संभावित फाइलेरिया मरीजों की पहचान के लिए जिले के सभी प्रखंडों में हुई नाईट ब्लड सर्वे की शुरुआत


संभावित फाइलेरिया मरीजों की पहचान के लिए जिले के सभी प्रखंडों में हुई नाईट ब्लड सर्वे की शुरुआत -कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन द्वारा टेस्ट के दिया गया पहला ब्लड सैंपल -रात 08 बजे से 12 बजे तक सभी प्रखंडों के चिन्हित क्षेत्रों में 20 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का लिया जाएगा ब्लड सैंपल -कुछ बूंद खून जांच से पता चलेगा संबंधित व्यक्ति में माइक्रो फाइलेरिया की उपस्थिति -फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए 10 अगस्त से चलाया जाएगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम पूर्णिया, 29 जून फाइलेरिया के संभावित मरीजों की पहचान के लिए बीते 28 जून से 06 जुलाई तक जिले के सभी प्रखंडों के चिन्हित क्षेत्रों में नाईट ब्लड सर्वे चलाया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा द्वारा शुक्रवार की रात 08.30 बजे पूर्णिया पूर्व प्रखंड के मध्य विद्यालय गुलाबबाग में दीप प्रज्वलित कर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा द्वारा पहला ब्लड सैंपल देते हुए अन्य लोगों से नाईट ब्लड सर्वे में भाग लेकर खून में शामिल माइक्रो फाइलेरिया के पहचान के लिए टेस्ट कराने की अपील की गई। सिविल सर्जन के साथ जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल, पूर्णिया पूर्व प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, मध्य विद्यालय गुलाबबाग के प्रधानाध्यापक के साथ साथ अन्य लोगों का भी ब्लड सैंपल माइक्रो फाइलेरिया जांच के लिए लिया गया। इस दौरान भीबीडीओ रवि नंदन सिंह, डीभीबीडी सोनिया मंडल, डब्लूएचओ जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ दिलीप कुमार, पिरामल स्वास्थ्य जिला लीड चंदन कुमार, प्रोग्राम लीड सनत गुहा, सोमेन अधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण लिपिक रामकृष्ण परमहंस, पीसीआई डीएमसी विपिन कुमार, सीफार असिस्टेंट जिला समन्यवक अमन कुमार, लैब टेक्नीशियन, एएनएम सहित स्थानीय आशा कर्मी एवं स्थानीय लोग उपस्थित रहे।


20 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का लिया जाएगा ब्लड सैंपल : सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने बताया कि क्यूलेक्स मादा मच्छर के फाइलेरिया ग्रसित मरीजों के बाद सामान्य लोगों को काटने से उसमें माइक्रो फाइलेरिया का कीटाणु छोड़ दिया जाता है जिससे संबंधित व्यक्ति फाइलेरिया से ग्रसित हो जाते हैं। संबंधित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित होने का पहचान कम से कम पांच साल बाद ग्रसित अंगों में शामिल हाथ, पैर, पुरुषों के अंडकोश (हाइड्रोसील) व महिलाओं के स्तन में बहुत सूजन होने पर इसकी जांच कराने के बाद पता चलता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पहचान होने से संबंधित व्यक्ति को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराते हुए इसे होने से रोका जा सकता है। इसके लिए 28 जून से 06 जुलाई तक जिले के सभी प्रखंडों के चिन्हित सेंटिनल और रेंडम क्षेत्रों में रात 08 बजे से 12 बजे तक नाईट ब्लड सर्वे कैम्प लगाया जा रहा है। इस दौरान 20 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के कुछ बूंद ब्लड सैंपल लेते हुए इसकी जांच नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित माइक्रोस्कोप से किया जाएगा। ब्लड सैंपल जांच में माइक्रो फाइलेरिया की पहचान होने पर संबंधित व्यक्ति को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जाएगी ताकि उसे फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित किया जा सके। सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने सभी प्रखंड के सेशन साइट में आयोजित नाईट ब्लड सर्वे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को भाग लेते हुए अपने शरीर में शामिल माइक्रो फाइलेरिया की पहचान करवाने की अपील की है। फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए 10 अगस्त से चलाया जाएगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम : जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल ने बताया कि फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन (एमडीए)  कार्यक्रम चलाया जाता है। पूर्णिया जिले में वर्ष 2024 में 10 अगस्त से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस दौरान 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को (गर्भवती/धात्री महिलाओं और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को छोड़कर) डीईसी, अल्बेंडाजोल एवं आइवरमेक्टिन की दवा खिलाई जाएगी। एमडीए कार्यक्रम में स्थानीय आशा कर्मियों द्वारा पहले तीन दिन स्थानीय स्कूलों में उपस्थित बच्चों को और उसके बाद घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी। लगातार पांच वर्ष तक एमडीए कार्यक्रम के तहत दवा सेवन करने से लोग फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकते हैं।
अमौर और बायसी में सैलाब का कहर, सहमे हुए हैं लोग


नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण भीम नगर बैराज से पानी लगातार छोड़ने के कारण अमौर प्रखंड क्षेत्र के नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है.जिससे नदी के किनारे बसे लोग काफी सहमे हुए हैं.जिससे लोगों को बाढ होने कि संभावना कि चिंता सताने लगा है.जानकारी के अनुसार परमान नदी में जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसा गांव मैनापुर, आधांग गैरिया, बिजलिया, कदगमा, परसराई ,किस्मत नगर ,ढरिया, सिंघिया, पलसा एवं बेलगाछी गांव नदी किनारे बसे लोगों काफी सहमे हुए हैं .


रामनगर से गेरिया के बीच बने बम्मा धार के ऊपर से बह रहा बाढ़ का पानी, सोना मनी से बागढर जाने वाली सड़क आया कटाव की जद में.कनकई नदी में जलस्तर से तराई क्षेत्र के में बसे लोग चौका, पेठान टोली, सिमलिया बाबन डोभ, रंगरैैैया लाल टोली ,हरिपुर, खारी मुर्गी टोला आदि गांव के लोग नदी में पानी भर जाने से लोगों को बाढ होने की संंभावना को लेकर काफी चिंता सताने लगा है . नदी में पानी भर जाने से लोग काफी भयभीत हैं .अंचलाधिकारी सुधांशु मधुकर ने नदी किनारे बसे गांवों का निरक्षण किया .उन्होंने बताया कि अभी परमान नदी का जलस्तर बढ़ा है. अभी वैसा स्थिति नहींं है. साथ ही उन्होंने नदी किनारे बसे लोगों को सलाह दिया कि नदी में जलस्तर बढ़ गया है, नदी में स्नान करने से खतरा की संभावना बनी रहती है.इसलिए उन्होंने नदी में स्नान करनेे मना किया गया. और अपने घरों में ही लोगों को स्नान करने का सलाह दिया गया. फोटो परमान नदी का जलस्तर बढ़ा. सड़क के ऊपर से बहने लगा पानी स्कूल में घुस रहा बाढ का पानी
नेपाल में भारी बारिश ने मचाया कहर, भूस्खलन, बाढ़ और बिजली गिरने की घटनाओं में 14 लोगों की मौत


नेपाल में मानसून आते ही तबाही मचना शुरू हो गई है. भारी बारिश के बीच देश के अलग अलग इलाकों में भारी भूस्खलन और बाढ़ जैसी घटनाएं होने लगी है. इसके साथ ही आसमानी बिजली ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, पूरे देश में मानसून आने के बाद बीते 24 घंटों के भीतर अलग अगल हिस्सों में भूस्खलन, बाढ़ और बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 14 लोगों की मौत हुई है.


गृह मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरएमए) के अनुसार, भूस्खलन से आठ, बिजली गिरने से पांच और बाढ़ से एक व्यक्ति की मौत हुई है. बुधवार को 44 घटनाओं में 14 लोगों की मौत नेपाल के गृह मंत्रालय के मुताबिक, 26 जून को आपदा की कुल 44 घटनाएं दर्ज कीं. उन घटनाओं में 14 लोगों की मौत हुई है. जिसमें आठ लोग भूस्खलन के चलते मारे गए हैं और 5 लोगों की जान बिजली गिरने से हुई है. जबकि एक की बाढ़ भूस्खलन की घटना हुई है. जबकि दो लोग गायब बताए जा रहे हैं.


