10 दिनो तक सरसंघचालक मोहन भागवत रांची करेंगे प्रवास, 12 जुलाई से संगठनात्मक प्रांतों की शुरू होगी बैठक



रिपोर्टर: जयंत कुमार 

रांची : राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की वार्षिक बैठक इस बार रांची में हो रही है। इस बैठक में भाग लेने के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी रांची पहुंच चुके है। 12 जुलाई से शुरू होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए संगठन के सभी प्रांत प्रचारक का रांची आने का सिलसिला जारी है।

मोहन भागवत 10 दिनों तक रांची में प्रवास करेंगे। इस दौरान वह रांची के सरला बिरला यूनिवर्सिटी में 12 से 14 जुलाई तक अखिल भारतीय स्तर की प्रांत प्रचारकों की बैठक में हिस्सा लेंगे। देश भर के सभी 47 प्रांत प्रचारक इस बैठक में उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में प्रांत प्रचारक मई-जून में आयोजित आरएसएस प्रशिक्षण शिविरों की समीक्षा करेंगे। आने वाले वर्ष में संगठन के विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर भी विचार-विमर्श करेंगे साथ ही संघ के शताब्दी वर्ष ( 2025-26) के आग्रह व उपक्रमों पर बैठक में विचार विमर्श होगा। बैठक में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी सह सरकार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल, सीआर मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, आलोक कुमार, अतुल लिमये सहित कार्यकारिणी के सदस्य इस बैठक में भाग लेंगे।

हेमंत कैबिनेट के मंत्रियों ने किया पदभार ग्रहण

बन्ना गुप्ता बोले- अब अपने स्तर पर बुनियादी जरुरतें पूरी कर सकेंगे अस्पताल प्रबंधन।

मिथिलेश ठाकुर ने कहा स्वच्छ पेय जल उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता।

रांची : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को तीसरी बार स्वास्थ विभाग मिलने के बाद कहा , आखिर एक चुनी हुई बहुमत की सरकार में क्या परिस्थिति पैदा हुई कि तीन बार शपथ लेना पड़ा। 

ये परिस्थिति एक सोची समझी साजिश के तहत बीजेपी कब षड्यंत्र से हुआ है। सरकार अंतिम वर्ष के कार्यकाल में है, अल्प समय में भी बहुत मजबूती से राज्य हित में काम करेंगे। हमारी प्राथमिकता है सभी अस्पतालों को व्यवस्थित कर आगे बढ़ाया जाए। स्वास्थ्य विभाग में कुछ एक्सपेरिमेंट भी किया गया है।

 पैसे के आभाव में किसी चीज की कमी न हो उसके लिए अलग से राशि का प्रबंध किया है। मुख्यमंत्री गंभीर योजना को सरल और सहज बनाने के लिए पांच लाख तक की राशि को बढ़ा कर 15 लाख तक करने का काम किया है। बन्ना गुप्ता को खाद्य आपूर्ति विभाग भी मिला है। इस पर उन्होंने कहा हम लोग लोकतंत्र में हैं, राजनीति में तेजी से गिरावट आई है। हर विभाग हमारे लिए महत्वपूर्ण है। मानवीय दृष्टिकोण नहीं बदलेगा । जहां भी काम करने का मौका मिलेगा करेगें।

मंत्री मिथिलेश ठाकुर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का चार्ज लेने के बाद कहा, वक्त की बात करें , तो हमारा जो कार्यकाल रहा , जनता ने जो जिम्मेदारी सौंपी ,उसके बाद ऐसी परिस्थिति बनी अपने संकल्प पर तेजी से नहीं दौर पाए। खजाना खाली मिला था, इसके बावजूद हेमंत सोरेन जी ने अच्छा प्रबंधन दिखाने का काम किया और कोविड में भी झारखंड का डंका बजा। 

