छत्तीसगढ़ के लोगो को नकली शराब पिलाकर कांग्रेस ने बड़ा अपराध किया: केदार गुप्ता

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार के कार्यकाल में हुए शराब घोटाले को लेकर ताजा खुलासे के मद्देनजर कांग्रेस के अष्ट कारनामों को लेकर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार ने शराब के गोरखधंधे को बढ़ावा देकर जितनी काली करतूतें की हैं, वह अब सामने आ रही हैं। गुप्ता ने कहा कि भूपेश सरकार न केवल शराब की कोचियागिरी कर रही थी, बल्कि नकली और अवैध शराब के जरिए एक तरफ जान-माल के साथ घिनौना खिलवाड़ तक कर रही थी तो दूसरी तरफ प्रदेश के सरकारी खजाने पर डाका डाल रही थी।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले से जुड़े नकली होलोग्राम मामले में उत्तरप्रदेश एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए अनवर ढेबर और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के निलंबित एमडी अरुणपति त्रिपाठी ने पूछताछ के दौरान जो खुलासे के किए हैं, उससे यह बात अब आईने की तरह साफ हो गई है कि प्रदेश का शराब घोटाला पिछली कांग्रेस सरकार की छत्रछाया में ही फल-फूल रहा था। गुप्ता ने कहा कि जाँच के दौरान इस मामले की कलई खुलने से सशंकित तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस नेता अनर्गल प्रलाप कर जाँच एजेंसियों को केंद्र सरकार की एजेंट बताकर भ्रम फैलाते रहे, लेकिन अब जाँच के दौरान हुई पूछताछ में ढेबर और त्रिपाठी ने यह स्वीकार किया है कि इस घोटाले की सबसे बड़ी बेनिफिशियरी शराब निर्माता कम्पनियों थी जिनमें भाटिया वाइन एंड मर्चेंट प्रा. लि., छत्तीसगढ़ डिस्टलरीज और वेलकम डिस्टलरीज शामिल हैं। इन आरोपियों ने यह भी बताया कि नोएडा स्थित विधु गुप्ता की कम्पनी मे. प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्रा. लि. को होलोग्राम बनाने का टेंडर मिला था और उसी कंपनी से नकली होलोग्राम बनाकर उक्त शराब कंपनियों को भेजा जाता था, जहाँ अवैध शराब पर ये नकली होलोग्राम लगाए जाते थे। जिस कंपनी को होलोग्राम बनाने का टेंडर दिया गया था, उसमें भी प्रक्रिया का खुला उल्लंघन किया गया, जिसमें अरुणपति त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास और तत्कालीन आईएएस अनिल टुटेजा की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि ढेबर-त्रिपाठी द्वारा किए गए खुलासे तो अभी इस पूरे घोटाले का ट्रेलर भर है, पूरी पिक्चर तो पर्दे पर अब आएगी। नित-नए चौंकाने वाले खुलासों की ऐसी खबरें तो अब लगातार आएंगी। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल, जो भ्रष्टाचार के तमाम खुलासों के मौकों पर भ्रष्टाचार के आरोपियों के वकील बनकर खड़े होते रहे हैं, शराब घोटाले को लेकर लगातार झूठ बोलकर प्रदेश को गुमराह करते रहे। गुप्ता ने इस पूरे मामले में भी बघेल की भूमिका को भी जाँच के दायरे में लाने की मांग करते हुए भूपेश बघेल पर सवाल दागा कि शराब घोटाले के लिए ढेबर परिवार को संरक्षण देने के एवज में वह कितनी कीमत वसूल रहे थे? प्रदेश सरकार की जानकारी में इतना बड़ा घोटाला फल-फूल रहा था और भूपेश इस मामले को लेकर अनभिजता का पाखंड रचते रहे। गुप्ता ने कहा कि इससे पहले कोयला घोटाले में भी भूपेश बघेल की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े हुए हैं और उस पूरे घोटाले के ‘पोलिटिकल मास्टर’ के तौर पर भूपेश बघेल का नाम हर जुबान पर है, तो अब बघेल प्रदेश को यह बताएँ कि क्या कोयला घोटाला की तरह ही शराब घोटाला के भी ‘पोलिटिकल मास्टर’ वह खुद ही थे?