एनडीआरएमए के प्रवक्ता दीजन भट्टाराई ने बताया कि इन हादसों में 10 लोगों को चोटें आई हैं. अकेले बुधवार को, भूस्खलन में लामजंग में पांच, कास्की में दो और ओखलढुंगा में एक की मौत हुई है. मानसून आने के बाद 28 लोगों की मौत गृह मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार, हिमालयी राष्ट्र में मानसून जलवायु प्रभाव के सक्रिय होने के बाद से पिछले 17 दिनों में कुल 28 लोगों की जान चली गई है. इसके साथ ही, 17 दिनों की अवधि के दौरान 33 जिलों में कुल 147 घटनाएं दर्ज की गई हैं. गृह मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले 17 दिनों में भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बहुत अधिक हो गई है, अकेले भूस्खलन के कारण 14 लोगों की जान चली गई है. इसी अवधि में बिजली गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई. नेपाल में वार्षिक आधार पर मानसून के दौरान भूस्खलन और बाढ़ के कारण उच्च मृत्यु दर दर्ज की जाती है. 13 जून को नेपाल में आ जाता है मानसून बता दें



आमतौर पर नेपाल में मानसून का मौसम 13 जून को शुरू होता है और 23 सितंबर को समाप्त होता है. पिछले साल, यह सामान्य शुरुआत के दिन से एक दिन देरी यानी 14 जून को शुरू हुआ था. नेपाल को उम्मीद इस बार देश में मानसून के मौसम लगभग तीन महीने तक सक्रिय रहेगा. समय के साथ, सरकार ने अनुमान लगाया है कि सीज़न के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं से 1.8 मिलियन लोग प्रभावित हो सकते हैं.
डूबने से होने वाली मृत्यु के रोकथाम के लिए जन जागरूकता है जरूरी

डूबने से होने वाली मृत्यु के रोकथाम हेतु जन जागरूकता सप्ताह के मद्देनजर आपदा प्रभारी सह भूमि सुधार उप समाहर्ता बायसी श्री टेशलाल सिंह की अध्यक्षता में नगर निगम सभागार, पूर्णिया के प्रांगण में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पूर्णिया एवं बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप, जीपीएसवीएस एवं यूनिसेफ पटना के तत्वावधान में सरकारी विभाग एवं गैर सरकारी विभाग के साथ जिला स्तरीय समन्वयन समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।


बैठक में नगर आयुक्त, नगर निगम के साथ-साथ शिक्षा विभाग, आईसीडीएस विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई,स्वास्थ विभाग, एसडीआरएफ के पदाधिकारी तथा जिला नेहरू युवा केंद्र प्रबंधक, जीविका एवं इंटर एजेंसी ग्रुप जिला चैप्टर के सदस्य संस्था जीपीएसवीएस, युगांतर, फिया फाउंडेशन, आगा खान ग्राम समर्थन इण्डिया, रिलाइंस फाउंडेशन, अखंड भारत, सी पी एस एल, दीपालया, हेल्प ए चाइल्ड इंडिया,ग्रामीण जन जन स्वास्थ्य संगठन एवं रिच इंडिया ट्रस्ट तथा जिला में आपदा जोखिमन्यूनीकरण बाढ़ पूर्व तैयारी, रिस्पाॅन्स एवं रिकवरी, डूबने से सुरक्षा, सर्पदंश, वज्रपात से सुरक्षा तथा बाढ़ पूर्व तैयारी में विभाग की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गईं।


आपदा प्रभारी सह भूमि सुधार उप समाहर्ता ने डूबने से होने वाली मृत्यु के रोकथाम एवं बाढ़ पूर्व तैयारी में जिला स्तरीय समन्वयन की भूमिका को सराहनीय बताते हुए कहा कि कोई भी आपदा में स्थानीय स्तर पर कार्य करने वाली संस्था की अहम योगदान होता है। इसलिए विभाग एवं पूर्णिया जिला में अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य कर रही स्वंयसेवी संस्थायें के साथ नियमित समन्वयन एवं संचार आवश्यक है। आपदा पूर्व तैयारी में जिला समन्वयन सेल की भूमिका के बारे में जिला सलाहकार,कमल कामत ने विस्तृत जानकारी साझा किए तथा आगामी बेहतर बाढ़ पूर्व तैयारी एवं डूबने से होने वाली मृत्यु के रोकथाम के लिए संयुक्त कार्य योजना तैयार करने पर बल दिया गया।
स्वीट कॉर्न एवं बेबी कॉर्न की तकनीकी खेती को बढ़ावा देने के सेमिनार का आयोजन


जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में स्वीट कॉर्न एवं बेबी कॉर्न की तकनीकी खेती और बढ़ावा देने के लिए युवा प्रगतिशील किसान एवं संबंधित पदाधिकारियों के साथ परिचर्चा का आयोजन समाहरणालय स्थित प्रज्ञान सभागार में आयोजित किया गया।