तब कोविड पर भी काबू पाया , योजनाओं को लागू करते रहे।

 जिस तरह से हेमंत सोरेन का जेल जाना फिर बाहर आना उसके बाद चंपई सोरेन अपनी जिम्मेदारी लौटने का काम किया। वाकई में झारखंड तो राजनीति का एक प्रयोगशाला ही बन गया है , हमें भी तीन तीन बार शपथ लेना पड़ा। पुनः हमें वही विभाग मिला है ऐसे में राज्य की जनता को स्वच्छ पेय जल उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता रहेगी। हम 53% से ज्यादा घरों से तक नल से जल पहुंचाने में सफल हुए हैं। पूरी मॉनिटरिंग राज्य सरकार की होती है , हमारी भूगोलित स्थति अन्य राज्यों से अलग है इस लिए कई बाधाएं भी आती है। जल्दी ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।

आज विनायक चतुर्थी के शुभ मुहूर्त भगवान गणेश को समर्पित चतुर्थी पर्व मनाया गया


सरायकेला : आज विनायक चतुर्थी के शुभ मुहूर्त भगवान गणेश को समर्पित चतुर्थी पर्व मनाया जाता, कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष चतुर्थी पर भगवान व्रत रखा जाता है ।

साथ ही भगवान जगन्नाथ महाप्रभु की रथ यात्रा के दो दिन बाद आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी में मां 18 भुजा दुर्गा की एक रूप मां विपत्ति तारणी के नाम से प्रचलित है,आज रथ यात्रा के बाद पहली मंगलबार और शनिवार को मां विपत्ति तारिणी स्वरूपा भगवती दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। 

आषाढ़ मास के तृतीय से नवमी तक अथवा घूरती रथ के अंदर विपत्ति तारणी की पूजा की जाती है।

जयदेव वेनार्जी भटचार्ज ने बताया की रथ यात्रा के दो दिनों पश्चात आने वाले पहले मंगलवार अथवा शनिवार को मन बिपदतारिणी की पूजा होती है यह देवी दुर्गा जी का ही एक रूप है जिनकी स्वरूप में 18 भुजा वाली मां सर्व संकट से दूर रखती है और सर्व बाधा से निवारण करती है। 

 इसलिए मां को बिपदतारिणी के रूप में माना जाता है पूजा के दिन महिलाएं व्रत रखकर माता की पूजन कथा सुनने के बाद मां के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर एक दूसरे को सिन्दूर लगाती है और रक्षा सूत्र बांधती है। पूजा के आठवे दिन के बाद उक्त धागे (रखा सूत्र) को जल में परवाह कर उसके स्थान पर मां के नाम से नया धागा बांधा जाता है। 

मान्यता है की मां बिपदतारिणी की पूजा से घर के सभी क्लह, कष्ट और दुख का विनाश होता है और चारों और समृद्धि छा जाती है।

 मां की पूजा अर्चना करने पहुंचे महिला व्रती द्वारा व्रत रखकर पूजा अर्चना करने दुर्गा मंदिर ,काली मंदिर,हरिमंदिर या भटचार्ज द्वारा आपने घरों में माताओं को पूजा अर्चना कराते हे।कोई प्रकार के प्रसाद मां विपत्ति तारणी की चढ़ावा दिया जाता हे। सुबह से साम तक मंदिर में लंबी कतार से महिलाए की खड़ी होकर मां की भगवती दुर्गा के विपत्ति तारणी स्वरूपा को बारंबार याद करने लगते ।एक दर्शक में एक राजा जब रानी से उस थाली में सजा सामान के बारे में जानकारी प्राप्त की तो रानी भी भयवित हो गई ।इसके बाद इस विपत्ति से निपटने के लिए रानी भगवती मां दुर्गा की बारंबार याद करने लगी । उनसे अनुनय -विनय और प्राथना की अब उसे मां ही बचाएं क्योंकि उस थाली में मांस साजा हुआ था।रानी ने नौकारिन से एक बार मांस खाने की इच्छा जाहिर किया था । ओर जब राजा ने देखा तो उस थाली में मां विपत्ति तारणि की कृपा से फल और फूलो से सज गया था ।इसके बाद से सभी की दुःख हरने वाले मां की पूजा करने लगा ।आज भी चले आरहा है ।

झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता हेमलाल मुर्मू ने बाबूलाल को भाजपा की पालकी ढोने को कहा, मुख्यमंत्री बनना उनके नसीब में नहीं

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता हेमलाल मुर्मू ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के विश्वासमत हासिल करने कहा, यह इस राज्य की जनता की जीत है, साथ ही इंडिया गठबंधन के सभी विधायकों को धन्यवाद भी किया...

