*राम मंदिर के व्यवस्था में 3 अहम बदलाव*

अयोध्या- राम मंदिर के व्यवस्था में 3 अहम बदलाव हुए। अयोध्या मंदिर ट्रस्ट ने बड़ा फैसला लिया है। राम मंदिर में अब चरणामृत नहीं मिलेगा। राम मंदिर में म अब भक्तों को चंदन नहीं लगेगा। मंदिर परिसर में चंदन,तिलक नहीं लगाया जाएगा। विशिष्ट व्यक्ति,अति विशिष्ट व्यक्ति पर लागू। पुजारी को पैसा देने के बजाय दानपत्र में पैसा डालेंगे।

अब किसी को विशिष्ट व्यक्ति नहीं माना जाएगा। इस दौरान सभी को सामान माना जाएगा, ट्रस्ट ने फैसल लिया ।

*सद्गुरु कबीर की 627वीं जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई*

अयोध्या - श्रीकबीर धर्म मंदिर सेवा समिति जियनपुर महाेबरा बाजार में शनिवार को सद्गुरु कबीर साहेब की 627वीं जयंती हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई। जयंती समाराेह पर एक संगाेष्ठी का आयोजन किया गया। समाराेह की अध्यक्षता करते हुए कबीर मठ जियनपुर के अध्यक्ष व महंत उमाशंकर दास ने कहा कि कबीर साहेब मानवता जीवी व राष्ट्रीय एकता के प्रतीक थे। उनकाे शांतिमय जीवन प्रिय था और वे अहिंसा, सत्य, सदाचार आदि गुणों के प्रशंसक रहे। अपनी सरलता, साधु स्वभाव तथा संत प्रवृत्ति के कारण आज विदेशों में भी उनका समादर हो रहा है। कबीर साहेब सिर्फ मानव धर्म में विश्वास रखते थे। 'पाहन पूजे हरि मिलैं, तो मैं पूजौं पहार। कबीर एक संत कवि व समाज सुधारक थे। उनका उद्देश्य समाज को सुधारना, जागरुक करना व सभ्य बनाना था। सामाजिक कुरीतियों, आडंबरों को दूर करना ही कबीर दास का मूल उद्देश्य था।सद्गुरु कबीर साहेब मानवता के परम आदर्श हैं। समिति के मंत्री विवेक ब्रह्मचारी ने कहा कि संत कबीर का सच्चा दर्शन न केवल मानवीय और दैवीय प्रकृति का है, बल्कि सामाजिक और नैतिक प्रकृति का भी है। संत कबीर के दर्शन में सद्भाव, समानता और भक्ति सभी महत्वपूर्ण विषय हैं। सेवा के अर्थ के साथ समर्पण का पहलू उनके विचारों में प्रमुख है। गाैर बाजार बस्ती के ब्लाक प्रमुख जटाशंकर शुक्ला ने कहा कि कबीर का मुख्य उद्देश्य सामाजिक भेदभाव और आर्थिक शोषण को रोकना था। उनका सबसे महान ग्रन्थ बीजक है। सद्गुरु कबीर साहेब ने परम संतरूप में प्रकट होकर अपनी सहज-सरल एवं गहन-गम्भीर वाणियों के द्वारा जो सदाचार, सत्यज्ञान तथा मोक्ष का सदुपदेश किया। उससे निस्संदेह मानवता को असीम सुख एवं अपार बल मिला। समाजसेवी परमात्मा प्रसाद चक्रवर्ती ने कहा सद्गुरु कबीर साहेब का उपदेशित ज्ञान ऐसा चमत्कारी है कि जो उसे ठीक से ग्रहण करता है, वह उसके घट के पट खोलकर उसे नया मुक्त एवं श्रेष्ठ जीवन प्रदान करता है। सम्पूर्ण मानवता को उन्होंने अपने शब्दों में समेटा है। उनकी समस्त शब्द-वाणियां मानव-कल्याण के दिव्य सूत्र हैं।