महतारी वंदन योजना: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में 653 करोड़ 85 लाख रुपए की राशि अंतरित की

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना की पांचवी किश्त महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज जारी की गई। महिलाओं के खाते में सीधे पैसे आने से उनमें गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने राज्य की महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई थी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बटन दबाकर प्रथम किश्त की राशि जारी की थी। इस योजना के शुरू होने से प्रदेश की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं। साथ ही छोटी मोटी जरूरतों के लिए उन्हें दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है, इस बात की उन्हे खुशी है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च से जून तक 04 माह की सहायता राशि 2612 करोड़ 18 लाख रूपए की राशि का भुगतान महिलाओं के खाते में किया जा चुका है।

आज जुलाई 2024 को कुल 69 लाख 96 हजार 556 हितग्राहियों को 653 करोड़ 85 लाख रूपए की सहायता राशि का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में अंतरित कर दिया गया है। इनमें से 66 लाख 16 हजार 618 हितग्राहियों को आधार लिंक खातों के आधार पर डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया गया तथा 3 लाख 79 हजार 938 हितग्राहियों जिनके खाते आधार से लिंक नहीं है, उन्हें एनईएफटी के माध्यम से उनके खाते में भुगतान किया जा रहा है। रायपुर जिले में सर्वाधिक 5 लाख 33 हजार 511 महिलाओं के खाते में राशि अंतरित हुई है।

महतारी वंदन योजना के तहत बालोद जिले की 2 लाख 52 हजार 228 महिला हितग्राहियों को राशि अंतरित की गई है। इसी तरह बालौदाबाजार-भाटापारा जिले की 3 लाख 30 हजार 111 महिलाओं, बलरामपुर जिले की 2 लाख 14 हजार 624 महिलाओं, बस्तर जिले की 1 लाख 93 हजार 666 महिलाओं, बेमेतरा जिले की 2 लाख 54 हजार 294 महिलाओं, बीजापुर जिले की 38 हजार 471 महिलाओं, बिलासपुर जिले की 4 लाख 25 हजार 243 महिलाओं तथा दंतेवाड़ा जिले की 54 हजार 815 महिलाओं को राशि अंतरित कर दी गई है।

इसी प्रकार धमतरी जिले की 2 लाख 35 हजार 598 महिलाओं, दुर्ग जिले की 4 लाख 3 हजार 323 महिलाओं, गरियाबंद जिले की 01 लाख 83 हजार 469 महिलाओं, गौरेला-पेड्रा-मरवाही जिले की 95 हजार 922 महिलाओं, जांजगीर-चांपा जिले की 2 लाख 90 हजार 716 महिलाओं, जशपुर जिले की 2 लाख 32 हजार 375 महिलाओं, कबीरधाम जिले की 2 लाख 54 हजार 865 महिलाओं, कांकेर जिले की 01 लाख 84 हजार 779 महिलाओं, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले की 01 लाख 17 हजार 23 महिलाओं, कोंडागांव जिले की 01 लाख 40 हजार 796 महिलाओं तथा कोरबा जिले की 02 लाख 94 हजार 563 महिलाओं को के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है।

कोरिया जिले की 59 हजार 913 महिलाओं, महासमुंद जिले की 3 लाख 25 हजार 256 महिलाओं, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की 01 लाख 14 हजार 11 महिलाओं, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले की 82 हजार 366 महिलाओं, मुंगेली जिले की 02 लाख 13 हजार 942 महिलाओं, नारायणपुर जिले की 27 हजार 581 महिलाओं, रायगढ़ जिले की 03 लाख 5 हजार 831 महिलाओं, राजनांदगांव जिले की 02 लाख 58 हजार 126 महिलाओं तथा सक्ती जिले की 01 लाख 99 हजार 578 महिलाओं के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है।

सांरगढ़-बिलाईगढ़ जिले की 01 लाख 90 हजार 579 महिलाओं, सुकमा जिले की 52 हजार 305 महिलाओं, सूरजपुर जिले की 02 लाख 16 हजार 657 महिलाओं तथा सरगुजा जिले की 02 लाख 32 हजार 619 महिलाओं के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव शाला प्रवेशोत्सव में हुए शामिल, विद्यार्थियों को पूरी लगन और मेहनत से पढ़ाई करने की दी सीख