हेमलाल मुर्मू ने भाजपा बड़ी आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के कारण ही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को कठिन कारावास में 5 महीना गुजरना पड़ा है। लेकिन हाइकोर्ट के फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा षड्यंत्र किया गया है। उन्होंने हेमंत सोरेन की तुलना सोने से करते हुए कहा जिस प्रकार सोना को जितना गलाया जाए वह उतना ही चमकता है, उसी प्रकार हेमन्त भी सोने की तरह तप कर,चमक रहे है। और इस राज्य को भी चमकाने का काम कर रहे है।

इस दौरान उन्होंने बाबूलाल को लेकर भी बड़ी बात कह डाली। उन्होंने कहा बाबूलाल मरांडी के नसीब में बीजेपी का पालकी ढोना ही है , मुख्यमंत्री बनना बाबूलाल के नसीब में नही है। राज्य के लोग फिर से इंडिया गठबंधन को बहुमत देकर पुनः सरकार बनवाएगी ...बीजेपी सत्ता से बाहर ही रहेगी ।

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के माध्यम से NIOS में करा सकेंगे नामांकन


15-18 आयुवर्ग के बाहर ड्राॅपआउट बच्चों को भी पढ़ाई का अवसर 

नामांकन कराने के लिए गूगल फॉर्म में कराना होगा रजिस्ट्रेशन, जाने क्या है प्रक्रिया

रांची : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के तहत समग्र शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के द्वारा आउट ऑफ़ स्कूल या ड्रॉपआउट हो चुके 15-18 आयुवर्ग के बच्चो को अपनी पढ़ाई NIOS (National Institute of Open Schooling) के माध्यम से जारी रखने का अवसर मिल रहा हैं। झारखंड शिक्षा परियोजना की पहल पर ऐसे बच्चे जो 15 से 18 आयुवर्ग के हैं और किन्ही कारणों से विद्यालय नहीं जा पाए हैं और ड्राप आउट हो चुके है। वैसे बच्चे 27 जुलाई, 2024 की शाम 5 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक पर पंजीकरण करा सकते है।

 वे अपनी इच्छानुसार वर्ग 3/5/8/10/12 कक्षाओं की पढ़ाई पूरी करने के लिए पंजीकरण करवा सकेंगे। 

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा उक्त आयुवर्ग के बच्चो की संख्या ज्ञात की जा रही है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक आदित्य रंजन ने ऐसे बच्चे और उनके अभिभावकों से अपील की है कि जो बच्चे विद्यालय से बाहर रह गए हैं या ड्रॉपआउट हैं वे पुनः अपनी पढ़ाई आरंभ करे और उसे उन्हें पूर्ण करे। निःशुल्क पंजीकरण कराने के लिए छात्रों को https://forms.gle/e3k8fyJGk5trYQ4L6 पर जाकर अपना विवरण जमा करना होगा।

हेमंत सोरेन की 3.0 कैबिनेट ने लिया फैसला, झारखंड में बनेगा विस्थापन आयोग


रांची : हेमंत सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही अपने सभी सहयोगी मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रोजेक्ट भवन मंत्रालय में पहली औपचारिक कैबिनेट बैठक की। कैबिनेट की बैठक में विस्थापन आयोग के गठन होने पर सहमति बनी है।

विस्थापन आयोग के तहत एक डाटा बेस तैयार किया जाएगा, ताकि खनन क्षेत्रों का एक दस्तावेज तैयार किया जा सके।इसमें इस बात का पूरा ब्योरा होगा कि झारखंड के लोगों को खनन गतिविधियों की वजह से क्या खोना पड़ता है। 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कैबिनेट में लिए इस फैसले को मीडिया के माध्यम से खुद राज्यवासियों को जानकारी देते हुए कहा कि सरकार का यह फैसला मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में माइनिंग गतिविधियां सबसे अधिक होती हैं। देश का 40% खनिज संपदा झारखंड में है लेकिन खनन से प्रभावित और विस्थापित होने वाले लोगों के लिये हमारी कोई नीति अब तक नहीं थी। इसलिए आज की कैबिनेट में हमने यह फैसला लिया है कि बहुत जल्द हम विस्थापन आयोग का गठन करेंगे। जो विस्थापित लोगों या निकट भविष्य में विस्थापन का दंश झेलने वाले लोगों का आर्थिक-सामाजिक सर्वे कर एक मसौदा और डाटा बेस तैयार करेगा।