इससे पहले उपस्थित जनाें ने सद्गुरू कबीर साहेब के चित्रपट पर माल्यार्पण किया। कबीर मठ के महंत उमाशंकर दास द्वारा पधारे हुए अतिथियाें का माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया। जयंती समाराेह में सीओ यातायात डॉ. राजेश तिवारी, बड़हरा कबीर आश्रम गाेंडा के संत राधेश्याम दास, काठमांडू नेपाल के संत संताेष दास, महंत चेतन घटाैलिया गाेंडा, रवींद्र दास, हेमंत दास, डॉ. अनूप कुमार जायसवाल, प्रदीप वर्मा, डॉ. बालकराम निषाद, डॉ. विवेक तिवारी, विजय चाैधरी, अमरनाथ वर्मा, राममूरत चाैबे, अजीत यादव, राजेश आर्य, आनंद वर्मा, राजकुमार यादव, प्रधानाचार्य निर्मल कुमार वर्मा, रामअभिलाख वर्मा, अमरनाथ यादव आदि माैजूद रहे।

*गुरुद्वारा श्री गुरु नानक गोविन्द धाम अयोध्या ने आयोजित किया मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर*

अयोध्या - आज के दौर में तेजी से पैर पसारती बल्ड प्रेशर और शुगर जैसी बीमारियों की नि:शुल्क जांच के लिए शिविर का आयोजन किया गया। ये शिविर खालसा फ़ाउंडेशन और मेदांता अस्पताल लखनऊ के सहयोग से आयोजित किया गया। इस आयोजन में जिले के तमाम लोगों ने अपनी जांच कराई उन्हें गंभीर बीमारियों से जुड़े परामर्श भी दिए गए। ये परामर्श मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने दिए हैं।

जिले के खालसा फ़ाउंडेशन ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु नानक गोविंद नज़र बाग अयोध्या में आयोजित शिविर में बीपी, शुगर के अलावा वजन प्रबंधन और लंबाई से जुड़ी मुश्किलों को लेकर भी चिकित्सीय जांचें हुई हैं। इसके अलावा शिविर में लोगों को जांच के आधार पर परामर्श देने के लिए न्यूरो, गैस्ट्रो समेत जनरल फिजीशियन विभाग से जुड़े चिकित्सकों की टीम भी मौजूद थी। इन डॉक्टरों ने लोगों को उनकी बीमारी के बारे मे गंभीरता से बताने के साथ-साथ जरूरी दवाओं पर भी परामर्श दिया l शनिवार को ये शिविर सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक आयोजित किया गया। इस शिविर में आप पास के इलाकों के दर्जनों लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है।

खालसा फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष श्री जत्थेदार बाबा महेंद्र सिंह ने कहा कि आज की जीवन शैली की वजह से आसानी से लोग शुगर और बीपी जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। खालसा फ़ाउंडेशन की कोशिश है कि लोगों को न केवल इन बीमारियों के बारे में जागरुक किया जाए बल्कि अच्छी चिकित्सा व्यवस्था से भी परिचित कराया जाए। इस मौके पर खालसा फ़ाउंडेशन के प्रतिनिधियों के साथ साथ मेदांता अस्पताल का स्टाफ भी आगे बढ़कर लोगों की मदद करता नजर आया।

*पंडित लक्ष्मी कांत दीक्षित का निधन, विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताई अपूर्णीय क्षति*

अयोध्या- विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने पंडित लक्ष्मी कांत दीक्षित के निधन को राष्ट्रीय क्षति बताते हुये कहा श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कराने वाले वैदिक विद्वान ज्योतिष शास्त्र और भूमि शोधन के ख्यातिप्राप्त तपस्वी पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित एक मृदुल भाषी और धार्मिक,सामाजिक और वैदिक परंपराओं को जीवंत करने वाले थे । ऐसे महान मनीषी" का जाना दुखद और स्तब्ध करने वाला है। विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा नब्बे वर्षीय पंडित लक्ष्मी कांत दीक्षित का निधन वाराणसी में हुआ,वह जीवंत पर्यंत वैदिक और ज्योतिष शास्त्र के प्रति समर्पित रहे,श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र पदाधिकारियों के आग्रह पर उन्हों ने अपने वरिष्ठ सहयोगी शिष्यों के साथ प्राण प्रतिष्ठा पूजन निर्विघ्न समपन्न कराया था।