इस परिचर्चा में उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला,जिला कृषि पदाधिकारी एवं सहायक निदेशक शष्य,प्रक्षेत्र ,सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, एटम, बीटीएम, किसान सलाहकार,स्टार्टअप पूर्णिया के प्रतिनिधिगण तथा यूनियन बैंक के प्रबंधक द्वारा भाग लिया गया।


परिचर्चा के दौरान जिलाधिकारी महोदय द्वारा अपने संबोधन में सभी किसानों से कहा गया कि इस परिचर्चा का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना, नए युवा वर्ग को कृषि के प्रति प्रोत्साहित करना, नए युवा वर्ग को कृषि उद्यमी की ओर बढ़ावा देना है। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा नवाचारी युवा प्रगतिशील किसानों से खेती किसानी के बारे में फीडबैक लिया गया। इसी क्रम में प्रखंड पूर्णिया पूर्व के पंचायत चांदी के युवा प्रगतिशील किसान श्री शशि भूषण द्वारा बताया गया कि एक एकड़ में स्वीट कॉर्न की खेती से मुझे दुगना मुनाफा हुआ है। इसकी खेती साल में तीन बार होती है। स्वीट कॉर्न के हरा चारा पशुओं के उपयोग में लाने से 2 लीटर दूध की वृद्धि पाई गई है। इसी प्रकार प्रखंड रुपौली के पंचायत घूरनारटीका पट्टी के युवा प्रगतिशील किसान श्री मिथिलेश कुमार द्वारा बताया गया कि प्रथम बार स्वीट कॉर्न की खेती कर स्थानीय बाजार में बेचा तो मुझे लागत से दोगुना मुनाफा हुआ है। इसी प्रकार बनमनखी के प्रगतिशील किसान द्वारा बताया गया कि स्ट्रॉबेरी एवं रजनीगंधा फूल, काला हल्दी, अदरक की खेती करता हूं। स्ट्रॉबेरी की एक एकड़ में खेती करने से मुझे साल में 3 लाख की आमदनी हुआ है। परिचर्चा के क्रम में सहायक निदेशक शष्य, प्रक्षेत्र पूर्णिया द्वारा बताया गया कि स्वीट कॉर्न की खेती के लिए 149 एकड़ एवं बेबी कॉर्न की खेती के लिए 140 एकड़ में विभाग द्वारा लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा परिचर्चा के क्रम में कृषकों से कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा बड़ा अभियान चलाया जा रहा है कि किसानों की कठिनाइयों को दूर किया जा सके। जिलाधिकारी महोदय द्वारा कहा गया कि पदाधिकारी एवं किसान तथा फूड प्रोसेसिंग वाले उद्यमी हम सब मिलकर पूर्णिया को नेशनल स्तर पर ले जा सकते हैं। हम सभी को समन्वय बनाकर काम करना होगा। जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती 50 एकड़ में किसानों द्वारा किया जा रहा हैं। जिससे एक एकड़ में 5 लख रुपए की आमदनी किसानों को हो रही हैं। मखाना की खेती पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा कहा गया कि यहां के उद्यमियों द्वारा मखाना जापान एवं ऑस्ट्रेलिया में भेजा जा रहा है।


जिसे किसानों के आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है। नई सोच एवं जज्बा के साथ खेती करें। मखाना,स्वीट कॉर्न,बेबी कॉर्न, ड्रैगन फ्रूट,स्ट्रॉबेरी एवं औषधि की खेती के लिए यहां की जमीन उपयुक्त है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा किसानों से अपील किया गया कि 80% जमीन पर पारंपरिक खेती तथा 20% जमीन पर अधिक मूल्य देने वाले फसलों की खेती करें जिससे कम लागत एवं कम अवधि में अधिक मुनाफा होगा। प्रगतिशील युवा वर्ग के किसानों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा पर चर्चा के क्रम में कहा गया कि स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न,मशरूम,स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रूट एवं वेजीटेरियन फ्रूट पर काम करने की जरूरत है। यदि कोई भी जुआ खेती किसानी करना चाहते हैं तो उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सहयोग दिया जाएगा। जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती 50 एकड़ में किसानों द्वारा किया जा रहा है जिससे एक एकड़ में 5 लख रुपए की आमदनी किसानों को हो रही है
एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में जदयू नेताओं ने किया जनसंपर्क जदयू ने मतदाताओं को गोलबंद करने के लिए उतारी पंचायतवार प्रभारी