11 मंत्रियों के साथ बनी हेमंत सोरेन 3.0 की सरकार,पूर्व सीएम चम्पई सोरेन को मिली कैबिनेट में जगह



रांची : झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन विश्वास मत के साथ ही आज मंत्रिमंडल का भी गठन हो गया है। हेमंत के कैबिनेट में 11 मंत्रियों ने आज शपथ ग्रहण किया। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को भी कैबिनेट में जगह मिली है। थोड़ी बहुत उलट फेर के साथ तीन नए मंत्री को इस हेमंत कैबिनेट में मंत्री पद का स्थान दिया गया है।

वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल में हेमंत सोरेन की यह दूसरी पारी होगी। हेमंत कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्रियों के बदलने की चर्चा थी। वहीं सीएम हेमंत सोरेन की इच्छा थी कि चंपाई सोरेन भी मंत्रिपरिषद का हिस्सा बनें, ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दे दी गई है वहीं तीन नए चेहरों की बात करें तो जामताड़ा के विधायक डा0 इरफान अंसारी है। लोकसभा में उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए शायद यह निर्णय लिया गया हो और पिछले सरकार में भी वह लगातार मंत्री पद के लिए प्रयास कर रहे थे। 

दूसरी वजह यह भी है कि आलमगीर आलम के बाद कांग्रेस कोटे से जगह खाली होने पर इरफान अंसारी जो अल्पसंख्यक से भी आते हैं उन्हें जगह दी गई है। मंत्री बनने के बाद इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ अपने आल्हा अधिकारियों का आभार जताया और उन्होंने कहा कि बेहतर काम करके दिखाएंगे। जनता के भरोसे पर खडा उतरने का प्रयास करेंगे।

कांग्रेस कोटे से ही दीपिका पांडे आती है जो महागामा विधानसभा से विधायक हैं इन्हें भी मंत्री पद दिया गया है। यह जगह उन्हे बादल पत्र लेख के स्थान पर दिया गया है। 

वहीं अगर झामुमो की बात कर तो विधायक बैजनाथ राम को भी हेमंत कैबिनेट में जगह मिला है। बैजनाथ राम को चंपई सोरेन की सरकार में भी मंत्री पद दिया जाना था लेकिन किन्हीं कारण वर्ष उनका नाम नहीं रखा गया लेकिन हेमंत के इस कैबिनेट में उन्हें जगह दे दी गई है। वही जमान से अन्य मंत्रियों की बात करें तो बेबी देवी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन, दीपक बिरूआ को मंत्री पद मिला है।

कांग्रेस में बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव फिर से मंत्री बने है वही राजद से सत्यानंद भोक्ता को भी मंत्री बनया गया है। अब देखने वाली बात होगी कि बचे हुए कार्यकाल में इन मंत्री जनता के लिए कितना कार्य करते हैं।

हेमंत 3.0 सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार, चंपाई सोरेन भी होंगे मंत्री, तीन नए चेहरे को मिला जगह, जाने 6-4-1 का क्या है फार्मूला


रांची : झारखण्ड में विश्वास मत के साथ ही आज मंत्रिमंडल का भी गठन हो गया है। 11 मंत्रियों ने आज शपथ ग्रहण किया। 

वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल में हेमंत सोरेन की यह दूसरी पारी होगी। हेमंत कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्रियों के बदलने की चर्चा है। वहीं सीएम हेमंत सोरेन की इच्छा है कि चंपाई सोरेन भी मंत्रिपरिषद का हिस्सा बनें, ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल पर जगह दे दी गई है वहीं तीन नए चेहरों की बात करें तो इरफान अंसारी दीपिका पांडे और झामुमो के विधायक बैजनाथ राम को भी हेमंत कैबिनेट में जगह मिला है। 