*13 जुलाई को होगा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन*

अयोध्या- उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के अनुपालन में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अयोध्या की देखरेख में दिनांक 13.07.2024 (द्वितीय शनिवार) को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा। राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों को आपसी सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित कराया जा सकता है।

राष्ट्रीय लोक अदालत में निम्नांकित विषयों से संबन्धित वादों का निस्तारण किया जायेगा-

प्रिलिटीगेशन स्तर के विवाद-*धारा 138 पराक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई एक्ट), बैंक वसूली वाद, श्रम विवाद वाद, विद्युत एंव जलवाद बिल (अशमनीय छोड़ कर) व अन्य (आपराधिक शमनीय, पारिवारिक एवं अन्य व्यवहार वाद)

न्यायालय में लम्बित वाद (जो नेशनल जुडीशियल डाटा ग्रिड पर प्रदर्शित हो) आपराधिक शमनीय वाद, धारा 138 पराक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई एक्ट), बैंक वसूली वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाऐ, श्रम विवाद वाद, विद्युत एंव जलवाद बिल (अशमनीय छोड़ कर), पारिवारिक विवाद, भूमि अधिग्रहण वाद, सर्विस मैटर से संबंधित वेतन, भत्ता और सेवानिवृत्ति लाभ के मामले, राजस्व वाद, जो जनपद न्यायालय और मा0 उच्च न्यायालय में लम्बित हों व अन्य सिविल वाद (किरायेदारी, सुखाधिकार, निषेधाज्ञा वाद, विशिष्ट अनुतोष वाद) आदि। उक्त जानकारी अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अयोध्या ने दी है।

*अयोध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास की सुरक्षा हटी, जिलाधिकारी ने दिया निर्देश*

अयोध्या- अयोध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास की सुरक्षा हटा दी गई है । इस दौरान हनुमानगढ़ी के संत राजू दास से की गई टिप्पणी पर जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि उनका उद्देश्य सुरक्षा प्राप्त कर लोगों को प्रताड़ित करना है। सुरक्षा समिति की बैठक में उनकी सुरक्षा पर विचार किया गया था। आपराधिक इतिहास खोजा गया तो बड़ा आपराधिक इतिहास मिला। सन् 2013, 2017 और 2023 में इनके खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि वह कभी अयोध्यावासियों को गाली देते हैं तो कभी प्रशासन को। यह ठीक नहीं है। उनसे कहा भी था कि आचरण ठीक रखना चाहिए। व्यक्तिगत रूप से या सामूहिक रूप से किसी को गाली नहीं दी जा सकती है। वह ऐसा वातावरण बनाना चाहते हैं जिससे सुरक्षा प्राप्त हो। इसीलिए उनकी सुरक्षा हटाई गई।

राजू दास की सुरक्षा हटाई गई, गनर वापस

सुरक्षा हटाए जाने के बाद हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा है कि, हम लोग भारतीय जनता पार्टी के छोटे से है कार्यकर्ता, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए करते हैं काम, हम लोग करते हैं। प्रयास हिंदुत्व और राष्ट्र वाद की बने सरकार, जनता का है आभार तीसरी बार पीएम मोदी बने हैं पीएम, हम लोग जनता के लिए करते हैं कम लोगों को होती है तकलीफ तो होता रहे, हमारी हटाई गई सुरक्षा है दुखद, अयोध्या के चुनाव हारने पर हो रहा था मंथन, बैठक सफल थी लेकिन विक्षिप्त मानसिकता के अधिकारी जिनको लोकतंत्र में नहीं है आस्था जिनको नहीं है संविधान में आस्था उनको होती है तकलीफ,हमें नहीं है कोई दिक्कत।

डीएम के साथ हुई झड़प पर राजू दास ने कहा कि हम करते हैं हिंदुत्व पर कार्य बेधर्मी हमारे ऊपर रखते हैं ध्यान, प्रशासन चल रही समाजवादी मानसिकता पर, प्रशासन ने हमारी सुरक्षा लिया है वापस है दुखद, मुझे पूरा भरोसा है योगी सरकार पर हम लोग हैं बीजेपी के कार्यकर्ता हिंदुत्व के लिए करते हैं जागरूक, देर है अंधेर नहीं, हम जनता की आवाज के बारे में रहे थे बता की अधिकारी हो गए डिस्टर्ब । उन्होने कहा कि हमारी हटाई गई सुरक्षा हत्या करने की साजिश है ।