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री अरुण साव मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के ग्राम गोड़खाम्ही में विकासखंड स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ पर शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को गणवेश और पाठ्य पुस्तक वितरित किए। श्री साव ने कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले, राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता और स्काउट-गाइड एडवेंचर मनाली में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने अपनी विधायक निधि से विद्यालय परिसर में शेड निर्माण के लिए दस लाख रूपए देने की घोषणा की। श्री साव ने स्कूल परिसर में आम का पौधा लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा रखने वृक्षारोपण करने का संदेश दिया।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने गोड़खाम्ही के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित विकासखंड स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जीवन की सफलता का पहला राज अनुशासन है। सभी विद्यार्थी पूरी लगन और मेहनत के साथ अनुशासित होकर समर्पण भाव से पढ़ाई करें। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाला विद्यार्थी जितनी मेहनत करता है, उतनी ही मेहनत सभी विद्यार्थियों को करना चाहिए। स्कूल से ही हमारी नींव का निर्माण होता है। उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ स्वस्थ रहने के लिए खेलों में भी सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि जिस तरह भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने एक छोटी सी जगह से देश के राष्ट्रपति तक का सफर तय किया। उसी तरह हर विद्यार्थी को अपने लक्ष्य के अंतिम छोर तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिए। आप जिस क्षेत्र में भी जाएं, उसमें अपना शत-प्रतिशत दें। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। स्थानीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक भी इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद थे।

छत्तीसगढ़ हेल्थ कॉन्क्लेव में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल

रायपुर-  छत्तीसगढ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज रायपुर में चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य पर "द सुश्रुत अवार्ड" छत्तीसगढ़ हेल्थ कॉन्क्लेव कार्यक्रम में शामिल हुए और चिकित्सक दिवस के अवसर पर चिकित्सकों के बीच उपस्थित रहकर विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा की।" द सुश्रुत अवार्ड" कार्यक्रम का उद्देश्य चिकित्सकों के उत्कृष्ट कार्यों को पहचानना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।

श्री जायसवाल ने इस अवसर पर सभी उपस्थित चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को चिकित्सक दिवस की शुभकामनाएं दी । इस मौके पर मानव सेवा में निरंतर समर्पित होकर कार्य कर रहे डॉक्टर्स बंधुओं का विशेष रूप से सम्मान भी किया गया।

श्री जायसवाल ने चिकित्सकों के योगदान की सराहना की और उनकी निस्वार्थ सेवा को सम्मानित करने के महत्व पर बल दिया। छत्तीसगढ़ हेल्थ कॉन्क्लेव में स्वास्थ्य क्षेत्र में नए विचारों और नवाचारों पर चर्चा की गई ताकि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर और ऊंचा उठने में सहायता मिले।

मुख्यमंत्री श्री साय की अपील: स्कूल में बच्चे और शिक्षक ’एक पेड़ अपनी मां के नाम’ लगाएं

रायपुर-  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात में देशवासियों से ’एक पेड़ मां के नाम’ लगाने के आह्वान पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्कूली बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाने की अपील की है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा है कि एक पेड़ मां के नाम के आह्वान से बच्चों का पर्यावरण से जुड़ाव बढ़ेगा। इसमें पालकों और शिक्षकों को शामिल करने से निश्चित ही बड़े पैमाने पर पौध रोपण हो सकेगा। चूंकि सभी मां के नाम पर पेड़ लगाएंगे अतएव इसकी रख-रखाव भी बड़ी जिम्मेदारी से हो सकेगी।

मुख्यमंत्री की अपील के अनुपालन में स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने समस्त कलेक्टरों को विभागीय निर्देश जारी कर दिए हैं। अपने निर्देश में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय की मंशा के अनुरूप हरियाली का दायरा बढ़ाने के लिए व्यापक स्तर पर काम करना है। चूंकि छात्र-छात्राएं देश का भविष्य है। अतः इन्हे जोड़कर पर्यावरण संरक्षण के लिए भी उपयोगी कार्य किया जा सकता है।