आलमगीर आलम के बाद कांग्रेस कोटे से जगह खाली होने पर इरफान अंसारी जो अल्पसंख्यक से भी आते हैं उन्हें जगह दी गई है। वही बादल पत्र लेख जो कांग्रेस के विधायक है उनके जगह दीपिका पांडे को रखा गया है। और जमीन कोटे से बैजनाथ राम को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया।

अपडेट न्यूज़ :सदन में हेमंत सरकार को विश्वास मत हासिल करने के बाद, नेता विपक्ष ने अपने सम्बोधन में भ्रष्टाचार के साथ उठाया कानून व्यवस्था पर सवाल


रांची : सोमवार 8 जुलाई को झारखंड विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में हेमंत सोरेन की सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। सरकार के पक्ष में 45 विधायकों ने वोट किया। विपक्ष में 0 वोट पड़े। विपक्ष ने सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आए। 

सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर बहस में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने भाग लिया। फिर हेमंत सोरेन ने उसका जवाब दिया। तब मतविभाजन कराया गया।

स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को बहस की शुरुआत करने के लिए कहा. अमर बाउरी ने सरकार पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए। और राज्य में लचर कानून व्यवस्था पर भी सरकार को घेरा।

सदन की पूरी कार्रवाई के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आए। वही इस पर सबसे बड़ा सवाल यह उठा की महेश 3 महीने ही विधानसभा चुनाव के बचे हैं ऐसे में हेमंत सोरेन ने फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली आखिर ऐसा क्यों? क्या हेमंत सोरेन को कुर्सी का लालच आ गया या फिर 2024 विधानसभा चुनाव में जितने की तैयारी,,, इस पर भाजपा के विधायक विरींची नारायण ने कहा की हेमंत सोरेन सत्ता में आकर अपने पुराने सबूत को मिटाना चाहते हैं। एक ऐसा मुख्यमंत्री जो जेल गए और बिल में बाहर आए तो ऐसे मुख्यमंत्री का भाषण सुनने का कोई मतलब नहीं है इसलिए हम लोगों ने सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आए।

 वही झामुमो के विधायक मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा पहले अपने घर को झांक ले हमारे घर में झांकने का कोई मतलब नहीं है। जहां तक जमानत की बात है तो कोर्ट ने साफ कह दिया है कि ईडी के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है।

झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन पेश किया विश्वास प्रस्ताव, भाजपा सदन के बाहर किया हंगामा, कहा सोरेन परिवार सत्ता की भूखी है

 रांची : झारखंड विधानसभा का आज विशेष सत्र चल रहा है। सीएम हेमंत सोरेन ने विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश किया। इस पर सदन में चर्चा हो रही है। इसके बाद वोटिंग होगी।

सदन शुरू होने से पहले भाजपा ने सदन के बाहर जमकर बवाल काटा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमानत होने के बाद पुनः एक बार मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण को लेकर भाजपा ने कहा सोरेन परिवार को सत्ता की भूख लगी है। वही सत्ता पक्ष के विधायक ने कहा कि हमलोगो ने 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा था और जबकि अब वह जेल से बाहर आ गया है तो हम एक बार फिर अपने नेता हेमंत सोरेन को ही सत्ता में रखेंगे। 

इससे पहले मुख्यमंत्री खुद ड्राइव कर विधानसभा पहुंचे, उनके साथ उनकी पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी सदन पहुंचीं। विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नेचा प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने बेरोजगारी और अपराध के मुद्दे को उठाया। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज चौथी बार विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। इससे पहले उन्होंने सितंबर 2010 और जुलाई 2013 में बतौर उपमुख्यमंत्री और सितंबर 2022 में बतौर सीएम सदन में विश्वास प्रस्ताव जीता था।

इस शक्ति परीक्षण के दौरान सदन में तीन विधायक भाजपा विधायक जेपी पटेल, झामुमो से निष्कासित लोबिन हेंब्रम और निलंबित चमरा लिंडा किसका साथ देंगे इस पर सबकी निगाह रहेगी।