यक्ष ने दी जानकारी

इसे लेकर निरीक्षण समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिश्वनाथ रथ ने कहा, "जैसा कि तय किया गया था, और जैसा कि सभी को पता था, सरकार पहले ही तीन भागों में आवश्यक एसओपी लेकर आ चुकी है। एक रत्न भंडार खोलने के लिए, फिर आभूषणों और कीमती सामानों को अपने कब्जे में लेने के लिए।" दोनों 'भंडारों' में गर्भ गृह के अंदर पूर्व-आवंटित कमरों के लिए आज हमने एक बैठक बुलाई जिसमें हमने उद्घाटन और आभूषणों की देखभाल के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। बैठक में हुई चर्चा के अनुसार और 'पुरोहितों' और 'मुक्ति मंडप' के सुझावों के अनुसार, रत्न भंडार खोलने का सही समय दोपहर 1:28 बजे है। यह प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्डिंग के दो सेटों के साथ की जाएगी और दो प्रमाणीकरण होंगे। यह एक चुनौती होगी क्योंकि 1985 में इसके आखिरी बार खुलने के बाद से हमें अंदर की स्थिति का पता नहीं है।''

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने कहा, "हमने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के उचित प्रबंध किए हैं। सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर QRT की तैनाती की गई है। इसके अलावा, हमने आकस्मिक व्यवस्था भी की है और सभी योजनाएं तैयार हैं। मंदिर में होने वाले दैनिक अनुष्ठान हमेशा की तरह होंगे। केवल पहचाने गए सेवकों को ही मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी, जिनकी आज ड्यूटी है।"

सीएमओ ने एक्स पर पोस्ट कर दी जानकारी

ओडिशा सीएमओ ने भी रत्न भंडार खोले जाने की जानकारी दी है। सीएमओ की तरफ से जारी एक पत्र में लिखा गया, 'जय जगन्नाथ, हे प्रभो! आप लयबद्ध हैं। तेरी चाह से सारा संसार त्रस्त है। आप रूढ़िवादी राष्ट्र की धड़कन हैं। ऑर्डेयन जाति की अस्मिता और स्वविमान का सर्वोत्तम परिचय। आपकी इच्छानुसार आज ओडोनिया समुदाय ने अपनी अस्मिता पहचान को लेकर आगे बढ़ने का प्रयास शुरू कर दिया है। आपकी इच्छा से सबसे पहले मंदिर के चारों दरवाजे खोले गए। आज आपकी वसीयत के 46 वर्ष बाद वह रत्न एक महान उद्देश्य से खोला गया। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह महान कार्य सफल होगा। आपके आशीर्वाद से, सभी रूढ़िवादी जाति, वर्ण, वर्ण, रंग और सर्वोपरि राजनीति के मतभेदों को भूलकर आध्यात्मिक और भौतिक जगत में ओडिशा की एक नई पहचान बनाने के लिए आगे बढ़ें, ऐसी मेरी प्रार्थना है।'

क्या ट्रंप पर हमले की पुलिस को पहले ही मिली थी खबर, फिर भी नहीं लिया एक्शन? चश्मदीद का बड़ा दावा

डेस्क: अमेरिका के पेनसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद कई खुलासे हो रहे हैं. हमलावर की पहचान एफबीआई ने थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के तौर पर की है, जो बटलर काउंटी क्षेत्र का रहने वाला था. उसकी उम्र 20 साल थी. पूर्व राष्ट्रपति पर हमला करते ही उनके सीक्रेट एजेंट ने हमलावर को तत्काल मार गिराया. गोलीबारी में ट्रंप घायल हुए हैं, उनके अलावा रैली में शामिल दो अन्य लोग भी जख्मी हुए. इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है.

वहीं, गोलीबारी के दौरान वहां मौजूद के एक चश्मदीद ने कई चौंकाने वाला खुलासे किए हैं. उसने बताया कि हमले से पहले उसने पुलिस और सीक्रेट सर्विस को छत पर हो रही संदिग्ध के गतिविधि को लेकर चेतावनी दी थी. उसने पुलिस को वहां राइफल होने के बारे में भी बताया था.

ट्रंप पर हमले के चश्मदीद ने क्या बताया?

चश्मदीद शख्स ने BBC को दिए एक इंटरव्यू में बताया, "मैंने देखा कि हमारे सामने वाली बिल्डिंग की छत पर एक संदिग्ध नीचे लेटकर निशाना लगा रहा था, जो हमसे लगभग 50 फीट की दूरी पर था. हम वहां छत पर लेटकर निशाना लगा रहे संदिग्ध की ओर इशारा कर रहे थे." उसने आगे बताया, "उसके पास एक राइफल थी, जिसे हम साफ तौर पर देख सकते थे. पुलिस नीचे जमीन पर इधर-उधर गश्त लगा रही थी और हम लगातार उनसे कह रहे थे कि छत पर एक आदमी राइफल के साथ है. हालांकि, पुलिस ने हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया."

सीक्रेट सर्विस ने हमें देखकर किया नजरअंदाज: चश्मदीद

चश्मदीद ने आगे बताया, "जब हम संदिग्ध की ओर इशारा कर रहे थे, तो सीक्रेट सर्विस हमारी तरफ देख रही थी और आगे जो मुझे याद है कि वहां गोलियां चलने लगी." इंटरव्यू के दौरान जब उससे पूछा गया कि, क्या आपको यकीन है कि छत पर मौजूद संदिग्ध ने ही ट्रंप पर गोली चलाई है? इस पर उसने कहा, "एक सौ प्रतिशत, क्योंकि वह व्यक्ति कम से कम 4 मिनट से छत पर था और इस दौरान वह लगातार ट्रंप की ओर निशाना साध रहा था."