*मोहर्रम पर निकलना वाले जुलूस को लेकर जिला मैजिस्ट्रेट नितीश कुमार ने दिया विशेष आदेश*

अयोध्या- जिला मजिस्ट्रेट नितीश कुमार ने बताया कि इस वर्ष चन्द्र दर्शन के अनुसार मोहर्रम की पहली तारीख दिनांक 08.07.2024 एवं तद्नुसार दसवी तारीख दिनांक 17.07.2024 को पड़ना सम्भावित है। मोहर्रम के अवसर पर नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जुलूस निकाले जाते है और विभिन्न स्थलों पर ताजिया स्थापित करके कर्बलाओं में दफन किया जाता रहा है। जनपद में मोहर्रम के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों व जुलूसों के दृष्टिगत सभी महत्वपूर्ण व संवेदनशील स्थानों पर चौकसी एवं जिले में सौहार्द का वातावरण कायम रहे, इसके लिए समुचित प्रबंध पूर्व से ही सुनिश्चित कर लिये जाए।

जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि नगर मजिस्ट्रेट तथा रेजीडेण्ट मजिस्ट्रेट अयोध्या एवं समस्त उप जिला मजिस्ट्रेट जनपद अयोध्या तथा अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) व अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन)सेंटर अपने-अपने सम्पूर्ण आवंटित क्षेत्रों में अपने काउंटर पार्ट पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक तथा अन्य ड्यूटी में लगने वाले मजिस्ट्रेट/पुलिस बल से समन्वय बनाकर आवश्यक शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित कराने के साथ ही संचारी रोगों के दृष्टिगत अद्यतन दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु उत्तरदायी होंगे एवं यह भी सुनिश्चित करेगें कि सभी परम्परागत कार्यकम ही किये जाये और कोई नयी परम्परा प्रारम्भ न होने पाये। उन्होंने बताया कि समस्त क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट जनपद अयोध्या अपने-अपने क्षेत्र में पुलिस क्षेत्राधिकारियों से समन्वय करते हुए मुस्लिम धर्म गुरुओं/मौलानाओं/संबंधित कमेटियों एवं संभ्रांत नागरिकों से सम्पर्क व संवाद करके शान्ति समितियों की बैठक समय से सम्बन्धित पुलिस थाना/चौकी में कराना सुनिश्चित करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में कार्यदायी विभागों से अपेक्षित कार्य समय से संबंधित विभागीय अधिकारियों से आवश्यक समन्वय करते हुए कराऐंगे जिससे मोहर्रम के अवसर पर जुलूस व अन्य कार्यक्रमों के दौरान किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। नगर आयुक्त, नगर निगम अयोध्या/समस्त अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत/सीईओ कैण्ट बोर्ड अयोध्या/जिला पंचायत राज अधिकारी अयोध्या द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई, प्रकाश एवं शुद्ध पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था समय से सुनिश्चित की जाय एवं मार्गो में यदि गड्ढे हो तो ठीक कराया जाय एवं कर्बलाओं में समय से प्रकाश एवं साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था सम्बन्धित कार्यदायी विभागों द्वारा की जायेगी।

जुलूसों व अन्य महत्वपूर्ण कार्यकमों की संवेदनशीलता के दृष्टिगत सभी क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट अपने-अपने आवंटित नगरीय/ग्रामीण क्षेत्रों में नगर आयुक्त, सम्बन्धित अधिशासी अधिकारी एवं अन्य विभागों व पुलिस अधिकारियों/थानाध्यक्षों आदि से आवश्यक समन्वय कर निराश्रित गोवंशों/पशुओं को ससमय हटवाया जाना सुनिश्चित करायेंगें।