निर्देशों के अंतर्गत ऐसे स्कूल जहाँ अहाता है, उनके किनारे-किनारे छायादार पेड़ जैसे नीम, गुलमोहर, करंज, अशोक, अर्जुन आदि लगाये जाने कहा गया है। विद्यार्थी, शिक्षक तथा पालक अपने द्वारा लगाए गए पौधे का वृक्ष बनते तक पालन पोषण एवं सुरक्षा करेंगे। पौधारोपण हेतु उचित ऊँचाई के पौधे वन विभाग से प्राप्त किया जाना सुनिश्चित करने कहा गया है। पौधारोपण हेतु उचित मापदण्ड के गड्ढे कराने तथा आवश्यक मात्रा में मिट्टी एवं खाद स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने कहा गया है। पौधारोपण शाला प्रवेश उत्सव के दौरान किया जाएगा। इस हेतु जिले का शालावार कलेण्डर तैयार किया जाएगा। विद्यालयों में पौधारोपण के दौरान जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। पौधारोपण के समय शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं से पौधों को सुरक्षित रखने बाबत् शपथ ग्रहण भी कराएं जाने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री को उत्कल समाज ने भगवान श्रीजगन्नाथ रथयात्रा में शामिल होने का दिया न्योता

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में विधायक पुरन्दर मिश्र के नेतृत्व में आये उत्कल समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय को प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इस वर्ष 7 जुलाई को भगवान श्रीजगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर में किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रथयात्रा के आमंत्रण के लिए उत्कल समाज के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर डॉ पीके पात्रा, डॉ कमलाकांत भोई, नारायण भोई, उषा पटेल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

नगरीय निकायों को 65.72 करोड़ रुपए की पार्षद निधि आबंटित, नगरीय प्रशासन विभाग ने चुंगी क्षतिपूर्ति मद में 166 निकायों को जारी की राशि

रायपुर-  नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने प्रदेश के 166 नगरीय निकायों को चुंगी क्षतिपूर्ति मद के अंतर्गत कुल 65 करोड़ 72 लाख 24 हजार 500 रुपए की पार्षद निधि आबंटित की है। विभाग द्वारा राज्य की 14 नगर निगमों को 21 करोड़ 96 लाख रुपए, 44 नगर पालिकाओं को 19 करोड़ 46 लाख 24 हजार 500 रुपए और 108 नगर पंचायतों को 24 करोड़ 30 लाख रुपए जारी किए गए हैं। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय निकायों को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए चुंगी क्षतिपूर्ति मद के अंतर्गत पार्षद निधि की शेष 50 प्रतिशत राशि जारी की गई है।

नगरीय प्रशासन विभाग ने रायपुर, भिलाई और बिलासपुर नगर निगमों में प्रत्येक को दो करोड़ दस लाख रुपए की पार्षद निधि जारी की है। बिरगांव, धमतरी, रिसाली, भिलाई-चरोदा और चिरमिरी नगर निगमों में प्रत्येक को एक करोड़ 20 लाख रुपए तथा जगदलपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर नगर निगमों में प्रत्येक को एक करोड़ 44 लाख रुपए की पार्षद निधि जारी की गई है। विभाग द्वारा दुर्ग नगर निगम को एक करोड़ 80 लाख रुपए, राजनांदगांव को एक करोड़ 53 लाख रुपए तथा कोरबा नगर निगम को दो करोड़ एक लाख रुपए की पार्षद निधि आबंटित की गई है।

चुंगी क्षतिपूर्ति मद में विभाग द्वारा तिल्दा-नेवरा, कोंडागांव, मुंगेली और मनेंद्रगढ़ नगर पालिकाओं में प्रत्येक को 49 लाख 50 हजार रुपए, गोबरा नवापारा, बलौदाबाजार, बेमेतरा, कांकेर और दीपका नगर पालिकाओं में प्रत्येक को 47 लाख 25 हजार रुपए, गरियाबंद, बागबहरा, सरायपाली, अहिवारा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, तखतपुर, रतनपुर, कटघोरा, सारंगढ़, बलरामपुर और शिवपुर चर्चा नगर पालिकाओं में प्रत्येक को 33 लाख 75 हजार रुपए आबंटित किए गए हैं। बालोद, जामुल, खैरागढ़, अकलतरा, जशपुर नगर, बैकुंठपुर और पंडरिया नगर पालिकाओं में प्रत्येक को 45 लाख रुपए, कुनकुरी और डोंगरगढ़ नगर पालिकाओं को 54-54 लाख रुपए तथा बड़े बचेली, किरंदुल, सक्ती, खरसिया और सूरजपुर नगर पालिकाओं में प्रत्येक को 40 लाख 50 हजार रुपए की पार्षद निधि जारी की गई है। विभाग द्वारा आरंग नगर पालिका को 38 लाख 25 हजार रुपए, भाटापारा को 69 लाख 75 हजार रुपए, महासमुंद को 67 लाख 50 हजार रुपए, दल्लीराजहरा और कवर्धा नगर पालिकाओं में प्रत्येक को 60 लाख 75 हजार रुपए, जांजगीर नगर पालिका को 56 लाख 25 हजार रुपए और चांपा को 60 लाख 74 हजार 500 रुपए की पार्षद निधि आबंटित की गई है।