120 मीटर की दूरी से चली गोली

बता दें कि इस जानलेवा हमले के दौरान 78 वर्षीय रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी, जिससे वह बाल-बाल बच गए. हमलावर ने रैली में मौजूद एक ट्रंप समर्थक को भी मार डाला है. इसके साथ ही 2 अन्य समर्थक गंभीर रूप से घायल हो गए. ट्रंप जिस मंच से भाषण दे रहे थे, वहां से करीब 120 मीटर की दूरी पर एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के छत से हमला हुआ था. चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप पर हुए इस हमले की सभी नेताओं ने निंदा भी की है.

कौन है डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाला शख्स? सामने आई हमलावर की पहली तस्वीर

डेस्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाले शख्स की पहली तस्वीरें सामने आ गई हैं. इन तस्वीरों में हमलावर को खुले बालों में देखा जा सकता है. हालांकि, ये तस्वीरें पेनसिल्वेनिया के बटलर शहर में हो रही चुनावी रैली पर हमले के वक्त की नहीं हैं, जब हमला किया गया था. पूर्व राष्ट्रपति पर गोली चलाने वाले हमलावर की पहचान 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के तौर पर हुई है, जो बेथल पार्क नाम की जगह का रहने वाला है. 

बेथल पार्क एक गांव है, जो पेनसिल्वेनिया राज्य में ही स्थित है. घटनास्थल ये से गांव 40 मील दक्षिण में है. डोनाल्ड ट्रंप पर उस वक्त हमला हुआ, जब वह राज्य के बटलर शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. ट्रंप की तरफ गोली चलाई गई, जो उनके कान को छूते हुए निकल गई. इस हमले के बाद सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर्स ने तुरंत हमलावर को ढेर कर दिया. हमलावर के पास से एआर-स्टाइल राइफल भी बरामद हुई है. 

ट्रंप पर हमले की वजह अभी तक नहीं आई सामने

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, अभी तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आ पाई है कि मैथ्यू ने किस वजह से ट्रंप पर हमला किया. इस हमले में रैली में शामिल एक शख्स की मौत हुई है, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के स्पेशल एजेंट केविन रोजेक ने कहा कि हमें इस बात को लेकर सबसे ज्यादा हैरानी है कि शूटर ने कई राउंड गोलियां चलाईं. एफबीआई भी ट्रंप पर हुए हमले की जांच कर रही है. 

मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट से मंच पर खड़े ट्रंप पर चलाईं गोलियां

न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, बटलर शहर में खुले में चुनावी रैली चल रही थी, जिस पर क्रूक्स ने गोलियां चलाईं. एक गोली ट्रंप के कान को छूकर निकल गई. क्रूक्स एक मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट की छत पर तैनात था, जहां से बटलर फार्म शो मैदान में बनाया गया मंच 130 गज से ज्यादा दूरी पर मौजूद था. उसने पहले तीन राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली ट्रंप को लगी. इसके बाद जब सब लोग नीचे बैठ गए तो फिर से हमलावर ने चार से पांच राउंड गोलियां चलाईं.

भारत इन पेरिस' ओलंपिक मैराथन को दिखाई गई हरी झंडी, इस बार भारतीय एथलीट रच सकते हैं इतिहास
डेस्क: पिछले महीने भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में इतिहास रचा। अब एथलीट्स के पास इस महीने के आखिर में होने वाले पेरिस ओलंपिक में दम दिखाने का मौका है। इस महीने 2024 ओलंपित 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेगा, जो पेरिस में आयोजित किया जाएगा। इस साल 113 भारतीय एथलीट्स ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली में 'भारत इन पेरिस' ओलंपिक जागरूकता दौड़ को हरी झंडी दिखाई। भारत के लिए पिछला यानी टोक्यो ओलंपिक भी सफल रहा था। तब देश को कुल 7 मेडल मिले थे। इस बार भी ओलंपिक में भारतीय एथलीट्स के पास पुराने सारे रिकॉर्ड्स ध्वस्त करने का मौका है। इस बार भारत को डबल अंक में मेडल मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अलग ऐसा होता है तो ओलंपिक में भी भारत इतिहास रचने में कामयाब रहेगा। पिछली बार कैसा रहा था प्रदर्शन? ओलंपिक इतिहास में भारत का सबसे दमदार प्रदर्शन पिछली बार टोक्यो गेम्स में रहा था। भारत ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर, 4 ब्रॉन्ज समेत कुछ 7 मेडल जीते थे। इनमें से नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो यानी भाला फेंक में गोल्ड दिलाया था। 2 सिल्वर मेडल मीराबाई चानू ने 49 किग्रा वेटलिफ्टिंग और रवि दहिया ने पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा रेसलिंग में दिलाया था। इसके अलावा 4 ब्रॉन्ज मेडल लवलीना बोरगोहेन ने विमेंस वेल्टरवेट बॉक्सिंग, पीवी सिंधु ने विमेंस सिंगल्स बैडमिंटन, बजरंग पुनिया ने मेंस 65 किग्रा रेसलिंग और भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने दिलाए थे।

डेस्क: पिछले महीने भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में इतिहास रचा। अब एथलीट्स के पास इस महीने के आखिर में होने वाले पेरिस ओलंपिक में दम दिखाने का मौका है। इस महीने 2024 ओलंपित 26 जुलाई से 11