*चकबंदी लेखपाल पर दूसरे गांव के रकबा में अपना रकबा निकालने का आरोप, ग्रामीणों ने सीओ चकबंदी से की शिकायत*
फर्रुखाबाद- एक तरफ प्रदेश सरकार हरकत कर रहे अधिकारियों पर लगाम लग रही है। वहीं दूसरी तरफ अधिकारी भी अपनी आदत से बाज नहीं जा रहे हैं। तहसील क्षेत्र के राजस्व गांव गुडेरा में इस समय चकबंदी बड़े जोरों पर चल रही है। वही गुड़िया चकबंदी का रकबा अमैयापुर रकबा में लेकर जा रहा है। जबकि 21 जून को अमैयापुर लेखपाल विमल कुमार व चकबंदी लेखपाल विशेष यादव के बीच के बीच भिड़ंत हो गई। लेकिन विशेष यादव अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं।
वही पुत्तू संतराम जुगल किशोर का रकबा अमैंयापुर में है। विशेष यादव ने जुगलकिशोर के पुस्तैनी खेत में गुडेरा का रकवा निकाल दिया। जबकि उसके समीप चक मार्ग भी पहले से ही बना हुआ है और हद भी क्लियर पहले से हो चुकी थी। लेकिन विशेष यादव व कानून गो चकबंदी लगातार अमैयापुर के में रकवा निकाल रहे हैं। वही आज लोगों ने जिसका विरोध जताते हुए सीओ चकबंदी के यहां पहुंच कर राजकुमार विक्रम रामशरण हंसराम दाताराम आदि लोगों ने अवगत कराया की। चकबंदी लेखपाल अमैंयापुर के रकवा में काफी यादों तक खेत लिए जा रहे हैं जबकि लगभग 25 वर्ष पहले चकबंदी अमैयापुर रकवा की हुई थी। वह भी विभागीय अधिकारियों ने ही तो की थी उसको नकारते हुए।
चकबंदी लेखपाल विशेष यादव व कानूनगो अपनी मनमानी के चलते और मोटी रकम वसूलने के लालच में अमैयापुर में अपना रकवा निकाल रहे हैं। अमैयापुर के व्यक्तियों का गुडेरा में जमीन थी उन लोगों को जमीन कम दी गई और ना तो जमीन का कोई सटीक कागज नहीं दिया गया। जिसपर अमैयापुर के लोग एतराज जताते हुए सीओ चकबंदी के यहां पर शिकायती पत्र दिया और ग्रामीणों का कहना है कि मैं उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के यहां तक जा सकते हैं। चकबंदी लेखपाल विशेष यादव भेदभाव के चलते चकबंदी कर रहे हैं।
Jun 22 2024, 15:22