नगरीय प्रशासन विभाग ने राज्य की 108 नगर पंचायतों में प्रत्येक को 22 लाख 500 रुपए की पार्षद निधि जारी की है। इनमें अभनपुर, खरोरा, कुंरा, माना कैंप, लवन, कसडोल, पलारी, बिलाईगढ़, टुंडरा, सिमगा, भटगांव (सारंगढ़), छुरा, राजिम, फिंगेश्वर, कुरुद, भखारा, मगरलोड, नगरी, आमदी, पिथौरा, बसना, तुमगांव, धमधा, पाटन, उतई, गुरूर, गुंडरदेही, डौंडी, अर्जुंदा, चिखलाकसा, डौंडीलोहारा, परपोड़ी, देवकर, नवागढ़ (बेमेतरा), मारो, खम्हरिया, साजा, बेरला, गंडई, छुईखदान, अंबागढ़-चौकी, डोंगरगांव, छुरिया, पांडातरई, बोड़ला, सहसपुर लोहारा, पिपरिया, केशकाल, फरसगांव, बस्तर, अंतागढ़, पखांजूर, भानुप्रतापपुर, चारामा, नरहरपुर, गीदम, बारसुर, कोंटा, दोरनापाल, भैरमगढ़, भोपालपटनम, कोटा, बोदरी, बिल्हा, गौरेला, पेंड्रा, मल्हार, पथरिया, सरगांव, लोरमी, छुरीकला, पाली, नया बाराद्वार, बलौदा, खरौद, शिबरीनारायण, अड़भार, डभरा, जैजैपुर, सारागांव, नवागढ़, चंद्रपुर, राहौद, धरमजयगढ़, घरघोड़ा, बरमकेला, सरिया, किरोड़ीमल नगर, लैलुंगा, पुसौर, पत्थलगांव, कोतबा, बगीचा, कुनकुरी, कुसमी, रामानुजगंज, राजपुर, वाड्रफनगर, लखनपुर, सीतापुर, प्रेमनगर, प्रतापपुर, भटगांव, जरही, विश्रामपुर, झगराखंड, खोंगापानी और नई लेदरी नगर पंचायत शामिल हैं।

अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय के 13वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा आज अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय के 13वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंनेे विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे सादर नमन किया। उन्होेंने यूनिवर्सिटी में कम्प्यूटर लैब का भी उद्घाटन किया। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने इस अवसर पर कहा विश्वविद्यालय आज अपना 13वां स्थापना दिवस मना रहा है। अपने उद्बोधन की शुरूआत अटल जी की कविता से करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि दी। उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि जीवन में पूरी ताकत और मनोयोग से परिश्रम करें तो आपको जरूर सफलता मिलेगी। युवाओं को सच्चाई के मार्ग से कभी विचलित नहीं होने की सीख दी। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट शिक्षकों और बच्चों को पुरस्कार बांटे।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका कन्हार और मासिक पत्रिका अटल दृष्टि सहित अन्य प्रकाशनों का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति एडीएन बाजपेई ने की। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन विशेष है। अल्पसमय में ही यूनिवर्सिटी ने सफलता के नये आयाम स्थापित किए है। मुझे यहां आकर बड़ी प्रसन्नता हुई। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यूनिवर्सिटी को नये सोपान तय करने के लिए जो भी आवश्यकता होगी उसके लिए छत्तीसगढ़ शासन हर संभव मदद करेगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे जीवन में सफल होने के लिए शॉर्टकट न अपनाएं।

श्रीमंत झा ने पैरा आर्म रेसलिंग में विदेशों में लहराया परचम, हाथों में केवल 4 उंगलियाँ होने के बाद भी नहीं मानी हार