उन्होंने बताया कि समस्त अधिशाषी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड, जनपद अयोध्या विद्युत लाइनों के ढीले तारों एवं जर्जर खम्भों को समय से ठीक कराने, मोबाइल ट्रांसफार्मर की व्यवस्था के साथ-साथ निर्वाध रूप से विद्युत आपूर्ति कराया जाना सुनिश्चित करेंगें। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही पूर्व से ही पत्राचार आदि करके करा ली जाए जिससे कार्यक्रमों के दौरान किसी प्रकार की विद्युत आपूर्ति संबंधी कोई समस्या न आये। उक्त के अतिरिक्त जनपद के सभी नगरीय निकायों एवं अन्य सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों द्वारा मोहर्रम के दृष्टिगत अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित आवश्यक कार्य/दायित्वों का निर्वहन सम्बन्धित क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट/अधिकारियों व आयोजकों से आवश्यक समन्वय स्थापित कर ससमय कराया जायेगा।

इससे संबंधित अधिकारियों से समन्वय एवं संवाद हेतु जिला स्तर पर कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय नगर मजिस्ट्रेट, अयोध्या में कन्ट्रोल रूम रहेगा, जिसका दूरभाष नम्बर 05278-223753 है। इस कन्ट्रोल रूम में शिफ्टवार कार्मिकों की ड्यूटी बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी, अयोध्या द्वारा ससमय लगायी जायेगी और ड्यूटीरत कार्मिकों द्वारा कन्ट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली शिकायतों/समस्याओं का निस्तारण सम्बन्धित विभागों द्वारा कराया जायेगा।

*राज्यपाल ने अवध विवि की कुलपति को प्रशस्ति-पत्र देकर किया सम्मानित, 25 लाख 93 हजार 275 योग शपथ के साथ बना गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड*

अयोध्या- उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने ऑनलाइन योग शपथ में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए 12 राज्य विश्वविद्यालय के साथ डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। शुक्रवार को अपराह्न राजभवन में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की ओर से एक लाख तेईस हजार छह सौ सरसठ योग शपथ दिलाने के लिए कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि 12 से 18 जून तक ऑनलाइन योग शपथ ग्रहण कराने में 34 राज्य विश्वविद्यालयों ने हिस्सा लिया था जिनमें 12 विश्वविद्यालयों ने एक लाख से अधिक शपथ दिलाने वाले विश्वविद्यालयों को सम्मान के लिए आमंत्रित किया गया। 25 लाख 93 हजार 275 के योग शपथ के साथ गिनीज बुक वल्र्ड रिकार्ड में उत्तर प्रदेश पहला प्रदेश बना। राज्यपाल ने बताया कि समाज की बेहतरी के लिए सभी विश्वविद्यालय योग को अपनाये और आने वाली पीढ़ी को योग के प्रति जागरूक करें।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल ने बताया कि राज्यपाल की दूरदर्शिता के हम सभी कायल है। उनके प्रयास शिक्षा जगत की बेहतरी व भारत की अनमोल धरोहर योग को जन-जन तक पहॅुचाने के लिए ऑनलाइन योग शपथ में विश्व कीर्तिमान बना। उन्होंने बताया कि इस आॅनलाइन योग शपथ में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी, छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ कर हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यो, अधीनस्थ कर्मचारियों व आम जनमानस के साथ प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार बंधुओं का विशेष सहयोग रहा। उन्होंने ऑनलाइन योग शपथ को आमजन तक पहॅुचाया। इस सम्मान समारोह में 12 विश्वविद्यालयों कुलपति, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डाॅ0 सुधीर एम बोबडे, राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी डाॅ0 पंकज एल जानी, विश्वविद्यालय के योग नोडल समन्वयक प्रो0 संत शरण मिश्र, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, रवि मालवीय सहित अन्य विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।

विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर कुलसचिव डाॅ0 अंजनी कुमार मिश्र, वित्त अधिकारी पूर्णेन्दु शुक्ल, उपकुलसचिव डाॅ0 रीमा श्रीवास्तव, दिनेश कुमार मौर्य, मोहम्मद सहील सहित समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, निदेशक, समन्वयक, शिक्षकों व कर्मचारियों ने कुलपति को बधाई दी।

*अफीम कोठी को साकेत सदन नाम से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जा कार्यो॔ की प्रगति की समीक्षा*

