*अफीम कोठी को साकेत सदन नाम से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जा कार्यो॔ की प्रगति की समीक्षा*
अयोध्या- जिलाधिकारी नितीश कुमार ने 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के किनारे धारा रोड के समीप स्थित दिलकुशा महल/अफीम कोठी को साकेत सदन नाम से एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु किये जा रहे विकास कार्याें के प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर कार्यदायी संस्था उ0प्र0 प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लि0, निर्माण इकाई-11 के परियोजना प्रबन्धक ने बताया कि साकेत सदन के पर्यटन विकास का 58 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। टिकट काउन्टर का कार्य 40 प्रतिशत, सेवीनियर शॉप (बी-2), बाउण्ड्री वाल व इण्टरप्रिटेशन वाल का 70 प्रतिशत, मुख्य भवन (संग्रहालय) व टाइलेट ब्लाक का 60 प्रतिशत, इन्ट्रेंस प्लाजा का 50 प्रतिशत तथा पाथ-वे का 45 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है तथा शेष कार्य तीव्र गति से कराया जा रहा है और समस्त कार्यों को दिसम्बर, 2024 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कार्यों की विशिष्टियों एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु समय-समय पर स्वयं निरीक्षण करने तथा समस्त कार्याें को संरक्षण तकनीक से कुशल कारीगरांे के माध्यम से निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दिये।जिलाधिकारी ने बताया कि अयोध्या धाम में ऐतिहासिक भवनों को सजाने-सँवारने का कार्य चरणबद्ध रूप से प्रगति पर है।
इसी क्रम में साकेत सदन परिसर में 1756 से 1775 ई0 के मध्य निर्मित ऐतिहासिक भवनों का जीर्णाेद्धार तत्समय निर्माण कार्य में प्रयंुक्त सामाग्रियों यथा-चूना, सुर्खी, शीशा, मेथी, उड़द की दाल, गोंद/गूगल, बेलगिरी पाउडर आदि पदार्थांे/ निर्माण सामाग्रियों को मिलाकर बनाये गये मोटार/मसाले से किया जा रहा है। इसके जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण होने पर इस भवन की प्राचीनता दिखाई देगी। यहां आगन्तुकों हेतु मनोरंजन के लिए ओपेन एयर थियेटर, एक भवन में म्यूजियम काम्पलेक्स बनाया जायेगा, जिसमें ऐतिहासिक वस्तुओं एवं साहित्यों को संजोया जायेगा। साकेत सदन में इण्टर पटेशन वाल, इण्ट्रेन्स प्लाजा के साथ ही परिसर में लैण्ड स्केपिंग कर आकर्षक फूल-पौधे व कोबोल स्टोन के पाथ-वे सहित विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं। इसी के साथ ही परिसर में स्थित भवनों को और भी आकर्षक स्वरूप प्रदान करने हेतु उन पर फसाड लाइटिंग भी की जायेगी।
Jun 22 2024, 18:06