रायपुर-  दोनों हाथों में केवल 4 उंगलियाँ होने के बावजूद भिलाई के श्रीमंत ने इस कमी को अपने लक्ष्य की राह का रोड़ा नहीं बनने दिया। राष्ट्रीय एव अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पैरा आर्म रेसलिंग में नई ऊंचाईयां प्राप्त की। पैरा आर्म रेसलिंग में छत्तीसगढ़ की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी श्रीमंत झा ने आज खेल मंत्री टंक राम वर्मा से उनके निवास कार्यालय में सौजन्य मुलाकात की। मुलाकात के दौरान खेल मंत्री ने देश-विदेश में उनके द्वारा पैरा आर्म रेसलिंग में शानदार प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने उन्हें इस खेल में और निखार लाने के लिए विदेशों में प्रशिक्षण की व्यवस्था करने में आवश्यक सहयोग दिलाने के लिए आश्वस्त किया।

वर्तमान में श्रीमंत एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंनेे आर्म-रेसलिंग में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक हासिल किये हैं। पांच विश्व चैंपियनशिप जीतने वाले श्रीमंत झा का अगला लक्ष्य पैरा ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश के लिए पदक जीतना है। श्रीमंत की हिम्मत, अथक परिश्रम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने की ललक सभी के लिए सच्ची प्रेरणा है। श्रीमंत ने अब तक 48 अंतर्राष्ट्रीय पदक हासिल किया है।

आज संविधान बचाने की दुहाई देने वालों ने ही संविधान की हत्या की थी – विष्णु देव साय


रायपुर/दिल्ली-  कांग्रेसी आज घूम-घूम कर संविधान बचाने की दुहाई दे रहे हैं. संविधान खत्म हो जाएगा कहकर दुष्प्रचार फैला रहे हैं. ये वही कांग्रेस है, जिसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तानाशाही नेतृत्व में देश में आपातकाल लगाया था. लोकतंत्र की हत्या की थी. भारतीयों की आवाज को दबाने का काम किया था. तथ्य यह है कि फिरंगियों-अंग्रेजों से गांधी-सुभाष के नेतृत्व में लड़कर हमें जो आजादी मिली थी, वह 1975 में हमने खो दी थी. भारत में आज जो आजादी है, वह जेपी-लोहिया-अटल-आडवाणी जैसे महापुरुषों की देन है. यह कांग्रेस से लड़ कर पाई गई आजादी है, कांग्रेस के शिकंजे से संविधान को मुक्त करा कर लाई गई आजादी है. ये बातें आपातकाल की 49वीं बरसी पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कही.

सीएम साय ने कहा कि भारत में एक सदी भर लम्बे संघर्षों और हजारों हुतात्माओं के बलिदान के बाद हमने आजादी पाई थी. आजादी उपरांत स्व. भीमराव अम्बेडकर ने हमें मौलिक अधिकारों के साथ ‘संविधान’ का उपहार दिया. बड़े ही त्याग और बलिदान से प्राप्त इस लोकतंत्र को कांग्रेस नेत्री तब की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आधी रात को खत्म कर देश को फिर से तानाशाही और गुलामी के उसी काल में धकेल दिया था, जहां से निकलकर 1947 में भारत वापस आया था. स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे अलोकतांत्रिक काल था, जिसे लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने ‘भारतीय इतिहास की सर्वाधिक काली अवधि’ कहा है.

सीएम साय ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी आजादी की विरासत को, तब ही खत्म कर दिया था जब लोकतंत्र की हत्या कर देश में आपातकाल लगाया था. भारतीय संविधान और लोकतंत्र आज के भाजपा (तब का भारतीय जनसंघ) के इतिहास पुरुष अटल-आडवाणी-नानाजी जैसे राष्ट्रवादियों का हासिल किया लोकतंत्र है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण का कमाया लोकतंत्र है, जिसका आज हम आनंद ले रहे हैं.

विष्णु देव साय ने कहा कि आपातकाल भले 1977 में खत्म हो गया, लेकिन आपातकाल की मनोवृत्ति वाले तत्व और संगठन आज भी मौजूद हैं. हर क्षण-प्रतिपल लोकतंत्र विरोधी तत्वों के खतरे के प्रति सावधान रहने की जरुरत है. आपातकाल का यह इतिहास हमें इसलिए भी बार-बार हर बार स्मरण रखना चाहिए, ताकि ऐसा कलंकित इतिहास कभी अब फिर दुहराने का दुस्साहस कांग्रेस या वैसी मनोवृत्ति वाला कोई दल कभी अब करने में सफल नहीं हो पाए. सत्ता के मद में चूर होकर कांग्रेस जैसा कोई दल फिर से इस भयानक इतिहास को दुहराने का साहस नहीं कर पाए, इसलिए हमेशा सचेत रहने की जरुरत है.