अयोध्या- जिलाधिकारी नितीश कुमार ने 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के किनारे धारा रोड के समीप स्थित दिलकुशा महल/अफीम कोठी को साकेत सदन नाम से एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु किये जा रहे विकास कार्याें के प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर कार्यदायी संस्था उ0प्र0 प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लि0, निर्माण इकाई-11 के परियोजना प्रबन्धक ने बताया कि साकेत सदन के पर्यटन विकास का 58 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। टिकट काउन्टर का कार्य 40 प्रतिशत, सेवीनियर शॉप (बी-2), बाउण्ड्री वाल व इण्टरप्रिटेशन वाल का 70 प्रतिशत, मुख्य भवन (संग्रहालय) व टाइलेट ब्लाक का 60 प्रतिशत, इन्ट्रेंस प्लाजा का 50 प्रतिशत तथा पाथ-वे का 45 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है तथा शेष कार्य तीव्र गति से कराया जा रहा है और समस्त कार्यों को दिसम्बर, 2024 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।

जिलाधिकारी ने कार्यों की विशिष्टियों एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु समय-समय पर स्वयं निरीक्षण करने तथा समस्त कार्याें को संरक्षण तकनीक से कुशल कारीगरांे के माध्यम से निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दिये।जिलाधिकारी ने बताया कि अयोध्या धाम में ऐतिहासिक भवनों को सजाने-सँवारने का कार्य चरणबद्ध रूप से प्रगति पर है।

इसी क्रम में साकेत सदन परिसर में 1756 से 1775 ई0 के मध्य निर्मित ऐतिहासिक भवनों का जीर्णाेद्धार तत्समय निर्माण कार्य में प्रयंुक्त सामाग्रियों यथा-चूना, सुर्खी, शीशा, मेथी, उड़द की दाल, गोंद/गूगल, बेलगिरी पाउडर आदि पदार्थांे/ निर्माण सामाग्रियों को मिलाकर बनाये गये मोटार/मसाले से किया जा रहा है। इसके जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण होने पर इस भवन की प्राचीनता दिखाई देगी। यहां आगन्तुकों हेतु मनोरंजन के लिए ओपेन एयर थियेटर, एक भवन में म्यूजियम काम्पलेक्स बनाया जायेगा, जिसमें ऐतिहासिक वस्तुओं एवं साहित्यों को संजोया जायेगा। साकेत सदन में इण्टर पटेशन वाल, इण्ट्रेन्स प्लाजा के साथ ही परिसर में लैण्ड स्केपिंग कर आकर्षक फूल-पौधे व कोबोल स्टोन के पाथ-वे सहित विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं। इसी के साथ ही परिसर में स्थित भवनों को और भी आकर्षक स्वरूप प्रदान करने हेतु उन पर फसाड लाइटिंग भी की जायेगी।

*विधायक ने रक्तदान करने वाले रक्तवीरों व स्वयंसेवी संस्थाओं को किया सम्मानित*

अयोध्या- विश्व रक्तदाता दिवस हर साल 14 जून को मनाया जाता है। इस अवसर पर जनपद अयोध्या में आयोजित रक्तदान शिविर के बाद आज रक्तकोष जिला कार्यालय जनपद अयोध्या में रक्तदान करने वाले रक्तवीरों के लिए रक्तकोष ज़िला अस्पताल अयोध्या द्वारा सम्मान समारोह का कार्यक्रम रखा गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि रुदौली के विधायक राम चंद्र यादव रहे। जिन्होंने ज़िले के सभी समाजसेवी संगठनों को रक्तदान करवाने के लिए प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर में सम्मानित किया।

इस सम्मान को पाने में दि आयुष्मान फ़ाउंडेशन के संस्थापक समाजसेवी पटेल पवन वर्मा भी रहें। जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ो युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए उनका रक्तदान करवाया। पवन पटेल ने विगत दिनों अपनी बीमार माँ के लिए लगातार चढ़ने वाले खून के लिए अपनी बहनों से रक्तदान करवा कर समाज में एक शानदार संदेश दिया कि जब भी कभी किसी अपने को खून की ज़रूरत पड़े तो खून ढूँढने की जगह परिवार को आगे आ कर रक्तदान करना चाहिए।