भदोही में मनाया गया विश्व जनसंख्या दिवस आयोजित हुआ कार्यक्रम, मौजूद लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के लिए किया गया जागरूक
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। विश्व जनसंख्या दिवस एक वार्षिक आयोजन है, जो हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिवस की स्थापना वैश्विक जनसंख्या वृद्धि से जुड़े प्रमुख मुद्दों तथा विकास एवं स्थिरता पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी।वर्ल्डोमीटर के अनुसार , वर्तमान वैश्विक जनसंख्या 8,120,886,060 है और यह बढ़ रही है।हाल के समय में विश्व की जनसंख्या में बड़ा बदलाव आया है।
जनसंख्या को एक अरब तक पहुंचने में सदियां लग गईं, हालांकि, कुछ सौ वर्षों में ही यह सात गुना बढ़ गई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2011 में जनसंख्या 7 अरब तक पहुंच गयी। इस तीव्र वृद्धि के कारण कई महत्वपूर्ण चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं। भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश भी बन गया है। 11 जुलाई 1987 को वैश्विक जनसंख्या अनुमानतः पांच अरब तक पहुंच गई थी।
इस मील के पत्थर ने विश्व भर का ध्यान आकर्षित किया तथा जनसंख्या वृद्धि के बारे में चर्चा शुरू हो गयी। यही कारण है कि 11 जुलाई को "पांच अरब का दिन" के रूप में जाना जाने लगा। इस आयोजन की रुचि ने जनसंख्या संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए एक समर्पित मंच की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।ज्ञानपुर नगर स्थित महाराजा चेत सिंह जिला अस्पताल में बृहस्पतिवार को विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का अपर जिला अधिकारी वीरेंद्र मौर्य एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर एवं दीप जलाकर शुभारंभ किया।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं आशा बहुएं मौजूद रही।जिला अस्पताल में विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अथिति अपर जिला अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या देश के विकास में अवरोध है। इसलिए हम सभी आम जनमानस का परम कर्तव्य है कि बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाएं और देश के विकास में अपना अहम योगदान निभाएं ।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि अपने आप में एक विस्फोटक है। ऐसे में हर व्यक्ति को जनसंख्या वृद्धि रोकने में अपनी महती भूमिका निभाना चाहिए । उन्होंने कहा कि आज विश्व जनसंख्या दिवस पर यह कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। जिसमें शामिल स्वास्थ्य कर्मियों एवं आशा बहनों द्वारा लोगों को जागरुक कर जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए आवाहन करेंगे। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा कर्मचारी सहित काफी संख्या में आशा बहुएं वह आम जनमानस मौजूद रहे।
Jul 12 2024, 16:13