पूर्णिया के  रुपौली विधानसभा उपचुनाव में एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी कलाधर प्रसाद मंडल के पक्ष में बिहार सरकार की मंत्री लेशी सिंह और पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, जदयू के प्रदेश महासचिव सह विधानसभा प्रभारी अशोक कुमार बादल ने विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान कर आम लोगों से सुशासन के नाम पर वोट देने की अपील की।


पटना से आए जदयू महिला प्रकोष्ठ की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कंचन गुप्ता, युवा जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह प्रदेश महासचिव संतोष कुशवाहा, प्रदेश महासचिव पप्पू सिंह निषाद, प्रदेश महासचिव प्रहलाद सरकार, नवगछिया जदयू जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती, अरुण कुशवाहा, अमर सिंह, सुनील कुमार, प्रियरंजन पटेल, पंकज पटेल सहित अन्य प्रखंड एवं पंचायत प्रभारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चलाकर जनता से भारी संख्या में वोट की अपील की।


जदयू नेताओं ने जनता मालिकों से वोट की अपील करते हुए कहा कि रुपौली विधानसभा को भय और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए शिक्षित उम्मीदवार कलाधर मंडल को जीताकर पटना भेजिए। ताकि जो भी यहां का रुका हुआ विकास कार्य है। वह हर हाल में पूरा हो।
गोपाल यादुका हत्या में बीमा भारती में सीबीआई से जांच की कि मांग
रुपौली विधानसभा से राजद उम्मीदवार बीमा भारती ने गोपाल यादव का हत्या की जांच सीबीआई से करने की मांग की है । बीमा भारती ने कहा कि उनके पुत्र और बेटे को फसाने की साजिश चल रही है जिसे कभी कामयाब होने नहीं देंगे ।

नदी कटाव से परेशान ग्रामीणों ने सड़क किया जाम धरना प्रदर्शन



पूर्णिया में नदी कटाव की समस्या को लेकर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हरिया, बरडीहा सहित आदि गांव के लोगों ने मिलकर बैसा पुल के नजदीक मुख्य पक्की सड़क को घंटों तक जाम कर विरोध - प्रदर्शन किया।


विरोध - प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि नदी कटाव के चलते हरिया गांव, बरडीहा गांव सहित अन्य गांव एवं हरिया गांव होकर गुजरने वाली पक्की सड़क नदी कटाव की जद में आ गया है। बार - बार प्रशासन एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को सुचना देने के बावजूद अभी तक विभाग द्वारा कोई कारगर कदम नहीं उठाया है। उक्त गांव सहित पक्की सड़क को बचाने के लिए विभाग द्वारा अभी तक कटाव निरोधक कार्य नहीं किया है।



जिसके कारण उक्त गांव के कई परिवार नदी कटाव की चपेट में आ चुका है। तथा उक्त सड़क भी नदी कटाव की चपेट में आ चुका है। अभी भी जिस तरह नदी कटाव जारी है तो इससे यही लगता है कि उक्त पुरा गांव नदी कटाव की चपेट में आ जाएगा। तथा पुरा सड़क भी नदी कटाव की चपेट में आ जाएगा। प्रशासन एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के कारण मजबुरन हमलोगों को सड़क जाम कर धरना - प्रदर्शन करना पड़ रहा है। वहीं सड़क जाम करने के कारण सड़क में लगभग आधा किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। वहीं सड़क जाम एवं धरना - प्रदर्शन की सुचना मिलते ही अंचलाधिकारी गोपाल कुमार, रौटा थाना अध्यक्ष ज्ञान रंजन,पु अनि राजा बाबू सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच सड़क जाम कर धरना - प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा - बुझाकर धरना - प्रदर्शन को समाप्त कर सड़क जाम को हटवाया। जिसके बाद जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। तथा सभी अपने - अपने गंतव्य स्थान की ओर प्रस्थान करने लगा। अंचलाधिकारी गोपाल कुमार ने बताया कि धरना - प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांगों को सुना गया है। उन लोगों की मांगों को लेकर वरिय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है।
परिवार नियोजन के महत्व पर जोड़ देने के लिए समुदायिक उत्प्रेरक पखवाड़े का होगा आयोजन


परिवार नियोजन के महत्व पर जोड़ देने के लिए समुदायिक उत्प्रेरक पखवाड़े का होगा आयोजन -लोगों को दी जाएगी परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी -प्रखंड स्तर पर आयोजित होगा ग्राम चौपाल पूर्णिया, 28 जून विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के अवसर पर लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने संबंधित सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27 जून से 10 जुलाई तक समुदायिक उत्प्रेरक पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा।


इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों के योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के सभी स्थायी और अस्थायी विकल्पों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं का लाभ लेने के लिए इच्छुक लोगों को 11 जुलाई से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े का आयोजन कर आवश्यक सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को परिवार नियोजन सुविधाओं के लिए जागरूक किया जाएगा।



लोगों को दी जाएगी परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी : सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं के प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न पखवाड़े का संचालन किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को जनसंख्या स्थिरीकरण की आवश्यकता के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें सही उम्र में शादी, पहले बच्चे में देरी, बच्चों के बीच में सही अंतर तथा छोटा परिवार के लाभ के बारे में चर्चा करते हुए माँ और शिशु के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और गर्भनिरोधक उपायों को अपनाने के लिए आवश्यक परामर्श दिया जाएगा। इसके लिए इच्छुक दंपत्तियों को परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े के दौरान आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। पखवाड़े के दौरान कॉपर-टी, गर्भनिरोधक गोलियां एवं सुई, बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी की सेवा प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें। प्रखंड स्तर पर आयोजित होगा ग्राम चौपाल : समुदायिक उत्प्रेरक पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन सुविधाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में ग्राम चौपाल का भी आयोजन किया जाएगा।


ग्राम चौपाल में पंचायत प्रतिनिधि, योग्य दंपत्तियों को आमंत्रित करते हुए उन्हें परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। इसके अनुसार दंपत्तियों द्वारा परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी विकल्पों का चयन करते हुए नजदीकी अस्पताल से संबंधित सुविधा का लाभ लिया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को सहयोगी संस्थाओं में शामिल पीएसआई इंडिया, पिरामल स्वास्थ्य आदि से भी आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराई जाएगी जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग संबंधित सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक सुविधाओं का लाभ उठा सके।
शोक संतप्त यादुका परिवार से मिले सांसद, कहा मिलेगा परिजनों को न्याय

पूर्णिया: सोमवार की सुबह सांसद सह एनडीए प्रत्याशी संतोष कुशवाहा भवानीपुर बाज़ार स्थित गोपाल यादुका के आवास पहुंचे जहां रविवार को गोपाल यादुका की अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।सबसे पहले श्री कुशवाहा ने स्व यादुका के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया और परिजनों को सांत्वना दिया।इसके बाद वे परिजनों से अलग मिलकर घटना की जानकारी प्राप्त किया।

इस मौके पर उन्होंने परिजनों से कहा कि मैं मानता हूँ कि यह सांत्वना तब तक अधूरी है जबतक कि हत्यारों के साथ -साथ हत्या की साजिश में शामिल सफेदपोश बेनक़ाब नही हो जाता है। आप सबों को विश्वास दिलाता हूँ कि पूर्णिया को अपराधियों की शरणस्थली में तब्दील नही होने दिया जाएगा। गोपाल यादुका के हत्यारे बख्शे नही जाएंगे परिजनों को न्याय अवश्य मिलेगा।  

      

इस मौके पर स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।तत्काल दूरभाष पर पुलिस अधीक्षक से बात कर श्री कुशवाहा ने यादुका परिवार को समुचित सुरक्षा-व्यवस्था उपलब्ध कराने का आग्रह किया।

उन्होंने पीड़ित परिवार से कहा कि यादुका परिवार को न्याय दिलाना मेरी जिम्मेवारी है।न्याय की इस लड़ाई में वे इस परिवार के साथ खड़े हैं।उन्होंने परिजनों की आशंका पर कहा कि न केवल भू-माफिया बल्कि इससे जुड़े सरकारी कर्मी भी अगर दोषी होंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। 

इस दौरान सदर विधायक विजय खेमका, जेडीयू जिलाध्यक्ष राकेश कुमार,जेडीयू प्रदेश महासचिव अविनाश कुमार सिंह, पूर्व जेडीयू जिलाध्यक्ष शम्भू मण्डल,राजेश राय,राजेश गोस्वामी, भाजपा नेता मनोज सिंह, जेडीयू प्रखण्ड अध्यक्ष मुकेश दिनकर, कलाधर मण्डल , राजकिशोर मेहता,लालन रॉय,रूपेश मंडल,सागर अली मुखिया,शोभाकांत मंडल,शंकर शर्मा,सिकंदर आलम,संतोष मंडल,दिलीप केडिया ,आनंद यादुका,मकूनी मंडल,पवन कुमार साह ,मुन्ना पासवान  आदि उपस्थित रहे।